रायपुर
कृष्ण कुंज पहले ही निकायों के हवाले करने कह चुका है विभाग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 अक्टूबर। वन मुख्यालय ने मातहत डीएफओ को नक्षत्र वाटिका बोरियाकला, हर्बल गार्डन आयुर्वेदिक कॉलेज और नेचर गार्डन मोहरेंगा जैसे पार्क के रख रखाव के लिए राशि देने से मना कर दिया है। और कहा है कि एंट्री फीस लगाया जाए।
बताया जा रहा है कि सीसीएफ रायपुर ने एपीसीसीएफ विकास-योजना को 19 सितंबर को पत्र भेजकर राशि की मांग की थी। पीसीसीएफ वन बल प्रमुख की अनुमति से एपीसीसीएफ ने यह जवाब भेजा है। इसमें कहा गया है कि पर्यावरण पार्कों के सुरक्षा एवं रख-रखाव कार्य हेतु भविष्य में राशि देना संभव नहीं है। इसलिए संबंधित राजधानी क्षेत्र के गोकुल नगर पर्यावरण पार्क, नक्षत्र वाटिका बोरियाकला, हर्बल गार्डन आयुर्वेदिक कॉलेज, मुक्तांगन हर्बल गार्डन एवं धरमपुरा हाऊसिंग बोर्ड परिसर का प्रबंधन एवं रख-रखाव भूमि का स्वामित्व रखने वाले संस्थाओं को हस्तांतरित कर दिया जाए। तथा सोनडोंगरी पर्यावरण पार्क, बॉटनिकल गार्डन, एवं इंदिरा नेचर सफारी मोहरेंगा में प्रवेश शुल्क निर्धारित कर आय के साधन विकसित कर उस आय से चौकीदारों के भुगतान करें। इससे इन पार्कों के रख रखाव सुरक्षा के लिए शासकीय धन पर निर्भरता कम होगी ।
यहां बता दें कि इससे पहले भी वन बल प्रमुख ने कांग्रेस शासन काल में प्रदेश भर में विकसित किए गए 148 से अधिक कृष्ण कुंज को भी स्थानीय निकाय व पंचायतों के सुपुर्द करने कह दिया था। हालांकि अब तक किसी भी निकाय ने नहीं लिया है।