महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 अक्टूबर। महासमुंद में आईटीआई के छात्रों को भेंड़ बकरियों की तरह वाहन में लादकर ड्राइविंग सिखाई जा रही है।
जिला परिवहन अधिकारी रामकुमार ध्रुव का कहना है कि ऐसा करना सरासर गलत है। छात्रों की जान जोखिम में डालकर इस तरह ड्राइविंग सीखाना नियमानुसार गलत है। कोई मैदान में ले जाकर एक समय में सिर्फ ट्रेनर और सीखने वाला एक छात्र ही वाहन चलाना चाहिए।
इस संबंध में आईटीआई के प्राचार्य घनश्याम साहू से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
जानकारी के मुताबिक महासमुंद जिला मुख्यालय से करीब 4 किलोमीटर दूरी पर लभराखुर्द स्थित आईटीआई के करीब 23 छात्रों को सोमवार को ट्रेनर ऑफिसर बदरूद्दीन नेशनल हाईवे 353 पर अपने साथ महासमुंद ड्राइविंग सिखाने ले गया। लगभग 40 किलोमीटर तक वाहन के पीछे लटटकर जान जोखिम में डालकर छात्र ड्राइविंग सीखते रहे।
छात्रों को बैठने की जगह तक नहीं होने के कारण 6 छात्र वाहन के पीछले हिस्से में खड़े-खड़े लटकर सफर करते हुए नजऱ आए। छात्रों को खल्लारी भीमखोज तक ड्राइविंग सिखाई जा रही थी जिसमें ड्राइवर सहित 5 सीट की कैपेसिटी वाली टेंपर वेन में 23 छात्रों को ठूंस कर भरा गया था।