बेमेतरा

इथेनॉल प्लांट सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट, हजारों को मिलेगा रोजगार
05-Oct-2024 2:03 PM
इथेनॉल प्लांट सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट, हजारों को मिलेगा रोजगार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 अक्टूबर।
ग्राम पथर्रा में इथेनॉल प्लांट स्थापना के विरोध में कंपनी प्रबंधन में पक्ष रखा है। प्रबंधन के कुछ लोगों के द्वारा दुष्प्रचार कर काम को बंद करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। जो क्षेत्र के विकास में बाधक बनेगा। कंपनी प्रबंधन के अनुसार प्लांट का संचालन शुरू होने से स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी।

क्षेत्र में रोजगार का सृजन होगा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। उल्लेखनीय है कि बेमेतरा की पहचान कृषि प्रधान जिले के रूप में रही है लेकिन अब बेमेतरा औद्योगिक विकास की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहा है।

रोजगार के रास्ते खुलेंगे
बेमेतरा जल्द ही प्रदेश का पहला जिला बनने वाले बनने जा रहा है जहां 11 एथेनॉल के प्लांट लगेंगे। इनमें से तीन एथेनॉल प्लांट का काम प्रारंभ कर दिया गया है। नवंबर से ही पथर्रा एथेनॉल प्लांट में उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। इससे न सिर्फ हजारों स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे बल्कि पराली जलाने और धान खरीदी के बाद चावल उठाओ की समस्या का भी ठोस निराकरण होगा। गांव में फैक्ट्री का काम 90 फीसदी से अधिक पूरा हो चुका है।

दुर्गंध की समस्या से मिलेगी निजात  
प्रबंधन ने बताया कि गांव में लग रहे प्लांट में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे दुर्गंध की समस्या नहीं होगी। प्रदूषण की रोकथाम के लिए इफेक्टिव प्रबंधन ने डाइजेस्ट सिस्टम स्थापित किया है। प्लांट के डायरेक्टर रोहित सचदेवा ने बताया कि इस सिस्टम की खासियत है कि इसकी जैविक प्रणाली गंध पैदा करने वाली बैक्टीरिया को पचा लेती है और इससे साफ पानी निकलता है। इस तरह प्लांट और आसपास दुर्गन्ध नहीं होगा यह पानी उपयोग के लायक होता है।

सामूहिक नेतृत्व में होगा आंदोलन
एथेनाल प्लांट बंद करने की मांग पर ग्रामीणों का आज 12 वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। ग्रामीणों ने बताया कि दुर्गा प्रतिमा स्थापना पर रोक के बाद आंदोलन को बंद करने प्रशासन ने नया पैंतरा चला। आंदोलन का नेतृत्व के लिए नेता चयन करने को कहा गया। जिसे सभी ने एक स्वर में नकार दिया। आंदोलनकारियों ने साफ कहा कि आंदोलन विधायक के आदेश पर प्रारंभ किया गया है। अगर विधायक नेतृत्व नहीं करते है तो यह सामूहिक नेतृत्व में चलेगा।

मूर्ति स्थापना नहीं करने देने से ग्रामीणों में नाराजगी
धरना स्थल पर प्रशासन द्वारा माता दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना नहीं करने देने से आंदोलनकारियों में गुस्सा देखा गया। और इसको आस्था के साथ खिलवाड़ करार देते हुए इसकी सभी ने भत्र्सना की। प्रशासन की तरफ से आज बेमेतरा और बेरला अनुविभाग के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौजूद रहे। आस्था पर चोट के बाद आज एक बार फिर से जनता में इस आंदोलन के प्रति उत्साह और प्लांट बंद करने का जुनून दिन ब दिन बढ़ता ही जा रह है।

पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने कहा कि जिन स्थानों पर प्लांट के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है वहां लगातार लोगों को समझाया जा रहा है। इथेनॉल प्लांट की स्थापना से क्षेत्र के किसानों को लाभ मिलेगा। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ लगातार संवाद किया जा रहा है। जल्द ही उद्योगों के संचालक के साथ भी उनकी बैठक कराई जाएगी।

कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि बेमेतरा में तीन एथेनॉल प्लांट का काम तेजी से चल रहा है। एक प्लांट के लगने से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 500 लोगों को रोजगार मिलना है। इस तरह हजारों लोगों को इन उद्योगों से रोजगार मिलेगा। इससे विकास की गति तेज होगा।
 

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