रायपुर

मंत्रालय संघ ने महानदी भवन में पदस्थ राप्रसे के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोला
05-Oct-2024 2:46 PM
मंत्रालय संघ ने महानदी भवन में पदस्थ राप्रसे  के अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोला

फील्ड से हटाए गए ये अफसर अपनी खीझ निकाल रहे-संघ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 अक्टूबर।
मंत्रालय कर्मचारी अधिकारी  संघ ने महानदी भवन में पदस्थ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन पर फील्ड से हटाकर मंत्रालय पदस्थ करने की खीझ कर्मचारियों पर निकालने या आरोप लगाया है।  संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत ने मुख्य सचिव कार्यालय में आज एक पत्र सौंपा है। इसमें राप्रसे के अवर और उप सचिव पर कर्मचारियों के एसीआर खराब करने, प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। और दो वर्ष पूरे कर चुके राप्रसे अफसरों को कार्यमुक्त करने की मांग की है। 

इस संबंध में संघ का कहना है कि मंत्रालय सेवा संवर्ग के सेटअप में 30 फीसदी पद अन्य सेवा संवर्ग के उप/अवर सचिवों के लिए रखे गए हैं । लेकिन महानदी भवन में इनके अलावा राप्रसे के अफसर  इससे कहीं अधिक पदस्थ किए जा चुके हैं। इनमें से कुछ पहुंच का इस्तेमाल कर तो कुछ सरकार के कोप भाजन का शिकार हो  बैठ गए हैं। एक जानकारी के अनुसार  राप्रसे के उप सचिव 10, संयुक्त सचिव 1, अवर सचिव 18-19 और कुछ ओएसडी शामिल हैं। जो फील्ड से हटाकर बिठाए गए वे अपनी खीझ निकाल रहे हैं। ये अफसर भृत्य तक को परेशान करने लगें हैं। कर्मचारी हित के कई काम यहां तक की एसीआर तक रोक रखे हैं। इन्ही अफसरों की वजह से मंत्रालय के पुनरीक्षित सेटअप के तहत अपर सचिव, संयुक्त सचिव के पद पूर्ति के लिए प्रस्ताव मंजूर नहीं हो पा रहा है।

कुछ  विभागों में अनुभाग अधिकारियों को धमकाकर मातहत् कर्मचारियों के गोपनीय प्रतिवेदन खराब किये जाने की शिकायतें भी प्राप्त हुई। 
मुख्य सचिव को यह जानकारी दी गई है कि  राज्य प्रशासनिक सेवा के ये  अधिकारी सचिवालयीन कार्य प्रणाली का अनुकरण नहीं करके, निचले कार्यालयों की भांति मनमाना कार्य व्यवहार अपनाया जा रहा है। इससे अनुभाग के कार्य एवं गुणवत्ता प्रभावित होते हैं।

मंत्रालय में अवर सचिवों के लिए  अनुभाग के अंदर ही केबिन की व्यवस्था है, मंत्रालय सेवा के अवर सचिवों को ऐसे ही केबिन आबंटित हैं। किन्तु राप्रसे  के अधिकांश अधिकारी जो अवर सचिव के पद पर पदस्थ हैं, उन्होंने नियम विरूद्ध उप सचिवों के निर्धारित कमरों में आवंटन करा लिया है।इसकी भी जांच कर इन्हें नियमानुसार केबिन आबंटन आवश्यक है।

संघ का आग्रह है कि मंत्रालय में पदस्थ राप्रसे के अधिकारियों को कार्यप्रणाली व्यवहार में सुधार करने एवं सचिवालयीन कार्यप्रणाली के पालन आवश्यक निर्देश दिये जाएं। यथासंभव मंत्रालय में दो वर्षों से अधिक समय से पदस्थ अधिकारियों को वापस मैदानी कार्यालयों में पदस्थ किया जाए। संघ के अध्यक्ष राजपूत ने कहा कि यदि इन अफसरों ने अपनी खीझ न छोड़ी तो किसी भी दिन सभी कर्मचारी काम बंद कर गेट पर धरने में बैठ जाएंगे। इससे पहले आईएएस डीडी सिंह के खिलाफ भी साप्रवि के सभी 13अनुभाग के कर्मचारी धरने पर बैठ चुके हैं। समझा जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह विवाद बढऩे की संभावना है।

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