महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 4 जनवरी। उठाव में देरी की वजह से जिले के 138 खरीदी केंद्रों में 22.82 लाख क्विंटल जाम है। इनमें से 92 सोसायटी ऐसे हैं, जहां बफर लिमिट से अधिक धान जाम है।
इन खरीदी केंद्रों के हालात ये हैं कि यहां धान खरीदी प्रभावित हो रही है और किसानों से कम मात्रा में धान की खरीदी की जा रही है। ऐसे केंद्रों में धान रखने के लिए जगह कम पडऩे लगे हैं। इसके चलते समिति प्रबंधन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में 10 खरीदी केंद्र तो ऐसे हैं, जहां क्षमता से 300 प्रतिशत अधिक धान जाम है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ऐसे केंद्रों से लगातार उठाव का काम जारी है। उठाव में तेजी लाने के लिए मिलर्स के अलावा संग्रहण केंद्रों में भी धान भेजने की शुरुआत जिले में की जा चुकी है।
जिला खाद्य अधिकारी नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि खरीदी केंद्रों में धान शेष है। लेकिन मिलर्स द्वारा लगातार उठाव भी जारी है। यही कारण है कि वर्तमान में जिले के किसी भी केंद्र में खरीदी प्रभावित होने वाली स्थिति नहीं आई है। धान रखने के लिए संग्रहण केंद्र को भी खोल दिया गया है। यहां अब तक 31 हजार क्विंटल धान जमा हो चुका है।
महासमुन्द जिले के 93628 किसानों से अब तक समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी हो चुकी है। इन किसानों से 3458480 क्विंटल धान की खरीदी जा चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीदी किए जा चुके धान के उठाव के लिए अब तक 14.17 लाख क्विंटल के उठाव के लिए डीओ जारी किया जा चुका है। वहीं मिलर्स ने अब तक 11.44 लाख क्विंटल धान का उठाव किया है। कल रविवार की स्थिति में खरीदी केंद्रों में 22.82 लाख क्विंटल धान शेष है।