महासमुन्द
किसानों से की बात, कामकाज देखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 5 जनवरी। पदभार ग्रहण करने के कुछ देर बाद ही कलेक्टर डोमन सिंह जिले में हो रही धान खरीदी की समीक्षा की। कलेक्टर ने कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों, खाद्य अधिकारियों, जिला विपणन अधिकारी और मंडी सचिव की बैठक लेकर अब तक की गई धान खरीदी की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के बाद उन्होंने महासमुन्द और बागबाहरा विकासखंड के धान खरीदी केन्द्र मामा.भांचा, चरौदा एवं खोपली का निरीक्षण किया और चल रही धान खरीदी की कार्यवाही देखी। उन्होंने खोपली धान खरीदी केन्द्र में डिजिटल नमी मापी यंत्र से धान की नमी जांचा। कलेक्टर ने धान खरीदी केन्द्र में किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं पूछी। उन्होंने किसानों से बेचे गए धान के भुगतान की जानकारी ली। किसानों ने बताया कि उनके बेचे गए धान का भुगतान हो गया है।
मामा भांचा धान खरीदी केन्द्र में एक किसान ने कलेक्टर को बताया कि उनका अभी भुगतान नहीं हुआ है। कलेक्टर ने सम्बंधित अधिकारियों को समय-सीमा बैठक में भुगतान की सम्बंध में वस्तुस्थिति बताने की बात कही। कलेक्टर ने किसानों को बताया कि राज्य सरकार द्वारा भुगतान समय पर किया जा रहा है। कुछ तकनीकी कारणों से विलम्ब हो सकता है। राज्य शासन के साथ जिला प्रशासन भी किसानों को कोई तकलीफ या समस्या न हो इस बात का पूरा प्रयास कर रहा है। बैठक में और निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर जोगेन्द्र कुमार नायक, एसडीएम सुनील कुमार चन्द्रवंशी, एसडीएम बागबाहरा भागवत जायसवाल, जिला खाद्य अधिकारी नीतिश त्रिवेदी, सहायक खाद्य अधिकारी अनिल जोशी, संजय शर्मा व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि धान खरीदी केन्द्र और व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे। धान खरीदी केन्द्रों के निरंतर मॉनिटरिंग भी करते रहे। जिले में धान खरीदी के लक्ष्य और अब तक की गई धान खरीदी और उठाव की जानकारी ली। जिला खाद्य अधिकारी नीतिश त्रिवेदी ने बताया कि जिले में 130 समितियांए 138 धान उपार्जन केन्द्रों में धान की खरीदी की जा रही है। आगामी दिनों के लिए धान खरीदी की कार्य योजना बनाई गई है, जिसे लेकर लक्ष्य पूरा किया जाएगा। कलेक्टर डोमन सिंह पदभार संभालने के बाद बागबाहरा पहुंचे। उन्होंने एसडीएम और तहसील कार्यालय का भी निरीक्षण किया। कर्मचारियों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कार्यालय के अभिलेखों को देखा। उन्होंने कर्मचारियों से लम्बित प्रकरणों की भी संक्षिप्त जानकारी ली।