महासमुन्द
पीडि़त के बयान के बाद होगा मामला दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 15 मार्च। शहर के बीच मचकुरी लाईन में हुए चाकूबाजी के एक नया मोड़ सामने आ रहा है। वार्डवासियों के विरोध के बाद अब कोतवाली पुलिस कह रही है कि पीडि़त के बयान के बाद ही मामला दर्ज हो सकेगा। इससे पहले पुलिस ने एक चश्मदीद के बयान के अनुसार चार लोगों पर मामला दर्ज किया था। जिस पर वार्डवासी कोतवाली पहुंच कर कहने लगे कि पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो शहर में थे ही नहीं। वे काम करने राजधानी गए थे।
मोहल्ले की महिलाएं भी इस बात को लेकर बिफर गई है कि जिसने घटना को अंजाम दिया है, उसका नाम नहीं है, लेकिन जो घटना के वक्त नहीं थे उसका नाम पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है। वार्ड 29 के पूर्व व वार्ड क्रमांक 20 के वर्तमान पार्षद महेन्द्र जैन ने भी पुलिस की कार्रवाई को बेबुनियाद बताया है। लहाजा पुलिस का कहना है कि अब पीडि़त के बयान के आधार पर कार्रवाई होगी।
पुलिस के मुताबिक प्रथम चरण में प्रार्थी ने जिन व्यक्तियों के नाम बताएं थे, उनके खिलाफ प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। यदि बयान में पीडि़त तीनों के नाम नहीं बताएंगे, तो उन पर कार्रवाई नहीं होगी।
इस सम्बंध में थाना प्रभारी कुमारी चंद्राकर ने बताया कि प्रथम दृष्टया प्रार्थी ने जिस प्रकार रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, उस समय नामजद रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया। इस मामले की जांच शुरू नहीं हुई है। धरपकड़ की कार्रवाई चल रही है। पीडि़त के बयान के बाद ही चाकूबाजी करने वाले आरोपियों की पहचान होगी। इसके बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि इस मामले में 6 लोग शामिल थे। पुलिस ने दो नाबालिग को हिरासत में लिया है, जो वारदात को अंजाम दिए थे। शेष आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। वहीं वार्ड 29 के पूर्व पार्षद महेन्द्र जैन का कहना है कि घटना के वक्त जो तीन लोग वहां नहीं थे, उनका नाम एफआईआर से हटाई जाए। यदि मांग पूरी नहीं हुई तो मोहल्लेवासियों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में करीब पांच से छह लोग शामिल है, जिसमें आधे से ज्यादा नाबालिग है।