महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। भाड़े में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदेशभर में जारी ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का असर सीमेंट पर पड़ा है। सप्लाई न होने से जहां शहर सहित जिले के अधिकांश सीमेंट दुकानों में सीमेंट का स्टॉक खत्म हो चुका है, वहीं जिनके पास स्टॉक है वे कीमत बढ़ाकर ग्राहकों को बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं।
पहली बार ऐसी स्थिति आई है कि सीमेंट को लेकर लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सर्वाधिक परेशानी उन लोगों को हो रही है जो कुछ माह पूर्व या वर्तमान में भवन निर्माण करा रहे हैं। सीमेंट नहीं होने की वजह से उनका निर्माण प्रभावित हो गया है। कुछ ऐसे हैं जो निर्माण जारी रखने के लिए सीमेंट की अधिक कीमत देकर निर्माण जारी रखे हुए हैं। ट्रांसपोर्टर और सीमेंट कंपनी के बीच भाड़े को लेकर बातचीत के बाद भी हल नहीं निकल पाया है। बता दें कि भाड़े को लेकर कंपनी और ट्रांसपोर्टर की हड़ताल पिछले 15 दिनों से जारी है।
सीमेंट नहीं होने के कारण मुख्यालय में चल रहे कई सरकारी व निजी निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। वन प्रशिक्षण खेल मैदान में जारी स्वीमिंग पुल और जिम निर्माण कार्य भी प्रभावित है। निर्माण ठेकेदार ने बताया कि फिनिशिंग कार्य के लिए प्लास्टर और अन्य कार्य बंद हैं।
मजदूर ढलाई के लिए सेट्रिंग बांधने का काम कर रहे हैं। बाजार में जिनके पास स्टॉक उपलब्ध है वे मौके का फायदा उठाकर अधिक दाम पर बेच रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक 240 रुपए का सीमेंट 270-280 रुपए प्रति बोरी की दर से बेचा जा रहा है।