महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 21 मार्च। भलेसर मार्ग महासमुन्द से कनेकेरा तक नई सडक़ का निर्माण जारी है जिसमें ठेकेदार ने सडक़ के दोनों ओर डामरीकरण के लिए गड्ढे खोद दिए हैं लेकिन इसका भराव अभी तक नहीं हुआ है। इससे आवागमन में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा भारी वाहनों की आवाजाही से धूल का घना गुबार उड़ रहा हैं,जो राहगीरों के लिए जी का जंजाल बन गया है।
क्षेत्र में दिनभर धूल और मिट्टी से स्कूल आने जाने वाले बच्चे, कर्मचारी, अधिकारी, आम जनता, सडक़ किनारे स्थित दुकान व घर के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई महीनों से ठेेकेदार ने सडक़ निर्माण के लिए गड्ढा खोद दिया है लेकिन गड्ढों को भरा नहीं है। सडक़ निर्माण में हो रही लेट लतीफी से ग्रामीणों को परेशानी झेलना पड़ रहा है। उन्हें शहर आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रात में सबसे ज्यादा परेशानी होती है। सडक़ के दोनों ओर गड्ढे होने की वजह से हादसे की संभावना भी बनी रहती है।
भलेसर के ग्रामीणों का कहना है कि सडक़ निर्माण कर रही कंपनी रोड पर धूल दबाने के लिए पानी का छिडक़ाव नहीं कर रही है। इस कारण से जब कोई बड़ा वाहन सडक़ से निकलता है तो धूल की वजह से पीछे अन्य वाहन चालकों को आगे का कुछ दिखाई नहीं देता है। इस कारण से पिछले दो महीनों में तीन से चार एक्सीडेंट भी हो चुके हैं। इसके अलावा रोड के किनारे बसे गांव के ग्रामीण भी धूल उड़ रहे गुबार से परेशान हैं।
भलेसर मार्ग से ग्राम कनेकेरा तक डामर रोड का निर्माण किया जा रहा है। जिसकी लागत 770.39 लाख रुपए है । इस सडक़ की लंबाई 9.21 किलोमीटर तक है । यहां प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत कार्य कराया जा रहा है। इस काम की शुरूआत 23 मार्च 2020 से शुरू हुई है, लेकिन कोविड के चलते तीन -चार महीने तक काम बंद था । जिसकी वजह से निर्माण कार्य में देरी हो गई है। ठेकेदार ने सडक़ के दोनों ओर गड्ढा खोदकर छोड़ दिया है। काम किस छोर से हो रहा है इसका पता नहीं।