राजनांदगांव
गरीबी रेखा के लोगों ने टीकाकरण से बनाई दूरी, कई डोज खराब भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 मई। 18 वर्ष से अधिक लोगों का टीकाकरण किए जाने को लेकर राज्य सरकार की अंत्योदय कार्डधारियों को ही पहले लाभ दिए जाने की नीति को लेकर विवाद गहरा गया है। अंत्योदय कार्डधारियों का टीकाकरण किए जाने के फैसले से दीगर वर्ग के लोगों ने सख्त आपत्ति दर्ज की है। एक मई से शुरू हुए इस अभियान के दूसरे दिन टीकाकरण सेंटरों में लोग सरकार से फैसला वापस लेने की मांग करते गैर अंत्योदय कार्डधारियों को भी टीकाकरण की पात्रता देने की पूरजोर पैरवी कर रहे हैं।
तकनीकी रूप से सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि एक वाल्व में कम से कम 10 लोगों का टीकाकरण किया जाना है। जबकि अंत्योदय कार्डधारियों की गैरहाजिरी के चलते टीकाकरण के बचे हुए डोज खराब हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि अंत्योदय कार्डधारियों को ही प्राथमिकता के साथ टीके के डोज लगाए जाने के सरकार के स्पष्ट आदेश हैं। लिहाजा नगर निगम द्वारा राजनांदगांव के 51 वार्डों की अंत्योदय कार्डधारियों की एक सूची जारी की गई है। सूची के अनुसार ही टीकाकरण किया जा रहा है।
रविवार को शहर के चिखली, मोतीपुर और लेबर कॉलोनी में अंत्योदय कार्डधारियों को टीका लगाए जाने का कार्य शुरू हुआ। शनिवार एक मई को महज 3 लोगों को ही टीका लगाया गया। बताया जा रहा है कि अंत्योदय कार्डधारियों में टीकाकरण को लेकर रूचि नहीं ली जा रही है। यानी एक तरह से टीकाकरण अभियान से इस वर्ग ने दूरी बना ली है। ऐसे में गैर अंत्योदय वर्ग ने खुद के टीकाकरण के लिए आवाज उठाई है। इस संबंध में ममता नगर के रहने वाले हर्ष जैन का आरोप है कि छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य है जहां एक वर्ग विशेष को टीकाकरण के लिए पात्र घोषित किया गया है। महामारी के इसदौर में सभी का टीकाकरण किया जाना चाहिए। श्री जैन का कहना है कि कई डोज खराब भी हो रहे हैं, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
लेबर कॉलोनी की संगीता साहू ने टीकाकरण नहीं किए जाने का विरोध किया। उनका कहना है कि अंत्योदय कार्डधारियों की गैरहाजिरी में दूसरे वर्ग का टीकाकरण किया जाना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि एक वाल्व में टीकाकरण के बचे डोज को बर्बाद करने के लिए सरकार तैयार है, लेकिन जरूरतमंदों को टीका लगाने पर ध्यान नहीं है। बहरहाल 18 वर्ष से अधिक लोगों का टीकाकरण किए जाने के अभियान दूसरे दिन ही सेंटरों में आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है। अंत्योदय कार्डधारियों को पहले मौका मिलने का खुलकर विरोध हो रहा है।