महासमुन्द
दुर्लभ खगोलीय घटना है, जिसे आम तौर पर साल में केवल दो बार देखा जाता है
इस दौरान किसी भी चीज की परछाई नहीं बनेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 24 मई। शहर में 26 मई दोपहर 12 बजे सूर्य 90 डिग्री पर सीधे सिर पर होगा। इस दौरान किसी भी चीज की परछाई नहीं बनेगी। यह एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जिसे आम तौर पर साल में केवल दो बार देखा जाता है। इस दौरान किसी भी वस्तु की परछाई नहीं दिखती है। यह तब होता है, जब आकाश में सूर्य अपने चरम पर होता है। इस दौरान किसी भी प्राणि या वस्तु की छाया नहीं बनती है।
विज्ञान परिषद के जिला संयोजक जगदीश सिन्हा ने बताया कि साल में ऐसा दो बार होता है, जब सूर्य दोपहर में धरती से 90 डिग्री के कोण पर सीधे ऊपर होता है। यह घटना ठीक दोपहर 12 बजे होगी। दो-तीन मिनट तक होगी। इसे देखने के लिए उपकरणों की आवश्यकता नहीं है। समतल जमीन पर किसी भी बोतल, पानी की टंकी या इसी तरह की अन्य वस्तुओं को रखकर इसे देखा जा सकता है। साल में दो बार होने वाली यह घटना जिले में 26 मई और उसके बाद 20 जुलाई को होगी।
जानकारी के अनुसार यह घटना तब होती है, जब पृथ्वी सूर्य का चक्कर काटते हुए 23.5 डिग्री के कोण पर झुुकी होती है। इस समय सूर्य का स्थान पृथ्वी के भूमध्य रेखा के 23.5 उत्तर से 23.5 दक्षिण तक जाता है। इस दौरान वे सभी स्थान जिनका अक्षांश सूर्य और भूमध्य रेखा के बीच के कोण के बराबर होता है, वहां शून्य छाया दिनों का अनुभव किया जाएगा। 21 दिसंबर से 21 जून के बीच उत्तरायण में कर्क रेखा और दक्षिण में मकर रेखा दक्षियान की ओर से सूर्य की गति के दौरान शून्य छाया दिवस पड़ता है। दो दिनों के बीच कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के स्थान विशिष्ट दिनों में शून्य छाया दिवस देखते हैं। इस दिन सूर्य दोपहर में जब ठीक सिर पर होगा पर किसी भी चीज की परछाई नहीं बनेगी। बाकी दिनों में किसी भी वस्तु के सीधा रखने या आदमी के सीधे खड़े होने पर परछाई बनती है। 26 मई को दोपहर कुछ मिनट के लिए ऐसा समय आएगा जब परछाई नहीं बनेगी।