राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 मई। जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य महेन्द्र यादव ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा खाद के दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मूल्य वृद्धि का बहाना बनाकर डीएपी 2400 रुपए प्रति बोरी को यथावत रखा है। हालांकि कांग्रेस द्वारा लगातार इसका विरोध करने पर सरकार की सब्सिडी बढ़ाकर 1200 प्रति बोरी देने का निर्णय लिया है, जो किसानों के लिए अभी राहत जरूर लग रहा है, पर आने वाले समय में खाद पर सब्सिडी धीरे-धीरे खत्म कर किसानों के उपर बोझ लादने की तैयारी है, जिस तरह से रसोई गैस की सब्सिडी घटाया है, क्योंकि मोदी का लगातार किसान विरोधी फैसला इस देश के किसान देखते आ रहे हैं।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि मोदी के रवैया से उन पर किसानों का विश्वास खत्म हो चुका है। डीएपी सहित खाद के दामों में अंतरराष्ट्रीय मूल्य वृद्धि का हवाला देते डेढ़ गुना बढ़ोतरी फिर सरकार का सब्सिडी बढ़ाकर किसानों को राहत देने फिर धीरे-धीरे सब्सिडी खत्म कर बढ़े दाम पर खाद बेचने का षडयंत्र है। खाद के दामों पर अंकुश लगाने के बजाय एक बार फिर बड़े उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने कीमत को कम करने के बजाय सब्सिडी बढ़ाकर सरकारी खजाने को खाली करना उचित समझा है। जबकि खादो के दाम में बढ़ोतरी वापस लेना था और पुराने दामों पर किसानों को खाद उपलब्ध कराना था। श्री यादव ने कांग्रेस के साथियों व किसानों को धन्यवाद दिया है। जिसने खाद के दामों पर जबर्दस्त विरोध किया। जिसके परिणामस्वरूप मोदी की सरकार किसानों को राहत देने मजबूर हुए। आगामी समय पर भी किसान हित व जनहित के लिए संघर्ष करते रहने का आव्हान किया है।