राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 मई। कलेक्टर टीके वर्मा ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण के संबंध में बैठक ली। उन्होंने कहा कि बारिश के पहले आपदा प्रबंधन एवं बाढ़ नियंत्रण के संबंध में पूरी तैयारी कर ली जाए। अधिक बारिश होने से बाढ़ की संभावना बनी रहती है। इसके लिए राहत टीम तैयार रहे। एक जून से बाढ़ नियंत्रण कंट्रोल रूम प्रारंभ होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों का चिन्हांकन कर लिया जाए, जहां बारिश में पानी भरने की संभावना अधिक होती है। नदी के किनारे बसे हुए गांवों अधिक सतर्क रहे, जिन स्थानों में राहत कैम्प लगाने की जरूरत होती है उन स्थानों को चिन्हांकित कर ली जाए। बाढ़ की स्थिति आने पर होम गार्ड तैराक एवं पंचायत स्तर पर कुशल व्यक्तियों की सूची तैयार कर लें। जिससे समय आने पर तत्काल सहायता मिल सके। सिंचाई विभाग प्रतिदिन बारिश हुए पानी की मात्रा का रिपोर्ट जारी करें। बांधों से पानी छोडऩे पर निचले जिलों को सूचित करें।
बारिश के दिनों में पुल के ऊपर पानी बहने पर आवागमन प्रतिबंधित करें। इससे दुर्घटना होने की संभावना होती है।
इस अवसर पर एसपी डी. श्रवण, जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, वनमंडलाधिकारी राजनांदगांव एन. गुरूनाथन, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कान्फ्रेस के जरिए सभी एसडीएम, जनपद सीईओ, सीएमओ एवं बीएमओ जुड़े रहे।