राजनांदगांव
भाजपा का प्रदर्शन- लगातार बिजली गुल होने की शिकायत को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय कैलाश नगर स्थित विद्युत मंडल के कार्यालय में धावा बोल दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बिजली गुल होने की समस्या के साथ-साथ बिल में भी बढ़ोत्तरी कर जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रदर्शन करने वालों में पार्षद शरद सिन्हा, गगन आईच, विजय राय, मधु बैद, राजेश यादव समेत अन्य लोग शामिल थे।
व्यवस्था से नाखुश कांग्रेस नेता करेंगे सीएम से शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 मई। राजनांदगांव के शहरी और ग्रामीण इलाकों में विद्युत सप्लाई के लचर हालत में होने से महकमा कांग्रेस और भाजपा नेताओं के निशाने पर आ गया है। सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं ने स्थानीय अफसरों के गैरजिम्मेदाराना रवैये को लेकर जहां मुख्यमंत्री तक बात करने की ठान ली है। वहीं विपक्षी भाजपा भी इस मामले में आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए अफसरों से ज्यादा सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार को दोषी ठहरा रही है।
बताया जा रहा है कि कोरोना के जद में आने से विद्युत मंडल के मैदानी अमले में कम से कम 3 दर्जन कर्मी संक्रमित हैं। लिहाजा ऐन गर्मी के मौसम में मेन्टेनेंस करने में विभाग नाकाम रहा। अब मामूली हवा चलने के मात्र से ट्रिप होने की समस्या से लोग उखडऩे लगे हैं। विद्युत विभाग पर तरह-तरह के आरोप भी लगाए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमण गिरने से मैदानी अमले में कर्मचारियों का संकट गहरा गया है। अफसर लगातार लोगों की शिकायतों को सुनने के बाद सिर्फ आश्वासन देकर हालात को टालने की कोशिश कर रहे हैं।
मई के पूरे महीने में अक्सर हर दो-तीन के अंतराल में शहर के रिहायशी एवं श्रमिक इलाका कई घंटों में डूबा रहा है। मई में मौसम ने भी करवट बदलकर विद्युत व्यवस्था की पोल खोली है। बताया जा रहा है कि मेन्टेनेंस के अभाव में पुराने उपकरण अपनी ताकत खो चुके हैं। लिहाजा हल्की बारिश और मामूली हवा मात्र चलने से बिजली गुल होने लगी है। बताया जा रहा है कि शहर के ज्यादातर वार्डों में बिजली जाने की समस्या बढ़ी है। इस बीच गर्मी का उबलता महीना माने जाने वाला मई भी गुजरने की कगार में है। जून के पहले सप्ताह के बाद मानसून किसी भी दिन दखल दे सकता है। बारिश पूर्व भी मेन्टेनेंस नहीं होने से लोगों को उमस और गर्मी झेलनी पड़ेगी। लगातार आला अफसरों को इस मामले में सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेताओं ने ताकिद किया है। इसके बावजूद सुचारू रूप से बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पा रही है। गर्मी से परेशान लोग अफसरों की कार्यप्रणाली को लेकर सत्तारूढ़ दल के नेताओं से शिकायत भी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस अव्यवस्था के कारण सरकार की छवि पर भी असर पड़ रहा है।
अफसरों को सप्ताहभर की मोहलत-हेमा
राजनंादगांव महापौर हेमा देशमुख भी यह मानती है कि अफसरों की करनी से सत्तारूढ़ सरकार को नुकसान उठाना पड़ रहा है। श्रीमती देशमुख ने कहा कि अफसरों को सप्ताहभर में विद्युत व्यवस्था को पुख्ता बनाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा तमाम संसाधन मुहैया कराए जाने के बावजूद स्थानीय विद्युत अफसर लापरवाह बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा कि जनता को बेवजह परेशानी हो। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को बेहतर बनाने के राजनंादगांव डिवीजन के ईई और दूसरे अफसरों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। श्रीमती देशमुख ने कहा कि लचर कार्यप्रणाली वाले अफसरों पर निश्चिततौर पर कार्रवाई होगी।
सीएम खुद ऊर्जा मंत्री, फिर भी हालात खराब -मधुसूदन
विद्युत सप्लाई के हालात को लेकर भाजपा के जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ऊर्जा विभाग के मुखिया होने के बावजूद स्थिति पूरी तरह से लचर हालत में है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विभाग की निगरानी करने में नाकाम हो गए हैं। जिससे अफसरशाही हावी हो गई है। उन्होंने कहा कि बदतर होती स्थिति के विरोध में एक जून को जिले के सभी सब विद्युत स्टेशनों में भाजपा कार्यकर्ता धरना देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विद्युतीकरण योजनांतर्गत कृषि पंप कनेक्शन से ढ़ाई साल से किसान वंचित हैं। बारिश से पूर्व पंप लगाने की तैयारी में जुटे किसान अब तक इस योजना का लाभ नहीं ले पाए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजनांतर्गत किसानों को एक लाख रूपए तक सब्सिडी दी जाती है। कई किसानों ने कनेक्शन के लिए अग्रिम राशि जमा कर दी है। इसके बावजूद किसानों को इस योजना से वंचित रखा जा रहा है। मंगलवार को इस मांग को लेकर भी ज्ञापन सौंपा जाएगा।