राजनांदगांव
जिले में हालात होने लगा सामान्य
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 मई। जिले में कोरोना की रफ्तार में लगभग ब्रेक लग गया है। बीते सप्ताह के आंकड़े काफी कम होने से कोरोना संक्रमण का दर एक प्रतिशत से नीचे आ गया है। समूचे जिले में हालात सामान्य होने लगे हैं। हालांकि रोजाना मौत के एक-दो मामले सामने आने से चिंता अब भी बनी हुई है। जिले में कोरोनाकाल के डेढ़ साल के इतिहास में अब तक 500 से अधिक लोगों की मौत हुई है। जबकि 56 हजार के आसपास लोग संक्रमित हुए हैं, जिसमें 54 हजार स्वस्थ होकर घर लौट गए हैं। इस तरह जिले में करीब 1700 कोरोना के एक्टिव मामले दर्ज हैं। लगातार 3 से 4 हजार सैम्पलिंग कर कोरोना की जांच की जा रही है।
जिले के विकासखंडों में अब आंकड़े शून्य के करीब पहुंच गए हैं। मानपुर और अंबागढ़ चौकी में एक भी नए मामले सामने नहीं आए हैं। जबकि खैरागढ़, छुरिया, मोहला, डोंगरगांव में 5 से अधिक दर्ज किए गए हैं। विकासखंडों में गिरते आंकड़ों से ग्रामीण इलाकों में भी अब चहल-पहल बढ़ गई है। व्यापारिक गतिविधियां जहां तेज हुई है। वहीं लोगों को डेढ़ माह के कड़े लॉकडाउन से बाहर निकलने का मौका मिला है। व्यापार के लिए मिली छूट के कारण बाजार में भी भीड़ उमडऩे लगी है। हालांकि इसको लेकर प्रशासन ने लोगों को ताकीद किया है।
प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर के जरिये लोगों को चेतावनी दी जा रही है। उनसे सोशल डिस्टेसिंग और मास्क पहनने के लिए कहा जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसके बावजूद बाजार में लोग बेपरवाही से घूमते दिख रहे हैं। कोरोना के गिरते आंकड़ों से लोगों को राहत महसूस हो रही है। डेढ़ माह के लॉकडाउन में व्यापार और सभी तरह की गतिविधियां ठप होने से आर्थिक रूप से लोग टूटने लगे हैं। शहर के 51 में से ज्यादातर वार्डों में भी नए मरीज मिलने बंद हो गए हैं, जिससे शहरी इलाका लगभग कोरोना से मुक्त होता दिख रहा है। एक्टिव मरीजों की संख्या में भी रोजाना गिरावट हो रही है। बहरहाल कोरोना के नए केस नहीं मिलने से वैश्विक महामारी का असर थमता दिख रहा है।