राजनांदगांव
राजनांदगांव, 28 मई। महापौर हेमा देशमुख के टूलकिट वाले मामले पर जिला भाजपा प्रवक्ता रविन्द्र सिंह ने प्रत्युत्तर देते कहा कि जब टूलकिट मामले में उसके कंटेंट अथवा दस्तावेज सही है कि गलत, इसकी दिल्ली पुलिस की जांच दल कर रही है और उस जांच दल की रिपोर्ट ही अभी सामने नहीं आई है तो बिना जांच दल के रिपोर्ट के पहले ही महापौर ने दस्तावेज झूठ है कि सही उसका पहले से ही कैसे निर्णय कर लिया है। कम से कम जांच दल के रिपोर्ट आने तक इंतजार तो कर ही लेती या कानूनी प्रक्रिया पर उन्हें भरोसा ही नहीं है। जबकि टूलकिट का मामला अब उच्चतम न्यायालय में भी चला गया है।
प्रवक्ता रविन्द्र सिंह ने कहा कि महापौर को इतना भी ज्ञात होना चाहिए कि ट्विटर ने डॉ. रमन सिंह के जिस ट्वीट की गई दस्तावेज को मेंनुपुलेटेड या छेड़छाड़ की गई दस्तावेज कहा है, उस पर ट्विटर इंडिया के हेड को नोटिस भेजी गई है। बगैर जांच के उसने कैसे किसी ट्वीट को मैनिपुलेटेड कह दिया है। उनके पास जो भी साक्ष्य , उसे जांच दल को दिया जाए। जबकि अभी तक ट्विटर ने कोई दस्तावेज नहीं दिया है और जवाब देने से भाग रही है। मतलब मामला पूरी तरह गड़बड़ है और कांग्रेस के टूलकिट पर खंडन अपने दस्तावेज के पकड़ा जाने से भयभीत है।