रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 मई। काईट कॉलेज नरदहा रायपुर में कृति कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) 18 अप्रैल, 2021 से संचालित है। यहां से 310 से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। डिस्चार्ज हो कर घर जा रहे सभी मरीजों को 10 दिन की दवाईयों की किट के साथ पोस्ट-कोविड चिकित्सकीय सलाह का भी एक डॉक्यूमेंट उपलब्ध कराया गया है।
कृति कोविड केयर सेंटर (नि:शुल्क) में आज कोविड सेंटर में फ्रंटलाइन में सेवा देने वाले कोरोना वारियर्स का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मंच में आर एसएस के छत्तीसगढ़ प्रान्त के प्रान्त प्रचारक प्रेमशंकर सिदार, वरिष्ठ समाजसेवी रामजीलाल अग्रवाल, पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल, सांसद सुनील सोनी, रामप्रताप सिंह, डॉ.कमलेस्वर अग्रवाल, डॉ.अशोक त्रिपाठी, डॉ. गंभीर सिंग उपस्थित थे। कृति कोविड- केयर सेंटर के द्वारा सभी अतिथियों का श्रीफल एवं साल देकर सम्मान किया गया वही सेंटर में सेवा देने वाले सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ नर्स वार्ड बॉय, स्वीपर, गार्ड, एम्बुलेंस ड्राइवर सहित सभी का स्मृति चिन्ह व उपहार देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा की जरूरत पड़ी तो कृति कोविड- सेंटर निशुल्क संभावित कोरोना के तीसरी लहर के लिए भी तैय्यार है । उन्होंने कहा कि सेवा भाव मानवता को लक्ष्य बनाकर यह सेंटर ऐसे समय में प्रारंभ किया गया जब प्रदेश में एक एक बेड के लिए ऑक्सीजन के एक एक सिलेंडर के लिए मारामारी चल रही थी, मेरे पास भी देर रात से लेकर 24 घंटे लोगों के फोन आते थे कि हमें बेड दिलवा दीजिए सारे प्रयासों के बाद मैं भी लोगों को सहयोग कर पाने में अपने आप को असहाय पाने लगा था।
श्री अग्रवाल ने कहा कि अगर यदि जरूरत पड़ी तो तीसरी लहर की आशंकाओं पर भी कृति कोविड केयर सेंटर ने तैयारी चालू कर दी है। बाल-रोग विशेषज्ञों की सलाह पर प्रदेश की जरूरत मंद जनता को कृति सेंटर जरूरत पडऩे पर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने के लिए भी पूरी तरह तैयार है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री प्रेम सिंह सिदार ने अपने संबोधन में कहा मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नही है । कोरोना के इस काल में जिस जिस ने भी मरीजो की सेवा की है ,उनका योगदान ईश्वरीय तुल्य है । सांसद सुनील सोनी ने कहा की इस सेंटर ने मरीजो की जो सेवा की है उनकी जितनी तारीफ की जावे कम है । आज इस सेंटर की चर्चा पूरे प्रदेश में है । इस सेंटर से प्रेरणा लेकर ही प्रदेश में अनेक संस्थाओं ने इस दिशा में कदम उठाकर सेंटर खोलने का प्रयास किया है।