रायपुर
रायपुर, 29 मई। जनता कांग्रेस के इकबाल अहमद रिजवी ने बताया है कि भाजपा सरकार के 15 साल तथा कांग्रेस के लगभग ढाई साल में वक्फ बोर्ड में वक्फ सम्पत्ति के रखरखाव एवं उसका सर्वे, सीमांकन एवं बेजा कब्जा मुक्त कराने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई जो वक्फ बोर्ड के पदाधिकारियों, सदस्यों एवं अधिकारियों के निकम्मेपन को दर्शाता है। इन लोगों ने केवल वक्फ सम्पत्ति को बेचने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने का अवैध धंधा ही किया। वक्फ सम्पत्तियों की हेराफेरी कर करोड़ों रूपए का खेला ही किया। अल्लाह की राह में धार्मिक एवं चेरीटेबल कार्यों के लिए मुस्लिम श्रद्धालु अपने स्वयं के मालिकाना हक की जमीन को ही वक्फ कर सकता है।
रिजवी ने कहा है कि वक्फ सम्पत्ति का विकास करने की आज तक किसी पदाधिकारी ने नहीं सोचा। सभी पदाधिकारीगण अपना स्वार्थ सिद्धी तक ही सीमित रहे। बोर्ड की आय बढ़ाने की दिशा में वक्फ सम्पत्ति को लीज पर दिया जा सकता था परन्तु पद के ऐशोआराम में ही सब मस्त रहे और अपने नाजाएज फर्जी बिलों को बनाकर शासन एवं वक्फ बोर्ड को करोड़ों का चूना लगाया गया।
ईओडब्ल्यू में रिपोर्ट होने पर जांच प्रक्रिया में ऐन केन प्रकारेण बाधा पहुंचा कर जांच को रोकने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। आरोपितों के नजदीकी रसूखदार ईओडब्ल्यू की जांच में रूकावट उत्पन्न कर रहे हैं। खैर बकरे की मां कब तक खैर मनाऐगी। बहुत जल्द आरोपित सलाखों के पीछे होंगे। अल्लाह के यहां देर है अन्धेर नहीं। दूध का दूध और पानी का पानी साफ नजर आ जाऐगा।