महासमुन्द
दूसरा डोज लगवाने पहुंच रहे लोग बैरंग लौट रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। महासमुंद जिले में वैक्सिनेशन का बहुत बुरा हाल है। यहां वैक्सीनेशन अभियान के दूसरे चरण में 45 प्लस वाले 2 लाख 35 हजार को टीका लगाया जा चुका है। इसके बाद सरकार ने दूसरे डोज के समय में फेरबदल कर दिया। दूसरे डोज के लिए पहुंच रहे लोगों के हाथ में पहली डोज लगाते समय मिली पर्ची होती है जिसमें 6 सप्ताह के अंतराल में दूसरा डोज की तारीख मिली थी। नियत तारीख की पर्ची देखकर टीका लगाने वाले अगली तारीख देकर वापस जाने कह रहे हैं तो इससे टीका लगवाने पहुंचे लोगों में नाराजगी है। इनमें से अधिकतर लाभार्थी को कोविशील्ड का टीका ही लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले में 60 हजार से अधिक लोगों को कोविशील्ड के दूसरे डोज का टीका लगाया गया है। इस तरह बड़ी संख्या में लोगों के दूसरे डोज लगवाने की अवधि में परिवर्तन हुआ है। पहला डोज लगाते समय विभाग द्वारा टीका लगवानेवाले को एक पर्ची दी जाती है, जिसमें दूसरे डोज लगाने की तिथि भी लिखी जाती है। इसी पर्ची को लेकर लोग सेंटरों में पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें 84 दिन पूरा होने पर आने के लिए कहा जाता है। ऐसे में लोग कर्मचारियों पर ही आरोप लगाते हैं कि टीका होने व पर्ची में लिखकर देने के बाद भी टीका नहीं लगा रहे हैं। शुरुआत में इसकी दूसरी डोज 28 दिन में लगती थी अब 84 दिन कर दिया गया है।
कोविशील्ड की दूसरी डोज की अवधि में बढ़ोतरी किए जाने के कारण लोग सेंटरों से बगैर टीका लगाए लौट रहे हैं। हालांकि जिला मुख्यालय के जिला अस्पताल परिसर में 45 प्लस कैटेगरी के लिए वैक्सीनेशन सेंटर भी बनाया गया है लेकिन यहां भी वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी कम है। कल शुक्रवार को इस सेंटर में दोपहर 3 बजे तक सिर्फ 10 लोगों को ही टीका लगाया गया था, जबकी पूरा दिन यहां तैनात विभाग के कर्मचारी लाभार्थियों के पहुंचने का इंतेजार करते रहे। टीकाकरण सेंटर में कार्यरत कर्मचारी ने बताया कि काफी देर के अंतराल में लोग यहां टीका लगाने आते हैं। लेकिन सिर्फ एक व्यक्ति के लिए पूरा वायल नहीं खोला जा सकता। इसलिए आए लाभार्थी का पूरा डिटेल रखते हैं और जब 10 की संख्या में लाभार्थी होते हैं तब सभी को फोन करके टीका लगाने के लिए बुलाते हैं।