महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 29 मई। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना मनरेगा अंतर्गत महासमुन्द जिले में बारिश के पानी के संरक्षण एवं संचय के लिए आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत् मनरेगा के श्रमिकों ने बारिश के पानी को संरक्षण व संचय करने की शपथ मनरेगा कार्य स्थल पर ली।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी आकाश छिकारा ने बताया कि राज्य शासन से दिशा-निर्देश मिले हैं कि आजादी का अमृत महोत्सव का आयोजन कोविड.19 के दिशा.निर्देशों का पालन करते हुए किया जाए। उन्होंने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव विभिन्न कार्यक्रमों की एक श्रृंखला है, जो साल भर सतत् रूप से चलेगी। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा इस जनभागीदारी की भावना को विशेष अवसर के रूप में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों के एक समूह के रूप में आयोजित करने का निर्णय है। भारत की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल से 30 मई तक कैच द रैन जहां भी जब भी संभव हो वर्षा के पानी का संग्रहण करें। कैच द रैन गतिविधियों का आयोजन मनरेगा के माध्यम से पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत सोनासिल्ली में तालाब गहरीकरण, बागबाहरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत सुखरीडबरी में मत्स्य पालन हेतु निजी डबरी निर्माण आदि स्वीकृत किए गए हैं।