राजनांदगांव
गोमास्ता एक्ट लागू होने से गुरुवार को कारोबार रहेगा बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 मई। करीब डेढ़ माह बाद कोरोना के घटते मामलों के बीच बाजार में आर्थिक गतिविधि बढ़ाने के इरादे से प्रशासन ने भी कई तरह की सख्तियों में ढील देना शुरू कर दिया है। प्रशासन ने खासतौर पर वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए तय संख्या 10 से सीधे 50 कर दी है। यानी मांगलिक कार्यक्रमों में रियायत मिलने से इससे जुड़े कारोबार मसलन किराया भंडार, डीजे, धुमाल, भवन में लगे ताले भी खुल जाएंगे।
बताया जा रहा है कि लॉकडाउन में राजनांदगांव शहर को प्रत्येक रविवार को पूर्ण रूप से बंद करने के निर्णय को भी अब प्रशासन ने शिथिल कर दिया है। प्रशासन ने पूर्ववत गोमास्ता एक्ट के तहत गुरुवार को कारोबार बंद रखने को फिर से लागू कर दिया है। बताया जा रहा है कि रविवार को कारोबार बंद होने के कारण सरकारी कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। शासकीय कर्मियों की छुट्टी होने के बावजूद रविवार बंद होने से खरीददारी नहीं हो पा रही थी। बताया जा रहा है कि प्रशासन ने कई तरह के कारोबार और दूसरी गतिविधियों पर लगी पाबंदी को लगभग खत्म कर दिया है। हालांकि राजनीतिक जुलूस, सभाएं, धार्मिक और बड़े आयोजनों को प्रशासन ने कोई रियायत नहीं दी है।
प्रशासन ने अपने निर्देश में साफतौर पर कहा है कि जिन क्षेत्रों को रियायतें दी गई है, उन्हें सख्ती से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। लापरवाही बरतने पर प्रशासन ने अर्थदंड लगाने के साथ-साथ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की भी चेतावनी दी है। बताया जा रहा है कि वैवाहिक कार्यक्रमों के शुरू होने से इससे जुड़े व्यापारियों ने भी राहत की सांस ली है। डीजे और धुमाल कारोबारियों की पिछले डेढ़ साल से हालत खस्ता है। लॉकडाउन के कारण कारोबारियों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है। इस बीच रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के नियम हटते ही शहर में आज व्यापारिक मार्गों में काफी चहल-पहल रही। व्यापारियों को आज लंबे समय बाद रविवार को अच्छा व्यवसाय करने का मौका मिला। रविवार का लुत्फ उठाने वाले वर्ग ने भी आज बाजार पहुंचकर अच्छी खरीददारी की। यद्यपि भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिशें फिर से बेपटरी होती दिखी है। लोग समझाईस के बावजूद नियम-शर्तों की परवाह किए बगैर खरीददारी में मस्त रहे।