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रायपुर, 21अक्टूबर। नवरात्रि व विजयादशमी के पावन अवसर पर छात्रों को प्रेरक व्याख्यान सत्र की श्रृंखला में विप्र महाविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त राम भक्त डॉ .आदित्य शुक्ल( वैज्ञानिक ,कवि ,लेखक एवं प्रेरक वक्त बेंगलुरु) ने क्या हम राम बन सकते हैं ? विषय पर रोचक एवं प्रेरक उद्बोधन में बताया कि सद्गुणों का संग्रहण और विकारों का परित्याग कर हम भी राम बन सकते हैं राम को पहले गुरु के रूप में स्वीकार करें और उनके सद्गुणों को अपने आचरण में उतार कर अपने दिव्यता को प्रकट करें तब उनके भगवान स्वरूप का हमें अनुभव होगा।
डॉ. आदित्य शुक्ला ने कहा ग्रंथ और पुराण को पढऩे या सुनने से मुक्ति नहीं मिलती युक्ति मिलती है और युक्ति का अपने जीवन में उपयोग करने से मुक्ति मिलती है। राम के स्वरूप का स्मरण और राम के चरित्र का चिंतन से आत्मा के सहज गुणों पवित्रता, प्रसन्नता ,शांति,प्रेम ,ज्ञान, सरलताऔर शक्ति आदि को हम आत्मसात करते हैं और मन के विकार काम, क्रोध, लोभ, मोह और अहंकार आदि दूर होते हैं। राम बनने के लिए राम जैसे बनने की इच्छा रखना पहला कदम है। फिर जितना हम अपने अंदर के सद्गुणों का संग्रहण एवं विकास करते जाएंगे राम के करीब पहुंचते जाएंगे। उन्होंने कहा लक्ष्य और साधन के बीच का सामंजस्य ही सफलता है और राम के जीवन से हम यह अच्छी तरह सीख सकते हैं।
डॉ. आदित्य शुक्ल ने शिक्षा नीति की समस्या को बताते हुए कहा कि इतिहास सिर्फ घटनाक्रम का वर्णन करता है, जो विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है । जबकि धर्म ग्रंथो में पौराणिक पात्रों को नायक, मार्गदर्शन एवं गुरु कहा जाता है जो जीवन मूल्य का महत्व बताता है । नैतिक गुणों के विकास के उपाय बताते हैं,परंतु हमारे पुराण या धर्म ग्रंथो को हमने सीनियर सिटीजन के लिए छोड़ कर रख दिया है।
रायपुर, 21अक्टूबर। स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत नगर के सभी 10 जोनों की टीमें विभिन्न स्थानों में पहुंचकर नागरिकों से शत-प्रतिशत मतदान करने प्रतिदिन नियमित रूप से जागरूकता अभियान चला रही है।इसके अलावा सभी सफाई वाहनों में लाउड स्पीकर से भी छत्तीसगढ़ी गानों के माध्यम से जागरूकता फैला जा रही। रविवार को जोन- 3 के अंतर्गत आने वाले शंकर नगर वार्ड क्षेत्र में वालफोर्ट आर्चिड, आस्था अपार्टमेंट, वेलकम टावर में पहुंचकर जोन कमिश्नर लोकेश चंद्रवंशी एवं कार्यपालन अभियन्ता सुशील मोडेस्टस की उपस्थिति में जागरूक बनाया।रहवासी मतदाताओं सहित जोन क्रमांक 3 के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने शत-प्रतिशत मतदान करने की दृष्टि से सामूहिक शपथ ली। जोन कमिश्नरों एवं कार्यपालन अभियंताओं सहित सहायक अभियंता शामिल हैं।
दो साल से सांस में हो रही थी तकलीफ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। डॉ.अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एसीआई के हार्ट चेस्ट और वैस्कुलर सर्जरी विभाग में राजिम के 13 साल के मासूम के हार्ट का ऑपरेशन करके बच्चे को नयी जिंदगी दी। हार्ट चेस्ट एवं वैस्कुलर सर्जन डॉ. कृष्णकांत साहू के नेतृत्व में मासूम के हृदय में कृत्रिम वॉल्व का सफ़ल प्रत्यारोपण हुआ।
हार्ट फ़ेल्योर की स्थिति
में पहुंचा अस्पताल
डॉ. कृष्णकांत साहू के अनुसार, जब यह बच्चा सीटीवीएस ओपीडी में आया तो हार्ट फेल्योर की स्थिति में था। ठीक से सांस ले नहीं पा रहा था एवं शरीर सूजा हुआ था। जांच के बाद पता चला कि बच्चे के दो वाल्व खराब हो गये हैं जिसके कारण उसका हृदय ठीक तरह से रक्त को शरीर में पंप नहीं कर पा रहा था एवं हार्ट का साइज बहुत बड़ा हो गया था जिसको मेडिकल भाषा में कार्डियोमेगाली विद हार्ट फेल्योर कहा जाता है।
बच्चों के सर्दी खाँसी को
नजऱ अंदाज़ न करें
इस बच्चे को रूम्हैटिक हार्ट डिजीज नामक बीमारी थी। यह बीमारी बचपन में सर्दी खांसी को नजऱ अंदाज करने से होती है। स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया गले में संक्रमण करता है जिससे सर्दी एवं खांसी हो जाती है एवं समय से इलाज न लेने पर हमारे शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र द्वारा इस बैक्टीरिया के विरूद्ध में एंटीबॉडी बनना प्रारंभ होता है।
अधिकांश प्रकरण में यह एंटीबॉडी इस बैक्टेरिया को खत्म कर देती है परंतु कुछेक केसेस में यह एंटीबॉडी हमारे हृदय के अंदर स्थिति वाल्व टिशु को डैमेज करना प्रारंभ कर देती है जिससे हृदय का वाल्व खराब होकर सिकुड़ जाती है या वाल्व में लिकेज प्रारंभ हो जाता है। इससे बच्चों की मौत भी हो जाती है। इसे हम मिसगाइडेड मिसाईल भी कहते हैं क्योंकि हमारे शरीर में एंटीबॉडी बैक्टीरिया को मारने के लिए बनता है परंतु बैक्टीरिया को न मार कर हमारे हृदय के टिशु को डैमेज करता है।
यह बहुत ही धीमा बीमारी है। 5 से 10 साल की उम्र में हुए संक्रमण के कारण हार्ट की बीमारी का पता 22 से 40 साल की उम्र में चलता है। यह बीमारी सबसे ज्यादा अविकसित या विकासशील देशों में पाया जाता है क्योंकि यहां हाइजीन (साफ-सफाई) पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है। उसी प्रकार हमारे देश में उत्तर एवं मध्य भारत में सबसे ज्यादा है एवं दक्षिण भारत में सबसे कम।
डॉ. कृष्णकांत साहू बताते हैं कि जब वे केरल के हार्ट सेंटर में थे तो 100 में से 1 या 2 केस ही ऐसे मिलते थे। यह केस इसलिए महत्वपूर्ण है कि इस उम्र में सामान्यत: यह बीमारी नहीं होती।
इस तरह हुआ ऑपरेशन
ऑपरेशन के पहले बच्चे को 17 से 18 दिनों तक एंटी फेल्योर ट्रीटमेंट में रखा गया एवं ओपन हार्ट सर्जरी करके इसके खऱाब माइट्रल वाल्व को काट करके निकाला गया एवं उसके स्थान पर टाइटेनियम से बना कृत्रिम वाल्व लगाया गया एवं ट्राइकस्पिड वाल्व को थ्री डी कंटूरिंग लगा कर रिपेयर किया गया।
इस ऑपरेशन को मेडिकल भाषा में माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट विद बाईलीफलेट मैकेनिकल वाल्व विद टोटल कॉर्डल प्रेजेंटेशन प्लस ट्राईकस्पिड वाल्व रिपेयर विद थ्री डी कंटूर रिंग कहा जाता है।ऑपरेशन में 3.30 घंटे का समय लगा एवं 2 यूनिट ब्लड लगा। आज सात दिनों बाद यह बच्चा अस्पताल से डिस्चार्ज होकर राजिम अपने घर जा रहा है। यह ऑपरेशन डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से पूर्णत: नि:शुल्क हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में आज नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद कुल 253 अभ्यर्थियों के नामांकन विधिमान्य पाए गए हैं। उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में नामांकन के अंतिम दिन 20 अक्टूबर तक कुल 294 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया था। करीब 41 प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त किए गए।
विधानसभा निर्वाचन-2023 अंतर्गत प्रथम चरण में विधानसभा क्षेत्र अंतागढ़ में 14, भानुप्रतापपुर में 15, कांकेेर में 10, केशकाल में 10, कोंडागांव में 10, नारायणपुर में 9, बस्तर में 8, जगदलपुर में 13 और चित्रकोट में 7, दंतेवाड़ा में 7, बीजापुर में 10 तथा कोंटा में 9 अभ्यर्थियों के नामांकन विधिमान्य पाए गए हैं। इसी प्रकार खैरागढ़ में 11, डोंगरगढ़ में 13, राजनांदगांव में 35, डोंगरगांव में 15, खुज्जी में 10, मोहला-मानपुर में 10, कवर्धा में 21 तथा पंडरिया में 16 अभ्यर्थियों के नामांकन विधिमान्य पाए गए हैं।
विधानसभा निर्वाचन-2023 अंतर्गत प्रथम चरण के विधानसभा क्षेत्रों के लिए नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर है। प्रथम चरण के लिए मतदान तिथि 7 नवंबर और मतगणना की तिथि 3 दिसंबर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। नवरात्रि और विजयादशमी के मौके पर आरएसएस ने अपने परंपरागत पथ संचलन के आयोजन में इस बार अहम बदलाव किया है । सर संघचालक मोहन भागवत के निर्देश पर रायपुर महानगर ईकाई ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम न करते हुए राजधानी की सभी नगर ईकाइयों (वार्ड मोहल्लों )में अलग अलग पथसंचलन और सभा किया जा रहा है। ताकि बस्ती, मोहल्लों में संघ का संदेश पहुंचाया जा सके। ये इकाइयां अपनी सुविधा अनुसार शनिवार से इसकी शुरुआत कर चुकीं हैं। इस दौरान स्वयंसेवक अपने अपने नगर कहे जाने वाले वार्ड, मोहल्लों में स्थापित दुर्गा पंडालों के पास आरती के समय जयघोष करेंगे। इसी सिलसिले में रविवार को प्रात: मां चंद्रघंटा प्रभात शाखा के स्वयंसेवकों ने विजयादशमी पर पथ संचालन पश्चात स्थापित दुर्गोत्सव पंडालों मे घोष वादन कर मां की आराधना की। कल टिकरापारा हरदेवलाला मंदिर में होगा। वहीं 24 अक्टूबर को पुरानी बस्ती, लाखेनगर, सुंदर नगर,प्रोफेसर कॉलोनी,राधास्वामी नगर के स्वयंसेवक पथ संचलन करेंगे।
इसी तरह से टिकरापारा नगर का पथसंचलन मंगलवार सुबह 7 बजे करेंगे। यह संचलन और सभा मोती नगर गार्डन बोरियाखुर्द में होगा। इसे प्रांत सह व्यवस्था प्रमुख श्री किशोर, और अध्यक्षता रूप सिंह साहू करेंगे।
माधव नगर शाखा के स्वंयसेवक 24 को श्रीराम मंदिर बैरन बाजार में विजय दशमी उत्सव मनाएंगे। इसके मुख्य वक्ता संघ चालक रायपुर महानगर महेश बिड़ला होंगे।
इसी तरह से शंकर नगर के स्वयं सेवक सिंचाई कॉलोनी सांई मंदिर के सामने सुबह 7 बजे पथ संचलन करेंगे जहां प्रांत संचालक डॉ. पुर्णेंदु सक्सेना मुख्य वक्ता होंगे। संत कबीर शाखा का पदसंचलन दशहरा मैदान कबीर नगर में आयोजित है।
रायपुर, 22 अक्टूबर। आंध्र ब्राह्मण समाज पांच नवंबर को संगीत समारोह का आयोजन कर रहा है। इस नृत्य आराधना में जे एस श्रीराम के सांगीतिक प्रस्तुति के साथ नृत्य आराधना जे एस ईश्वर प्रसाद प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम रविवार को शाम 6.30 बजे से महाराष्ट्र मंडल सभागृह, चौबे कालोनी में आयोजित है। सम्माननीय सदस्यगण, सभी को स्नेहिल सादर आमंत्रण, आपकी उपस्थिति समाज की शक्ति आंध्र ब्राह्मण समाज के संगीत समारोह का कार्यक्रम नृत्य आराधना के साथ। जिसमे संगीत प्रस्तुत करेंगे जे एस श्रीराम एवं नृत्य आराधना जे एस ईश्वर प्रसाद द्वारा प्रस्तुत की जाएगी। ऐसी मनमोहक जुगलबंदी के गरिमामय प्रस्तुति का आनंद लेने हेतु आप सब 5 नवम्बर रविवार को शाम 6.30 श्चद्व से महाराष्ट्र मंडल सभागृह, चौबे कालोनी में सादर आमंत्रित है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। दो दर्जन राइस मिलर, ट्रांसपोर्टर तथा अफसरों के 15 में से ईडी की छापेमारी के दूसरे दिन आधे से ज्यादा ठिकानों में कंपलीट कर ली गई है। सूत्रों के मुताबिक कोरबा के गोपाल मिलर्स पर छापे की कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर शनिवार को कटघोरा के दो तथा गोबरा नवापारा के एक राइस मिलर के यहां दबिश दी। कटघोरा राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष व व्यवसायी प्रशांत अग्रवाल के कसनिया स्थित काके ढाबा के सामने घर पर दोपहर 12 बजे ईडी की टीम ने दबिश दी। ईडी की टीमें गोयल, और अग्रवाल के घर और राइस मिल में जांच कर रही है।
गौरतलब है कि राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत के बाद आयकर विभाग द्वारा अप्रैल में की गई छापे की कार्रवाई में ईडी ने एंट्री की है। ईडी को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के चावल में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने होने की आशंका है। चावल घोटाले में अफसर, राइस मिलरों के अलावा नेताओं की संलिप्तता होने की ईडी को आशंका है। इसी आधार पर ईडी ने छापे की कार्रवाई की है।
आयकर विभाग ने नान तथा मार्कफेड के तत्कालीन अफसर,राइस मिलरों के यहां छापे में बड़े पैमाने पर लेन-देन के दस्तावेज हाथ लगे थे। इसके साथ ही मनी लांड्रिंग होने के प्रमाण मिले थे। इसी आधार पर आयकर विभाग ने मामले की जांच ईडी को ट्रांसफर किया। आयकर विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों की पड़ताल करने के बाद ईडी ने छापे की कार्रवाई की है।
सूत्रों के मुताबिक चावल घोटाला मामले में ईडी ने जिन राइस मिलर, अफसरों के यहां छापे की कार्रवाई के दौरान जो दस्तावेज जब्त किए हैं उनकी प्रारंभिक पड़ताल में हवाला के माध्यम से लेन-देन करने की जानकारी हाथ लगी है। हवाला किन लोगों के साथ और कैसे किया गया ईडी के अफसर इस बात की पड़ताल करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। राजधानी पुलिस ने दूसरे दिन भी बाइक सवार से लाखों रुपए जब्त कर आयकर विभाग को सूचित किया ।आजाद चौक पुलिस ने तेलघानी नाका स्थित नेमीचंद गली पास पैदल पेट्रोलिंग के दौरान वाहनों की चेकिंग के दौरान ज्यूपीटर (क्रमांक सी जी/04/एल एफ/9599) सवार एक व्यक्ति बैग में कुछ सामान लेकर जा रहा था। उसे रोक कर बैग को चेक करने पर उसमें नगदी रकम मिली। पूछताछ में उसने अपना नाम हेमंत मेघानी निवासी लाखेनगर पुरानी बस्ती होना बताया। पुलिस की मांग वह रकम के संबंध में वैध दस्तावेज प्रस्तुत न कर लगातार गुमराह करता रहा। उसकी गिनती करने पर रकम 34,67,000/- रूपए थे। पुलिस ने धारा 102 जा.फौ. के तहत थाना आजाद चौक में जप्त कर इसकी सूचना आयकर विभाग को दी । जा रही है। इससे पहले शुक्रवार को देवेंद्र नगर पुलिस ने सिटी सेंटर मॉल के पास से पैन छ लाख से अधिक नगदी जब्त किया था।
राजधानी के थाना क्षेत्रों में फिक्स चेकिंग पाईंट लगाने के साथ ही पैदल पेट्रोलिंग कर आदर्श आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए समस्त प्रकार के वाहनों में अवैध रूप से शराब परिवहन, चुनाव से संबंधित अन्य सामग्री सहित अन्य संदिग्ध वस्तुओं की सघन चेकिंग करने के साथ ही संदिग्ध व्यक्तियों पर पैनी नजर रखकर लगातार चेकिंग की जारी रहेगी।
राजधानी के बांसटाल में परम्परागत रावण बाजार लगा है। बंसोड़ न केवल रावण पुतले तैयार रखते हैं बल्कि ऑर्डर पर भी बनाते हैं। महंगाई के दौर में रावण का कद और काठी भी महंगी हो गई है। इस समय रावण के पुतले अपनी ऊंचाई के मुताबिक 1 हजार से लेकर 15 हजार तक दहन के लिए उपलब्ध हैं। तस्वीर/‘छत्तीसगढ़’
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। मां दुर्गा की प्रतिमाओं का खारून नदी में महादेवघाट पाटन पुलिया के पास कुंड में कल सोमवार सुबह 6 बजे से 26 अक्टूबर को सुबह 6 बजे तक विसर्जन किया जा सकेगा। इसकी व्यवस्था के लिए जोन कमिश्नरों सहित पूरे अमले की प्रशासनिक ड्यूटी लगा दी गई है। आयुक्त ने निर्देशित किया है कि 26 अक्टूबर को सुबह 6 बजे तक श्री दुर्गा माता प्रतिमा विसर्जन का कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में चक्रीय व्यवस्था के अनुसार उसी क्रम में अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाये। आयुक्त ने जोन 8 कमिश्नर को श्री दुर्गा माता प्रतिमा विसर्जन की प्रशासनिक व्यवस्था हेतु महादेव घाट में लाईट, क्रेन, स्टेज एवं लाउड स्पीकर, साफ- सफाई आदि की आवश्यक व्यवस्था तत्काल करने के आदेश दिये हैँ ।
आयुक्त ने निर्देशित किया है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल एनजीटी एवं शासन के दिये गये निर्देशों का पालन किया जाए। कुंड स्थल पर विसर्जन के पूर्व पूजन सामग्री को अलग कराकर उपयुक्त स्थल पक एकत्रित करें।
नदी में स्थायी कुंड से विसर्जित मलमा, अन्य बांस- बल्ली एवं दूसरी सामग्रियों को 24 घंटे के भीतर कुंड से बाहर निकालकर जल को दूषित होने से बचाया जाए। नदी में दुर्गा विसर्जन न हो, इसका कडाई से पालन हो।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 अक्टूबर। संघ समर्थित बीएमएस के बैनर तले सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ ने मोदी सरकार को चेताया है कि सरकार अगर शीघ्र ही गारंटीड पेंशन स्कीम ( अर्थात सी सी एस पेंशन रूल 1972) लागू नहीं करती है तो 22 नवम्बर को दिल्ली में एक बड़ी च्च्रैलीज्ज् करेगा। सरकार से मांग की जाएगी कि कर्मचारियों को उनके अंतिम वेतन का 50त्न गारंटीड पेशन तथा इसे मूल्य सूचकांक से जोड़ कर प्रदान करने की घोषणा की जाय अर्थात पुरानी पेंशन व्यवस्था को पुन: बहाल किया जाय। संघ का कहना है कि उसे एनपीएस में सुधार नहीं ओपीएस ही चाहिए।
सरकारी कर्मचारियों को 01 जनवरी 2004 से पूर्व सामाजिक सुरक्षा के नाम पर ह्रक्कस् (ष्टष्टस् क्कद्गठ्ठह्यद्बशठ्ठ क्रह्वद्यद्ग, 1972) के अन्तर्गत पेंशन की सुविधा प्राप्त थी जिसमे कर्मचारी के अन्तिम वेतन का 50 फीसदी पेंशन के रूप में प्राप्त होता था और मूल्य सूचकांक के साथ जुड़ा होने के कारण वर्ष में दो बार 01 जनवरी व 01 जुलाई को मंहगाई भत्ता प्रदान किया जाता था।
वर्ष 2002 व 2003 में तत्कालीन केन्द्र सरकार ने पेंशन पर खर्च होने वाले बजट को नियंत्रित करने के नाम पर यह निर्णय लिया कि कर्मचारियों को नई अंशदायी पेंशन स्कीम के अन्तर्गत लाया जाए। जिसके अन्तर्गत कर्मचारी अपने वेतन का 10त्न पेंशन फंड को हिस्सेदारी देगा और इतनी ही धनराशि सरकार उसके पेंशन एकाउंट में जमा करेगी। सेवानिवृति के समय 60 वर्ष की आयु पूरा होने पर जमा धनराशि का 60त्न कर्मचारी को नगद प्रदान किया जाएगा तथा शेष 40 फीसदी पेंशन फंड में डाला जाएगा। जिससे कर्मचारी को पैशन प्रदान की जाएगी। यह पेंशन स्कीम गारंटीड पेंशन स्कीम नहीं है। विभिन्न राज्यों की सरकारों ने भी इसे अपने प्रदेशों में लागू किया।
सरकार ने स्वत: ही यह मान लिया कि पेंशन फंड के लिए जमा कुल धन राशि का 60त्न हिस्सा कर्मचारी की ग्रेच्युटी के रूप में प्राप्त हो जाएगा अर्थात ग्रेच्युटी, जो बेच्युटी एक्ट के तहत प्राप्त होती थी उसे बंद कर दिया गया।
भारतीय मजदूर संघ व उससे सम्बद्ध सरकारी कर्मचारी राष्ट्रीय परिसंघ एवं सभी महासंघ 2004 से ही लगातार इस स्कीम का विरोध करते आ रहे है। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध सरकारी कर्मचारियों के लिए कार्य करने वाले सभी महासंघों ने समय-समय पर अपनी कार्यसमिति की बैठकों में प्रस्ताव पास कर हृक्कस् को समाप्त कर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए सरकार से मांग की।
वर्ष 2014 में यू.पी.ए. सरकार का अन्त हुआ और फिर से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में राजग सरकार केन्द्र में स्थापित हुई।
राजग सरकार के समक्ष भारतीय मजदूर संघ एवं उससे संबद्ध महासंघों ने यह मांग की कि एनपीएस नॉन गॉरंटीड पेंशन स्कीम है जिससे जो कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे है उन्हे बहुत कम पैशन प्राप्त हो रही है। इसलिए एनपीएस को समाप्त कर पुरानी गारंटीड पेंशन स्कीम को लागू किया जाए।
साथ ही ग्रेच्युटी एक्ट के अन्तर्गत जो बेच्युटी प्राप्त होती है उसे पुन: बहाल किया जाए। भारत सरकार से बार-बार मांग करने पर वर्ष 2016 में तत्कालीन वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली ने ग्रेच्युटी बहाल करने का आदेश पारित किया। यह भारतीय मजदूर संघ व उससे सम्बद्ध संघो की एक बड़ी जीत थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अभनपुर, 22 अक्टूबर। समीपस्थ ग्राम चण्डी में मां चण्डी का सिद्धपीठ मंदिर स्थापित है। चण्डी मंदिर का प्राचीन इतिहास है। शारदीय नवरात्र पर यहां हजारों लोग प्रतिदिन माता के दर्शन करने पहुंचे हैं, यहां प्रतिवर्ष हजारों को संख्या में मनोकामना ज्योत जलाई जाती है।
इस वर्ष माता चण्डी मंदिर में 1102 तेल एवं 66 घी की मनोकामना ज्योत भक्तों द्वारा प्रज्वलित की गई है, यहां सुबह-शाम माता की आरती ढोल नगाड़ों के साथ की जाती है। आरती में हजारों लोग शामिल होते हैं। माता का प्रतिदिन अलग-अलग रूपों में श्रृंगार किया जाता है। रात्रि में प्रतिदिन भजन मंडली द्वारा जस गीत कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
वर्तमान में चंडी मंदिर समिति के अध्यक्ष कांति भाई चावड़ा, राजू निंबरेकर, नील मनीष टंडन , संदीप दीवान,, डॉक्टर चंद्राकर, विद्याभूषण सोनवानी ,जागृत कोसले, रावेन्द्र तारक, आदि लोग सेवा में लगे हुए हैं।
मंदिर के प्राप्त इतिहास से संबंध में वृद्धजनों, किवदंतियों, खोजकर्ता की लेखनीयों एवं वर्तमान भक्तों जिन्होंने अपने बाल्यकाल से माता की भक्ति मंदिर से लगाव एवं चण्डी गांव की बावली में अपने जीवन की अविस्मरणीय क्रियाकलापों का जो सार प्राप्त हुआ है, उसके आधार पर समिति द्वारा निम्नांकित जानकारियाँ एकत्रित की है। मंदिर या आसपास कोई शिलालेख नहीं होने से अध्ययन ही इतिहास का आधार है।
मानचित्र में भौगोलिक स्थिति
रायपुर जिले के अभनपुर तहसील के अंतर्गत महानदी एवं खारून नदी के मध्य स्थित चण्डी नामक स्थान है। पूर्व नाहना और चण्डी यह दो गाँव थे जिसे महल के रूप में संबोधित किया जाता था। ब्रिटिश रिकार्ड में इसका उल्लेख मिलता है कि जहाँ पर चण्डी देवी मन्दीर है यह ग्राम चण्डी और इसी से लगा हुआ आगे का ग्राम जहाँ एक बधबुड़ा तालाब है नाहना नामक ग्राम था। जो कि कालांतर में चण्डी ग्राम में शामिल हो गया है जो वर्तमान में चण्डी ग्राम के नाम से जाना जाता है। लेकिन सरकारी रिकार्ड में नाहना चण्डी एक साथ लिखा जाता है। ग्राम चण्डी का क्षेत्रफल 583.41 हेक्टेयर है प्रारंम्भिक काल में चण्डी ग्राम अभनपुर ब्लाक का सबसे बड़ा व्यापारिक के रहा करता था, जिसमें साप्ताहिक बाजार, शासकीय भवन, शाला, पीली हुई, कुम्हार के मुद्राण्ड, मवेशी बाजार एवं मेला मण्डई के नाम से प्रसिद्ध था।
प्राचीन स्थापना की गणना
राजिम से चण्डी की दूरी लगभग 23 कि.मी. है। पाण्डुवंशी को सोमवंशी भी कहा जाता है। ग्राम चण्डी में चण्डी मंदिर के आसपास प्राचीन टीलों से निर्मित दीवारों की पंक्तियों दिखाई देती थी, जो कि दूर सोमवंशी कालीन प्रतीत होती है सिन्दुरी रंग की ईंटो का आकार 34 19.5-7 से.मी. है जो कलचुरी कालीन संभावित है। प्रतिमा के पीछे के हिस्से में जो प्रभामण्डल बना है वह दो नग दृष्टव्य है। यह सोमवंशी कालीन 6-7 वीं सदी है।
अनुमान लगाया जाता है कि राजिम तथा आसपास के क्षेत्र में चण्डी ग्राम भी महाशिव तिरदेव का साम्राज्य क्षेत्र का प्रशासनिक इकाई के अंतर्गत रहा होगा। इस मंदिर में या इसके आसपास ना शिलालेख है, ना ही ताम्रफ है और ना ही प्रारंभिक रूप । लेकिन यहाँ के पुरावशेष, ईंट और मूर्तियों के आधार एवं अन्य स्थलों के मंदिर एवं पुरावशेषों से तुलनात्मक आध्ययन के द्वारा निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि यह सोमवंशीकालीन मंदिर रहा होगा। वह कालांतर में क्षतिग्रस्त हो गया, अत: अनुमान लगाया जाता है कि चण्डी मंदिर का प्रथम निर्माण महाशिव तीवरदेव के शासनकाल 550-600 ईस्वी के मध्य हुआ होगा।
स्थानीय जनश्रुति मिलती है कि बगुला स्वरूपी चण्डी माता का मंदिर प्राचीन काल में शक्ति पीठ के रूप में जानी जाती थी। यह सिद्धि प्राप्त करने का श्रेष्ठ स्थान होता था। अभनपुर के पुराने थाना कक्ष में एक लेख में रावण के द्वारा सिद्धि हेतु पूजन का उल्लेख था, जो आधुनिक थाना भवन में उपलब्ध नहीं है। आरंग के राजा मोरध्वज और राजिम के राजा जगपाल जी इसी रास्ते में आरंग से राजिम होकर अभनपुर, चण्डी, सोनपुर होते हुए पाटन और वैरागढ़ जाते थे सोनपुर की महामाया माता का प्राचीन मंदिर और मध्य में तरीघाट नामक ग्राम है। खारून नदी के तट पर स्थित है यहाँ प्राचीन टीला है, जिसमें पुराशेष भौतिक रूप से शासकीय खुदाई से प्राप्त हुए है।
क्षेत्रीय ग्रामीणजनों की किंवदती में चण्डी के आसपास घना जंगल तेंदू के वृक्ष और पलाश के केसरिया फूल आकर्षण का केन्द्र होते थे। वर्तमान के व्यजन अपने बाल्यकाल में चण्डी के स्कूल में विद्या अध्ययन कर मंदिर के निकट बावली तालाब के किनारे भोजन कर बावली का स्वच्छ पानी पीते थे जिसे ग्रामीण जन भी पीने हेतु उपयोग करते थे। कुछ वर्ष बाद गाँव के कोई विक्षिप्त व्यक्ति ने इस . देवी प्रतिमा को खण्डित कर दिया। मूर्ति के खण्डित अवशेष मंदिर व ज्योतिकक्ष जाने वाली सीढिय़ों के नीचे पीपल की छांव में आज भी वे गये है। कालांतर में लगभग 1946 ईस्वी में तत्कालीन उपयंत्रे श्री श्रीवास्तव जी ने इस मंदिर का पुन: निर्माण करवाया था।
राजस्व विभाग के अमीन स्व. काशीनाथ तिवारी जी जो चित्रकार, मूर्तिकार थे, लगभग सन् 1948 ई. में इन्होंने देव प्रतिमा को पुन: आकार दिया था। मंदिर से लगे परिसर में शक्ति के साथ शिव का होना तय है, इसी प्रांगण में शिव का प्राचीन मंदिर था जो पीपल के वृक्ष के गिरने से क्षतिग्रस्त हुआ, जिसे कालांतर में गोल गुम्बज का आकार देकर पुन: निर्माण किया गया था। समिति गठन के पश्चात् विभिन्न आकर्षक कलाकारी से नवीन गुम्बज एवं दिशा बदलकर मुख्य द्वार का निर्माण करवाया गया है। समय के चक्र ने भक्तों को प्रेरित किया और गर्भगृह के बाद चारों ओर आहते का निर्माण हुआ। काफी समय तक इसी गर्भगृह के समक्ष आहते में बैठक आयोजित कर समिति का गठन सन् 1993 को किया गया था। संगठन और सदविचारो की परिकल्पना से समिति ने 31 वर्षों में जो कार्य किये वो आज आपके समक्ष है।
प्राचीन जानकारियों की लेखनी
चण्डी मंदिर के प्राचीन अवशेषो मान्यताओं, भौगोलिक एवं ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि का सचित्र वस्तृत विवरण हमारे क्षेत्रीय दो लेखक श्री सुरेश कुमार साहू ग्राम बैलर ने अपनी पुस्तक अभनपुर तहसील की चण्डी के प्रथम संस्करण 2012 में एवं श्री चेतन भारती ग्राम मोहंदी ने अपनी पुस्तक चण्डी माता की महिमा के प्रथम संस्करण 2021 में उपलब्ध करायी है। जिसमें मंदिर देवी की आराधना, भक्तों की भावनाओं और किवंदतीयों की कथा के साथ समिति सदस्यों के अथक प्रयासों का भी उल्लेख किया गया है। प्राचीन चित्रों का समावेश भी हमने इस पोस्टर में किया है।
वर्तमान गतिविधियाँ
समिति के द्वारा वर्तमान में धार्मिक गतिविधियों में चैत्र एवं वचार नवरात्र पर्व में 17 ज्योति कलश से प्रारम्भ करके आज लगभग 1100 से 1200 मनोकामना ज्योति कलश का सम्पूर्ण अनुष्ठान के साथ प्रज्जवलित किये जाते है। छेरछेरा पुन्नी के समय विशाल दो 7 दिवसीय मण्डई का आयोजन, शिवरात्रि एवं हनुमान जयंती में अभिषेक पूजा आदि सम्पन्न किये जाते है। कथा, भागवत प्रवचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिता आदि सम्पन्न किये जा रहे हैं। भविष्य में मंदिर एवं बावली परिसर को अभनपुर क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ धार्मिक पर्यटक स्थल का निर्माण हमारी कल्पना है। आप धर्मनिष्ठ दानदाताओं, भक्तों एवं सेवाभावी कार्यकर्ताओं का सहयोग ही हमारी पूंजी एवं ऊर्जा है। श्रद्धालुओं की मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करने हेतु संगठन के सद्विचारों की परिकल्पना से समिति ने पिछले 30 वर्षों में मंदिर के आकार एवं सुविधा में गतिविधियों में बावली के रूप में परिवर्तन एवं धार्मिक अनुष्ठानों के जो कार्य किये है वे आपके दानशीलता, क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं की लगनशीलता के बिना सम्भव नहीं था। चण्डी माता के मंदिर परिसर में यादव समाज, ठेठवार समाज, एवं सेन समाज भी अपने अपने आराध्य देवों के मंदिर का निर्माण किया है।
अब तक तीन करोड़ कैश, तीन लॉकर मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। जगदलपुर के पारस ज्वेलर्स तथा रायपुर में तीन सराफा कारोबारियों के यहां आईटी छापा के तीसरे दिन जांच सिमटने लगी है। अल्टी अफसर रायपुर के एक और जगदलपुर के पारस ज्वेलर्स में डटे हुए हैं। इन तीनों ही कारोबारियों से जांच टीम को शुक्रवार तक तीन करोड़ रुपए कैश मिला था। सूत्रों बताया कि इन कारोबारियों के यहां से बड़े पैमाने पर कच्चे में लेन-देन करने के दस्तावेज भी मिले हैं।साथ ही कारोबारियों के यहां से तीन लॉकर मिले हैं।
हमारे सूत्रों ने बताया कि पारस ज्वेलर्स के यहां से 20 किलो सोना और 30 लाख रुपए मिले हैं। इन कारोबारियों के यहां रिकार्ड से अधिक स्टाक मिलने की खबर है। चांदी के 5 हजार किलो आभूषण और बर्तन तथा 80 किलो स्वर्ण आभूषण मिलने की जानकारी सूत्रों ने दिए हैं। अब तक मिले तीन करोड़ में से आईटी अफसरों ने सवा करोड़ सीज कर लिया है। जब्त चांदी के आभूषणों की कीमत 30 करोड़ बताई जा रही है। और सोने की कीमत 24 करोड़ बताई गई है। आयकर अफसरों ने बताया इन कारोबारियों से 22 प्रतिशत की दर से आयकर और उस पर पेनाल्टी वसूला जा सकता है। आयकर अफसरों ने अरिहंत के संचालक उत्तम गोलछा, राजधानी ज्वेलर्स के संजय पारख और पारस ज्वलेर्स के इंदरचंद जैन के बयान धारा 132 (4) के तहत दर्ज किया है। इन कारोबारियों के परिवारजनों से भी अतिरिक्त आभूषण मिले हैं जो लिमिट से अधिक है।
गौरतलब है कि आयकर टीमों ने शुक्रवार को दोपहर अरिहंत ज्वेलर्स, राजधानी ज्वेलर्स के साथ जगदलपुर के पारख ज्वेलर्स के 10 ठिकानों पर दबिश में एक करोड़ रुपए कैश सीज किया था। दूसरे दिन की पड़ताल में राशि बढक़र तीन करोड़ हो गई। आईटी अफसर इसमें से पक्के और कच्चे की जानकारी जुटा रहे हैं। वहीं अफसरों को कारोबारियों से बड़े पैमाने पर स्टॉक में गड़बड़ी भी पकड़ा है। स्टॉक का वेरिफिकेशन के साथ मूल्यांकन किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में रायपुर के सराफा कारोबारियों के तीन लॉकर मिले हैं। तीनों लॉकर कारोबारियों के परिजनों के नाम से ऑपरेट किए जा रहे हैं। जिनके नाम पर लॉकर हैं, उनके यहां नहीं होने की वजह से लॉकर को खोला नहीं है। सूत्रों के मुताबिक स्टॉक वेरिफिकेशन के बाद लॉकर की जांच होगी। इन
ज्वेलर्स से जो कच्चे में लेन-देन के दस्तावेज हाथ लगे हैं, उनमें पुराने के साथ नई ज्वेलरी की खरीदी-बिक्री के दस्तावेज हैं। इनमें गोल्ड के साथ डायमंड ज्वेलरी शामिल है। कच्चे में लेन-देन की एंट्री लैपटॉप में की जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक कारोबारियों ने मुंबई, कोलकाता से कच्चे में गोल्ड सूरत से डायमंड मंगाए जाने संबंधित दस्तावेज और रसीदों के आधार पर डिलीवरी करने वाले कारोबारी से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही वास्तविक स्टॉक का खुलासा होगा ।
रायपुर, 21 अक्टूबर। उचित मूल्य के राशन दुकानों में अनियमित्ता पाए जाने पर खाद्यमंत्री से शिकायत पर कार्रवाई न किए जाने पर मधूसूदन मिश्रा ने खाद्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी और दूकान संचालक के खिलाफ मिली भगत का आरोप लगाया है।
मधुसूदन मिश्रा ने बताया कि उन्होंने बताया कि उच्च न्यायालय ने कार्यवाही का निर्देश दिया गया जिसका चार सप्ताह में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज किए जाने का आदेश लगभग चार माह पूर्व दिये गये थे जिसका पालन अभी तक नहीं किया गया है।
खाद्य नियंत्रक अनुराग भदौरिया द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया जाना नरेश बाफना के साथ मिली भगत कर नरेश बाफना द्वारा खमतराई स्थित शा. उ. मूल्य दुकान का संचालन कर प्रत्येक माह 300 किवंटल चावल की अफरा तफरी की गई है जिसमें खाद्य निरीक्षक एवं दुकान को निलंबित किया गया था।
किन्तु प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नही किया गया है।
दो दर्जन अधिकारी कर्मचारी चुनाव कार्य से हटाए गए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। चुनाव कार्य में लापरवाही, दल या प्रत्याशी विशेष के समर्थन में काम करने जैसी शिकायतों को लेकर सीईओ रीना कंगाले ने दो दर्जन अधिकारियों, कर्मचारियों को हटा दिया है। इनमें ज्वाइंट डायरेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, डिप्टी डीएफओ, प्राचार्य, व्याख्याता से लेकर कई विभागों के अधिकारी, कर्मचारी शामिल हैं। सीईओ कार्यालय के अफसरों के मुताबिक इन्हें मूल पद से हटाकर इन्हें जिला मुख्यालयों में अटैच किया गया है।
अब ये चुनावी संबंधी काम नहीं कर सकेंगे। इस लेवल के अधिकारियों, कर्मचारियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी स्तर पर हटाया जा सकता है। इसी तरह से सीईओ ने आयुक्त उच्च शिक्षा को पत्र भेजकर रविवि के कुल सचिव शैलेन्द्र पटेल को हटाने की सिफारिश की है। बताया जा रहा है कि पटेल की शिकायत पर यह नोटिस भेजा गया है। शिकायकर्ता ने पटेल को रायपुर पश्चिम से कांग्रेस प्रत्याशी विकास उपाध्याय के साथ प्रचार करते हुए एक तस्वीर के साथ सीईओ को पत्र भेजा है।
हटाए गए लोगों में-गीतांजलि गजभिए सहायक संचालक, दुर्गेश यादव एरिय मैनेजर, किशन मिश्रा नायब तहसीलदार, भूषण सिंह मंडावी तहसीलदार, राजेश नांदुलकर रेंजर, शशिकला वैष्णव ग्रेड-3, अशोक सोनवानी सहायक वन संरक्षक, हृदयकुमार तिरपुड़े, कन्हैयालाल कुर्रे, दशरथ राम सोनी तीनों एसआई आबकारी, वैशाली मरडवाड़ प्रभारी उपसंचालक, हरिशंकर सोनवानी प्रधान पाठक, मो. निजामुद्दीन सीईओ जनपद, अमित मिश्रा लोकेशन अधिकारी, गौरव मोहबिया श्रम निरीक्षक, आनंद पांडेय व्याख्याता, भरतलाल ब्रेम्हे नायब तहसीलदार, श्रीमती सुधादास उपसंचालक, विमल कुमार बगवैय्या प्रभारी संयुक्त संचालक, धनलाल साहू परिक्षेत्र अधिकारी, केजूराम पोयाम डिप्टी डीएफओ, इंद्रजीत भगत प्रभारी मंडल संयोजत, अरूण मेश्राम सहायक खाद्य अधिकारी, अब्दुल वसीम सिद्दीकी नायब तहसीलदार।
रायपुर, 21 अक्टूबर। शुक्रवार को वारंटियों के विरूद्ध पुलिस ने धरपकड़ काविशेष अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग थानों के चाकूबाज, मारपीट, धोखाधड़ी एवं विभिन्न गंभीर अपराधों के 81 स्थायी वारंट एवं 51 अभियुक्त गिरफ्तारी वारंटों तामिल किया। 132 स्थायी/अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 7 वर्ष से अधिक समय से फरार 24 एवं 05 वर्ष से अधिक समय से फरार 36 चाकूबाज, मारपीट, धोखाधड़ी के आरोपी हैं।
रायपुर, 21 अक्टूबर। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को दूरदर्शन एवं आकाशवाणी पर नि:शुल्क प्रसारण के माध्यम से मतदाताओं को अपनी नीतियों और कार्यक्रमों, घोषणा पत्रों और प्रमुख मुद्दों के संबंध में अपने विचारों के बारे में जानकारी देने का अवसर प्राप्त होता है। निर्वाचकों के लिए भी विभिन्न दलों के नीति संबंधी मुद्दों को समझने के लिए यह सूचना का महत्वपूर्ण स्त्रोत होता है।
छत्तीसगढ़ में मान्यता प्राप्त राज्यीय दल को दूरदर्शन और आकाशवाणी के क्षेत्रीय नेटवर्क पर प्रचार के लिए प्रारंभिक रूप से 45 मिनट की एक समान अवधि का प्रसारण कर सकेंगे। साथ ही राजनीतिक दलों द्वारा पिछले विधानसभा निर्वाचनों या लोकसभा के पिछले साधारण निर्वाचनों ,जैसी भी स्थिति हो,में दलों के मतदान निष्पादन के आधार पर अतिरिक्त समय आबंटन का निर्णय आयोग द्वारा लिया जाता है । प्रसारण के लिए एक बार में 15 मिनट से अधिक का समय नहीं दिया जाएगा। राजनीतिक दलों को दूरदर्शन और आकाशवाणी पर प्रसारण के लिए निर्वाचन हेतु प्रत्याशियों की सूची के प्रकाशन के दिन से लेकर प्रत्येक चरण के मतदान दिवस के दो दिन पहले तक दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ विधानसभा निर्वाचन-2023 में छत्तीसगढ़ में राजनीतिक दलों को प्रसारण के लिए दूरदर्शन पर कुल 629 मिनट तथा उसी प्रकार रेडियो पर प्रसारण के लिए कुल 629 मिनट निर्धारित किया गया है। इसमें सभी दलों के लिए अनुपातिक रूप से समय दिया गया है। उक्त दिशा निर्देशों के परिपालन में प्रसारण हेतु दिन एवं समय का निर्धारण मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की उपस्थिति में दूरदर्शन एवं प्रसार भारती के अधिकारियों द्वारा लॉट निकालकर 19 अक्टूबर 2023 को किया गया। प्रदेश में राजनीतिक दलों को प्रसारण की यह सुविधा दूरदर्शन और आकाशवाणी के क्षेत्रीय प्रसारण केन्द्रों तथा राजधानी स्थित प्रसारण केन्द्र से दी जाएगी। इसे छत्तीसगढ़ में स्थित दूरदर्शन और आकाशवाणी के अन्य रिले केन्द्र भी प्रसारित करेंगे।
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 के संशोधित प्रावधानों के अनुसार सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को केन्द्र सरकार के इलेक्ट्रॉनिक प्रसारण माध्यमों (दूरदर्शन एवं आकाशवाणी) पर प्रचार के लिए समुचित समय उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। इस अधिनियम के तहत छत्तीसगढ़ में भी आगामी विधानसभा निर्वाचन के दौरान राष्ट्रीय और मान्यता प्राप्त प्रादेशिक दलों को सार्वजनिक (शासकीय) क्षेत्र के प्रसारणकर्ता प्रसार भारती निगम द्वारा प्रचार के लिए नि:शुल्क समय उपलब्ध कराया जाएगा। ।
राजनीतिक दलों को आयोग द्वारा निर्धारित मापदंडों का कड़्ाई से पालन करना होगा। प्रसारण के लिए रिकॉर्डिंग एवं उसकी ट्रांसक्रिप्ट (अनुलिपि) पहले ही जमा कराना होगा।
आयोग ने प्रसारण की विषयवस्तु के लिए कड़े दिशा-निर्देश दिए हैं। प्रसारण में दूसरे देशों की आलोचना, धर्मों एवं समुदायों पर आक्षेपण, कोई अश्लील व अपमानजनक चीज, हिंसा भडक़ाना, न्यायालय की अवमानना, राष्ट्रपति एवं न्यायालय की सत्यनिष्ठा के प्रति निंदा, राष्ट्र की एकता, संप्रभुता एवं अखण्डता को प्रभावित करने वाली कोई चीज, किसी व्यक्ति का नाम लेकर कोई आलोचना करने की अनुमति नहीं होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। मोहला-मानपुर जिले में भाजपा नेता बिरजूराम तारम की हत्या पर बीजेपी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ हमलावर हो गई है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि प्रदेश भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है।उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त है। कानून व्यवस्था ध्वस्त है और भूपेश बघेल मस्त है।
उन्होंने भाजपा नेता की हत्?या मामले में टारगेट किलिंग का आरोप लगाया। भूपेश बघेल की कपटी सरकार है। गौरव भाटिया ने कहा कि हत्या के बाद मुख्यमंत्री बघेल का बयान नहीं आ रहा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, भूपेश को खून की होली पसंद है और हमें समुदाय की संस्कृति पसंद है। भूपेश बघेल के राजनीतिक दिन कम है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज को टारगेट बनाया जा रहा है। बस्तर में मतांतरण हो रहा है। इस पर भूपेश बघेल का कुछ भी नहीं कहना धिक्कार है ऐसे मुख्यमंत्री पर। इधर, भूपेश बघेल दिल्ली की तिजोरी भरने में लगे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए आप पार्टी के स्टार प्रचारकों में राष्ट्रीय संयोजक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित जेल में निरुद्ध मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन आदि का नाम है। इस सूची के जारी होने के बाद भाजपा तिलमिला गई है तथा प्रश्न कर रही है की जेल में बंद नेता कैसे स्टार प्रचारक होंगे।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार झा ने कहा है कि नरेंद्र मोदी व भारतीय जनता पार्टी अरविंद केजरीवाल के दिल्ली मॉडल और कार्यों से घबराकर हार का सामना करने से बचने के लिए, जिस प्रकार 1975 में हार से बचने के लिए व सरकार को गिराने से बचाने के लिए स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर देश के वरिष्ठ नेताओं को जेल में निरुद्ध किया था। इतिहास गवाह है कि जॉर्ज फर्नांडीज जेल में बंद रहते हुए भी 80 हजार प्रचंड मतों से जीतकर आपातकाल पर तमाचा मारा था। नरेंद्र मोदी भी आप पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग कर जेल में वैसे ही बंद रखी है। आम आदमी पार्टी को न्यायपालिका पर पूर्ण विश्वास है। मनीष सिसोदिया के प्रकरण में सुनवाई के समय ईडी व केंद्र सरकार को देश के सर्वोच्च न्यायालय के मंदिर के न्यायाधीश द्वारा तथ्य व साक्ष्य प्रस्तुत्त करने पर लताड़ा गया था तथा कहा गया था कि 2 मिनट में पक्ष रखें अन्यथा आरोपी को जमानत की पात्रता है। पुन: सोमवार को मनीष सिसोदिया के प्रकरण में सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई है।
आम आदमी पार्टी को न्यायपालिका के प्रति अटूट विश्वास है। इसलिए उनका जमानत होना सुनिश्चित है।इसलिए उन्हें स्टार प्रचारक की सूची में शामिल किया गया है। पूरे प्रदेश में अरविंद केजरीवाल भगवंत मान सहित वरिष्ठ नेतागण लोकतंत्र की रक्षा, न्यायपालिका की सम्मान व छत्तीसगढ़ की जनता के हित में भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली व पंजाब जैसी सुविधाएं प्रदान करने के गारंटी कार्ड के साथ जनसभाओं को संबोधित करते हुए शीघ्र रोड भी किया जावेगा। भारतीय जनता पार्टी के स्टार हैं राजनीति जिसमें हत्या पर भी राजनीति की जा रही है आप पार्टी ने निंदा की है राजनांदगांव में डॉक्टर रमन सिंह की सभा के बाद नक्सलियों द्वारा भाजपा नेता की हत्या पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।छत्तीसगढ़ का इतिहास है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की हत्या का प्रकरण भी 5 साल से एक दूसरे के आरोप के कारण न्याय के लिए तरसता रह गया है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। रायपुर सिटी महाकालीबाड़ी एवं विश्वनाथ मंदिर समिति, पंडरी, रायपुर द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी माँ दुर्गा के धराधाम में अवतरित होने की खुशी में धूमधाम से अपनी 63वीं दुर्गोत्सव मनाया जा रहा है। परिसर में सप्तमी के अवसर पर मां दुर्गा की विशेष पूजा आयोजित की गई।
इस अवसर पर मंदिर प्रांगण में प्रतिदिन संध्या 7.30 बजे से समिति द्वारा सुरुचिपूर्ण एवं मर्यादित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के निर्देशों के परिपालन में वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग ने 7 नवंबर व 17 नवंबर को मतदान समाप्ति के 48 घण्टे पूर्व से मतदान समाप्ति तक की अवधि तथा मतगणना तिथि 3 दिसंबर को संपूर्ण दिन के लिये शुष्क दिवस घोषित किया है। यह निर्देश समस्त जिलों के कलेक्टर को जारी कर दिया हैं ।
निर्देश अनुसार संबंधित विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित समस्त देशी / विदेशी / कम्पोजिट मदिरा दुकानों के साथ-साथ मदिरा का व्यापार करने वाले समस्त प्रकार के बार / क्लब / सैनिक कँटिन / देशी मदिरा भण्डारण भाण्डागार एवं विदेशी मदिरा गोदामों के साथ-साथ मदिरा निर्माण करने वाली सभी आसवनी एवं बॉटलिंग यूनिट तथा ब्रुअरी को छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 24 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुये मतदान तिथि 7-11-2023 व 17-11-2023 को मतदान समाप्ति के 48 घण्टे के पूर्व से लेकर मतदान समाप्ति तक समस्त आबकारी केन्द्रों को पूर्ण रूप से बंद रखे जाने बाबत् कलेक्टरों को निर्देश जारी किया है। उपरोक्त आदेश अनुसार मतगणना की तिथि 3-12-2023 को भी संपूर्ण दिवस के लिये मतगणना स्थल क्षेत्रों में स्थित समस्त प्रकार के आबकारी केन्द्रों के लिये शुष्क दिवस के रूप में घोषित करते हुये प्रतिबन्धित क्षेत्रों में मंदिरा बेचने व परोसनें को प्रतिबन्धित किये जाने बाबत् कलेक्टरों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। साथ ही उक्त अवधि दौरान मदिरा के व्यक्तिगत भण्डारण एवं गैर लायसेंसी परिसरों में मदिरा के भण्डारण पर आबकारी नियमों के तहत सक्ती से रोक लगाये जाने के संबंध में भी समस्त जिला कलेक्टर छत्तीसगढ़ को निर्देशित किया गया है। उपरोक्त आदेश में मदिरा के साथ-साथ भांग / भांग घोटा दुकानों को भी मतदान समाप्ति के 48 घण्टे के पूर्व से लेकर मतदान समाप्ति तक बंद रखे जाने के लिए आदेशित किया है। मतदान के दिवसों में विधानसभा क्षेत्र के संलग्न अन्य जिले एवं अन्य राज्य की मदिरा दुकानों एवं अन्य स्थलों को बंद रखे जाने के निर्देश भी दिए गए है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमा से लगे अन्य राज्यों को भी आवश्यक कार्यवाही के लिए लिखा गया है।
रायपुर, 21 अक्टूबर। पहले चरण की 20 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन जमा करने के अंतिम दिन 254 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। इस प्रकार पहले चरण में निर्वाचन के लिए कुल 294 अभ्यर्थियों ने 455 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। 21 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी और अभ्यर्थी 23 अक्टूबर को अपना नाम वापस ले सकेंगे।
राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में 33, कवर्धा में 29, पंडरिया में 20, भानुप्रतापपुर में 15, जगदलपुर और दंतेवाड़ा में 14-14, डोंगरगढ़, डोंगरगांव और अंतागढ़ में 12-12, खैरागढ़ और कोण्डागांव में 11-11, बीजापुर और कोण्टा में 10-10, चित्रकोट में 9, नारायणपुर और खुज्जी में 8-8,.
कांकेर और केशकाल में 7-7, बस्तर और मोहला-मानपुर में 6-6 नामांकन पत्र दाखिल किया गया है।
प्रथम चरण में बस्तर संभाग की 12 निर्वाचन क्षेत्रों सहित राजनांदगाँव, मोहला-मानपुर -अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई तथा कबीरधाम जिलों के 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में नामांकन पत्र भरे जा चुके हैं। प्रदेश में दो चरणों में हो रहे निर्वाचन के पहले चरण की 20 सीटों के लिए 7 नवंबर को मतदान होगा। प्रथम चरण के 20 विधानसभाओं में कुल मतदाताओं की संख्या 40 लाख 78 हजार 681 है, जिसमें 19 लाख 93 हजार 937 पुरुष, 20 लाख 84 हजार 675 महिलाएं तथा 69 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। इन विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 5 हजार 304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
प्रथम चरण में कोंटा, बीजापुर, दंतेवाा, चित्रकोट, जगदलपुर, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, केशकाल, कांकेर, भानुप्रतापुर, अंतागढ़, मोहला-मानपुर, खुज्जी, डोंगरगांव, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़, कवर्धा और पंडरिया विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। एम्स रायपुर के कनिष्ठ लेखाधिकारी (जेएओ) योगेंद्र पटेल को पुलिस ने 27 लाख रूपए गबन के मामले में गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में तो 27 लाख का खुलासा हुआ है लेकिन यह राशि पांच करोड़ से ज्यादा होने की आशंका है। एम्स प्रबंधन ने थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई थी।
एम्स में नौकरी छोडऩे से पहले डाक्टरों को नियमानुसार तीन महीने पहले आवेदन के माध्यम से प्रबंधन को इसकी सूचना देनी पड़ती है। जो डाक्टर इस अवधि को पूरा किए बिना बीच में नौकरी छोड़ देते हैं, तो नोटिस पीरिएड के बचे दिनों में बनने वाले वेतन की राशि का भुगतान करना पड़ता है। एम्स के बहुत से डाक्टरों ने नोटिस पीरिएड में नौकरी छोड़ी थी। डाक्टरों से राशि लेकर नई रसीद के बदले तीन-चार वर्ष पुरानी रसीद दे दी गई और उस राशि को एम्स के खाते में जमा ही नहीं किया गया। ऐसे ही जिन डाक्टरों ने डिमांड ड्राफ्ट जमा किया था, उन्हें कुछ समय बाद लेनदेन करके डिमांड ड्राफ्ट लौटा दिया गया था।
7 लाख फर्म में जमा न कर गबन किया, रिपोर्ट दर्ज
एग्रो फर्म के वसूली कर्मी के सात लाख रूपए गबन का मामला दर्ज किया है । विक्की भीमराज हनु कृपा एग्रो इंडस्ट्रीज में काम करता है। 25 अगस्त से 20 अक्टूबर के बीच वह नारायणपुर जाकर दिनेश ट्रेडर्स से अपनी फर्म के बकाया सात लाख रूपए वसूल लाया। वह फर्म में जमा न कर गबन किया। रिषभ कांप्लेक्स एम जी रोड स्थित हनुकृपा के एक अन्य कर्मी हेमंत ताम्रकार ने कल रात मौदहापारा थाने में धारा 408 का मामला दर्ज कराया।
पुलिस स्मृति दिवस परेड में हुए शामिल हरिचंदन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने विपरित परिस्थितियों में भी निडर होकर हर चुनौती का सामना किया है, भले ही इसके लिए उन्हें अपने प्राणों कीे आहुति क्यों न देनी पड़ी। समाज में कानून व्यवस्था एवं शांति बनाये रखने के लिए पुलिस कर्मी सदैव अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हैं। यहां तक की जब हम लोग अपने घरों में त्यौहार और उत्सव की खुशी मनाते है तब भी ये जवान अपने परिवार से दूर रहते हुएं समर्पण के साथ अपने कर्त्तव्यों का पालन करते हैं। यह उद्गार राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने आज चौथी वाहिनी, छसबल माना के प्रांगण में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित परेड में व्यक्त किया।
राज्यपाल ने शहीद पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के परिजनों से मुलाकात कर अपनी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ सदैव खड़े रहने का विश्वास दिलाया। उन्हें शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह भेंट किया। श्री हरिचंदन ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात हमारे जवान पूरी हिम्मत और देशभक्ति के साथ नक्सलियों का सामना कर रहे हैं। उन्हीं के कारण हम शांतिपूर्ण वातावरण में रहते हैं। छत्तीसगढ़ से वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा हरसंभव उपाय किये जा रहे है। नक्सल प्रभावित इलाकों के लोग भी राज्य के अन्य लोगों की तरह शांति और विकास चाहते है। उन्होंने शहीदों के परिवारजनों से कहा कि सरकारें हमेशा शहीदों के परिवार के सुख-दुख में शामिल होकर उनके अभिभावक के रूप में कार्य करेंगी। डीजीपी अशोक जुनेजा ने भी श्रद्धांजलि उद्बोधन दिया।
इस अवसर पर गृह विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुवा, मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष श गिरधारी नायक एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिसकर्मी व शहीद जवानों के परिजन उपस्थित थे।
रायपुर, 21 अक्टूबर। शुक्रवार को वारंटियों के विरूद्ध पुलिस ने धरपकड़ काविशेष अभियान चलाया। इस दौरान अलग-अलग थानों के चाकूबाज, मारपीट, धोखाधड़ी एवं विभिन्न गंभीर अपराधों के 81 स्थायी वारंट एवं 51 अभियुक्त गिरफ्तारी वारंटों तामिल किया। 132 स्थायी/अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इनमें 7 वर्ष से अधिक समय से फरार 24 एवं 05 वर्ष से अधिक समय से फरार 36 चाकूबाज, मारपीट, धोखाधड़ी एवं विभिन्न गंभीर अपराधों के स्थायी /अभियुक्त शामिल हैं। पुलिस का यह अभियान लगातार रहेगा जारी।