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कोरबा, 26 अप्रैल। जिले के प्रभारी और छत्तीसगढ़ शासन में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली है. अपने वैक्सीनेशन की तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा की है. डॉ टेकाम ने टीके को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए हैं. उन्होंने लिखा है कि आज रायपुर मेडिकल कॉलेज पहुँचकर कोरोना टिका का दूसरा डोज़ लगवाया. मैं टीका लगवाने के बाद पूर्णत: स्वस्थ महसूस कर रहा हूँ और टीके से मुझे किसी प्रकार की असहजता नहीं हुई. यह पुर्णतः सुरक्षित एवं प्रभावशाली है. यह हमें रोग प्रतिरोधक क्षमता देता है. आप सभी भी अपनी बारी आने पर टीका अवश्य लगवाए व छत्तीसगढ़ को कोरोना मुक्त बनाने में अपना योगदान दें साथ ही मास्क पहने और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें।
कलेक्टर ने ली निजी कोविड अस्पताल संचालकों की बैठक, दिए जरूरी निर्देश
कोरबा । कोविड संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से निर्धारित शुल्क से अधिक राशि वसूलने की शिकायतों को कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने ऐसी शिकायतों की जाॅच पर पुख्ता साक्ष्य मिलने से कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी भी दी है। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों का ईलाज करने वाले अनुमति प्राप्त निजी चिकित्सालयों की नियमित निगरानी और जाॅच के लिए डिप्टी कलेक्टर बी. आर. ठाकुर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी भी बना दी है। श्रीमती कौशल ने आज कोविड संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों के संचालकों की महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने संचालकों से शासन द्वारा निर्धारित दर पर ही कोरोना मरीजों का ईलाज करने के दो टूक निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कहा कि कोविड मरीजों से ईलाज के नाम पर अधिक राशि वसूलते पाये जाने पर अस्पताल की कोरोना के ईलाज की अनुमति निरस्त कर दी जायेगी। साथ ही जाॅच कर वसूली गई अतिरिक्त राशि भी मरीज या उसके परिजनों को वापस कराई जायेगी। कलेक्टर ने यह भी चेतावनी दी कि ऐसा करते पाये जाने पर अस्पताल संचालक के विरूद्ध महामारी अधिनियम के तहत विधिक कार्यवाही भी की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने कोरोना मरीजों के लिए जिले में मेडिकल आक्सीजन गैस के उत्पादन और अस्पतालों को वितरण करने की सप्लाई चेन पर चर्चा की। उन्होंने सभी निजी और शासकीय कोविड अस्पतालों को आक्सीजन गैस प्रबंधन के लिए एक-एक नोडल कर्मचारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने 24 घंटे में दो बार सुबह एवं शाम को अस्पतालों की मांग के अनुसार आक्सीजन से भरे सिलेंडरों की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। कलेक्टर ने अस्पतालों में कम से कम चार घंटे के लिए बफर स्टाक के रूप में आक्सीजन रखने के भी निर्देश संचालकों को दिए। कलेक्टर ने सभी अस्पतालों में आग से बचाव के सभी साधन और व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को भी कहा। उन्होंने ऐसी किसी भी विपरीत परिस्थिति में अस्पतालों से मरीजों और स्टाफ को निकालने के लिए पहले से ही प्रभावी निकासी योजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने कोविड मरीजों के ईलाज के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग शासन द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों और आईसीएमआर द्वारा तय किये गये प्रोटोकाॅल के हिसाब से ही करने के निर्देश भी निजी अस्पताल संचालकों को दिए।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, एडीएम एस.जयवर्धन, एसडीएम सुनील नायक सहित एनकेएच, जीवन आशा, सृष्टि अस्पताल सहित अनुमति प्राप्त निजी अस्पतालों के संचालक एवं प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
आइसोलेशन सेंटर करतला का आकस्मिक निरीक्षण
कोरबा । कोरोना के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू पूर्ण तालाबंदी के बीच आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने विकासखंड करतला पहुंचकर आइसोलेशन सेंटर और कंटेनमेंट जोन चिकनीपाली का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुंदन कुमार, एसडीएम सुनील नायक सहित विकासखंड स्तरीय अन्य अधिकारी एवं डाक्टर भी मौजूद रहे। कलेक्टर ने करतला में बने आइसोलेशन सेंटर में रह रहे कोरोना मरीजों से भी बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में भर्ती मरीजों को कोविड प्रोटोकाॅल के हिसाब से निर्धारित दवाएं और समय-समय पर उनका बुखार, आक्सीजन आदि चेक करते रहने के निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिए। कलेक्टर ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आइसोलेशन सेंटर में 10 और आक्सीजनयुक्त बेड लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने आइसोलेशन सेंटर में बिना लक्षणों वाले या मॅाडरेट रूप से कोरोना संक्रमित लोगों का ही ईलाज करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंभीर रूप से बीमार लोगों को तत्काल जिला कोविड अस्पताल भेजने को कहा। करतला विकासखंड मुख्यालय में बने इस आइसोलेशन सेंटर में अभी छह कोरोना संक्रमितों का ईलाज चल रहा है।
इस दौरान कलेक्टर ने करतला विकासखंड मुख्यालय में कोरोना संक्रमितों की मदद और ईलाज संबंधी विभिन्न सुविधाओं की जानकारी तथा परेशानियों के निराकरण के लिए बनाये गये कंट्रोल रूम का भी आकस्मिक निरीक्षण किया। श्रीमती कौशल ने इस दौरान कंट्रोल रूम में उपस्थित कर्मचारियों से दिन भर की गतिविधियां आने वाले फोन काॅल्स, पूछे जाने वाले प्रश्नों और कोरोना संक्रमितों की समस्याओं आदि के विषय में जानकारी ली। कर्मचारियों ने बताया कि कंट्रोल रूम में प्रतिदिन औसतन 6 से 7 फोन काॅल मिल रहे हैं। कलेक्टर ने होम आइसोलेशन माॅनिटरिंग सेल में निर्धारित समय में ड्यूटी से अनुपस्थित पाये जाने पर तीन आश्रम अधीक्षकों की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए।छात्रावास रामपुर के अधीक्षक आनंद कुमार सोनी, आदिवासी बालक छात्रावास बेहरचुवां के अधीक्षक ईश्वर सूर्यवंशी और आदिवासी बालक छात्रावास बीरतराई के अधीक्षक विवेक शर्मा के कार्य में लापरवाही बरतने पर एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश सहायक आयुक्त श्री वाहने को दिए।
हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अप्रैल। गला दबाकर पत्नी की हत्या कर लाश को फांसी पर लटकाने वाले पति व उसके एक साथी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। घटना कोरबा जिले के लेमरू थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम डोकरमना की है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक 23 अप्रैल की रात में जोनी मिंज ने अपने दोस्त प्रदीप कुमार टोप्पो के साथ मिलकर अपनी पत्नी सुशीला मिंज का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने शव को फांसी पर लटका दिया।
24 अप्रैल को शंभू बड़ा निवासी ग्राम सुर्वे ने थाना लेमरू में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बड़ी बहन सुशीला मिंज (35 वर्ष) अपने घर के पीछे जंगल में फांसी पर लटकी हुई है । प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना लेमरू में प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ किया गया । प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर थाना प्रभारी लेमरू उप निरीक्षक कृष्णा साहू द्वारा मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को दी गई । इसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू ग्राम डोकरमना पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर थाना प्रभारी कृष्णा साहू को मामले में विवेचना करने के निर्देश दिए गए ।
प्रकरण की जांच पर पाया गया कि मृतका सुशीला मिंज आरोपी जोनी मिंज की पत्नी थी, जिसे वह पसन्द नहीं करता था । गत 23 अप्रैल को आरोपी जोनी मिंज एवं प्रदीप टोप्पो ने एक साथ मिलकर सुशीला मिंज का गला दबाकर हत्या कर दी और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से जंगल में ले जाकर फांसी के फंदे पर लटका कर आत्महत्या का स्वरूप देने की कोशिश की । इस प्रकरण में थाना लेमरू में अपराध पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अप्रैल। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा ने निजी कोविड हॉस्पिटल संचालकों को निर्देशित किया है कि दूसरे जिला के कोविड मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट करने से पहले कलेक्टर की अनुमति आवश्यक है। इसमें लापरवाही पाये जाने पर कड़ी करवाई की जाएगी।
कोरोना मरीजों के बढ़ते दबाव से निजी हॉस्पिटलों पर शिकंजा कसता जा रहा है। अब तक निजी अस्पताल प्रबन्धन दूसरे जिले के मरीजों का भी उपचार कर रहे थे। इस पर रोक लगाते हुए सीएमएचओ ने नया फरमान जारी किया है। जारी आदेश के मुताबिक अब बाहर जिले के मरीजों को भर्ती करने से पहले कलेक्टर की अनुमति लेना होगा। कलेक्टर के अनुमति बैगर यदि उपचार करते किसी भी हॉस्पिटल की शिकायत मिली तो कठोर करवाई की जाएगी।
हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अप्रैल। गला दबाकर पत्नी की हत्या कर लाश को फांसी पर लटकाने वाले पति व उसके एक साथी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार किया है। घटना कोरबा जिले के लेमरू थाना के अंतर्गत आने वाले ग्राम डोकरमना की है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के मुताबिक 23 अप्रैल की रात में जोनी मिंज ने अपने दोस्त प्रदीप कुमार टोप्पो के साथ मिलकर अपनी पत्नी सुशीला मिंज का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने शव को फांसी परलटका दिया।
24 अप्रैल को शंभू बड़ा निवासी ग्राम सुर्वे ने थाना लेमरू में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी बड़ी बहन सुशीला मिंज (35 वर्ष) अपने घर के पीछे जंगल में फांसी पर लटकी हुई है। प्रार्थी के रिपोर्ट पर थाना लेमरू में प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ किया गया। प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर थाना प्रभारी लेमरू उप निरीक्षक कृष्णा साहू द्वारा मामले की सूचना पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को दी गई। इसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक योगेश साहू ग्राम डोकरमना पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण कर थाना प्रभारी कृष्णा साहू को मामले में विवेचना करने के निर्देश दिए गए।
प्रकरण की जांच पर पाया गया कि मृतका सुशीला मिंज आरोपी जोनी मिंज की पत्नी थी, जिसे वह पसन्द नहीं करता था। गत 23 अप्रैल को आरोपी जोनी मिंज एवं प्रदीप टोप्पो ने एक साथ मिलकर सुशीला मिंज का गला दबाकर हत्या कर दी और साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से जंगल में ले जाकर फांसी के फंदे पर लटका कर आत्महत्या का स्वरूप देने की कोशिश की। इस प्रकरण में थाना लेमरू में अपराध पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
कोरबा, 26 अप्रैल। जिले के विधिक माप विज्ञान विभाग में पदस्थ वरिष्ठ निरीक्षक चन्द्रहास प्रधान का निधन कोरोना बीमारी से हो गया।
पूर्व साडा उपाध्यक्ष एस डी सिंह का निधन सोमवार को हुआ।
निरीक्षक श्री प्रधान कोरोना संक्रमित होने के बाद स्वास्थ्य बिगडऩे पर पिछले 13 दिनों से बालाजी ट्रामा सेंटर के कोरोना वार्ड में भर्ती थे। जहाँ उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। मूलत: महासमुंद जिले के सराईपाली निवासी श्री प्रधान की दो पुत्रियां हैं उनमें से एक कि 9 मई को विवाह है। उनके निधन से पूरे परिवार सहित शुभचिंतकों में शोक की लहर व्याप्त है। श्री प्रधान एक मिलनसार ,जुझारू कर्मठ अधिकारी थे। जिले में पिछले 6 वर्षों से वे उत्कृष्ट सेवा देते आ रहे थे। वे पिछले कुछ सालों से शुगर एवं हाई बीपी से परेशान थे। इनके अलावा नगर के समाजसेवी, साडा के पूर्व उपाध्यक्ष एस डी सिंह का निधन हो गया। श्री सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अप्रैल। हवा भरने वाले एयर टैंक के फटने से एक युवक का सर धड़ से अलग हो कर मौत हो गई। घटना कोरबा जिले के पाली थाना की है।
सोमवार को पाली स्थित ट्रांसपोर्ट नगर राघवेंद्र ढाबा के 27 वर्षीय युवक अरशद अंसारी पिता समीम अंसारी ट्रक के टायर में हवा भर रहा था। वह विगत 5 वर्षों से टायर में हवा भरने, पंचर बनाने आदि का कार्य करता था। रोज की तरह आज भी वो ट्रेलर के टायर का पंचर बना कर हवा भरने के लिए एयर टैंक को चालू किया लेकिन एयर टैंक में हवा का दबाव अधिक हो गया और मशीन बंद करने से पहले ही एयर टैंक फट गया और मौके पर ही 27 वर्षीय अरशद अंसारी का सिर धड़ से अलग हो गया और उसकी की मौत हो गई। पाली पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 अप्रैल। जिले के बांगो थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत सासिन के आश्रित ग्राम बेतलो साटापानी में किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा सोमवार सुबह घर में घुसकर फूल कुंवर पति जयसिंह उम्र 60 वर्ष को धारदार हथियार से सिर पर वार कर मौत के घाट उतार दिया गया। सरपंच की सूचना पर बांगो थाना में मर्ग कायम कर मामले की विवेचना की जा रही। बताया जा रहा है कि हत्या करने वाला दोपहिया वाहन में गांव पहुँचा था।
कोरबा, 26 अप्रैल। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर कोविड अस्पतालों में आग लगने से बचाव और आग लगने पर बुझाने के तरीकों का फायर सेफ्टी माकड्रिल किया गया। इएसआईसी कोविड अस्पताल के प्रभारी डा. के. एल ध्रुव कंसलटेंटं डा. देवेन्द्र गुर्जर और अस्पताल के समस्त स्टाफ की मौजूदगी में फायर सेफ्टी माकड्रिल का आयोजन किया गया। माकड्रिल में अग्निशमन एवं सुरक्षा विभाग की ओर से डिप्टी कमांडेंट पी.बी.सिदार ने आग लगने के कारण, उससे बचाव और आग बुझाने के लिए उपयोग में आने वाले विभिन्न यंत्रों के बारे में विस्तार से बताया।
श्री सिदार ने अपनी टीम के साथ विभिन्न प्रकार से लगने वाले आग के बारे में बताया और आग लगाकर उसको बुझाने के विभिन्न तरीकों को अस्पताल कर्मचारियों को बताया। अस्पताल के कर्मचारियों ने बड़ी उत्सुकता से माकड्रिल में भाग लिया। कई पैरा मेडिकल कर्मियों ने स्वयं ही आग बुझाने वाले यंत्रों का इस मॉकड्रिल में उपयोग किया और आग बुझाने के तरीके सीखे।
डिप्टी कमांडेंट श्री सिदार ने बताया कि आग के लिए अस्पताल बहुत ही संवेदनशील जगह होती है। उन्होंने कहा कि इस समय अस्पतालों में बड़ी संख्या में वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसनट्रेटर से लेकर कई अन्य जीवन रक्षक उपकरण संचालित हो रहे हैं। कई बार निर्धारित क्षमता से अधिक बिजली लोड होने के कारण अस्पतालों के बिजली के तारों में शार्ट सर्किट होता जिससे आग लगने का खतरा होता है।
श्री सिदार ने बताया कि ऐसे शार्ट सर्किट से लगने वाले आग को कार्बन डाइआक्साइड युक्त फायर एक्सटिंगुशर से बुझाना चाहिए। उन्होंने आग लगने पर की जाने वाले उपायों के बारे में अस्पताल कर्मचारियों को बारिकी से बताया। उन्होंने ज्वलनशील पदार्थ जैसे पोटेशियम ज्वलनशील तेल जैसे पेट्रोल, डीजल और घरेलू गैस से लगने वाले आग को वास्तविक में जलाकर उसको बुझाने के तरीके बताये। अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ डी.आर. भोसले, सुश्री रजनी और मृत्युजय ने स्वयं तत्परता के साथ आग को बुझाकर आपातकालीन स्थिति से निपटने के गुर सीखे। अग्निशमन टीम के द्वारा विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंगुशर, कटर, ड्रिलर आदि मशीनों को सामने रखकर सभी अस्पताल कर्मचारियों को उसके उपयोग के बारे में बताया। कर्मचारियों को अस्पताल में लगे आग बुझाने के यंत्रों और उन्हें उपयोग में लाने के तरीके भी बताये गये।
कोरबा, 25 अप्रैल। जिले में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड-19 संक्रमण के दौरान आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तीन माह के लिए विभिन्न अस्थायी पदों पर भर्ती की जा रही है। इन पदों पर भर्ती के लिए वाॅक इन इंटरव्यू का आयोजन किया जा रहा है। वाॅक इन इंटरव्यू का आयोजन 26 अपे्रल से 28 अप्रैल तक कार्यालयीन समय में कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कोरबा में किया जायेगा। सीएमएचओ डा. बी.बी.बोडे ने बताया कि अस्थायी पदों में भर्ती से संबंधित विज्ञापन, नियम एवं शर्तें तथा आवेदन के लिए जिला कोरबा के वेब साईट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट कोरबा डाट जीओव्ही डाट इन पर उपलब्ध है। जिसका अवलोकन एवं डाउनलोड किया जा सकता है। विज्ञापन प्रारूप सीएमएचओ कार्यालय के सूचना पटल पर अवलोकन के लिए चस्पा किया गया है।
पुलिस को दिए सख्ती से निपटने के निर्देश
कोरबा, 25 अप्रैल। स्थानीय कोविड केयर सेंटर और होम आइसोलेशन की सुविधा में इलाज करा रहे कोरोना मरीजो और उनके परिजनों के स्वास्थ्य की जानकारी बारीकी से रखी जा रही है. कोरोना से जुड़े इंतजामो को मजबूत करने और मरीजो की स्थिति को जानने के मकसद से जिले के प्रशासनिक अधिकारी निरन्तर स्वास्थ्य विभाग द्वारा घोषित कंटेन्मेंट जोन का निरीक्षण कर रहे है साथ ही वहां की सुविधाओं और लोगो की सुरक्षा का जायजा ले रहे है.
इसी कड़ी में जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर आज कटघोरा की अनुविभागीय दंडाधिकारी श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी अपनी टीम के साथ कटघोरा तहसील के दर्री स्थित कोविड कंटेन्मेंट जोन पहुंची हुई थी. यहां उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से विस्तार से चर्चा करते हुए मरीजो के सम्बंध में जानकारी ली. इस दौरान एसडीएम ने लॉक डाउन तोड़कर क्षेत्र के आसपास घूम रहे लोगो पर गहरी नाराजगी जाहिर की. एसडीएम ने दर्री थाना के प्रभारी को ऐसे लापरवाह लोगो के खिलाफ सख्त कानूनी और चालानी कार्रवाई के निर्देश दिए. एसडीएम ने लोगो से अपील की है कि कोरोना से निबटने में प्रशासन का सहयोग करे साथ ही स्वयं और परिवार की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के दौरान घरों से बेवजह बाहर ना निकले।
कोरबा, 25 अप्रैल। जिले में कोरोना की जांच आरटीपीसीआर, रैपिड एंटीजन टेस्ट और ट्रु-नाॅट तीन पद्धतियों से की जा रही है। जिले में अभी तक कुल तीन लाख 96 हजार 441 कोरोना जांच सैम्पल लिये जा चुके हैं जिनमें से तीन लाख 61 हजार 775 सैम्पलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। केवल 31 हजार 738 सैम्पलों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा दो हजार 47 सैम्पलों की रिपोर्ट आना बाकी है एवं 881 सैम्पल विभिन्न तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। अभी तक आरटीपीसीआर पद्धति से जांच के लिये जिले से कुल 97 हजार 991 सैम्पल प्रयोगशालाओं में भेजे जा चुके हैं जिनमें से छह हजार 446 सैम्पल की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है तथा 88 हजार 835 सैम्पल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। भेजे गये सैम्पल में से दो हजार 47 सैम्पलों की रिपोर्ट आनी बाकी है तथा 663 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। जिले से अब तक रैपिड एंटीजन विधि से जांच करने के लिये दो लाख 75 हजार 794 सैम्पल लिये जा चुके है। दो लाख 52 हजार 624 की जांच नेगेटिव और 23 हजार 30 सैम्पलों की जांच पाॅजिटिव आई है तथा 140 सैम्पल तकनीकी कारणों से रिजेक्ट हुए हैं। ट्रु-नाॅट पद्धति से जिला अस्पताल में अभी तक 22 हजार 656 सैम्पल लिये जा चुके हैं। इनमें से 20 हजार 316 कोरोना नेगेटिव और केवल दो हजार 262 कोरोना पाॅजिटिव मिले हैं तथा 78 सैम्पल रिजेक्ट हुए हैं।
22 हजार 45 मरीज हुये स्वस्थ
कोरबा, 25 अप्रैल। देश भर सहित छत्तीसगढ़ में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से कोरबा जिले में भी नए संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। जिले में अब तक 31 हजार 738 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से 10 हजार 319 ग्रामीण क्षेत्र से और 21 हजार 419 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं। जिले में कुल 22 हजार 045 मरीज कोरोना से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में नौ हजार 319 संक्रमित मरीजों का ईलाज कोविड अस्पतालों और होम आईसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। अब तक जिले के 374 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार विकासखण्ड करतला में अब तक दो हजार 780 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है जिनमें से एक हजार 902 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तथा 851 सक्रिय मरीज है। विकासखण्ड पोड़ी-उपरोड़ा में बीते दिन तक एक हजार 427 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से अभी तक इलाज के बाद 752 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं तथा 662 सक्रिय मरीज हैं। कोरबा विकासखण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक दो हजार 117 कोरोना पाॅजिटिव मरीज मिले हैं जिनमें से एक हजार 545 ठीक हो गये हैं तथा 551 सक्रिय मरीज हैं। कटघोरा विकासखण्ड में अब तक मिले 10 हजार 123 कोरोना मरीजों में से अब तक छह हजार 864 मरीज इलाज के बाद स्वस्थ हो गये हैं तथा तीन हजार 154 मरीजों का ईलाज जारी है। विकासखण्ड पाली में अब तक दो हजार 281 कोरोना मरीजों में से एक हजार 491 मरीज इलाज के बाद ठीक हुये हैं और 772 मरीजों का ईलाज जारी है। कोरबा के शहरी क्षेत्रों में अब तक 13 हजार 010 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की पहचान हुई है जिनमें से नौ हजार 491 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं तथा तीन हजार 329 सक्रिय मरीज हैं।
कोरबा, 25 अप्रैल। कोरबा जिले में तेजी से जारी कोरोना टीकाकरण के परिणाम स्वरूप अभी तक 45 वर्ष से अधिक उम्र के दो लाख 40 हजार 724 लोगों को टीका लग चुका है। प्रशासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य पाने के लिए अब केवल 43 हजार 670 लोगों को ही टीका लगाना बाकी है। जिले में निर्धारित किये गये लक्ष्य के अनुसार अब तक 45 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 84 प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है। जिला प्रशासन ने अगले एक सप्ताह में कोरोना टीकाकरण लक्ष्यानुसार पूरा करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। कोरबा जिले में पूर्ण तालाबंदी के बावजूद 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकारण तेजी से जारी है।
शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का टीका लगवाने के लिए 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोग बड़ी संख्या में टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंच रहे हैं। कोरबा जिले में अब तक दो लाख 40 हजार 724 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। कोविड टीकाकरण केन्द्रों पर लोगों को टीका लगाने के बाद काउंसिलिंग भी की जा रही है। कोरबा जिले में वर्ष 2020-21 में अनुमानित जनसंख्या 14 लाख 21 हजार 968 में से दो लाख 84 हजार 394 लोग 45 वर्ष से अधिक उम्र के अनुमानित किये गये हैं जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना की वेक्सीन लगाई जा रही है। जिले में अब इस आयु वर्ग के केवल 43 हजार 670 लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना बाकी है। आगामी एक सप्ताह में लक्ष्य अनुसार इन सभी लोगों का टीकाकरण पूरा कर लिया जायेगा।
कोरोना पाजिटिव महिला ने दिया स्वस्थ्य बालक को जन्म
कलेक्टर ने मेडिकल टीम की तारीफ कर बढ़ाया हौसला
कोरबा, 25 अप्रैल।कोरोना महामारी के इस दौर में सभी लोग कोरोना से जूझ रहे हैं वहीं जिला कोविड अस्पताल में आज मेडिकल टीम को बहुत बड़ी सफलता मिली है। जिला कोविड अस्पताल बालाजी ट्रामा सेंटर में डाक्टरों की टीम ने कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का सफलतापूर्वक प्रसव कराया है। महिला ने प्रसव के दौरान स्वस्थ बालक को जन्म दिया है। प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। यह प्रसव इसलिए भी खास है क्योंकि कोरोना महामारी में मरीजों के ईलाज करने के चुनौतीपूर्ण माहौल में डाक्टरों की टीम ने आपरेशन के द्वारा महिला का सुरक्षित प्रसव कराया है। इस चुनौतीपूर्ण काम को सफलतापूर्वक पूरा करने से कोविड अस्पताल में सकारात्मक उर्जा का संचार हो गया। जिला कोविड अस्पताल बालाजी ट्रामा सेंटर में किसी भी कोरोना संक्रमित महिला का पहला सीजेरियन डिलीवरी हुआ है। मेडिकल टीम द्वारा नवजात शिशु की देखभाल की जा रही है तथा महिला का कोरोना ईलाज भी जारी है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने शिशुवती माता को बधाई दी और कोविड अस्पताल के पूरे मेडिकल स्टाफ की तारीफ कर होैसला बढ़ाया है। कलेक्टर ने कहा कि गर्भवती महिला के कोविड-19 संक्रमित होने के कारण सुरक्षित प्रसव कराना चुनौतीपूर्ण कार्य था जिसे डाक्टरों की टीम ने अच्छे ढंग से पूर्ण किया। कलेक्टर ने कहा कि जिले में बनाए गये कोविड अस्पतालांे में मरीजों के ईलाज करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी उचित सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है। कोविड अस्पतालों में कुशल डाक्टरों और नर्सों की मेडिकल टीम की ड्यूटी लगाई गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. बी.बी.बोडे ने बताया कि 24 वर्षीय मड़वारानी निवासी कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला का ईलाज ईएसआईसी कोविड अस्पताल में किया जा रहा था। प्रसव पीड़ा शुरू होने पर जिला कोविड अस्पताल बालाजी ट्रामा सेंटर में रिफर कराया गया। आज 25 अपे्रल को रात 12 बजकर 10 मिनट पर उनका आपरेशन के द्वारा सफलतापूर्वक प्रसव कराया जिसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। नर्सों द्वारा जच्चा-बच्चा की लगातार देखभाल की जा रही है। इस चुनौतीपूर्ण सीजेरियन डिलीवरी को सफलतलापूर्वक संपन्न कराने में डाक्टर यामिनी बोडे, डाक्टर रोशन साहू, डाक्टर सुदीप्त एवं सिस्टर ललिता, बिशन, कीर्ति एवं शिव राजवाड़े की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
जिला प्रशासन ने जारी किया वेब लिंक
कोरबा, 25 अप्रैल। बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए कम लक्षण वाले मरीजों का ईलाज होम आइसोलेशन में रखकर किया जा रहा है। होम आइसोलेटेड मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ने और गंभीर स्वास्थ्य वाले मरीजों की जानकारी कोविड कंट्रोल रूम द्वारा स्वास्थ्य विभाग को देने और ऐसे मरीजों को कोविड अस्पतालों में भर्ती करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आग्रह किया जा रहा है। ऐसे मरीजों को कोविड अस्पतालों में भर्ती करने के लिए अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी नहीं होने से मरीज और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ता था। जिला प्रशासन ने कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी आमजन तक पहुंचाने के लिए गूगल शीट का वेब लिंक जारी कर दिया है। इस वेब लिंक में एक क्लिक पर जिले के सभी कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरों की जानकारी मिल सकेगी। गूगल शीट का वेब लिंक https://docs.google.com/spreadsheets/d/1f_B96O-zZGHkovQw5-eOXB9KAZ1yrv42m6vdVWa1TLo/edit#gid=0 है।
सीएमएचओ डा. बी.बी.बोडे ने बताया कि मरीजों को कोविड अस्पतालों में उपलब्ध बिस्तरांे की जानकारी मिलने से समय रहते मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर सकते हैं। जारी गूगल शीट में जिले के सभी 13 कोविड अस्पतालों में सामान्य बिस्तर, आक्सिजीनेटेड बिस्तर, आईसीयू बेड, एचडीयू बेड एवं वेंटिलेटर की कुल संख्या और खाली तथा भरे हुए बेडों की संख्या उपलब्ध है। इस पेज में सभी कोविड अस्पतालों में भर्ती होने के लिए संबंधित कोविड अस्पतालों का मोबाईल नंबर भी प्रदर्शित किया गया है। यह गूगल शीट प्रतिदिन लगातार अपडेट किया जाता है जिससे लोगों को त्वरित जानकारी मिल पायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 25 अप्रैल। कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के आइसोलेशन सेंटर से भागा कोरोना संक्रमित मिल गया है। परिजनों ने उसकी मानसिक स्थिति खराब होना बताया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उसे घर पर ही आइसोलेट किया है।
यहां यह बता दें कि कोरबा जिले के पोड़ी-उपरोड़ा के आइसोलेशन सेंटर में 23 अप्रैल को 8 कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा गया था। 24 अप्रैल की शाम को एक संक्रमित भरतलाल पटेल आइसोलेशन सेंटर से भाग गया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने भरतलाल पटेल के विरुद्ध थाना बांगो में अपराध दर्ज कराया है। फिलहाल उसे घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 25 अप्रैल। कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के छात्रावास में बनाए गए कोरोना आइसोलेशन सेंटर से एक कोरोना संक्रमित यूवक भाग गया। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने बांगो पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई है। कोरोना संक्रमित युवक की तलाश जारी है।
ज्ञात हो कि कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा के आइसोलेशन सेंटर में 23 अप्रैल को 8 कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा गया था। 24 अप्रैल की शाम को एक संक्रमित भरतलाल पटेल आइसोलेशन सेंटर से भाग गया। इसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों व पुलिस के जवानों ने मिलकर उसे आसपास खोजा पर उसका पता नहीं चला। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने भरतलाल पटेल के विरुद्ध थाना बांगो में अपराध दर्ज कराया है। संक्रमित के इस तरह भाग जाने से दूसरे लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 अपै्रल। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अधिक संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन बनाकर वायरस के संक्रमण को संक्रमित क्षेत्र से असंक्रमित क्षेत्र तक फैलने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
इसी तारतम्य में अनुविभाग कटघोरा के अंतर्गत नगर निगम कोरबा के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 54 ग्राम बरमपुर सर्वमंगला नगर दुरपा, वार्ड 59 ग्राम खम्हरिया विकासनगर एवं वार्ड 67 ग्राम गजरा साइड मोहल्ला को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कटघोरा के एसडीएम श्री अभिषेक शर्मा ने इस संबंध मे जरूरी आदेश भी जारी कर दिए हैं। नगर निगम कोरबा के वार्ड क्रमांक 54 में 14 कोरोना संक्रमित, वार्ड 59 में 10 कोरोना संक्रमित एवं वाड 67 में छह कोरोना मरीज मिलने पर उपरोक्त क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन की सीमा नगर निगम वार्ड 54 ग्राम बरमपुर में उत्तर में बरमपुर बस्ती, दक्षिण में सर्वमंगला चैक, पूर्व में कॉलोनी रास्ता एवं पश्चिम में आजाद नगर के 30-30 मीटर की परिधि तक निर्धारित की गई है। इसके बाद 50-50 मीटर परिधि को बफर जोन कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। वार्ड 59 में कंटेनमेंट जोन उत्तर में सडक़, दक्षिण मे रेलवे स्टेशन, पूर्व में शारदा हार्डवेयर दुकान एवं पश्चिम में रेलवे स्टेशन मार्ग के क्षेत्र को शामिल करते हुए पांच-पांच मीटर की परिधि तक को बनाया गया है। इसके बाद 30-30 मीटर परिधि को बफर जोन बनाया गया है।
इसी प्रकार वार्ड 67 ग्राम गजरा साइड मोहल्ला में कंटेनमेंट जोन की सीमा उत्तर में पंच राम का मकान, दक्षिण में जगतराम का मकान, पूर्व में जयस्तम्भ चैक एवं पश्चिम में टेंगा प्रसाद के मकान तक 30-30 मीटर परिधि तक निर्धारित की गई है। इसके बाद 30-30 मीटर परिधि को बफर जोन, कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
कोरोना संक्रामक महामारी की रोकथाम के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी किरण कौशल द्वारा अनुविभागीय अधिकारियों को अपने-अपनेे अधिकार क्षेत्र में परिस्थितियों के अनुसार कन्टेनमेंट जोन घोषित करने अधिकृत किया गया है। घोषित माइक्रो कंटेनमेंट जोन में प्रवेश, निकास के लिए केवल एक द्वार होगा जिसमें तैनात पुलिस अधिकारी, फिजिकल डिस्टेंसिंग करते हुए मेडिकल इमरजेंसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु आवागमन करने वाले सभी व्यक्तियों का विवरण एक रजिस्टर में दर्ज करेंगे। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी दुकानें, आफिस एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त पूर्णत: बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कंटेनमेंट जोन में होम डिलीवरी के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर की जाएगी। कंटेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंद रहेगा।
मेडिकल इमरजेंसी छोडक़र अन्य किसी कारण से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। कन्टेनमेंट जोन में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी उत्तरदायी होंगे।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में शासन के निर्देशानुसार कान्टेक्ट ट्रेसिंग, स्वास्थ्य निगरानी तथा सैम्पल की जांच आदि आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। कंटेनमेंट जोन में घरों के एक्टिव सर्विलांस, स्वास्थ्य टीम एसओपी अनुसार दवा, मास्क, पीपीई किट इत्यादि उपलब्ध कराने तथा बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के बीएमओ को दी गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 अपै्रल। कलेक्टर किरण कौशल के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन सजगता और गंभीरता पूर्वक जिले में कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगा हुआ है। जिला प्रशासन द्वारा बिना लक्षण या कम लक्षण वाले कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन की भी सुविधा प्रदान की जा रही है।
होम आईसोलेटेड मरीजों को लगातार निगरानी में रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। 18 अप्रैल को एक ही दिन में 434 होम आईसोलेटेड मरीजों को स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज किया गया। जिले में अब तक ठीक हुए कोरोना संक्रमित मरीजों में से 93 प्रतिशत मरीज होम आइसोलेशन में रहकर पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। जिले में अब तक कुल 19 हजार 154 कोरोना मरीज पूरी तरह से ठीक होने के पश्चात डिस्चार्ज किए गए हैं, जिसमें से होम आइसोलेशन में रह कर 17 हजार 993 मरीज पूरी तरह ठीक हुए हैं। कोविड अस्पतालों से एक हजार 161 मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं।
होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमितों को मेडिकल टीम द्वारा लगातार स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। होम आईसोलेट मरीजों के निगरानी के लिए जिला स्तरीय चैबीस घंटे चलने वाले कंट्रोल रूम की स्थापना भी की गई है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर होम आईसोलेशन कंट्रोल रूम नंबर 07759-222720, 21, 22, 23, 24 में संपर्क कर उचित सलाह ले सकते हैं। 24 घंटे चलने वाले कंट्रोल रूम के जरिए होम आइसोलेटेड कोरोना संक्रमित मरीजों को किसी भी समय परेशानी होने पर तत्काल स्वास्थ्य सलाह भी दिया जा रहा है। जिसके कारण कोरोना संक्रमित मरीजों की ठीक होने की दर में बढ़ोतरी हो रही है। होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीज डॉक्टरी सलाह से नियमित दवाईयों का सेवन करके तथा होम आईसोलेशन दिशा-निर्देशों का पालन करके तेजी से ठीक हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना पीडि़त मरीजों को जरूरी दवाइयों की किट उपलब्ध कराई जा रही है। दवाईयों के किट में दवा कैसे लेनी है, इसकी जानकारी से युक्त पर्ची भी सलंग्न होती है। किट में सामान्य तौर से पांच दिन की दवाइयों का डोज रहता है। लेकिन विटामिन सी, जिंक टेबलेट और केल्सियम की गोली को आगे 10-15 दिन तक सेवन अच्छा माना गया है। बुखार आने पर मरीज को पैरासिटामाल की गोली लेने की सलाह दी जाती है।
सर्दी होने पर सिट्रीजीन गोली लेने तथा यदि किसी को दस्त की समस्या हो तो होम आईसोलेशन कंट्रोल रूम में सम्पर्क कर चिकित्सक की सलाह लेने के निर्देश दिए जाते हैं। होम आईसोलेटेड मरीज को ओआरएस एवं इलेक्ट्रॉल युक्त जल का सेवन बार-बार किया जाना चाहिए। खाने-पीने में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए। प्रोटीन युक्त भोजन ज्यादा उचित रहता है। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है। कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ दिन शरीर में कमजोरी रह सकती है, जो कि धीरे-धीरे ठीक हो जाती है। होम आईसोलेटेड मरीजों को नियमित रूप से शरीर का तापमान और ऑक्सीजन लेवल सुबह-शाम लेने की सलाह दी जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 19 अपै्रल। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अन्य राज्यों से कोरबा लौटने वाले मजदूरों और उनके समूहों पर प्रशासन की पैनी नजर है।
बाहर राज्यों से कोरबा जिले में लौटने वाले मजदूरों से कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से आगमन स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण के कारण अन्य राज्यों में रोजगार की कमी से जूझते मजदूरों और प्रवासी श्रमिकों के कोरबा जिले में लौटने पर पूरी जानकारी और पहचान जरूरी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने कलेक्टर किरण कौशल के निर्देश पर दो निगरानी दलों का गठन किया है। श्रम निरीक्षक और श्रम कल्याण अधिकारी इन दलों में शामिल किये गये है।
पहले दल में श्रम निरीक्षक आर.के.साहू मोबाइल नंबर 77738-03085 और श्रम कल्याण निरीक्षक वीरेन्द्र राठौर मोबाइल नंबर 88394-29679 को शामिल किया गया है। दूसरे निरीक्षण दल में दो श्रम कल्याण अधिकारी बलबीर भारद्वाज मोबाइल नंबर 96855-38101 और मनीष भीष्म मोबाइल नंबर 90986-30643 शामिल किए गए हैं।
कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति को देखते हुए कोरबा जिले में अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों या प्रवासी श्रमिक समूहों की सूचना दोनों निरीक्षण दलों के किसी भी अधिकारी को फोन पर दी जा सकती है। ऐसे सभी प्रवासी मजदूरों के बार में सूचना मिलने पर उन्हें तत्काल कोरेंटाईन कराया जाएगा और आवश्यकता पडऩे पर या कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उनके समुचित इलाज की व्यवस्था की जायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 19 अपै्रल। कोरबा जिले में लॉकडाउन के उल्लंघन पर शहर तहसीलदार ने रूमगढ़ा के दुकान संचालक के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करा दी है। इसके साथ ही तहसीलदार ने दुकान को भी आगामी आदेश तक के लिए सील कर दिया है।
रूमगढ़ा स्थित संजय दिनेश जनरल स्टोर्स एवं स्टेशनरी दुकान संचालक ने कार्यवाही के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों को धमकाया भी और उपर बात कर दुकान खुलवाने का रौब भी दिखाया। तहसीलदार ने जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के नियंत्रण के लिए लागू पूर्ण तालाबंदी के उल्लंघन पर दुकान संचालक के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 269 और 270 के तहत प्रकरण बालको थाना में दर्ज कराया है।
उल्लेखनीय है कि कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और आमजनों की कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए 27 अपै्रल तक पूर्ण तालाबंदी की गई है। इस दौरान जनरल स्टोरों और स्टेशनरी दुकानों को भी संचालन की अनुमति नहीं है। रूमगढ़ा स्थित संजय दिनेश जनरल स्टोर्स एवं स्टेशनरी दुकान का संचालक पूर्ण तालाबंदी के आदेश का उल्लंघन करते हुए दुकान खोलकर लोगों को राशन सामग्री आदि बेच रहा था।
तहसीलदार सुरेश साहू ने मौक पर पहुंचकर कार्यवाही की तो दुकान संचालक ने दुकान अंदर से बंद कर ताला लगा दिया। कार्यपालिक दण्डाधिकारी एवं तहसीलदार श्री साहू ने दुकान संचालक का बार-बार बाहर बुलाया पर वे बाहर नहीं आये। तहसीलदार ने रूमगढ़ा चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों को बुलाकर दुकान खुलवाने की कोशिश की परंतु संचालकों द्वारा दुकान का शटर नहीं खोला गया। दुकान के बाहर संचालकों के लिखे फोन नंबर पर कॉल करने पर संचालक ने कार्यवाही कर रहे अधिकारियों को धमकाया और जो करना है करो, मैं उपर बात कर लूंगा, दुकान खुलवा लूंगा कहकर फोन स्वीच ऑफ कर दिया।
कार्यवाही कर रहे अधिकारियों ने आसपास के लोगों से भी लॉक डाउन के दौरान दुकान संचालन के विषय में जानकारी ली। लोगों ने बताया कि दुकान संचालकों द्वारा लगातार आधा शटर गिराकर लोगों को राशन सामग्री का विक्रय किया जा रहा था। कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं हो रहा था, साथ ही लॉक डाउन के प्रावधानों का उल्लंघन भी किया जा रहा था।
कार्यपालिक दण्डाधिकारी ने कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए लागू की गई पूर्ण तालाबंदी के उल्लंघन पर दुकान संचालकों के विरूद्ध बालको थाने में एफआईआर दर्ज कराकर दुकान को सील कर दिया है।
कोरबा, 18 अप्रैल। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए अधिक संख्या में कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाए जाने वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। कंटेनमेंट जोन बनाकर वायरस के संक्रमण को संक्रमित क्षेत्र से असंक्रमित क्षेत्र तक फैलने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तारतम्य में अनुविभाग कटघोरा के अंतर्गत आदर्श नगर कुसमुंडा, नगर पालिका कटघोरा के वार्ड क्रमांक सात महेशपुर एवं नगर पालिका दीपका के वार्ड क्रमांक 17 को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। कटघोरा के एसडीएम श्री अभिषेक शर्मा ने इस संबंध मे जरूरी आदेश भी जारी कर दिए हैं। नगर पालिका दीपका के वार्ड क्रमांक सात में 13 कोरोना संक्रमित, वार्ड क्रमांक 17 बंकिमचंद्र चटर्जी वार्ड में छह कोरोना संक्रमित एवं आदर्श नगर कुसमुंडा में छह कोरोना मरीज मिलने पर उपरोक्त क्षेत्र को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन की सीमा कुसमुंडा आदर्श नगर में क्वार्टर नंबर बी-165 से बी-174 तक, उत्तर में रिक्त भूमि, दक्षिण में खाली रिक्त भूमि, पूर्व में रास्ता, एवं पश्चिम में बाड़ी तक के क्षेत्र को शामिल करते हुए 20-20 मीटर की परिधि तक निर्धारित की गई है। नगर पालिका दीपका के वार्ड क्रमांक 17 में क्वार्टर नंबर 127 से क्वार्टर नंबर 133 तक, उत्तर में आम रास्ता, दक्षिण में क्वार्टर नंबर बी-127 का वाउंड्रीवाल, पूर्व में आम रास्ता, पश्चिम में जल निकासी गलियारा तक के क्षेत्र को शामिल करते हुए चारों दिशाओं में लगभग 30-30 मीटर परिधि कोे कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। कटघोरा के वार्ड क्रमांक सात में उत्तर में गली, दक्षिण में मनहरण सिंह का घर, पूर्व में रिक्त भूमि, पश्चिम में गली व वेदराम का घर को शामिल करते हुए 30-30 मीटर परिधि तक के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन उसके बाद 50-50 मीटर की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है।
कोरोना संक्रामक महामारी की रोकथाम के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती किरण कौशल द्वारा अनुविभागीय अधिकारियों को अपने-अपनेे अधिकार क्षेत्र में परिस्थितियों के अनुसार कन्टेनमेंट जोन घोषित करने अधिकृत किया गया है। घोषित माइक्रो कंटेनमेंट जोन में प्रवेश, निकास के लिए केवल एक द्वार होगा जिसमें तैनात पुलिस अधिकारी, फिजिकल डिस्टेंसिंग करते हुए मेडिकल इमरजेंसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु आवागमन करने वाले सभी व्यक्तियों का विवरण एक रजिस्टर में दर्ज करेंगे। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी दुकानें, आफिस एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आगामी आदेश पर्यन्त पूर्णतः बंद रहेंगे। प्रभारी अधिकारी द्वारा कन्टेनमेंट जोन में होम डिलीवरी के माध्यम से आवश्यक वस्तु की आपूर्ति उचित दरों पर की जाएगी। कन्टेनमेंट जोन अंतर्गत सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन पर पूर्ण प्रतिबंद रहेगा। मेडिकल इमरजेंसी छोड़कर अन्य किसी कारण से बाहर निकलना प्रतिबंधित रहेगा। कन्टेनमेंट जोन में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने संबंधित क्षेत्र के थाना प्रभारी उत्तरदायी होंगे। खण्ड चिकित्सा अधिकारी द्वारा संबंधित क्षेत्र में शासन के निर्देशानुसार कान्टेक्ट ट्रेसिंग, स्वास्थ्य निगरानी तथा सैम्पल की जांच आदि आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। कंटेनमेंट जोन में घरों के एक्टिव सर्विलांस, स्वास्थ्य टीम एसओपी अनुसार दवा, मास्क, पीपीई किट इत्यादि उपलब्ध कराने तथा बायो मेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन की जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के बीएमओ को दी गई है।
कोरबा, 18 अप्रैल। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अन्य राज्यों से कोरबा लौटने वाले मजदूरों और उनके समूहों पर प्रशासन की पैनी नजर है। बाहर राज्यों से कोरबा जिले में लौटने वाले मजदूरों से कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए जिला प्रशासन ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से आगमन स्थलों पर निगरानी बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण के कारण अन्य राज्यों में रोजगार की कमी से जूझते मजदूरों और प्रवासी श्रमिकों के कोरबा जिले में लौटने पर पूरी जानकारी और पहचान जरूरी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर दो निगरानी दलों का गठन किया है। श्रम निरीक्षक और श्रम कल्याण अधिकारी इन दलों में शामिल किये गये है।
पहले दल में श्रम निरीक्षक आर.के.साहू मोबाइल नंबर 77738-03085 और श्रम कल्याण निरीक्षक वीरेन्द्र राठौर मोबाइल नंबर 88394-29679 को शामिल किया गया है। दूसरे निरीक्षण दल में दो श्रम कल्याण अधिकारी बलबीर भारद्वाज मोबाइल नंबर 96855-38101 और मनीष भीष्म मोबाइल नंबर 90986-30643 शामिल किये गये हैं। कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति को देखते हुए कोरबा जिले में अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों या प्रवासी श्रमिक समूहों की सूचना दोनों निरीक्षण दलों के किसी भी अधिकारी को फोन पर दी जा सकती है। ऐसे सभी प्रवासी मजदूरों के बार में सूचना मिलने पर उन्हें तत्काल कोरेंटाईन कराया जायेगा और आवश्यकता पड़ने पर या कोरोना संक्रमित पाये जाने पर उनके समुचित ईलाज की व्यवस्था की जायेगी।