छत्तीसगढ़ » कोरबा
वापस लाने जुटी पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 जनवरी। बड़े शहर जाकर ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर जिले के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर व आदिवासी जनजाति के लोगों को कर्नाटक के बेंगलुरू जिला में बंधक बनाकर काम कराए जाने का मामला पुलिस के पास आया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने इस मामले में टीम बनाकर पीडि़त पक्षों से जानकारी जुटा कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हंै।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अपने परिजन व बच्चों को कर्नाटक से सकुशल वापसी को लेकर चिंतित परिजनों ने क्षेत्रीय युवा नेता संजय सिंह गौड़ के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
बालको थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत अजगरबहार (दलदली मोहल्ला) निवासी शुकवारो बाई, ईतवारिन बाई ने बताया कि परिवार के सदस्य कमाने-खाने के नाम पर बांधापाली रामपुर निवासी सुभाष केंवट एजेंट के माध्यम से कर्नाटक के बेंगलुरू जिला अंतर्गत बैटिकगांव में अच्छे कमाई का लालच देकर एक माह पूर्व 15 दिसंबर 2021 को ले जाए गए हैं। बोरवेल कंपनी के मालिक द्वारा इनसे जबरन काम कराया जा रहा है। उनके मोबाईल जब्त कर बंधक बना कर काम कराया जा रहा है और परिजनों से बातचीत या संपर्क करने नहीं दे रहे हैं। काम पर गए सभी लोग घर वापस आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है, जिससे सभी चिंतित हैं।
शुकवारो व ईतवारिन बाई ने बताया कि हम गरीब परिवार पहाड़ी कोरवा, बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति से हैं।
बंधक बनाए गए लोगों में जोतराम बिरहोर (17) अजगरबहार, भवनराम बिरहोर (16) अजगरबहार, रामसिंह कोरवा (36) लेमरू, दिलीप कुमार कोरवा (22) लेमरू, सिखाऊराम (26) लेमरू, पसऊ राम कोरवा (18) लेमरू व पुन्नीराम बिरहोर (16) देवपहरी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस जरूरी जानकारी जुटाकर जिले के निवासियों को कोरबा वापस लाने की कार्रवाई कर रही है।
कोरबा, 17 जनवरी। जेसीआई कोरबा सेंट्रल की जेंसीरेट विंग ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ग्रामीण बच्चों को स्वेटर, मास्क और तिल लड्डू का वितरण किया।
जिसमें जेसीरेट की अध्यक्षा मुक्ता अग्रवाल, अध्यक्ष आनंद अग्रवाल भैया, पूर्व अध्यक्षा पद्मिनी साहू , सुमन अग्रवाल, ज्योति मिश्रा, कविता सोनी और पिंकी अग्रवाल की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 16 जनवरी। कोयला खदान से चोरी का कोयला ले जा रहे वाहन को पकडक़र खदान के सुरक्षा कर्मियों द्वारा थाना लाया जा रहा था, इसी बीच सुरक्षाकर्मियों से चोर गिरोह ट्रक को लेकर भाग निकले।
घटना बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत आने वाले खदान में 13 जनवरी की रात की है। बांकीमोंगरा के सुराकछार की कोयला साइडिंग में विजय देवड़ा सुरक्षा उप निरीक्षक रात को अपने सहयोगियों के साथ ड्यूटी पर था। रात करीब 3 बजे साइडिंग के अंदर से ट्रक क्रमांक सीजी-11एयू-2097 में बोरियों में भरकर लोड किया गया कोयला लेकर चालक निकला।
रोक कर चेक करने पर ट्रक में सवार कुछ लोग कूदकर भाग निकले, लेकिन चालक को पकड़ लिया गया। चालक और 45 हजार रुपए कीमत का कोयला लदा ट्रक को लेकर खदान के सुरक्षाकर्मी थाना जा रहे थे कि रास्ते में अज्ञात चोरों ने सुरक्षाकर्मियों के कब्जे से ट्रक को छुड़ा कर भाग गए। सुरक्षा उप निरीक्षक विजय देवड़ा की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर पतासाजी की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 16 जनवरी। कोयला खदान से चोरी का कोयला ले जा रहे वाहन को पकडक़र खदान के सुरक्षा कर्मियों द्वारा थाना लाया जा रहा था, इसी बीच सुरक्षाकर्मियों से चोर गिरोह ट्रक को लेकर भाग निकले।
घटना बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत आने वाले खदान में 13 जनवरी की रात की है। बांकीमोंगरा के सुराकछार की कोयला साइडिंग में विजय देवड़ा सुरक्षा उप निरीक्षक रात को अपने सहयोगियों के साथ ड्यूटी पर था। रात करीब 3 बजे साइडिंग के अंदर से ट्रक क्रमांक सीजी-11एयू-2097 में बोरियों में भरकर लोड किया गया कोयला लेकर चालक निकला। रोक कर चेक करने पर ट्रक में सवार कुछ लोग कूदकर भाग निकले, लेकिन चालक को पकड़ लिया गया। चालक और 45 हजार रुपए कीमत का कोयला लदा ट्रक को लेकर खदान के सुरक्षाकर्मी थाना जा रहे थे कि रास्ते में अज्ञात चोरों ने सुरक्षाकर्मियों के कब्जे से ट्रक को छुड़ा कर भाग गए। सुरक्षा उप निरीक्षक विजय देवड़ा की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर पतासाजी की जा रही है।
कोरबा में मिले 515 संक्रमित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 जनवरी। कोरबा में मंगलवार को 515 कोविड संक्रमितों की पहचान हुई है, जिसमें 329 पुरुष और 186 महिला शामिल हैं। करतला 55, कटघोरा ग्रामीण 86, कटघोरा शहरी 90, कोरबा ग्रामीण 18, कोरबा शहरी 241, पाली 21, पोड़ी उपरोड़ा 4 मरीज मिले हैं। आदिवासी कन्या छात्रावास के आधा दर्जन बच्चे भी संक्रमित हुए हैं।
कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा। लगातार बढ़ते संक्रमितों ने चिंता बढ़ा दी है। मंगलवार को रिकॉर्ड तोड़ 515 संक्रमित तीसरी लहर में पहली बार दर्ज हुए हैं। जिले के करतला ब्लॉक में 55 संक्रमित मिले हैं। कटघोरा ग्रामीण क्षेत्र से 86, शहर क्षेत्र से 90, कोरबा ग्रामीण क्षेत्र से 18, शहर क्षेत्र से सर्वाधिक 241, पाली ब्लॉक से 21 और पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक से 4 संक्रमित दर्ज किए गए हैं।
जिला स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक करतला ब्लॉक के कन्या छात्रावास और शासकीय विद्यालय तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कोरोना विस्फोट हुआ है। कन्या छात्रावास करतला में 6 छात्राएं संक्रमित हुई हैं। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल व शासकीय स्कूल कोथारी में कुल 28 बच्चे व स्टाफ संक्रमित मिले हैं। कटघोरा ब्लॉक में कुसमुंडा की आदर्श नगर कॉलोनी, विकास नगर, सीआईएसएफ गेवरा, एनटीपीसी की आवासीय कालोनियां, फॉरेस्ट कॉलोनी, फायर कालोनी दर्री, दीपिका, गेवरा, छुरी सहित अन्य इलाके संक्रमण की चपेट में है।
कोरबा ग्रामीण के कुदमुरा सहित वनांचल ग्राम चपेट में हैं। शहर में न्यू एरा प्रोगेसिव स्कूल में एक साथ 25 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें यहां के शिक्षके, स्टाफ से लेकर उनके बच्चे भी संक्रमित हुए हैं। जिला चिकित्सालय में 2 डॉक्टर सहित छह स्टाफ संक्रमित हुए हैं। कलेक्ट्रेट कार्यालय के 13 अधिकारी और कर्मचारी पॉजिटिव आए हैं। वयोवृद्ध पूर्व एल्डरमैन एवं युवा पत्रकार भी पॉजिटिव हुए हैं। ओम फ्लैट से 3 वर्षीय बच्ची सहित 15 लोग पॉजिटिव दर्ज हुए हैं। रानी रोड कोरबा में एक ही परिवार के चार सदस्य पॉजिटिव आए हैं।
ग्राम दादर रोड हनुमान मंदिर के पास एक परिवार के 2 व 4 वर्षीय बच्चे सहित कुल 8 लोग संक्रमित हुए हैं। पुराना बस स्टैंड में एक परिवार के कुल 7 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिला न्यायालय से भी एक कर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव दर्ज हुई है।
कोरबा, 12 जनवरी। बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने अभिनव प्रयोग करते हुए वर्चुअल जनदर्शन लगाने की शुरुआत बुधवार से की है ।
पहले वर्चुअल जनदर्शन में 16 शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें से एक शिकायत का मौके पर निराकरण किया गया। शेष 15 शिकायतों को संबंधित थाना, चौकी प्रभारियों को जांच हेतु भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक श्री पटेल ने संबंधित थाना, चौकी प्रभारी को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए शिकायतों का त्वरित निराकरण करने का निर्देश दिया है।
वर्चुअल जनदर्शन के दौरान पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने शिकायतकर्ताओं से मोबाइल के माध्यम से बात कर उनकी समस्याओं को सुना और जल्द से जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कोरबा जिले के निवासियों से अपील की है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से बचने हेतु कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करें, अनावश्यक रूप से घर से बाहर न जाएं, बाहर जाते समय मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, साफ-सफाई का ध्यान रखें, सेनेटाइजर का उपयोग करें, हाथ लगातार होते रहें, सर्दी बुखार या किसी अन्य बीमारी का लक्षण प्रकट होने पर तत्काल जांच करवाकर उचित दवाओं का सेवन करें, ताकि महामारी को फैलने से रोका जा सके ।
कोरबा, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनदर्शन के माध्यम से आम जनता की समस्याओं को सुनने एवं समाधान करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को दिया गया है, जिसके परिपालन और कोरोना के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने प्रत्येक मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनदर्शन लगाकर जनता की समस्याओं को सुनकर करने की जानकारी दी है। वर्तमान में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के कारण जनदर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था।
एसपी ने बताया कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में एक नया प्रयोग करते हुए कोरबा में वर्चुअल जनदर्शन की शुरुआत की गई है। इसके लिए एसपी ने मोबाइल एवं व्हाट्सएप नंबर 9479279973 जारी करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों के संबंध में उक्त मोबाइल नम्बर पर कॉल कर शिकायतों की सॉफ्ट कॉपी भेज समस्याएं बता सकता है।
सभी समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा।
एसपी ने जारी किया व्हाट्सएप नंबर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जनवरी। मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जनदर्शन के माध्यम से आम जनता की समस्याओं को सुनने एवं समाधान करने के निर्देश सभी जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों को दिया गया है, जिसके परिपालन और कोरोना के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने प्रत्येक मंगलवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जनदर्शन लगाकर जनता की समस्याओं को सुनकर करने की जानकारी दी है। वर्तमान में बढ़ते कोविड-19 संक्रमण के कारण जनदर्शन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया था।
एसपी ने बताया कि मुख्यमंत्री के मंशानुरूप आम जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान की दिशा में एक नया प्रयोग करते हुए कोरबा में वर्चुअल जनदर्शन की शुरुआत की गई है। इसके लिए एसपी ने मोबाइल एवं व्हाट्सएप नंबर 9479279973 जारी करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता अपनी शिकायतों के सम्बंध में उक्त मोबाइल नम्बर पर कॉल कर शिकायतों की सॉफ्ट कॉपी भेज समस्याएं बता सकता है। सभी समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 9 जनवरी। कोरबा जिले में अभी तक 22 हजार 723 किसानों से समर्थन मूल्य पर सहकारी समितियों ने नौ लाख 79 हजार 113 क्विंटल धान खरीद लिया है। किसानों से खरीदे गये इस धान की कीमत 189 करोड़ 95 लाख रूपये से अधिक है।
किसानों को अपना धान बेचने के लिए समितियों में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही है। इसके साथ ही तेजी से धान उठाव के लिए मिलर्स को डीओ भी जारी किए जा रहे हैं। जिले में अब तक खरीदे गये धान की लगभग 58 प्रतिशत मात्रा का उठाव मिलर्स द्वारा किया जा चुका है। जिले के 55 धान खरीदी केन्द्रों में समर्थन मूल्य पर आठ लाख 73 हजार 458 क्विंटल 40 किलो मोटा और एक लाख चार हजार 480 क्विंटल 80 किलो सरना और एक हजार 148 क्विंटल पतला धान खरीदा गया है। जिले में 10 जनवरी को धान बेचने के लिए एक हजार 255 किसानों को टोकन जारी किए गए हैं। इन किसानों से लगभग 55 हजार 139 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी।
कोरबा जिले में अभी तक मिलरों द्वारा कुल खरीदे गए धान में से लगभग 58 प्रतिशत धान का उठाव कर लिया गया है। मिलर्स ने खरीदी केन्द्रों से पांच लाख 65 हजार 172 क्विंटल से अधिक धान उठा लिया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि जिले के खरीदी केन्द्रों से चार लाख 95 हजार 412 क्विंटल मोटा और 69 हजार 760 क्विंटल सरना धान का उठाव मिलरों द्वारा कर लिया गया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि सभी समितियों में धान की शेष मात्रा निर्धारित बफर लिमिट के आसपास ही है और लगातार डीओ कटने से मिलरों को तत्काल गाडिय़ां लगवाकर धान उठाव के लिए निर्देशित भी किया जा रहा है।
सोमवार दस जनवरी को एक हजार 255 किसानों को धान बेचने के लिए उपार्जन केन्द्रों से टोकन जारी कर दिए गए हैं। इन किसानों से 55 हजार 139 क्विंटल से अधिक धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। सोमवार को धान खरीदी केन्द्र अखरापाली में 33, उतरदा में 37, कटघोरा में 17, कनकी में 29, करतला में 20, केरवाद्वारी में 19, कुलहरिया में 33, कोथारी में 22, कोरकोमा में 34, कोरबी पाली में 48, पोड़ी-उपरोड़ा कोरबी में 34, चैतमा में 34, चिकनी पाली में 21, लबेद में 17, छुरीकला में 20, सुमेधा में 11 एवं जटगा में 18 किसान समर्थन मूल्य पर धान बेचेंगे। धान खरीदी केन्द्र जटगा तुमान में 09, जवाली में 33, रंजना में 09, तुमान में 32, तिलकेजा में 20, दुरपा में 12, नवापारा में 29, बेहरचुंआ में 19, निरधि में 24, पठियापाली में 21, पसान में 26, लैंगा में 11, नुनेरा में 08, पाली में 38, पिपरिया में 10, पोड़ी में 19, पोड़ी-उपरोड़ा में 10, फरसवानी में 21, बरपाली कोरबा में 31, बरपाली में 50, बिंझरा में 21, कुदुरमाल में 14 एवं भैंसमा में 35 किसानों ने धान बेचने के लिए टोकन कटाया है।
इसी प्रकार धान खरीदी केन्द्र भिलाई बाजार में 30, रामपुर में 23, लाफा में 21, श्यांग में 28, सपलवा में 07, उमरेली में 17, सुखरीकला में 20, सिरमिना में 39, दादरखुर्द में 13, सोनपुरी में 29, सोहागपुर में 27, कराईनारा में 17, नोनबिर्रा में 16 एवं हरदीबाजार में 19 किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी किया गया है।
नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई और जुर्माना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 9 जनवरी। पिछले तीन-चार दिनों में जिले में अचानक बढ़े कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन ने अब सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की अब प्रशासन की टीम द्वारा आकस्मिक जांच की जाएगी। होम आइसोलेशन के निर्धारित नियमों, कंटेनमेंट प्रोटोकॉल का पालन जैसे विषयों पर प्रशासन की टीम मौके पर जाकर तकसीद करेगी। नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर संबंधित व्यक्ति और उसके परिजनों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई तथा जुर्माना किया जाएगा।
जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों को देखते हुए कलेक्टर रानू साहू ने कल वीडियो कांफेंसिंग के माध्यम से प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तथा डाक्टरों के साथ मीटिंग की।
मीटिंग में उन्होंने कोविड संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए होम आइसोलेशन के नियमों को सख्ती से पालन कराने और आमजनों से कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराने पर विशेष जोर दिया।
श्रीमती साहू ने इसके साथ ही गंभीर कोविड मरीजों के इलाज के लिए सीपेट और ईएसआईसी कोविड अस्पतालों में सभी तैयारियां और इंतजाम अगले दो दिनों में पूरे करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये हुई इस बैठक में नगर निगम आयुक्त कुलदीप शर्मा, प्रभारी एडीएम सुनील नायक, सीएमएचओ डॉ.बी.बी.बोडे सहित चारों राजस्व अनुभागों के एसडीएम, जनपद पंचायतों के सीईओ, बीएमओ और अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले लोगों और उनके परिजनों का कंटेनमेंट जोन से बाहर निकलना पूरी तरह सख्ती से प्रतिबंधित किया जाये। होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीज या उनके परिजनों के घरों से बाहर निकलने या आइसोलेशन के नियमों का उलंघन करते पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई करने और जुर्माना लगाने के भी निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिए। कंटेनमेंट जोन में लोगों की जरूरत का सामान राशन, दूध, सब्जी आदि की नगरीय निकायों द्वारा घर पहुंच सेवा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सुनिश्चित की जायें। श्रीमती साहू ने यह भी निर्देशित किया कि गरीब परिवारों के होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड पाजिटिव व्यक्ति को पल्स आक्सीमीटर और थर्मामीटर भी उपलब्ध कराया जाये। कलेक्टर ने जोनवार-वार्डवार दल बनाकर होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों को जरूरी दवाईयों का वितरण करने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने शहर में बेवजह सडक़ों और दुकानों के सामने भीड़ लगाने, मास्क नहीं लगाने, कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले लोगों पर भी सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
श्रीमती साहू ने कांटेक्ट टेऊसिंग तेज करने और सभी प्राईमरी कांटेक्ट्स की तत्काल जांच कराने एवं जांच रिपोर्ट आने तक उन्हे होमआइसोलेशन में रखने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने तेजी से बढ़ते मरीजों के ईलाज के लिए इएसआईसी कोविड अस्पताल और सीपेट कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन, बिस्तर, जरूरी दवाओं, जीवन रक्षक उपकरणों और डॉक्टर, नर्स तथा अन्य मानव संसाधन के लिए भी सभी तैयारियां आगामी दो दिनों में पूरी करने के निर्देश सीएमएचओ डॉ. बोडे को दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में एक्टिव सर्वाइलेंस टीमों को सक्रिय करने और गांवों में होम आइसोलेशन में रहकर ईलाज करा रहे मरीजों की पूरी निगरानी करने के निर्देश भी कलेक्टर ने बैठक में दिए।
टीम भावना से करेंगे काम, तो हारेगा कोरोना- कलेक्टर श्रीमती साहू- बैठक में कलेक्टर ने तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए टीम भावना से काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच आपसी समन्वय और समझ-बूझ से ही काम करके हम सब मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं। उन्होंने कोविड से संक्रमित हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने स्वास्थ्य तथा परिजनों के स्वास्थ्य को भी ध्यान में रखकर होम आइसोलेशन और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को नियंत्रित करने खुद सुरक्षित रहते हुए अधिकारी-कर्मचारियों को जनहित में काम करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 4 जनवरी। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने पुनर्वास ग्राम गंगानगर के श्मशान घाट को ग्रामीणों को सूचित किये बिना और बगैर उनकी सहमति के श्मशान घाट को एसईसीएल द्वारा हटाये जाने की कोशिड्डश का कड़ा विरोध किया है और मांग की है कि पहले नए स्थायी श्मशान घाट का निर्माण कराया जाए और पुराने श्मशान घाट में निर्मित मठों (स्मारकों) को सामाजिक रीति-रिवाजों के अनुसार विस्थापित करने की प्रक्रिया को पूर्ण कराया जाए।
उल्लेखनीय है कि एसईसीएल, गेवरा द्वारा ग्राम घाटमुड़ा का अधिग्रहण वर्ष 1981-82 में किया गया था। अधिग्रहण के बाद उन्हें गंगानगर में बसाया गया था, लेकिन पूर्ण पुनर्वास के अभाव में उन्हें श्मशान घाट के लिए भूमि उपलब्ध नहीं कराई गई है। बसाहट के बाद ग्रामीण अब तक जिस जगह पर कफन-दफन कर रहे हैं, एसईसीएल द्वारा डोजर चलाकर उसे हटाने का प्रयास किया गया, जिसका ग्रामीणों ने तीखा विरोध किया।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि शमशान घाट में ग्रामीणों ने अपने पूर्वजों की याद में मठों (स्मारकों) का निर्माण कराया है और वे ग्रामीणों की आस्था के प्रतीक और धरोहर हंै। इन स्मृति-चिन्हों को बुलडोजऱ से नेस्तनाबूद करना अनैतिक और असामाजिक कृत्य है, जिसकी इजाजत एसईसीएल को नहीं दी जाएगी। यदि एसईसीएल ऐसा जबर्दस्ती करेगा, तो शांति भंग होगी।
माकपा ने इस संबंध में एक ज्ञापन एसडीएम, कटघोरा को सौंपा है और उनसे ग्रामीणों के पक्ष में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 3 जनवरी। कोरबा जिले में कोरोना का संक्रमण एक बार फिर बढ़ रहा है। रविवार को प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 40 नए संक्रमित जिले में दर्ज हुए हैं। कटघोरा और कोरबा विकासखंड हॉट स्पॉट के रूप में चिह्नित हो रहा है। कटघोरा ग्रामीण क्षेत्र से 14, कटघोरा शहरी से 4, कोरबा ग्रामीण से 1 और शहर क्षेत्र से 18 तथा पाली ब्लॉक से 3 संक्रमित मिले हैं। संक्रमितों में 26 पुरुष और 14 महिलाएं शामिल हैं।
आज कटघोरा ब्लॉक के कावेरी विहार एनटीपीसी टाऊनशिप, कटघोरा वार्ड-3, गोयल चाल, वार्ड-14 कारखाना एरिया, सुभाष नगर दीपका, झाबर, छुरीकला वार्ड-6 व 7, कसनिया क्षेत्र से संक्रमित मिले हैं।
कोरबा विकासखंड में एमपी नगर, पावर इम्पिरिया, ईएसआईसी हॉस्पिटल, परसाभाठा बालको, एसईसीएल एजीएम कालोनी कोरबा, पथर्रीपारा, आरएसएस नगर, एमपी नगर विस्तार, मानिकपुर, टीपी नगर, साडा कालोनी बालको, ओम फ्लेट रामपुर, बीच बस्ती जामबहार से संक्रमित मिले हैं। पाली विकासखंड के ग्राम पहाडज़मड़ी, औराभाठा व अलगीडांड़ से भी संक्रमित दर्ज हुए हैं।
आज से 48 स्कूलो में विद्यार्थियों को लगेगी वेक्सीन
राज्य सरकार द्वारा 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण प्रारंभ किया जा रहा है। इसके लिए आवश्यक कार्रवाही सुनिश्चित कर 48 स्कूलों में स्थायी टीकाकरण केंद्र बनाए गए है। कोवैक्सीन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता, पर्याप्त सीरिंज, हैण्ड सेनेटाइजर एवं मास्क, हब कटर एवं निडिल डिस्ट्रायर, गोपनीयता हेतु पर्दे या स्क्रीन की उपलब्धता, एनाफैलेक्सिस किट, टीकाकरण पश्चात उत्पन्न जैव चिकित्सकीय अपशिष्टों के प्रबंधन हेतु लाल व काले रंग के थैलों की उपलब्धता, कोविड-19 टीकाकरण एवं कोविड व्यवहार से संबंधित प्रचार-प्रसार सामग्री निगरानी कक्ष में टीकाकरण पश्चात कम से कम 30 मिनट प्रतिक्षा व निगरानी दल हेतु पर्याप्त स्थान होना चाहिए।
टीकाकरण पश्चात प्रतिकूल घटनाओं के प्रबंधन हेतु किट की उपलब्धता होनी चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाए कि 15 से 18 वर्ष के समस्त लाभार्थी मास्क पहनकर ही टीकाकरण कक्ष में प्रवेश करें तथा अपनी पात्रता सुनिश्चित करने जन्मतिथि से संबंधी उचित दस्तावेज साथ लेकर आए।
प्रत्येक विद्यालय आधारित कोविड-19 टीकाकरण केन्द्र में संभावित प्रतिकूल घटनाओं के उचित प्रबंधन हेतु चिकित्सा अधिकारी की उपलब्धता सुनिश्चित हो। लाभार्थी का टीकाकरण सिर्फ कोविड पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर 15 से 18 वर्ष के बच्चों का कोविड टीकाकरण किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
धान भीगने का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 2 जनवरी। कोरबा जिले के कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र में बेमौसम बारिश से धान भीगने के मामले में लापरवाह फड़ प्रभारी चंद्रकुमार राठौर को निलंबित कर दिया गया है। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर पर स्वत: संज्ञान लेकर कलेक्टर रानू साहू ने इसकी जांच के निर्देश दिए थे।। कलेक्टर के निर्देश पर कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में बेमौसम बारिश से धान के गीले होने की जांच डीआरसीएस, नायब तहसीलदार और जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी के दल ने की। जांच दल ने उपार्जन केंद्र में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के भीगने में फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही पाई। कलेक्टर की अनुशंसा पर लापरवाह फड़ प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
इस बारे में डीआरसीएस बसंत कुमार ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश के बाद कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र की जांच की गई। जांच के दौरान मौजूद फड़ प्रभारी और काम करने वाले हमालो ने बताया कि 28 दिसंबर की शाम बेमौसम बारिश और तेज अंधी तूफान जैसी हवा से तारपोलिन उड़ जाने के कारण केंद्र में रखा 49 बोरी धान गीला हो गया था। इस धान को कर्मचारियों द्वारा सूखे बारदाने में पलटी कर सुरक्षित किया गया है। आज धन में नमी की मात्रा 16.6 पाई गई है और धान पूरी तरह सुरक्षित है।
कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में लगभग सात हजार क्विंटल धान को ढकने के लिए तारपोलिन की पूरी व्यवस्था है परंतु फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही से बेमौसम बारिश से धान को बचाने की समय पर करवाई नहीं की गई और 49 बोरी धान बारिश में भीग गया। पर धान पूरी तरह सुरक्षित है उसे कोई नुकसान नहीं हुआ है।
फड़ प्रभारी को इस लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में केंद्र में बने सात चबूतरों पर 4 हज़ार क्विंटल धान सुरक्षित रखा गया है और केंद्र से धान का उठाव जारी है।
खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा, 2 जनवरी। नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में भण्डारित चांवल में से खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस किए जाएंगे। कलेक्टर रानू साहू ने खराब गुणवत्ता के चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल संबंधित मिलर से बदलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरबा एवं छुरी के गोदामों में छह हजार 255 क्विंटल अमानक चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल भण्डारित किए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा नान गोदाम में भण्डारित चांवल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए जांच समिति गठित किया गया है। जांच समिति द्वारा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के कोरबा एवं छुरी के गोदामों में उपलब्ध 59 स्टेकों से चांवल का सैम्पल परीक्षण के लिए लिया गया था। जांच में 54 स्टेक मानक श्रेणी के अंतर्गत पाया गया।
पांच स्टेकों में 16 हजार एकल बोरी में उपलब्ध छह हजार 255 क्विंटल चांवल में ब्रोकन एवं डिस्कलर की मात्रा निर्धारित मापदण्ड से अधिक पाया गया। परीक्षण के दौरान रिजेक्शन लिमिट वाले पांच स्टेकों के चांवल को संबंधित मिलर से रिप्लेस करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
कोरबा । कोरबा जिले के कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र में बेमौसम बारिश से धान भीगने के मामले में लापरवाह फड़ प्रभारी चंद्रकुमार राठौर को निलंबित कर दिया गया है। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर पर स्वतः संज्ञान लेकर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने इसकी जांच के निर्देश दिए थे।। कलेक्टर के निर्देश पर कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में बेमौसम बारिश से धान के गीले होने की जांच डीआरसीएस, नायब तहसीलदार और जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी के दल ने की । जांच दल ने उपार्जन केंद्र में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के भीगने में फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही पाई। कलेक्टर की अनुशंसा पर लापरवाह फड़ प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
इस बारे में डीआरसीएस बसंत कुमार ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश के बाद कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र की जांच की गई। जांच के दौरान मौजूद फड़ प्रभारी और काम करने वाले हमालो ने बताया कि 28 दिसंबर की शाम बेमौसम बारिश और तेज अंधी तूफान जैसी हवा से तारपोलिन उड़ जाने के कारण केंद्र में रखा 49 बोरी धान गीला हो गया था। इस धान को कर्मचारियों द्वारा सूखे बारदाने में पलटी कर सुरक्षित किया गया है। आज धन में नमी की मात्रा 16.6 पाई गई है और धान पूरी तरह सुरक्षित है। कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में लगभग सात हजार क्विंटल धान को ढकने के लिए तारपोलिन की पूरी व्यवस्था है परंतु फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही से बेमौसम बारिश से धान को बचाने की समय पर करवाई नही की गई और 49 बोरी धान बारिश में भीग गया। पर धान पूरी तरह सुरक्षित है उसे कोई नुकसान नही हुआ है। फड़ प्रभारी को इस लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में केंद्र में बने सात चबूतरों पर 4 हज़ार क्विंटल धान सुरक्षित रखा गया है और केंद्र से धान का उठाव जारी है।
खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा। नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में भण्डारित चांवल में से खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस किए जाएंगे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने खराब गुणवत्ता के चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल संबंधित मिलर से बदलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरबा एवं छुरी के गोदामों में छह हजार 255 क्विंटल अमानक चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल भण्डारित किए जाएंगे।
जिला प्रशासन द्वारा नान गोदाम में भण्डारित चांवल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए जांच समिति गठित किया गया है। जांच समिति द्वारा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के कोरबा एवं छुरी के गोदामों में उपलब्ध 59 स्टेकों से चांवल का सैम्पल परीक्षण के लिए लिया गया था। जांच में 54 स्टेक मानक श्रेणी के अंतर्गत पाया गया। पांच स्टेकों में 16 हजार एकल0 बोरी में उपलब्ध छह हजार 255 क्विंटल चांवल में ब्रोकन एवं डिस्कलर की मात्रा निर्धारित मापदण्ड से अधिक पाया गया। परीक्षण के दौरान रिजेक्शन लिमिट वाले पांच स्टेकों के चांवल को संबंधित मिलर से रिप्लेस करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
महिला नर्स अपहरण, करीबी निकला मास्टरमाइंड, 5 बंदी, 1 फरार
डरा धमका कर 2 करोड़ रुपए वसूलने की थी योजना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 दिसंबर। महिला नर्स अपहरण कांड के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक फरार है। महिला का करीबी मुख्य साजिशकर्ता है। सीसीटीवी फुटेज एवं स्कॉर्पियो के रजिस्ट्रेशन नंबर ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाया। डरा धमका कर 2 करोड़ रुपए वसूलने की योजना थी। पुलिस कीनाकेबंदी से घबराकर जंगल में छोडऩे आरोपी मजबूर हो गए।
पुलिस के अनुसार 25 दिसंबर को रात्रि करीब 8.30 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई बाजार में कार्यरत एक नर्स को अज्ञात स्कार्पियो सवार अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहरण किए जाने की सूचना मिलने पर चौकी हरदीबाजार थाना कुसमुंडा में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री लितेश सिंह रात्रि में ही घटनास्थल पर पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया एवं अलग-अलग टीम का गठन कर अलग अलग दिशाओं में भेजा गया तथा जिले में नाकेबंदी करवाकर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग करवाया जा रहा था।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रतनलाल डांगी रात्रि में ही 1 बजे पुलिस चौकी हरदी बाजार पहुंचे एवं मामले के बारे में जानकारी लेकर अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश गए थे।
पुलिस टीम द्वारा रात्रि में ही अलग-अलग दिशाओं में अपहृत महिला एवं अपहरणकर्ताओं के भागने के सभी रास्तों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस के बढ़ते दबाव एवं सभी दिशाओं में की गई नाकेबंदी के कारण अज्ञात अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहृत महिला को रतीजा के आगे जंगल में छोडक़र फरार हो गए थे, जिसे पुलिस टीम द्वारा बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था।
अपहृत महिला के बरामद हो जाने से पुलिस टीम को तत्कालिक सफलता मिल गई थी, किंतु अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अपहरण के कारण का पता लगाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक श्री डांगी द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा को निर्देश दिए गए थे।
आज पत्रकार वार्ता में पुलिस अफसरों ने बताया कि इस मामले में पूछताछ के दौरान एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि अज्ञात अपहरणकर्ताओं द्वारा जिस स्कॉर्पियो वाहन में अपहरण किया था वह सीजी-12 पासिंग की थी, इस आधार पर सीजी-12 पासिंग के सफेद रंग के स्कॉर्पियो के पंजीकृत स्वामियों की जानकारी परिवहन कार्यालय कोरबा से प्राप्त किया गया, सभी वाहनों के बारे में पता किया गया। साथ ही प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना को महिला के किसी करीबी व्यक्ति के द्वारा ही किया गया है, इस आधार पर घटनास्थल के आसपास के इलाके में चलने वाले स्कॉर्पियो वाहन को पहले टारगेट में किया गया।
परिवहन कार्यालय से जानकारी मिली कि कुसमुंडा, गेवरा, हरदी बाजार, दीपका इलाके में सीजी-12 पासिंग की कुल 21 स्कार्पियो वाहन चल रही हैं। इस आधार पर सभी 21 स्कॉर्पियो वाहन के बारे में गोपनीय तौर पर जानकारी एकत्रित की गई कि घटना दिनांक को वाहन कहां-कहां पर चल रहे थे। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी-12-एडब्ल्यू-4542 जो संदीप कुमार मानिकपुरी के नाम पर पंजीकृत है, जिसे वाहन चालक अरविंद प्रताप कोर्राम घटना दिनांक को चला रहा था।
अरविंद प्रताप को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि संजीव कुमार गोंड़ नामक व्यक्ति घटना दिनांक को 3 हजार रुपए में वाहन को बुक किया था। अरविंद से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अरविंद प्रताप से मिली जानकारी के आधार पर संजीव कुमार गोंड़ निवासी चोढ़ा चौकी हरदीबाजार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर भठोरा चौकी हरदी बाजार का मामले का मास्टर माइंड है, जिसने संजीव कुमार को महिला के अपहरण हेतु 3 लाख रुपए में सुपारी दिया था। घटना के कुछ दिन पूर्व आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न सिंह गोंड, गोवा राज एवं सुनील सिंह आपस में मिलकर महिला के अपहरण के बारे में योजना बनाए।
उधार का रकम वसूलने एवं मुआवजे की रकम बनी अपहरण का मुख्य कारण
आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पूर्व में अपहृत महिला को 80 हजार रुपए उधार में दिया था, जिसे महिला वापस नहीं कर रही थी। साथ ही महिला को मुआवजा में बड़ी रकम मिली थी जिससे लालच में आकर आरोपी सुरेंद्र राठौर ने अपहरण की योजना बनाई।
महिला का करीबी निकला मुख्य साजिशकर्ता
मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला से पूर्व परिचित एवं उसके परिवार का करीबी है, जिसे मालूम था कि महिला को एसईसीएल से मुआवजे में बड़ी रकम मिली है। आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर की योजना थी कि महिला को अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपए फिरौती की मांग की जाए, क्योंकि महिला के पति की मौत हो चुकी है और महिला अकेले रहती है, इसलिए आसानी से उसे रकम हासिल किया जा सकता है।
सुरेंद्र राठौर ने योजना बनाई कि संजीव कुमार गोंड़ अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो में लेकर महिला को जंगल की ओर चले जाएगा, बाद में सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते खोजते घटनास्थल की ओर पहुंचेगा और महिला और अपहरणकर्ताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा का रकम देने हेतु तैयार करेगा।
इस तरह से दिया घटना को अंजाम
मुख्य आरोपी एवं साजिशकर्ता सुरेंद्र कुमार राठौर ने अन्य आरोपीगण को बताया कि महिला प्रतिदिन रात्रि में 8 बजे ड्यूटी के लिए जाती है, घर से निकलते ही उसका अपहरण किया जा सकता है। घटना दिनांक को महिला जैसे ही अपने घर से ड्यूटी के लिए बाहर निकलती, उसे वहीं पर अपहरण करना था, किंतु वहां पर भीड़ होने के कारण आरोपी अपने प्लान में बदलाव किया और महिला को पीछा करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाईबाजार तक पहुंचे और जैसे ही महिला अस्पताल के पास पहुंची, आरोपी संजीव कुमार गोंड़ और शत्रुघ्न गोंड नीचे उतरे और महिला को जबरन उठाकर वाहन में भर लिया और फरार हो गए।
रात भर जंगल में अलग-अलग रास्तों पर घुमाया
मामले में अपहृत महिला को आरोपी संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न गोंड, अरविंद प्रताप सिंह, गोवा राज और सुनील सिंह स्कॉर्पियो वाहन में लेकर रतीजा के आगे और बोइदा के बीच के जंगलों में अलग-अलग लोकेशन पर रातभर घुमाते रहे और सुरेंद्र कुमार राठौर के अगले आदेश का इंतजार करते रहे।
सहानुभूति हासिल करने आरोपी सुरेंद्र निकला तलाश में
मुख्य आरोपी सुरेंद्र राठौर अपहृत महिला एवं परिवार की सहानुभूति प्राप्त करने हेतु अपने एक अन्य साथी मुकेश यादव नामक व्यक्ति के साथ रात में ही कडक़ड़ाती ठंड में बुलेट मोटरसाइकिल से आरोपी को खोजने हेतु निकला और अलग-अलग स्थानों पर रातभर खोजने का नाटक करता रहा।
कड़ी नाकेबंदी से महिला को जंगल में छोड़ कर भागे
घटना की सूचना मिलते ही कोरबा पुलिस द्वारा आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों पर कड़ी नाकेबंदी कर दी गई थी और लगातार वाहनों की चेकिंग की जा रही थी, जिसकी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से हो गई थी। अपहरणकर्ता जंगल में अलग-अलग दिशाओं में घूम रहे थे। अपहरणकर्ताओं ने सुरेंद्र राठौर को फोन कर बताया कि चारों तरफ पुलिस की नाकेबंदी है, पकड़े जाने का खतरा है। हम लोग महिला को लेकर बाहर नहीं नहीं जा सकते। पकड़े जाने से भयभीत होकर महिला को बोइदा के पास जंगल में छोड़ कर भाग गए।
इसके बाद आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते हुए बोइदा जंगल में पहुंचा और अपने बुलेट में बैठा कर वापस लेकर आया। महिला को पुलिस के पास न ले जाकर कर सीधे खरमोरा हाउसिंग बोर्ड स्थित अपने घर पर ले गया और अपहरणकर्ताओं द्वारा जंगल में छोड़े जाने और सुरेंद्र कुमार राठौर के द्वारा महिला को जंगल से घर तक लाने की बात को पुलिस को न बताने हेतु समझाया।
स्कॉर्पियो जब्त, 5 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपीगण द्वारा घटना में उपयोग किए गए स्कार्पियो वाहन सीजी-12 एडब्ल्यू 4542 को बरामद कर लिया गया है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, अरविंद प्रताप सिंह, शत्रुघ्न सिंह, संजीव कुमार, गोवा राज को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है, वहीं 1 आरोपी सुनील कुमार सिंह फरार है जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसपी ने की 10 हजार नगद इनाम की घोषणा
उपरोक्त मामले में अपहृत महिला को बरामद करने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने में शामिल सभी अधिकारी कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने 10 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, चौकी प्रभारी हरदी बाजार निरीक्षक अभय सिंह बैस, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक अश्वनी वर्मा,आर जितेंद्र रात्रे, संजय चंद्रा डेमन ओगरे, विकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, रवि चौबे गंगाराम डांडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
गिरफ्तार आरोपी -
1- सुरेंद्र कुमार राठौर उम्र 25 वर्ष निवासी भठोरा चौकी हरदी बाजार
2- संजीव कुमार गोंड उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम चोढा चौकी हरदी बाजार
3- अरविंद प्रताप सिंह कोर्राम उम्र 27 वर्ष निवासी गांधीनगर सिरकी पाली रोड थाना दीपका
4- सत्रुघन सिंह रोड उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम चोढा चौकी हरदी बाजार
5 - गोवा राज उम्र 43 वर्ष निवासी चोढा चौकी हरदी बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। नाइट ड्यूटी पर जा रही नर्स का अपहरण जिन लोगों ने किया था उन्होंने कुछ घंटे के बाद उसे उसके घर पर छोड़ दिया था और इधर पुलिस छापामारी कर रही थी। महिला अपने अपहरण की बात घर के नजदीक थाने में बताने के बजाय चुपचाप कोरबा चली गई।
मालूम हो कि हरदी बाजार पुलिस चौकी इलाके के भिलईबाजार से नर्स ओम साहू का शुक्रवार की रात तब अपहरण कर लिया गया था, जब वह ठीक अस्पताल के पास नाइट ड्यूटी के लिए पहुंची थी। लोगों ने देखा कि दो लड़कों ने उसे उसकी स्कूटी से गिरा दिया और मुंह दबाकर स्कॉर्पियो में भरकर ले गए।
स्टाफ के लोगों ने स्कॉर्पियो का पीछा किया लेकिन वे हरदीबाजार की तरफ भाग निकले। नर्स को अगवा किए जाने की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी बिलासपुर से कोरबा सड़क रास्ते निकल गए थे।
यह घटना उस दिन हुई थी जब कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू कोरबा पहुंचे थे।
पुलिस रात भर इधर-उधर नाकेबंदी कर गाड़ियों की चेकिंग और छापेमारी कर रही थी लेकिन नर्स की कोई जानकारी नहीं मिली। अगले दिन सुबह जब पुलिस ने फोन के जरिए परिवार वालों से संपर्क किया तो उसकी बेटी ने फोन उठाया। बेटी ने बताया कि उसकी मां रात में ही घर आ गई। साथ ही यह बताया कि वह कोरबा पहुंच गए हैं। बेटी ने अपनी मां से भी बात कराने के लिए पुलिस को फोन दे दिया। मामला तब गंभीर हो गया जब बात करते-करते नर्स ने फोन काट दिया। पुलिस ने डायल किए गए नंबर का लोकेशन ट्रेस किया और वहां अगवा की गई नर्स मिल गई।
पुलिस को सुराग मिला है कि नर्स महिला से उसका बेटा नाराज चल रहा था। हाल ही में महिला ने एसईसीएल को एक जमीन बेची है, जिसमें उसे 12 लाख रुपए मिले। उसका बेटा बाइक खरीदने की ज़िद कर रहा था। पुलिस को आशंका है कि नर्स को उसके बेटे ने ही अगवा किया था। इसीलिए वह अपने अपहरण के बारे में पुलिस को कोई भी जानकारी देने से कतरा रही है।
पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा कर सकती है।
पत्रकारवार्ता में पुलिस खुलासा करेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। कोरबा में अस्पताल के सामने से अगवा नर्स को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुछ ही देर में पत्रकारवार्ता कर पुलिस अफसर जानकारी देंगे।
ज्ञात हो कि हरदीबाजार पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले ग्राम भठोरा में निवासरत ओम साहू( 40)भिलाईबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स के पद पर पदस्थ है। शनिवार को रात करीब आठ बजे घर से अपनी स्कूटी में अस्पताल ड्यूटी जाने निकली। अभी वह अस्पताल के ठीक सामने पहुंची थी कि बिना नंबर की एक स्कार्पियो उसके पीछे पहुंची और उसमें उतरे दो बदमाश रास्ता रोक कर नर्स को स्कूटी से नीचे उतारे और हाथ खींच कर स्कार्पियो में जबरदस्ती बैठा कर अपहरण कर ले गए। इस घटना को अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों व अन्य लोगों ने देखा। कुछ लोग चिल्लाते हुए स्कार्पियों का पीछा करने का प्रयास किए पर देखते ही देखते अपहरणकर्ता लोगों की आंखों से ओझल हो गए।
इस घटना की जानकारी नर्स के पुत्र राजा साहू व पुत्री प्रियंका साहू को दी गई, साथ ही पुलिस को भी इससे अवगत कराया गया। चौकी प्रभारी भाग कर मौके पर पहुंचे। यहां प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी एकत्र करने पर पता चला कि अपहरणकर्ता भिलाई से हरदीबाजार रलिया रोड की ओर भागे हैं। तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम में दी गई और जिले में नाकेबंदी कर चौक चौराहों में वाहनों की जांच शुरू कर दी गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 दिसंबर। अवैध उत्खनन पर राजस्व विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पांच ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन जब्त किया है।
ज्ञात हो कि जिले में अवैध उत्खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सतर्क होकर लगातार निगरानी किया जा रहा हैं। अवैध उत्खनन करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में ग्राम नकटीखार में मुरूम का अवैध उत्खनन कर रहे लोगों पर छापामार कार्रवाई की गई।
राजस्व अमला द्वारा छापामार कार्रवाई के दौरान नकटीखार में अवैध रूप से मुरूम का खनन कर रहे लोगों के ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन को जब्त किया गया है। नकटीखार में अवैध खनन करते हुए पांच ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन को तहसीलदार हरिशंकर यादव की संयुक्त टीम द्वारा पकड़ा गया है। अवैध उत्खनन में शामिल सभी मशीनों को जब्त कर कानूनी कार्रवाई की गई है।
24 घंटे से एसडीआरएफ की टीम कर रही तलाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 दिसंबर। परिवार के साथ पिकनिक मनाने गया 10 की छात्र हसदेव नदी में डूब गया। पिछले 24 घंटे से बचाव दल उसकी नदी में तलाश कर रहा है। बालक के डूबने से उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
15 वर्षीय आयुष्मान सिंह इंडस पब्लिक स्कूल का छात्र है। उनके पिता अशोक प्रवीण सिंह मारूति क्लीन कोल एंड पॉवर लिमिटेड में डिप्टी मैनेजर हैं। उनका घर कोरबा के परममित्र नगर बतारी में है। रविवार को पूरा परिवार जांजगीर जिले के देवरी पिकनिक स्पॉट पिकनिक मनाने के लिये गया था।
परिवार के कुछ लोगों के साथ आयुष्मान नहाने के लिये नदी में उतर गया। इस बीच अचानक वह नदी में डूब गया। साथ गये लोगों का कहना है कि वह किस समय और कैसे डूब गया, इसका उन्हें पता ही नहीं चला। जिस जगह पर हादसा हुआ है वह बड़ी चट्टानों से घिरा है और पानी बहुत गहरा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि नहाने के लिये कूदने पर उसका पैर किसी पत्थर में फंस गया होगा। पहले भी पत्थर में फंसने के कारण कुछ मौतें इस जगह पर हो चुकी है। एसडीआरएफ की टीम ने रविवार को देर रात तक आयुष्मान की तलाश की और आज सोमवार की सुबह से भी तलाश के लिये दल नदी में है। पुलिस व प्रशासन की टीम भी वहां मौजूद है। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उसका पता नहीं चला है।
बिलासपुर में सिपाही पर हुई है कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 11 दिसंबर। कटघोरा थाने की जटगा पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षक सत्यनारायण कंवर को एक कारोबारी के घर में नशे की हालत में घुसकर हंगामा करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक कंवर ने कल शाम 7 बजे जायसवाल जनरल स्टोर पहुंचा, जहां जायसवाल परिवार का घर भी है। घर पहुंचकर वह नशे में उल्टी सीधी बातें करने लगा। वह कहने लगा कि यहां का साहब मैं ही हूं। नशे में प्रधान आरक्षक को देखकर जायसवाल परिवार ने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। जायसवाल कहते दिखाई दे रहे हैं कि हवलदार ने दुकान में नशे की हालत में महिलाओं के साथ मारपीट की नीयत से हाथ पकड़ने की कोशिश की। वीडियो में उसके जायसवाल परिवार की महिलाओं के साथ हाथापाई की कोशिश दिख रही है। हवलदार कंवर किसी फेसबुक पोस्ट की बार-बार बात कर रहा था। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जायसवाल की ओर से किये गये किसी पोस्ट पर उसे नाराजगी थी। इसके बाद काफी देर तक वह सड़क पर भी हंगामा करता रहा। बहरहाल, पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कदाचरण पाते हुए हवलदार को निलंबित कर रक्षित केंद्र कोरबा में हाजिरी देने के लिये कहा है।
नशे में हंगामा, बिलासपुर में भी निलंबन
कल ही बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने एक आरक्षक रजनीश लहरे को निलंबित किया है। वह भी नशे की हालत में पुराना बस स्टैंड में एक बुजुर्ग से मारपीट की थी। वह नशे में अपनी वर्दी भी फाड़ डाली।
बालकोनगर, 8 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने हेल्पएज इंडिया के सहयोग से चलित स्वास्थ्य इकाई की शुरूआत की है। सामुदायिक विकास कार्यक्रम की इस परियोजना से कोरबा के 45 ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के नागरिक लाभान्वित होंगे। पूर्व निर्धारित तीन स्थानों पर प्रतिदिन स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे जहां जरूरतमंदों का नि:शुल्क उपचार किया जाएगा। कलेक्टर रानू साहू ने बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में चलित स्वास्थ्य इकाई को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
‘उपचार आपके दरवाजे’ थीम पर संचालित चलित स्वास्थ्य इकाई में एमबीबीएस डॉक्टर के साथ अन्य प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी सेवाएं देंगे। जरूरतमंदों को नि:शुल्क परामर्श और चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। मुधमेह, उच्च रक्तचाप सहित अन्य सामान्य बीमारियों की जांच की सुविधा इकाई में मौजूद होगी। सामान्य बीमारियों के लिए दवाइयां नि:शुल्क दी जाएंगी। ऐसे वरिष्ठ नागरिक जो बिस्तर से उठ पाने में असमर्थ हैं, उन्हें स्वास्थ्य इकाई में तैनात चिकित्सा दल घर पर जाकर चिकित्सा मुहैया कराएगा। शिविरों के माध्यम से नागरिकों को पोषाहार एवं स्वच्छता के महत्व से परिचित कराया जाएगा।
22 शहरी क्षेत्रों के लगभग 46,000 नागरिकों को चलित शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध थीं। बालको और हेल्पएज इंडिया की पहल से 16 ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 15000 नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस तरह चलित स्वास्थ्य शिविरों के जरिए लाभान्वित होने वाले नागरिकों की संख्या लगभग 60,000 हो जाएगी।
कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की दिशा में बालको की पहल को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने बताया कि चलित स्वास्थ्य इकाई से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को मदद मिलेगी। नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि चलित स्वास्थ्य इकाई के जरिए एकत्रित आंकड़ों की मदद से अधिक प्रभावी तरीके से लक्षित नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि सभी के एकजुट प्रयासों से समुदाय में सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
श्री पति ने बताया कि सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जरूरतमंदों के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए बालको प्रबंधन कटिबद्ध है। चलित स्वास्थ्य इकाई से ग्रामीणों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को लाभ मिलेगा। श्री पति ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की दिशा में चलित स्वास्थ्य इकाई अहम साबित होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको और हेल्पएज इंडिया की पहल से कोरबा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।
फंसाने खुद पर चलवाई थी गोली, 20 लाख वसूली की थी तैयारी, पिस्टल-खाली कारतूस बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 8 दिसंबर। पुलिस ने कुसमुंडा गोलीकांड की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा 20 लाख वसूलने की तैयारी थी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवम खाली कारतूस बरामद किया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 28 नवंबर की रात्रि करीब 10.30 बजे प्रार्थी सुमित चौधरी चकरभाठा बिलासपुर के द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन के माध्यम से सूचित किया गया कि कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास अशरफ खान, राजा खान एवं अभिषेक आनंद के द्वारा प्रार्थी को जान से मारने की नीयत से गोली मारा गया है, जो उसके जांघ में गोली लगी है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा तत्काल थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू एवं सर्वमंगला चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी को मौके पर भेजा एवं घायल को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर उपचार कराने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
पूछताछ पर सुमित चौधरी ने बताया कि वह 28 नवंबर को अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट मोटर साईकल से कोरबा से बिलासपुर जा रहा था , कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास कुछ लोगों को खड़े देखकर साइडिंग के अंदर गया। जहां पर राजा खान, अशरफ खान, अभिषेक आनंद एवं कुछ अन्य लोग खड़े थे, जिनके साथ बातचीत के दौरान द्वारा पूर्व रंजिश को लेकर अशरफ खान के द्वारा सुमित चौधरी को गोली मार दिया गया । गोली सुमित चौधरी के जांघ में लगी। सुमित चौधरी और दूजराम साहू ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। सुमित चौधरी के रिपोर्ट पर थाना कुसमुंडा में अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरु की गई।
प्रार्थी के द्वारा बताए गए घटनाक्रम घटनास्थल का निरीक्षण, चिकित्सकीय रिपोर्ट, बैलेस्टिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट एवं अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर प्रारंभ से ही लग रहा था कि मामला झूठा है, प्रार्थी द्वारा किसी बड़ी साजिश के तहत मामले में नामजद आरोपियों को फंसाने हेतु साजिश रचा गया है।
मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पटेल द्वारा मामले की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी को दी गई। श्री डांगी से प्राप्त दिशानिर्देश के अनुसार पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा मामले के सच्चाई का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकअभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह के पर्यवेक्षण में विशेष टीम का गठन किया गया एवं सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए ।
जांच के दौरान पता चला कि प्रार्थी सुमित चौधरी के पास एक लाल रंग की कार है, जिसमें वह हमेशा आना-जाना करता है किंतु वह घटना दिनांक को बुलेट के माध्यम से बिलासपुर जा रहा था, साथ ही कुसमुंडा थाना से नजदीक होने के बावजूद थाना न जाकर सीधे पुलिस अधीक्षक को फोन लगाकर सूचना देना, बिना काम के बिलासपुर जाते समय घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता क्यों हुई, आदि कई बिंदुओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा था।
पुलिस ने आगे जांच किया तो ज्ञात हुआ कि मामले में जिन आरोपीगण को नामजद किया गया है वे लोग घटना समय कहीं और थे, जिसका प्रामाणिक तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। यह स्पष्ट हो गया था कि प्रार्थी ने सोची समझी रणनीति के तहत गहरी साजिश रची है। सुमित चौधरी सिर्फ मोहरा है ,पर्दे के पीछे कोई और है।
जांच के दौरान सुमित चौधरी के जान पहचान एवं दोस्तों की सूची प्राप्त की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुमित चौधरी पूर्व डीजल माफिया साजिद खान एवं गोपू पांडेय के गैंग का है, साथ ही रायपुर जेल में बंद चीना पांडेय का मुख्य शागिर्द है और चीना पांडेय के मोबाइल के उपयोग कर रहा है। इस आधार पर पूरे गैंग के लोगों का कुंडली खंगाला गया, साथ ही प्रार्थी सुमित चौधरी के साथ घटना के समय उपस्थित रहे दूजराम साहू को पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था एवं बयान देने में घबरा रहा था, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ। इसी दौरान मुखबिर से जानकारी मिली कि घटना दिनांक को सुमित चौधरी, दूजराम राम साहू के साथ मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू नामक लडक़ा भी देखा गया था। इस आधार पर मुस्तकीम खान को हिरासत में लेकर दूजराम साहू और मुस्तकीम खान से एकसाथ पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आगे गवाह दूजराम साहू और आरोपी मुस्तकीम खान ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और सच्चाई बना बयां कर दी।
गवाह दूजराम साहू एवं आरोपी मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू ने बताया कि पूर्व में साजिद खान अपने साथियों के साथ मिलकर कुसमुंडा दीपका खदान में डीजल चोरी करता था, किंतु करीब चार-पांच महीने से डीजल चोरी बंद है , जिससे साजिद खान बौखलाया हुआ है। अशरफ खान, राजा खान और अभिषेक आनंद से साजिद खान का पूर्व का लेनदेन है जिसे अशरफ नहीं दे रहा है, इसलिए साजिद खान ने अपने साथी गोपू पांडेय, कमल अग्रवाल, कोमल पटेल, कालीचरण, गौरव ठाकुर, अभिषेक, सुमित चौधरी, मुस्तकीम उर्फ मुस्सू के साथ मिलकर इस घटनाक्रम की साजिश रचा और तय हुआ कि अशरफ खान राजा खान एवं अभिषेक आनन्द के खिलाफ कोई संगीन जुर्म लगाकर उन्हें जेल भिजवा दिया जाए और फिर ब्लेकमेल कर रकम की मांग की जाए । साजिद खान और गोपू पांडेय ने तय किया कि धारा 307(हत्या के प्रयास) के मामले में फंसाया जाए ताकि लंबे समय तक ये लोग जेल में रहे और केस में समझौता करने के लिए 20 लाख रुपए मांगा जाए।
तयशुदा प्लान के अनुसार गोपू पांडेय ने बताया कि जांघ में गोली लगने से कोई खास नुकसान नहीं होता है ,फिर शातिर बदमाश चीना पांडेय के शागिर्द सुमित चौधरी को गोली खाने हेतु तैयार किया गया। सुमित चौधरी गोली खाने हेतु तैयार हो गया, किंतु अब समस्या गोली मारने वाले की थी। जिसके लिए कोई तैयार नहीं हो रहा था, तब गोपू पांडेय ने मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान नामक शातिर चोर को 1 लाख रुपए सुपारी देकर गोली मारने हेतु तैयार किया और अपने पास रखे पिस्टल को सुमित चौधरी को दिया। तय शुदा प्लान के अनुसार सुमित चौधरी, दूजराम साहू और मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू 27 नवंबर को कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास पहुंचे, किंतु उस दिन सुमित चौधरी अपने जांघ में गोली मरवाने की हिम्मत नहीं कर सका, तब सभी लोग वापस आ गए।
इस बात की जानकारी होने पर गोपू पांडेय ने धमकाते हुए कहा कि तुझे गोली खाना ही पड़ेगा भाई का काम है नहीं तो साजिद भाई नाराज हो जाएगा। तब दिनांक 28 नवंबर को सुमित चौधरी और दूज राम साहू एक बुलेट मोटरसाइकिल में कोरबा से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचे और मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान अपने मोटरसाइकिल से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचा, लगभग 9.30 बजे मुस्तकीम खान ने सुमित चौधरी के जांघ में गोली मार दी और वहां से भाग गया। भागते हुए रास्ते में झाडिय़ों में उसने पिस्टल को फेंक दिया और फोन कर गोपू पांडे को बताया कि भाई काम हो गया है। इसके बाद सुमित चौधरी प्लान के अनुसार अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट में बैठकर सर्वमंगला पुल के पास आया और वहीं से पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन लगाकर घटना की सूचना दी।
मामले में अभी तक आरोपी मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान एवं सुमित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और खाली कारतूस बरामद कर लिया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस मामले का प्रार्थी सुमित चौधरी पूर्व में नामी गुंडा बदमाशी चिना पांडे के गैंग में रह चुका है चीना पांडे का साथ अवैध पिस्टल के साथ गरियाबंद जिले में पकड़ा गया था और अवैध पिस्टल के साथ बिलासपुर में भी एक मामले में पकड़ा गया है। चीना पांडे के जेल में रहने के दौरान चीना पांडे के मोबाइल फोन का उपयोग भी सुमित चौधरी ही कर रहा है।
उक्त मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रामेन्द्र सिंह ,सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू,प्र आर कृपा शंकर दुबे, आरक्षक वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले , योगेश राजपूत, बिपिन बिहारी नायक , गौरव चंद्रा,आकाश वर्मा,विशाल वर्मा,महेंद्र चंद्रा, शीतल राज, दुष्यंत कंवर एवम पुष्पेंद्र पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
फंसाने खुद पर चलवाई थी गोली, 20 लाख वसूली की थी तैयारी
पिस्टल-खाली कारतूस बरामद
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोरबा, 8 दिसंबर। पुलिस ने कुसमुंडा गोलीकांड की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा 20 लाख वसूलने की तैयारी थी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवम खाली कारतूस बरामद किया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 28 नवंबर की रात्रि करीब 10.30 बजे प्रार्थी सुमित चौधरी चकरभाठा बिलासपुर के द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन के माध्यम से सूचित किया गया कि कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास अशरफ खान, राजा खान एवं अभिषेक आनंद के द्वारा प्रार्थी को जान से मारने की नीयत से गोली मारा गया है, जो उसके जांघ में गोली लगी है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा तत्काल थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू एवं सर्वमंगला चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी को मौके पर भेजा एवं घायल को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर उपचार कराने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए ।
पूछताछ पर सुमित चौधरी ने बताया कि वह 28 नवंबर को अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट मोटर साईकल से कोरबा से बिलासपुर जा रहा था , कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास कुछ लोगों को खड़े देखकर साइडिंग के अंदर गया। जहां पर राजा खान, अशरफ खान, अभिषेक आनंद एवं कुछ अन्य लोग खड़े थे, जिनके साथ बातचीत के दौरान द्वारा पूर्व रंजिश को लेकर अशरफ खान के द्वारा सुमित चौधरी को गोली मार दिया गया । गोली सुमित चौधरी के जांघ में लगी। सुमित चौधरी और दूजराम साहू ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। सुमित चौधरी के रिपोर्ट पर थाना कुसमुंडा में अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरु की गई।
प्रार्थी के द्वारा बताए गए घटनाक्रम घटनास्थल का निरीक्षण, चिकित्सकीय रिपोर्ट, बैलेस्टिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट एवं अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर प्रारंभ से ही लग रहा था कि मामला झूठा है, प्रार्थी द्वारा किसी बड़ी साजिश के तहत मामले में नामजद आरोपियों को फंसाने हेतु साजिश रचा गया है।
मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पटेल द्वारा मामले की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी को दी गई। श्री डांगी से प्राप्त दिशानिर्देश के अनुसार पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा मामले के सच्चाई का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकअभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह के पर्यवेक्षण में विशेष टीम का गठन किया गया एवं सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए ।
जांच के दौरान पता चला कि प्रार्थी सुमित चौधरी के पास एक लाल रंग की कार है, जिसमें वह हमेशा आना-जाना करता है किंतु वह घटना दिनांक को बुलेट के माध्यम से बिलासपुर जा रहा था, साथ ही कुसमुंडा थाना से नजदीक होने के बावजूद थाना न जाकर सीधे पुलिस अधीक्षक को फोन लगाकर सूचना देना, बिना काम के बिलासपुर जाते समय घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता क्यों हुई, आदि कई बिंदुओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा था।
पुलिस ने आगे जांच किया तो ज्ञात हुआ कि मामले में जिन आरोपीगण को नामजद किया गया है वे लोग घटना समय कहीं और थे, जिसका प्रामाणिक तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। यह स्पष्ट हो गया था कि प्रार्थी ने सोची समझी रणनीति के तहत गहरी साजिश रची है। सुमित चौधरी सिर्फ मोहरा है ,पर्दे के पीछे कोई और है।
जांच के दौरान सुमित चौधरी के जान पहचान एवं दोस्तों की सूची प्राप्त की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुमित चौधरी पूर्व डीजल माफिया साजिद खान एवं गोपू पांडेय के गैंग का है, साथ ही रायपुर जेल में बंद चीना पांडेय का मुख्य शागिर्द है और चीना पांडेय के मोबाइल के उपयोग कर रहा है। इस आधार पर पूरे गैंग के लोगों का कुंडली खंगाला गया, साथ ही प्रार्थी सुमित चौधरी के साथ घटना के समय उपस्थित रहे दूजराम साहू को पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था एवं बयान देने में घबरा रहा था, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ। इसी दौरान मुखबिर से जानकारी मिली कि घटना दिनांक को सुमित चौधरी, दूजराम राम साहू के साथ मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू नामक लड़का भी देखा गया था। इस आधार पर मुस्तकीम खान को हिरासत में लेकर दूजराम साहू और मुस्तकीम खान से एकसाथ पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आगे गवाह दूजराम साहू और आरोपी मुस्तकीम खान ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और सच्चाई बना बयां कर दी ।
गवाह दूजराम साहू एवं आरोपी मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू ने बताया कि पूर्व में साजिद खान अपने साथियों के साथ मिलकर कुसमुंडा दीपका खदान में डीजल चोरी करता था, किंतु करीब चार-पांच महीने से डीजल चोरी बंद है , जिससे साजिद खान बौखलाया हुआ है। अशरफ खान, राजा खान और अभिषेक आनंद से साजिद खान का पूर्व का लेनदेन है जिसे अशरफ नहीं दे रहा है, इसलिए साजिद खान ने अपने साथी गोपू पांडेय, कमल अग्रवाल, कोमल पटेल, कालीचरण, गौरव ठाकुर, अभिषेक, सुमित चौधरी, मुस्तकीम उर्फ मुस्सू के साथ मिलकर इस घटनाक्रम की साजिश रचा और तय हुआ कि अशरफ खान राजा खान एवं अभिषेक आनन्द के खिलाफ कोई संगीन जुर्म लगाकर उन्हें जेल भिजवा दिया जाए और फिर ब्लेकमेल कर रकम की मांग की जाए । साजिद खान और गोपू पांडेय ने तय किया कि धारा 307(हत्या के प्रयास) के मामले में फंसाया जाए ताकि लंबे समय तक ये लोग जेल में रहे और केस में समझौता करने के लिए 20 लाख रुपए मांगा जाए।
तयशुदा प्लान के अनुसार गोपू पांडेय ने बताया कि जांघ में गोली लगने से कोई खास नुकसान नहीं होता है ,फिर शातिर बदमाश चीना पांडेय के शागिर्द सुमित चौधरी को गोली खाने हेतु तैयार किया गया। सुमित चौधरी गोली खाने हेतु तैयार हो गया, किंतु अब समस्या गोली मारने वाले की थी। जिसके लिए कोई तैयार नहीं हो रहा था, तब गोपू पांडेय ने मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान नामक शातिर चोर को 1 लाख रुपए सुपारी देकर गोली मारने हेतु तैयार किया और अपने पास रखे पिस्टल को सुमित चौधरी को दिया। तय शुदा प्लान के अनुसार सुमित चौधरी, दूजराम साहू और मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू 27 नवंबर को कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास पहुंचे, किंतु उस दिन सुमित चौधरी अपने जांघ में गोली मरवाने की हिम्मत नहीं कर सका, तब सभी लोग वापस आ गए।
इस बात की जानकारी होने पर गोपू पांडेय ने धमकाते हुए कहा कि तुझे गोली खाना ही पड़ेगा भाई का काम है नहीं तो साजिद भाई नाराज हो जाएगा। तब दिनांक 28 नवंबर को सुमित चौधरी और दूज राम साहू एक बुलेट मोटरसाइकिल में कोरबा से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचे और मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान अपने मोटरसाइकिल से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचा, लगभग 9.30 बजे मुस्तकीम खान ने सुमित चौधरी के जांघ में गोली मार दी और वहां से भाग गया। भागते हुए रास्ते में झाडिय़ों में उसने पिस्टल को फेंक दिया और फोन कर गोपू पांडे को बताया कि भाई काम हो गया है। इसके बाद सुमित चौधरी प्लान के अनुसार अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट में बैठकर सर्वमंगला पुल के पास आया और वहीं से पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन लगाकर घटना की सूचना दी।
मामले में अभी तक आरोपी मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान एवं सुमित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और खाली कारतूस बरामद कर लिया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस मामले का प्रार्थी सुमित चौधरी पूर्व में नामी गुंडा बदमाशी चिना पांडे के गैंग में रह चुका है चीना पांडे का साथ अवैध पिस्टल के साथ गरियाबंद जिले में पकड़ा गया था और अवैध पिस्टल के साथ बिलासपुर में भी एक मामले में पकड़ा गया है। चीना पांडे के जेल में रहने के दौरान चीना पांडे के मोबाइल फोन का उपयोग भी सुमित चौधरी ही कर रहा है।
उक्त मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रामेन्द्र सिंह ,सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू,प्र आर कृपा शंकर दुबे, आरक्षक वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले , योगेश राजपूत, बिपिन बिहारी नायक , गौरव चंद्रा,आकाश वर्मा,विशाल वर्मा,महेंद्र चंद्रा, शीतल राज, दुष्यंत कंवर एवम पुष्पेंद्र पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।