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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने अपने तीन दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन चित्रकोट पहुंची और भारत के नियाग्रा के तौर पर प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात के सौन्दर्य को निहारा। बस्तर के दूसरे और चित्रकोट के प्रथम प्रवास के दौरान स्थानीय लोक नर्तकों ने गौर नृत्य, गेड़ी नृत्य आदि के साथ उत्साहपूर्वक स्वागत किया। राज्यपाल सुश्री उइके ने बस्तर को चित्रकोट जलप्रपात के रूप में प्राप्त इस प्राकृतिक धरोहर के साथ ही यहां लोकनृत्यों के माध्यम से अपनी संस्कृति को सहजने का कार्य कर रहे लोक नर्तकों की जमकर प्रशंसा की। उनके साथ इस अवसर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार भी साथ उपस्थित थे।
सुश्री उइके ने यहां दरभा विकासखण्ड के छिंदगुर के सामू, चैतूराम, फुलसिंह और लखमू को व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र, लोहण्डीगुड़ा विकासखण्ड के हर्राकोड़ेर में गौठान और चारागाह के लिए सामुदायिक वन अधिकार पत्र तथा चित्रकोट और गढिय़ा में सामुदायिक वन संसाधन के लिए अधिकार पत्र प्रदान किया।
उन्होंने यहां विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों में पहुंचकर विकास कार्यों और विभागीय योजनाओं को देखा। उन्होंने यहां वन विभाग के माध्यम से साल वृक्ष में उत्पन्न होने वाली रैली कोसा का धागाकरण तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित पोषण अभियानों की प्रशंसा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 11 फरवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पारित कृषि एवं मजदूर विरोधी तीन कानून के विरोध में जगदलपुर के नानपुर ब्लॉक में मांझीगुड़ा से पदयात्रा प्रारम्भ हुई ।
पदयात्रा में उपस्थित किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजीव शर्मा ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस विधेयक से मंडियों की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी। आज मंडियों के वर्तमान प्रणाली से ऊपज बेचकर किसान खुशहाल जिंदगी जी रहा है। कृषि क्षेत्र से जुड़े तीनों विधेयक को लाने की जो साजिश की गई उससे भाजपा का गांव,गरीब और किसान विरोधी चेहरा उजागर हुआ है।
विधायक व संसदीय सचिव रेखचन्द जैन ने कहा कि यह अध्यादेश भारत के अन्नदाता एवं एक अरब तैतीस करोड़ जनता के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा के एमएसपी का मतलब किसानों को उपज का मिनिमम सपोर्ट प्राइस नहीं बल्कि पूंजीपतियों के लिए मैक्सिमम सपोर्ट इन प्रॉफिट है। इस डूबती अर्थव्यवस्था में खेती ही एकमात्र ऐसा सेक्टर है, जो देश की बिगड़ी और गिरती अर्थव्यवस्था को सुधारने में कारगर साबित हो सकती है इसके लिए किसानों की मनोदशा सुधरे या बिगड़े, केंद्र की भाजपा सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं।
विधायक राजमन वेंजाम , महापौर सफिरा साहू, सभापति कविता साहू, जिलाध्यक्ष बलराम मौर्य, मलकीत सिंह गैदु, सामु कश्यप ने कहा कि इस विधेयक के दूरगामी परिणाम किसानों के लिए अहितकर होने वाले हैं। यह एक तरह के परंपरागत कृषि क्षेत्र में बड़े उद्योगपतियों के पदार्पण की आहट है।
पदयात्रा में यशवर्धन राव ,उदय नाथ जेम्स,सूर्या पाणी,शुभम यदु ,दयाराम कश्यप,लता निषाद,बी ललिता राव ,नीलूराम बघेल,वीरेंद्र साहनी,राजेश चौधरी,कैलाश नाग,वीर सिंह,कमल झज्ज, अपर्णा बाजपेई, गायत्री मगराज सामु कश्यप,महादेव नाग, राधामोहन दास, तुलाराम नाग,मुन्ना कश्यप, गणेश कावड़े,हेमू उपाध्याय, महादेव नाग,लैखन बघेल, अजय बिसाई, मानसिंह ठाकुर,संजू जैन,राजेन्द्र त्रिपाठी,सोनारू नाग, जयदेव नाग गागरुराम,सुशील मौर्य, अवधेश झा,प्रकाश,जयदेव साह,बलराम,दयालु,कमलू, सुखदेव सेठिया शहनवाज खान,मनोहर सेठिया, शंकर नाग,लोकेश सेठिया, जावेद खान,राम साहू, ऋषि तिवारी,इश्वर बघेल, शंकर मौर्य,विक्रांत सिंह, कमलसाय कश्यप,बेनी फर्णाडिस,विक्रम लहरे, कुलदीप भदौरिया, विनोद कुकडे, संभू बेसरा, बोटी नाग ,धनसिंग नाग, फूलसिंह,लखमू, सुरेश गुप्ता,मनधर कश्यप,सुंदर, शहजाद हुशैन, शांति बघेल ( सरपंच ) फैजल नेवी,माज लीला,सहित कार्यक्रम में प्रदेश/जिला/ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी/सेवादल, महिला कांग्रेस/युवक कांग्रेस/एनएसयूआई सहित अन्य प्रकोष्ठ/विभाग के अध्यक्ष व पदाधिकारीगण/सोशल मीडिया के प्रशिक्षित सदस्यों सदस्यगण/नगर निगम/त्रि-स्तरीय पंचायत के जनप्रतिनिधि/सहकारिता क्षेत्र के पदाधिकारियों वरिष्ठ कांग्रेसजन व कार्यकर्ता सहित किसान साथी उपस्थित थे।
जगदलपुर, 11 फरवरी। पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि किसानों के हितैषी बनने का ढोंग करने वाले कांग्रेस सरकार के मुखिया के द्वारा अगले वर्ष किसानों का धान खरीदी नहीं करने का बहाना अभी से ढूंढने लगी है। दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अगले वर्ष किसानों का धान नहीं खरीदेगी।
श्री कश्यप ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने से पहले मुख्यमंत्री यह बताया कि कांग्रेस ने क्या केंद्र सरकार से पूछकर किसानों को यह वादा किया था, कि वह किसानों का धान 25 सौ रुपए में खरीदेंगे।
किसानों के हिमायती बनने का ढोंग करने वाली कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने पंजीकृत सभी किसानों का पूरा धान नहीं खरीदकर आंकड़ों से भ्रमित कर रही है, इसका जवाब किसान ही देंगे।
श्री कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्ज लेकर धान खरीदने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दयनीय हालत में पहुंचाने के बाद मुख्यमंत्री अब केंद्र सरकार पर दोषारोपण करने के काम में लग गई है। जबकि पिछलेे वर्ष के धान खरीदी का पूरा पैसा और इस वर्ष के धान खरीदी का पूरा पैसा किसानों को नहीं मिला है। कांग्रेस अपने चुनावी घोषणा पत्र जारी कर गंगाजल हाथ में लेकर वायदा किया गया था, तो फिर इसमें केंद्र सरकार बीच में कहां से आती है।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने कहा कि कांग्रेस गंगाजल हाथ में लेकर प्रदेश की जनता से झूठे वादे कर गंगाजल की पवित्रता और जनता के विश्वास के साथ खिलवाड़ किया है। कांग्रेस के जन घोषणा पत्र के धान खरीदी के एक वादे को पूरा करने में केंद्र सरकार को दोष देने लगे हैं, बाकी वादों का क्या होगा, जिसे कांग्रेस की सरकार भूल चुकी है। जन घोषणा पत्र जारी कर किए गए झूठे वादों की असलियत सामने आने लगी है, यह छत्तीसगढ़ की जनता अच्छी तरह से समझ और देख रही है।
जगदलपुर, 11 फरवरी । राज्यपाल अनुसुईया उइके का स्थानीय राजमहल में आत्मीय स्वागत किया गया। राज्यपाल सुश्री उइके अपने दो दिवसीय जगदलपुर प्रवास के दौरान आज राजपरिवार के आमंत्रण पर सौजन्य भेंट करने राजमहल पहुंची थीं। उनके साथ इस अवसर पर राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार साय भी मौजूद थे। राजमहल में राजमाता कृष्णा कुमारी देवी सहित राजपरिवार के सदस्यों ने आत्मीय स्वागत किया।
जगदलपुर, 11 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके अपने जगदलपुर प्रवास के दूसरे दिन आज स्थानीय सर्किट हाउस जगदलपुर में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और समाज प्रमुखों से मुलाकात की। सर्व आदिवासी समाज, भतरा समाज, मुरिया समाज, गोंड समाज, हल्बा समाज, धुरवा समाज, उरांव समाज माहरा समाज सहित विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को समस्याओं और मांगों से अवगत कराया।
राज्यपाल ने इस दौरान क्षेत्र की मांगों, समस्याओं एवं सुझावों को पूरी गंभीरता के साथ सुना एवं इसके निराकरण हेतु त्वरित कार्यवाही का आश्वासन भी दिया। इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नंद कुमार साय, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेण्डी, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी., कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
जगदलपुर, 11 फरवरी । राज्यपाल अनुसुईया उइके ने बस्तर में संचालित विकास कार्यों पर संभाग और जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान युवाओं के रोजगार पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं का हरसंभव समाधान पर भी जोर दिया।
सुश्री उइके ने कहा कि बस्तर क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों के बीच सभी अधिकारियों को जनकल्याण की योजनाओं के माध्यम से लोगों के जीवन को खुशहाल बनाने की कोशिश करना चाहिए। राज्यपाल ने बोधघाट परियोजना, नगरनार इस्पात संयंत्र सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की। बोधघाट परियोजना के माध्यम से स्थानीय लोगों को होने वाले लाभ की जानकारी देकर उन्हें विश्वास में लेकर कार्य करने की आवश्यकता उन्होंने बताई। इस दौरान बस्तर जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, रोजगार आदि क्षेत्रों में किये जा रहे कार्यों की जानकारी पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दी गई।
इस अवसर पर कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज, मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक दीपक झा, वन मंडलाधिकारी सुश्री स्टायलो मंडावी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके के तीन दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान जगदलपुर पहुंचने पर स्थानीय मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट में आत्मीय स्वागत किया गया।
एयरपोर्ट में बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल, संसदीय सचिव एवं जगदलपुर विधायक रेखचन्द जैन, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप चित्रकोट विधायक राजमन बेंजाम, महापौर सफिरा साहू, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, पूर्व आदिम जाति कल्याण मंत्री केदार कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री लता उसेंडी, जगदलपुर के पूर्व विधायक संतोष बाफना, पूर्व विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप, कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र, बस्तर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसके सिंह, पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदरराज,मुख्य वन संरक्षक मोहम्मद शाहिद, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक दीपक झा सहित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने राज्यपाल सुश्री उइके का आत्मीय स्वागत किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने भूमकाल के शहीदों की स्मृति में जगदलपुर के हृदय स्थल गोलबाजार में भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की। भूमकाल स्मृति दिवस पर जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम में आयोजित सभा में उन्होंने यह घोषणा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैं इस धरा पर मां दंतेश्वरी माई को भी को प्रणाम करते हुए पूरे छत्तीसगढ़ के सुख-समृद्धि की कामना करती हूं। साथ ही मैं भूमकाल आंदोलन के नायक शहीद गुंडाधुर और अन्य सभी शहीदों को नमन करती हूं।
सुश्री उइके ने कहा कि आज से लगभग 110 वर्ष पूर्व बस्तर की इस भूमि पर आदिवासियों ने भूमकाल आंदोलन की हुंकार भरी थी। शहीद गुंडाधुर आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन वे आदिवासियों को तत्कालीन दमनकारी और शोषणकारी सत्ता के खिलाफ संगठित किया और वे अमर हो गए। वे बस्तर के ग्राम नेतानार के रहने वाले थे और धुरवा जनजाति के युवक थे।
भूमकाल का अर्थ है जमीन से जुड़े लोगों का आंदोलन। इस आंदोलन में कई आदिवासियों एवं ग्रामीणों ने जल, जंगल और जमीन तथा अपने हक और अधिकार के लिए अंग्रेजी हुकुमत एवं दमनकारी सत्ता के खिलाफ जंग छेड़ी। उनका विद्रोह इतना प्रबल था कि उनके खिलाफ ब्रिटिश सरकार ने बड़ी संख्या में सैनिकों को भेजा जिनका हमारे आदिवासियों ने अपने पारंपरिक हथियारों से साहस के साथ सामना किया। गुंडाधुर ने इस आंदोलन ने समाज में एक जागृति पैदा कर दी और कहीं न कहीं इसका असर राष्ट्रीय स्तर पर हुआ। देश के अलग-अलग क्षेत्रों में हुए आंदोलनों ने चिंगारी का काम किया, जिसमें भूमकाल आंदोलन भी शामिल था, जिसने बाद में एक ज्वाला का रूप ले लिया, जिसके कारण हमारे देश को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली।
गुंडाधुर जैसे महानायक हमारे बीच नहीं है लेकिन आज शासन-प्रशासन के कार्यों से समाज में जागृति आई है और शनै-शनै प्रगति भी हो रही है। बस्तर क्षेत्र में तेजी से विकास भी हो रहे हैं, कनेक्टिविटी अच्छी हुई है। अब जगदलपुर एयरपोर्ट से रायपुर और हैदराबाद की विमान सेवा भी प्रारंभ हो गई है। बस्तर में माता दंतेश्वरी का आशीर्वाद रहा है। इसी कारण बस्तर में मातृ शक्ति का विशेष प्रभाव देखने को मिल रहा है। यहां की महिलाओं में जो जागरूकता देखने को मिल रही है, वह सराहनीय है। मुझे बताया गया कि दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा जिले की महिलाओं के द्वारा सिले हुए कपड़े देश-विदेश में बेचे जाएंगे। यह कपड़े डैनेक्स ब्रांड के नाम से उपलब्ध होंगे, जैसे बड़ी-बड़ी कंपनियों का ब्रांड होता है। इनके लिए उन महिलाओं को मैं शुभकामनाएं देती हूं।
हमारा बस्तर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के वनोपज पाए जाते हैं। उनका पर्याप्त संवर्धन किये जाने की आवश्यकता है। यहां के जड़ी-बुटियों में वह ताकत है, जो बड़े-बड़े बीमारियों का इलाज किया जा सकता है तथा वन उत्पाद बड़े पौष्टिक हैं। ट्राइफेड द्वारा इन उत्पादों के मार्केटिंग के लिए कार्ययोजना बनाई गई है। यहां के युवाओं से आग्रह है कि वे अपने हुनर को पहचाने, उसे विकसित करें तथा यहां के स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए स्वरोजगार स्थापित करें तथा खादी ग्रामोद्योग तथा शासन के अन्य योजनाओं का आगे बढक़र लाभ लें।
सुश्री उइके ने कहा कि अनुसूचित क्षेत्र की संरक्षक होने के नाते वे यहां के लोगों के अधिकारों के संरक्षण का कार्य करेंगी। उन्होंने इसके लिए जिला और विकास खण्ड स्तर पर पहुंच कर आदिवासियों की समस्याओं को जानने और और उनके समाधान का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि यहां युवाओं के रोजगार के लिए भी बेहतर प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में वनोपज के प्रसंस्करण के लिए बड़ी इकाई भी ट्राइफेड के माध्यम से स्थापित की जा रही है। इस अवसर पर भूमकाल के शहीदों को राज्यपाल द्वारा सम्मानित भी किया गया। राज्यपाल को धुरवा समाज के द्वारा पारम्परिक साड़ी भी भेंट की गई। इस अवसर पर धुरवा समाज के संभाग व जिला स्तरीय अधिकारी, गुण्डाधुर के पोता सहित गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
जगदलपुर, 10 फरवरी। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने जगदलपुर के गीदम मार्ग में स्थित गुंडाधुर उद्यान में शहीद वीर गुंडाधुर की मूर्ति पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल, पूर्व अध्यक्ष राष्ट्रीय जनजाति आयोग नंदकुमार साय, संसदीव सचिव रेखचन्द जैन, हस्थ शिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप, विधायक राजमन बेंजाम सहित धुरवा समाज के प्रितिनिधि मौजूद रहे। राज्यपाल सुश्री उइके ने धुरवा समाज के प्रतिनिधियों से शहीद गुंडाधुर के जीवनी के संबंध में भी चर्चा की।
जगदलपुर, 10 फरवरी। कोतवाली पुलिस ने आज राड छड़ सेंट्रिंग तार चोरी कर भाग रहे चोर को गिरफ्तार कर लिया है ।
कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि प्रार्थी महेन्द्र सिह ठाकुर ने थाना उपस्थित आकर लिखित शिकायत कर बताया कि 9 फरवरी की सुबह 5 बजे एसडीओ बंगला गायत्री नगर धरमपुरा में एक लडक़ा गेट के अन्दर चोरी करने घुसा था. बंगले में रखा राड छड़ सेंट्रींग तार को प्लास्टिक बोरी में भरकर चोरी कर ले जा रहा था, जिसे रोकने का प्रयास किया तो सामान छोडक़र भाग गया। जिस पर पुलिस अधीक्षक दीपक झा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में तत्काल पुलिस की एक टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी की गई। जिस पर पतासाजी के दौरान आरोपी ईश्वर कश्यप (19) बैलाबाजार जगदलपुर ने चोरी करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 9 नग लोहे का छड़, 32 नग लोहे का स्ट्रीप रिंग व 2 नग सेंट्रिंग तार जब्त की गई। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के बाद न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
जगदलपुर, 10 फरवरी । राज्यपाल अनुसुईया उइके ने जगदलपुर के गोलबाजार में स्थित इमली वृक्ष में पहुंच कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। उल्लेखनीय है कि प्रसिद्ध भूमकाल आंदोलन के पश्चात इसी इमली पेड़ में विद्रोहियों को फांसी दी गई थी, जिनमें डेबरीधूर, माडिय़ा मांझी आदि शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 फरवरी। ग्रामीण खेलों के विकास के लिए ग्राम पंचायत बीरनपाल में आयोजित राहुल गांधी कप कबड्डी प्रतियोगिता के उद्घाटन समारोह में पहुंचे विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन एवं शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कबड्डी खेलकर खिलाडिय़ों का उत्साहवर्धन किया।
विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने उपस्थित खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए कहा कि कबड्डी शब्द तमिल के काई और पीडी शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है हाथ थामे रहना। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि गांव का गुमनाम खेल अब टीवी पर आने लगा है। कबड्डी का खिलाड़ी अब पूरी दुनिया में छाने लगा है।
इस अवसर पर विधायक जगदलपुर एवं संसदीय सचिव रेखचंद जैन एवं शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कबड्डी के खिलाडिय़ों के साथ खेल पर भी हाथ आजमाया। आज पहला मैच नियानार विरुद्ध बिरनपाल बी टीम के मध्य खेला गया।
इस अवसर सरपंच रुपनदेइ बघेल उप सरपंच राजमन बघेल, लिबरु कश्यप,मुरध सियान,भादू बघेल ,शंकर नाग, युवा नेता जालंधर बघेल,जोन प्रभारी सुनील दास, रामचंद्र बघेल, बलीराम नाग,दयाराम नाग,सुखराम नाग, बलीराम नाग,जयराम नाग,नडगू नाग,श्रीराम नाग सहित काफ़ी संख्या मे ग्रामीण जन उपस्थित रहे ।
बोधघाट परियोजना प्रभावित गांवों के विरोध प्रदर्शन में पहुंच बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा ने दिया समर्थन
जगदलपुर, 9 फरवरी। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा संभागीय संयोजक नवनीत चांद व जिला संयोजक भरत कश्यप के नेतृत्व में मुक्ति मोर्चा के दल द्वारा आज दंतेवाड़ा जिला स्थित बारसूर नगर पंचायत में बोधघाट परियोजना से प्रभावित ग्राम पंचायतों के द्वारा गठित समिति के नेतृत्व में आयोजित तीन दिवसीय महाधरना में अपनी उपस्थिति दर्ज कर प्रभावित ग्राम पंचायतों की मांगों को सही ठहराते हुए अपने समर्थन का ऐलान किया।
मुक्ति मोर्चा के संयोजक नवनीत चांद ने मंच से सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की यह योजना चालीस वर्ष पुरानी योजनाओं में से एक है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री देसाई की अगवाई में सन् 1980 में बोधघाट परियोजना का संचालन इंद्रावती नदी के ऊपर 90 फीट ऊंचा बांध का निर्माण कर इंद्रावती नदी के पानी को रोक स्थिर पानी से विधुत उत्पादन करने की योजना इस परियोजना के माध्यम से बनाई गई थी, पंरतु उस परिस्थिति में बस्तर के नेताओं की आपत्तियों पर केंद्र सरकार द्वारा अलग अलग अध्ययन कमेटी का गठन कर बस्तर को हो रहे नुकसान व आपत्तियों की वास्तविकता को जमीनी स्तर पर देखने हेतु गठित की गई, 1984 से 1994 तक केंद्रीय अनुसंधान कमेटी ने बस्तर में संचालित बोधघाट परियोजना से बस्तर के निवासियों की संस्कृति जीवन यापन वन्यजीव जन्तु, जंगल व पर्यावरण को बड़े नुकसान की चिंता जाहिर करते हुए, परियोजना संचालन पर आपत्ति दर्ज की थी। जो आज पर्यन्त तक, यथावत बनी हुई है।
राज्य सरकार के चालीस वर्ष बाद बंद पड़े बोधघाट जल विद्युत सिंचाई परियोजना को केंद्रीय जल आयोग की मंजूरी के साथ 22 हजार करोड़ रुपए खर्च कर पुन: प्रारंभ करने की योजना बनाई है। विडम्बना यह है कि, हर सरकार की तरह यह राज्य सरकार भी बस्तर के लोगों से बिना संवाद स्थापित किए, आपत्तियों के निराकरण बिना बस्तर के विश्वास से विश्वास घात कर सीधे परियोजना को जमीन पर शुरू करने की कायवाद प्रारंभ कर दी गई है?। जो संवैधानिक रूप से गलत है। 42 करोड़ रुपए खर्च कर वेपकोस नामक कम्पनी को सर्वे का कार्य दे दिया गया है? व परियोजना स्थल सर्वे कार्य प्रारंभ भी हो चुकी है। सरकार द्वारा इस परियोजना से प्रभावित होने वाले जानकारी को सार्वजनिक करते हुए डुबान क्षेत्र में 42 ग्राम पंचायत से अधिक व निजी, वन व सरकारी 14 हजार हेक्टेयर जमीन डुबान के इलाके में आना बताया है। वर्तमान में बस्तर प्रवास में आये मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को राज्य सरकार के सपनों की परियोजना बता, इसे प्रारंभ करने की बात कही है।
मुक्ति मोर्चा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, जब केंद्र सरकार किसानों के खिलाफ पारित किये गये कानून पर किसान मोर्चा के साथ लगातार संवाद कर निराकरण की पहल कर रही है। तो उसी तर्ज पर बस्तर में स्थापित किसी भी परियोजना हेतु बस्तर के लोगों से संवाद राज्य सरकार द्वारा क्यों? नहीं किया जा रहा है। अपनी पार्टी के जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर सीधे बस्तर में परियोजना के संचालन का आदेश दिया जाना आजाद भारत में लोकतंत्र के संवैधानिक प्रावधानों का हिस्सा नहीं। राज्य सरकार को चाहिए,कि वो परियोजना से प्रभावित ग्राम पंचायतों की, समिति बस्तर के समाजिक संगठन, से बस्तर के जनप्रतिनिधियों व राज्य के मंत्रियों एवं आला अधिकारीयों के एक कमेटी बनाकर परियोजना की लाभ व हानी पर विश्रृत चर्चा कर, सभी को विश्वास में लेकर योजना को आगे बढ़ाये। राज्य की इच्छा यदि बस्तर के सिंचाई योजना को मजबूत करना है तो, पड़ोसी राज्य तेलंगाना के वाटर लिफ्टिंग परियोजना का अध्ययन जरूर किया जाना चाहिए।
आंदोलन समर्थन के दौरान मुक्ति मोर्चा के बस्तर जिला संयोजक भरत कश्यप, दंतेवाड़ा जिला संयोजक सुजीत कर्मा, संभागीय सह संयोजक समीर खान, महेंद्र मौर्य, सुखराम कश्यप, व आंदोलनकारियों समिति के स्थानीय पदाधिकारीयों व भारी संख्या में प्रभावित ग्राम पंचायतों के निवासियों आदि उपस्थित थे।
जगदलपुर, 09 फरवरी । राज्यपाल अनुसुईया उइके को बस्तर प्रवास के दौरान बंदी पाटा साड़ी भेंट की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सुश्री उइके बुधवार को दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर रहेंगी। वे यहां ‘भूमकाल दिवस’ पर आयोजित विभिन्न आमसभा में शामिल होंगी। राज्यपाल के प्रवास के दौरान तोकापाल ब्लॉक के कोयपाल निवासी बुनकर सोनाधर दास द्वारा बनायी गयी बस्तर की परम्परागत ‘बंदी पाटा’ साड़ी धुरवा समाज के प्रतिनिधियों के द्वारा भेंट की जाएगी।
क्या है बंदी पाटा
बस्तर के वीर योद्धा गुंडाधुर ने बंदी ओलना (हाफ जैकेट) वस्त्र पहन कर, बंदी तुआल (गमछा) को कंधे में रख कर एवं सर पर टेकरा तुआल पगड़ी धारण कर युद्ध में प्रवेश किया था। बंदी पाटा के नाम से यह कपड़ा जाना जाता है। बस्तर में इसकी एक अलग पहचान है हर समाज के लिए अलग-अलग कपड़े बनाया जाता है जिसमें उस समाज की कुछ रीति-रिवाज होती है। बंदी पाटा धुरवा समाज का प्रमुख वस्त्र है यह महिलाओं के लिए सबसे महंगा एवं मान्यता से परिपूर्ण है। बंदी पाटा साड़ी की लंबाई 5 मीटर चैड़ाई में 46 इंच होती है, इसके बॉर्डर में लाल रंग की धागे से कुम्भ (मंदिर का कलश) बनाया जाता है उसके पश्चात छोटी-छोटी बूंदें एवं बीच में जरी फूल बनाया जाता है और बंदी पाटा के सामने आंचल बना होता है। मुख्यत: धुरवा समाज के महिलाएं यह कपड़ा पहनती हैं। यह कपड़ा धुरवा समाज के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पहचान है। प्राय: पूजा स्थल विवाह स्थल एवं सामाजिक सम्मेलन आदि में पहना जाता है एवं बंदी पाटा वस्त्र धारण कर महिलाएं गीत गाते हुए एवं नृत्य करती हैं। बस्तर में जिस प्रकार भूमि की एक पट्टा होती है उसी तरह धुरवा समाज में भी महिलाओं के लिए बंदी पाटा होती है, इसकी कीमत वर्तमान में लगभग 10 हजार रुपए है। इसमें उपयोग किए गए धागे बस्तर की घने वनों के बीच में पाए जाने वाले साजा वृक्ष की छाल से रंगा हुआ लाल रंग एवं कपास से निकाला हुआ सूत बुनकर द्वारा इस कपड़े को 15 से 20 दिन में तैयार किया जाता है। इस वस्त्र में किसी भी प्रकार का रासायनिक रंगों का उपयोग नहीं होता है। यह प्राकृतिक होने से शरीर में किसी भी प्रकार का हानिकारक नहीं होता, यह अत्यंत टिकाऊ एवं शोभा मान्य होती है। बंदी पाटा बस्तर अंचल में अपनी संस्कृति में एक अलग भूमिका निभाती है इसी प्रकार बस्तर में निवासरत अनेक जनजातियों के लिए अलग-अलग वस्त्र तैयार किया जाता है जिसका एक अलग इतिहास होता है।
बंदी पाटा वस्त्र पनका समाज द्वारा तैयार किया जाता है। वर्तमान में ऐसे पारंपरिक वस्त्र संस्कृति विलुप्ती की कगार में है। इन परम्परागत वस्त्र संस्कृति का संरक्षण एवं विकास जिला हाथकरघा कार्यालय जगदलपुर के द्वारा किया जा रहा है।
भानपुरी, 9 फरवरी। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने विधायक निवास कार्यालय भानपुरी में किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी। छ.ग. हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने अपना समर्थन देते हुए किसानों का साथ देते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।
नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने केंद्र सरकार की किसानों के प्रति नकारात्मक रवैये से खफा होकर कहा कि केंद्र सरकार अब अपने ही देश के अन्नदाताओं के साथ अन्याय कर रही है। कड़ी ठंड में भी किसान आंदोलित है व कितने मृत्यु की शैया में सो गए फिर भी केंद्र सरकार का मन नहीं पसीजा, जो कि बहुत ही दु:खद है। जिस कृषि कानून को किसान अपनी हित का नहीं मानते वैसे कृषि कानून को तत्काल खारिज कर देना चाहिए।
जिला महामंत्री व सांसद प्रतिनिधि आशीष मिश्रा ने भी केंद्र सरकार की नीतियों को कोसते हुए किसानों को समर्थन देने की बात की। नफरत की राजनीति से लोगों को भाजपा बांट रही है। आज देश के संवैधानिक मूल्यों पर भाजपा चोट कर रही है। सोशल मीडिया के माध्यम से गलत जानकारी वायरल कर रही है। हमेशा बीजेपी ने झूठ और नफरत की राजनीति को पैदा किया है। आज देश में केंद्र सरकार के खिलाफ किसान आवाज उठा रहे हैं। जिसमें विगत दो महीने से लगातार आंदोलन कर रहे 150 से अधिक किसानों ने अपने प्राण की आहुति दे दी जिसके बाद भी देश के प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि न दी बल्कि लगातार उनसे दूरी बनाए हुए है जो कि पूरी तरह से किसानों का अपमान कहना कोई गलत नही होगा। आंदोलन दबाने का भरपूर प्रयास केंद्र सरकार कर रहे हैं लेकिन देश किसानों के साथ खड़ा है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्याम सुंदर पांडे ने कहा कि किसानों के साथ जो अन्याय आज केंद्र की सरकार कर रही है, वो इतिहास ने पहले किसी सरकार ने इस तरह किसानों के साथ बर्ताव नहीं किया। सरकार को किसानों की सुध लेनी चाहिए।
इस अवसर पर युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अनिल बघेल ज.स. नानू कश्यप, मौनू राम बीशेल नाग सुखदेव कश्यप विधायक सोशल मीडिया प्रतनिधि धर्मा पाढ़ी आदि मौजूद रहे।
जगदलपुर, 9 फरवरी। कलेक्टर रजत बंसल ने विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मंगलवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित समय-सीमा बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री बंसल ने आकांक्षी जिलों के लिए निर्धारित सूचकांकों में सुधार के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, रोजगार, बैंकिंग, मूलभूत अधोसंरचना, कौशल विकास आदि क्षेत्रों में तेजी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला खनिज न्यास निधि, विशेष केन्द्रीय सहायता, सीएसआर आदि मद से स्वीकृत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के साथ ही कार्य संपूर्णता प्रमाण पत्र तथा उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने मुख्यमंत्री जनचैपाल, गुहार एप्प सहित विभिन्न माध्यमों से प्राप्त जनता की समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। वर्ष 2021-22 का संपत्ति का बाजार मूल्य मार्गदर्शिका सिद्धांत तैयार करने के लिए जिला मूल्यांकन समिति की बैठक भी इसके साथ ही आयोजित की गई। इसके साथ ही नक्सल हिंसा से पीडि़तों तथा आत्मसमर्पित नक्सलियों के राहत एवं पुनर्वास पर भी चर्चा की गई।
जगदलपुर, 9 फरवरी। कोतवाली पुलिस ने लापता वाहन की तलाश कर वाहन मालिक को सुपुर्द किया ।कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने बताया कि प्रार्थी मकसूद अली निवासी नयामुण्डा ने थाना आकर लिखित आवेदन प्रस्तुत किया कि 7 फरवरी की सुबह दुकान मोतीतालाब पारा से एक्टीवा क्र सीजी 17के यू 8467 को कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा ले गया है । जिसकी सूचना पर पुलिस अधीक्षक दीपक झा व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में पुलिस कि टीम का गठन कर उक्त वाहन कि पतासाजी में लग गई । वहीं पुलिस को पेट्रोलिंग के दौरान वाहन सीजी 17के यू 8467 संजय मार्किट में लावारिस स्थिति में मिला, जिसे थाना लाकर तस्दीक किया । पुलिस ने वाहन मालिक को वाहन का कागजात पेश करने पर वाहन को सुपुर्द कर दिया ।
जगदलपुर, 09 फरवरी । राज्यपाल अनुसुईया उइके को बस्तर प्रवास के दौरान बंदी पाटा साड़ी भेंट की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सुश्री उइके बुधवार को दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर रहेंगी। वे यहां ‘भूमकाल दिवस’ पर आयोजित विभिन्न आमसभा में शामिल होंगी। राज्यपाल के प्रवास के दौरान तोकापाल ब्लॉक के कोयपाल निवासी बुनकर सोनाधर दास द्वारा बनायी गयी बस्तर की परम्परागत ‘बंदी पाटा’ साड़ी धुरवा समाज के प्रतिनिधियों के द्वारा भेंट की जाएगी।
बंदी पाटा वस्त्र पनका समाज द्वारा तैयार किया जाता है। वर्तमान में ऐसे पारंपरिक वस्त्र संस्कृति विलुप्ती की कगार में है। इन परम्परागत वस्त्र संस्कृति का संरक्षण एवं विकास जिला हाथकरघा कार्यालय जगदलपुर के द्वारा किया जा रहा है।
जगदलपुर, 9 फरवरी। शहर के प्रवीर चंद्र भंजदेव वार्ड क्रमांक 1 के लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रांगण में कलेक्टर पहुंचे व मंदिर कमेटी के सदस्यों से जानकारी ली कि उनके निधि में कितनी राशि बकाया है। इस दौरान मंदिर कमेटी के सदस्यों ने लक्ष्मी नारायण मंदिर में गेट लगवाने हेतु कार्ययोजना बनाकर कलेक्टर को सौंपा, साथ ही मंदिर के बाउंड्री में हुए अतिक्रमण को हटाकर पुन: बाउंड्री बनाने की चर्चा मंदिर कमेटी के सदस्यों ने की।
इस दौरान वार्ड के पार्षद महेंद्र पटेल ने वार्ड की समस्याओं से कलेक्टर श्री बंसल को अवगत कराते हुए कहा कि मंदिर कमेटी के सदस्यों की मांग है, कि मंदिर प्रांगण में बैठक की समुचित व्यवस्था के साथ ही मंदिर में रंग रोगन व लाइटिंग की भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए, ताकि मंदिर की सुंदरता बढ़े। इसके साथ ही मंदिर प्रांगण के खाली जगह में गौठान बनाने को लेकर आयुक्त से चर्चा हुई। इस पूरी कार्य योजना को लेकर कलेक्टर श्री बंसल ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है, कि जल्द ही इनके समस्याओं को दूर किया जाए। इस विषय को लेकर आगामी 26 फरवरी को पुन: कलेक्टर श्री बंसल प्रवीर चंद्र भंजदेव वार्ड क्रमांक 1 में बैठक लेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 फरवरी। शादी के नाम पर युवती की खरीदी-बिक्री और गर्भवती होने पर उसे प्रताडि़त कर छोडऩे का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने जगदलपुर के नयामुंडा में रहने वाली सेफाली और मध्यप्रदेश के रायसेन के रहने वाले केशव सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में रायपुर के गुढिय़ारी में रहने वाली महिला ममता अग्रवाल को भी आरोपी बनाया गया है, वह पहले से ही ऐसे ही मामले में जेल में बंद है।
कोतवाली टीआई एमन साहू ने बताया कि जगदलपुर की एक युवती ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि कुछ समय पहले सेफाली, ममता और केशव उससे मिले थे। इस दौरान उन्होंने उसे बताया कि उसकी शादी केशव से करवाई जा रही है। इनकी बातों में आकर युवती इनके चक्कर में फंस गई और फिर परिजन को बिना बताए ही इनके साथ रायपुर चली गई। यहां रायपुर में सभी ममता अग्रवाल के घर रुके। इसके बाद युवती को केशव अपने साथ रायसेन लेकर चला गया। केशव अक्सर युवती को कहता था कि वह उसे दो लाख रुपए में खरीदकर लाया है। इस बीच युवती गर्भवती हो गई और एक बच्चे को जन्म दिया। बच्चे के जन्म के बाद केशव युवती को रायपुर में ममता अग्रवाल के घर छोड़ गया और बच्चे के साथ खुद फरार हो गया। युवती जैसे-तैसे जगदलपुर पहुंची और मामले की शिकायत पुलिस में की। इसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया और सेफाली की गिरफ्तारी की गई। इसके बाद टीम को मध्यप्रदेश के रायसेन भेजा गया, जहां से केशव की गिरफ्तारी हुई। वहीं ममता पहले से ही जेल में बंद है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद इन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
बस्तर में पहली बार मानव तस्करी
इधर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 376, 493, 370, 109,34 के तहत अपराध दर्ज किया है। इनमें धारा 370 मानव तस्करी से जुड़ी धारा है। इस धारा का आशय दास के रूप में किसी व्यक्ति को खरीदना या बेचने से है। बस्तर जिले ने पहली बार इस तरह के मामले में ऐसी कार्रवाई की।
इधर मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन पीडि़ता के बच्चे की कोई जानकारी किसी के पास नहीं है। जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वो कह रहे है कि बच्चा उन्होंने ममता अग्रवाल को सौंप दिया है। इधर ममता पहले से ही जेल में बंद है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 9 फरवरी। कलेक्टर रजत बंसल और पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने आज कोरोना टीका लगवाया। मंगलवार को दोपहर महारानी अस्पताल परिसर में स्थित नर्सिंग कॉलेज में बनाए गए टीकाकरण केन्द्र में पहुंचकर कोरोना से सुरक्षा के लिए अधिकारियों ने टीका लगवाया।
कलेक्टर ने वर्तमान में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण को प्रभावी उपाय बताते हुए कहा कि उनका स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक है और किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। उन्होंने जिलावासियों को स्वयं और परिवार की सुरक्षा के लिए टीका लगाने और कोरोना को हराने की अपील की। उन्होंने यहां कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे जागरुकता अभियान के लिए हस्ताक्षर भी किया। डिप्टी कलेक्टर दिप्ती गौते ने भी इसी टीकाकरण केन्द्र में पहुंचकर टीका लगवाया। उल्लेखनीय है कि बस्तर जिले में स्वास्थ्यकर्मी, स्वच्छता कर्मी के साथ ही अब राजस्व और पुलिस विभाग के फ्रंटलाईनर्स का टीकाकरण किया जा रहा है।
जगदलपुर, 9 फरवरी। आम आदमी पार्टी बस्तर जिला अध्यक्ष तरुणा बेदरकर ने बताया कि संगठन 2021 की तहत हर मोहल्ले में लोगों को पार्टी की विचारधारा से अवगत करा कर जोडऩे का काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज जगदलपुर के जवाहर नगर में दौरा किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि बस स्टैंड के सामने और रेलवे स्टेशन से लगा हुआ मोहल्ला होने के बावजूद भी नगर निगम प्रशासन द्वारा सौतेला बर्ताव इस मोहल्ले के लिए किया जा रहा है। बीजेपी की सरकार गई, कांग्रेस की सरकार सत्ता पर काबिज है। निगम के अंदर पहले बीजेपी के 5 साल और अब कांग्रेस के के बावजूद आज भी वार्ड वासी पानी बिजली सडक़ नाली की समस्या से जूझ रहे हैं। 50 घर के पीछे एक नल का कनेक्शन, 340 मकानों के पीछे एक भी सरकारी नल नहीं। निगम प्रशासन आंख मूंद कर सिर्फ तमाशा देख रही है इनको जनहित से कोई सरोकार नहीं। दौरा के दौरान वार्ड वासियों ने बताया कि महापौर और कलेक्टर बस्तर का विजिट भी हुआ है लेकिन अब तक उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं।
तरुणा बेदरकर ने कड़े शब्दों में कहा कि जनता को पानी पिलाना पुण्य का काम है और निगम प्रशासन ये भी नहीं कर पा रही है।
जनता की इस परेशानी को लेकर बहुत जल्द आप आदमी पार्टी आंदोलन करने की रुपरेखा तैयार कर रही है।
भानपुरी, 9 फरवरी। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 पर भानपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत फरसागुड़ा जुनावाई के पास रविवार शाम को कार चालक ने बाइक सवार को ठोकर मार दिया, जिससे वह घायल हो गया। उसको 112 की मदद से सिविल अस्पताल भानपुरी पहुंचाया गया। हालत बिगडऩे के कारण उसे रायपुर भेजा गया।
पुलिस के अनुसार भुनेश्वर बघेल निवासी फरसागुड़ा हीरो होंडा क्रमांक सीजी 17 के आर 4150 मैं सवार होकर लौट रहा था। इसी बीच जुनावई के पास विपरीत दिशा से आ रही कार क्रमांक सीजी 27 एच 4113 कि चालक ने उसे जोरदार ठोकर मार दी, जिससे उसे गंभीर चोट पहुंची।
जगदलपुर, 9 फरवरी। जगदलपुर नगरीय निकाय क्षेत्र के कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से बड़ी संख्या में लोग शिवसेना में शामिल हुए हैं।
ज्ञात हो कि नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के केंद्र सरकार के निर्णय के विरोध में शिवसेना द्वारा प्रदेश प्रमुख धनंजय सिंह परिहार के नेतृत्व में रायपुर से नगरनार तक 320 किलोमीटर तक महारैली निकालते हुए इसका विरोध दजऱ् कराया गया था। शिवसेना के इस विरोध रैली का असर भी हुआ और केंद्रीय इस्पात मंत्री को बस्तर आना पड़ा था। जहां भाजपा से जुड़े नेताओं ने उन्हें अवगत कराया था कि स्टील प्लांट के निजीकरण के लिए सरकार द्वारा किये गए निर्णय के कारण उनके पार्टी का जनाधार कमजोर हो रहा है। इधर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में शासकीय संकल्प पारित करवा दिया कि यदि केंद्र सरकार प्लांट बेचती है, तब राज्य सरकार उसे खऱीदने के लिए तैयार है लेकिन इसे निजी हाथों में नहीं जाने देंगे।
ज्ञात हो कि इसी मोर्चा के बाद बस्तर शिवसेना के पुराने कार्यकारिणी को भंग करते हुए डॉ. अरुण पाण्डेय को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी प्रदेश प्रमुख धन्नजय सिंह परिहार ने सौंपी थी। तब से लगातार श्री पाण्डेय व साथी शिवसैनिकों द्वारा शहर के विभिन्न जनसमस्याओं को उठाने का प्रयास करते हुए पार्टी के संगठन का भी विस्तार किया जा रहा है। इसी तारतम्य में जगदलपुर नगरीय निकाय क्षेत्र के कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड से सैकड़ो लोग शिवसेना में शामिल हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 8 फरवरी । कमिश्नर जीआर चुरेन्द्र ने शासकीय भूमि पर किए जा रहे अतिक्रमण को रोकने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संभाग के सभी कलेक्टरों को शासकीय भूमि पर किए जा रहे अतिक्रमण को रोकने के निर्देश देते हुए कहा कि भूमि, जल, जंगल, खनिज की सुरक्षा संतुलित व बेहतर उपयोग के लिए गंभीरता पूर्वक कार्यवाही करने की आवश्यकता है।
कमिश्नर ने खास तौर पर जिला मुख्यालय, विकासखण्ड मुख्यालय, नगरीय निकाय क्षेत्रो एवं सेक्टर मुख्यालयों में उपलब्ध शासकीय भूमि की सुरक्षा व अतिक्रमण से बचाने और किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए राजस्व अमला के अपर कलेक्टर से लेकर हल्का पटवारी तक, पुलिस अमला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रभारी, नगरीय निकाय का अमला में आयुक्त नगर निगम उनके फिल्ड वर्कर जनपद पंचायत से लेकर अधिकारी-कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र व मुख्यालय हिसाब से अलग-अलग अतिक्रमण विरोधी दस्ता गठित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने अतिक्रमण विरोधी दस्ता द्वारा की गई कार्यवाही की साप्ताहिक समीक्षा करने के निर्देश देते हुए समय-सीमा बैठक में भी इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने अतिक्रमण विरोधी दस्ता गठन होने के पश्चात उनके द्वारा राजस्व अमला व नगरीय निकाय के स्थानीय अमलो को लेकर टीम गठित कर नये एवं पुराने अतिक्रमण का चिन्हांकन और अतिक्रामकों की सूची करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण की सर्वेक्षण पश्चात जहां शासकीय भूमि पर खुले रूप में अतिक्रमण अर्थात बाडा कर, घेराव कर या पत्थर से बाऊण्ड्री कर ओपन कब्जा किया गया है वहां तत्काल कब्जा हटाने व कब्जा से संबंधित सामग्री जप्त करने के निर्देश दिए गए। हल्का पटवारी, नगरीय निकाय के स्थानीय कर्मचारी, पंचायत सचिव, ग्राम कोटवार, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी आदि की टीम बनाकर इनके माध्यम से ग्राम पंचायत क्षेत्र, ग्राम क्षेत्र, नगरीय निकाय क्षेत्र में अब होने वाले नये अतिक्रमणों की प्रत्येक सप्ताह चिन्हांकन करते हुए बेजा कब्जा तत्काल हटवाने, अतिक्रमण विरोधी दस्ता द्वारा हर सप्ताह कार्यवाही के निर्देश दिए। गोठान, श्मशान घाट, कब्रिस्तान, हाट बाजार, तालाब मेड पार, तालाब या जलाशय का क्षेत्र, सडक़ रास्ता, देवालय आदि स्थलों से कब्जा हटाने विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशाअनुरूप गांवो के नरवा, नाला, नदियों पर किए गए अतिक्रमण को सर्वोच्च प्राथमिकता में हटाने और बेहतर उपयोग प्रबंधन के निर्देश दिए।