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दुर्ग, 29 दिसंबर। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में पीएचडी शोधार्थियों की आरडीसी बैठक 18 से 31 जनवरी 2021 के मध्य विश्वविद्यालय के टैगोर हॉल में आयोजित होगी। इस बैठक में पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा सत्र 2019-20 में सफल शोधार्थी या परीक्षा में छूट प्राप्त विद्यार्थी अथवा सत्र 2018-19 में अनुत्तीर्ण ऐसे शोधार्थी जिन्हें सत्र 2019-20 की परीक्षा में योग्य घोषित किया गया हो, वे सभी शोधार्थी अपने शोध रूप रेखा अर्थात सिनाप्सिस के साथ उपस्थित हो सकते हैं। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के सहा. कुलसचिव डॉ. सुमीत अग्रवाल ने बताया कि शोधार्थियों को सिनाप्सिस की 3 मूल प्रतियां तथा पीडीएफ फार्मेट में सीडी जमा करना अनिवार्य होगा।
डॉ. अग्रवाल के अनुसार शोधार्थियों को आरडीसी बैठक में शामिल होने हेतु 1500 रुपये का चालान यूको बैंक में जमा करना होगा तथा आरडीसी बैठक के पूर्व जरूरी दस्तावेज विश्वविद्यालय के पीएचडी सेल में 11 जनवरी से 16 जनवरी 2021 के मध्य जमा करना अनिवार्य है। इन दस्तावेजों में पीएचडी रजिस्ट्रेशन फार्म एवं शुल्क जमा रसीद, दसवीं, बारहवी, स्नातक एवं स्नातकोत्तर के प्रत्येक वर्ष की अंकसूची, पीएचडी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण तथा कोर्स वर्क परीक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाणपत्र, यदि एम.फिल. के कारण पीएचडी कोर्स वर्क से छूट प्राप्त हो तो एम.फिल की अंकसूची, शोध निर्देशक का एक प्रकाशित शोधपत्र तथा विभागीय शोध समिति (डीआरसी) द्वारा जारी प्रमाणपत्र एवं पीएचडी कोर्स वर्क अध्ययनरत छात्र-छात्रा की शोध केन्द्र में उपस्थिति संबंधी प्रमाणिक विवरण शामिल है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डॉ. सी. एल. देवांगन के अनुसार विश्वविद्यालय के अध्यादेश क्रमांक 45 के अनुसार शोधार्थी को विभागीय शोध समिति डीआरसी के समक्ष शोध रूपरेखा की मौखिक प्रस्तुतिकरण देना होगा।
जिसमें आवश्यकता अनुसार डीआरसी कमेटी परिवर्तन अथवा संशोधन का सुझाव दे सकती है। डीआरसी द्वारा अंतिम रूप से मान्य सिनाप्सिस को डीआरसी के चेयरमेन द्वारा अग्रेषित किये जाने पर ही शोधार्थी 18 से 31 जनवरी के मध्य आयोजित आरडीसी बैठक में शामिल हो पाएंगे।
दुर्ग, 29 दिसंबर। ग्राम पंचायतों में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर के मानदेय को लेकर सरपंच भी चिंतित हंै। 15वें वित्त आयोग में किसी प्रकार का वेतन व स्थापना व्यय नहीं किए जाने की आदेश के बाद मानदेय के लिए राशि नहीं होने पर ग्राम पंचायतों में कार्यरत इन कंप्यूटर ऑपरेटरों को निकालना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतों में किये जाने वाले ऑनलाइन कार्य ठप पड़ जाएंगे। पंचायत के अन्य कार्यों पर भी इससे प्रभाव पड़ेगा। इसे लेकर चिंतित सरपंचों ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर 15वें वित्त से मानदेय देने का प्रावधान जारी करने की मांग की है।
ज्ञापन सौंपने वाले सरपंचों का कहना है कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा पूर्व में 14वें वित्त आयोग मद की राशि से 4000 प्रतिमाह की मानदेय ग्राम पंचायतों में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर को दिया जा रहा है।
कुछ समय के बाद सभी ग्राम पंचायतों में 14वें वित्त आयोग मद की राशि समाप्त कर दिया जाएगा। वहीं 15वें वित्त आयोग से मानदेय की व्यवस्था नहीं होने पर ग्राम पंचायतों में कार्यरत इन कंप्यूटर ऑपरेटरों को कहां से मानदेय का भुगतान करेंगे। ऐसी स्थिति में ग्राम पंचायतों के कंप्यूटर ऑपरेटर को उनके पद से निकालना पड़ सकता है। ग्राम पंचायत में कम्प्यूटर ऑपरेटर नहीं होने पर पंचायतों के कामों में इसका प्रभाव पड़ेगा। पंचायत आपरेटरों द्वारा स्कूली बच्चों, किसानों एवं ग्रामीणों को दिए जा रहे सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ सकता है।
उनका कहना है कि ग्राम पंचायत में नियुक्त कंप्यूटर ऑपरेटरों द्वारा प्रिया साफ्ट ऑनलाइन, प्लान प्लस, एक्शन सॉफ्ट, नेशनल असेट्स डायरेक्टरी, एरिया प्रोफाइलर, सर्विस प्लस, सामाजिक अंकेक्षण एवं मीटिंग प्रबंधन, प्रशिक्षण प्रबंधन, भौगोलिक सूचना प्रणाली, नेशनल पंचायत पोर्टल, लोकल गवर्नमेंट डायरेक्टरी, ऑनलाइन अंकेक्षण के अलावा नए सॉफ्टवेयर ई ग्राम स्वराज पोर्टल अंतर्गत डीएससीपीएफएमसी भुगतान का कार्य भी किया जाता है। राशन कार्ड नवीनीकरण, प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ भारत मिशन बेसलाइन सर्वे, जियो टैगिंग के साथ ही वर्तमान में संचालित शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना, गौठान में सहयोग एवं दैनिक तथा सप्ताहिक प्रतिवेदन बनाना, ग्राम पंचायत के समस्त ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कार्य इन कंप्यूटर ऑपरेटरों द्वारा किया जा रहा है।
अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुंचाने के लिए करते हैं प्रयास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 29 दिसंबर। लोकतंत्र के स्तंभों के बीच आपस में समन्वय बेहद जरूरी है जिससे लोकतंत्र मजबूत होता है। मीडिया एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। न्यायपालिका लोगों को न्याय दिलाने का कार्य करती है। इसके लिए लोगों में जागरूकता फैले, उन्हें न्यायिक मदद मिल पाए। इस दृष्टि से विधिक सेवा प्राधिकरण कार्य करता है। प्राधिकरण के कार्यों को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह बात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने प्रेस वार्ता में कही।
उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिले, इसके लिए प्राधिकरण के माध्यम से नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराए जाते हैं। प्राधिकरण लोगों द्वारा मिली शिकायतों को संज्ञान में लेता है और उस पर नियमानुसार कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि दुर्ग में लीगल लिट्रेसी के संबंध में विभिन्न कार्यक्रम चलाये जाने की योजना है।
उन्होंने नालसा की योजनाओं के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नालसा की अनेक योजनाएं हैं, जिनसे पीडि़तों को आर्थिक मदद मिलती है। कार्यशालाओं के माध्यम से इनकी जानकारी दी जाती है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नियमित रूप से ऐसे मामलों में राहत पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि दुर्ग जिले में ट्रैफिक के नियमों के संबंध में जानकारी देने पैरालीगल वालंटियर द्वारा अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के दायित्वों के संबंध में और कार्यक्षेत्र के संबंध में मीडिया को विस्तार से जानकारी बैठक में दी गई।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों के संबंध में राहत देने प्राधिकरण कार्य करता है। इस दिशा में भी कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि नशे की दुष्प्रवृत्ति से बचाने भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्य बेहद महत्वपूर्ण हैं और सामाजिक न्याय दिलाने की दिशा में इनका अहम योगदान है। हम लगातार लीगल लिट्रेसी के लिए कार्यशालाएं करते हैं। मीडिया का सहयोग इसके प्रचार प्रसार में मिलता रहता है। इस प्रकार कार्यशाला में बताई गई बातों को बहुत विस्तार मिलता है।
उन्होंने कहा कि समय-समय पर मीडिया के साथ वर्कशाप का आयोजन भी प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। इन आयोजनों में लीगल लिट्रेसी के संबंध में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। बैठक में प्राधिकरण के सचिव राहुल शर्मा, सीजेएम मोहन सिंह कोर्राम भी उपस्थित थे।
दुर्ग, 28 दिसंबर। नगर निगम द्वारा शंकर नगर वार्ड 11 और मोहन नगर वार्ड 12 के लिए विश्वकर्मा भवन के पास स्थित सामुदायिक भवन में वार्ड शिविर का आयोजन किया गया। सामुदायिक भवन में राशन कार्ड, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, मजदूर कार्ड पंजीयन, पट्टा नवीनीकरण और नया पट्टा के लिए आवेदन प्राप्त करने शिविर लगाया गया था। शिविर में आवेदन प्राप्त हुए जिसे पंजीयन किया गया। इस दौरान उपअभियंता विश्वनाथ मिश्रा, स्वच्छता निरीक्षक जसवीर सिंह भुवाल, कर्मचारी रामखिलावन शर्मा, संजय सोनकर, राजू चंद्राकर एवं वार्ड पार्षद अजीत वैद्य उपस्थित थे। वार्ड शिविर में कुल 65 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 51 आवेदन मजदूर कार्ड पंजीयन के लिए, एपीएल राशन कार्ड के 4, बीपीएल राशन कार्ड के लिए 4, प्रधानमंत्री आवास के लिए 1 तथा निराश्रित पेंशन के लिए 5 प्राप्त आवेदनों को रजिस्टर्ड कर लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 दिसंबर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा के निधन पश्चात वोरा परिवार से मिलने व संवेदना प्रकट करने रविवार को दुर्ग शहर पहुंचे अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा भाजपा पर आरोप लगाने पर राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय ने ट्वीट कर दिग्विजय सिंह पर जोरदार हमला बोलते हुए उन्हें नसीहत दी है कि वे दुख के घड़ी में शोक संतप्त परिवार के यहां अपनी संवेदना व्यक्त करने आए हैं या अपनी राजनीति चमकाने।
भाजपा नेत्री सरोज पांडेय ने उक्त जवाब दिग्विजय सिंह के उस बयान पर दिया है, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का आरोप लगाया है। सरोज पाण्डेय ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा है कि यह दुखद है। वह भी ऐसे समय में जब आप किसी के शोक में डूबे हुए परिवार से मिलने पहुंचे हैं और दुख व्यक्त करने के बजाय प्रतिद्वंदी पार्टी पर राजनीतिक आरोप लगाकर अपनी संवेदनहीनता प्रदर्शित करना आपके स्तर को दर्शाता है।
सरोज पाण्डेय ने ट्विटर पर जवाब देते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को याद दिलाते हुए कहा है कि जिस भाजपा पर जानवरों की तरह खरीद-फरोख्त के आरोप लगाकर राजनीति कर रहे हैं, पर मुझे याद आता है कि जब आप एमपी में मुख्यमंत्री थे। तब 1995 में खजुराहो के होटल में भाजपा की गुजरात सरकार को गिराने के लिए आप क्या खरीद रहे थे और चारगाह के रूप में आप काला धन कहां से लगा रहे थे।
यह किस छोटी सोच का परिचायक है, क्या यह निहायत गलत नहीं है? राजनीति में आपने अपना पूरा जीवन बिताए है पर क्या ऐसे समय में जब शोक का वक्त हो और किसी के घर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे हो तो क्या तब भी राजनीति करना जरूरी होता है? भाजपा के प्रति इस तरह स्तरहीन व औचित्यहीन बयान से साबित होता है कि कांग्रेस पार्टी के पतन से आप की मानसिकता कुंठा से ग्रसित हो चुकी है और आपका स्तर आपके कांग्रेस पार्टी में क्या है, यह साबित होता है।
9 साइड फुटबॉल स्पर्धा का आयोजन
दुर्ग, 28 दिसंबर। यूथ खेल एवं सांस्कृतिक समिति हॉस्पिटल सेक्टर भिलाई द्वारा आयोजित 9 साइड फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन 27 दिसंबर को किया गया। जिसमें प्रथम मैच तरुण डेल्टा विरुद्ध भिलाई फुटबॉल एकेडमी के बीच हुआ, जिसमें भिलाई एकेडमी ने पेनाल्टी शूट आउट में 3-1 से विजयी हुआ। दूसरा मैच इलाइट विरुद्ध कोबरा काई के बीच हुआ जिसमें इलाइट 2-0 से विजयी हुआ। तीसरा मैच रायपुर एफ सी विरुद्ध बोरसी के बीच हुआ, जिसमें रायपुर 2-0 से विजय हुआ। चौथा मैच नेताजी फुटबॉल क्लब ने कृष्णा बॉयज को 4-3 से पेनाल्टी शूट आउट में हराया। फुटबॉल प्रतियोगिता के उद्धघाटन कार्यक्रम के मुख्यातिथि इंद्रजीत सिंग, विशेषतिथि अरुण कुमार श्रीवास्तव थे। जिन्हें समिति द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
दुर्ग, 28 दिसंबर। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में ऋषि पांडे को दुर्ग जिले का जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया। अनुपम मिश्रा को उपाध्यक्ष, महिला प्रकोष्ठ से जिलाध्यक्ष रेणु त्रिपाठी, उपाध्यक्ष आराधना त्रिपाठी, सचिव आशा त्रिपाठी, सहसचिव गीता मिश्रा, कोषाध्यक्ष मिथलेश मिश्रा, मीडिया प्रभारी मंजु मिश्रा, सह मीडिया प्रभारी सुषमा दुबे तथा पूनम तिवारी को संरक्षण बनाया गया।
सम्मेलन में पहुंचे ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीलकंठ त्रिपाठी ने कहा कि जिस प्रकार युवा पीढ़ी अपने सामाजिक कार्यों में रुचि ले रहे है वह समाज के उत्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान प्रदेश महासचिव हितेश शुक्ला, सचिव विनय दुबे, उपाध्यक्ष सोनू गोस्वामी, रीना तिवारी, प्रतिभा पांडे, प्रखर तिवारी, धर्मेन्द्र गोस्वामी, राहुल पंडित, अनिल शुक्ला, राजेश पांडे सहित अन्य गणमान्य सामाजिक लोग मौजूद थे। मंच संचालन सोनू गोस्वामी व हितेश शुक्ला ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 दिसंबर। सार्वजनिक श्री साईं महोत्सव समिति श्री साईं बाबा मंदिर सिविल लाइन कसारीडीह में 28 व 29 दिसंबर को आयोजित 44 वां वार्षिक श्री साईं महोत्सव मानव सेवा.माधव सेवा के कथनों को मूर्त रूप देगा।
वैश्विक महामारी कोरोना संकटकाल में प्रभावितों को मदद पहुंचाने वाले कोरोना वारियर्स का 29 दिसंबर को दोपहर 3 बजे कर्मवीर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। वहीं कर्मवीरों के हाथों असहाय एवं गरीब वर्ग को ठंड से बचने कंबल का वितरण कर मानव सेवा की जाएगी। इसके अलावा इस दिन रंगोली व ड्राइंग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा। इस अवसर पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। विशेष अतिथि के रूप में महापौर धीरज बाकलीवाल, निगम सभापति राजेश यादव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।
कोरोना संक्रमण के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष आम भंडारा, छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं शोभायात्रा नहीं निकालने का मंदिर समिति ने निर्णय लिया है। श्री साईं बाबा की शोभायात्रा केवल मंदिर के पास सिविल लाइन में ही भ्रमण कर वापस मंदिर पहुंचेगी। इसके अलावा अन्य धार्मिक आयोजन पूर्ववत रहेंगे। कोरोना संक्रमण के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंदिर में श्रद्धालुओं को बिना मास्क लगाए प्रवेश नहीं मिलेगा। सैनिटाइजर का उपयोग व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। वार्षिक महोत्सव को लेकर मंदिर में विशेष विद्युत साज-सज्जा की गई है।
उक्ताशय की जानकारी देते हुए श्री साई बाबा मंदिर समिति के अध्यक्ष श्रीकांत समर्थ एवं सचिव धनेंद्र सिंह चंदेल ने बताया कि वार्षिक महोत्सव की शुरुआत 28 दिसंबर को सुबह 7 बजे श्री साईं बाबा के महाभिषक के साथ हुई। दिन भर विविध कार्यक्रम हुए।
वार्षिक महोत्सव के दूसरे दिन 29 दिसंबर को सुबह 7.30 बजे आरती एवं प्रसाद वितरण, सुबह 9 श्री सत्यनारायण कथा-पूजन, दोपहर 12 बजे आरती एवं प्रसाद वितरण, दोपहर 12.45 बजे साईं भक्तों द्वारा श्री साईं बाबा लीलामृत पठन, दोपहर 1 बजे श्री साईं आरती व भजन मंडली एवं श्री साईं सत्संग महिला मानस मंडली कसारीडीह द्वारा श्री साईं भजनों की प्रस्तुति, दोपहर 3 बजे कर्मवीर सम्मान समारोह एवं रंगोली और ड्राइंग प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण, शाम 6.30 बजे आरती एवं प्रसाद वितरण, शाम 7 बजे श्री साईं बाबा की पालकी, रात्रि 9 बजे शेज आरती, धन्यवाद ज्ञापन एवं महोत्सव का समापन होगा। वार्षिक महोत्सव की तैयारियों में श्री साईं मंदिर समिति के उपाध्यक्ष संजय सिंह, रविंद्र भटनागर, सह सचिव संतोष यदु , कोषाध्यक्ष धीरेन्द्र शर्मा, प्रचार सचिव मुरलीधर राऊत, कौशल किशोर सिंह, एवं समिति के अन्य सदस्य जुटे हुए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 28 दिसंबर। देश के दिग्गज कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा के निधन के बाद श्रद्धांजलि अर्पित करने देश व प्रदेश के प्रमुख नेताओं के दुर्ग आगमन का सिलसिला लगातार जारी है।
इससे पहले 25 दिसंबर को वोरा निवास में वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, शिव रतन शर्मा, रजनीश सिंह, देवजी भाई पटेल, कृष्ण मूर्ति बांधी, रंजना दीपेंद्र साहू, डमरूधर पुजारी, विधान मिश्रा, लीलाराम भोजवानी, जोगी कांग्रेस के नेता धर्मजीत सिंह, बसपा विधायक सौरभ सिंह वोरा निवास पहुंचे और अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट की। सभी ने बाबूजी के साथ जुड़ी अपनी यादों को विधायक वोरा के साथ साझा किया। बाबूजी की दी हुई सीख को याद किया।
गुरुवार को कांग्रेस भवन दुर्ग में हुई श्रद्धांजलि सभा के दौरान कांग्रेसजनों की आंखें नम थी। जिस कांग्रेस भवन में कांग्रेसजनों ने बाबूजी से अनगिनत बार पार्टी के प्रति निष्ठा, एकता और समर्पित रहने का सबक सीखा था, उसी भवन में बाबूजी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पल कांग्रेसजनों के लिए बेहद दुख भरे थे।
पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी, बीडी कुरैशी, प्रदीप चौबे, शंकरलाल ताम्रकार, महापौर धीरज बाकलीवाल, मदन जैन, आरएन वर्मा, प्रतिमा चंद्राकर, निर्मल कोसरे, लक्ष्मण चंद्राकर, राजेश यादव, राजेन्द्र साहू, फतेह सिंह भाटिया, मोहन हरमुख, रिवेंद्र यादव सहित अन्य नेताओं ने बाबूजी के साथ बिताए लम्हों को याद किया।
इसी सभा में श्रद्धांजलि देने पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जब भी जरूरत पड़ी, तब बाबूजी ने हर समय मदद की। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में सोनिया गांधी ने अध्यक्ष रहते हुए बाबूजी के हाथों ध्वजारोहण करवाकर उन्हें जो सम्मान दिया, वह अविस्मरणीय है।
सभा में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष महेंद्र सिंह छाबड़ा ने कहा कि वे पूरे देश के सर्वमान्य नेता थे। सबको साथ लेकर कार्य करने की शैली से सभी प्रभावित थे। पूर्व विधायक प्रदीप चौबे ने कहा कि साधारण परिवार से निकलकर राजनीति को ऊँचाई छूने वाले विरले व्यक्ति थे बाबूजी। उन्होंने दुर्ग को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई।
श्रद्धांजलि सभा में शालिनी यादव, देवेंद्र देशमुख, नीलेश चौबे, सुशील भारद्वाज, नासिर खोखर, संदीप श्रीवास्तव, राजकुमार पाली, अजय मिश्रा, अनीता तिवारी, कुणाल तिवारी, रामकली यादव, कौशल किशोर सिंह, दिलीप ठाकुर, मनीष बघेल, कल्पना देशमुख, निर्मल साहू सहित जिले के सैकड़ों कांग्रेसजन उपस्थित थे।
विधायक अरूण वोरा ने बताया कि 1985 में अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद बाबूजी ने अथक मेहनत की। वे हर दिन सुबह से देर रात तक लगातार काम करते थे। बाबूजी रोज रात 3 बजे तक काम करते रहते। दो साल पहले तक बाबूजी की यही रूटीन रही।
मुझे याद है जब बाबूजी मुख्यमंत्री थे और उनका दुर्ग आगमन होता था, तब रात 3 बजे तक अधिकारियों की बैठक, फाइलें निबटाने और फोन पर भोपाल के उच्चाधिकारियों को निर्देश देते रहते। अगले दिन सुबह 7- 8 बजे बाबूजी प्लेन से भोपाल या दिल्ली के लिए रवाना हो जाते। हालत यह रहती थी कि उनका प्लेन उडऩे के बाद कई बार कलेक्टर व अन्य अफसर भागते हुए एयरपोर्ट पहुंचते थे। समय की पाबंदी और अनुशासित जीवन उनकी जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा रही। बिना थके लगातार मेहनत करते रहने की उनकी क्षमता, समय की पाबंदी, आज का काम आज ही खत्म करने की आदत 93 साल की उम्र तक कायम रही।