दुर्ग
दुर्ग, 29 दिसंबर। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में पीएचडी शोधार्थियों की आरडीसी बैठक 18 से 31 जनवरी 2021 के मध्य विश्वविद्यालय के टैगोर हॉल में आयोजित होगी। इस बैठक में पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा सत्र 2019-20 में सफल शोधार्थी या परीक्षा में छूट प्राप्त विद्यार्थी अथवा सत्र 2018-19 में अनुत्तीर्ण ऐसे शोधार्थी जिन्हें सत्र 2019-20 की परीक्षा में योग्य घोषित किया गया हो, वे सभी शोधार्थी अपने शोध रूप रेखा अर्थात सिनाप्सिस के साथ उपस्थित हो सकते हैं। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के सहा. कुलसचिव डॉ. सुमीत अग्रवाल ने बताया कि शोधार्थियों को सिनाप्सिस की 3 मूल प्रतियां तथा पीडीएफ फार्मेट में सीडी जमा करना अनिवार्य होगा।
डॉ. अग्रवाल के अनुसार शोधार्थियों को आरडीसी बैठक में शामिल होने हेतु 1500 रुपये का चालान यूको बैंक में जमा करना होगा तथा आरडीसी बैठक के पूर्व जरूरी दस्तावेज विश्वविद्यालय के पीएचडी सेल में 11 जनवरी से 16 जनवरी 2021 के मध्य जमा करना अनिवार्य है। इन दस्तावेजों में पीएचडी रजिस्ट्रेशन फार्म एवं शुल्क जमा रसीद, दसवीं, बारहवी, स्नातक एवं स्नातकोत्तर के प्रत्येक वर्ष की अंकसूची, पीएचडी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण तथा कोर्स वर्क परीक्षा उत्तीर्ण होने का प्रमाणपत्र, यदि एम.फिल. के कारण पीएचडी कोर्स वर्क से छूट प्राप्त हो तो एम.फिल की अंकसूची, शोध निर्देशक का एक प्रकाशित शोधपत्र तथा विभागीय शोध समिति (डीआरसी) द्वारा जारी प्रमाणपत्र एवं पीएचडी कोर्स वर्क अध्ययनरत छात्र-छात्रा की शोध केन्द्र में उपस्थिति संबंधी प्रमाणिक विवरण शामिल है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डॉ. सी. एल. देवांगन के अनुसार विश्वविद्यालय के अध्यादेश क्रमांक 45 के अनुसार शोधार्थी को विभागीय शोध समिति डीआरसी के समक्ष शोध रूपरेखा की मौखिक प्रस्तुतिकरण देना होगा।
जिसमें आवश्यकता अनुसार डीआरसी कमेटी परिवर्तन अथवा संशोधन का सुझाव दे सकती है। डीआरसी द्वारा अंतिम रूप से मान्य सिनाप्सिस को डीआरसी के चेयरमेन द्वारा अग्रेषित किये जाने पर ही शोधार्थी 18 से 31 जनवरी के मध्य आयोजित आरडीसी बैठक में शामिल हो पाएंगे।