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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 नवम्बर। छत्तीसगढ़ राज्य संयुक्त पेन्शनर फेडरेशन की बैठक 8 नवम्बर को राज्य कर्मचारी संघ प्रदेश कार्यालय में पेंशनर फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र नामदेव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। बैठक मध्यप्रदेश राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच पेंशनरी आर्थिक दायित्वों के बटवारा करने हेतु धारा 49 को विलोपित कराने मंत्रालय के समक्ष प्रदर्शन कर घेराव करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। जिसकी तिथि वित्त सचिव से उनके आमंत्रण आगामी 15 नवम्बर के बाद होने वाली बैठक के बाद तय की जाएगी।
इस बैठक में छत्तीसगढ़ पेंशनधारी कल्याण संघ ने भी पेन्शनर फेडरेशन में शामिल होने का निर्णय लिया। इस तरह अब तक पेन्शनर फेडरेशन में राज्य के पांच संगठन पेंशनरों के समस्याओं के निदान के लिये एकजुट हो चुके हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में पेंशनधारी कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष डॉ डीपी मनहर, पेंशनर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष यशवन्त देवान, प्रगतिशील पेन्शनर कल्याण संघ के प्रांताध्यक्ष आरपी शर्मा, भारतीय पेंशनर्स महासंघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा आदि उपस्थित थे।
बैठक में दोनों राज्यों के सहमति को लेकर महंगाई राहत भत्ता में 21 वर्षो से रोड़ा बने मध्यप्रदेश राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 की धारा 49 को हटाने,पेंशनर्स के हित मे जारी हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कार्यवाही करने, पारिवारिक पेंशन- नियमित पेन्शन, एंटीसिपेटरी पेंशन समय पर देने, दिवंगत कर्मचारियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति देने तथा पेंशनरों की लंबित मामलों को लेकर हाईकोर्ट बिलासपुर में चीफ जस्टिस को ज्ञापन देकर जनहित याचिका दायर करने आदि पर विस्तार से चर्चा की गई और पेन्शनर फेडरेशन की ओर से मुख्य सचिव और वित्त सचिव से प्रत्यक्ष भेंट कर ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया।
पांच पेंशनर संघों के प्रांताध्यक्ष ने आगामी 5 दिसम्बर को जबलपुर मध्यप्रदेश में आयोजित छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के संयुक्त सम्मेलन में भाग लेने पर सहमति जाहिर किया और प्रत्येक संगठन के प्रतिनिधियों की संख्या अपने अपने हिसाब तय करने और इससे छत्तीसगढ़ पेंशनर फेडरेशन के माध्यम से मध्यप्रदेश को अवगत कराने का फैसला किया गया।
बैठक में विभिन्न पेन्शनर संगठनों के क्रमश: लोचन पाण्डे, दयानन्द मुदलियार, रमेशचंद्र पटेरिया, रायसिंह साहू, कृपाशंकर मिश्रा आदि ने चर्चा में अपने विचार रखें।
स्व-सहायता समूहों, बुनकरों, कुम्भकारों और कुटीर उद्योगों के उत्पादों की होगी बिक्री
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 नवम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास के लिए गांवों में तैयार उत्पादों को शहरों के मार्केट से जोडऩे की नई पहल की है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकरों, कुम्भकरों अथवा अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का समुचित मूल्य सुनिश्चित करने हेतु इनकी व्यावसायिक ढंग से मार्केटिंग के लिए शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इस संबंध में उन्होंने उद्योग विभाग को तत्काल निर्देश जारी करने को कहा है।
सी-मार्ट की स्थापना से इन सभी वर्गों के उद्यमियों को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को निर्देशित करते हुए कहा है कि इसके लिए प्रथम चरण में सभी जिला मुख्यालयों में नगर निगमों की स्थिति में 8 से 10 हजार वर्गफुट तथा नगर पालिकाओं की स्थिति में 6 से 8 हजार वर्गफुट में आधुनिक शो रूम की तरह सी मार्ट की स्थापना की जाए।
श्री बघेल ने सी-मार्ट की स्थापना के लिए तात्कालिक रूप से कार्य आरंभ करने के लिए कहा है। इसके लिए उन्होंने वर्तमान में उपलब्ध किसी शासकीय भवन का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जिन स्थानों में यदि उपयुक्त भवन उपलब्ध न हो वहां कलेक्टर, उद्योग विभाग अथवा वन विभाग को अच्छी लोकेशन में आवश्यकतानुसार भूमि आबंटित किया जाए।
सीएम ने सी-मार्ट के लिए उपलब्ध भवनों के अपग्रेडेशन अथवा नये भवन के निर्माण हेतु विभिन्न योजनाओं की विभागीय राशि, सीएसआईडीसी अथवा लघु वनोपज संघ की राशि उपयोग करने को कहा है। श्री बघेल ने कहा है कि सी-मार्ट के निर्माण एवं संचालन के लिए अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होने पर उद्योग विभाग से दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने ’छत्तीसगढ़ हर्बल्स’ के उत्पादों की तरह की इन वस्तुओं की मार्केटिंग की व्यवस्था लघु वनोपज संघ द्वारा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जिला कलेक्टरों को महिला समूहों द्वारा निर्मित एवं अन्य सभी पारंपरिक उत्पादकों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रेन्डिग एवं मार्केटिंग की व्यवस्था हेतु प्रबंध संचालक, लघु वनोपज संघ से समन्वय करने को कहा है।
महादेवघाट पर 10 को सांस्कृतिक कार्यक्रम, सीएम होंगे मुख्य अतिथि
छठ महापर्व आयोजन समिति के सदस्यों ने की महादेव घाट की सफाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 9 नवंबर। सोमवार से चार दिवसीय छठ महापर्व नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गई। सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक और सुर संग्राम विजेता वीरेन्द्र भारती, प्रख्यात लोक गायिका सुनीता पाठक, छत्तीसगढ़ के गायक दिलीप षड़ंगी और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्य नाटिका कलाकार सोनाली तरुण चोपड़ा द्वारा महादेव घाट पर 10 नवंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 नवंबर को महादेव घाट के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट, रायपुर के सदस्यों ने खारुन नदी के महादेव घाट की लगातार दूसरे दिन सफाई की। समिति के सदस्यों ने घाट पर सुबह पहुँचकर अपना श्रमदान किया और महादेव घाट की सफाई की।
समिति के संस्थापक अध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में* संयोजक सुनील सिंह संचालक समिति के सदस्य रविंद्र सिंह, परमा सिंह, रामकुमार सिंह, संजय सिंह, मनोज सिंह, रविंद्र शर्मा, एम एन पांडेय, जयंत सिंह, संतोष सिंह, संतोष सिंह अवधिया, सरोज सिंह, एवं अन्य सदस्यों ने श्रमदान किया और महादेव घाट की सफाई की। छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन में छठ महापर्व का आयोजन महादेव घाट पर किया जा रहा है। समिति के संयोजक सुनील सिंह, सत्य प्रकाश सिंह और रविंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को समिति के सदस्यों और रायपुर नगर निगम की सफाई टीम के द्वारा महादेव घाट की सफाई की गयी।
उन्होंने बताया कि चार दिवसीय छठ महापर्व सोमवार, नवंबर 8 को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुई। नहाय खाय के दिन पूरे घर की साफ- सफाई की जाती है और स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है। इस दिन चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण किया जाता है। अगले दिन खरना से व्रत की शुरुआत होती है। लोहंडा एवं खरना 9 नवंबर को होगा, संध्या अघ्र्य 10 नवंबर को होगा और उषा अघ्र्र्य 11 नवंबर को होगा। एक सांस्कृतिक कार्यक्रम 10 नवंबर को संध्या में महादेव घाट पर आयोजित किया जायेगा। सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक और सुर संग्राम विजेता वीरेन्द्र भारती, प्रख्यात लोक गायिका सुनीता पाठक और छत्तीसगढ़ के गायक दिलीप षड़ंगी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी। प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्य नाटिका कलाकार सोनाली तरुण चोपड़ा और उनकी टीम के द्वारा झांकी की प्रस्तुति की जाएगी।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 नवंबर को महादेव घाट के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे ।
उन्होंने बताया कि छठ पर्व ही दुनिया का मात्र एक पर्व है जिसमें डूबते सूर्य एवं उगते की पूजा की जाती है। छठ पर्व को षष्ठी पूजा एवं सूर्य षष्ठी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला एक हिन्दू पर्व है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से पूर्वी भारत के बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। छठ महापर्व नेपाल, फिजी, मॉरिशस, सूरीनाम, गुयाना एवं अन्य देशों में भी मनाया जाता है।
प्रमोद मिश्रा, अमित सिंह, सत्येन्द्र गौतम, रामविलास सिंह, कन्हैया सिंह, हरीश शुक्ला, राजपुरोहित रंजीत बाबा, मुकुल श्रीवास्तव, एम एन पांडेय, अरूण झा, अजय शर्मा, अनिल सिंह, गौरीशंकर गुप्ता, बाबुल यादव, नानू ठाकुर व अन्य सदस्य छठ पूजा को सफल बनाने में योगदान दे रहे हैं ।
छठ महापर्व आयोजन समिति के सदस्यों ने की महादेव घाट की सफाई
रायपुर, 8 नवंबर। सोमवार से चार दिवसीय छठ महापर्व नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हो गई। सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक और सुर संग्राम विजेता वीरेन्द्र भारती, प्रख्यात लोक गायिका सुनीता पाठक, छत्तीसगढ़ के गायक दिलीप षड़ंगी और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्य नाटिका कलाकार सोनाली तरुण चोपड़ा द्वारा महादेव घाट पर 10 नवंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 नवंबर को महादेव घाट के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।
छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट, रायपुर के सदस्यों ने खारुन नदी के महादेव घाट की लगातार दूसरे दिन सफाई की। समिति के सदस्यों ने घाट पर सुबह पहुँचकर अपना श्रमदान किया और महादेव घाट की सफाई की।
समिति के संस्थापक अध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में संयोजक सुनील सिंह संचालक समिति के सदस्य रविंद्र सिंह, परमा सिंह, रामकुमार सिंह, संजय सिंह, मनोज सिंह, रविंद्र शर्मा, एम एन पांडेय, जयंत सिंह, संतोष सिंह, संतोष सिंह अवधिया, सरोज सिंह, एवं अन्य सदस्यों ने श्रमदान किया और महादेव घाट की सफाई की। छठ महापर्व आयोजन समिति महादेवघाट के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह के मार्गदर्शन में छठ महापर्व का आयोजन महादेव घाट पर किया जा रहा है। समिति के संयोजक सुनील सिंह, सत्य प्रकाश सिंह और रविंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को समिति के सदस्यों और रायपुर नगर निगम की सफाई टीम के द्वारा महादेव घाट की सफाई की गयी।
उन्होंने बताया कि चार दिवसीय छठ महापर्व सोमवार, नवंबर 8 को नहाय खाय के साथ प्रारंभ हुई। नहाय खाय के दिन पूरे घर की साफ- सफाई की जाती है और स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लिया जाता है। इस दिन चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण किया जाता है। अगले दिन खरना से व्रत की शुरुआत होती है। लोहंडा एवं खरना 9 नवंबर को होगा, संध्या अघ्र्य 10 नवंबर को होगा और उषा अघ्र्र्य 11 नवंबर को होगा। एक सांस्कृतिक कार्यक्रम 10 नवंबर को संध्या में महादेव घाट पर आयोजित किया जायेगा। सुप्रसिद्ध भोजपुरी गायक और सुर संग्राम विजेता वीरेन्द्र भारती, प्रख्यात लोक गायिका सुनीता पाठक और छत्तीसगढ़ के गायक दिलीप षड़ंगी द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की जाएगी। प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्य नाटिका कलाकार सोनाली तरुण चोपड़ा और उनकी टीम के द्वारा झांकी की प्रस्तुति की जाएगी।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 नवंबर को महादेव घाट के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम कि अध्यक्षता करेंगे।
उन्होंने बताया कि छठ पर्व ही दुनिया का मात्र एक पर्व है जिसमें डूबते सूर्य एवं उगते की पूजा की जाती है। छठ पर्व को षष्ठी पूजा एवं सूर्य षष्ठी व्रत के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला एक हिन्दू पर्व है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से पूर्वी भारत के बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और नेपाल के तराई क्षेत्रों मंर मनाया जाता है। छठ पूजा सूर्य और उनकी बहन छठी मइया को समर्पित है। त्यौहार और व्रत के अनुष्ठान कठोर हैं और चार दिनों की अवधि में मनाए जाते हैं। इनमें पवित्र स्नान, उपवास और पीने के पानी से दूर रहना, लंबे समय तक पानी में खड़ा होना और प्रसाद, प्रार्थना, प्रसाद और सूर्य देवता को अघ्र्य देना शामिल है।
छठ पर्व मूलत: बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों का महापर्व है। बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग जिस देश एवं राज्यों में जाकर बसे वहां भी अपनी संस्कृति को आज भी बचाये हुऐ हैं। छठ महापर्व नेपाल, फिजी, मॉरिशस, सूरीनाम, गुयाना एवं अन्य देशों में भी मनाया जाता है।
प्रमोद मिश्रा, अमित सिंह, सत्येन्द्र गौतम, रामविलास सिंह, कन्हैया सिंह, हरीश शुक्ला, राजपुरोहित रंजीत बाबा, मुकुल श्रीवास्तव, एम एन पांडेय, अरूण झा, अजय शर्मा, अनिल सिंह, गौरीशंकर गुप्ता, बाबुल यादव, नानू ठाकुर व अन्य सदस्य छठ पूजा को सफल बनाने में योगदान दे रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। प्रदेश कांग्रेस की विस्तारित बैठक 10 तारीख को दुर्ग में होगी। बैठक में महंगाई के खिलाफ 14 से 29 नवम्बर तक प्रस्तावित पदयात्रा की रूपरेखा तैयार की जाएगी। साथ ही बैठक में सदस्यता अभियान पर भी चर्चा होगी।
सीएम भूपेश बघेल की मौजूदगी में प्रदेश कांग्रेस की बैठक होगी। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के अलावा प्रभारी सचिव सप्तगिरी शंकर उल्का भी रहेंगे। बताया गया कि प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने पिछले दिनों सीएम से चर्चा कर बैठक के एजेंडे पर विस्तार से चर्चा की थी।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में जिलाध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे। पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। इसमें सदस्यता बुक के वितरण पर भी चर्चा होगी। करीब 10 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह महंगाई के खिलाफ पार्टी 14 से 29 नवम्बर तक जनजागरण पदयात्रा निकालने जा रही है। यह यात्रा जिला, और ब्लॉकों में निकलेगी। इसके लिए प्रभारी का चयन किया जाएगा। और आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा होगी।
केन्द्र सरकार की नाकामियों, और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बूथ स्तर पर जन-जन तक पहुंचाने पर चर्चा होगी। इसके अलावा हीरक महोत्सव के अंतर्गत इंदिरा गांधी जयंती, और बांग्लादेश विजय दिवस की 50वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में एक दिसम्बर से शुरू होने वाले धान खरीदी पर भी चर्चा होगी। धान खरीदी के लिए समिति के गठन पर भी चर्चा होगी। इन सबके अलावा झीरम कांड की रिपोर्ट सीधे राज्यपाल को सौंपे जाने के मसले पर भी प्रस्ताव पारित किया जा सकता है। पार्टी का मानना है कि नए सिरे से आयोग का गठन होना चाहिए। क्योंकि आयोग की रिपोर्ट आधी अधूरी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके पर प्रदेश सरकार के संशोधन विधेयकों को रोके रखे जाने का आरोप लगाए जाने पर तीखा हमला बोला है।
श्री कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल ने यह प्रलाप करके न केवल संवैधानिक मर्यादा और राज्यपाल पद की गरिमा का अपमान किया है, बल्कि प्रदेश सरकार के नाकारापन से उपजी राजनीतिक कुण्ठा का प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि किसानों के साथ लगातार नाइंसाफी करती आ रही जिस कृषि संशोधन विधेयक को रोककर रखे जाने का आरोप राज्यपाल पर लगाया गया है, वह मुख्यमंत्री के सत्तावादी अहंकार से प्रेरित अमर्यादित राजनीतिक आचरण है। राज्यपाल को किसी भी विधेयक पर गंभीर विचार मंथन और व्यापक विमर्श करने का संवैधानिक अधिकार है और उनके संवैधानिक अधिकार को इस तरह के ओछे राजनीतिक आरोप लगाकर चुनौती देना मुख्यमंत्री बघेल को क़तई शोभा नहीं देता। श्री कौशिक ने कहा कि दरअसल कांग्रेस के राजनीतिक डीएनए में लोकतांत्रिक, संवैधानिक व न्यायिक संस्थाओं तथा पद की गरिमा का सम्मान करने का संस्कार ही नहीं है, और मुख्यमंत्री बघेल व प्रदेश कांग्रेस के नेता गाहे-बगाहे राज्यपाल पर ऐसी अनर्गल राजनीतिक टिप्पणियाँ करके कांग्रेस के इसी डीएनए की तस्दीक़ करते रहते हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि बदलापुर के अपने राजनीतिक एजेंडे पर चल रही प्रदेश सरकार ने सत्ता सम्हालते ही जिस तरह अपनी बदनीयती, कुनीतियों और कन्फ्य़ूज़्ड नेतृत्व के चलते जैसे मनमाने फैसले लिए और तमाम मर्यादाओं व परम्पराओं को ताक पर रखा, उससे कांग्रेस में जड़ जमाए बैठी वन मैन शो की अधिनायकवादी-प्रवृत्ति से पोषित कांग्रेस का राजनीतिक चरित्र सामने आता है।
श्री कौशिक ने कहा कि पूरी कांग्रेस इसी राजनीतिक चरित्र की प्रतीक बनी हुई है और अपने इसी चरित्र का परिचय वह छत्तीसगढ़ में राज्यपाल पद की तौहीन करके भी दे रही है। पत्रकारिता विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक लाकर प्रदेश सरकार ने कुलपति चयन के राज्यपाल के अधिकार को छीनने की नीयत से पारित कराया था।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि झीरम कांड का जाँच प्रतिवेदन न्यायिक आयोग द्वारा प्रदेश की राज्यपाल को सीधे सौंपे जाने से सत्ता के मद में आकंठ डूबी प्रदेश सरकार और कांग्रेस विचलित है और इसी बौखलाहट का प्रदर्शन कांग्रेस नेता कर रहे हैं और मुख्यमंत्री बघेल जाँच रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपे जाने की संवैधानिक व्यवस्था के चलते सीधे तौर पर कुछ कहने की स्थिति में नहीं रहे तो संशोधन विधेयक की आड़ लेकर अपनी राजनीतिक कुंठा का परिचय दे रहे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस के नेता और प्रदेश सरकार राज्यपाल के पद को अपने निकृष्ट राजनीतिक आरोपों से लांछित करने की शर्मनाक हरक़तें कर रहे हैं, उससे उन्हें बाज आना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। दीपावली के पावन पर्व पर छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी (खेलकूद प्रकोष्ठ) के तत्वाधान में प्रदेश पदाधिकारियों एवं खिलाडिय़ों का दीपावली मिलान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया मोहन मरकाम, भिलाई नगर के विधायक व महापौर देवेंद्र यादव, रायपुर नगर निगम के महापौर एजाज ढेबर, प्रदेश कांग्रेस की उपाध्यक्ष शकुन डहरिया, महामंत्री अरुण सिसोदिया, एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा सहित प्रदेश भर से समारोह में शामिल होने पदाधिकारी एवं खिलाड़ी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ खेल कांग्रेस के अध्यक्ष प्रवीण जैन ने बतलाया कि इस अवसर पर प्रदेश में अब तक कि सबसे बड़ी क्रिकेट प्रतियोगिता सीपीएल के आयोजन पर विस्तार से चर्चा हुई तथा इस प्रतियोगिता को प्रदेश के बिलासपुर, रायपुर, भिलाई, दुर्ग एवं राजनांदगांव जिले में 15 दिसंबर से 31 दिसंबर के मध्य आयोजित कराये जाने का निर्णय हुआ, साथ ही जनवरी माह में कॉरपोरेट क्रिकेट प्रतियोगिता के साथ महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने आदिशक्ति कप फुटबॉल टूर्नामेंट भी कराया जायेगा। सभी अतिथियों ने उपस्थित खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाते हुए दिवाली की शुभकामनाएं प्रेषित की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। नगरीय प्रशासन विकास एवं श्रम मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने सोमवार को चंदखुरी नगर पंचायत क्षेत्र में औचक निरीक्षक कर यहां पर विविध नागरिक सुविधाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने चंदखुरी नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नियमित रूप से साफ-सफाई तथा घर-घर कचरा कलेक्शन कराने के निर्देश दिए।
नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने चंदखुरी कौशिल्या माता मंदिर में शीघ्र ही एक और बोर खनन के निर्देश चंदखुरी नगर पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को दिए हैं। उन्होंने विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री को विद्युत व्यवस्था सुचारू रखने सहित अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने मंदिर परिसर के आस-पास यातायात एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए पुलिस पेट्रोलिंग कराने के भी निर्देश दिए। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. डहरिया ने कौशिल्या माता मंदिर में दर्शन कर चंदखुरी और मंदिर हसौद के नागरिकों से मुलाकात की और उन्हें दीपावली की बधाईयां दी तथा क्षेत्र के विभिन्न विकास कार्यो एवं नागरिक सुविधाओं के संबंध में नागरिकों से चर्चा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने झीरम कांड की जांच रिपोर्ट राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उईके को सौंपे जाने पर कांग्रेस नेताओं की प्रतिक्रिया पर कहा कि कांग्रेस नेता चाहते ही नहीं कि झीरम मामले का पूरा सच सामने आए। श्री साय ने कहा कि राज्यपाल को रिपोर्ट सौंपे जाने पर कांग्रेस नेताओं का रुख़ यह साबित करता है कि न्यायिक संस्थाओं व न्यायिक प्रक्रियाओं का सम्मान करना कांग्रेस के डीएनए में ही नहीं है। कांग्रेस अपनी सत्ता की धौंस में समूची प्रक्रियाओं को अपनी मर्जी से संचालित करने की तानाशाही-मानसिकता से ग्रस्त है।
श्री साय ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की इस सम्बंध में की गयी टिप्पणी को उनकी राजनीतिक नासमझी का परिचायक बताया और पूछा कि आखऱि किस बात से डरी हुई है कांग्रेस? ऐसा क्या राज है जिसे खुल जाने की आशंका है मरकाम को? उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की संवैधानिक व न्यायिक समझ पर संदेह करके कांग्रेस नेता प्रदेश को क्या संदेश देना चाह रहे हैं?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने कभी झीरम मामले की जाँच प्रक्रिया में सहयोग नहीं किया, वे हर वक़्त किसी न किसी बहाने इस जांच में अड़ंगा लगाते रहे। और अब वे जाँच रिपोर्ट को लेकर रोना-धोना मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष में रहते हुए अपने जेब में झीरम के सबूत होने की बात करने वाले बघेल अब उन सबूतों की चर्चा भी नहीं करना चाहते।
श्री साय ने कहा कि एक न्यायिक आयोग के प्रमुख ने अपनी जांच रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपने के अपने अधिकार के तमाम संवैधानिक व न्यायिक पहलुओं पर विचार किया होगा, फिर नासमझी का प्रदर्शन करके कांग्रेस के लोग क्यों अपनी जगहँसाई करा रहे हैं? श्री साय ने सवाल किया कि आखिऱकार कांग्रेस सरकार झीरम मामले में किसे बचाने की जुगत में है? झीरम कांड में शहीद और जख़़्मी हुए अपने ही कांग्रेस नेताओं के परिजनों को पूरा और सही न्याय दिलाने की पहल से आखिऱ कांग्रेस इतनी विचलित क्यों नजऱ आ रही है, यह समझ से परे है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवम्बर। जीएसटी मंत्री टीएस सिंहदेव के साथ बैठक में मोबाइल एसोसिएशन ने मोबाइल पर जीएसटी 18 प्रतिशत से घटाकर 12 फीसदी करने की मांग की है।
सिविल लाइन सर्किट हाउस में व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने जीएसटी मंत्री श्री सिंहदेव को कई सुझाव दिए हैं। प्रदेश मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश वासवानी जीएसटी दरों में सुधार करते हुए मोबाइल पर जीएसटी 18 से 12 फीसदी करने की मांग की। इसके अलावा उन्होंने 3 बीए ओर 3 बीआर 1 और मिस होने पर नोटिस की समय सीमा को बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा बेक लिंक कर दिया जाता है जिससे कि व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने यह भी कहा है कि ऑनलाइन कंपनी अमेजॉन फ्लिपकार्ट के द्वारा नैतिक एवं अनुचित रूप से व्यापार किया जाता है उनके एसी की जांच की जानी है क्योंकि उन्होंने पहले भी फर्जीवाड़ा करके काम 85 सो करोड़ का ऑडिट रिपोर्ट में हेरा फेरी की थी। जीएसटी का प्रदेश में सबसे बडी गिरावट का मुख्य कारण ऑनलाइन का व्यापार है। इन्हें तत्काल प्रदेश में प्रतिबंध कर देना चाहिए।
मोबाइल एसोसिएशन के महामंत्री अजित द्विवेदी ने बैंकों के द्वारा दी। ऑनलाइन की व्यापार को बढ़ावा कर देने के लिए जो छूट दी जा रही है। वह ऑफलाइन में में दी जाने की मांग की मोबाइल एसोसिएशन की तरफ से अध्यक्ष राजेश वासवानी महामंत्री अजीत द्विवेदी और मोहित नथानी ने जीएसटी मीटिंग उपस्थिति दर्ज कराई।
रायपुर, 8 नवम्बर। छत्तीसगढ़ लोककथा कहानियों भी गढ़ है। अतिप्राचीन काल से यहां रात्रि को चौपाल, सहित घरों में बड़े बुजुर्गो द्वारा बच्चों को लोककथा सुनाने की बहुउद्देशीय परंपरा चली आ रही है। इस पर केंद्रित आकाशवाणी रायपुर के कार्यक्रम में 9 नवम्बर को विजय मिश्रा अमित द्वारा प्रात: 9 बजे लोककथा का वाचन जावेगा।
छत्तीसगढ़ी भाषा में मितानी धरम शीर्षक से प्रसारित लोककथा में श्री मिश्रा ने मित्रता में त्याग समर्पण और सद्भावना की महत्ता को बड़ी खूबसूरती के साथ चित्रित किया है। छत्तीसगढ़ में प्रचलित लोककथा ढेला अउ पाना को इन्होंने बेहतरीन शब्द विन्यास से नए कलेवर में पिरोकर प्रभावी शैली में प्रस्तुत किया है।
रायपुर, 8 नवम्बर। 16 वर्षीय कक्षा दसवीं के छात्र हर्ष रजक ने कभी नहीं सोचा था कि इंद्रधनुषी रंगों के लिए उसके जुनून और चित्रकारी के टैलेंट के लिए एक दिन उसे मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से शाबाशी मिलेगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज शाम यहां उनके निवास कार्यालय में नन्हें प्रतिभावान चित्रकार हर्ष रजक से मुलाकात की। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, चांटीडीह, बिलासपुर में कक्षा दसवीं के छात्र और चित्रकला में माहिर हर्ष रजक द्वारा भाव-भंगिमा के साथ हूबहू चित्र उकेरने की प्रतिभा के बारे में समाचारों से अवगत हो आज हर्ष को मुलाक़ात के लिए स्वयं मुख्यमंत्री निवास बुलाया और हर्ष के हुनर की सराहना कर उसका हौसला बढ़ाया।
सीएम ने हर्ष से आगे की पढ़ाई के विषय में पूछा तो उसने बताया कि वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है। कक्षा ग्यारहवीं में विज्ञान विषय लेकर पढऩा चाहता है, इसके लिए विद्यालय में लैब की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला, चांटीडीह में प्रयोगशाला और लाइब्रेरी प्रारम्भ करने की घोषणा की। हर्ष ने मुख्यमंत्री श्री बघेल को अपने हाथों से बनाये उनके तथा एक आदिवासी बाला के चित्र भेंट किये।
हर्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि कक्षा छठवीं-सातवी से ही उसका चित्रकला के प्रति रुझान था, इसके लिए उनके पिता, शिक्षकों और प्राचार्य द्वारा प्रोत्साहन दिया गया, शुरू में वह नॉर्मल स्øेचिंग करने के बाद वाटर कलर से पेंटिंग बनाने का अभ्यास किया। लॉकडाउन के समय उसने कलर पेंसिल से ड्राइंग तैयार करना शुरू किया। आज वह फ्री हैंड स्केचिंग के ज़रिए किसी का भी पूरी भाव-भंगिमा के साथ हुबहू चित्र बना लेता है।
हर्ष ने बताया कि इस वर्ष जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम में उसने कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर और मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का स्केच बनाया। जहां उसकी प्रतिभा को खूब सराहा गया। प्रोत्साहन के बतौर कलेक्टर ने 5 हजार रूपए की पेंटिंग खरीदी, जिला स्तरीय राज्योत्सव के मुख्य अतिथि और संसदीय सचिव श्री इंदर शाह मंडावी ने भी चित्रकला से प्रभावित होकर उन्हें 11 सौ रूपए का पुरस्कार दिया। हर्ष ने बॉलीवुड के कई कलाकारों और प्रधानमंत्री के भी चित्र बनाए हैं, जिसे लोगों ने बहुत सराहा है।
हर्ष ने बताया कि उसके पिता श्री संतोष रजक होटल में कार्य करते हैं और माता श्रीमती ईश्वरी रजक सिलाई कढ़ाई का काम करती हैं। सहायक संचालक शिक्षा श्री संदीप चोपड़े ने बताया कि हर्ष रजक 14-15 नवम्बर को रायपुर में आयोजित होने वाले कला महोत्सव में स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से राज्य स्तरीय प्रतिनिधित्व करेंगे। इस अवसर पर हर्ष के पिता श्री संतोष रजक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री एस के प्रसाद, प्राचार्या श्रीमती अलका अग्रवाल और श्रीमती अर्चना जोशी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 नवंबर। छत्तीसगढ़ निषाद समाज रायपुर महानगर द्वारा राज्य स्तरीय निषाद युवक-युवती परिचय सम्मेलन पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडीटोरियम में 12 दिसंबर को आयोजित है। इसकी तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। परिचय सम्मेलन के लिए ऑनलाइन पंजीयन भी जारी है।
छत्तीसगढ़ निषाद समाज रायपुर महानगर महिला समिति की कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा परिचय सम्मेलन के लिए घर-घर जाकर निषाद परिवार को आमंत्रित किया जा रहा है।
रायपुर महानगर के अध्यक्ष बसंत निषाद ने बताया कि प्रति वर्ष महानगर ही परिचय सम्मेलन कराती आई है, अत: प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी महानगर द्वारा राज्य युवक-युवती परिचय सम्मेलन कराई जाएगी और इसके लिए तैयारी शुरू हो हुई है। इस वर्ष 20वां राज्य स्तरीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन कराया जाएगा। परिचय सम्मेलन पंजीयन के लिए ऑनलाइन पंजीयन भी जारी है।
सम्मेलन की तैयारी में महानगर के अध्यक्ष बसंत निषाद, उपाध्यक्ष परदेशी निषाद, सचिव मुकेश निषाद, कोषाध्यक्ष नारद निषाद, संगठन सचिव लोकेश निषाद, पत्रकार गणेश राम केवट, पूर्व प्रदेश सचिव उमाशंकर विनायक के साथ ही महानगर महिला समिति से मीना निषाद, मनीषा निषाद, अनिता निषाद, किरण, कविता, जयंती, तिलेश्वरी, गायत्री आदि जुटे हुए हैं।
मीना निषाद ने बताया कि छत्तीसगढ़ निषाद समाज द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में अविवाहित युवक युवतियों के अलावा विधवा, विधुर एवं तलाकशुदा भी भाग ले सकते हैं।
उन्होंने ऑनलाइन पंजीयन की अपील की है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए सम्मेलन मे ंसोशल डिस्टेंसिंग और सेनिटाइजर आदि की व्यवस्था रखी जाएगी।
रायपुर, 7 नवम्बर। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत आज मैनपाट अन्तर्गत ग्राम बिहीबाड़ी, लालमुड़ा, बैगहवा तथा सपनादर गोठान में आयोजित गोवर्धन पूजा में शामिल हुए। श्रीभगत ने ग्रामीणों के साथ विधि-विधान से गोवर्धन पूजा कर गायो को गुड़ के लड्डूऔर हरा चारा खिलाया।
मंत्री श्री भगत ने ग्राम सपनादर के देवस्थल मंदिर प्रांगण में छत निर्माण के लिए 2 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की तथा यहां आयोजित 3 दिवसीय गोवर्धन यज्ञ में शामिल हुए। उन्होंने आम जनता से उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा कर समस्याओं का तत्काल निराकरण किया।
उन्होंने देवस्थल से लगे हुए जगह के लिए सामुदायिक वन अधिकार पत्र प्रदान करने हेतु नियमानुसार कार्यवाही करने अधिकारियों को निर्देशित किया।
मंत्री श्री भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों के हित मे काम कर रही है। राज्य सरकार किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी कर रही है। किसानों की सेवा के लिए ही गोधन न्याय योजना प्रारम्भ की गई है। छत्तीसगढ़ सरकार गोबर से लेकर धान तथा वनोपज खरीदकर आम जनता तथा किसानों, मजदूरों के जेब में पैसा डालने का काम कर रही है। राज्य सरकार गोवर्धन पूजा के दिन को गोठान दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की है। श्री भगत ने इस दौरान बताया कि वे बतौली के चिरंगा में प्रस्तावित एलुमिना रिफाइनरी फैक्टरी को निरस्त करने के लिए पत्र लिखा है।
इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
भाजपा में हलचल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 नवम्बर। भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले शनिवार को पार्टी के प्रदेश महामंत्री (संगठन) पवन साय की झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस से बंद कमरे में चर्चा हुई। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को लेकर चर्चा हुई है।
बताया गया कि पवन साय, श्री बैस से दीवाली की बधाई देने उनके निवास पहुंचे थे। इसके बाद दोनों के बीच बंद कमरे में करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। चर्चा का ब्यौरा नहीं मिल पाया है, लेकिन माना जा रहा है कि दोनों के बीच संगठन की गतिविधियों पर चर्चा हुई है।
श्री बैस, पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के विरोधी माने जाते हैं। रमन शासन काल में बैस समर्थक हासिए पर रहे हैं। सरकार के कामकाज के विषय पर रमन सिंह की बैस से बातचीत नहीं होती थी। रमन सरकार के आखिरी कार्यकाल में तो कोर ग्रुप में भी महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी बंद हो गई थी। इससे बैस नाखुश रहे हैं।
बताया गया कि दो महीना पहले श्री बैस की पीएम नरेन्द्र मोदी से मुलाकात हुई थी, और फिर बाद में वो राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी मिले थे। चर्चा है कि संवैधानिक पद पर होते हुए भी श्री बैस छत्तीसगढ़ की राजनीति में रूचि लेते हैं, और हाईकमान को समय-समय पर अवगत भी कराते रहते हैं। बैस से जुड़े लोगों का तो दावा है कि चुनाव के सालभर पहले संगठन के ढांचे में काफी कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में पवन साय की बैस से मुलाकात की पार्टी हल्कों में जमकर चर्चा है।
रायपुर, 7 नवम्बर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पेट्रोलियम पदार्थों में वैट टैक्स पर कमी करने को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा वैश्विक महामारी कोरोना के बीच महंगाई की मार और तेल निकालने वाला पेट्रोल-डीजल की कीमतों से आम जनता बुरी तरह त्रस्त हो चुका है और प्रदेश की भूपेश सरकार कुम्भकर्णीय नींद में सो रही है।
उन्होंने कहा भूपेश सरकार को देश के अन्य राज्यों का अनुसरण करते हुए तत्काल पेट्रोलियम पदार्थों पर तत्काल वैट टैक्स कम करते हुए जनता को दिवाली का गिफ्ट देना चाहिए। भूपेश सरकार आम जनता को दिवाली में दिवाला मनाने के लिए मजबूर करने के बजाय तत्काल वेट टैक्स को कम करते हुए जनता को राहत प्रदान करे।
अमित जोगी ने कहा जब केंद्र की मोदी सरकार ने दिवाली से एक दिन पहले पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी में 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये की कटौती कर दिया जिसके बाद लगभग 15 राज्यों ने भी पेट्रोल और डीजल पर वैट में कटौती की घोषणा की जिसमें लगभग 10 राज्यों ने तो पेट्रोल-डीजल की कीमत को घटाकर अपने अपने राज्य की जनता को बड़ी राहत दी है। तब छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार वीएटी टैक्स में कमी करने के लिए निर्णय लेने में देरी क्यूँ कर रही है ?
उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार को देश के अन्य राज्य असम, त्रिपुरा, मणिपुर, कर्नाटक, गोवा, उत्तर प्रदेश, गुजरात हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड से सीख लेनी चाहिए जिन्होंने अपने अपने राज्य की जनता की चिंता करते हुए पेट्रोलियम पदार्थों में अतिरिक्त कटौती की घोषणा की है। इसके अलावा बिहार, ओडिशा और सिक्किम ने भी वैट पर कटौती की बात कही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 नवम्बर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके को झीरम घाटी जांच आयोग की रिपोर्ट सौंपी गई। यह रिपोर्ट आयोग के सचिव एवं छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार (न्यायिक) संतोष कुमार तिवारी ने सौंपी। यह प्रतिवेदन 10 वाल्यूम और 4184 पेज में तैयार की गई है।
यह आयोग छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रशांत कुमार मिश्रा के अध्यक्षता में गठित की गई थी। श्री मिश्रा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी थे तथा वर्तमान में आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश है। झीरम घाटी की घटना 25 मई 2013 को हुई थी। इस घटना की जांच के लिए आयोग का गठन 28 मई 2013 को किया गया था। उल्लेखनीय है कि बस्तर के झीरम घाटी में नक्सलियों ने तत्कालीन कांग्रेस विधायक नंदकुमार पटेल के काफिले पर हमला किया था। जिसमें नंदकुमार पटेल, महेन्द्र कर्मा सहित अन्य लोग शहीद हो गए थे। इस घटना में पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिनका बाद में इलाज के दौरान निधन हो गया था।
झारखण्ड पुलिस सहयोग नहीं कर रही, शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 नवम्बर। नवकार ज्वेलर्स में चोरी गए जेवरात की बरामदगी नहीं हो पाई है। यद्यपि आरोपी झारखण्ड पुलिस ने एक-दो आरोपियों को धर लिए हैं, लेकिन वहां की पुलिस आरोपियों से माल की बरामदगी नहीं कर पाई है। इस पर सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने झारखण्ड के राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की। और चोरी की घटना की विस्तार से जानकारी दी, और झारखण्ड पुलिस के ठंडे रूख से उन्हें अवगत कराया। श्री बैस ने राज्यपाल ने सराफा के पदाधिकारियों को आश्वासन देते हुए कहा कि फरार आरोपी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे।
पिछले महीने 2 और 3 अक्टूबर की मध्य रात्रि में गुढिय़ारी स्थित नवकार ज्वेलर्स में हुई चोरी के मामले में झारखंड में गिरफ्तार आरोपियों के संदर्भ में झारखंड पुलिस के द्वारा रायपुर पुलिस को सहयोग नहीं करने 18 अक्टूबर को पत्र लिखकर मांग की थी। दीपावली के मौके पर रायपुर पहुंचे झारखंड के राज्यपाल श्री बैस से रायपुर सराफा एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष हरख मालू के नेतृत्व मिलकर एक बार फिर सहयोग की मांग की ताकि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सकें और चोरी हुए ज्वेलरों की बरामदगी हो सकें।
बैस को बताया कि गुढिय़ारी के नवकार ज्वेलर्स में 2, और 3 अक्टूबर की मध्य रात्रि में अज्ञात चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया था और इस संदर्भ में झारखंड पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था। लेकिन जब तक राजधानी रायपुर की पुलिस थाने पहुंच पाता तब तक एक आरोपी वहां से फरार होने में कामयाब हो गया। वहीं दूसरी ओर जब रायपुर से पुलिस की टीम वहां पहुंची थी तो वहां की पुलिस ने पहले तो पुलिस की टीम ना होना एवं पुलिस होना सिद्ध करने के लिए लगभग 8 घंटे तक थाने में रोक दिया, इस कारण अपराध में संलिप्त अन्य आरोपी दूसरी जगह भागने में कामयाब हो गए।
नवकार ज्वेलर्स के संचालक प्रकाश व विकास कोचर ने झारखंड के राज्यपाल श्री बैस को बताया कि राजधानी से गई पुलिस ने झारखंड पुलिस को किसी तरह समझाया और उनके कब्जे से दोनों आरोपियों के साथ 34 किलो 800 ग्राम चांदी व एक बैग को लेकर यहां पहुंची। लेकिन राजधानी पुलिस को जो सूचना मिली थी उसके अनुसार झारखंड पुलिस ने इससे अधिक का माल बरामद किया था। अभी तक इस चोरी के मामले में झारखंड पुलिस के द्वारा सहीं ढंग से सहयोग नहीं किया जा रहा है इस कारण आरोपी फरार चल रहे है। छत्तीसगढ़ की पुलिस अपने सहयोगियों के माध्यम से भी आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। चोरी के इस मामले में झारखंड के जिला पुलिस अधीक्षक को छत्तीसगढ़ की पुलिस को सहयोग निर्देशित करें कि ताकि झारखंड और छत्तीसगढ़ के पुलिस मिलकर फरार चल रहे आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सकें और चोरी हुए अन्य सोने और चांदी के ज्वेलरों को बरामद किया जा सकें।
इस संदर्भ में राज्यपाल श्री बैस ने श्री मालू और नवकार ज्वेलर्स के संचालकों को आश्वासन देते हुए बताया कि 18 अक्टूबर को रायपुर सराफा एसोसिएशन के द्वारा पत्र मिलने के बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक को इस संदर्भ में आवश्यक निर्देश दिए थे, इसके बाद पुलिस वे 20 किलो से अधिक चांदी और सोने को बरामद किया है। वहीं एक आरोपी जो भारत के पड़ोसी राज्य नेेपाल फरार हो गया है उसकी तलाश में झारखंड पुलिस नेपाल पहुंच गई है और वह जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं जो आरोपी फरार हैं उसकी भी गिरफ्तार जल्द हो जाएगी।
इस अवसर पर रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू, उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल, लक्ष्मीनारायण लाहोटी, प्रहलाद सोनी, अनिल कुचेरिया व नवकार ज्वेलर्स के संचालक प्रकाश कोचर व विकास कोचर उपस्थित थे।
षडय़ंत्र की जांच के लिए सरकार एक वृहत आयोग का गठन करे
रायपुर, 7 नवम्बर। झीरम नर संहार के लिए गठित न्यायिक आयोग द्वारा अपनी रिपोर्ट सरकार के बदले राज्यपाल को सौंप कर तय, और मान्य प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया है। प्रदेश कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सामान्यतया जब भी किसी न्यायिक आयोग का गठन किया जाता है तो आयोग अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपती है। झीरम नरसंहार के लिए गठित जस्टिस प्रशांत मिश्र आयोग की ओर से रिपोर्ट सरकार के बदले राज्यपाल को सौंपना ठीक संदेश नहीं दे रहा है।
जब आयोग का गठन किया गया था तब इसका कार्यकाल 3 महीने का था तीन महीने के लिए गठित आयोग को जांच में 8 साल कैसे लग गया आयोग ने हाल ही में यह कहते हुए सरकार से कार्यकाल बढाने की मांग की थी कि जांच रिपोर्ट रिपोर्ट तैयार नही है इसमें समय लगेगा ।जब रिपोर्ट तैयार नही थी आयोग इसके लिए समय मांग रहा था फिर अचानक रिपोर्ट कैसे जमा हो गयी यह भी शोध का विषय है। उन्होंने पूछा है कि ऐसा क्या है जो सरकार से छिपाने की कोशिश की जा रही है?
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि झीरम हमले में कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेताओं की एक पूरी पीढ़ी सहित 31 लोगो को खोया है। झीरम देश ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा राजनैतिक हत्या कांड था। इस हमले की पीछे की पूरी सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। कांग्रेस ने हमेशा ही इस नरसंहार के षडय़ंत्र की जांच की मांग करती रही है।
इस पूरे मामले में पूर्ववर्ती सरकार की और एनआईए की भूमिका संदिग्ध रही है। उन्होंने कहा है कि पार्टी राज्य सरकार से मांग करती है कि यदि झीरम कांड के व्यापक जांच के लिए एक वृहत न्यायिक जांच आयोग का गठन कर जीरम की षड्यंत्र की नए सिरे से जांच करवाया जाए। सुशील आनंद शुक्ला कहा है कि प्रदेश की जनता इस मामले के पीछे के षडय़ंत्रकारियों को बेनकाब होते देखना चाहती है।
रायपुर, 7 नवम्बर। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली (नालसा) द्वारा चलायी जा रही पैन इंडिया जागरूकता एंव आउटरीच प्रोग्राम के अन्तर्गत छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर एंव जीपीआरएसएस रायपुर के तकनीकी सहयोग से कानूनी जागरूकता पर आधारित शार्ट फिल्म फैस्टिवल प्रतियोगिता एंव समारोह-2021 तृतीय सत्र का आयोजन 9 से 12 नवम्बर तक पं. दीन दयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में किया जा रहा है जिसका शुभारंभ समारोह 9 नवम्बर तथा समापन, अवार्ड वितरण 12नवम्बर सम्पादित किया जाएगा।
रायपुर, 7 नवम्बर। रविवि के पूर्व कुलपति रामकुमार पांडे का आकस्मिक निधन हो गया। वे दुर्गा कालेज के वरिष्ठ प्राध्यापक इतिहास विभाग, और अशासकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष थे। रविशंकर शुक्ल विवि के कोर्ट मेंबर भी रहे हैं।
रविवि कर्मचारी संघ ने पूर्व कुलपति रामकुमार पाण्डेय के निधन पर दुख जताया है, और उन्हें श्रद्धांजलि दी है। संघ ने कहा है कि उनके निधन से छत्तीसगढ़ ने एक वयोवृद्ध शिक्षा विद खो दिया जिसकी क्षति पूर्ति असंभव है।
रविवि कर्मचारी संघ ने कहा कि स्व. पाण्डेय से विवि कर्मचारी संघ को अपार प्यार और सहयोग मिला। कर्मचारी और छात्रहित के लिए हमेशा खड़े रहते थे। उनकी कमी विवि को हमेशा खलती रहेगी।
रायपुर, 6 नवम्बर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास में गोवर्धन पूजा के दौरान राउत नाचा और सुआ नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति के दौरान नन्हीं लोक गायिका आरू साहू के सुमधुर गायन की सराहना की और कहा कि आरू ने बहुत पुराना गीत 'चना के दार राजा, चना के दार रानी' की खूबसूरत प्रस्तुति दी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ी गीतों के लालित्य और भाषा की मधुरता का उल्लेख करते हुए कहा कि आरु ने अपनी प्रस्तुति से पुराने भूले बिसरे छत्तीसगढ़ी गीतों की याद को ताजा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर देश के सुप्रसिद्ध गायक मोहम्मद रफी साहब को याद किया और कहा कि उन्होंने भी छत्तीसगढ़ी के 'गोंदा फूल गे मोर राजा, गोंदा फूल गे मोर बैरी' गाया था, जो काफी लोकप्रिय हुआ था।
महंगाई पर जनता ने केंद्र को सबक सिखाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 नवंबर। गोवर्धन पूजा के मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि चुनाव आते-आते तक किसानों को धान के दाम 28 सौ रुपये क्विंटल मिलेगा। इस पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस साल ही किसानों को धान की कीमत 28 सौ रुपये क्विंटल दी जानी चाहिए।
सीएम हाउस में गोवर्धन पूजा के मौके पर शुक्रवार को सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव आते-आते धान का दाम 28 सौ रुपये मिलेगा। अभी किसानों को 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल से अधिक मिल रहा है, अगले साल इससे ज्यादा दाम मिलेगा।
उन्होंने कहा कि देशभर में धान का समर्थन मूल्य सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को दे रही है। ऐसे में प्रति क्विंटल 5 सौ रुपये की बढ़ोत्तरी इस महंगाई में किसानों को राहत प्रदान करेगी।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर श्री बघेल ने कहा कि केंद्र दाम कम कर वाहवाही लूट रही है। केंद्र एक्साइज ड्यूटी 9 रुपये तक लाए, एक चुनाव हारने से 5 रुपये कम हुआ है। 5 चुनाव हारने के बाद दाम और कम होगा। महंगाई पर जनता ने केंद्र को सबक सिखाया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 नवंबर। अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों के पंजीयन एवं संस्थाओं के प्रस्ताव, स्वीकृति लॉक करने हेतु विभाग द्वारा लंबित विद्यार्थियों हेतु वर्ष 2021-22 के लिए तिथि निर्धारित की दी गई है। इसके अनुसार विद्यार्थी द्वारा ऑनलाईन आवेदन हेतु (नवीन एवं नवीनीकरण) के लिए अंतिम तिथि 30 नवबंर 2021 तक है। इसी तरह ड्रॉफ्ट प्रपोजल लॉक करने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर, सेंक्श्न ऑडर लॉक करने हेतु 20 दिसंबर तथा डिसबर्स (शासकीय/अशासकीय) हेतु 25 दिसंबर 2021 निर्धारित की गई है।
आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त ने रायपुर जिला अंतर्गत संचालित शासकीय, अशासकीय महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग कालेज, मेडिकल कालेज, आई.टी.आई, पॉलिटेक्निक आदि के संस्था प्रमुख, छात्रवृत्ति प्रभारी एवं उनमें अध्ययनरत अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों जिन्हें विभाग द्वारा संचालित पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति वितरण की पात्रता है, को सूचित किया है कि सत्र 2021-22 हेतु ऑनलाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा 12वीं से उच्चतर) के आवेदन स्वीकृति एवं वितरण की कार्रवाई वेबसाइट पर ऑनलाइन किया जाना है।
उन्होंने बताया कि निर्धारित तिथियों के पश्चात् शिक्षा सत्र 2021-22 की पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति हेतु आवेदन स्वीकृत नहीं किये जायेंगे एवं ड्रॉफ्ट प्रपोजल लॉकए सेंक्श्न ऑडर लॉक अथवा डिसबर्स करने का अवसर भी प्रदान नही किया जायेगा।
इन तिथि तक कार्रवाई पूर्ण नहीं करने पर यदि संबंधित संस्थाओं के विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह जाते है, तो इसके लिए संस्था प्रमुख स्वत: जिम्मेदार होगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 6 नवंबर। राज्योत्सव में बस्तरिया हर्बल उत्पादों के प्रति लोगों में काफी रूझान देखने को मिला।विश्व स्वास्थ्य संगठन का प्रतिष्ठित गुणवत्ता प्रमाण पत्र भी मिला बस्तर के हर्बल उत्पादों को नहीं हो पाएगी इन की नकल। पैकेजिंग डिजाइन से लेकर प्रोडक्ट तक, बस्तर के इन उत्पादों का सब कुछ का कराया गया है।
हाल में संपन्न अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्योत्सव व राज्योत्सव में कोंडागांव के हर्बल्स उत्पादों ने जबरदस्त धूम मचाई। अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्योत्सव तथा प्रदेश के राज्य स्थापना महोत्सव के अवसर पर राजधानी रायपुर में चार दिवसीय भव्य प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी में कृषि विभाग के गुंबद में उद्यानिकी के स्टॉल पर बस्तर के मां दंतेश्वरी हर्बल समूह के किसानों द्वारा विशुद्ध जैविक पद्धति से उगाए गए तथा कोंडागांव बस्तर की महिला समूहों द्वारा तैयार किए गए एमडी बॉटनिकल्स के ब्रांड नाम से सर्टिफाइड-ऑर्गेनिक हर्बल्स , मसाले, औषधीय चावल आदि विभिन्न प्रकार के कुल 32 उत्पाद प्रदर्शित किए गए। इसमें मुख्य रूप से सफेद मूसली की जड़ों का पाउडर, सफेद मुसली के कैप्सूल, बस्तर की काली मिर्च, काली मिर्च पाउडर, अश्वगंधा चूर्ण, मोरिंगा पाउडर, औषधीय गुणों से भरपूर जैविक काला चावल, डायबिटीज के रोगियों लिए तथा मोटापे से छुटकारा पाने का रास्ता तलाश रहे लोगों के लिए विशेष उपहार के रूप में शक्कर से पच्चीस गुनी ज्यादा मीठी फिर भी जीरो कैलोरी मिठास वाली स्टीविया की पत्तियां तथा इसकी पत्तियों का पाउडर,हर्बल क्वाथ, ओरिजिनल बस्तरिया औषधीय हल्दी आदि उत्पादों की प्रदर्शनी में आने वाले गणमान्य अतिथियों तथा दर्शकों के द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई। बस्तर के अनोखे उत्पादों का प्रदर्शन करने वाली टीम का नेतृत्व कर रही एम डी बोटानिकल्सकी सीईओ अपूर्वा त्रिपाठी ने बताया कि यह सारे प्रोडक्ट बस्तर की धरती पर स्थानीय किसानों के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप जैविक खेती से पैदा किए गए हैं तथा इनका प्रसंस्करण भी अंतरराष्ट्रीय जैविक मापदंडों के अनुरूप प्रशिक्षित स्थानीय महिला समूहों के द्वारा किया गया है।
इन उत्पादों के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन का जीएमपी प्रमाण पत्र तथा वैश्विक जैविक प्रमाण पत्र सहित सभी आवश्यक शासकीय, अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र प्राप्त किए हैं, जिससे कि छत्तीसगढ़ के ये उत्पाद यूरोप अमेरिका सहित विश्व के प्रमुख देशों में के बाजारों में अपनी सशक्त पैठ बना कर छत्तीसगढ़ भारत का परचम वैश्विक बाजार में लहरा सकते हैं। अपूर्वा त्रिपाठी ने इन उत्पादों की कुछेक विशेषताओं के बारे में बताया कि यह सभी उत्पाद न केवल शत प्रतिशत जैविक पद्धति से उगाये गए हैं, बल्कि उनका प्रसंस्करण भी अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मापदंडों के अनुरूप किया गया है तथा इनकी पैकिंग भी विशुद्ध जैविक तथा बायोडिग्रेडेबल है। यह सारे प्रोडक्ट बौद्धिक संपदा अधिकार अधिनियम के तहत पेटेंट कराए गए हैं, यहां तक की इसकी पैकिंग पर प्रयुक्त होने वाली खूबसूरत परंपरागत आदिवासी पेंटिंग की डिजाइन भी पेटेंट कराई गई है, ताकि इसकी नकल न की जा सके। अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार विशेषज्ञ एडवोकेट अपूर्वा का कहना है कि उनका मूल लक्ष्य यही है कि जैविक खेती तथा औषधि पौधों के परंपरागत ज्ञान के बौद्धिक संपदा अधिकार का अधिकतम लाभ इसके वास्तविक अधिकारी बस्तर के आदिवासी समुदाय को हर हाल में मिले।