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रायपुर, 28 अक्टूबर। रायपुर में लंबे समय तक रहने वाले और इन दिनों पुणे में निवास कर रहे विष्णु जिन्जानी की मां श्रीमती शीला जिन्जानी का आज 28 अक्टूबर को पुणे में निधन हो गया। वे 93 बरस की थीं। उनका अंतिम संस्कार कल सुबह 10:00 बजे पुणे में किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बुधवार को दिल्ली में पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। श्री मरकाम की करीब पौन घंटे चर्चा हुई। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस की गतिविधियों से राहुल को अवगत कराया।
एआईसीसी की बैठक में शामिल होने पहुंचे मरकाम ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के लिए समय मांगा था। इसके बाद आज दोपहर करीब 12 बजे श्री गांधी से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की।
सूत्रों के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच करीब पौन घंटे तक चर्चा हुई। श्री मरकाम ने राहुल को संगठन की गतिविधियों से अवगत कराया। महंगाई, और अन्य विषयों को लेकर चल रहे आंदोलन का भी उन्होंने ब्योरा दिया। सरकार के कामकाज की भी उन्होंने जानकारी दी।
पार्टी के अन्य नेताओं चंद्रशेखर शुक्ला, अमरजीत चावला, और अन्य ने रणदीप सिंह सुरजेवाला, तारिक अनवर, मुकुल वासनिक और अन्य प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान सुबोध हरितवाल, अमीन मेमन भी थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रख्यात गांधीवादी विचारक डॉ. एस. एन. सुब्बाराव के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। श्री बघेल ने कहा है कि डॉ. सुब्बाराव शांति के सिपाही थे। उन्होंने महात्मा गांधी के आदर्शों को आत्मसात करते हुए मानवता की सेवा की। डॉ. सुब्बाराव 13 वर्ष की उम्र में ही भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ गये थे। डॉ. सुब्बाराव ने चंबल के कुख्यात डकैतों से आत्मसमर्पण करवा कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा। उन्होंने नेशनल यूथ प्रोजेक्ट की भी स्थापना की थी।
रायपुर, 27 अक्टूबर। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी संदीप शर्मा ने धान खरीदी को लेकर प्रदेश सरकार के ढुलमुल रवैए पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि घोर किसान-विरोधी प्रदेश सरकार इस बार फिर किसानों का धान खऱीदने से बचने के लिए बहानेबाजी, षड्यंत्र और प्रलाप करके आनाकानी पर आमादा है।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेताओं के परस्पर विरोधाभासी बयान साफ़ करते हैं कि धान खऱीदी को लेकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेता एक बार फिर रोना-धोना मचाने लगे हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान खऱीदी को लेकर केंद्र सरकार के खि़लाफ़ झूठ फैलाते हैं तो उनकी ही सरकार के प्रवक्ता व मंत्री अपने दम पर धान खऱीदी की बात करते हैं। प्रदेश के किसानों के हितों की चिंता कर केंद्र सरकार ने इस वर्ष जब 60.65 लाख मीटरिक टन चावल केंद्रीय पूल में लेने की सहमति दे दी तो प्रदेश सरकार और कांग्रेस अब उसना चावल के नाम पर रोना-धोना मचाने लगी है।
श्री शर्मा ने कहा कि जब भाजपा ने खऱीफ़ सत्र की शुरुआत के साथ जुलाई में ही प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर धान खऱीदी के तमाम इंतज़ाम दुरुस्त करने और बारदानों की पर्याप्त खऱीदी कर लेने के लिए आग़ाह कर दिया था तो प्रदेश सरकार ने समय रहते इस दिशा में पहल क्यों नहीं की? अब बारदानों की आपूर्ति को लेकर प्रदेश सरकार अपना दोष किस पर मढ़ रही है? अपनी विफलताओं का ठीकरा हर बार दूसरों के सिर फोडऩे की बुरी लत से प्रदेश सरकार और कांग्रेस बाज आए।लक्ष्य के अनुरूप 5 लाख 25 हजार गठान की आवश्यकता होगी।
सेंट्रल पुल से जो बारदाना प्रदान की जाएगी उसके लिए जूट कमिश्नर ने जानकारी दे दी है। सेंट्रल पुल के अतिरिक्त राज्य को स्वयं 3 लाख गठान की व्यवस्था करनी है परंतु राज्य सरकार द्वारा मात्र 48 हजार गठान हेतु सितंबर में टेंडर निकाला गया जो बहुत दुर्भाग्य पूर्ण है।
ऐसी स्थिति में अपनी नाकामी छुपाने भूपेश सरकार तरह तरह के बयान बाजी और हथकंडे अपनाते रहती है जो अत्यंत निंदनीय है
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी श्री शर्मा ने बारदानों को लेकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस प्रवक्ताओं के परस्पर विरोधाभासी बयान धान खऱीदी को लेकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस की बदनीयती ज़ाहिर कर रहे हैं। एक ओर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता व मंत्री मो. अक़बर दावा कर रहे हैं कि प्रदेश सरकार धान खऱीदी के लिए बारदाने की कमी नहीं होने देगी। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता बारदानों की कमी नहीं होने देने की बात कर रहे हैं तो कांग्रेस के प्रवक्ता भाजपा को बारदाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की बचकानी सलाह दे रहे हैं। बारदानों की व्यवस्था करना प्रदेश सरकार का दायित्व है तो फिर कांग्रेस ने अपनी प्रदेश सरकार पर तमाम इंतज़ाम दुरुस्त करने का दबाव क्यों नहीं बनाया? श्री शर्माा ने कहा कि बदनीयती और कुनीतियों के चलते कांग्रेस और प्रदेश सरकार के बयानों को इसीलिए प्रदेश की जनता क़तई गंभीरता से नहीं लेती क्योंकि प्रदेश की जनता जान चुकी है कि कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार काम नहीं करती बल्कि झूठ का रायता ही फैलाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत बुधवार को साइंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए तैयार हो रहे मुख्य मंच और शासकीय विभागों के स्टालों सहित अन्य व्यवस्थाओं की तैयारियों का जायजा लिया।
उन्होंने मुख्य समारोह स्थल के साथ-साथ विभागीय स्टालों में बिजली-पानी, साज-सज्जा सहित आगंतुकों के आने-जाने के व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था सहित सभी आवश्यक पहलुओं की बारीकी से निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक आकर्षक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाना है। इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारी पूर्ण कर ली जाये। इसके अलावा एक नवम्बर को 21वां राज्य स्थापना दिवस पर राज्य अलंकरण समारोह का भी आयोजन किया जाना है। इस दृष्टिकोण से सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मंत्री श्री भगत ने पार्किंग व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा केंद्र, पुलिस नियंत्रण कक्ष सहित सभी जरूरी तैयारियां पूर्ण रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस मौके पर जनप्रतिनिधिगण सहित संस्कृति विभाग के संचालक श्री विवेक आचार्य व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
गांवों में पशुधन संरक्षण के लिए गौठान योजना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने राज्य के किसान भाईयों से गौठानों में गौ माता के चारे की व्यवस्था के लिए पैरा-दान करने की अपील की है। किसान भाईयों के नाम जारी अपनी अपील में मुख्यमंत्री ने कहा है कि आप सब को मालूम है कि राज्य के गांवों में पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सुराजी गांव योजना के तहत गौठान बनाए गए है।
इन गौठानों में गोधन के चारे एवं पानी का नि:शुल्क प्रबंध गौठान समितियों द्वारा किया गया है। पशुधन के लिए गौठानों में सूखे चारे का पर्याप्त प्रबंध हो सके इसके लिए किसान भाईयों से आग्रह है कि धान की कटाई के बाद खेतों में पैरा को जलाने की बजाय अपने गांव की गौठान समिति को बीते वर्ष भांति इस साल भी पैरा-दान करें। इससे गोधन के लिए चारे का इंतजाम करने में समितियों को आसानी होगी। मुख्यमंत्री ने गोधन के चारे के लिए सर्वाधिक पैरा-दान करने वाले कृषक एवं सर्वाधिक पैरा एकत्र करने वाली गौठान प्रबंध समिति को विकासखंड स्तर पर पुरस्कृत एवं सम्मानित किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।
कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने गौठानों में पैरा-दान से चारे की व्यवस्था के लिए कलेक्टरों को प्रेषित अपने पत्र में कहा है कि राज्य में धान फसल की कटाई बहुतायत रूप से कंबाईन हार्वेस्टर से की जाती है। जिसके फलस्वरूप पैरा खेतों में फैल जाता है। खेतों में फैले हुए पैरा को आमतौर पर किसान भाई एकत्र करने के बजाय जला देते है। इससे पर्यावरण प्रदूषित होता है और पशुओं के लिए चारा भी उपलब्ध नहीं हो पाता है।
उन्होंने कलेक्टरों को धान फसल की कटाई के बाद खेतों में फैले हुए पैरे को सुविधानुसार एकत्र कराए जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने इसके लिए कल्टीवेटर के पीछे तार जाली लगाकर या देशी यंत्र कोपर द्वारा खेतों में फैले हुए पैरा को एकत्र कराने तथा बंडल बनवाकर गौठानों में सुरक्षित रूप से रखवाए जाने को कहा है। उन्होंने गौठान प्रबंधन समिति को गौठानों में आने वाले पशुओं की संख्या के मान से पैरा की व्यवस्था करने को कहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के परिपालन में लोक निर्माण विभाग द्वारा 2 सौ करोड़ रूपए की लागत से राज्य की ग्रामीण अंचल की सडक़ों का डामरीकरण कराया जाएगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। मरम्मत एवं डामरीकरण के योग्य सडक़ों का चिन्हांकन प्रस्ताव पहले ही विभाग ने तैयार कर लिया था। इसमें विधायक गणों की अनुशंसा एवं प्रस्ताव को भी शामिल किया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोक निर्माण विभाग को राज्य की ग्रामीण अंचलों की ऐसी सडक़ें जिनके मरम्मत एवं डामरीकरण की जरूरत है, को सर्वोच्च प्राथमिकता से कराए जाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मरम्म्त एवं डामरीकरण की आवश्यकता वाली सडक़ों के संबंध में प्रस्ताव प्राप्त करने के लिए भी निर्देशित किया था।
मुख्यमंत्री के निर्देश के परिपालन में लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य की पुरानी सडक़ों के मरम्मत एवं डामरीकरण के लिए 2 सौ करोड़ के प्रस्ताव पर भी उन्होंने सहमति दे दी थी। बरसात के चलते कार्य शुरू नहीं हो सका था। लोक निर्माण विभाग शीघ्र ही सडक़ों के मरम्मत एवं डामरीकरण का काम शुरू करने जा रहा है, ताकि सडक़ आवागमन सुविधाजनक हो सके।
यहां यह उल्लेखनीय है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा नवीन स्वीकृत सडक़ों के कार्य को तेजी से पूरा कराया जा रहा है। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग अब पुरानी सडक़ों की मरम्मत एवं डामरीकरण का कार्य तत्परता से कराने जा रहा है।
यातायात पुलिस की व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में 28 अक्टूबर से आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव के दौरान वाहनों के सुचारू एवं सुविधापूर्वक आगमन के लिए यातायात पुलिस रायपुर द्वारा मार्गों का निर्धारण और पार्किंग व्यवस्था की गई है। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए निर्धारित मार्ग से कांगेरवेली अकादमी होते हुए एनसीसी मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। रायपुर शहर से आने वाले वाहन के लिए निर्धारित मार्ग से होते हुए साईंस कॉलेज पार्किंग, आयुर्वेदिक कॉलेज पार्किंग, एनआईटी पार्किंग में वाहन पार्क करने की व्यवस्था की गई है।
धमतरी, गरियाबंद, कांकेर की ओर से आने वाले वाहन पचपेड़ीनाका से रिंग रोड नंबर 1 होकर सरोना ओव्हरब्रिज के पहले टोयटा शो रूम के पास से आमानाका थाना मोड़ होकर कांगेरवेली एकेडमी के सामने से एनसीसी मैदान स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे- पचपेड़ीनाका चौक-भांठागांव चौक-कुशालपुर चौक-रायपुराचौक-सरोना ओव्हरब्रिज-आमानाका थाना चौक-कांगेरवेली अकेडमी-एनसीसी मैदान सामान्य पार्किंग।
महासमुंद, आरंग की ओर से आने वाले वाहन तेलीबांधा थाना चौक से पचपेड़ी नाका होकर रिंग रोड नंबर 01 से सरोना ओव्हरब्रिज के पहले टोयटा शो रूम के पास से आमानाका थाना मोड़ होकर कांगेरवेली एकेडमी के सामने से एनसीसी मैदान स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे-महासमुन्द बैरियर-पचपेड़ीनाका चौक-भांठागांव चौक-कुशालपुर चौक-रायपुराचौक-सरोना ओव्हरब्रिज-आमानाका थाना चौक-कांगेरवेली अकेडमी-एनसीसी मैदान सामान्य पार्किंग।
बलौदाबाजार की ओर से आने वाले वाहन विधानसभा चौक ब्रिज के नीचे रिंग रोड नंबर 3 होकर राजू ढ़ाबा से तेलीबांधा थाना तिराहा पचपेड़ीनाका चौक रायपुरा चौक अरिहंत नगर चौक से आमानाका थाना तिराहा होकर कांगेरवेली एकेडमी के सामने से एनसीसी मैदान स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे- विधानसभा चौक-राजू ढाबा-तेलीबांधा थाना-पचपेड़ीनाका चौक-सरोना ओव्हरब्रिज-आमानाका थाना चौक-कांगेरवेली अकेडमी-एनसीसी मैदान सामान्य पार्किंग।
बिलासपुर की ओर से आने वाले वाहन भनपुरी तिराहा से रिंग रोड नंबर 2 होकर टीटीबंध चौक से अरिहंत नगर चौक से आमानाका थाना मोड़ होकर कांगेरवेली एकेडमी के सामने से एनसीसी मैदान स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे- भनपुरी तिराहा-टाटीबंध चौक-अरिहंत नगर चौक-कांगेरवेली अकादमी-एनसीसी मैदान सामान्य पार्किंग।
दुर्ग-भिलाई की ओर से आने वाले वाहन टाटीबंध चौक से अरिहंत नगर चौक से आमानाका थाना मोड़ से कांगेरवेली अकादमी होकर एनसीसी मैदान पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे- टाटीबंध चौक-अरिहंतनगर चौक-आमानाका थाना मोड़-कांगेरवेली अकादमी-एनसीसी मैदान सामान्य पार्किंग।
रायपुर शहर से आने वाले वाहन शास्त्री चौक से जयस्तंभ चौक से आश्रम तिराहा-अनुपम गार्डन चौक होकर 1 साईंस कॉलेज मैदान पार्किंग, 2 आयुर्वेदिक कॉलेज मैदान पार्किंग, 3 एनआईटी मैदान स्थित निर्धारित पार्किंग स्थल पर अपना वाहन पार्क कर पैदल कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे- जयस्तंभ चौक-आश्रम तिराहा-अनुपमगार्डन चौक-1साईंस कॉलेज पार्किंग, 2आयुर्वेदिक कॉलेज पार्किंग, 3 एनआईटी पार्किंग।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी नरवा विकास योजना के तहत वनांचल में निर्मित भू-जल संरक्षण संबंधी संरचनाओं के निर्माण से किसानों को अल्प वर्षा के संकट से निपटने में बड़ी और अच्छी सुविधा हो गई। इसके अंतर्गत वर्तमान में राज्य के 01 हजार 473 कृषकों को 01 हजार 289 हेक्टेयर भूमि के रकबा में सिंचाई सुविधा का लाभ हुआ और उन्हें अल्प वर्षा के कारण फसल उत्पादन में सूखे की स्थिति से निजात मिली।
जल स्त्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य के वन क्षेत्रों में कैम्पा मद के तहत भू-जल संरक्षण तथा संवर्धन के लिए बड़े तादाद में जल स्त्रोतों, नदी-नालों और तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि इस दौरान अल्प वर्षा के कारण वन मंडलवार बिलासपुर के कहुआ नाला में निर्मित स्टाप डेम से 15 हेक्टेयर, धरमजयगढ़ के सरिया नाला में निर्मित स्टाप डेम से 30 हेक्टेयर, जांजगीर-चांपा के कर्रा नाला में निर्मित स्टाप डेम तथा अर्दन डेम से 59 हेक्टेयर और कटघोरा के भैसपार नाला, पीपरभवना नाला, कडाल नाला तथा सुन्दरहा नाला में निर्मित स्टाप डेम से 105 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा का लाभ किसानों को मिला।
इसी तरह वन मंडलवार मरवाही के फुलवारी नाला में निर्मित स्टाप में से 14 हेक्टेयर, रायगढ़ के चक्रधर नाला तथा बंजारी नाला में निर्मित स्टाप डेम तथा अर्दन डेम से 47 हेक्टेयर, कवर्धा के कर्रा नाला में निर्मित एनीकट से 25 हेक्टेयर तथा चांदी नाला में निर्मित चेक डेम से 5 हेक्टेयर, राजनांदगांव के साल्हेकुसुमकसा नाला में निर्मित अर्दन डेम से 5 हेक्टेयर, बसेली नाला तथा कनेली नाला में निर्मित अर्दन डेम से 14 हेक्टेयर, बस्तर के भारजोडी नाला में निर्मित तालाबों से 4 हेक्टेयर तथा बीजापुर के थुनकीवागु नाला में निर्मित स्टाप डेम से 8 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा का लाभ मिला। इसके अलावा प्रमुख रूप से सुकमा के गीदम नाला तथा आसीरगुडा नाला में निर्मित स्टाप डेम से 5 हेक्टेयर, कांकेर के बुदान नाला में निर्मित संरचनाओं से 24 हेक्टेयर, नारायणपुर के कोदोली नाला में निर्मित स्टाप एवं चेक डेम से 7 हेक्टेयर, बलौदाबाजार के कंतरा नाला में निर्मित स्टाप डेम से 16 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा का लाभ किसानों को मिला। इसी तरह गरियाबंद के हालफली नाला में निर्मित स्टाप डेम से 21 हेक्टेयर, तालाझर नाला में निर्मित तालाब से 11 हेक्टेयर, महासमुंद के डोंगापानी नाला में निर्मित स्टाप डेम से 14 हेक्टेयर और आमझरन नाला में निर्मित स्टाप डेम से 18 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा का लाभ किसानों को मिला।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ योग आयोग के तत्वाधान में रायपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्डो में नि यमित नि:शुल्क योगाभ्यास कार्यक्रम के अंतर्गत दसवें नियमित नि:शुल्क योग कक्षा का शुभारंभ वार्ड नंबर 55 रविन्द्र नाथ टैगोर वार्ड के कर्माधाम, कृष्णा नगर में प्रारम्भ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक (रायपुर ग्रामीण) सत्यनारायण शर्मा एवं अध्यक्षता योग आयोग अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ साहू समाज की महिलाओ द्वारा सुवा नृत्य कर एवं मुख्य अतिथियों द्वारा कर्मा माता जी पूजन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि सत्यनारायण शर्मा जी ने निरोग रहने का केवल एक मात्र विकल्प योग को बताया। तथा आमजनो से आग्रह किया कि स्वयं के स्वस्थ्य रखने के लिए योगाभ्यास हेतु समय निकाले और हॉस्पिटलों में होने वाले अनावश्यक व्यय से अपने और अपने परिवार को बचाए। अनेक उदाहरण देते हुए विधायक ने हर आयु के लोगो से यथासंभव योगाभ्यास करने की अपील की। लोगो को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाने के लिए शहर में जगह जगह खोले जा रहे योग केंद्रों के लिए योग आयोग की इस पहल का स्वागत करते हुवे अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों साधुवाद दिया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने योग को स्वास्थ्य के साथ-साथ लोगो को जोडऩे व खुशहाल जीवन का सशक्त माध्यम बताते हुवे सामाजिक स्तर पर योगभ्यास केंद्रों की शुरुआत किये जाने व परिवार के हर सदस्य को नियमित योग के प्रति जोडऩे का आग्रह का आग्रह किया। कोरोना काल के भयानक प्रभावों से कई शारीरिक कष्ट आमजनो में देखने को मिल रही है तथा इससे प्रभावित लोगों की औसत आयु भी घट गई है।
अध्यक्ष ने परिजनों से अनुरोध किया कि वो अपने बच्चों की दिनचर्या में योग को शामिल करें जिससे उनका भविष्य उज्जवल हो सके।
शुभारंभ कार्यक्रम में वार्ड के माननीय पार्षद रवि ध्रुव, साहू संघ के अध्यक्ष मेघराज साहू , छग पर्यटन मंडल की उपाध्यक्ष चित्ररेखा, गोंडवाना समिति से विद्यादेवी साहू, श्री रवि, दिनानाथ वर्मा, नारायण तथा योग प्रशिक्षक यादराम साहू , सीएल सोनवानी, लच्छुराम निषाद, छबिराम, अनिता साहू , दुर्गा साहू एवं इनके अतिरिक्त बड़ी संख्या मे आमजन एवं आयोग के कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
रायपुर, 27 अक्टूबर। कोरोना की तीसरी लहर के बचाव को लेकर प्रदेश और देश सुरक्षित रहे इसको लेकर भोजपुरी समाज के सभी सदस्यों ने सामूहिक रूप से सुंदरकांड का पाठ छठ पूजा के पूर्व जिसमें कुछ ही सप्ताह शेष है, प.यदुमंश मणि त्रिपाठी द्वारा पूजा की आराधना को विधिविधान के साथ संपन्न कराया गया।
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मुक्तिनाथ पांडेय जिन्होंने छठ पर्व के लिए एक लाख एक हजार दान स्वरूप राशि देकर अपनी सहभागिता के साथ जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी जिससे पूरा विश्व जूझ रहा है, लेकिन इस अनुष्ठानं से हम सभी सूर्य उपासक को विश्वास है, छठी माई की कृपा से हमलोग सब सुरक्षित रहेंगे,जब करोड़ों की संख्या में सूर्य उपासक भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे। संस्थापक प्रतिनिधि शेषनाथ तिवारी ने वैज्ञानिक दृष्टिकोण से बताया कि छठ पूजा में साक्षात सूर्यनारायण की आराधना और पूजा पवित्रता के साथ कि जाती हैं जिसमे पनपने वाले विषाणु नष्ट हो जाते है और जब छठव्रती महिलाएं 48 घंटे का कठोर निर्जला उपवास करती हैं और जमीन पर सोती है तो छठी माई अवश्य उनकी इस कठिन तपस्या को स्वीकार करती हैं और मनोरथ को पूरा करती हैं।
इस आस्था का महापर्व छठ जो उत्तरभारतीय और पूर्वआँचल के लोगों का पवित्र तेयवहार मना जाता हैं जो अब पूरे विश्व मे मनाया जाता हैं वो दीनानाथ, सूर्य नारायण हमलोगों की प्रर्थना अवश्य सुनेंगे और हमहारा भारत देश कोरोना मुक्त हो जाएगा। इस अवसर पर अनिल सिंह,जे.पी.सिंह,वरिष्ठ संरक्षक अखिलेश सिंह, गौरीशंकर गुप्ता,भगवान शर्मा,सुधीर राय,डी.के.शर्मा, गौरव, शिवम शरणं, फूलकली,मुख्य रूप से उपस्थित थे।
रायपुर, 26 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आदिवासियों एवं वनाश्रितों के जीवन में बदलाव लाने के लिए शुरु की गई विभिन्न योजनाओं ने आदिवासी क्षेत्रों में विश्वास के वातावरण की बहाली हुई है। प्रदेश के ऐसे क्षेत्रों में शांति, विकास और समृद्धि के नये वातावरण का निर्माण हुआ है। वनभूमि अधिकार पत्र वितरण करने, लघु वनोपज संग्रहण करने, उनका वैल्यू एडीशन करने, तेंदूपत्ता संग्राहकों की आय में बढ़ोतरी करने, लघु धान्य फसलों का समर्थन मूल्य घोषित करने जैसे कदमों से राज्य शासन ने आदिवासी क्षेत्रों में विकास के नये दरवाजे खोल दिए हैं।
रायपुर, 26 अक्टूबर। अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ निर्वाणी ने महासभा के राजधानी रायपुर के युवॉ इकाई का जिला अध्यक्ष के रूप में शशांक राजपूत की नियुक्ति की है, शशांक राजपूत ने अपनी नियुक्ति के पश्चात कहा है कि छत्तीसगढ़ के रोजगार में पहला हक़ छत्तीसगढ़ी युवाओ का है,वह छत्तीसगढ़ी युवाओं के हक और अधिकार के लिए उपयुक्त मंचो पर पहले भी आवाज उठाते रहे हैं।
उनकी नियुक्ति पर महासभा के थलेश झरिया,बल्लू साहू,रानू वर्मा,मनीष देवांगन,प्रभात यादव,बबलू तिवारी,अम्बेय बाघमार,नितिन तिवारी,शशि देवांगन,मनोज वर्मा,राजू रजक,अनु बघेल, उत्तम सिन्हा, पोषण यादव,शुरित ध्रुव,जिला पंचायत सदस्य शुशीला जोशी,जिला पंचायत सदस्य बालकुमारी ध्रुव ने हर्ष व्यक्त किया है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस एकजुट हुई, तो हम टिक नहीं पाए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) शिवप्रकाश ने सरगुजा संभाग के जिलों के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक में साफ शब्दों में कहा कि संगठन को सर्व स्पर्शी बनाने की जरूरत है। सिर्फ मैनेजमेंट से काम नहीं चलेगा। उन्होंने बूथ स्तर पर जुझारू कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने की सलाह दी है, और उनसे व्यक्तिगत संपर्क पर जोर दिया है।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, और दोनों महामंत्री पवन साय व नारायण चंदेल भी थे। सरगुजा संभाग के सभी जिलों के अध्यक्ष, महामंत्रियों के अलावा प्रदेश के पदाधिकारियों को बुलाया गया था। शिवप्रकाश रांची से जशपुर पहुंचे थे। वो पहले जूदेव निवास जाकर दिवंगत पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद वो संभागीय बैठक में शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक शिवप्रकाश ने जिलाध्यक्षों से कहा कि बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं से नियमित संपर्क रखना जरूरी है। जब तक कार्यकर्ताओं से व्यक्तिगत जुड़ाव नहीं होगा। संगठन मजबूत नहीं होगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भाजपा को वर्ष-2003 के चुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष का फायदा मिला, और सरकार बनी। इसके बाद के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस में भीतरघात का फायदा भाजपा को मिलता रहा, लेकिन वर्ष-2018 में कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ी, तो भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने बंगाल चुनाव का जिक्र किया, और कहा कि बंगाल में बड़े पैमाने पर बांग्लादेश से हिन्दू आए हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन भी दिया, लेकिन वो बूथ में टीएमसी कार्यकर्ताओं का विरोध नहीं झेल पाए, और इसका नुकसान चुनाव में भाजपा को उठना पड़ा। शिवप्रकाश ने कहा कि बूथ में जुझारू कार्यकर्ता होना चाहिए। सिर्फ जिले, मंडल, और बूथ स्तर पर कार्यक्रम करने से कुछ नहीं होगा। संगठन को सर्व स्पर्शी बनाने की जरूरत है, और पदाधिकारियों को इस दिशा में ध्यान केन्द्रित करने की सलाह दी है। बैठक के बाद शिवप्रकाश, महामंत्री (संगठन) पवन साय को अपने साथ लेकर रांची रवाना हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खऱीद की तारीख़ तय नहीं करने को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए प्रदेश के कृषि मंत्री रवीन्द्र चौबे से इस्तीफ़ा मांगा है। श्री साय ने कहा कि प्रदेश में हर साल समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खऱीद की तारीख़ को लेकर संशय बनाए रखने की प्रदेश सरकार की बदनीयती के चलते प्रदेश के लाखों किसान इस बात के लिए सदैव आशंकित रहते हैं कि आखिऱ प्रदेश सरकार कब से उनका धान खऱीदेगी? श्री साय ने प्रदेश सरकार द्वारा धान खऱीदी की तारीख़ तक घोषित नहीं किए जाने को किसानों के साथ छलावा बताया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा प्रदेश सरकार के शासनकाल में 01 नवंबर से धान खऱीदी की मांग पर प्रलाप करने वाली कांग्रेस की मौज़ूदा प्रदेश सरकार के अब 01 नवंबर से धान खऱीदी करने में हाथ-पाँव क्यों फूल जाते हैं? प्रदेश सरकार के लिए इससे अधिक शर्मनाक और प्रदेश के किसानों के साथ इससे बड़ा छल-कपट और क्या हो सकता है कि कांग्रेस की सरकार इस बार 01 दिसंबर से धान खऱीदी का एलान तक नहीं कर सकी है। घोर किसान विरोधी चरित्र का परिचय देती प्रदेश सरकार किसानों का सबसे ज़्यादा नुकसान करने पर आमादा है।
श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार इस साल फिर बारदानों को लेकर रोना-धोना मचाने लगी है कि बारदानों की पर्याप्त आपूर्ति नहीं हुई है, जबकि जुलाई में ही भाजपा ने पत्र लिखकर प्रदेश सरकार को इसके लिए आग़ाह कर दिया था कि इस साल धान खऱीदी में प्रदेश सरकार की कोई भी अड़ंगेबाजी और बहानेबाजी क़तई नहीं चलेगी और प्रदेश सरकार बारदाना समेत धान खऱीदी के तमाम इंतज़ाम पुख़्ता तौर पर कर ले।
इसके बावज़ूद ख़ुद को किसान पुत्र कहकर प्रदेश के किसानों को झाँसा देने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसानों का धान खऱीदने की व्यवस्था करने के बजाय सियासी नौटंकियों और केंद्र सरकार के खिलाफ मिथ्या प्रलाप करने में ही वक्त जाया करते रहे, प्रदेश के किसानों के हक का पैसा उत्तरप्रदेश में अपनी व्यक्तिगत सम्पदा मानकर लुटाते और स्वामीभक्ति दिखाते रहे, और अब भी धान खऱीदी के इंतज़ाम तय करने के बजाय उत्तरप्रदेश में सियासी लफ्फ़़ाजियाँ करते घूम रहे हैं।
श्री साय ने कहा कि सोमवार को धान खऱीदी पर निर्णय को लेकर हुई बैठक में भी धान खऱीदी की तारीख़ तय नहीं करके प्रदेश सरकार ने किसानों का उत्पीडऩ किया है, इससे ज़्यादा दु:खद और लज्जाजनक कुछ नहीं हो सकता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। राजीव भवन में परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने मंगलवार को आम लोगों, और कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनी। उन्हें ट्रांसफर से लेकर स्वेच्छानुदान, और जमीन का पट्टा आबंटन सहित करीब डेढ़ सौ से अधिक आवेदन दिए गए।
मंत्रीजी से मिलिए कार्यक्रम दोबारा शुरू होने के बाद अकबर पहली बार कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए हैं। नवा रायपुर के करीब 30 परिवार के लोग उनसे मिलने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि एनआरडीए ने उन्हें बेदखली की नोटिस दी है। जिससे मुश्किलेें खड़ी हो गई है। अकबर ने उन्हें भरोसा दिलाया कि दीवाली त्योहार तक उन्हें नहीं हटाया जाएगा। उनके आवेदन पर विचार का भरोसा दिलाया। इसके बाद ग्रामीणों के चेहरे में खुशी देखी गई।
उन्होंने परिवहन, और आवास पर्यावरण विभाग से जुड़े कुछ तबादले के भी आवेदन आए थे। जिन्हें परीक्षण के लिए लिखा है। इसी तरह स्वेच्छानुदान की भी मांग आई थी। इसके अलावा स्वसहायता समूह से जुड़े लोगों की भी अपनी समस्याएं थी जिन्हें निराकरण का भरोसा दिलाया। अकबर के साथ संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला, और अन्य नेता मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बनारस में लांच किए गए फ्लैगशिप कार्यक्रम पीएम आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन में आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स रायपुर का भी जिक्र किया गया। निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने इसे संस्थान के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए इसके लिए एम्स परिवार के प्रयासों की सराहना की है।
बनारस में शुरू किए गए मिशन के अंतर्गत 64 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्वास्थ्य के लिए आधारभूत संरचना बनाए जाने का प्रस्ताव है। प्रो. नागरकर ने मिशन के संदर्भ में कहा है कि इससे गांव, ब्लाक और जिला स्तर पर बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी। 35 हजार नए बैड प्रदान करने, 15 बीएसएल लैब बनाने और चार नए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी स्थापित करने से स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इससे टेस्टिंग, उपचार और फॉलो-अप की सुविधाएं आम लोगों को सुलभ हो सकेंगी।
इस अवसर पर एम्स रायपुर के साथ अन्य एम्स का भी जिक्रकिया गया जिन्होंने कोविड महामारी के दौरान अहम योगदान दिया। प्रो. नागरकर ने कहा है कि प्रत्येक जिला अस्पताल को 90 से 100 करोड़ रुपये की सहायता मिलने के बाद जिला स्तर पर ही रोगियों का इलाज संभव होगा और इससे एम्स सहित बड़े अस्पतालों पर सामान्य रोगियों का दबाव कम हो सकेगा। इससे सुपर स्पेशयल्टी सेवाओं और शोध पर एम्स जैसे संस्थान अपना ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। इस अवसर पर उप-निदेशक (प्रशासन) अंशुमान गुप्ता भी उपस्थित थे।
रायपुर, 25 अक्टूबर 2021। मुझे छत्तीसगढ़ की बेटियों की उपलब्धियों पर गर्व है। यहां की बेटियों ने कला, साहित्य, विज्ञान, खेलकूद, पत्रकारिता, प्रशासन हर क्षेत्र में परचम लहराया है और अपने परिवार सहित प्रदेश का नाम रोशन किया है। वे कभी भी किसी चुनौतियों से न घबराएं और निरंतर आगे बढ़ते रहें। यह बात राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कही। वे कर्मयोगिनी सम्मान कार्यक्रम में अपना उद्बोधन दे रही थीं। उन्होंने सम्मानित सभी बेटियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ एवं यहां की समस्त महिला शक्ति के लिए भी गर्व की बात है कि यहां पर एक महिला को राज्यपाल का दायित्व सौंपा गया।
सुश्री उइके आज इन बेटियों की उपलब्धियों और क्षमताओं से अभिभूत हो गईं और उन्होंने कहा कि मुझे आप सब पर गर्व है और मैं आप सबको राजभवन आमंत्रित करूंगी। उन्होंने स्वयं के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि बेटियों और महिलाओं को हर क्षेत्र में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है लेकिन इससे हार नहीं माननी चाहिए और सफलता हासिल करने के लिए दोगुने जोश से जुट जाना चाहिए। राज्यपाल सुश्री उइके आज बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संस्था द्वारा आयोजित सम्मान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बतौर शामिल हुईं।
उन्होंने कहा कि यहां तक पहुंचने में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, परन्तु उनकेीसंघर्ष यात्रा में अच्छे लोग भी मिले, जिनसे अपनी तकलीफ साझा करती थी तो वे उनका उत्साहवर्धन करते थे।
मैं महापुरूषों की जीवनी और प्रेरणादायी पुस्तकों का अध्ययन करती थी, जिससे निरंतर आगे बढऩे की प्रेरणा मिली और आज मुझे छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद पर कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ।
हाथी को ‘मैत्री’ नाम दिया गया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ में हाथी-मानव द्वंद पर नियंत्रण के उद्देश्य से विभाग द्वारा चलाए जा रहे महत्वपूर्ण अभियान के तहत 24 अक्टूबर को सूरजपुर वनमंडल के मोहनपुर में एक मादा हाथी का सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर किया गया। रेडियो कॉलरिंग किए गए इस हाथी को ‘मैत्री‘ नाम दिया गया है। राज्य में इस दौरान विचरण कर रहे हाथियों की अनुमानित संख्या 291 है। इनमें सरगुजा वन वृत्त अंतर्गत 193, बिलासपुर वन वृत्त अंतर्गत 69, दुर्ग वन वृत्त अंतर्गत 22 और रायपुर वन वृत्त के अंतर्गत 07 हाथी शामिल है।
गौरतलब है कि वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून की संयुक्त परियोजना के तहत मानव-हाथी द्वंद को कम करने के उद्देश्य से हाथियों के विचरण की जानकारी प्राप्त करने हेतु हाथियों का रेडियो कॉलरिंग करने का अभियान जारी है। इसके तहत 24 अक्टूबर 2021 को सरगुजा वृत्त के सूरजपुर वनमंडल के मोहनपुर, कक्ष क्रमांक पी 2552 में एक मादा हाथी को सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर किया गया।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पीवी नरसिंग राव के मार्गदर्शन में वन विभाग की स्थानीय टीम तथा साइंटिस्ट-एफ, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून डॉ. पराग निगम एवं उनकी टीम, तामिलनाडू के डॉ. मनोहरन द्वारा रेडियो कॉलरिंग अभियान प्रारंभ किया गया। इस अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एलीफेंट रिजर्व सरगुजा डॉ. के. मेचियो को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
अभियान के तहत विगत दिवस 23 अक्टूबर 2021 को सूरजपुर वनमंडल के बंशीपुर बीट के कक्ष क्रमाक 1682 में हाथी दल की पहचान की गई। इस दल में 09 हाथी थे। नियमित रूप से ट्रेकर एवं विशेषज्ञ अमलों द्वारा उक्त दल की ट्रेकिंग की गयी। प्रदेश का कुमकी हाथी राजू एवं दुर्योधन को इस अभियान में शामिल किया गया। भौगोलिक परिस्थिति अनुकूल नहीं बन पाने तथा हाथियों का दल घनी झाडिय़ों में होने के कारण उक्त दिवस को रेडियो कॉलरिंग नहीं हो पाया। हाथी का उक्त दल रातों-रात बीट मोहनपुर के कक्ष क्रमांक पी 2552 में पहुंच गए। दल के 09 हाथी में से एक मादा हाथी को रेडियो कॉलर करने हेतु चिन्हित किया गया। तत्पश्चात् 24 अक्टूबर 2021 को भोर से ही उक्त दल का ट्रेकिंग किया जाता रहा। अंतत: दोपहर 12.40 बजे चिन्हित मादा हाथी जिसकी उम्र लगभग 20 से 25 वर्ष है, इसको ट्रैंक्यूलाईज कर रेडियो कॉलर लगाने में सफलता प्राप्त हुई।
गत दिवस 24 अक्टूबर 2021 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पीवी नरसिंग राव पूरे अभियान के दौरान मौके पर ही मौजूद रहे और सफलतापूर्वक रेडियो कॉलर पश्चात् समीक्षा बैठक लेकर अन्य हाथियों के रोडियो कॉलर की रणनीति तैयार की गयी। इस अभियान में मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वृत्त अनुराग श्रीवास्तव, वन संरक्षक (वन्यप्राणी) एवं फील्ड डायरेक्टर (एलीफेंट रिजर्व) सरगुजा डॉ. के. मेचियो, संचालक गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुण्ठपुर रंगनाथा रामाकृष्णा वाई, उप निदेशक एलीफेंट रिजर्व सरगुजा ंप्रभाकर खलखो, संचालक अचानकमार-अमरकंटक बायोस्फियर रिजर्व विष्णु नायर, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून डॉ. पराग निगम एवं उनकी टीम, प्रभारी वनमंडलाधिकारी सूरजपुर बीएस भगत, डॉ.पीके चंदन, डॉ.सीके मिश्रा, डॉ. राकेश वर्मा, लक्ष्मी नारायण, अंकित, समर्थ मंडल, अमलेन्दु मिश्रा, प्रभात दुबे एवं वन विभाग के मैदानी अमले सहित कुमकी हाथी के महावतों का योगदान सराहनीय रहा।
सिंहदेव ने ‘पेसा’ के लिए नियम तय करने ली पांच घंटे की पांचवीं मैराथन बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में ‘पेसा’ के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नियम बनाने का काम अंतिम चरण में है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव इसके लिए विभागीय अधिकारियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस से पांच घंटे तक चली पांचवीं मैराथन बैठक में प्रदेश में ‘पेसा’ (पंचायत उपबंध - अनुसूचित क्षेत्रों पर विस्तार अधिनियम, 1996) लागू करने के लिए नियमों को अंतिम रूप देकर सहमति एवं आवश्यक कार्यवाही के लिए दो दिनों में संबंधित विभागों में भेजने के निर्देश दिए।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री सिंहदेव ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ‘पेसा’ को लागू करने प्रतिबद्ध है। जनजातीय समाज के हितों की रक्षा और वनांचलों के विकास में उनकी सीधी भागीदारी सुनिश्चित करने में ‘पेसा’ महती भूमिका निभाएगा। इससे न केवल उनकी संस्कृति, परंपरा, रीति-रिवाजों और पारंपरिक ज्ञान को सुरक्षित रखा जा सकेगा, बल्कि उनके कल्याण के लिए जल, जंगल और जमीन के साथ अन्य प्राकृतिक संसाधनों को भी सहेजा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि ‘पेसा’ अनुसूचित क्षेत्र के लोगों के लिए संवेदनशील विषय रहा है। उन्होंने इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए अनुसूचित क्षेत्रों के रहवासियों, समुदायों, जनप्रतिनिधियों और आदिवासी मुद्दों के जानकारों से प्राप्त सुझावों को भी शामिल कर नियम तैयार करने के निर्देश दिए।
श्री सिंहदेव प्रदेश में ‘पेसा’ को अमलीजामा पहनाने के लिए पिछले एक वर्ष से भी अधिक समय से विभिन्न आदिवासी समाजों, पंचायतीराज सशक्तिकरण व वनाधिकार के लिए काम कर रहे गैर-सरकारी संगठनों और व्यक्तियों से लगातार चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश के कई विकासखंडों का भ्रमण कर अनुसूचित क्षेत्रों के स्थानीय निवासियों से भी चर्चा कर ‘पेसा’ के संबंध में राय और सुझाव प्राप्त किए हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर बधाई दी
रायपुर, 25 अक्टूबर। दंतेवाड़ा की 18 वर्षीय नंदिनी दीक्षित को संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन में योगदान के लिये नामांकित किया गया है। नंदिनी की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उनकी यह यात्रा और पर्यावरण हेतु की गई पहल सराहनीय है।
मुख्यमंत्री बघेल ने इसके साथ एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें नंदिनी ने बताया है कि किस तरह से उन्होंने लगातार जुलाई 2019 से इस दिशा में काम करना शुरू किया। इसमें बताया गया है कि नंदिनी ने अपने परिवार के तीन सदस्यों के साथ बंजर भूमि पर पौधारोपण का काम शुरू किया। यह अभियान बस्तर में लोगों की रक्षा के तैनात शहीद हुए सैनिकों को समर्पित किया है। इसके बाद उनसे साथ लोग जुड़ते गये। पौधों के रोपे जाने के बाद आज वे पेड़ का रूप ले चुके हैं जिससे पर्यावरण को सुरक्षित रखने में मदद मिली है। नंदिनी ने बताया है कि इसकी प्रेरणा उन्हें अपने पिता से मिली। वर्षा जल के नहीं रुकने के कारण यह जमीन बंजर हो चुकी थी और जल स्तर भी नीचे जा चुका था। लेकिन प्राकृतिक जल को संरक्षित कर अब यहां पर साग सब्जियां भी उगाई जा रही हैं। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी उनकी इस उपलब्धि को सराहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लोकवाणी में इस बार उद्यमिता और जनसशक्तिकरण का छत्तीसगढ़ मॉडल पर बातचीत करेंगे। अपरान्ह 3 से 4 बजे के बीच फोन करके अपने सवाल रिकॉर्ड करा सकते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी की 23वीं कड़ी का प्रसारण 14 नवंबर 2021 को होगा। लोकवाणी का प्रसारण छत्तीसगढ़ स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों, एफएम रेडियो और क्षेत्रीय समाचार चैनलों से सुबह 10.30 से 11 बजे तक होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन विकास एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया एक दिवसीय दौरा कार्यक्रम के दौरान 27 अक्टूबर को रायपुर जिले के तिल्दा नेवारा और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के प्रवास पर रहेंगे।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार डॉ. डहरिया 27 अक्टूबर को सबेरे 11.30 बजे अपने निज निवास रायपुर से कार द्वारा प्रस्थान कर तिल्दा नेवरा जिला रायपुर पहुंचेंगे। डॉ. डहरिया यहां 11.45 से दोपहर 2 बजे तक विभिन्न विकास कार्यों का भूमि पूजन एवं लोकार्पण तथा तहसील साहू संघ तिल्दा नेवरा के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के बाद बलौदाबाजार भाटापारा जाएंगे। डॉ. डहरिया जिला मुख्यालय बलौदाबाजार में दोपहर 2.40 बजे से शाम 4.30 बजे तक यहां आयोजित लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे।
अरूण वोरा राजनांदगांव, विकास बेमेतरा में शिरकत करेंगे
साइंस कॉलेज मैदान में राज्योत्सव की तैयारी जोर शोर से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अक्टूबर। सरकार ने राज्य स्थापना दिवस के मौके पर जिला मुख्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मुख्य अतिथि के नामों की घोषणा कर दी है। हाऊसिंग बोर्ड अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा दुर्ग, अरूण वोरा राजनांदगांव के मुख्य अतिथि होंगे। जबकि विकास उपाध्याय बेमेतरा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
प्रदेश के 27 जिला मुख्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। यह कार्यक्रम एक नवम्बर को होगा। इसमें संसदीय सचिव, और निगम-मंडल के मुख्य अतिथि रहेंगे।
विनोद सेवनलाल चंद्राकर महासमुंद, गुरूदयाल सिंह बंजारे धमतरी, शकुंतला साहू बलौदाबाजार-भाटापारा, अमितेश शुक्ल गरियाबंद, ममता चंद्राकर कबीरधाम, डॉ. रश्मि आशीष सिंह बालोद, इन्द्रशाह मंडावी बिलासपुर, द्वारिकाधीश यादव कोरबा, बृहस्पत सिंह रायगढ़, कुंवर सिंह निषाद मुंगेली, चंद्रदेव प्रसाद राय जांजगीर-चांपा, पारसनाथ राजवाड़े गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, विनय जायसवाल सरगुजा, गुलाब कमरो कोरिया, चिंतामणी महाराज जशपुर, लालजीत सिंह राठिया सूरजपुर, यूडी मिंज बलरामपुर, लखेश्वर बघेल बस्तर, शिशुपाल शोरी कांकेर, देवती कर्मा दंतेवाड़ा, रेखचंद जैन सुकमा, संतराम नेताम कोण्डागांव, चंदन कश्यप नारायणपुर, विक्रम मंडावी बीजापुर में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
जल जीवन मिशन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में 25 अक्टूबर तक प्रदेश के एक लाख से अधिक ग्रामीणों के घरों में पेयजल कनेक्शन देने तथा अब तक 6 लाख 50 हजार ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने की विशेष उपलब्धि पर, जल जीवन मिशन के अंतर्गत सभी भागीदारों को तथा इस योजना से लाभान्वित परिवारों को बधाई दी है।
जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इस मिशन के तहत वर्ष 2023 तक देश के ग्रामीण क्षेत्रों में 39 लाख से अधिक ग्रामीण घरों में घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नल कनेक्शन के माध्यम से हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल जीवन मिशन में प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55 लीटर पेयजल की आपूर्ति की जानी है, इस मापदण्ड को ध्यान में रखते हुए, जल की उपलब्धता को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए, नरवा योजना के तहत प्रदेश में वाटर रिचार्जिंग के कार्य बड़े पैमाने पर किए जा रहे हैं। पिछले पौने वर्षों में वन विभाग, जल संसाधन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग सहित विभिन्न विभागों के समन्वय से जल संरक्षण और संवर्धन के किए जा रहे कार्यों से अनेक इलाकों में भू-जल स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।