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रायपुर विकास योजना-2031 मास्टर प्लान कार्यशाला में चेम्बर के सुझाव
02-Jun-2022 4:37 PM
रायपुर विकास योजना-2031 मास्टर प्लान कार्यशाला में चेम्बर के सुझाव

रायपुर, 2 जून। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि कल दिनांक 31 मई 2022, मंगलवार को चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में चेम्बर के प्रतिनिधि मंडल ने रायपुर विकास योजना के संबंध में आवास एवं पर्यावरण, वन, परिवहन, विधि एवं विधायी कार्य विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि आवास एवं पर्यावरण, वन, परिवहन, विधि एवं विधायी कार्य विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला में विभिन्न एसोसिएशन एवं संघों के प्रतिनिधियों से उक्त विषय पर सुझाव मांगे गए थे इसी तारतम्य में चेम्बर प्रतिनिधि मंडल ने माननीय मंत्री श्री मोहम्मद अकबर जी के समक्ष अपने महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किये जो निम्न प्रकार थे:-

पार्किंग-शहर की बढ़ती जनसंख्या वजह से कई रोड़ हो रहे ट्रेफिक जाम की वजह से बाधित रहते हैं जिसका मुख्य कारण रोड पर पार्किंग है, जिसे नियमित  पार्किंग स्थल का निर्माण कराकर दुरुस्त किया जा सकता है। इसमें जयस्थम्भ मल्टीलेवल, कचहरी चौक पार्किंग की तरह 8 से 10 मल्टीलेवल पार्किंग स्थानों की आवश्यकता है।

खेल मैदान-शहर के खेल के मैदान आबादी के अनुरूप प्लान में शामिल किया जाना चाहिए कांक्रीट एवं निर्माण के वजह से घटते भू जल स्तर के सुधार में भी यह सहायक होंगे। नाले एवं नालियों का जल शोधन कर शोधित जल का बड़े पार्क के गार्डनिंग में उपयोग किया जाना भविष्य में बेहतर वाटर मैनेजमेंट होगा। शहर के पूर्व के मास्टर प्लान में लगभग 80 मुख्य सड़कों को दर्शाया गया था परंतु इसमें 40 के लगभग सड़क अस्तित्व में ही नहीं आए हैं या आवश्यकता अनुसार नहीं है जो बढ़ती आबादी के संचलन में सहायक होंगे।

शहर के भीतर स्कूलों तथा कॉलेजों में बच्चे निजी वाहन अथवा पालक अपने वाहनों से लाते ले जाते हैं जिसे पब्लिक ट्रांसपोर्ट में परिवर्तित किया जाने का प्रयास होना चाहिए जिससे शहर में अनावश्यक वाहनों की आवाजाही सीमित होगी एवं ट्रैफिक का दबाव भी सड़कों पर कम होगा।  हम मुख्य शहर की सड़कों की चौड़ाई तो नहीं बढ़ा सकते परंतु शहर के भीतर आने के प्रवेश मार्गों पर बस टर्मिनल हो तथा प्रत्येक बस टर्मिनल से शहर के विभिन्न स्थानों हेतु सिटी बस उपलब्ध हो। जिससे शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव तथा वाहनों की संख्या नियंत्रित रहेगी।

शहर के 15-20 किलोमीटर की परिधि में हरियाली प्रोत्साहन के लिए 10000 स्क्वायर फीट के प्लॉट पर भी शर्तों के साथ 20 प्रतिशत  निर्माण तक की छूट फार्महॉउस के लिए प्राप्त हो जिससे हरियाली बढ़ाई जा सकती है। शहर में बिजली विभाग द्वारा खंभे लगाए जाते हैं कई बार अव्यवस्थित एवं बिना योजना के लगाये जाते हैं जो दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं तथा ट्रैफिक भी जाम करते हैं जिसे पूर्वनिर्धारित एवं सुनियोजित तरीके से लगाया जाना चाहिए एवं इसके लिए आवश्यक प्लानिंग होनी चाहिए।

शहर के भीतर अनेक  स्थान आज थोड़ी सी बारिश में भी जलभराव से प्रभावित होते है। वर्तमान एवं भविष्य में निर्माण होने वाली ड्रेनेज तथा सीवरेज लाइन 20 से 25 वर्षों को ध्यान में रखते हुए निर्माण होनी चाहिए एवं ड्रेनेज लाइन नेटवर्क को दुरुस्त करने की आवश्यकता है । शहर के भीतर सड़क मरम्मत कार्य में भी सड़क की ऊंचाई निर्धारित हो कई स्थानों पर सड़क की ऊंचाई घरों तथा दुकानों की प्लिंथ की  ऊंचाई से अधिक होती है।

रायपुर राजधानी की आबादी विगत 10 से 12 वर्षों में अप्रत्याशित रूप से बड़ी है तथा भविष्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को मजबूत करते हुए मुख्य शहर, नया रायपुर तथा 40 किलोमीटर की परिधि में मेट्रो रेल की आवश्यकता पड़ेगी जो भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करेगा।

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