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रायपुर, 16 नवंबर। अग्रसेन महाविद्यालय में आज स्थानीय छात्रों को विदेशों से शिक्षा प्राप्त करने से सम्बन्धी जानकारी देने के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में विदेशी शिक्षा से जुड़े सलाहकार बालुकेश्वरनाथ अग्रवाल ने वर्तमान समय में उपलब्ध विदेशी शिक्षण संस्थानों की विस्तार से जानकारी दी।
श्री अग्रवाल ने युवाओं से कहा कि वे अपने अब तक के ज्ञान, प्रशिक्षण और आत्मविश्वास के सहारे दुनिया के अलग-अलग देशों में से किसी एक स्थान पर जाकर आगे की पढ़ाई कर सकते हैं।
लेकिन इसके लिए उन्हें अंग्रेजी भाषा और सम्बंधित विषय की कुछ बुनियादी योग्यता को अर्जित करना आवश्यक होगा. उन्होंने बताया कि जर्मनी, आस्ट्रिया, बेल्जियम और नॉर्वे सहित बहुत से देशों में विदेशी छात्रों के लिए शिक्षा पूरी तरह से मुफ्त है. इन देशों में प्रवेश लेकर अपनी पढ़ाई पूरी की जा सकती है. उन्होंने यह भी बताया कि आज के समय में बायो इंजीनियरिंग, बायो मेडिकल, सोशल साइंस, कम्युनिकेशन, मीडिया और साइकोलॉजी सहित अनेक विषयों में करियर की अच्छी सम्भावना है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि वे हर साल तीन सौ से साढ़े तीन सौ विद्यार्थियों को अलग अलग देशों में पढ़ाई के लिए भेजते हैं. इस तरह पंद्रह वर्षों में उनके भेजे हुए युवाओं का एक बड़ा समूह तैयार हो गया है. उन्होंने बताया कि भारत के हिंदी भाषी राज्यों से जाने वाले युवाओं में प्राय: अंग्रेजी भाषा नहीं जानने की कमी उनके लिए सबसे बड़ी बाधा होती है. इसे दूर करने के लिए वे काउंसिलिंग के दौरान सीमित अवधि के प्रशिक्षण पर ध्यान देते हैं.
इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अब यहाँ के युवाओं को भी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर अवसर मिल रहा है. उन्होंने युवाओं से अपील की, कि विदेशों से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के अवसरों का अधिक से अधिक लाभ उठाएं. प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि अब विदेशों से शिक्षा प्राप्त करने के लिए पर्याप्त जानकारियाँ उपलब्ध हैं. केवल उनका सही उपयोग करने की ज़रूरत है. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल आमंत्रित वक्ता द्वारा दी गई जानकारी को बेहद उपयोगी बताया और कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं की प्रतिभा को तराशने के लिए, उन्हें सही तरीके से प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. इस संगोष्ठी का संचालन वाणिज्य संकाय के प्राध्यापक प्रो. अभिनव अग्रवाल ने किया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने पूरी सक्रियता से अपनी भागीदारी सुनिश्चित की.