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रायपुर, 3 मार्च। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 01 और 02 मार्च 2023 को होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए विकास और भवन विनियम, 2022 के मसौदे पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश,रायपुर विकास प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, छत्तीसगढ़ पुलिस आवास निगम, केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग सहित अन्यध संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला का उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय भवन संहिता, 2016 के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तैयार किए गए विकास और भवन विनियमों के मसौदे पर चर्चा करना था।
इस दस्तावेज़ का उद्देश्य विभिन्न राज्यों/संघ शासित प्रदेशों और उनके संबंधित निकायों की आवश्यकता के अनुसार पूरे देश में विनियमों में प्रावधानों की संरचना और विवरण के साथ-साथ प्रमुख अनुमोदन प्रक्रियाओं में एकरूपता लाना है। नियमों के मसौदे को सरल,संरचित एवं सु-व्योवस्थित तरीके से तैयार किया गया है। र
ाज्यों/शहरी स्थानीय निकायों द्वारा नियमों को अपनाए जाने से संबंधित हितधारकों विशेष रूप से भवन निर्माण से जुड़े पेशेवरों और भवन विनियमन में शामिल अधिकारियों द्वारा उनके प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यह इमारतों और निर्मित पर्यावरण में सुरक्षा, स्थायित्व, मजबूती और सुगमता सुनिश्चित करेगा।
श्री सुमित कुमार, प्रमुख, रायपुर शाखा कार्यालय, भारतीय मानक ब्यूयरो ने कार्यशाला में प्रतिनिधियों का स्वागत किया और उन्हें भारतीय मानक ब्यू रो की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री युधिष्ठिर नाइक, मुख्य अभियंता, केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग, रायपुर ने विभिन्न महत्वपूर्ण सुरक्षा मानदंडों को एकीकृत करते हुए सरल लेकिन व्यापक भवन विनियमों को लाने में राज्यों की मदद करने के लिए भारतीय मानक ब्यूुरो द्वारा किए गए महत्वमपूर्ण प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे मसौदा विनियमों को समझने के अवसर का पूरी तरह से उपयोग करें और यदि उनमें कोई सुधार हो तो सुझाव दें। श्रीमती मधुरिमा माधव, वैज्ञानिक-डी और संयुक्त निदेशक, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय मानक ब्यूदरो, नई दिल्ली ने दस्तावेज़ की विशिष्ट विशेषताओं के साथ-साथ मसौदा नियमों के विभिन्न अध्यायों की सामग्री के बारे में विस्तार से बताया। श्रीमती माधव ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे दस्तावेज़ की गंभीर रूप से जाँच करें और अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया भारतीय मानक ब्यू्रो के साथ साझा करें।