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रायपुर, 24 अप्रैल। राजकुमार कॉलेज की समृद्ध परंपरा का पालन करते हुए एक में दो दिवसीय इंटर सेट नाट्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। चार सेटों में खैरागढ़ ट्रॉफी पर कब्जा करने के उद्देश्य से शहर की नामी संस्था अर्थात, आर्य, बिक्रम, राजपूत और राणा, जिन्होंने 20 तारीख को इसमें उत्साहपूर्वक प्रतिस्पर्धा की।
इसकी शुरुआत बिक्रम सेट से हुई, जिसमें द ट्वेल्व प्रिंसेस नामक नाटक का मंचन किया गया। गुप्त खोज। अन्य तीन सेटों अर्थात् राणाओं, आर्यों और राजपूतों ने अपने एक-अभिनय नाटकों का मंचन किया, कितनी भूमि एक आदमी की जरूरत है? टॉल्स्टॉय द्वारा, शॉ द्वारा पिग्मेलियन और क्रमश: ऑस्कर वाइल्ड द्वारा द कैंटरविले घोस्ट।
इस अवसर पर जज डॉ. चितरंजन कार, डॉ. बासुमति नदीग और डॉ. दीपाली चौधरी थे। संपूर्ण छात्रों द्वारा एंकरिंग की गई और जजों ने उनके प्रशंसनीय प्रदर्शन को देखकर प्रभावित हुए चार सेट। प्रधानाचार्य की विधिवत अनुमति के साथ, आयोजन के पहले दिन की शुरुआत धमाकेदार रही। हमारे छात्र थे मंच पर अपने अभिनय कौशल को साबित करने के लिए। बिक्रम सेट द्वारा पहला प्रदर्शन, जिसका नाम द ट्वेल्व प्रिंसेस है- सीक्रेट क्वेस्ट, बारह राजकुमारियों की कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है, जिन्हें हर रात उनके कमरे में बंद कर दिया जाता था उनके पिता, राजा।
तालाबंदी का यह कारण था राजा को अपनी बेटी की बाहर सुरक्षा का डर दुनिया। हालाँकि, राजकुमारियों का एक रहस्य था। वे हर रात एक जादुई भूमि पर भाग निकले, जहाँ उन्होंने नृत्य किया बारह राजकुमारों के साथ। इस सेट के कलाकार सूर्यवंशवर्धन जैन, आर्यन लकड़ा, प्रियांशा पलसानिया, आनवी चावला, तनिष्का वाजपेयी, शैली रोहरा, हरसिफत कौर, जशवासी देवी आदि ने मंच पर खुद को बखूबी साबित किया।
राणाओं का दूसरा प्रदर्शन, लियो टॉल्स्टॉय द्वारा लिखित हाउ मच लैंड डू ए मैन नीड, एक के आसपास केंद्रित है नायक, जो एक किसान था, ज़मींदार बन गया, पाखोम, जिसे पहले एक मेहनती के रूप में चित्रित किया गया था पति और परिवार का आदमी, बमुश्किल समाज के मानकों के अनुसार जीने का प्रबंधन कर रहा है।