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रायपुर, 20 जून। भारतीय प्रबंध संस्थान (भा.प्र.सं) रायपुर गर्व से स्वीकार करता है कि मान्यता प्राप्त चेयरपर्सन, श्रीमती श्यामला गोपिनाथ, ने पिछले सात वर्षों से संसथान के गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में इस संस्थान के लिए दृष्टिपूर्ण नेतृत्व और अटूट समर्पण का उच्च मूल्यांकन किया है।
उनके मार्गदर्शन में, भा.प्र.सं रायपुर ने अद्भुत विकास और उपलब्धियों की गवाही दी है, जिससे यह भारत में प्रमुखप्रबंध संस्थान के रूप में मजबूत हुआ है। उत्कृष्टता की प्रतीक चमकदार साक्षी, श्रीमती श्यामला गोपिनाथ के कार्यकाल में, भा.प्र.सं. रायपुर ने राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (?न आई आर एफ) में 11 वा स्थान प्राप्त किया ह।
स्नातकोत्तर कार्यक्रमों (पीजीपी) की संख्या ने 255 के विलक्षण आयाम तक पहुंच गई है। पूर्णतावादी शिक्षा के महत्व को बल देते हुए, भा.प्र.सं रायपुर ने अपने स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की संख्या को चार तक विस्तारित किया है, जिससे छात्रों को विविध शैक्षणिक अवसर प्रदान किए जाते हैं।
इसके अलावा, संस्थान के शिक्षकों की संख्या 53 तक बढ़ गई है, जिनमें सफल पेशेवर और मान्य शिक्षाविद् शामिल हैं, जो आगामी नेताओं के मस्तिष्क को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भा.प्र.सं. रायपुर के निदेशक, प्रो. राम कुमार काकानी ने कहा, आपका योगदान भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर के निर्माण में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। जबकि संख्यात्मक मापदंड कभी आपके द्वारा बनाई गई अव्याप्तियों को प्रकट नहीं करते हैं।