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रायपुर, 14 फरवरी। न्यू राजेन्द्र नगर स्थित एसबीएच आई हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि में मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद अब चश्मे की ज़रूरत नहीं है। मोतियाबिंद की सर्जरी में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर खास तरह के लेंस का प्रत्यारोपण किया जाता है अत: सर्जरी के बाद 90त्न मरीज ओ को चश्मा लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती और पहले से काफ़ी अच्छा नजर आने लगता है । अब एसबीएच आई हॉस्पिटल में नवीनतम तकनीक द्मद्ग लेंस मोतियाबिंद की सर्जरी में लगाए जा रहे हैं, जो कि सिर्फ महानगरों में उपलब्ध थे।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया किएसबीएच आई हॉस्पिटल अब मध्यभारत के चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जो यह सुविधा देता है। शहर के कुछ मरीज इस सुविधा से लाभान्वित हुए हैं और सर्जरी से मिले परिणामों से खुश हैं। उन्होंने एसबीएच आई हॉस्पिटल की इस पहल की सराहना की है। उल्लेखनीय है कि इस सर्जरी के उत्कृष्ट परिणाम देखने को मिले, जिससे मरीज़ों को पहले से बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन मिला।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि मोतियाबिंद की सर्जरी की इस अत्याधुनिक तकनीक के अलावा एसबीएच आई हॉस्पिटल में चश्मा हटाने की सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध है। एसबीएच हॉस्पिटल दो दशकों से भी अधिक समय से रायपुर में नेत्र व स्त्री रोग चिकित्सा के क्षेत्र में सेवाएँ दे रहा है। अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित न्यू राजेन्द्र नगर में एसबीएच हॉस्पिटल अब एक वृहद परिसर में संचालित की जा रही है।