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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 26 अप्रैल। जीपीएम जिले के मरवाही मंडल में एक शावक सफेद भालू सुस्त हालत में मिला। ग्रामीणों ने उसे देखकर वन विभाग को सूचित किया। शावक को खाना-पीना मिला तो वह दुरुस्त हो गया और अपने आप जंगल की ओर भाग गया।
महोरा बीट पर गुरुवार की दोपहर में कुछ ग्रामीणों ने सड़क पर करीब दो साल के इस नन्हें भालू को देखा। वह काफी सुस्त नजर आ रहा था। उसके शरीर से बहुत कम हरकत हो रही थी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। रेस्क्यू टीम ने पहुंचने पर पाया कि वह गर्मी के कारण सुस्त है और भूखा प्यासा है। उसके लिए कुछ फल तथा पानी की व्यवस्था की गई। शावक की हालत खाने पीने के बाद कुछ ठीक हुई तब लोगों ने राहत की सांस ली। वन विभाग उसे उसकी मां को ढूंढकर उसके पास छोड़ना चाहता था लेकिन शावक स्वस्थ होने के बाद खुद ही जंगल की ओर बढ़ गया।
ज्ञात हो कि मरवाही वन मंडल में भालुओं की बहुतायत है। इनके संरक्षण के लिए यहां जामवंत परियोजना भी शुरू की गई थी लेकिन अक्सर ये हमले के शिकार होते हैं। ये गांवों में आए दिन भोजन व पानी के लिए भटकते मिल जाते हैं। मरवाही में सफेद भालुओं की प्रजाति भी मिलती है, मगर ये पोलर बियर श्रेणी के सफेद भालू नहीं हैं। यहां के भालू आनुवांशिक कारणों से सफेद होते हैं, जिनका सभी व्यवहार काले भालुओं से मिलते हैं।