कारोबार
रायपुर,7 जुलाई। मध्यप्रदेश में द यूनाइटेड म्यु थाई एसोसिएशन की ओर से आयोजित नेशनल म्यूथाई चैम्पियनशिप 2022 में शहर की पल्लवी साहू ने गोल्ड मेडल जीता।
प्रतियोगिता देवास के श्रीमंत तुकोजीराव पवार इनडोर स्टेडियम में हुई। इस उपलब्धि के लिए पल्लवी को विधायक कुलदीप जुनेजा ने अपने कार्यालय में मोमेंटो व गिफ्ट बॉक्स देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पल्लवी के परिजन व क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
सोल, 7 जुलाई | सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने गुरुवार को कहा कि वह ठोस चिप मांग के दम पर चार साल में अपनी दूसरी तिमाही की सर्वश्रेष्ठ आय दर्ज कर सकती है। अपने कमाई मार्गदर्शन में, दक्षिण कोरियाई टेक दिग्गज ने अप्रैल-जून की अवधि के लिए 14 ट्रिलियन (11 अरब डॉलर) के अपने परिचालन लाभ का अनुमान लगाया, जो एक साल पहले की तुलना में 11.38 प्रतिशत अधिक है।
योनहाप न्यूज एजेंसी की वित्तीय शाखा योनहाप इंफोमैक्स द्वारा संकलित आंकड़ों में 14.5 ट्रिलियन वोन की विश्लेषकों की कमाई की उम्मीदों की तुलना में इसकी दूसरी तिमाही परिचालन आय अनुमान थोड़ा कम है।
सैमसंग ने दूसरी तिमाही में 77 ट्रिलियन वोन बिक्री का अनुमान लगाया, जो एक साल पहले की तुलना में 20.94 प्रतिशत अधिक है। यह आंकड़ा 76.7 ट्रिलियन वोन के बाजार की आम सहमति से ऊपर है।
दुनिया की सबसे बड़ी मेमोरी चिप और स्मार्टफोन निर्माता कंपनी ने अपने संबंधित बिजनेस डिवीजनों के प्रदर्शन को नहीं तोड़ा। यह इस महीने के अंत में विस्तृत आय की घोषणा करेगा।
सर्वर और डेटा केंद्रों में उपयोग किए जाने वाले मेमोरी चिप्स की मजबूत मांग ने जून में समाप्त होने वाले तीन महीनों में तकनीकी कंपनी के ठोस प्रदर्शन का समर्थन करना जारी रखा। इस अवधि के दौरान डीआरएएम और एनएएनडी फ्लैश दोनों के वैश्विक शिपमेंट में साल-दर-साल क्रमश: 9 प्रतिशत और 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
लेकिन उपभोक्ता खर्च में मुद्रास्फीति से प्रेरित गिरावट के कारण वैश्विक स्मार्टफोन और टीवी व्यवसायों में मंदी आई, जिससे टेक दिग्गज की निचली रेखा को नुकसान पहुंचा।
सैमसंग के स्मार्टफोन शिपमेंट दूसरी तिमाही में 61 मिलियन यूनिट आने का अनुमान है, जो पिछली तिमाही से 16 फीसदी कम है। डिवीजन का ऑपरेटिंग प्रॉफिट एक साल पहले 600 बिलियन वोन से घटकर 2.6 ट्रिलियन वोन होने की संभावना है।
विलेषक दूसरी छमाही के लिए एक निराशाजनक पूर्वानुमान पेश कर रहे हैं, क्योंकि यूक्रेन में चल रहे युद्ध, बढ़ती मुद्रास्फीति और चीन के कोविड-19 लॉकडाउन मांग को कम कर रहे हैं और उपभोक्ता खर्च को और कम कर रहे हैं।
प्रौद्योगिकी अनुसंधान फर्म गार्टनर के अनुसार, मोबाइल फोन और पीसी जैसे उपभोक्ता उपकरणों के वैश्विक शिपमेंट में इस साल 7.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। (आईएएनएस)
मल्टीनेशनल कंपनियों ने भी लिया था इंटरव्यू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जुलाई। डॉ.सी.वी.रामन् विश्वविद्यालय में हुए नेशनल एवं मल्टीनेशनल कंपनियों के ओपन कैंपस इंटरव्यू के परिणाम जारी किए गए है। ओपन कैंपस इंटरव्यू में 7 कंपनियों में सीवीआरयू के कुल 36 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, जबकि कुछ कंपनियों के परिणाम शेष हैं। चयनित विद्यार्थी 4 लाख से 6 लाख रुपए तक के पैकेज में कार्य करेंगे।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव गौरव शुक्ला ने बताया कि देश की विख्यात 26 नेशनल एवं मल्टीनेशनल कंपनियां सीवीआरयू आई थीं। सभी संकायों के विद्यार्थियों ने इस ओपन कैंपस में विद्यार्थियों ने उत्साह से हिस्सा लिया। तीन दिनों तक कंपनियों ने यहां विद्यार्थियो का इंटरव्यू लिया। इनका परिणाम आना शुरू हो गया है। इसमें 7 कंपनियों में सीवीआरयू के 36 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। सभी विद्यार्थियों के ऑॅफर लेटर जारी किए है और विद्यार्थियों ने कंपनियों में ज्वांनिंग भी दे दी है। इस दौरान चयनित विद्यार्थी फील्ड वर्क से लेकर ऑफिस वर्क सहित सभी क्षेत्रों में अपनी सेंवाएं देंगे। उन्होंने बताया कैंपस को ओपन रखा गया था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध हो सके। ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर डॉ राजीव पीटर्स ने बताया कि 26 कंपनियों में से 7 कंपनियों के परिणाम आए है। जल्द ही शेष कंपनियों चयनित विद्यार्थियों के नाम घोषित करेंगे। नए कैंपस इंटरव्यू की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी।
जिन कंपनियों में विद्यार्थी चयनित हुए उनमें एनआईआईटी के लिए 15, टेक महिंद्रा के लिए 4, केपीआरटी के लिए 5, बजाज कैपिटल के लिए 3, कनेक्ट बिजसेस सॉलयूशन के लिए 3 तथा जस्ट डायल के लिए 6 छात्र शामिल हैं।
इंडस्टीयल विजिट में पहुंचे सीवीआरयू के विद्यार्थी
सीवीआरयू के प्रबंधन एवं केमेस्ट्री विभाग के 100 विद्यार्थी इंडस्टीयल विजिट के लिए बिलासपुर के नर्मदा कोल्ड्रिंक्स पहुंचे। यहां उन्होंने उत्पादन की प्रक्रिया, पैकिंग, मार्केटिग सहित सभी प्रक्रियाओं को विस्तार से समझा। विभाग प्रमुखों से विद्यार्थियों ने प्रोडक्ट के बारे में जाना। इंडस्टीयल विजिट विद्यार्थियों के अकादमिक का हिस्सा है। लगातार विद्यार्थी अलग-अलग संस्थानों में विजिट करते हैं, ताकि उन्हें व्यवहारिक ज्ञान हो सके। इस अवसर पर सीवीआरयू के केमेस्ट्री विभाग के डॉ.मिलन हयात, भावना दुबे, अभिषेक शर्मा, टीपीओ से सौरभ पीटर, जय त्रिवेदी, सहित नर्मदा कोल्ड्रिंक्स के जीएम प्रोडक्शन एसपी चौहान एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थ्ति थे।
रायपुर, 6 जुलाई। चेबर ऑफ कॉमर्स ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक उत्पादों पर निहित भ्रम को दूर करने के लिए दो दिन पहले पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर से मुलाकात की थी, जिसके बाद विभाग ने इस संबंध में भ्रांति दूर करते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंधित वस्तुओं की लिस्ट जारी करते हुए आशंकाओं को खत्म किया है।
चेम्बर की मांग को तत्काल संज्ञान में लेते हुए पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर चैंबर की मांग को तत्काल पूर्ण करने के लिए चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर परवानी जी ने छत्तीसगढ़ चेम्बर एवं प्रदेश के समस्त व्यापारियों की ओर से पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर एवं छत्तीसगढ; पर्यावरण संरक्षण मंडल विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इससे पहले बाजार और नगर-निगम के बीच भी सिंगल यूज प्लास्टिक को लेकर असमंजस की स्थिति थी। पर्यावरण विभाग के दिशा-निर्देश के बाद अब जाकर स्थिति स्पष्ट हुई है। आदेश के मुताबिक सिंगल यूज प्लास्टिक में यह उत्पाद प्रतिबंध के दायरे में आते हैं, जिसमें प्लास्टिक स्टिक युक्त ईयर बड्स, गुब्बारों में उपयोग होने वाली प्लास्टिक की डंडिया, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम की डंडिया, पोलीस्टाइरीन (थर्माकोल) की सजावटी सामग्री शामिल हैं।
इसके साथ ही प्लेट, कप, ग्लास, कांटे-चम्मज, चाकू,स्ट्रा, ट्रे जैसे कटलरी आयम्टस, मिठाई के डिब्बे, निमंत्रण पत्र एवं सिगरेट पैकेट पर लपेटने या पैक करनेे वाली फिल्म, 100 माइक्रान से कम मोटाई वाले प्लास्टिक या पीवीसी बैनर एवं स्टीकर शामिल हैं।
6 राज्य, 15 हॉस्पिटल, 30 क्लीनिकल स्पेशलिटी, 2400+ बेड्स, 2-टीयर श्रेणी में मजबूत उपस्थिति वाला भारत का पहला ग्रुप
रायपुर, 6 जुलाई। हैदराबाद स्थित केयर हॉस्पिटल ग्रुप, जो टीपीजी ग्रोथ मैनेज्ड एवर केयर फंड का प्रमुख संस्थान है तथा भारत का प्रतिष्ठित अग्रणी हॉस्पिटल नेटवर्क है, ने आज मध्यप्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज की, जिसके अंतर्गत इंदौर के सीएचएल हॉस्पिटल के अधिग्रहण की घोषणा की।
वर्ष 2001 में स्थापित कन्वीनियंट हॉस्पिटल लिमिटेड (सीएचएल) मध्यभारत में स्थापित किया गया पहला कारपोरेट हॉस्पिटल था और अपने मजबूत क्लीनिकल विशेषज्ञता के लिए कार्डियोलॉजी/ कार्डियक सर्जरी, न्यूरोसाइंस, जी आई लिवर ट्रांसप्लांट रीनल साइंस तथा क्रिटिकल केयर के क्षेत्र में प्रतिष्ठा प्राप्त रहा।
केयर हॉस्पिटल वर्ष 1997 में एकमात्र कार्डियक हॉस्पिटल के रूप में हैदराबाद में प्रारंभ हुआ था जिसमें 100 बेड्स एवं 20 कार्डियोलॉजिस्ट शामिल थे।
केयर ग्रुप आज भारत के अग्रणी मल्टी केयर हॉस्पिटल के रूप में उन्नति कर चुका है जिसमें 6 राज्यों में 15 हॉस्पिटल सम्मिलित है और 30 क्लीनिकल विशेषज्ञता उपलब्ध है और 2400 से ज्यादा बेडस हैं। यह भारत का पहला हॉस्पिटल समूह है जिसमें देश में 2 टीयर्स श्र्रेणी के शहरों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है।
इस अधिग्रहण के बारे में केयर हॉस्पिटल समूह के सीईओ जसप्रीत सिंह ने बतलाया कि हम सीएचएल हॉस्पिटल को केयर ग्रुप में सम्मिलित होने का स्वागत करते हैं और क्लीनिकल केयर में, मरीजों को परस्पर विशेषज्ञता के उच्च सेवाओं को मध्य भारत में मरीजों तक पहुंचाने की अपार संभावनाओं से उत्साहित हैं।
देशभर में स्थापित केयर हॉस्पिटल की श्रृंखला 2 टियर शहरों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देने में अग्रणी स्थान प्राप्त है और हमारे हॉस्पिटल इन शहरों में, उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं देने में सबसे आगे रहा है। सी एच एल के साथ अपनी भागीदारी से देश के मध्य भाग के इस प्रमुख भौगोलिक क्षेत्र में अपनी स्थिति को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
केयर हॉस्पिटल ग्रुप से जुड़े 12 सौ से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर एवं 6000 कर्मियों के साथ प्रतिवर्ष लाखों मरीजों का इलाज किया जाता है और पिछले 25 वर्षों में विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों जैसे कार्डियक साइंस, अंकोलाजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसाइंस, रीनल साइंस, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी व हिपेटोलाजी, ऑर्थोपेडिक्स ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, ईएनटी, बस्कुलर सर्जरी, इंटीग्रेटेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट में उत्कृष्टता प्राप्त की है।
यह घोषणा केयर हॉस्पिटल की महत्वपूर्ण 25वीं सालगिरह के गौरवशाली अवसर पर, क्लीनिकल उत्कृष्टता की मजबूत परंपरा आगे बढ़ाने की कोशिशों से जुड़ी है।
इस 25 वर्षो मे, केयर हास्पिटल ग्रूप द्वारा, देश मे पहली बार पहले स्वदेशी स्ट्रेंट का विकास, देश का पहला हास्पिटल जिसमें भ्रूण की हृदय की शल्यक्रिया की गई तथा 1000 से अधिक स्टेपीडोटॉमी (बहरापन का इलाज) जो केवल एक सर्जन द्वारा किये गये थे।
जिसे विश्व मे, सबसे अधिक की गई सर्जरी मे दूसरे स्थान पर होने का गौरव मिला।
यह परिणाम केम्ब्रिज युनिवर्सिटी द्वारा किये गये अध्ययन से बतलाया गया।
सीएचएल हास्पिटल के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक श्री राजेश भार्गव ने कहा कि हम तेजी से उन्नति कर रहे सीएचएल हास्पिटल इन्दौर को और आगे बढ़ाने की केयर हास्पिटल ग्रूप की पहल का स्वागत करते हैं। विगत 21 वर्षों में, सीएचएल हास्पिटल के क्लिनिकल विशेषज्ञ डाक्टर्स की टीम को उल्लेखनीय उपलब्धियाँ मिली है तथा अनेकों सम्मान भी प्राप्त किये है।
इस नये जुड़ाव के साथ, हमारी टीम्स, केयर हास्पिटल के सीएचएल हास्पिटल को मध्यभारत मे, उन्नति की नई ऊॅचाइयों तक पहुँचाने के प्रयासों को पूरा सहयोग देने तत्पर है। केयर हास्पिटल के अध्यक्ष श्री विशाल बाली ने कहा कि भारत के भविष्य की विकास योजना तथा 5.0 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की महत्वाकांक्षा 2 टीयर शहरो की उन्नति से ही पूरी हो सकेगी।
ये शहर स्वास्थ सेवाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे, साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र मे, और अधिक वृद्धि करने मे सहायक होगे। केयर हास्पिटल्स देश के कई तीव्रगति से उन्नति कर रहे, 2 टीयर शहरो मे अपनी गहरी उपस्थित बनाये हुये हैं तथा इस क्षेत्र मे मरीजों की उन्नत देखभान मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये पूरी तरह से तैयार है और इस क्षेत्र मे, अपनी उपस्थिति सुद्दढ़ बनाने के प्रयास निरंतर जारी रखेंगे।
केयर हास्पिटल का परिचय-
केयर हास्पिटल ग्रुप, मल्टीस्पेशलिटी हेल्थकेयर प्रदाता के रूप मे 15 स्वास्थ सेवाओं के साथ 6 राज्यों के 7 शहरो मे भारत में कार्यरत है। इस श्रृंखला मे हैदराबाद, रायपुर, भुवनेश्वर, पूणे, विशाखापटनम, नागपुर एवं इंदौर जैसे शहर शामिल है। दक्षिण व मध्यभारत क्षेत्र मे अग्रणी तथा पूरे देश मे हास्पिटल चैन्स मे पहले 5 स्थान पर केयर हास्पिटल 30 विशेषज्ञ क्लिनिकल क्षेत्र मे, समग्र सेवाये प्रदान करता है, जिनमे 2400 से अधिक बेड्स उपलब्ध है। वर्तमान में केयर हास्पिटल एवर केयर ग्रुप के अंतर्गत कार्यरत है, इसके कोशिशो का परिणाम है कि यह साऊथ एशिया व अफ्रिका मे भी अपनी स्वास्थ्य सेवाओ का विस्तार कर रहा है।
रायपुर, 6 जुलाई। ट्रिपलआईटी नया रायपुर में नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) यूनिट ने 2021 के बीटेक बैच के लिए एक एनएसएस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में नए एनएसएस स्वयंसेवियों को समाज सेवा एवं व्यक्तिगत विकास के लिए एनएसएस द्वारा दिए जाने वाले बेहतरीन अवसरों के बारे में बताया गया।
इस कार्यक्रम में ट्रिपलआईटी नया रायपुर के डायरेक्टर, डॉ. पी. के. सिन्हा; एनएसएस की संयोजक (छत्तीसगढ़), डॉ. नीता बाजपेई; ट्रिपलआईटी नया रायपुर के डीन (शोध एवं विकास), डॉ. पुण्य पलटनी; राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता वरिष्ठ एनएसएस स्वयंसेवी, सत्येंद्र साहू और राज्य पुरस्कार विजेता वरिष्ठ एनएसएस स्वयंसेवी, निखिल कुमार ने हिस्सा लिया।
एनएसएस यूनिट के प्रोग्राम ऑफिसर, डॉ. लखिंदर मुर्मू ने अपने स्वागत भाषण में सभा को बताया कि ट्रिपलआईटी नया रायपुर की एनएसएस इकाई ने एक युवा इकाई होने के बावजूद किस प्रकार एनएसएस के अभियानों एवं कार्यक्रमों और राष्ट्रीय शिविरों में पूरे उत्साह के साथ भाग लेकर अपना बहुमूल्य योगदान दिया। उन्होंने समाज में वंचितों के लिए स्वच्छता व शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रिपलआईटी नया रायपुर की एनएसएस इकाई द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में भी बताया।
डॉ. प्रदीप सिन्हा ने संस्थान में नए एनएसएस स्वयंसेवियों को संबोधित करते हुए उन्हें जीवन में सफलता की ओर बढ़ते हुए एक अच्छा मनुष्य बनने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने ज्ञान व कौशल का उपयोग समाज कल्याण के लिए करने का आह्वान किया।
संस्थान के डीन (शोध), डॉ. पुण्य पलटनी ने विद्यार्थियों को नए संगठन में काम करने के अपने अनुभवों के बारे में बताया और उन्हें इन कार्यक्रमों व समारोहों में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। पंडित रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी के एम्पैनल्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (ईटीआई) एवं एनएसएस की कार्यक्रम संयोजक, डॉ. नीता बाजपेई ने युवाओं के आदर्श, स्वामी विवेकानंद के जीवन का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों को समाज सेवा की ओर प्रेरित किया।
उन्होंने विद्यार्थियों से एनएसएस में शामिल होने और एनएसएस की गतिविधियों में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया क्योंकि इन गतिविधियों द्वारा देश व नागरिकों की सेवा करने का बहुमूल्य अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने बताया कि एनएसएस स्वयंसेवी अनुशासन का पालन करते हैं, इसलिए एनएसएस के स्वयंसेवी अन्य विद्यार्थियों से अलग होते हैं। वरिष्ठ स्वयंसेवी सत्येंद्र साहू और निखिल कुमार ने भी एनएसएस स्वयंसेवियों से बात की और उन्हें बताया कि एनएसएस लोगों के व्यक्तित्व एवं जीवन में क्या परिवर्तन लाता है। कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवियों ने अपनी नियमित एनएसएस डायरियों का वितरण भी किया।
रायपुर, 6 जुलाई। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। जो गुणवत्तापूर्ण बेहतर शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को भी पूर्ण करने में विश्वास रखता है।
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर डॉक्टरों के अभुतपूर्व योगदान पर चर्चा के उपरांत आठ चिकित्सकों को शॉल, श्रीफल और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
विदित हो कि भारत के महान चिकित्सक डॉ. विधानचंद्र राय के जन्म एवं निर्वाण दिवस पर कलिंगा विश्वविद्यालय के द्वारा प्रत्येक वर्ष एक जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।
डॉक्टर्स डे पर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न छात्रावासों के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलानुशासक डॉ. ए. विजय आनंद ने कहा कि मानवता की सेवा करना सबसे बड़ा धर्म है।
अपनी जान की परवाह ना करके डॉक्टर्स और चिकित्सा कर्मी मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं। वह अपनी जिंदगी की परवाह किए बगैर मानवता की रक्षा के लिए अपनी ऊर्जा और क्षमता के माध्यम से बुरे से बुरे समय में मानवहित की रक्षा के लिए सराहनीय कार्य करते रहे हैं।
आज चिकित्सकों का सम्मान करने से वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के यंग इंडियन शाखा की समन्वयक और सिविल इंजीनियरिंग विभाग की सहा. प्राध्यापक सुश्री स्वाति अग्रवाल ने चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सक को भगवान का दर्जा दिया गया है।
कोरोना काल में चिकित्सकों की बदौलत ही लाखों लोगों की जान बच पाई है।
डॉक्टरों के सहानुभूति और सहनशील व्यवहार से रोगी आधा ठीक हो जाता है।
इस आयोजन के पश्चात स्वास्थ्य मंत्रालय ,नया रायपुर के सहा. निर्देशक डॉ. शैलेंद्र अग्रवाल, आरंग ब्लॉक के ब्लॉक चिकित्साधिकरी डॉ. के. एस. राय, नेत्र चिकित्सक डॉ. मनीष श्रीवास्तव, होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. नीता शर्मा, दंत चिकित्सक डॉ. वीरेंद्र मातावाले, राखी हॉस्पिटल के डॉ. संजय नवल, नया रायपुर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. आर. के. श्रीवास्तव और डॉक्टर निखिल मोरीरमानी की कार्यस्थली पर जाकर उनको सम्मानित किया गया।
विश्वविद्यालय में आयोजित उक्त सम्मान समारोह का संचालन सुश्री स्वाति अग्रवाल और धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. ए. विजय आनंद ने किया।इस अवसरपर विश्वविद्यालय की नर्सिंग स्टॉफ, चिकित्सा कक्ष के कर्मचारी और छात्रावास के विद्यार्थियों के साथ अनेक प्राध्यापक उपस्थित थे।
रायपुर, 5 जुलाई। दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर की कक्षा तीन की छात्रा आर्या सिंह ने रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप में शानदार सफलता अर्जित की है। 17 से 20 जून तक रायपुर में आयोजित दूसरी नेशनल रैंकिंग रोलर स्केटिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता में आर्य ने लैब रोड रेस और लैब रिंग रेस में दूर रजत पदक और 500 प्लस डी रेस में कांस्य पदक जीतकर एक साथ तीन पदक अपने नाम किए। देशभर के 18 सौ से अधिक प्रतिभागियों के बीच ऐसा पहली बार हुआ है जब 7 से 9 वर्षों की वर्ग में आर्य ने 3 पदक अपने नाम एक साथ सुरक्षित किए हो।
आर्य की इस अभूतपूर्व सफलता पर विद्यालय के प्रो वाइस चेयरमैन श्री बलदेव सिंह, महासचिव श्री विजय शाह, प्रबंधन के सदस्य श्री पुखराज जैन तथा विद्यालय के प्राचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी ने उन्हें शुभकामनाएं दी है प्राचार्य श्री मुखर्जी ने आर्या के माता-पिता से पंकज सिंह और उनकी माता रितु सिंह को भी शुभकामनाएं देकर आर्या की शानदार सफलता पर खुशी जाहिर की है।
रायपुर, 5 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि चेम्बर अध्यक्ष श्री अमर पारवानी जी के नेत्रित्व में चेम्बर टीम ने माननीय लोकसभा सांसद श्री सुनील सोनी जी से फुटवेयर उत्पादों में बढ़ी हुई 12 प्रतिशत की दर पूर्ववत 5 प्रतिशत करने एवं अनब्रांडेड प्रीपैक्ड खाद्यान्नों पर लगे 5त्न जीएसटी से छूट हेतु ज्ञापन सौंपा।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि फुटवेयर से सम्बंधित उत्पाद एक आवश्यक वस्तु के अंतर्गत आता है जिसका उपयोग मुख्यत: निम्न एवं मध्यम वर्ग के द्वारा किया जाता है। जुते चप्पल के व्यवसायी निम्न एवं मध्यम वर्ग के लोगों के आवश्यकता के अनुरूप ही व्यवसाय करते हैं जिससे आम लोगों की आवश्यक ज़रूरतें पूरी हो सके।
वर्तमान में कोरोना महामारी ने छोटे बड़े जुते चप्पल के व्यवसायियों की कमर तोड़ दी, इनसे सम्बंधित जो गरीब तबके के कामगार थे वे सभी बेरोजगार हो गए । महामारी के अंत के साथ जुते चप्पल के व्यवसायी फिर से अपना व्यवसाय मुख्य मार्ग में लेन की कोशिश में हैं, बेरोजगार कामगारों को अब रोजगार मिलने लगा है जो प्रदेश की अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए आवश्यक है।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि मंहगाई के दौर में अधिकतम 1000/ मूल्य तक के जूते चप्पल का उपयोग कारखानों के मजदूर सेफ्टी शूज के रूप में, विद्यार्थियों द्वारा स्कूल शूज के रूप में, मजदूर एवं किसान द्वारा खेतो में कार्य हेतु क्कङ्कष्ट शूज तथा दैनिक उपयोग में आने वाली सस्ती रबड़ की चप्पल के रूप में समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा किया जाता है जिस पर जीएसटी दर 5त्न से बढाकर 12त्न कर दिया गया है ।
फुटवियर उत्पाद के व्यवसायियों के साथ हस्त निर्मित कारीगर, कुटीर एवम लघु उद्योग संचालक, हाट बाजार एवम फेरी द्वारा का कार्य करने वाले छोटे छोटे व्यवसायियों और प्रदेश की निम्न और मध्यम वर्ग की जनता पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है ।
अनब्रांडेड प्रीपैक्ड खाद्यान्नों पर 5त्न की दर से जीएसटी काउन्सिल द्वारा लगाये गए कर के सम्बन्ध में पारवानी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में छोट-बड़े सभी को मिलाकर 3 से 4 लाख तक खाद्य पदार्थ व्यवसायी हैं।
जिनमे से 70 से 80 प्रतिशत व्यवसायियों का टर्नओवर 40 लाख तक है तथा जो बही खातों से अनभिज्ञ हैं एवं जीएसटी में पंजीकृत नहीं हैं।
पूरे छत्तीसगढ़ में सामान्यत: मध्यमवर्गीय परिवार के व्यापारी ही व्यापार करते हैं यदि अनब्रांडेड प्रीपैक्ड खाद्यान्नों पर 5त्न टैक्स लगाया जाता है तो अपने व्यवसाय में व्यस्त रहने वाले छोटे-मंझोले व्यवसायियों हेतु यह प्रक्रिया जटिल है जिसके परिणाम स्वरुप ये व्यवसायी केवल बही खातों में ही उलझ जायेंगे, बड़ी संख्या में रोजगार देने वाले ये व्यापारी स्वयं ही बेरोजगार हो जायेंगे तथा छत्तीसगढ़ का व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित होगा ।
श्री सोनी ने इस विषय पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए उचित कदम उठाने की बात कही। बैठक में चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कार्यकारी अध्यक्ष राम मंधान, मंत्री जवाहर थौरानी, पवन मंधान एवं छत्तीसगढ़ शु चेम्बर सलाहकार जिनेश जैन, तनेश आहूजा, छत्तीसगढ़ शु चेम्बर महासचिव शिव गंगवानी सहित रायपुर फुट वियर अध्यक्ष नितेश अग्रवाल उपस्थित रहे ।
रायपुर, 4 जुलाई। दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर न सिर्फ राजधानी रायपुर का बल्कि छत्तीसगढ़ प्रदेश का सबसे प्रतिष्ठित संस्थान बन चुका है। अपनी उच्च गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और संसाधनों के कारण दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर हमेशा ही राजधानी के अभिभावकों के लिए पहली पसंद बना रहा। इसी बात को ध्यान में रखकर शिक्षांतर नॉलेज फाउंडेशन ने नवा रायपुर अटल नगर में एक नई दिल्ली पब्लिक स्कूल की शुरुआत की है।
वैदिक मंत्रोच्चार पारंपरिक पूजा और हवन के साथ आज 30 जून को दिल्ली पब्लिक स्कूल नया रायपुर प्रारंभ हो गया है।दिल्ली पब्लिक स्कूल की लोकप्रियता और अभिभावकों की अपेक्षाओं को ध्यान में रखकर डीपीएस नवा रायपुर की शुरुवात की गई है। आज दिनांक 30 जून से इसकी औपचारिक शुरुआत के साथ ही विद्यालय में एडमिशन प्रारंभ हो चुके हैं। नर्सरी से कक्षा पांचवी तक की कक्षाएं अभी इस विद्यालय में संचालित की जानी है।
उद्घाटन के अवसर पर शिक्षांतर नॉलेज फाउंडेशन के अध्यक्ष और विद्यालय के प्रो वाइस चेयरमैन श्री बलदेव सिंह भाटिया ने अपने उदबोधन में शिक्षा के क्षेत्र में इस नए अध्याय की शुरुआत को विशिष्ट बताया और विश्वास व्यक्त किया कि दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर की तरह ही डीपीएस नवा रायपुर एक प्रतिष्ठित विद्यालय के रूप में उभरेगा।
उन्होंने राजधानी रायपुर के अभिभावकों का आह्वान किया है कि वह दिल्ली पब्लिक स्कूल नया रायपुर की सुविधाओं का को देखें और पूरे विश्वास के साथ इस विद्यालय में अपने बच्चों को भेजें ताकि उन्हें डीपीएस की जो कमी खल रही थी वह अब डीपीएस नवा रायपुर के साथ पूरी हो जाएगी।
विद्यालय की हेडमिस्ट्रेस यशोदा मुखर्जी ने भी विद्यालय के बहुआयामी भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करने के साथ-साथ बच्चों को एक शानदार ज्ञानपरक और उद्देश्यपरक वातावरण देने की प्रतिबद्धता जताई। इस पुनीत अवसर पर मैनेजमेंट से जुडे श्री विजय शाह, श्री पुखराज जैन, डीपीएस रायपुर के प्रधानाचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी के साथ सभी नवनियुक्त शिक्षकगण और कर्मचारी गण उपस्थित थे।
रायपुर, 4 जुलाई। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है।
यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उत्कृष्ट 151-200 विश्वविद्यालयों में सम्मिलित है। यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप उच्च गुणवत्तापूर्ण और बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा के साथ-साथ शिक्षकों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है।
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय के आईईईई छात्र शाखा के सहयोग से इनक्यूबेशन सेन्टर के द्वारा इनोवेटिव प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा निर्मित इनोवेटिव प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी का शुभारंभ कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर और कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी की उपस्थिति में किया गया। उक्त प्रदर्शनी में विद्यार्थियों के द्वारा निर्मित विभिन्न इनोवेटिव मॉडल का प्रदर्शन किया गया।
कलिंगा विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. विजयलक्ष्मी बिरादर के मार्गदर्शन में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कम्पयूटर साईंस इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने अनेक आकर्षक और बहुपयोगी प्रोजेक्ट का निर्माण किया था।
जिसमें स्मार्ट कलिंगा यूनिवर्सिटी कैंपस मॉडल, स्मार्ट गैबरेज मानिटरिंग सिस्टम, ब्लूटूथ कंट्रोल्ड रोबोट और स्मार्ट इरिगेशन सेंटर के मॉडल आदि सम्मिलित थें।
विश्वविद्यालय के कुलपति- डॉ. आर. श्रीधर ने विद्यार्थियों के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह विद्यार्थियों ने सर्वोत्किष्ट प्रदर्शन है। उन्होंने इन मॉडलों को विकसित करके इसे बाजार में उपलब्ध कराने पर बल दिया, जिससे इन जनोपयोगी मॉडल का फायदा आम आदमी उठा सके।
उन्होंने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा निर्मित मॉडलों को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह विचार महत्वपूर्ण है। उन्हे चाहिए कि वह अपने अद्भुत विचारों का पेटेंट करा लें। विश्वविद्यालय के द्वारा विद्यार्थियों के द्वारा निर्मित ‘‘स्मार्ट कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर मॉडल’’ के विकास में छात्रों द्वारा खर्च की गई राशि पर पूर्ण रुप से अनुदान दिया है, जिसे प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा।
रायपुर, 4 जुलाई। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से 30.06.2022 को 17 अधिकारी-कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए। मुख्यालय प्रशासनिक भवन के सीएमडी सभाकक्ष में निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक एम.के. प्रसाद, महाप्रबंधक (कार्मिक/प्रशासन) ए.के. सक्सेना, विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों, श्रमसंघ प्रतिनिधियों की मौजूदगी में श्री बी.पी. साहू मुख्य प्रबंधक (सिविल), एम. शिवा कुमार मुख्य प्रबंधक (सिविल), मो. शमीम अख्तर मुख्य प्रबंधक (एमएम)।
रघु मेनन वरिष्ठ प्रबंधक (सचिवीय) निदेशक कार्मिक सचिवालय, प्रभात कुमार कुमार प्रबंधक (सचिवीय/ राजभाषा/ प्रशासन), दिनेश कुमार साहू सब आर्डिनेट इंजिनियर (सिविल), राकेश पुराणिक सब आर्डिनेट इंजीनियर (सिविल), जी.एस. खान कार्यालय अधीक्षक (एनईई/प्रश् ाासन विभाग), प्रदीप कुमार सेन वरिष्ठ हिन्दी अनुवादक मासंवि।
अभिजीत बिस्वास लेखापाल आंतरिक अंकेक्षण विभाग, सुखसागर सोनी एसएसए नगर प्रशासन विभाग, प्रमिल कुमार साहा कॉस्ट एकाउंट (वित्त विभाग), चंम्पा भट्टाचार्यजी कार्यालय अधीक्षक (अधिकारी स्थापना विभाग), अशोक कुमार तिवारी मैकेनिकल फिटर परिवहन विभाग, उर्मिला वर्मा लिपिक ग्रेड-।।। (कोटि नियंत्रण विभाग) को शाल, श्रीफल, पुष्पहार से सम्मानित कर समस्त भुगतान का चेक प्रदान कर विदाई दी गयी।
राजेन्द्रनाथ तिवारी कार्यालय अधीक्षक (सीईआरएल/ सीडब्ल्यूआरएल), रायपुर एवं श्रीमती पद्मा नायर चीफ लेब टेक्नीशियन, इंदिरा विहार स्वास्थ्य केन्द्र भी सेवानिवृत्त हुए।
निदेशक तकनीकी संचालन सह कार्मिक श्री एम.के. प्रसाद ने अपने उद्बोधन में कहा कि काम है तो नाम है तभी आपकी पहचान है। सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी अपने ज्ञान व अनुभव से सदैव कम्पनी को लाभान्वित किया तथा अपने कार्यस्थल में स्वस्थ्य एवं निष्पक्ष कार्यदशाएँ कायम कर आपसी सामंजस्य एवं सहयोग से कार्य सम्पादित किया। अंत में उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों के सपरिवार उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की।
इस अवसर पर सेवानिवृत्त अधिकारियों-कर्मचारियों ने कम्पनी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यहॉं के कर्मचारियों में कार्य के प्रति बहुत ही निष्ठा है।
यहाँ के अधिकारी-कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर साथ में कार्य करते हैं एवं किसी कार्य को बोझ समझकर नहीं करते हैं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सेवानिवृत्त कर्मियों का जीवन परिचय पढ़ते हुए सफलतापूर्वक उद्घोषणा का दायित्व श्रीमती सविता निर्मलकर उप प्रबंधक (राजभाषा) ने निभाया।
रायपुर, 4 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के महिला चेम्बर ने जानकारी दी कि महिला चेम्बर द्वारा एक्सपो-2022 का आयोजन किया जा रहा है। इस एक्सपो में सबको सामान्य लागत पर स्टॉल दिये जायेंगे। यह एक लाइफस्टाइल एक्सपो है जिसमें हर तरह के स्टॉल मौजूद रहेंगे। मानसून सीजन एवं त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुए भी स्टॉल रहेंगे जिसमें आम नागरिक सपरिवार आकर खरीदी का आनंद उठा सकते हैं।
यह एक्सपो 21 एवं 22 जुलाई को श्री रामस्वरूप निरंजनलाल धर्मशाला, व्ही.आई.पी.रोड, रायपुर में आयोजित किया जा रहा है। एक्सपो प्रात: 11 बजे से रात्रि 8 बजे तक खुला रहेगा।
यहां पर पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था और अच्छा माहौल होगा। हर तरह के उत्पाद उचित दर पर उपलब्ध रहेंगे। यदि कोई उद्यमी लघु उद्योग या कोई प्रोफेशनल एक्सपो-2022 में स्टॉल लगाना चाहते हैं वे हमसे मो. नंबर- 94252-02086 एवं 93024-07300 पर संपर्क कर सकते हैं हम उनके लिये भी व्यवस्था कर सकते हैं।
इस एक्सपो में चेम्बर की ओर से दुर्ग, भिलाई व दूसरे जिलों से भी एन्टरप्रेन्योर आयेंगे और स्टॉल लगायेंगे। यहां पर पर विशेष उत्पाद देखने को मिलेगा जो कि आम बाजारों में नहीं मिलेंगे।
रायपुर, 4 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि जीएसटी कॉन्सिल की बैठक में अनब्रांडेड प्रीपैक्ड खाद्यान्नों जैसे आटा,पोहा इत्यादि पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी का प्रावधान किया गया है। जिसके लिए कैट के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल जी के द्वारा जीएसटी से छूट के सम्बन्ध में पत्र भेजा गया।
चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि इस नई व्यवस्था के लागू होने से केवल पुरानी व्यवस्थाओं में बदलाव ही नहीं हुआ बल्कि मध्यम वर्गीय व्यापारी के सामने सिर्फ एकाउंटिंग में उलझ जाने की समस्या हो जाएगी, पूरे छत्तीसगढ़ में सामान्यत: मध्यमवर्गीय परिवार के व्यापारी ही व्यापार करते है। वर्तमान में प्रदेश में छोटे–बड़े सभी को मिलाकर 3 से 4 लाख तक खाद्य पदार्थ व्यवसायी हैं जिनमे से 70 से 80 प्रतिशत व्यवसायियों का टर्नओवर 40 लाख तक है तथा जो बही खातों से अनभिज्ञ हैं एवं जीएसटी में पंजीकृत नहीं हैं। विगत कुछ वर्ष में महामारी के समय इनका पूरा व्यवसाय बंद पड़ा रहा, महामारी समाप्त होते ही ये व्यवसायी अपने जीवन और व्यवसाय को सही दिशा में लाने हेतु प्रयासरत हैं ।
श्री पारवानी ने आगे बताया कि यदि अनब्रांडेड प्रीपैक्ड खाद्यान्नों पर 5 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है तो अपने व्यवसाय में व्यस्त रहने वाले छोटे-मंझोले व्यवसायियों हेतु यह प्रक्रिया जटिल है जिसके परिणाम स्वरुप ये व्यवसायी केवल बही खातों में ही उलझ जायेंगे, बड़ी संख्या में रोजगार देने वाले ये व्यापारी स्वयं ही बेरोजगार हो जायेंगे तथा छत्तीसगढ़ का व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित होगा।
रायपुर, 4 जुलाई। चरामेति फाउंडेशन द्वारा रविवार की सुबह जहां हेल्थ वेलनेस सेन्टर, खो खो पारा में नवजात बच्चों को बेबी कीट वितरित की गई वहीं शाम को श्याम नगर स्थित 'आश्रय' लायन्स वृद्धाश्रम में रह रहे सत्तर- अस्सी वर्ष तक की बुजुर्ग महिलाओं एवं पुरूषों को नये नाइट गाउन एवं टी शर्ट बांटे गए।
इस अवसर पर बेबी चाइल्ड की माता चंचल एवं प्रिती ने जहां हर्ष व्यक्त किया वहीं जया बाई, गजरा साहू, रमणीक भाई टांक, रामकृष्ण शर्मा जैसे बुजुर्गों ने आशीर्वाद प्रदान किया।
चरामेति फाउंडेशन के राजेन्द्र ओझा ने बताया कि आज का यह वस्त्र वितरण कार्यक्रम श्री अशोक कांकरिया, श्री मूलचंद भाई डेढिया- मुम्बई, श्री रवि भाई गंगर - मुम्बई , श्री सिराज भाई- मुम्बई, डॉ. मृणालिका ओझा, डॉ कुलदीप सिंह छाबड़ा, डॉ. गार्गी यदु, डॉ परमेश्वरी लाल, रोटेरियन श्री प्रदीप शितूत, डॉ. अरविंद नेरल, इन्जी. डी. के. पात्रिकर, श्रीमती पूनम अडवाणी, श्रीमती अनुकृति।
श्रीमती रोशनी, मास्टर किअंश, श्री ह्रषीक, श्रीमती सुभाषिनी जतिन्दर भनोट, श्री वरूणेश्वर पाण्डेय, श्रीमती कामिनी पाण्डेय, श्रीमती आशा पाण्डेय, श्रीमती नेहा पाण्डेय आदि की उपस्थिति एवं सहयोग से संपन्न हुआ।
रायपुर, 4 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट का राष्ट्रीय अधिवेशननागपुर में आयोजित हुआ था। जिसमें श्री अमर पारवानी जी को वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। और मंडी बोर्ड में श्री विजय शर्मा जी को मंडी बोर्ड में व्यापारी प्रतिनिधी सदस्य बनने पर कैट सी.जी. चैप्टर ने कैट के प्रदेश कार्यालय में श्री पारवानी जी एवं श्री विजय शर्मा जी को सम्मानित कर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएॅ दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
सर्वप्रथम कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश महामंत्री श्री सुरिन्दर सिह ने उपस्थित सभी कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारियों एवं व्यापारियों का स्वागत किया। तत्पश्चात् श्री अमर पारवानी जी एवं श्री विजय शर्मा जी का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।
कैट के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने कहा कि कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) का राष्ट्रीय अधिवेशन दिनांक 25 जून 2022 को नागपुर में आयोजित हुआ था । जहां कैट सी.जी. चैप्टर ने कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी. सी. भरतिया एवं राष्ट्रीय महासचिव श्री प्रवीण खंडेलवाल को सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन की तिथि आगे बढ़ाने हेतु ज्ञापन सौंपा तथा अपंजीकृत खाद्य उत्पादों के पैकेजिंग में लगने वाले जीएसटी पर रोक लगाने के सम्बन्ध में परिचर्चा की।
उन्होनें आगे कहा कि 1 जुलाई 2022 से लागू होने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक पर बिना वैकल्पिक वस्तु के पूर्ण प्रतिबंध व्यापार और उद्योग के लिए अत्यंत ही हानिकारक साबित हो सकता है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है परंतु बिना वैकल्पिक साधन के इस तरीके से प्रतिबंध लगाना पूर्णत: अव्यवहारिक है। उचित विकल्पों के अभाव में प्रदेश में व्यापार और व्यापारी दोनो ही प्रभावित होंगे जिसका दुष्प्रभाव यहां की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि कैट का राष्ट्रीय अधिवेशन दिनांक 25 जून 2022 को नागपुर में आयोजित हुआ था। जिसमें श्री अमर पारवानी जी को वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए। श्री पारवानी जी का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा। उल्लेखनीय हैं कि श्री अमर पारवानी जी द्वारा व्यापारी हित में किए जा रहे कार्यों की बदौलत लगातार उन्हें तीसरी बार कैट के राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
इससे पहले वे लगातार दो बार कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित हो चुके है। वर्ष 2018 में उन्हें पहली बार कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसके बाद लगातार छत्तीसगढ़ के व्यापारियों की मांग को वे दिल्ली में केंद्र सरकार तक पहुँचाते रहे। इस बार श्री पारवानी जी को वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली है।
इससे छत्तीसगढ़ के व्यापारियों की ताकत और बढ़ चुकी है। कैट सी.जी. चैप्टर ने श्री पारवानी जी एवं श्री विजय शर्मा जी को सम्मानित कर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएॅ दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
अंत में कैट सी.जी. चैप्टर कार्यकारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन नेे उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं व्यापारियों को धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।
हैदराबाद, 4 जुलाई। भारत सरकार के केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने हैदराबाद में एनएमडीसी के प्रधान कार्यालय का दौरा किया। माननीय इस्पात मंत्री ने भारत की प्रमुख खनन कंपनी के उत्पादन निष्पादन और भविष्य के रोडमैप की समीक्षा करने के लिए कंपनी के सीएमडी सुमित देब, कार्यकारी निदेशकों और वरिष्ठ प्रबंधन के साथ बैठक की।
एनएमडीसी टीम को प्रोत्साहित करते हुए, श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने कहा, नवीनतम प्रौद्योगिकी और सर्वोत्तम उद्योग प्रथाओं का पालन करके खनिजों की खोज को बढ़ाया जाए । माननीय इस्पात मंत्री ने एनएमडीसी को आस-पास के समुदायों के सहयोग के लिए खानों के पास परिधीय विकास जारी रखने की सलाह दी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा, कौशल विकास, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे क्षेत्रों में सीएसआर गतिविधियों को कई गुना बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने एनएमडीसी को यह भी निर्देश दिया कि शिक्षण, नर्सिंग, कुकिंग, कंप्यूटर और हाउसकीपिंग कौशल जैसी जीविका अर्जन गतिविधियों में प्रशिक्षण प्रदान करके बालिकाओं के कल्याण के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। सुमित देब ने एनएमडीसी की क्षमता वृद्धि और डिजिटल परिवर्तन परियोजनाओं से माननीय इस्पात मंत्री को अवगत कराया।
उन्होंने कहा, एनएमडीसी 100 मीट्रिक टन खनिक बनने की दिशा में अपनी यात्रा में भारत के लिए मजबूत अर्थव्यवस्था के निर्माण में लिए महत्वाकांक्षी विस्तार और निवेश रणनीति की आवश्यकता होगी। एनएमडीसी की सामाजिक प्रतिबद्धता पर, उन्होंने यह कहा कि, महिलाओं को सशक्त बनाने से लेकर युवाओं के कौशल को बढाने, रोजगार के अवसर पैदा करने से लेकर सार्वजनिक स्वास्थ्य की समयाओं का समाधान करने तक, एनएमडीसी देश के दूरदराज के क्षेत्रों में प्रगति को सुनिश्चित करने में एक स्थिर स्तंभ रहा है।
आज, इस्पात मंत्रालय और एनएमडीसी ने आजादी का अमृत महोत्सव प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह की भी शुरूआत की। एनएमडीसी ने भारत की आजादी की यात्रा के सम्मान में और लोक सेवकों के रूप में राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारे कर्तव्यों को प्रतिबिंबित करने के लिए अपने कर्मचारियों के लिए एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की।
आने वाले सप्ताह में, एनएमडीसी मोबाइल वैन प्रदर्शनियों, पेंटिंग प्रतियोगिता, मैराथन, वृक्षारोपण अभियान, भारत में इस्पात की खपत को बढ़ावा देने के लिए सेमिनार और उद्योग के हितधारकों के साथ संवाद का आयोजन करेगा।
रायपुर, 3 जुलाई। एसईसीएल में भी स्वच्छता ही सेवा के उद्धेश्य को अपनाते हुए 16 जून से 30 जून 2022 तक ’’विशेष स्वच्छता पखवाड़ा’’ का आयोजन किया गया। 16 जून 2022 को एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन आगन्तुक कक्ष में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री बी.पी. शर्मा, निदेशक तकनीकी सह कार्मिक श्री एम.के. प्रसाद।
विभिन्न विभागाध्यक्षों, अधिकारियों-कर्मचारियों, श्रमसंघ प्रतिनिधियों की उपस्थिति में समस्त उपस्थितों को ’’स्वच्छता शपथ’’ दिलाई साथ ही कर्मियों को अपने कार्यस्थल पर स्वच्छता रखने का आव्हान किया। स्वच्छता शपथ का यह कार्यक्रम मुख्यालय बिलासपुर सहित एसईसीएल के समस्त क्षेत्रों एवं कार्यालयों में भी मनाया गया।
एसईसीएल में मनाए जा रहे विशेष स्वच्छता पखवाड़ा (16 - 30 जून ) के अन्तर्गत 23 जून को मुख्यालय में साफ़ सफ़ाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर ठेका कामगारों को जूट बैग भी वितरित किये गए।
स्वच्छता पखवाड़ा 2022 अंतर्गत 18 जून को एसईसीएल कुसमुण्डा क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से स्वच्छता हेतु जागरूक किया गया।
स्वच्छता पखवाड़ा 2022 अंतर्गत एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र छाल डिस्पेंसरी में दिव्यांगों के शौचालयों की उपलब्धता की दिनांक 17.06.22 को समीक्षा की गयी।
डीएवी स्कूल छाल , रायगढ़ क्षेत्र में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन सम्पन्न हुआ।
एसईसीएल में मनाये जा रहे विशेष स्वच्छता पखवाड़ा अंतर्गत रायगढ़ क्षेत्र में क्षेत्रीय अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा नगर वासियों के लिए जूट बैग एवं डस्टबिन का वितरण किया गया ।
स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय विद्यालय व डीएवी स्कूल बैकुंठपुर क्षेत्र में बच्चों के लिए निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई ।
केंद्रीय विद्यालय धनपुरी, सोहागपुर क्षेत्र में स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ । सोहागपुर क्षेत्र के आवासीय कॉलोनी में डस्टबिन का वितरण किया गया।
भटगांव क्षेत्र में विशेष स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत डीएवी स्कूल, भटगांव क्षेत्र में निबंध, चित्रकला एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्षेत्र में 5000 से ज़्यादा पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर महाप्रबंधक भटगाँव क्षेत्र, क्षेत्रीय जेसीसी के सम्मानित सदस्यगण, विभागाध्यक्ष तथा क्षेत्र के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
हसदेव क्षेत्र में विशेष स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत केन्द्रीय विद्यालय झगराखंड में स्कूली छात्र - छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।
30 जून को दीपका, बैकुंठपुर, जमुना कोतमा , रायगढ़, गेवरा, भटगाँव एवं जोहिला क्षेत्र सहित समस्त क्षेत्रों में स्वच्छता पखवाड़ा का समापन समारोह सम्पन्न हुआ जिसमें विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता स्कूली छात्रों को पुरस्कृत किये गए।
स्पर्धाओं के विजेता और श्रेष्ठ केडेटों का सम्मान
रायपुर, 3 जुलाई। अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में आज बीसवां स्थापना दिवस मनाया गया . इस मौके पर महाविद्यालय के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय की विकास यात्रा पर केंद्रित डॉकुमेन्ट्री सफरनामा :का प्रदर्शन किया गया. इसमें पत्रकारिता विभाग के प्राध्यापक प्रो. राहुल तिवारी, प्रो कनिष्क दुबे और प्रो सुरभि अग्रवाल द्वारा किये गए सामग्री संकलन तथा संपादन कार्य की सभी अतिथियों ने भरपूर सराहना की.
साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को बी और सी सर्टिफिकेट के साथ ही एक्टिव कैडेट सम्मान भी दिया गया. वहीँ, विभिन्न विधाओं पर केंद्रित ग्रीष्मकालीन कक्षाओं में सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी को पुरस्कार तथा अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिये गए. इसके अलावा ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किये गए. इस अवसर पर पत्रकारिता के छात्र अर्चित अग्रवाल ने बांसुरी वादन प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने बेहद पसंद किया
पुरस्कार प्राप्त करने वालों में शामिल थे - पोस्टर स्पर्धा- (1) - हिंमांशु बघेल, (2) // बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट स्पर्धा- (1) - दशरथ दास वैष्णव, (2) चंद्रहासिनी गौतम // रंगोली स्पर्धा- (1) - शीतल भोई, (2) दशरथ दास वैष्णव // मेहंदी स्पर्धा- (1) - प्रिया देवांगन, (2) परिणीति पदमावत // टैली क्लास - (1) -गायत्री सोनकर // कम्प्यूटर क्लास - (1) - उन्नति सिंह // योग क्लास- (1) - श्रद्धा भोई // स्पोकन इंग्लिश क्लास- (1) - बलदेव दास वैष्णव।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी ने कहा कि एक छोटी सी शुरुआत करते हुए अग्रसेन महाविद्यालय ने बीस वर्षों में लगातार प्रगति की है. यहाँ के विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में अपना तथा महाविद्यालय और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जैतू साव मठ के सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय ने संस्कार और शिक्षा को साथ लेकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही मंदिर ट्रस्ट द्वारा कैंटीन के ऊपर नया हॉल बनवाया जायेगा, जिसमें कोचिंग सहित विभिन्न अकादमिक गतिविधियां संचालित की जाएँगी. उन्होंने महाविद्यालय के किसी भी विद्यार्थी के परिजनों की गंभीर बीमारी के उपचार के लिए भी मंदिर ट्रस्ट द्वारा यथा संभव आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की घोषणा भी की. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केंद्रीय समिति के अध्यक्ष एवं अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी, समिति के उपाध्यक्ष चंद्र कुमार अग्रवाल, समाजसेवी डॉ रविंद्र अग्रवाल, , उषाबाई अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, श्याम अग्रवाल तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डा वी.के. अग्रवाल उपस्थित रहे.
इस मौके पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डा वी.के. अग्रवाल ने कहा कि यहाँ आने वाले दिनों में कुछ रोजगार-उन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रयास किये जाएंगे. उन्होंने महाविद्यालय में आगामी दिनों में उपलब्ध होने वाली नवीनतम सुविधाओं की भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने विगत दो दशकों से वंचित समुदाय के युवाओं को न्यूनतम शुल्क पर शिक्षा-दान देने का जो संकल्प लिया है, वह आज भी जारी है.
प्राचार्य डा. युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने वर्ष 2002 में केवल कुछ छात्रों और शिक्षकों से शुरुआत करते हुए आज एक बड़े शिक्षण संस्थान के रूप में पहचान बनाई है. उन्होंने कहा कि अग्रसेन महाविद्यालय ने अपनी स्थापना से लेकर आज अक निरंतर प्रगति की है और यहाँ के विद्यार्थी पढाई के साथ-साथ अन्य रचनात्मक गतिविधियों में भी सक्रिय रहते हैं. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय की प्रगति का मूल-मन्त्र यही है कि हर वर्ष कोई न कोई नवाचार अवश्य किया जाये. उन्होंने महाविद्यालय की अन्य उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विभिन्न संकायों के समस्त प्राध्यापक भी शामिल हुए.
बालकोनगर, 3 जुलाई। भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा बालकोनगर उत्कल भारती समिति ने धूमधाम से आयोजित की। बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति सहित अनेक बालको अधिकारियों, कर्मचारियों, उनके परिवारजनों और नगरवासियों ने धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लेकर भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा एवं बलभद्र को रथ पर आसीन किया।
श्री पति की अगुवाई में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रथ खींचकर पुण्य अर्जित किया। रथ यात्रा के आगे चल रहे कर्मा नर्तकों के दल ने तालबद्ध नृत्य से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
रथयात्रा बालकोनगर के विभिन्न मार्गों से होती हुई रामलीला मैदान में बनाए गए गुंडिचा मंदिर तक पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की स्थापना कर उनकी आराधना की। 01 जुलाई से 09 जुलाई तक श्री गुंडिचा मंदिर रामलीला मैदान में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होंगे। बालकोनगर में 41 वर्षों से रथ यात्रा उत्सव आयोजित किए जाने की परंपरा है।
रायपुर, 3 जुलाई। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर में आज मैक सॉलिटेयर ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम के जून सत्र का समापन समारोह का आयोजन किया गया।
मैक सॉलिटेयर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन गृहणियों एवं युवतियों में रोजगारोन्मुखी विकास से परिचित कराने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए किया जाता है।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती शताब्दी सुबोध पाण्डेय जी (राष्ट्रीय महिला प्रमुख सहकार भारती)मौजूद रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ मैक बैंड एवं मैक सॉलिटेयर के स्टूडेंट्स के द्वारा सुमधुर गीतों की प्रस्तुति से हुई। इसके पश्चात मैक सॉलिटेयर की स्टूडेंट द्वारा गुरु वंदना कथक नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
समापन कार्यक्रम के क्रम में मैक सॉलिटेयर के ही स्टूडेंट्स ने ग्रुप डांस की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। कार्यक्रम में कॉलेज के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मैक सॉलिटेयर में शामिल सभी प्रतिभागियों ने यहाँ से सीखकर स्वयं का व्यवसाय शुरू किया यह क़ाबिले तारीफ़ है।
रचनात्मक बनने की प्रक्रिया में मैक सॉलिटेयर अहम भूमिका निभाता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित श्रीमती शताब्दी सुबोध पाण्डेय जी ने कहा कि हमारे जीवन का हर एक क्षण समाज के लिए समर्पित होना चाहिए।
हम समाज को क्या दे सकते हैं यह समझना बहुत आवश्यक है। सॉलिटेयर में जो कुछ भी सीख रहे हैं उसका उचित उपयोग यहाँ के विद्यार्थी किस ओर कर रहे हैं यह मायने रखता है।
कार्यक्रम के अगले क्रम में मैक सॉलिटेयर के सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मैक सॉलिटेयर के ट्रेनर्स भी मौजूद रहे।
जिसमें आर्ट एंड क्राफ़्ट के लिए मिस निबेदिता पंडा, सेल्फ़ डिफेंस के लिए मिस लीना यादव, श्री रूपेंद्र, मिस मधुरानी, डाइट एंड न्यूट्रीशन के लिए डॉ. विवेक भारती, कुकिंग के लिए श्री लोकेश गुप्ता, जुम्बा एंड डांस के लिए श्री अजय जगत, यूजेज़ ऑफ सोशल मीडिया के लिए श्री वैभव सूर्यवंशी एवं योग प्रशिक्षण के लिए मिस शुभि सारडा एवं मिस कीर्ति साहू आदि ट्रेनर्स को कार्यक्रम के अंत में स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
ग्रीष्मकालीन अवकाश में गृहणियों एवं युवतियों के व्यक्तित्व को निखारने में मैक सॉलिटेयर प्रशिक्षण कार्यक्रम अहम भूमिका निभाता है। मैक सॉलिटेयर प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में महिलाओं एवं युवतियों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रम की समाप्ति के पहले प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की गई जिसके परिणाम इस प्रकार हैं-
कुकिंग कॉम्पिटिशन - प्रथम -रेखा सचदेव
द्वितीय- नीतू चांडक
हेयरस्टाइल कॉम्पिटिशन- प्रथम- पूजा शुक्ला
द्वितीय- नैना कारानी
डांस कॉम्पिटिशन(सोलो) प्रथम- पूजा शुक्ला
द्वितीय- कौशल सोनी एवं नेहा शर्मा
ग्रुप डांस- प्रथम- वनश्री एंड ग्रुप
द्वितीय- लक्ष्मी एंड ग्रुप एवं इंडियन फोक ग्रुप
मैक बैस्ट (मॉर्निंग बैच)-कुमकुम कुकरेजा एवं हेमलता शर्मा
मैक बैस्ट (इवनिंग बैच)- सुमन ओझा एवं रौशनी श्रीवास्तव
मैक प्रशिक्षण कार्यक्रम इंचार्ज मिस अनुराधा दीवान, एवं कोऑर्डिनेटरमिस स्नेहल रहंटगांवकर, मिस अंजली शर्मा के द्वारा निर्देशित किया गया।
संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के चेयरमेन श्री राजेश अग्रवाल एवं प्राचार्य डॉ. ज्योति जनस्वामी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
कांकेर, 3 जुलाई। शिक्षा के क्षेत्र की अग्रणी संस्था जेपी इंटरनेशनल स्कूल के वाणिज्य विभाग के विद्यार्थियों द्वारा निवेशक बाजार गतिविधि का आयोजन किया गया। शिक्षिका चेतना मण्डारे एवं मोनिकाक्रिस्टी के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने स्वयं के उत्पादों के बारे में अपने विचार प्रस्तुत किये।
इन उत्पादों के अंतर्गत स्मार्टफोनप्लस, स्मार्टवॉचफिटबिट एवं हेयर ऑयल पुष्टि सम्मिलित किए गए। इस गतिविधि के दौरान जूरी सदस्यों के रूप में संस्था उप प्राचार्य श्री विजयनबी तथा अन्य शिक्षक शिक्षिकाएं भी उपस्थित रहे एवं गतिविधि का निरीक्षण किया।
कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को तीन समूहों में बांटा गया एवं हर समूह ने बारी- बारी अपने उत्पादों के विषय में विस्तृत रूप से प्रस्तुतिकरण दिया। इस गतिविधि के तहत विद्यार्थियों ने सीखा कि एक उद्यमी अपने व्यावसायिक विचारों पर कैसे काम करता है ।
इसलिए उन्होंने अपनी प्रस्तुति इस तरह से प्रस्तुत की ताकि यह निवेशकों को उस पर निवेश करने के लिए आकर्षित करें। उन्होंने अपने उत्पादों, कंपनी के कारोबार,प्रतिद्वंद्विता कंपनियों को किस प्रकार पराजित किया जाता है, आदि के विषय में चर्चा की।
विद्यार्थियों ने जूरी सदस्यों को उनके तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर कंपनी के भविष्य के विकास और विस्तार योजना की व्याख्या करके अपनी कंपनी में निवेश करने के लिए अनुग्रह किया। इस गतिविधि में सभी छात्रों ने न केवल उत्साह से इसमें भाग लिया अपितु व्यवसाय के व्यावहारिक दृष्टिकोण को भी जाना। संस्था के संचालक श्री प्रताप राय गिदवानी, निदेशक श्री शंकर गिदवानी, शैक्षिक सलाहकार श्री गोविंद मुदलियार एवं प्राचार्य श्री रितेश चौबे ने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत विचारों, नवाचारों एवं उनकी कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए भविष्य में इसी प्रकार निरंतर आगे बढ़ते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
रायपुर, 3 जुलाई। वित्तीय वर्ष 2021-22 के समयबद्ध तरीके से जीएसटी फाईलिंग हेतु एसईसीएल को वित्त मंत्रालय] भारत सरकार द्वारा प्रशंसा पत्र दिया गया है।
यह प्रशस्ति पत्र चुनिंदा संस्थाओं को समय से तथा नियमानुसार जीएसटी रिटर्न दाखिल करने के लिए जारी किया जाता है। विदित हो कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में एसईसीएल ने जीएसटी के रूप में छै: हजार करोड़ रूपये से अधिक का भुगतान किया है।
वहीं पिछले 5 वर्षों में सरकारी खजाने में एसईसीएल द्वारा तीस हजार करोड़ रूपये से ज्यादा रूपये जीएसटी के रूप में जमा कराए गए हैं। यदि राज्य वार बात करें तो छत्तीसगढ़ राज्य में अपने संचालन के क्षेत्रों से पिछले 4 वर्षों में 22 हजार करोड़ रूपये से अधिक की राशि जीएसटी मद में जमा की गयी है।
सीएमडी एसईसीएल डॉ. प्रेम सागर मिश्रा अतिरिक्त प्रभार निदेशक (वित्त) एसईसीएल, महाप्रबंधक वित्त सह लोक सेवा उद्यम बोर्ड द्वारा एसईसीएल के निदेशक वित्त हेतु अनुशसित श्री जी. श्रीनिवासन, उप महाप्रबंधक (वित्त) श्री अजय पाण्डे सहित वित्त विभाग की टीम ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए वित्त विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई दी।
देते हुए कहा कि यह सफलता हमारे क्षेत्रों व मुख्यालय में कार्यरत वित्त विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की तत्परता व मेहनत का परिणाम है।
रायपुर, 3 जुलाई। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने सोने पर आयात शुल्क 7.5 फीसदी से बढक़र 12.5 फीसदी कर दिया है, इस बढ़ोत्तरी का रायपुर सराफा एसोसिएशन ने विरोध जताते हुए कहा है कि मंदी की मार झेल रहे सेक्टरों और त्यौहारी सीजन को देखते हुए 5 प्रतिशत की जो बढ़ोत्तरी की गई है उसे जल्द ही वापस लें।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने पीली धातु पर आयात शुल्क की बढ़ोत्तरी पर विरोध जाते हुए कहा कि सोने के आयात शुल्क में अचानक से 5 प्रतिशत की गई बढ़ोत्तरी ने हमें आश्चर्यचकित कर दिया है और यह बढ़ोत्तरी पूरे सराफा जगत के साथ आम नागरिकों को प्रभावित करेगा।
पीली धातु पर आयात शुल्क की बढ़ोत्तरी तो कर दी गई है लेकिन अतिरिक्त सेस को हटाया दिया है जिससे आयात लगभग 3 प्रतिशत महंगा होना तय है। लेकिन इस संबंध में केंद्र सरकार का कहना है कि अवमूल्यन एवं विदेशी मुद्रा के नुकसान को रोकने तथा सोने की कीमतें बढऩे से इसकी खरीदी कम हो इसलिए बढ़ोतरी की है।
श्री मालू ने बताया कि 5 प्रतिशत की जो बढ़ोत्तरी की गई है उसके मुताबिक अब आम नागरिकों को 12.5 फीसदी आयात शुल्क, 2.5 फीसदी सेस व 3 फीसदी जीएसटी मिलकर 18 फीसदी का शुल्क उन्हें देना होगा। श्री मालू ने कहा कि सोने की खरीदरी कम होने से केंद्र सरकार को ही नुकसान होगा और इसका खामियाजा उन्हे ही उठाना होगा। आम नागरिक सोना कम खरीदेंगे यह सरकार की भूल है क्योंकि अगस्त माह से त्यौहारी सीजन शुरु हो जाएगा और सोने की मांग अधिक होगी और लोग सोना खरीदने से चुकेंगे नहीं।
श्री मालू ने कहा कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने सोने पर आयात शुल्क कम किया गया था लेकिन ऐसे समय में जब उद्योग सोने पर शुल्क कम करने पर जोर दे रहा था, पीली धातु के आयात पर शुल्क में पांच प्रतिशत की बढ़ोत्तरी आश्चर्यजनक है।
हम सरकार सरकार से सोने पर आयात शुल्क वृद्धि की समीक्षा करने का आग्रह करते हुए मंदी की मार झेल रहे सेक्टरों और आगामी त्यौहारी सीजन को देखते हुए 5 प्रतिशत की जो बढ़ोत्तरी की गई है उसे जल्द ही वापस लेने की मांग करते हैं। श्री मालू ने बताया कि इससे पूर्ववती सरकार ने भी सोने पर आयात शुल्क की बढ़ोत्तरी का कदम उठाया था जिसका कोई खास असर नहीं हुआ था।
श्री मालू ने कहा कि आम उपभोक्ता को अब इस महंगाई को झेलना पड़ेगा साथी क्या केवल आयात शुल्क बढ़ाने से लगातार हो रहे रुपए का अवमूल्यन को रोका जा सकता है और भी बहुत सारे उपाय हैं जिससे रुपए का अवमूल्यन को रोका जा सकता है। केंद्र सरकार को इस ओर विचार करना चाहिए।
शिक्षण कौशल विकसित करने विद्वानों द्वारा प्रशिक्षण
रायपुर, 3 जुलाई। नया रायपुर कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। नवाचार एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है।
यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उत्कृष्ट 151-200 विश्वविद्यालयों में सम्मिलित है। यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप उच्च गुणवत्तापूर्ण और बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा के साथ-साथ शिक्षकों और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है।
इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए कलिंगा विश्वविद्यालय में 14 जून से 27 जून तक द्विसाप्ताहिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न विषयों के विद्वान प्राध्यापक एवं अतिथि वक्ताओं के द्वारा शिक्षकों एवं शोधार्थियों को उनके शिक्षण कौशल को विकसित करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
पहले सप्ताह के आयोजन में पहले दिन के प्रथम सत्र में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर. श्रीधर ने एफडीपी के महत्व एवं उसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
जबकि दूसरे सत्र में सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के सह प्राध्यापक डॉ. ज्योति प्रसाद भांगरे ने कार्य और जीवन में संतुलन विषय पर प्रतिभागियों को संबोधित किया। दूसरे दिन के प्रथम सत्र में आईआईटी खडगपुर के पूर्व प्राध्यापक और छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति डॉ. बी.सी. मल्ल ने गुणवत्तामूलक शिक्षा प्रदान करने में शिक्षकों की भूमिका विषय पर प्रकाश डाला जबकि दूसरे सत्र में आर्ट आफ लिविंग के श्री वामशी ने ‘‘स्ट्रेस मैनेजमेंट’’ विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला और तनाव दूर करने के लिए विभिन्न उपाय पर लाभप्रद जानकारियों को साझा किया।
कार्यक्रम के तीसरे दिन कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने इमोशनल स्ट्रेटेजी और कलिंगा विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. सुनील कुमार ने इनोवेटिव स्टडी पर अपने विचारों को प्रशिक्षणार्थियों के समक्ष रखा।
जबकि चौथे दिन के प्रथम सत्र में गुरु घासीदास सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी के सह प्राध्यापक डॉ. पेनुमर्थी पार्वतीसेम मूर्ति ने ‘‘लेटेक्स’’ विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला।जबकि दूसरे सत्र में एस.एस.जे.सी.ई.टी (बंबई) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख और प्राध्यापक डॉ. यशवंत एस. पाटिल ने बेसिक ह्यूमन एस्पिरेशन्स एंड इट्स फुलफिलमेंट:ए होलेस्टिक डेवलपमेंट विषय पर प्रतिभागियों को संबोधित किया।