राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 22 फरवरी । संदेशखाली में महिलाओं के साथ हुए अपराध को लेकर राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर भाजपा ने गुरुवार को एक वीडियो डॉक्यूमेंट्री जारी कर ममता बनर्जी पर संदेशखाली का सच छुपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर संदेशखाली के हालात को लेकर 20 मिनट 41 सेकंड की एक डॉक्यूमेंट्री जारी करते हुए राज्य की ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा। भाजपा ने संदेशखाली के हालात को लेकर डॉक्यूमेंट्री जारी करते हुए कहा, "एक ऐसा सच, जो हमें चौंका देगा। एक ऐसा सच, जो हमें पीड़ा पहुंचाएगा। एक ऐसा सच, जो हमारी अंतरात्मा को झकझोर कर रख देगा। संदेशखाली का सच, जिसे छुपाने की कोशिश कर रही हैं ममता बनर्जी। "
इस डॉक्यूमेंट्री वीडियो में कई महिलाओं को अपनी आपबीती सुनाते हुए यह बताया है कि किस तरह से उनको निशाना बनाया गया, किस तरह से उनका यौन शोषण किया गया। पुलिस ने भी उनकी कोई मदद नहीं की।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को राज्य के लिए बहुत ही शर्मनाक बताते हुए भाजपा लगातार राज्य की मुख्यमंत्री पर अपनी पार्टी के नेता शाहजहां शेख को बचाने और सरंक्षण देने का आरोप लगा रही है। भाजपा ने इन अपराधों के मसले पर बंगाल से लेकर दिल्ली तक ममता सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।
(आईएएनएस)
गोपालगंज, 22 फरवरी । बिहार के गोपालगंज जिले में उत्पाद विभाग की एक टीम ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की सीमा के बलथरी चेक पोस्ट पर एक कंटेनर से डेढ़ करोड़ रुपए मूल्य का गांजा (मादक पदार्थ) जब्त किया। इस मामले में पंजाब के रहने वाले दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।
गोपालगंज जिले के उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार ने आईएएनएस को बताया कि होली और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी से सटे सभी सीमाओं पर विभाग द्वारा तलाशी अभियान चला रही है।
इसी क्रम में गुरुवार की सुबह उत्पाद विभाग की टीम कुचायकोट थाना क्षेत्र के बलथरी चेक पोस्ट के पास वाहनों की सघन जांच कर रही थी, इसमें ट्रकों की जांच के दौरान 2 क्विंटल 89 किलोग्राम गांजा लदा एक कंटेनर पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान गोविंद गढ़, लुधियाना निवासी मलविंदर सिंह और बाबा दीपसिंह नगर, शिमलापुरी, लुधियाना निवासी गुरुनाम सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस दोनों तस्करों से पुलिस पूछताछ कर उनके गिरोह का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पूछताछ के दौरान पता चला कि यह मादक पदार्थ गोरखपुर से मोतिहारी भेजा जा रहा था।
-(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 22 फरवरी । भाजपा ने सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार से कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती (संशोधन) विधेयक, 2024 में अन्य धर्मों के व्यक्तियों को मंदिर प्रबंधन का सदस्य बनने की अनुमति देने वाले प्रावधान को वापस लेने का आग्रह किया है।
नया बिल बुधवार को कर्नाटक विधानसभा में पेश किया गया और सहमति हासिल की गई। बीजेपी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर कहा कि नए बिल के मुताबिक, दूसरे धर्म के व्यक्ति भी किसी मंदिर के प्रबंधन का हिस्सा बन सकते हैं।
भाजपा ने कहा, यह मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का दूसरे धर्मों के लोगों की मदद से मंदिरों के खजाने को उसी तरह खाली करने का दुर्भावनापूर्ण इरादा है, जैसे उन्होंने राज्य के खजाने को खाली कर दिया है।
पार्टी ने कहा," सीएम सिद्धारमैया, आप हिंदू देवताओं को नहीं चाहते। लेकिन, मौज-मस्ती और तुष्टिकरण की गंदी राजनीति के लिए आपको हिंदू मंदिरों के पैसे की सख्त जरूरत है। वे दिन निकट हैं, जब हिंदू आपको उचित सबक सिखाएंगे।"
"उस आदेश को वापस लें जो अन्य धर्मों के व्यक्तियों को सदस्य बनने में सक्षम बनाता है। हिंदू धर्म ने गोरी और गजनी को भी नहीं बख्शा था। आप कुछ भी नहीं हैं।"
"कांग्रेस और सीएम सिद्धारमैया वही कर रहे हैं जो पहले गजनी, गोरी, औरंगजेब और टीपू ने किया था। तुष्टिकरण की राजनीति और पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए कर्नाटक को लूटने के बाद, कर्नाटक कांग्रेस पार्टी की बुरी नजर हिंदू मंदिरों पर है।"
बीजेपी ने कहा कि आदेश जारी किया गया है कि एक करोड़ से कम आय वाले मंदिरों की आय का पांच प्रतिशत और एक करोड़ रुपये से अधिक आय वाले मंदिरों की आय का 10 प्रतिशत हिस्सा सरकार को सौंपना होगा।
हालांकि, कांग्रेस सरकार ने कहा है कि इस पैसे का इस्तेमाल पुजारियों और मंदिर के कर्मचारियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए किया जाएगा।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 22 फरवरी । चार दिन की बारिश और बर्फबारी के बाद गुरुवार को बादलों को चीरती सूरज की किरणों के आने से जम्मू-कश्मीर में मौसम में सुधार शुरू हो गया।
मौसम विभाग ने गुरुवार से मौसम में सुधार की भविष्यवाणी की है। साथ ही कहा है कि 27 से 29 फरवरी के बीच बारिश/बर्फबारी के एक और दौर की संभावना है।
ऊंचे इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है क्योंकि इन जगहों पर हिमस्खलन का खतरा है।
श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे, गुलमर्ग में 10.4 डिग्री नीचे और पहलगाम में 8.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
लद्दाख क्षेत्र में, लेह शहर में न्यूनतम तापमान शून्य से 12.2 डिग्री सेल्सियस नीचे और कारगिल में शून्य से 13.8 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
जम्मू शहर में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री और कटरा में चार डिग्री सेल्सियस रहा। बटोटे और भद्रवाह दोनों में न्यूनतम तापमान शून्य से एक डिग्री सेल्सियस और बनिहाल में शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 21 फरवरी । अभिनेता से राजनीतिज्ञ बने कमल हसन ने कहा कि वो और उनकी पार्टी ने अभी तक इंडिया गठबंधन का दामन नहीं थामा है।
कमल हसन अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) की सातवीं वर्षगांठ पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
अभिनेता से राजनीतिज्ञ बने कमल हसन ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वो किसी भी ऐसे मोर्चे में शामिल नहीं होंगे, जो स्थानीय सामंती राजनीतिक गतिविधियों में व्यस्त हो। वो एक ऐसे राजनीतिक समूह का हिस्सा बनना चाहते हैं, जिसके लिए राष्ट्र प्रथम हो।
जब उनसे इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि अभी तक वार्ता का सिलसिला जारी है।
बता दें कि पहले खबर आई थी कि कमल हसन की पार्टी इंडिया गठबंधन में शामिल होने जा रही है। इसके अलावा डीएमके उन्हें कोयमबंटूर और चेन्नई में से कोई एक सीट देने के लिए राजी हो चुकी है।
इससे पहले यह अटकलें तेज थी कि कमल हसन को सीट आवंटित करने के लिए कांग्रेस को कुछ सीटें देने में कटौती की जा सकती है।
(आईएएनएस)
रांची, 21 फरवरी । पिछले पांच दिनों से दिल्ली में जमे झारखंड कांग्रेस के नाराज विधायकों को पार्टी नेतृत्व ने मना लिया है। ये विधायक चंपई सोरेन की कैबिनेट में शामिल किए गए कांग्रेस कोटे के चारों मंत्रियों को हटाने की मांग पर अड़े थे।
मांग न माने जाने पर उन्होंने 23 फरवरी से शुरू होने वाले विधानसभा के बजट सत्र के बहिष्कार की धमकी दी थी। नेतृत्व ने विधायकों से कहा है कि फिलहाल चारों मंत्री बने रहेंगे। उन्हें हटाने से मौजूदा सियासी परिस्थितियों में गलत संदेश जाएगा।
मंगलवार रात और बुधवार को दिन में पार्टी के संगठन महासचिव केसी. वेणुगोपाल से वन-टू-वन बातचीत के बाद अब विधायकों का रुख नरम है। विधायकों से कहा गया कि इस तरह से गोलबंद होकर मंत्रियों को हटाने की उनकी मांग एकबारगी नहीं मानी जा सकती। इससे सरकार की साख पर सीधा असर पड़ेगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कांग्रेस कोटे के चारों मंत्री सभी विधायकों और कार्यकर्ताओं के सुझावों-शिकायतों पर तत्काल गौर करें। अगर इसमें कहीं कोताही हुई तो उन्हें रिप्लेस कर दिया जाएगा।
केसी. वेणुगोपाल के पहले पार्टी नेतृत्व ने मध्यप्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता उमंग सिंघार को नाराज विधायकों को समझाने का टास्क सौंपा था। उन्होंने विधायकों से दो से तीन बार बातचीत की थी और कहा था कि उनकी भावनाओं से पार्टी नेतृत्व अवगत है। सही समय पर ठोस निर्णय लिया जाएगा। विधायकों की राज्य के बोर्ड-निगमों में जल्द नियुक्ति होगी और इसमें उनकी सिफारिशों पर गौर किया जाएगा।
पार्टी नेतृत्व ने विधायकों को राज्य में गठबंधन की सरकार की मजबूती के लिए काम करने और लोकसभा चुनाव की तैयारी पर फोकस करने को कहा है। दिल्ली में शनिवार से जमे सभी नौ विधायक बुधवार शाम तक रांची लौट आएंगे।
16 फरवरी को चंपई सोरेन कैबिनेट के विस्तार में कांग्रेस कोटे से उन्हीं चार विधायकों को मंत्री बनाया गया था, जो इसके पहले की हेमंत सरकार में मंत्री थे। इस बात पर कांग्रेस के कुल 12 विधायक नाराज हो गए थे। इनमें से नौ विधायक एक साथ दिल्ली के रिजॉर्ट में जमे हुए थे।
(आईएएनएस)
सागर, 21 फरवरी । मध्य प्रदेश के सागर जिले की पहचान लाखा बंजारा झील है। इसके कायाकल्प का अभियान पांच वर्षों से जारी है। अब झील में वाटर स्पोर्ट्स के साथ क्रूज चलाने की तैयारी है।
लाखा बंजारा झील शहर के बीचों-बीच स्थित है और इसके चारों ओर देवालय है, यही कारण है कि यहां का शाम का नजारा हर किसी को लुभाने वाला होता है।
इस झील को आकर्षक रूप देने की कोशिशें जारी है, यह बात अलग है कि झील अब तक वह रूप नहीं ले पाई है, जिसकी सभी को उम्मीद थी। इस झील के बीचों-बीच एक पुल बनाया गया है, जो शहर के दो हिस्सों को जोड़ने का काम कर रहा है। बस स्टैंड से चकराघाट तक पहुंचना आसान हो गया है। साथ ही शहर की मुख्य सड़क पर यातायात का दवाब भी कम हुआ है।
अब इस झील में क्रूज के साथ वाटर स्पोर्ट्स भी शुरु होने जा रहे हैं। कलेक्टर दीपक आर्य ने स्पोर्ट्स गतिविधियों के सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के साथ हिदायत दी है और कहा है कि किसी भी स्थिति में बगैर लाइफ जैकेट के गतिविधियों में शामिल न किया जाए। झील में आने वाली वर्षा ऋतु में पर्याप्त पानी होगा। इसे ध्यान में रखते हुए झील में पर्यटन करने के लिए क्रूज चलाया जाने वाला है। झील में वाटर स्पोर्ट्स एवं खेल गतिविधियां भी शीघ्र प्रारंभ होंगी।
(आईएएनएस)
देहरादून, 21 फरवरी । उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को सचिवालय में पीपीपी मोड पर संचालित होने वाले अस्पतालों को लेकर बैठक की।
इसमें 300 बेड के कैंसर हॉस्पिटल हर्रावाला देहरादून और 200 बेड वाले मदर एंड चाइल्ड हेल्थ हॉस्पिटल हरिद्वार की ईएफसी (व्यय वित्त समिति) को लेकर चर्चा की गई।
मुख्य सचिव ने बैठक में कैंसर हॉस्पिटल में कैंसर के उपचार में प्रयुक्त होने वाले सभी उपकरणों, उपचार सुविधाएं तथा मैनपॉवर की उपलब्धता को एक साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि इस सुपरस्पेशिलिएटी कैंसर अस्पताल का संचालन अगले एक वर्ष में आरंभ हो जाएगा। मुख्य सचिव ने कैंसर हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए 25 प्रतिशत बेड आरक्षित करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में सचिव डॉ. आर राजेश कुमार सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 21 फरवरी हरियाणा के सुरक्षा कर्मियों ने कुछ युवा किसानों द्वारा बुधवार को पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर कई चरणों वाले अवरोधकों की ओर बढ़ने के बाद आंसू गैस के गोले छोड़े।
हरियाणा पुलिस ने सुबह करीब 11 बजे आंसू गैस के गोले छोड़े जिसके बाद युवा किसान बचने के लिए इधर-उधर भागते दिखे।
पंजाब और हरियाणा के बीच दो सीमा बिंदुओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान बुधवार को अपना ‘‘दिल्ली चलो’’ मार्च फिर से शुरू कर रहे हैं।
सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद वे अपना आंदोलन फिर से शुरू कर रहे हैं।
हजारों किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया था। इन किसानों को हरियाणा सीमा पर ही रोक दिया गया था, जहां उनकी सुरक्षाकर्मियों से झड़प हुई थी। किसान तब से हरियाणा के साथ लगती पंजाब की सीमा पर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए एमएसपी पर कानूनी गारंटी और कृषि कर्ज माफी समेत अपनी मांगों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। (भाषा)
पटना, 21 फरवरी । बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफा के बाद कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
इसकी सूचना विधानसभा सचिवालय ने बुधवार को जारी की। नीतीश मंत्रिमंडल विस्तार के पहले उनके इस्तीफे को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इस मामले में हजारी ने कहा कि उन्होंने स्वेच्छा से पद से इस्तीफा दिया है। मैं पार्टी का एक सिपाही हूं, पार्टी नेतृत्व जो भी जिम्मेदारी देगी, उसका निर्वहन करेंगे।
हजारी चार बार विधायक चुने गए हैं। इससे पहले वे नीतीश मंत्रिमंडल में मंत्री थे।
(आईएएनएस)
कानपुर (उप्र), 21 फरवरी कानपुर में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लगे कुछ पोस्टर चर्चा का विषय बने हुए हैं। इन पोस्टर में राहुल गांधी को रथ पर सवार प्रभु श्री कृष्ण और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय को अर्जुन के रूप में दिखाया गया है।
पिछली 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत करने वाले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की यात्रा बुधवार को उन्नाव के रास्ते कानपुर पहुंचेगी। राहुल कानपुर में जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
पोस्टर छावनी और घंटाघर इलाकों के पास स्थित माल रोड पर लगाये गये हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य संदीप शुक्ला की तरफ से से पोस्टर लगवाए गए हैं जिनमें नीचे की ओर उनकी तस्वीर लगी हुई है।
इस बारे में संदीप से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। (भाषा)
चेन्नई, 21 फरवरी । मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै पीठ ने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक को प्रदेश में बैलगाड़ी दौड़ के आयोजन के लिए सर्कलुर जारी करने का निर्देश दिया है।
न्यायमूर्ति डी. कृष्णकुमार और न्यायमूर्ति आर. विजयकुमार की खंडपीठ ने राज्य पुलिस से स्पष्ट कह दिया है कि वो चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट और राज्य पुलिस द्वारा निर्धारित किए गए दिशानिर्देशों के तहत रेस का आयोजन किया जाए।
कोर्ट ने यह निर्देश उन याचिकाओं पर सुनवाई के बाद दिया है, जिसमें थेनी और तंजावुर जिलों में बैलों के रेस के आयोजन का आदेश देने का आग्रह किया गया था।
याचिकाकर्ता ने कोर्ट को अवगत कराया कि प्रदेश में किसी भी प्रकार के रेस का आयोजन कराने की दिशा में अभी तक कोई एकरूपता देखन को नहीं मिली है, जो कि चिंता का विषय है।
अदालत की मदुरै पीठ की खंडपीठ ने सरकार से इस बात पर जवाब मांगा था कि किस आधार पर ऐसे आवेदनों को अनुमति दी जाती है या खारिज किया जाता है। कोर्ट के निर्देश के आधार पर अब डीजीपी को नए सिरे से गाइडलाइन जारी करनी होगी।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने किसानों से पांचवें दौर की बातचीत की पेशकश करते हुए उनसे शांतिपूर्ण समाधान निकालने की अपील की है।
भाजपा ने कहा कि किसानों का विकास केंद्र सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने यहां भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ‘‘कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने बातचीत की पेशकश की है। चर्चा और संवाद से ही समाधान निकलेगा।’’
उन्होंने कहा कि सरकार खुले मन से चर्चा के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों से हमारी अपील है कि शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकलना चाहिए।’’
प्रसाद ने कहा कि भाजपा-नीत केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कितना काम किया है, यह कई बार बताया जा चुका है।
उन्होंने कहा, ‘‘किसानों का विकास हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है और रहेगी।’’
एक दिन पहले प्रदर्शनरत किसानों ने सरकारी एजेंसियों द्वारा पांच साल तक दालें, मक्का और कपास न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदने के केंद्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और अपना आंदोलन जारी रखने की घोषणा की थी।
किसान नेताओं के साथ चौथे दौर की बातचीत में तीन केंद्रीय मंत्रियों की समिति ने रविवार को प्रस्ताव दिया था कि किसानों के साथ समझौता करने के बाद सरकारी एजेंसियां पांच साल तक दालें, मक्का और कपास एमएसपी पर खरीदेंगी। लेकिन, किसान नेताओं ने इस प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह किसानों के हित में नहीं है।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रदर्शनरत किसानों और हरियाणा पुलिसकर्मियों के बीच 13 फरवरी को अंबाला के समीप पंजाब-हरियाणा सीमा पर झड़प हुई थी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने कानूनविद् और वरिष्ठ अधिवक्ता फली एस नरीमन के निधन पर बुधवार को शोक व्यक्त किया और कहा कि वह ‘‘एक महान बुद्धिजीवी थे।’’
नरीमन का बुधवार को यहां निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे।
प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी के उच्चतम न्यायालय में आज की कार्यवाही शुरू करने पर उनसे कहा, ‘‘श्रीमान अटॉर्नी जनरल, हम फली नरीमन के निधन पर शोक जताते हैं। वह एक महान बुद्धिजीवी थे।’’
नरीमन हृदय संबंधी रोग सहित कई बीमारियों से जूझ रहे थे।
नरीमन का जन्म 10 जनवरी 1929 को हुआ और उन्हें नवंबर 1950 को बंबई उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत किया गया था और 1961 में वरिष्ठ अधिवक्ता बनाया गया।
उन्होंने 70 साल से अधिक वक्त तक वकालत की, जिसमें से शुरुआत में बंबई उच्च न्यायालय और 1972 के बाद से उच्चतम न्यायालय में वकालत की।
नरीमन को मई 1972 में भारत का अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया। उन्होंने 26 जून 1975 को आपातकाल लागू होने के एक दिन बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।
अपने लंबे और शानदार कानूनी करियर में नरीमन ने भोपाल गैस त्रासदी मामला, टीएमए पाई मामला, जयललिता के आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति का मामला और राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्त आयोग के चर्चित मामले समेत कई अहम मुकदमों की पैरवी की। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जैन संत आचार्य श्री 108 विद्यासागर को बुधवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि उनका संपूर्ण जीवन आध्यात्मिक प्रेरणा से भरा रहा तथा उसका हर अध्याय अद्भुत ज्ञान, असीम करुणा और मानवता के उत्थान के लिए अटूट प्रतिबद्धता से सुशोभित रहा।
जैन संत को श्रद्धांजलि के रूप में लिखे गए एक लेख में, मोदी ने कहा कि संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज का जाना उस अद्भुत मार्गदर्शक को खोने के समान है, जिन्होंने उनका और अनगिनत लोगों का मार्ग निरंतर प्रशस्त किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें कई अवसरों पर संत का आशीर्वाद हासिल करने का सम्मान प्राप्त हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आचार्य का गहरा विश्वास था कि एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण उसके नागरिकों के कर्तव्य भाव के साथ ही अपने परिवार, अपने समाज और देश के प्रति गहरी प्रतिबद्धता की नींव पर होता है।
मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने लोगों को सदैव ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और आत्मनिर्भरता जैसे गुणों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया। ये गुण एक न्यायपूर्ण, करुणामयी और समृद्ध समाज के लिए आवश्यक हैं। आज जब हम विकसित भारत के निर्माण की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं तो कर्तव्यों की भावना और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जीवन में हम बहुत कम ऐसे लोगों से मिलते हैं, जिनके निकट जाते ही मन-मस्तिष्क एक सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। ऐसे व्यक्तियों का स्नेह, उनका आशीर्वाद, हमारी बहुत बड़ी पूंजी होता है। संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज मेरे लिए ऐसे ही थे।’’
मोदी ने कहा कि आचार्य विद्यासागर जैसे संतों को देखकर ये अनुभव होता था कैसे भारत में आध्यात्म किसी अमर और अजस्र जलधारा के समान अविरल प्रवाहित होकर समाज का मंगल करता रहता है।
उन्होंने पिछले साल नवंबर में छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी जैन मंदिर में उनसे हुई मुलाकात को याद करते हुए कहा कि तब उन्हें जरा भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह उनकी आखिरी मुलाकात होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने पितातुल्य भाव से मेरा ख्याल रखा और देश सेवा में किए जा रहे प्रयासों के लिए मुझे आशीर्वाद भी दिया। देश के विकास और विश्व मंच पर भारत को मिल रहे सम्मान पर उन्होंने प्रसन्नता भी व्यक्त की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनका जाना उस अद्भुत मार्गदर्शक को खोने के समान है, जिन्होंने मेरा और अनगिनत लोगों का मार्ग निरंतर प्रशस्त किया है।’’
उन्होंने कहा कि भारत की पावन धरती ने निरंतर ऐसी महान विभूतियों को जन्म दिया है, जिन्होंने लोगों को दिशा दिखाने के साथ-साथ समाज को भी बेहतर बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है और इसी महान परंपरा में संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का प्रमुख स्थान है।
मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने वर्तमान के साथ ही भविष्य के लिए भी एक नई राह दिखाई है। उनका संपूर्ण जीवन आध्यात्मिक प्रेरणा से भरा रहा। उनके जीवन का हर अध्याय, अद्भुत ज्ञान, असीम करुणा और मानवता के उत्थान के लिए अटूट प्रतिबद्धता से सुशोभित है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आचार्य विद्यासागर का दृढ़ विश्वास था कि शिक्षा ही एक न्यायपूर्ण और प्रबुद्ध समाज का आधार है और उन्होंने लोगों को सशक्त बनाने और जीवन के लक्ष्यों को पाने के लिए ज्ञान को सर्वोपरि बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘आचार्य विद्यासागर महाराज की इच्छा थी कि हमारे युवाओं को ऐसी शिक्षा मिले, जो हमारे सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित हो। वह अक्सर कहा करते थे कि चूंकि हम अपने अतीत के ज्ञान से दूर हो गए हैं, इसलिए वर्तमान में हम अनेक बड़ी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। अतीत के ज्ञान में वो आज की अनेक चुनौतियों का समाधान देखते थे।’’
स्वास्थ्य के क्षेत्र में आचार्य विद्यासागर के योगदान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने शारीरिक स्वास्थ्य को आध्यात्मिक चेतना के साथ जोड़ने पर बल दिया ताकि लोग शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।
उन्होंने युवा पीढ़ी से आचार्य विद्यासागर की प्रतिबद्धता के बारे में व्यापक अध्ययन करने का आग्रह करते हुए कहा कि वे मतदान के प्रबल समर्थकों में से एक थे और मानते थे कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी की सबसे सशक्त अभिव्यक्ति है।
मोदी ने कहा, ‘‘उन्होंने हमेशा स्वस्थ और स्वच्छ राजनीति की पैरवी की। उनका कहना था- ‘लोकनीति लोभसंग्रह नहीं, बल्कि लोकसंग्रह है’। इसलिए नीतियों का निर्माण निजी स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि लोगों के कल्याण के लिए होना चाहिए।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे कालखंड में जब दुनियाभर में पर्यावरण पर कई तरह के संकट मंडरा रहे हैं, तब आचार्य विद्यासागर ने एक ऐसी जीवनशैली अपनाने का आह्वान किया जो प्रकृति को होने वाले नुकसान को कम करने में सहायक हो।
मोदी ने कहा कि इसी तरह उन्होंने अर्थव्यवस्था में कृषि को सर्वोच्च महत्त्व दिया और इसमें आधुनिक प्रौद्योगिकी अपनाने पर भी बल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि वह नमो ड्रोन दीदी अभियान की सफलता से बहुत खुश होते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आचार्य विद्यासागर देशवासियों के हृदय और मन-मस्तिष्क में सदैव जीवंत रहेंगे। उनके संदेश उन्हें सदैव प्रेरित और आलोकित करते रहेंगे। उनकी अविस्मरणीय स्मृति का सम्मान करते हुए हम उनके मूल्यों को मूर्त रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह ना सिर्फ उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि होगी, बल्कि उनके बताए रास्ते पर चलकर राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र कल्याण का मार्ग भी प्रशस्त होगा।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी भारत और चीन ने इस सप्ताह की शुरुआत में नये दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सीमावर्ती क्षेत्रों में ‘‘शांति और सद्भाव’’ को बनाए रखने पर सहमति जताई।
इस मामले के जानकारों का कहना है कि संघर्ष वाले क्षेत्रों में समाधान के लिए साढ़े तीन साल से चल रही कवायद पर सोमवार को हुई वार्ता में कोई स्पष्ट प्रगति नहीं देखी गई।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की 21वें दौर की बैठक 19 फरवरी को चुशुल-मोल्डो सीमा पर स्थित एक स्थल पर हुई।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘ वर्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास के बाकी क्षेत्रों से सैनिकों की पूर्ण वापसी को सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सद्भाव की बहाली के लिए जरूरी बताया गया।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मैत्रीपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई बातचीत में दोनों पक्षों ने इस मामले पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।
बयान में कहा गया, ‘‘ दोनों पक्ष प्रासंगिक सैन्य और राजनयिक तंत्र के माध्यम से आगे बढ़ने के लिए संवाद बनाए रखने पर सहमत हुए हैं।’’ (भाषा)
कानपुर/उन्नाव (उप्र), 21 फरवरी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ‘राम राज्य’ की परिकल्पना को साकार करने का दावा करने वाली केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को कहा कि यह कैसा राम राज्य है जहां कुल आबादी में लगभग 90 फीसद हिस्सेदारी रखने वाले पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों को रोजगार नहीं मिल सकता।
अपनी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के तहत कानपुर पहुंचे राहुल ने शहर स्थित घंटाघर चौराहे पर एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी सरकार पर देश की आबादी में करीब 90 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, 'देश में 50 प्रतिशत आबादी पिछड़े वर्गों की है, दलित 15 प्रतिशत, आठ प्रतिशत आदिवासी और अल्पसंख्यक 15 प्रतिशत हैं। आप जितना चिल्लाना चाहते हैं चिल्लाएं लेकिन इस देश में आपको रोजगार नहीं मिल सकता। आप पिछड़े, दलित, आदिवासी या गरीब सामान्य वर्ग के हैं तो आपको रोजगार नहीं मिल सकता। (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी जी नहीं चाहते कि आप लोगों को रोजगार मिले।'
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'यह कैसा राम राज्य है जिसमें 90 प्रतिशत लोगों को रोजगार नहीं मिल सकता। लोग भूखे मर रहे हैं। मीडिया में बड़े-बड़े उद्योगों में आपका कोई नहीं है। किसी संस्था में आपका कोई नहीं। नौकरशाही में आपका कोई नहीं।'
राहुल ने गत 22 जनवरी को अयोध्या में हुए राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी पिछड़े, दलित और आदिवासी वर्गों की उपेक्षा का आरोप लगाया और कहा, 'आपने प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देखा। उसमें कितने लोग पिछड़े वर्ग के थे, दलित और आदिवासी कितने थे। आदिवासी राष्ट्रपति (द्रौपदी मुर्मु) को भी नहीं बुलाया गया। '
राहुल ने जातिवार गणना पर जोर देते हुए कहा, 'हमने कहा है कि हिंदुस्तान की प्रगति के लिए सबसे बड़ा क्रांतिकारी कदम जातिवार जनगणना है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जातिवार जनगणना के बाद आर्थिक सर्वे और वित्तीय सर्वे करके हम पता लगाएंगे कि दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के हाथ में कितना पैसा है।'
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'देश का पूरा का पूरा धन दो तीन प्रतिशत लोगों के हाथ में है। अडाणी, अंबानी, टाटा, बिड़ला.... यह दो-तीन प्रतिशत लोग आप पर राज कर रहे हैं। नए हिंदुस्तान के महाराजा हैं यह लोग.... और जो प्रजा है वह भटकती है! कभी आप लोगों के पेपर लीक हो जाते हैं, कभी आपको नौकरी से निकाला जाता है, आप पर जीएसटी लागू होती है, नोटबंदी लागू होती है, आपकी सरकारी भर्तियां नहीं होती। आपका जो सेना में जाने का रास्ता था वह भी इन्होंने (मोदी सरकार) अग्निवीर योजना से बंद कर दिया है।'
राहुल ने कहा, 'हम सब जानते हैं कि यह देश नफरत का नहीं है। इसका इतिहास नफरत का नहीं है, इसके धर्म नफरत के नहीं हैं, इसकी भाषा नफरत की नहीं है, यह देश भाईचारे का है, मोहब्बत का है, एक दूसरे की इज्जत करने का है।'
इससे पहले, राहुल की यात्रा उन्नाव पहुंची। इस दौरान सोहरामऊ से उन्नाव के बीच उन्होंने सड़क पर खडे़ लोगों का बस से ही हाथ हिलाकर अभिवादन किया। उन्नाव शहर से निकलने के बाद और शुक्लागंज पहुंचने से पहले राहुल का काफिला अकरमपुर के पास कुछ देर के लिए रुका जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं से भेंट की। (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी कार्यबल में युवतियों की भागीदारी को लेकर हाल ही में किये गये एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि युवाओं का मानना है कि पढ़ाई के बाद नौकरी महत्वपूर्ण है, शादी नहीं।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) के युवा मंच ‘युवाह’ और ‘यू-रिपोर्ट’ ने यह सर्वेक्षण किया,जिसमें देशभर से 18-29 आयु वर्ग के 24,000 से अधिक युवक और युवतियों ने अपनी राय रखी।
सर्वेक्षण के नतीजों के अनुसार लगभग 75 प्रतिशत युवतियां और युवक मानते हैं कि युवतियों के लिए पढ़ाई के बाद नौकरी पाना सबसे महत्वपूर्ण है।
इसके विपरीत एक चौथाई से अधिक प्रतिभागियों ने शिक्षा के बाद शादी की वकालत की।
इस सर्वेक्षण को लेकर श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की सचिव आरती आहूजा ने कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी का समर्थन करने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों पर बल दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘ अब मेहनती, प्रतिभाशाली और ईमानदार महिला कार्यबल का समर्थन करने का समय आ गया है। महिलाएं हमारी आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम 2047 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहे हैं ऐसे में हमें सभी स्तरों पर महिला कार्यबल की भागीदारी बढ़ानी होगी।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 21 फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को जाने माने रेडियो प्रस्तोता अमीन सयानी के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनकी मखमली आवाज में ऐसा आकर्षण था जिसने उन्हें विभिन्न पीढ़ियों के बीच लोकप्रिय बना दिया।
सयानी का 91 वर्ष की आयु में मुंबई में निधन हो गया। सयानी को मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में ही बुधवार को उनका निधन हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘रेडियो पर अमीन सयानी की मखमली आवाज में एक आकर्षण और गर्मजोशी थी जिससे उन्होंने हर पीढ़ी के लोगों को अपना बना लिया। अपने काम के जरिए, उन्होंने भारतीय प्रसारण में क्रांति लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने श्रोताओं के साथ बहुत ही मधुर संबंध स्थापित किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार, प्रशंसकों और सभी रेडियो प्रेमियों के प्रति संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’
रेडियो सुनने का शौक रखने वाले लोगों के कानों में आज भी सयानी की आवाज में 'नमस्कार भाइयो और बहनो, मैं आपका दोस्त अमीन सयानी बोल रहा हूं' गूंजता है। कार्यक्रम ‘बिनाका गीतमाला’ ने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई। उनका जन्म 21 दिसंबर, 1932 को मुंबई में हुआ था। (भाषा)
पुणे, 21 फरवरी राज्यसभा सदस्य शरद पवार ने बुधवार को कहा कि कुछ राज्यों में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटकों दलों के बीच सीटों के बंटवारे सहित अन्य मुद्दों पर मतभेद हैं, जिन्हें अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेता सुलझाने की कोशिश करेंगे।
कोल्हापुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए वरिष्ठ नेता ने कहा कि हाल ही में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की बैठक नहीं बुलाई गई है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में यह निर्णय लिया गया था कि विपक्षी गुट की सभी पार्टियां मिलकर काम करेंगी।
पवार ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में अधिकतर पार्टियां अपने राज्यों तक ही सीमित हैं, इसलिए यह निर्णय लिया गया कि ये सभी दल अपने-अपने राज्यों में अन्य सहयोगी दलों के साथ मिलकर बैठक करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के कुछ दलों के बीच मतभेद है।
शरद पवार ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर आम सहमति का अभाव है। वहीं, पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे के साथ-साथ कुछ और समस्याएं भी हैं, जिसका कारण यह है कि टीएमसी, माकपा और कांग्रेस जैसी कुछ पार्टियां एक-दूसरे की विरोधी हैं।’’
राकांपा-शरदचंद्र पवार पार्टी के प्रमुख ने कहा कि ऐसे कुछ मुद्दें हैं जो अभी तक नहीं सुलझाए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी यही रणनीति है कि जहां भी संभव है, हम वहां मुद्दों को सुलझा रहे हैं, जैसा कि मैंने कुछ राज्यों का उल्लेख किया है।’’ (भाषा)
लखनऊ, 21 फरवरी समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस से कोई विवाद नहीं है और दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा।
यादव ने मुरादाबाद में संवाददाताओं से बातचीत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा, 'अंत भला तो सब भला। बाकी आप लोग समझदार हैं।' इस सवाल पर कि कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा या नहीं, अखिलेश ने कहा, 'होगा।' कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर विवाद होने के सवाल पर सपा प्रमुख ने कहा, 'कोई विवाद नहीं है। आपके सामने सब चीजें साफ हो जाएंगी।' इस सवाल पर कि कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने बहुजन समाज पार्टी के लिये कांग्रेस के दरवाजे खुले होने की बात कही है, सपा अध्यक्ष ने कहा, 'अब यह सब बात पुरानी हो गयी है।' इस बीच, कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीट को लेकर अदला-बदली की बात हो रही है। सम्भावना है कि सीट बंटवारे को लेकर बात बन जाएगी।
गौरतलब है कि सपा ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की 80 में से 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की थी।
सपा अध्यक्ष को रायबरेली में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होना था, लेकिन वह शामिल नहीं हुए थे।
सपा ने कहा कि अखिलेश यात्रा में तभी शामिल होंगे, जब कांग्रेस इस पेशकश को स्वीकार करेगी। इसके बाद ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस और सपा का गठबंधन नहीं हो सकेगा। (भाषा)
बेंगलुरु, 21 फरवरी । रामानगर जिले में तनावपूर्ण स्थिति के लिए आलोचना झेलने के बाद कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अधिवक्ताओं के आंदोलन और अन्य कानून-व्यवस्था की स्थिति के लिए पूर्व सीएम जिम्मेदार हैं।
शिवकुमार ने कनकपुरा शहर में आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वह और उनके भाई कांग्रेस सांसद डी.के. सुरेश क्षेत्र में अशांति फैला रहे हैं।
वाराणसी कोर्ट के जज के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट लिखे जाने के बाद रामनगर क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया था। स्थिति तब और बिगड़ गई जब एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर ने 40 वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिन्होंने पोस्ट लिखने वाले के खिलाफ मामला दायर किया था।
पुलिस सब-इंस्पेक्टर तनवीर हुसैन के निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, “मैंने भी इस संबंध में कानून के अनुसार कार्रवाई शुरू करने को लेकर बयान दिया है। विधायकों ने भी यही राय दी है। हमने अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था। मैंने निर्देश दिया था कि किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए। भाजपा-जद(एस) नेता इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। उनके पास काम नहीं है और वे संकट की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।”
हुसैन ने कथित तौर पर एक एसडीपीआई कार्यकर्ता और एक वकील के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए 40 वकीलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिन्होंने वाराणसी के न्यायाधीश के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डाली थी। इस मामले पर भाजपा, जद(एस) और सत्तारूढ़ कांग्रेस टकराव की स्थिति में आ गये थे। अधिवक्ताओं ने एक सप्ताह तक आंदोलन किया था। दबाव में आकर आख़िरकार कांग्रेस सरकार ने उनके निलंबन की घोषणा कर दी।
शिवकुमार ने आगे कहा, ''भाजपा हमेशा अशांति पैदा करने में लगी रहती है। वे भावनात्मक और धार्मिक मामले उठाकर राजनीति करते हैं। भाजपा को अल्पसंख्यक पसंद नहीं हैं। भाजपा नेताओं ने सदन में दावा किया कि वे अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित अधिकारी नहीं चाहते।''
आगामी लोकसभा चुनाव पर उन्होंने कहा, ''हमने पिछले चुनाव के अगले दिन से ही अपना काम शुरू कर दिया था।''
(आईएएनएस)
पटना, 21 फरवरी । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को रिमोट के जरिए ग्रामीण कार्य विभाग की करीब 4,446 करोड़ रुपये की लागत से बने 3,590 पथों एवं 28 पुलों यानी कुल 3,618 योजनाओं का उद्घाटन किया। इस मौके पर दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में उद्घाटन किए गए योजनाओं में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत 1,735.814 करोड़ रुपये लागत की 1,583 पथों एवं 11 पुलों, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ परत नवीनीकरण कार्यक्रम अन्तर्गत 2,576 करोड़ रुपये की 1,977 पथों तथा राज्य योजना के तहत 134.304 करोड़ रुपये की 30 पथों एवं 17 पुल शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य के किसी भी सुदूर क्षेत्र से राजधानी पटना पहुंचने के लिए 6 घंटे के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है और अब 5 घंटे के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है। ग्रामीण कार्य विभाग के तहत कई ग्रामीण पथों एवं पुलों का निर्माण किया गया है। ग्रामीण कार्य विभाग का बजट जो वर्ष 2007-08 में लगभग 1,390 करोड़ रूपये था, वह वर्ष 2023-24 में बढ़कर 11,569 करोड़ रुपए हो गया।
-(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 फरवरी । पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने अनुपालन लागत कम करने और व्यापार करने की आसानी को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली ट्रस्ट और पेंशन फंड के नियमों में संशोधन किया है।
बुधवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, नेशनल पेंशन सिस्टम ट्रस्ट (दूसरा संशोधन) विनियम 2023 और पेंशन फंड (संशोधन) विनियम 2023 क्रमशः 5 फरवरी और 9 फरवरी को अधिसूचित किये गये थे।
एनपीएस ट्रस्ट विनियमों में संशोधन ट्रस्टियों की नियुक्ति, उनके नियमों और शर्तों, ट्रस्टी बोर्ड की बैठकों के आयोजन और सीईओ - एनपीएस ट्रस्ट की नियुक्ति से संबंधित प्रावधानों को सरल बनाते हैं।
पेंशन फंड विनियमों में संशोधन कंपनी अधिनियम, 2013 के अनुरूप पेंशन फंड के प्रशासन से संबंधित प्रावधानों को सरल बनाता है।
अन्य संशोधनों में शामिल हैं:
*'फिट और उचित व्यक्ति' मानदंडों के अनुपालन के साथ-साथ पेंशन फंड और पेंशन फंड के प्रायोजक की भूमिकाओं की स्पष्टता।
*पेंशन फंड द्वारा ऑडिट समिति और नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति जैसी अतिरिक्त बोर्ड समितियों का गठन।
*नाम खंड में 'पेंशन फंड' नाम शामिल करना और 12 महीने की अवधि के भीतर इस प्रावधान का अनुपालन करने के लिए मौजूदा पेंशन फंड की आवश्यकता।
*पेंशन फंड द्वारा प्रबंधित योजनाओं की वार्षिक रिपोर्ट में निदेशकों का उत्तरदायित्व विवरण शामिल किया जाएगा।
संशोधित नियमों की विस्तृत जानकारी पीएफआरडीए वेबसाइट पर उपलब्ध है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 21 फरवरी । आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन पर अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। सपा प्रमुख ने कांग्रेस से गठबंधन की बात खुद कही है।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अंत भला तो सब भला... गठबंधन होगा।" सीट शेयरिंग पर उन्होंने कहा, "कोई विवाद नहीं है, जल्दी ही इसका ऐलान होगा।"
वहीं, समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं पर उन्होंने कहा कि वह सभी पार्टी में वापस आएंगे। अगर नहीं आए तो उनके खिलाफ वाले सपा में आएंगे।
माना जा रहा है कि सपा-कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बात बन गई है। बुधवार शाम को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की जा सकती है। अखिलेश यादव यूपी में कांग्रेस को 17 से 19 सीटें दे सकते हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटें हैं। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच तीन सीटों को लेकर विवाद चल रहा है। सपा मुरादाबाद, बिजनौर और बलिया सीटें कांग्रेस को देने के लिए राजी नहीं है। जिसको लेकर दोनों दलों के बीच गठबंधन पर सहमति नहीं हो पा रही है। इसके पहले समाजवादी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपने 32 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।
(आईएएनएस)