मनोरंजन
मुंबई, 30 जनवरी | समकालीन जोड़ों की कहानियों को एक साथ लाते हुए, निर्माता भूषण कुमार और जाने-माने निर्देशक अनुराग बासु ने आखिरकार अपनी नई फिल्म 'मेट्रो.. इन दिनों' की रिलीज डेट की घोषणा कर दी। इस फिल्म में आदित्य रॉय कपूर, सारा अली खान, अनुपम खेर, नीना गुप्ता, पंकज त्रिपाठी, कोंकणा सेन शर्मा, अली फजल और फातिमा सना शेख जैसे सितारे हैं।
फिल्म एक एंथोलॉजी है जिसमें चार प्यार भरी और दिल को छू लेने वाली आपस में जुड़ी हुई कहानियां हैं।
टी-सीरीज और अनुराग बासु प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित, 'मेट्रो.. इन दिनो' आधुनिक समय के परि²श्य के साथ खट्टे-मीठे रिश्तों की कहानियों को दर्शाती है।
प्यार के अलग-अलग पहलुओं, रंगों और मिजाज की एक विविध लेकिन सार्वभौमिक कहानियों की खोज करते हुए, इस समकालीन कहानी में प्रीतम का संगीत होगा जो फिल्म के मिजाज के साथ-साथ अनुभव को पूरी तरह से बढ़ाएगा।
अनुराग बासु प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से गुलशन कुमार और टी-सीरीज ने 'मेट्रो.. इन दिनों' पेश की है।
अनुराग बसु द्वारा निर्देशित, प्रीतम द्वारा संगीत, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, अनुराग बासु और तानी बसु द्वारा निर्मित यह फिल्म 8 दिसंबर को रिलीज होगी। (आईएएनएस)|
मुंबई, 29 जनवरी | राखी सावंत ने एक वीडियो शेयर कर अपने प्रशंसकों को कैंसर के कारण मुंबई के एक अस्पताल में अपनी मां जया भेड़ा के निधन की जानकारी दी है। उन्होंने 9 जनवरी को एक लाइव चैट में अपने प्रशंसकों को अपनी मां की बीमारी के बारे में बताया था और यह भी साझा किया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं अब शनिवार देर रात अभिनेत्री ने अपनी मां को खो दिया और एक वीडियो साझा किया, जिसमें वह अस्पताल में फर्श पर बैठकर रोती नजर आ रही है।
उन्होंने कैप्शन में लिखा है, "आज मेरी मां का साया सर से उठ गया. या मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं बचा. आई लव यू मां. आपके बिना कुछ नहीं रहा, अब कौन मेरी पुकार सुनेगा या कौन मुझे गले लगाएगा मां. अब मैं क्या करू कहां जाऊं. आई मिस यू।"
यह खबर सुनते ही राहुल वैद्य, जसलीन मथारू, पवित्रा पुनिया और जैकी श्रॉफ सहित अन्य लोगों ने शोक व्यक्त करना शुरू कर दिया।
शेफाली बग्गा ने कहा, "मजबूत रहो राखी.. उनकी आत्मा को शांति मिले। ओम शांति।"
विंदू दारा सिंह ने भी लिखा- "उनका आशीर्वाद आप सभी पर हमेशा बना रहेगा।"
राखी का अपनी मां के पार्थिव शरीर को अपने घर ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में वह रोती हुई नजर आ रही है और उनके दोस्त और परिवार के लोग उनका साथ दे रहे हैं। वह सबको अपनी मां की मौत के बारे में बताती नजर आईं।
उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "माँ अब नहीं रही..।"
उन्होंने अपने दोस्त से भी पूछा, "आदिल कहाँ है? आदिल को फोन करो।" (आईएएनएस)
मुंबई, 29 जनवरी | ड्रैगन्स के फ्रंटमैन डैन रेनॉल्ड्स शनिवार को लोलापालोजा इंडिया में भीड़ के जोश से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने अपने प्रदर्शन के दौरान शर्ट उतार दी। पॉप-रॉक बैंड जिसे 'रेडियोएक्टिव', 'थंडर', 'बिलीवर' जैसी कई हिट गानों के लिए जाना जाता है, शनिवार को मुंबई में संगीत समारोह लोलापालोजा के पहले भाग में प्रदर्शन कर रहा था।
बैंड के 'व्हटएवर इट टेक्स' के प्रदर्शन से ठीक पहले, रेनॉल्ड्स ने अपनी टी-शर्ट उतार दी।
रेनॉल्ड्स अधिक ऊर्जा के साथ लौटे, इस बार सुनामी के प्रभाव के साथ उन्होंने एक के बाद एक बैंड के सबसे पसंदीदा गीतों से भरी भीड़ को डुबो दिया।
दर्शकों में हर आयु वर्ग के लोग शामिल थे, युवा वयस्कों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक। (आईएएनएस)
-मधु पाल
ऑस्कर को दुनिया के 'सर्वश्रेष्ठ' फ़िल्म पुरस्कार का सम्मान प्राप्त है.
हर साल दिए जाने वाले इस अवार्ड में अब तक कोई भी भारतीय फ़िल्म सर्वश्रेष्ठ सिनेमा का खिताब नहीं जीत सकी है.
इस साल फ़िल्म आरआरआर के गीत 'नाटू नाटू' ने 'गोल्डन ग्लोब अवार्ड' जीता और ऑस्कर के लिए इसे नॉमिनेशन मिला है.
वहीं चर्चित गुजराती फ़िल्म 'छेल्लो शो' उर्फ़ 'आखिरी फ़िल्म शो' को भारत की तरफ़ से ऑस्कर के लिए ऑफिशियल एंट्री दी गई थी.
आइए जानते हैं ऑस्कर पुरस्कारों के नॉमिनेशन से लेकर इसकी कैंपेनिंग और लॉबीइंग की क्या है पूरी प्रक्रिया और कैसे फ़िल्में ऑस्कर के पोडियम तक पहुंचती हैं?
भारतीय फ़िल्में जो ऑस्कर के लिए नामांकित हुईं
वरिष्ठ पत्रकार और फ़िल्म समीक्षक रामचंद्रन श्रीनिवासन कहते हैं कि भारतीय फ़िल्मों का 'ऑस्कर अवार्ड' का सफ़र कतई आसान नहीं होता.
वे कहते हैं, "सबसे पहले तो हमें ये जानने की ज़रूरत है कि ऑस्कर नॉमिनेशन मे टॉप फाइव तक पहुंचने में अब तक भारत की केवल तीन फ़िल्में ही कामयाब रही हैं. पहली 'मदर इंडिया' थी जो 1957 में रिलीज़ हुई थी. इसके निर्देशक महबूब ख़ान थे. वहीं दूसरी फ़िल्म थी मीरा नायर की 'सलाम बॉम्बे' और तीसरी थी आशुतोष गोवारिकर की लगान- वन्स अपॉन अ टाइम इन इंडिया."
श्रीनिवासन कहते हैं, "अगर आप महबूब ख़ान की मदर इंडिया की बात करें तो वह केवल एक वोट से यह अवार्ड पाने से चूक गई थी. इन फ़िल्मों के नाम में भारत का ज़िक्र है. ये तीनों देश की संस्कृति, सभ्यता और यहाँ के रहन सहन को दर्शाती हैं."
ऑस्कर में जो फ़िल्में भेजी जाती हैं उनका चयन फ़िल्म फेडरेशन ऑफ़ इंडिया करती है.
रामचंद्रन श्रीनिवासन बताते हैं, "1940 में महबूब ख़ान ने फ़िल्म 'औरत' बनाई जो फ़्लॉप रही और 17 साल बाद इसी की रीमेक थी 'मदर इंडिया'. इसमें कई बदलाव किए गए थे."
वे कहते हैं, "सलाम बॉम्बे मीरा नायर ने बनाई जो एक एनआरआई थीं, जिनका मुंबई को देखने का नज़रिया अलग था. मुंबई को उन्होंने एक विदेशी की तरह देखा और शायद यही कारण था कि ये फ़िल्म लॉबी करके वहां तक पहुंच पाई. उससे अधिक लॉबी आमिर ख़ान ने की थी जिन्होंने लगान के लिए एक विदेशी पीआर एजेंसी को रखा था."
श्रीनिवासन कहते हैं, "आमिर ने बहुत से वोटिंग मेंबर्स को इस फ़िल्म को दिखाने की कोशिश की लेकिन वे ज़्यादा लोगों को इसे नहीं दिखा पाए. तब क़रीब छह हज़ार वोटिंग मेंबर थे. कम लोगों के इस फ़िल्म को देखने की वजह से 'लगान' ऑस्कर नहीं जीत सकी."
छह महीने लंबी प्रक्रिया
ऑस्कर के लिए नॉमिनेशन से लेकर इसे जीतने तक की प्रक्रिया क्या है?
इस पर रामचंद्रन श्रीनिवासन कहते हैं, "नॉमिनेशन तो प्रोसेस का हिस्सा है. फ़िल्म के चयन से लेकर इसके अवार्ड पाने की प्रक्रिया क़रीब छह महीने की होती है. इस बीच इसे बनाने वाले पुरज़ोर कोशिश करते हैं कि उनकी फ़िल्म को ये पुरस्कार मिल जाए."
दुनियाभर में ऑस्कर अवॉर्ड देने वाली संस्था के 10 हज़ार से ज़्यादा मेंबर होते हैं. इनमें से अधिकतर अमेरिका के होते हैं. वहीं भारत से भी क़रीब 40 लोग इसके सदस्य होते हैं.
ये सदस्य एडिटिंग, साउंड, वीएफ़एक्स जैसी अलग-अलग 17 कैटेगरी से जुड़े होते हैं. इनमें से 16 कैटेगरी आर्ट से जुड़ी होती है और 17वीं नॉन टेक्निकल होती है.
श्रीनिवासन कहते हैं, "हर साल इन कैटेगरी से जुड़े सदस्य उन 300 से ज़्यादा फ़िल्मों के लिए वोटिंग करते हैं जो ऑस्कर की रेस में शामिल होती हैं. फिर वोटिंग के आधार पर 10 अलग-अलग कैटेगरी में फ़िल्मों का चयन होता है. फ़िल्में शॉर्ट लिस्ट की जाती हैं और इन पर फिर वोटिंग होती है और आखिर में नामांकित फ़िल्मों की अंतिम लिस्ट तैयार होती है."
जिन लोगों ने फ़िल्म नहीं देखी वो वोट नहीं कर सकते
रामचंद्रन श्रीनिवासन कहते हैं इस बार ऑस्कर अवार्ड के लिए दस हज़ार मेंबर हैं.
वे बताते हैं, "आपने जिन लोगों को फ़िल्में दिखाई हैं वो ही इसके लिए वोट कर सकते हैं, जिन्होंने फ़िल्में नहीं देखी हैं वो वोट नहीं कर सकते. ये अवार्ड जीतने के लिए सबसे पहले तो आपको अपनी फ़िल्में अधिक से अधिक सदस्यों को दिखानी होती है. फिर उन्हें ये लगना चाहिए कि हां वो इसके लिए वोट कर सकते हैं."
श्रीनिवासन कहते हैं कि अकेडमी के सदस्य चाहे वीएफ़एक्स, टेक्निशियंस या फिर एक्टर-एक्ट्रेस और स्क्रिप्ट राइटर्स हों, सभी को पहले अपनी फ़िल्म दिखानी पड़ती है. लिहाजा एक पीआर एजेंसी हायर की जाती है जो आपकी फ़िल्म का पूरा दारोमदार आगे लेकर बढ़ती है.
श्रीनिवासन ये भी बताते हैं, "अपनी फ़िल्म दिखाने के लिए उन्हें ये बताना पड़ता है कि आप कौन हैं? उन्हें पूरा समय देना पड़ता है. ब्रेकफास्ट, लंच साथ करना पड़ता है. अपनी फ़िल्म की मार्केटिंग में किसी तरह की कोई चूक नहीं होने देने की कोशिश रहती है."
वे कहते हैं कि बात अगर फ़िल्म 'आरआरआर' की करें तो 'इन सब प्रक्रिया में इसके क़रीब 50 करोड़ रुपये लग चुके हैं और आगे भी लगेंगे.'
स्क्रीनिंग के लिए ज़रूरी है बड़ा बजट
इस पूरी पीआर प्रक्रिया में आपको टाइम और पैसे दोनों लगाने पड़ते हैं. इस साल ये सिलसिला ऑस्कर पुरस्कारों की घोषणा से एक दिन पहले तक यानी 12 मार्च तक चलेगा.
श्रीनिवासन कहते हैं, "इसका पूरा खर्च फ़िल्म के निर्माता करते हैं और ये कई बड़ी फ़िल्मों के बजट के जैसा बड़ा ही होता है. आपको अपनी फ़िल्म को लगातार न्यूज़ में बना कर रखना होता है. आज के दौर में सोशल मीडिया के लिए भी बजट रखा जाता है जहां हर दिन इसके ज़रिए पोस्ट किए जाते हैं. ये फ़िल्म लगातार ख़बरों में बनी रहे इसके लिए सभी प्रयास किए जाते हैं."
वे कहते हैं, "आपने हाल ही में देखा होगा कि जेम्स कैमरून राजामौली की तारीफ़ कर रहे थे. फिर वे उनसे मुलाक़ात वाले वीडियो को अपने सोशल मीडिया के पन्ने पर डालते हैं. तो ये सब प्रोसेस है अपनी फ़िल्म को अधिक से अधिक लोगों को बीच पेश करने का."
ऑस्कर का मुश्किल रास्ता
श्रीनिवासन बताते हैं कि हॉलीवुड फ़िल्मों के लिए यह प्रक्रिया उतनी मुश्किल नहीं होती है. जो फ़िल्में अमेरिका में बहुत कामयाब हो जाती हैं या फ़िल्म फेस्टिवल में अवार्ड जीत जाती हैं वो ऑस्कर के सदस्यों की नज़र में आ जाती हैं. लिहाजा उनके इस अवार्ड को जीतने का मौक़ा बढ़ जाता है लेकिन जो फ़िल्में चर्चा में नहीं होतीं उन्हें अपना प्रमोशन कैंपेन शुरू करना पड़ता है. फिर उन्हें भी अकेडमी के अधिक-से-अधिक सदस्यों तक पहुंचना पड़ता है.
वे कहते हैं कि इस पूरी प्रक्रिया पर एक बड़ी टीम के साथ योजनाबद्ध तरीक़े से काम करना पड़ता है. पीआर स्ट्रेटजी बनानी पड़ती है. आप कितने लोगों को थियेटर तक ले कर आए, कितने लोगों को अपनी फ़िल्म दिखा पाए और फिर कितने लोगों ने आपकी फ़िल्म के लिए वोट किया. कितने लोगों ने आपकी फ़िल्म की सराहना की. सराहना को सुनकर कितने अन्य सदस्य आपकी फ़िल्म देखने के लिए प्रोत्साहित हुए इन सब का पूरा ध्यान रखना होता है.
भारत की ओर से फ़िल्म 'आरआरआर' के 'नाटू-नाटू' गीत और 'छेल्लो शो' के अलावा डॉक्युमेंट्री कैटेगरी में शोनक सेन की 'ऑल दैट ब्रीद्स' को भी नॉमिनेशन मिला है, जबकि शॉर्ट तमिल डॉक्युमेंट्री 'एलिफेंट विस्पर्स' भी शीर्ष 15 शॉर्ट डॉक्युमेंट्री में शामिल है.
ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी 12 मार्च, 2023 को लॉस एंजेलिस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया जाएगा. इस साल ऑस्कर्स को टीवी एंकर और कॉमेडियन जिम्मी किमेल होस्ट करेंगे.
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख ख़ान ने एक यूजर के ट्वीट का जवाब देते हुए सलमान खान को 'GOAT' बताया है.
लिखित शेट्टी ने शाहरुख ख़ान को टैग करते हुए लिखा था, "शाहरुख सर पठान तो हिट हो गई लेकिन सलमान ख़ान का मुकाबला नहीं कर पाओगे बॉक्स ऑफिस पर."
उन्हें जवाब देते हुए शाहरुख ख़ान ने लिखा, "सलमान भाई...वो क्या कहते हैं आजकल....युवा लोग...हां... गोट (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम)."
ट्विटर पर 15 मिनट के लिए शाहरुख खान से सवाल पूछने वाले कार्यक्रम में उन्होंने सलमान पर कई जवाब दिए.
एक सलमान ख़ान का फैन, शाहरुख की पठान देखने गया था. फिल्म देखने के बाद यह फैन सलमान की बजाय शाहरुख का फैन बन गया.
दाऊद स्पीक नाम के यूजर ने लिखा, "गया था टाइगर का फैन बनकर, आया पठान का फैन बनकर."
इसके जवाब में शाहरुख ने लिखा, "टाइगर का तो मैं भी फैन हूं. बस उनके साथ मुझे भी दिल में रखो बस."
फिल्म पठान के साथ शाहरुख ख़ान ने चार सालों के बाद स्क्रीन पर वापसी की है. साथ ही सलमान खान का फिल्म में कैमियो दिखाया गया है. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 28 जनवरी। अभिनेता शाहरुख खान का कहना है कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ‘पठान’ की जबरदस्त सफलता से उन्हें वैसा ही महसूस हो रहा है जैसा एक पिता अपने बच्चे की तारीफ पर महसूस करता है।
बुधवार को रिलीज हुई ‘पठान’ ने अब तक दुनियाभर में 313 करोड़ रुपये की कमाई की है।
फिल्म को मिल रही सफलता का जश्न मनाने के लिए शाहरुख ने ट्विटर पर ‘‘आस्कएसआरके’’ सत्र आयोजित किया।
एक प्रशंसक के इस सवाल के जवाब में कि वह उन्हें मिल रहे प्यार को कैसे देखते हैं, शाहरुख ने कहा, ‘‘एक पिता अपने बच्चे की तारीफ होने से जो महसूस करता है, वैसा ही मुझे इस फिल्म की सफलता से महसूस हो रहा है।’’
एक अन्य प्रशंसक ने फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई के बारे में बात की तो शाहरुख ने कहा कि उन्हें फिल्म की कमाई के बारे में चिंता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाई नंबर फोन के होते हैं... हम तो खुशी गिनते हैं।’’
फिल्म की रिलीज से पहले, 57 वर्षीय अभिनेता शाहरुख ने आर्यन खान, सुहाना और अबराम सहित अपने परिवार के लिए एक विशेष स्क्रीनिंग का आयोजन किया था।
एक प्रशंसक ने उनसे फिल्म के बारे में उनके छोटे बेटे की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा तो शाहरुख ने कहा, ‘‘पता नहीं कैसे, लेकिन उसने कहा कि पापा यह सब कर्म है। इसलिए मैं इस पर विश्वास करता हूं।’’
एक प्रशंसक ने प्रेस से रूबरू हुए बिना एक सफल फिल्म देने के लिए उनकी प्रशंसा की।
इस पर अभिनेता ने मजेदार जवाब देते हुए कहा, ‘‘मैंने सोचा शेर इंटरव्यू नहीं करते तो इस बार मैं भी नहीं करूंगा!!! बस जंगल में आकर देख लो।’’
सत्र के दौरान, शाहरुख ने निर्माता आदित्य चोपड़ा और निर्देशक सिद्धार्थ आनंद को ‘‘पठान’’ के पीछे मुख्य वास्तुकार होने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों ने उनके निर्देशों का पालन किया।’’
फिल्म में जॉन अब्राहम, दीपिका पादुकोण, डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं।
अपने सह-अभिनेताओं कपाड़िया और राणा की प्रशंसा करते हुए, सुपरस्टार ने कहा कि उनके साथ काम करना प्यारा अनुभव था।
कई प्रशंसकों ने उनसे सलमान खान के साथ उनके स्क्रीन पर फिर से साथ काम करने के बारे में पूछा।
शाहरुख और सलमान दोनों ने एक साथ ‘‘करण अर्जुन’’, ‘‘कुछ कुछ होता है’’, ‘‘हम तुम्हारे हैं सनम’’, ‘‘ट्यूबलाइट’’ और ‘‘जीरो’’ जैसी फिल्मों में काम किया है।
शाहरुख ने सलमान को सर्वकालिक महान व्यक्ति (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) बताया।
शाहरुख ने कहा, ‘‘सलमान भाई... वो क्या कहते हैं आज कल... युवा लोग....हां...जीओएटी (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल टाइम) हैं।’’(भाषा)
प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया ने सिनेमा हॉल में 'पठान' फ़िल्म के शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए देश के सभी राज्यों के प्रति आभार जताया है.
सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपने हैंडल से ट्वीट किए एक आधिकारिक बयान में संस्था ने कहा, ''द प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया, क़ानून और व्यवस्था बनाए रखने और पूरे भारत में ऐतिहासिक ब्लॉकबस्टर फ़िल्म पठान के शांतिपूर्ण प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए सभी राज्य सरकारों के प्रति बहुत आभारी है!''
संस्था ने अपने बयान में कहा है कि हिंदी फ़िल्म उद्योग रोजगार पैदा करने के साथ देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देता है. इसके अलावा यह दुनिया में भारत की सॉफ़्ट पावर की सबसे शक्तिशाली और प्रभावी पैरोकार है.
हज़ारों मेहनती लोगों ने इस इंडस्ट्री और टीवी और स्ट्रीमिंग सेवा के लिए बड़ी कॉन्टेन्ट प्रोड्यूसिंग दुनिया बनाई है. यह उद्योग एक सदी से भी अधिक वक़्त से सक्रिय है और तेज़ी से विकास कर रहा है. हम दुनिया के चुनिंदा देशों में हैं, जहां अभी भी यहीं बने कॉन्टेन्ट छाए हुए हैं.
प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया ने इसमें योगदान देने के लिए करोड़ों प्रशंसकों का भी शुक्रिया अदा किया है.
इससे पहले 'पठान' के कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताते हुए देश के कई राज्यों से इस फ़िल्म का बॉयकॉट करने की अपील औरधमकी दी गई थी. हालांकि पिछले तीन दिनों में इस फ़िल्म को काफ़ी अच्छा रिस्पॉन्स मिला है.
इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने पठान पर चल विवाद पर प्रतिक्रिया दी थी.
उन्होंने कहा, "भारत सरकार ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन बना रखा है कि कोई भी फिल्म थिएटर में जाएगी तो वो वहां से पास होकर ही जाएगी. वे सभी पहलुओं पर नजर रखते हैं. वहां से अनुमति के बाद वे थिएटर में आती है."
"हमारी फ़िल्में आज दुनिया में अपना नाम बना रही हैं. तब इस (बॉयकाट) प्रकार की बातें आने से वातावरण पर प्रभाव पड़ता है. वातावरण ख़राब करने के लिए कई बार पूरी जानकारी के बिना भी लोग कमेंट करते हैं, तो उसका भी नुक़सान होता है. ये नहीं होना चाहिए." (bbc.com/hindi)
शाहरुख खान की 'पठान' का तीन दिनों में दुनिया भर से हो रही कमाई 300 करोड़ रुपये पार कर गई है.
यशराज फ़िल्म्स ने बताया कि शाहरुख-दीपिका स्टारर पठान के हिंदी वर्जन ने रिलीज के तीसरे दिन 38 करोड़ रुपये कमाए हैं जबकि अन्य भाषाओं में 1.25 करोड़ रुपये का कलेक्शन हुआ है. फ़िल्म 25 जनवरी को हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगू भाषा में रिलीज हुई है.
यशराज स्टूडियो की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "भारत से तीसरे दिन की कुल कलेक्शन 39.25 करोड़ रुपये की मिली है. इस बीच फिल्म का ओवरसीज़ कलेक्शन 43 करोड़ रुपये दर्ज हुआ है."
पठान शाहरुख खान की पिछले चार साल में बड़ी रिलीज़ है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म ने पहले दिन 106 करोड़ रुपये, दूसरे दिन 113.6 करोड़ रुपये कलेक्ट किए थे. तीन दिनों में फिल्म ने घरेलू बाज़ार से 201 करोड़ रुपये और ओवरसीज़ कलेक्शन 112 करोड़ रुपये का रहा है.
इस तरह से फिल्म का अब तक का कलेक्शन 313 करोड़ करोड़ रुपये है. (bbc.com/hindi)
लॉस एंजेलिस, 28 जनवरी | भारतीय एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा जोनस और उनके अमेरिकी पॉप स्टार पति निक जोनस ने मैचिंग टैटू बनवाया है। एसशोबिज डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रियंका ने अपने बॉडी टैटू दिखाए, जिसमें उनके दिवंगत पिता की लिखावट, दुनिया का नक्शा और तीन पंजे प्रिंट का टैटू शामिल है। एक्ट्रेस ने अपने कान के पीछे बने टैटू का मतलब समझाया, जो उनके पति ने भी अपनी बॉडी पर बनवाया है।
ब्रिटिश वोग के एक वीडियो में एक्ट्रेस ने कहा, मेरे कानों के पीछे एक चेक और एक बॉक्स है। मेरे पति ने इसी टैटू को अपनी बाहों में बनाया हुआ है।
40 वर्षीय अभिनेत्री ने निक की अत्यधिक विचारशील पति होने को लेकर प्रशंसा की, जिन्होंने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया।
बता दें कि निक ने सगाई के पांच महीने बाद दिसंबर 2018 में प्रियंका से शादी की थी।
एक्ट्रेस ने कहा: मेरे पति बहुत विचारशील हैं। जब वह आसपास होते है, तो मुझे लगता है कि सब ठीक हो जाएगा। उन्होंने मुझे बहुत शांत तरीके से चीजों को देखना सिखाया है। मैं एक बवंडर की तरह थी, अब भी हूं। लेकिन वह ऐसे नहीं है।
निक अपनी पत्नी प्रियंका से 10 साल छोटे हैं। प्रियंका-निक की एक 12 महीने की बेटी मालती है।
प्रियंका ने आगे कहा: वह एक बुद्धिमान व्यक्ति है। जब मैं भूल जाती हूं या मैं असुरक्षित महसूस करती हूं, तो वह मुझे समझाते है। वह लोगों में सबसे बेस्ट है। (आईएएनएस)
मुंबई, 28 जनवरी | अपने स्ट्रीमिंग शो 'आरण्यक' को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन, जिन्होंने 1990 के दशक में बॉलीवुड में राज किया था और जिन्हें हाल ही में देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था, एक और ओटीटी शो में अभिनय करने के लिए तैयार हैं। निर्माता शो के शीर्षक और कहानी को फिलहाल गुप्त रखे हुए हैं।
अपना उत्साह साझा करते हुए रवीना टंडन ने कहा, "मैं इस शो का हिस्सा बनकर बेहद खुश हूं। यह शो मेरे लिए बहुत खास होने वाला है क्योंकि मुझे हमेशा अपने द्वारा निभाए गए हर किरदार के साथ खुद को चुनौती देना और नए सिरे से गढ़ना पसंद है और इस शो ने मुझे बस इतना ही दिया है, मैं बस इतना ही कह सकती हूं कि कुछ मजे के लिए हमारे साथ बने रहें!"
अभी तक का शीर्षक वाला शो ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम होगा, इसके शीर्षक और स्ट्रीमिंग की तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
डिज्नी स्टार में डिज्नी प्लस हॉटस्टार और एचएसएम एंटरटेनमेंट नेटवर्क के कंटेंट, हेड, गौरव बनर्जी ने कहा, "रवीना टंडन के साथ अपने जुड़ाव की घोषणा करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। वह भारतीय फिल्म उद्योग में अपनी पूरी यात्रा के दौरान सुपरस्टार हैं और रही हैं और साथ में डिज्नी प्लस हॉटस्टार और रवीना टंडन जल्द ही दर्शकों के स्क्रीन पर कुछ जादू लाएंगे।" (आईएएनएस)
मुंबई, 27 जनवरी। अभिनेत्री रवीना टंडन का कहना है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘पद्म श्री’ के माध्यम से मुख्यधारा और स्वतंत्र सिनेमा दोनों में उनके काम को मान्यता मिली है।
अभिनेत्री का नाम पद्म पुरस्कार से सम्मानित उन लोगों में शामिल है जिनकी घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की गई। उन्होंने कहा कि 2023 की शुरुआत अच्छी हुई है।
रवीना ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह साल पुरस्कारों का रहा है। ‘केजीएफ 2’ और ‘अरण्यक’ से इसकी शुरुआत हुई। लेकिन यह (पद्म श्री) इन सबमें सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि यह मेरे पूरे काम को समाहित करता है। यह व्यावसायिक सफलताओं, गीतों, सब कुछ को समाहित करता है जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं।’’
रवीना 1990 के दशक की चर्चित अभिनेत्री थीं और उन्होंने ‘मोहरा’, ‘दिलवाले’ और ‘दूल्हे राजा’ जैसी हिट फिल्में दीं। वहीं उन्होंने ‘दमन’, ‘सत्ता’ और ‘शूल’ जैसी गैर व्यावसायिक फिल्में भी की। अभिनेत्री ने नेटफ्लिक्स की सीरीज ‘अरण्यक’ से ‘स्ट्रीमिंग’ मंच पर सफल पारी की शुरुआत की है।
अभिनेत्री ने कहा, ‘‘यह सोचकर अच्छा लगता है कि ऐसे लोग हैं जो हमारे काम को देखते हैं और उसे पसंद करते हैं। इस यात्रा में जो लोग मेरे साथ रहे हैं और जिन्होंने मेरा समर्थन किया है, उनका मैं शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।’’
मुख्यधारा की फिल्मों में आम तौर पर पुरूषों का वर्चस्व रहता है, लेकिन रवीना खुद को ‘‘भाग्यशाली’’ मानती हैं कि उन्हें ‘सत्ता’, ‘शूल’ और ‘दमन’ जैसी फिल्मों में काम करने का मौका मिला। इसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था। (भाषा)
मुंबई, 27 जनवरी | शांभवी सिंह, जिन्होंने सबसे लंबे समय तक चलने वाले शो 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' के साथ टीवी पर अपनी शुरूआत की, ने इस प्रोजेक्ट को अपने करियर का सबसे बड़ा ब्रेक माना और उम्मीद जताई कि प्रशंसकों को शो में उनकी भूमिका पसंद आएगी। उन्होंने साझा किया, "मैं भाग्य पर ²ढ़ विश्वास रखती हूं और हमेशा महसूस करती हूं कि जब आप वास्तव में कुछ चाहते हैं, तो पूरा ब्रह्मांड आपको इसे हासिल करने में मदद करता है जैसा कि सुपरस्टार शाहरुख खान अभिनीत मेरी पसंदीदा फिल्म 'ओम शांति ओम' में कहा गया है। इसलिए, जब मैंने 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' देखा तो कहीं न कहीं मैने मान लिया था इस शो का हिस्सा बनना है। और मेरी इच्छा पूरी हुई, भगवान ने मुझे इस सुनहरे अवसर से नवाजा।"
शो में मुस्कान के अपने किरदार पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, "मेरा किरदार मुस्कान एक हिमाचली लड़की है, जो पारंपरिक होने के साथ-साथ अपने तरीकों से बहुत आगे जाती है। वह भारत के छोटे शहरों के युवाओं का प्रतिनिधित्व करती है, जिन्हें रोमांच पसंद है।"
अभिनेत्री ने कहानी में नए मोड़ के बारे में साझा करते हुए कहा इस शो को देखें और इसका आनंद लें। (आईएएनएस)|
मुंबई, 27 जनवरी फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में अपनी जोड़ी से सबका दिल जीतने वाले अभिनेता संजय दत्त और अरशद वारसी एक बार फिर बड़े पर्दे पर साथ नजर आएंगे।
दत्त ने सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पर बृहस्पतिवार को लिखा, ‘‘ हमारा इंतजार आपके इंतजार से ज्यादा लंबा था, जो आखिरकार खत्म हो गया है। मेरे भाई अरशद वारसी के साथ एक और दिलचस्प फिल्म में आ रहा हूं...।’’
वारसी ने भी इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘ आखिरकार यह हो रहा है। एक और मनोरजंन से भरपूर फिल्म में भाई संजय दत्त के साथ आ रहा हूं .... हमारा इंतजार आपके इंतजार से ज्यादा लंबा था।’’
फिल्म ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ में मुन्ना और सर्किट का किरदार निभाने वाले दत्त और वारसी की जोड़ी को लोगों ने काफी पसंद किया था। दोनों फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ और ‘धमाल’ में भी साथ काम कर चुके हैं।
इस आने वाली फिल्म का नाम अभी तय नहीं किया गया है। इसका निर्देशन सिद्धांत सचदेव करेंगे और दत्त की कंपनी ‘थ्री डायमेंशन मोशन पिक्चर्स’ के बैनर तले इसका निर्माण किया जाएगा। (भाषा)
मुंबई, 27 जनवरी | बॉलीवुड के तीन खानों में से तीसरे भले ही 'पठान' में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित नहीं हुए हों, लेकिन आमिर खान की बड़ी बहन निकहत जरूर थीं। उन्होंने फिल्म 'पठान' में शाहरुख खान के साथ दिखाई देने वाले एक दृश्य की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की। फिल्म में निकहत खान हेगड़े ने एक अफगान महिला का किरदार निभाया था, जिसे सीन में शाहरुख को आशीर्वाद देते देखा जा सकता है।
निकहत ने अपने एक प्रशंसक की प्रतिक्रिया भी साझा की, जिसने उल्लेख किया कि वह अपने दो पसंदीदा को एक फ्रेम में देख सकता है : "सू अमेजिंग मैम, एटदरेट निकहत 3628 माई फेवरेट इन वन फ्रेम।" एक अन्य इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा, "हमारी निकहत।"
निकहत ने 'तुम मेरे हो', 'हम हैं राही प्यार के', 'मदहोश' और 'लगान' जैसी फिल्मों का निर्माण किया है। उन्होंने 'मिशन मंगल', 'सांड की आंख' और 'तान्हाजी : द अनसंग वॉरियर' में भी काम किया है।
'पठान में दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम, डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा भी हैं। इस फिल्म ने शुरुआती दिन पूरे भारत में 57 करोड़ रुपये, विदेशों में 55 करोड़ रुपये और डब संस्करणों से 2 करोड़ रुपये कमाए, जिससे यह सबसे सफल रही। इस फिल्म ने पहले दिन 'केजीएफ : चैप्टर 2' के हिंदी डब वर्जन द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
मुंबई, 27 जनवरी (भाषा)। शाहरुख खान अभिनीत फिल्म ‘पठान’ की सफलता को करण जौहर, पूजा भट्ट और मोहम्मद जीशान अय्यूब समेत हिंदी फिल्म जगत की कई हस्तियों ने ‘‘प्यार की जीत’’ बताया।
फिल्म ने पहले दिन देश में बॉक्स ऑफिस पर करीब 57 करोड़ रुपये की कमाई की। फिल्म निर्माण कंपनी ‘यशराज फिल्म्स’ के बैनर तले बनी इस फिल्म में शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म जगत से जुड़े लोग न सिर्फ शाहरुख के लिए बल्कि हिंदी सिनेमा पर छाए काले बादल हटाने के लिए भी फिल्म से काफी उम्मीदें लगाए हुए थे।
निर्माण कंपनी ‘यशराज फिल्म्स’ के अनुसार, फिल्म ने देश में कुल 55 करोड़ रुपये की कमाई की। उनके मुताबिक ‘‘यह, किसी हिंदी फिल्म की पहले दिन की सर्वाधिक कमाई है।’’
फिल्म को तमिल और तेलुगु भाषाओं में भी रिलीज किया गया है। इन भाषाओं में फिल्म ने दो करोड़ रुपये की कमाई की।
शाहरुख के करीबी दोस्त एवं फिल्मकार करण जौहर ने ‘पठान’ के कथित तौर पर दुनियाभर में 100 करोड़ की कमाई करने पर फिल्म से जुड़े लोगों को बधाई दी।
फिल्मकार ने बृहस्पतिवार को इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा, ‘‘ शतक के पार। एक दिन में 100 करोड़ के पार। सबसे महान सुपरस्टार शाहरुख, वाईआरएफ और आदि (निर्माता आदित्य चोपड़ा), सिद्ध (निर्देशक सिद्धार्थ आनंद), दीपिका और जॉन.. कमाल है। नफरत पर हमेशा प्यार की जीत होती है। इस दिन को याद रखें।’’
अभिनेत्री पूजा भट्ट ने ट्वीट किया, ‘‘ एक्शन में प्यार। पठान। शाहरुख फिल्मों से अधिक देने के लिए शुक्रिया।’’
फिल्म ‘रईस’ और ‘जीरो’ में शाहरुख के साथ काम कर चुके जीशान ने कहा कि उन्होंने देर रात फिल्म देखी और सिनेमाघर 95 प्रतिशत भरा था।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ प्यार की जीत होती है और शाहरुख सर, आप वही प्यार हैं। दीपिका पादुकोण शानदार। जॉन अब्राहम जोरदार। पूरी टीम, यशराज फिल्म्स, सिद्धार्थ आनंद को बधाई।’’
फिल्म के गीत ‘बेशरम रंग’ को लेकर फिल्म का बहिष्कार करने की मांग और विवाद के बीच दर्शकों तथा समीक्षकों की शुरुआती प्रतिक्रियाओं ने हिंदी फिल्म जगत को काफी राहत दी है। ‘एडवांस बुकिंग’ को लेकर भी फिल्म खबरों में रही। ‘पठान’ के मंगलवार तक 4.19 लाख टिकट बिक गए थे। सुबह छह और सात बजे के शो के दौरान भी सिनेमाघर करीब 80 प्रतिशत तक भरे थे।
फिल्म की ‘एडवांस बुकिंग’ को लेकर उत्साहजनक नतीजे सामने आने के बाद ‘यशराज फिल्म्स’ ने बुधवार को कहा कि उसने देशभर में फिल्म का देर रात साढ़े बजे एक और शो चलाने का फैसला किया है।
फिल्म व्यापार विशेषज्ञ तरण आदर्श के अनुसार, फिल्म को लेकर दर्शकों के उत्साह को देखते हुए 300 और स्क्रीन पर फिल्म को प्रदर्शित किया जा रहा है। दुनिया भर में ‘पठान’ अब 8500 स्क्रीन पर प्रदर्शित की जा रही है।
शाहरुख खान के बड़े प्रशंसक अभिनेता आयुष्मान खुराना ने फिल्म को मिल रही शानदार प्रतिक्रिया को ‘‘एक निजी सफलता’’ जैसा बताया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ उनसे मुलाकात की। उन्हें गले लगाया। उनके साथ नाचा। यह एक निजी सफलता जैसा लगता है।’’
फिल्मकार सतीश कौशिक, अभिनेता अनुमप खेर, निर्देशक ओनिर, अभिनेत्री दीया मिर्जा, कंगना रनौत सहित कई कलाकारों ने ‘पठान’ की सफलता के लिए शाहरुख और फिल्म से जुड़े बाकी लोगों को बधाई दी।
फिल्म ‘रईस’ में शाहरुख के साथ काम कर चुकीं पाकिस्तानी अभिनेत्री माहिरा खान ने शाहरुख की हौसला अफ़ज़ाई करते हुए अभिनेता के साथ एक तस्वीर साझा की और लिखा, ‘‘ पांच साल पहले...मेरा पठान।’’
फिल्म ‘रईस’ पांच साल पहले 2017 में 25 जनवरी को ही रिलीज हुई थी।
फिल्म विशेषज्ञों के अनुसार, ‘पठान’ के रिलीज के पांचवे दिन तक अच्छी कमाई करने की संभावना है।
हैदराबाद, 27 जनवरी | मशहूर अभिनेत्री जमुना का संक्षिप्त बीमारी के बाद शुक्रवार को निधन हो गया। वह 86 वर्ष की थीं। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अपने आवास पर अंतिम सांस ली। तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और हिंदी में लगभग 200 फिल्मों में अभिनय करने वाली जमुना के परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
उनका जन्म 30 अगस्त, 1936 को कर्नाटक के हम्पी में हुआ था, लेकिन उनके माता-पिता निप्पनी श्रीनिवास राव और कौशल्या देवी आंध्र प्रदेश चले गए। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा गुंटूर जिले के दुग्गीराला में प्राप्त की। वह अपने स्कूल के दिनों में एक मंच कलाकार थीं।
जमुना, जिनका असली नाम जाना बाई था, ने 16 साल की उम्र में गरिकापारी राजाराव द्वारा निर्देशित पुत्तिलु (1953) के साथ अभिनय की शुरुआत की।
जमुना ने 11 हिंदी फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने सुनील दत्त और नूतन अभिनीत मिलन (1967) के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी से प्रभावित होकर, वह 1980 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं और 1989 में राजमुंदरी से लोकसभा के लिए चुनी गईं, लेकिन 1991 में हार के बाद उन्होंने राजनीति छोड़ दी। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गईं और 1990 के दशक के अंत में पार्टी के लिए प्रचार किया। (आईएएनएस)|
-नम्रता जोशी
सिद्धार्थ आनंद की नई बॉलीवुड एक्शन फ़िल्म पठान के एक दृश्य में, पाकिस्तान की खुफ़िया एजेंसी आईएसआई की जासूस रुबीना मोहसिन (दीपिका पादुकोण) भारतीय खुफ़िया एजेंसी रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) के एजेंट पठान (शाहरुख़ ख़ान) से पूछती है, क्या मुस्लिम हो?
इसके जवाब में पठान कहता है कि नहीं मालूम क्योंकि वह अनाथ है और उसके माता-पिता उसे एक सिनेमा हॉल में छोड़ गए थे.
यह जवाब भले ही फ़िल्मी कहानी जैसी हो लेकिन इसके कुछ गहरे संदेश भी हैं.
दरअसल, बॉलीवुड की फ़िल्मों के लिए बॉक्स ऑफ़िस पर कमाई से बड़ा कोई धर्म नहीं है. भारतीय हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री की गिनती देश के धर्मनिरपेक्ष और रचानात्मक संस्थानों में होती है.
पिछले कुछ सालों में जिस तरह से समाज में बदलाव हुआ है, उसका असर फ़िल्मों पर भी हुआ है. फ़िल्मों का भी ध्रुवीकरण हुआ है.
फ़िल्मों को भी नफ़रती अभियान, प्रतिबंध और बॉयकॉट का सामना करना पड़ा है. इस सूची में पठान फ़िल्म के बेशरम रंग के गाने में दीपिका पादुकोण की बिकनी के भगवा रंग को लेकर हुआ विवाद भी शामिल है.
चार साल बाद वापसी
बहरहाल पठान फ़िल्म का यह छोटा दृश्य में फ़िल्म इंडस्ट्री में सर्वधर्म समभाव वाले समावेशी भाव की वापसी की याद दिलाता है और यह अपील खुद रोमांस के बादशाह शाहरुख़ ख़ान करते नज़र आते हैं.
ब्रह्मास्त्र फ़िल्म के कैमियो रोल को अगर छोड़ दें तो शाहरुख़ चार साल बाद पर्दे पर वापस लौटे हैं. पठान से पहले 2018 में आनंद एल. राय की ज़ीरो में वे नज़र आए थे.
आम लोगों के जीवन की तरह फ़िल्मों के लिए भी समय सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है. किसी भी अन्य दौर में, मीडिया, फैंस और इंडस्ट्री पठान को मुख्यधारा की बड़ी स्टारकास्ट वाली फ़िल्म मानता और यह देखा जाता है कि मनोरंजन के हिसाब से फ़िल्म पैसा वसूल है या नहीं.
लेकिन मौजूदा समय के राजनीतिक माहौल को देखते हुए पठान एक तरह से नफ़रत के दौर में प्यार को फिर से हासिल करने का आंदोलन बन गया है.
पठान यशराज फ़िल्म की स्पाई यूनिवर्स सिरीज़ की चौथी फ़िल्म है. इससे पहले 2012 में टाइगर, 2017 में टाइगर ज़िंदा है और 2019 में वॉर आ चुकी है.
ऐसे में पठान में कुछ नया नहीं है. पठान की कहानी को एक पंक्ति में कहा जा सकता है- रॉ का एक एजेंट, एक दूसरे कपटी एजेंट जिम (जॉन अब्राहम) से लड़ रहा है, जो कॉरपोरेट शैली में एक चरमपंथी संगठन को चलाता है और अपने जैविक हथियार रक्तबीज के ज़रिए भारत को तबाह करने की कोशिश कर रहा है.
चुस्त पटकथा, दमदार डॉयलॉग
कहानी भले एक पंक्ति की हो लेकिन यह एक लंबी फ़िल्म है जिसमें कई बार फ्लैशबैक के दृश्य आते हैं. अतीत और वर्तमान को जोड़ने वाले दृश्यों की भरमार, भ्रमित करने वाली है. हालांकि फ़िल्म को देखते हुए क्लाइमेक्स का अनुमान लगाया जा सकता है.
दिमाग़ और तर्क को एक तरफ़ रखकर देखने पर पठान एक मसालेदार फ़िल्म है जिसमें मनोरंजन का हर मसाला मौजूद है. ख़ूबसूरत दृश्यों के अलावा इसमें ढेरों एक्शन दृश्य हैं जहां दर्शकों की सांसें थमने लगती है.
श्रीधर राघवन का लिखा स्क्रीनप्ले भी काफ़ी चुस्त है और अब्बास टायरवाला के लिखे डॉयलॉग, शाहरुख़ ख़ान की संवेदनशीलता और हास्यबोध से मैच करते हैं.
वैसे यह देखना दिलचस्प है कि शाहरुख़ ने बॉलीवुड में इन दिनों प्रचलित देशभक्ति के नैरेटिव को किस तरह से अपनाया है. हालांकि इसमें भी शाहरुख़ की अपनी छाप नज़र आती है, वे इसे अंधराष्ट्रवाद से अलग करते हैं और सामान्य तरह से अपनी भूमिका को मानवीय स्पर्श देते हैं.
फ़िल्म की पटकथा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के विवादास्पद मुद्दे के इर्द-गिर्द घूमती है, इसमें दिखाया गया है कि पाकिस्तान, भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की कोशिश करता और समस्याएं उत्पन्न करता है. फ़िल्म पठान यह भी दर्शाता है कि वर्चस्व के इस क्षेत्रीय खेल में भारत का पलड़ा भारी है. यह सब दिखाते हुए भी मुख्य किरदार पठान गरिमापूर्ण नज़र आते हैं.
खलनायक की भूमिका दमदार
पठान और भारत के विराधी पाकिस्तान से हो सकते हैं, लेकिन पठान की भूमिका में शाहरुख़ रेखांकित करते हैं कुछ बुरे लोग पूरे देश को, सरकार को और लोगों को नहीं बदल सकते.
अफ़ग़ानिस्तान में एक मिशन के दौरान पठान एक परिवार से घुलमिल जाते हैं और हर साल उनके साथ ईद मनाते हैं. वे एक भारतीय एजेंट हैं, साथ ही विश्व के सबसे बड़े सॉफ्ट पॉवर के एजेंट भी हैं. इन दोनों मानकों में तालमेल भी दिखता है, ठीक उसी तरह जैसे शाहरुख़ की लोकप्रियता देश-विदेश तक फैली हुई है.
फ़िल्मी पर्दे पर रोमांटिक छवि के चलते शाहरुख़ रोमांस के बादशाह कहे जाते हैं लेकिन पठान में वे मर्दाना छवि भी आजमाते दिखे हैं. नंगी छाती और धूप में खुलकर अपनी मांसपेशियों का प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पहली बार पूरी तरह से एक्शन हीरो की भूमिका निभाई है.
पठान का खलनायक लता मंगेशकर के गीत, 'ऐ मेरे वतन के लोगों' पर सिटी बजाता नज़र आता है. उसका चरित्र, हीरो से कहीं ज़्यादा दमदार है. उसके गुस्से को उचित संदर्भ, तार्किकता और सहानुभूति का स्पर्श दिया गया है जिसे जॉन अब्राहम ने जीवंतता के साथ निभाया है. पठान यह भी दर्शाता है कि भले ही दुनिया में मर्दों का बोलबाला हो लेकिन यह महिलाओं के लिए ख़तरनाक जगह नहीं है, उनकी अपनी मौजूदगी है.
पादुकोण की शुरुआत बिकनी में गाने से ज़रूर हुई है लेकिन बाद में वह दमदार और घातक भूमिका नज़र आती है.
वहीं पठान की बॉस के रूप में डिंपल कपाड़िया है जो अपने परम देशभक्ति के लिए सम्मान का भाव जगाती हैं.
एक्शन दृश्यों की भरमार
फ़िल्म में एक्शन की भरमार है. इसमें स्टंट के ख़तरनाक दृश्य हैं जिनको ज़मीन, हवा, पानी और बर्फ़ पर फ़िल्माया गया. इनमें कार, हेलीकॉप्टर और बाइक का बख़ूबी इस्तेमाल किया गया है. इन दृश्यों को स्पेन, यूएई, तुर्की, रूस, इटली, फ्रांस, अफगानिस्तान और साइबेरिया के आकर्षक स्थानों पर शूट किया गया है.
फ़िल्म में रूस में ट्रेन का हैरतअंगेज़ एक्शन सीक्वेंस मौजूद है वहीं साइबेरिया में जमी बैकाल झील पर वायरस से भरे गोलों के बीच शानदार फाइटिंग सीक्वेंस भी है.
पठान का एजेंट लोहे और इस्पात जितना मज़बूत ही नहीं है बल्कि वह स्मार्ट और विनम्र भी है. यह ऐसा जासूस है जो रो सकता है, प्यार में पड़ सकता है और खुद का मज़ाक उड़ा सकता है. पठान में, लावारिस, खुदा गवाह और करन अर्जुन की झलक भी देखी जा सकती है. मास्को में एक तिजोरी की लूट को 1993 में आयी डर फ़िल्म के 'तू है मेरी किरण' के साथ ख़ूबसूरती से जोड़ा गया है, हालांकि यह मूर्खतापूर्ण भी नज़र आता है.
शाहरुख़ और दीपिका के बीच एक नोकझोंक वाला मजेदार दृश्य भी है जहां दोनों के बीच विश्वास का संकट उत्पन्न हो जाता है, क्योंकि दोनों देशों की संबंधित एजेंसियां भी एक दूसरे पर विश्वास नहीं करती, इन दोनों के रोमांस के चलते आईएसआई कार्यालय को एजेंटों के बीच मज़ाकिया तौर पर डेटिंग वेबसाइट तक कहा गया है.
पठान फ़िल्म का सबसे मजेदार दृश्य, बॉलीवुड की दुर्दशा और ख़ान तिकड़ी-शाहरुख, सलमान और आमिर के उदाहरण वाले हैं. उदाहरण के लिए, फ़िल्म में जापानी कला किंत्सुगी का एक विस्तारित संदर्भ है, कि कैसे सोने के साथ मिट्टी के बर्तनों के टूटे हुए टुकड़ों को जोड़कर आप कला का एक और भी सुंदर और कीमती काम बना सकते हैं.
फ़िल्म में इसका इस्तेमाल घायल और सेवानिवृत एजेंटों को एक साथ जोड़कर संयुक्त संचालन और गुप्त अनुसंधान नामक एक नई इकाई बनाने के लिए किया गया है. हालांकि ऐसा लगता है जैसे शाहरुख़ बॉलीवुड के बारे में बात कर रहे हैं, कैसे मौजूदा दौर से गुजर कर वह बेहतर होगा.
वैसे पठान फ़िल्म में दो मेगा मनोरंजक दृश्य भी हैं, इसमें एक अन्य सुपरस्टार का कैमियो शामिल है. इसमें एक सीक्वेंस इंटरवल के ठीक बाद है और इसमें आपको एक था टाइगर के बाद फैशन ट्रेंड में शामिल हुए रंगबिरंगे स्कार्फ का इस्तेमाल दिखेगा.
दूसरा मज़ाक का एक अच्छा क्षण है, जो बहुत अंत में आता है. क्रेडिट के बाद जब झूमे जो पठान गाना आता है, इसमें शाहरुख़, ख़ान सितारों की बढ़ती उम्र पर खुद से मजाक़ करते हैं लेकिन यह भी कहते हैं इनकी जगह कोई नहीं ले सकता. शाहरुख़ इस फ़िल्म में खुद का मजाक़ उड़ाते नज़र आते हैं और इसे दर्शकों का प्यार भी मिल रहा है. (bbc.com/hindi)
क़रीब चार साल बाद शाहरुख़ ख़ान की कोई फ़िल्म आई है. बुधवार को शाहरुख़ ख़ान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम स्टारर पठान फ़िल्म रिलीज़ हुई और पहले दिन फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर बड़ी कमाई की है.
फ़िल्म ट्रेड एनालिस्ट कोमल नहाटा के मुताबिक़ पठान ने पहले दिन सभी भाषाओं में कुल 53 करोड़ की कमाई की है. ये कमाई इस लिए भी बड़ी मानी जा रही है क्योंकि यह कलेक्शन वीकेंड या किसी छुट्टी के दिन का नहीं है.
आम तौर पर फ़िल्में शुक्रवार को रिलीज़ की जाती है ताकि वीकेंड पर छुट्टी के कारण लोग फ़िल्म देखने थिएटर आएं और वीकेंड पर बेहतर कमाई करने का मौका मिले. लेकिन पठान को सप्ताह के बीच में यानी बुधवार को रिलीज़ किया गया.
कोमल नहाटा ने ट्विटर पर लिखा, “पठान ने पहले दिन (सभी भाषाओं में) 53 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है. वहीं, 'वॉर' फ़िल्म (सभी भाषाएं) की पहले दिन की कमाई 53.35 करोड़ थी. हालांकि ये छुट्टी का दिन था. आमिर ख़ान की 'ठग्स ऑफ हिंदुस्तान' ने पहले दिन (सभी भाषाएं) 52.25 करोड़ की कमाई की थी, ये भी वीकेंड का दिन था.”
“माना जा रहा है कि पठान का पहले दिन का ओवरसीज़ कलेक्शन 40 लाख डॉलर से अधिक होने रहा है. जो बेहद बड़ा बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन है. सटीक आंकड़ों का इंतज़ार है.”
हालाकिं इंदौर, ग्वालियर, बेंगलूरु सहित कई जगहों पर हिंदू संगठनों ने सिनेमाघरों पर जा कर फ़िल्म का विरोध किया. इंदौर में हालात इतने बिगड़े की कुछ थिएटर में मॉर्निंग शो कैंसिल करने पड़े. (bbc.com/hindi)
लॉस एंजिलिस, 25 जनवरी। फिल्मकार एस एस राजामौली की ‘आरआरआर’ ने मंगलवार को फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ के साथ सर्वश्रेष्ठ मूल गीत श्रेणी में ऑस्कर नामांकन हासिल करके इतिहास रच दिया। वहीं, भारतीय वृत्तचित्र ‘‘ऑल दैट ब्रीद्स’’, ‘‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’’ ने भी क्रमश: वृत्तचित्र फीचर तथा लघु विषय श्रेणी में नामांकन हासिल किया है।
अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी में भारत की आधिकारिक प्रविष्टि ‘‘द लास्ट शो’’ अंतिम पांच में स्थान बनाने में विफल रही, लेकिन जश्न मनाने के लिए बहुत कुछ है क्योंकि यह शायद पहली बार है कि देश की तीन फिल्म विभिन्न श्रेणी में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
‘‘नाटू नाटू’’ को ‘‘टेल इट लाइक अ वुमन’’ के ‘अपलॉज’, ‘टॉप गन: मेवरिक’ के ‘होल्ड माई हैंड’, ‘‘ब्लैक पैंथर: वाकांडा फॉरएवर’’ के ‘‘लिफ्ट मी अप’’ और ‘‘एवरीथिंग एवरीवेयर ऑल एट वंस’’ के ‘‘दिस इज ए लाइफ’ के साथ नामांकित किया गया है। यह गाना अभिनेता राम चरण और जूनियर एनटीआर पर फिल्माया गया है। यह गाना 4.35 मिनट का है।
एम एम कीरावनी द्वारा रचित और काल भैरव व राहुल सिप्लिगुंज द्वारा लिखित ‘‘नाटू नाटू’’ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली यह तीसरी बड़ी उपलब्धि है। कीरावनी ने इस महीने की शुरुआत में गाने के लिए गोल्डन ग्लोब के साथ-साथ क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड जीता था। फिल्म ने एक और क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड-सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म श्रेणी का खिताब जीता।
फिल्म की आधिकारिक वेबसाइट के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘‘हमने इतिहास रचा है। यह साझा करते हुए गर्व और खुशी हो रही है कि नाटू नाटू को 95वें एकेडमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ मूल गीत के लिए नामांकित किया गया है।’’
नामांकन को लेकर कीरावनी ने ट्विटर पर अपना उत्साह साझा किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरी टीम को बधाई। सभी को प्यार।’’ ‘‘नाटू नाटू’’ गाने को कोरियोग्राफ करने वाले प्रेम रक्षित ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं। मेरे पास बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं।’’
राजामौली के पिता और फिल्म के पटकथा लेखक वी विजयेंद्र प्रसाद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। प्रसाद ने कहा, ‘‘यह ‘आरआरआर’ की पूरी टीम के लिए गर्व का क्षण है। यह भारत के लिए, तेलुगु फिल्म उद्योग के लिए और भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का क्षण है।’’
डैनी बॉयल द्वारा निर्देशित 2008 की ब्रिटिश फिल्म ‘‘स्लमडॉग मिलियनेयर’’ का ‘‘जय हो’’, सर्वश्रेष्ठ मूल स्कोर और मूल गीत श्रेणियों में एकेडमी पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी गीत था। इसका संगीत ए आर रहमान ने तैयार किया था और बोल गुलजार ने लिखे थे।
भानु अथैया ऑस्कर जीतने वाली पहली भारतीय थीं। उन्होंने 1982 की फिल्म ‘‘गांधी’’ के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन श्रेणी में ऑस्कर जीता था।
भारतीय वृत्तचित्र ‘‘ऑल दैट ब्रीद्स’’ ने भी अंतिम नामांकन सूची में जगह बनाई है। शौनक सेन के निर्देशन वाले वृत्तचित्र ‘‘ऑल दैट ब्रीद्स’’ को ‘बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर’ श्रेणी के लिये ‘‘ऑल द ब्यूटी एंड द ब्लडशेड’’, ‘‘फायर ऑफ लव’’, ‘‘ए हाउस मेड ऑफ स्प्लिंटर्स’’ और ‘‘नवलनी’’ के साथ नामांकित किया गया है।
दिल्ली में बना वृत्तचित्र दो भाइयों, मोहम्मद सऊद और नदीम शहजाद पर आधारित है, जिन्होंने घायल पक्षियों, विशेष रूप से काली चीलों को बचाने और उनका इलाज करने के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। सेन ने नामांकन मिलने पर अपनी खुशी जाहिर की है।
‘‘ऑल दैट ब्रीद्स’’ को बाफ्टा अवार्ड के लिए भी नामांकित किया गया है। इसने पहले इस साल के सनडांस फिल्म फेस्टिवल में ‘वर्ल्ड सिनेमा ग्रैंड ज्यूरी प्राइज: डॉक्यूमेंट्री’ जीता था। इसके अलावा इसने 2022 के कान फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र के लिए गोल्डन आई पुरस्कार हासिल किया था।
पिछले साल, भारतीय फीचर डॉक्यूमेंट्री ‘‘राइटिंग विद फायर’’ डॉक्यूमेंट्री फीचर सेक्शन में अंतिम ऑस्कर नामांकन सूची का हिस्सा थी, लेकिन ‘‘समर ऑफ सोल (या, व्हेन द रेवोल्यूशन कुड नॉट बी टेलिविज़न)’’ से हार गई। यह एकेडमी पुरस्कार के लिए नामांकित होने वाली पहली भारतीय फीचर वृत्तचित्र थी।
तमिल डॉक्यूमेंट्री ‘‘द एलिफेंट व्हिस्परर्स’’ ने भी 95वें एकेडमी पुरस्कारों की वृत्तचित्र लघु विषय श्रेणी में नामांकन हासिल किया। कार्तिकी गोंसाल्विस द्वारा निर्देशित इस वृत्तचित्र को चार अन्य फिल्म ‘‘हॉलआउट’’, ‘‘हाउ डू यू मेजरमेंट ए ईयर?’’, ‘‘द मार्था मिशेल इफेक्ट’’ और ‘‘स्ट्रेंजर एट द गेट’’ के साथ इस श्रेणी में नामांकित किया गया है।
पूर्व में, भारत की दो प्रविष्टियां ‘‘स्माइल पिंकी’’ और ‘‘पीरियड. एंड ऑफ सेंटेंस’’ ने डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट के लिए ऑस्कर जीता।
प्रसिद्ध संगीतकार रहमान ने एक गीत के लॉन्च के कार्यक्रम में कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि भारतीय फिल्मों को ऑस्कर में नामांकन दर्ज करने में इतना समय लग गया। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सोचा था कि यह दस साल पहले शुरू होगा...12 साल देर हो चुकी है। यह भारत से हर साल होना चाहिए क्योंकि भारत 1.3 अरब लोगों का देश है।’’
हॉलीवुड अभिनेता रिज अहमद और अभिनेत्री एलीसन विलियम्स ने यहां 95वें एकेडमी पुरस्कारों की 23 श्रेणियों के लिए नामांकन की घोषणा की। ऑस्कर के विजेताओं की घोषणा 12 मार्च को होगी। (भाषा)
एसएस राजामौली की फ़िल्म 'आरआरआर' के गाने 'नाटू नाटू' को ऑस्कर के 95वें संस्करण में 'ओरिजिल सॉन्ग' की श्रेणी में नामांकित किया गया है.
एकेडमी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में यह जानकारी दी गई है.
नाटू नाटू का संगीत एमएम कीरावानी ने तैयार किया है, जबकि गीत चंद्राबोस ने लिखा है. इस फ़िल्म के निर्देशक जाने माने फ़िल्म निर्देशक एसएस राजामौली हैं.
ऑस्कर के इस ट्वीट के अनुसार पांच गानों को 'ओरिजिल सॉन्ग' की श्रेणी में नामांकित किया गया है.
इस श्रेणी में 'नाटू नाटू' के अलावा 'दिस इज़ ए लाइफ़', 'लिफ़्ट मी अप', 'होल्ड माई हैंड' और 'एप्लॉज़' को भी नामांकित किया गया है.
वहीं शौनक सेन की डॉक्यूमेंट्री ऑल दैट ब्रीद्स को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फ़ीचर फ़िल्सम कैटेगरी में नौमिनेट किया गया है.
ये दो भाइयों की कहानी है जो जिनके जीवन का मकसद पक्षियों का इलाज करना है. (bbc.com/hindi)
फ़िल्म अभिनेत्री और अपने बयानों से अक्सर चर्चा में रहने वाली कंगना रनौत की मंगलवार शाम को क़रीब 20 महीने बाद ट्विटर पर वापसी हो गई है.
सस्पेंशन के बाद फिर से सक्रिय हुए अपने ट्विटर अकाउंट से उन्होंने एक ट्वीट करके इस प्लेटफ़ॉर्म पर लौटने की जानकारी दी.
कंगना रनौत ने इस ट्वीट में लिखा, ''सभी को नमस्कार, यहां लौटकर अच्छा लग रहा है.''
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में एक वीडिया शेयर करते हुए लिखा, ''और शूटिंग ख़त्म हुई!!!
इमरजेंसी फ़िल्म की शूटिंग सफलतापूर्वक पूरी हुई... 20 अक्टूबर, 2023 को इसे सिनेमाघरों में देखिए...'' (bbc.com/hindi)
मुंबई, 24 जनवरी। लॉक अप'फेम अंजलि अरोड़ा ने अपने अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में खुलकर बात की और साझा किया कि अनावश्यक ट्रोलिंग से निपटना कितना कठिन है। उन्होंने साझा किया, "जब किसी के साथ कुछ भी गलत होने की बात आती है, तो बहुत सारे बुद्धिजीवी लोग अपने विचार और अनुभव सामने रखते हैं, लेकिन जिस क्षण वे समाज से दूर हो जाते हैं और अपने सोशल मीडिया को खोलते हैं, उनके परिपक्व, खुले, समझदार विचार गायब हो जाते हैं और उनके पास केवल अभद्र भाषा, अपमानजनक शब्द रह जाते हैं।
उन्होंने ऑनलाइन ट्रोल होने के बाद गंभीर मानसिक बीमारी का सामना करने की बात भी कही।
उन्होंने साझा किया, हां, ट्रोलिंग मानसिक स्वास्थ्य को गहराई से प्रभावित करती है और यह किसी के जीवन को गहराई तक परेशान कर सकती है। मैं यह अच्छी तरह से जानती हूं क्योंकि मैंने ट्रोलिंग का सामना किया है, जिसने न केवल मुझे बहुत रुलाया बल्कि मुझे सोचने पर भी मजबूर किया।
अंजलि काफी लंबे समय से डिप्रेशन का सामना कर रही हैं। दरअसल, एक बार उन्होंने एक रियलिटी शो में खुलासा किया था कि उन्होंने 11वीं कक्षा में आत्महत्या का प्रयास किया था।
मैं बहुत लंबे समय से, लगभग कुछ महीनों से डिप्रेशन में हूं। मेरे दिमाग में बस एक ही बात चल रही थी, ये चीजें मेरे साथ क्यों हो रही हैं और मुझे जीवन में ऐसी चीजों का सामना क्यों करना पड़ रहा है। लेकिन उन चीजों के बारे में बोलकर अपने करीबियों के लिए, मैंने खुद को स्थिर किया और इतना प्रयास करने और खुद को अधिक समय देने के बाद, मैं मजबूत हो गई और मैं उत्साह से भरे जीवन में वापस आ गई।
अवसाद और मानसिक बीमारी से निपटने के उपायों के बारे में बात करते हुए अंजलि ने निष्कर्ष निकाला, हर किसी के लिए एक ही समाधान नहीं है क्योंकि सभी के जीवन में, संघर्ष, परिवेश, सोच, मानसिक स्वास्थ्य और समस्याएं एक जैसी नहीं होती हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 24 जनवरी। टीवी अभिनेत्री प्रियंका धवले ने साझा किया कि शो 'क्योंकि तुम ही हो' में संगीत समारोह के दौरान एक रोमांटिक डांस सीक्वेंस के लिए अपने सह-अभिनेता हर्ष नागर के साथ जोड़ी बनाना कैसा रहा। उन्होंने कहा, मेरा उत्साह नौवें आसमान पर था, जब मैंने नृत्य प्रदर्शन के बारे में सीखा क्योंकि नृत्य मेरा जुनून है। मैं बॉलीवुड की बहुत बड़ी दीवानी हूं और मैं बॉलीवुड संगीत सुनते हुए बड़ी हुई हूं, हुक स्टेप्स की नकल करती हूं और नृत्य करने का अभ्यास करती हूं।
अभिनेत्री ने कहा कि परदे पर नृत्य करने का अवसर मिलना एक सपने के सच होने जैसा है और वह इसकी शूटिंग का आनंद ले रही हैं, स्क्रीन पर नृत्य करना मेरे बकेट लिस्ट विचारों में से एक था, जिसे अब सही तरीके से चुना गया है।
सीखना और कदमों का मिलान करना और लय, गति और हाव-भाव सही रखना, सभी सुखद थे। हालांकि हम दिन-रात पूर्वाभ्यास करते थे, लेकिन यह हमें अभिभूत नहीं करता था और हमें बिल्कुल भी थकान महसूस नहीं होती थी। यह मजेदार था, हमने इसकी शूटिंग के दौरान बहुत अच्छा समय बिताया। (आईएएनएस)
मुंबई, 23 जनवरी। अभिनेता रणबीर कपूर जल्द ही रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' में नजर आएंगे। अपने फिल्मी कॅरियर में 'रॉकस्टार', 'बर्फी', और 'संजू' जैसी फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता ने कहा कि उन्हें रोमांटिक-कॉमेडी फिल्में करना ज्यादा मुश्किल लगता है क्योंकि इनमें फिल्म के किरदार के पीछे छिपने की कोई गुंजाइश नहीं होती है।
वर्ष 2022 की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्मों में शामिल 'एक ब्रह्मास्त्र: पार्ट वन शिव' के बाद अभिनेता अब फिल्म निर्माता लव रंजन की फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' में नजर आएंगे।
वर्ष 2013 की सुपरहिट फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' के बाद रणबीर इस शैली की फिल्म में आ रहे हैं। इस तरह की शैली वाली फिल्मों में पिछले कुछ साल में अपनी अनुपस्थिति के बारे में बताते हुए वह कहते हैं, 'मैं सिर्फ इस बात को लेकर असुरक्षित महसूस करता हूं कि मेरे व्यक्तित्व में कोई कमी न हो और मैं इस शैली की फिल्मों के माध्यम से लोगों का मनोरंजन कर सकूं।'
फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर संवाददाताओं से बात करते हुए अभिनेता ने कहा, 'अभिनेताओं के चेहरे और व्यक्तित्व बहुत सीमित होते हैं। कभी-कभी, आप उनमें से बाहर निकल जाते हैं, और आपको किरदारों की आवश्यकता होती है। रोमांटिक-कॉमेडी सबसे कठिन शैली है। 'संजू' या 'रॉकस्टार' जैसी फिल्मों में किरदार के पीछे छिपा जा सकता है, लेकिन 'तू झूठी मैं मक्कार' जैसी फिल्मों में नहीं।'
रणबीर कपूर ने कहा कि 'प्यार का पंचनामा 2' देखने के बाद उन्होंने फिल्म निर्माता रंजन से बात की और उनके साथ काम करने की इच्छा जताई। शुरुआत में दोनों ने एक अन्य फिल्म में काम करने की योजना भी बनाई जिसमें अजय देवगन भी थे, लेकिन जब निर्देशक ने 'तू झूठी मैं मक्कार' के बारे में बताया तो उन्होंने इस फिल्म के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया।
रणबीर कपूर के साथ इस फिल्म में अभिनेत्री श्रद्धा कपूर भी नजर आएंगी।
कपूर ने कहा, “मैं श्रद्धा को बचपन से जानता हूं क्योंकि हमारे माता-पिता दोस्त हैं। इसलिए, हम लंबे समय से दोस्त हैं। उनके साथ काम करते हुए मैंने महसूस किया कि हम दोनों की रचनात्मक ऊर्जा एक जैसी है। वह उसी तरह के जुनून, समर्पण और जोश के साथ आती हैं। वह ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें बहुत से लोग प्यार करते हैं। उनकी उपस्थिति ने 'तू झूठी मैं मक्कार' को बहुत महत्व दिया। यह लव की प्रतिभा है कि उन्होंने हमें एक साथ रखा।'
रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर की फिल्म 'तू झूठी मैं मक्कार' रंजन और अंकुर गर्ग की लव फिल्म्स द्वारा निर्मित है जिसे टी-सीरीज़ द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है। यह फिल्म बड़े पर्दे पर 8 मार्च को रिलीज होगी। (भाषा)
मुंबई, 23 जनवरी । बंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को शहर की पुलिस को अभिनेत्री राखी सावंत के खिलाफ मंगलवार तक कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया। राखी के खिलाफ एक मॉडल ने कथित रूप से अश्लील और आपत्तिजनक वीडियो प्रसारित करने और प्रदर्शित करने के लिए मामला दर्ज कराया था।
सावंत ने मामले में अग्रिम जमानत के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया।
राखी के वकील ने सोमवार को न्यायमूर्ति एम. एस. कार्णिक की एकल पीठ को बताया कि सावंत नवंबर 2022 में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से पुलिस की जांच में सहयोग कर रही हैं।
न्यायमूर्ति कार्णिक ने मामले को मंगलवार को सुनवाई के लिए सुरक्षित रखा और पुलिस को तब तक उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया।
अतिरिक्त लोक अभियोजक द्वारा पीठ को सूचित किया गया कि सावंत पिछले सप्ताह पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश हुई थी, लेकिन उन्होंने अपना फोन पुलिस को सौंपने से पहले उक्त वीडियो को हटा दिया।
उन्होंने बताया कि पुलिस अब सावंत पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाएगी।
न्यायमूर्ति कार्णिक ने सावंत के वकील को इस पर निर्देश लेने को कहा।
अभिनेत्री की शिकायत के बाद मुंबई में अंबोली थाने में सावंत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354ए (यौन उत्पीड़न), 500 (मानहानि), 504 (जानबूझकर अपमान) और 509 (किसी महिला की लज्जा भंग करने के उद्देश्य से शब्द, हावभाव या कृत्य) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप से अश्लील सामग्री का प्रसारण) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
पिछले सप्ताह एक सत्र अदालत द्वारा उनकी अग्रिम जमानत अर्जी खारिज करने के बाद सावंत ने उच्च न्यायालय का रुख किया था।(भाषा)