मनोरंजन
मुंबई, 23 जनवरी | बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ, जिन्हें उनके प्रशंसकों में 'भिडू' के नाम से भी जाना जाता है, ने हाल ही में सिंगिंग रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स ग्रैंड फिनाले' में भाग लिया, जहां उन्होंने एक प्रतियोगी हर्ष सिकंदर के साथ एक भावनात्मक क्षण बिताया। हर्ष के प्रदर्शन के बाद, जैकी श्रॉफ ने मंच पर जाकर उन्हें गले लगाया और उन्हें एक लैपटॉप देने और एक साल के इंटरनेट और बिजली के बिलों का भुगतान करने का वादा किया।
9 वर्षीय फाइनलिस्ट हर्ष सिकंदर अपने पिता के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बाद अपने परिवार का कमाऊ सदस्य है। वह जगराते में भक्ति गीत गाता है और उससे जो कुछ भी कमाता है, उससे अपनी मां और भाई-बहनों की देखभाल करता है।
यह सुनकर जैकी श्रॉफ ने हर्ष से कहा कि वह उन्हें उनकी ऑनलाइन क्लास के लिए एक लैपटॉप देंगे, ताकि वह घर पर ही सीख और पढ़ सके । (आईएएनएस)|
मुंबई, 23 जनवरी | बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी अपने पार्टनर क्रिकेटर के.एल. राहुल के साथ शादी के बंधने में बंधने के लिए तैयार हैं। इसी बीच एक्ट्रेस की हल्दी की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिस तस्वीर के अभिनेत्री के हल्दी समारोह के होने का दावा किया जा रहा है, उसमें शादी में शामिल लोगों को अभिनेत्री को हल्दी लगाते हुए दिखाया गया है। हालांकि, यह तस्वीर अथिया की फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर' के एक शॉट की है।
2019 में रिलीज हुई फिल्म 'मोतीचूर चकनाचूर' में नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी प्रमुख भूमिका में थे, इसमें अथिया के साथ उनकी शादी होती है।
इस बीच, मीडिया रिपोटरें के अनुसार, शादी समारोह में फिल्म और क्रिकेट जगत के मेहमान एक साथ देखने को मिलेंगे।
2021 में कैटविक शादी के नक्शेकदम पर चलते हुए, अथिया और के.एल. राहुल ने नो-फोन पॉलिसी भी लागू कर दी है। (आईएएनएस)|
मुंबई, 23 जनवरी | अपनी फिल्म 'पठान' के बड़े पर्दे पर आने में महज दो दिन शेष रहने पर बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने सभी से इस एक्शन-एंटरटेनर को सिनेमाघरों में देखने और पायरेसी से लड़ने का आग्रह किया है। शाहरुख ने ट्विटर का सहारा लिया, जहां ट्वीट करके अभिनेता ने अपने प्रशंसकों के सामने अपनी बात रखी।
उन्होंने लिखा, "जैसा कि पठान भारत के लिए लड़ता है, आप भी पाइरेसी से लड़ने के लिए हमारे फिल्म उद्योग के लिए एक सैनिक बन सकते हैं। पठान को 25 जनवरी से दुनिया भर में केवल सिनेमाघरों में देखें और पायरेसी को ना कहें। शक्ति आपके हाथों में है।"
'पठान' एक भारतीय जासूस की कहानी है।
अभिनेता के लिए चार साल से अधिक के अंतराल के बाद यह फिल्म शाहरुख की तीन फिल्मों में से पहली है। इससे पहले उन्हें 2018 में आई फिल्म 'जीरो' में देखा गया था, जो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी। (आईएएनएस)|
मुंबई, 23 जनवरी अभिनेत्री सारा अली खान ने सोमवार को कहा कि उन्हें अपनी आने वाली फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ में एक ‘‘निडर व साहसपूर्ण’ किरदार निभाने पर गर्व है।
यह फिल्म ओटीटी मंच ‘प्राइम वीडियो’ पर रिलीज होगी। ‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) मंच पर इंटरनेट के माध्यम से फिल्म व अन्य डिजिटल सामग्री (कंटेंट) उपलब्ध कराई जाती है।
फिल्म में सारा एक स्वतंत्रता सेनानी की भूमिका में नजर आएंगी। फिल्म का निर्देशन कन्नन अय्यर ने किया है और पटकथा अय्यर तथा दरब फारूकी ने लिखी है।
करण जौहर के ‘धर्माटिक एंटरटेनमेंट’ के बैनर तले बनी यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित एक ‘थ्रिलर-ड्रामा’ है। यह मुंबई की कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की की कहानी है, जो बाद में एक स्वतंत्रता सेनानी बनती है।
सारा ने फिल्म की पहली झलक जारी होने के बाद एक बयान में कहा, ‘‘ मैं गर्व महसूस कर रही हूं कि ‘प्राइम वीडियो’ और ‘धर्माटिक एंटरटेनमेंट’ ने मुझे एक ऐसी कहानी का हिस्सा बनाया, जिसे मुझे लगता है बयां किया जाना काफी जरूरी है। एक अभिनेत्री के तौर पर और उससे भी अधिक एक भारतीय होने के नाते, मैं ऐसा किरदार निभाकर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं जो शौर्य, शक्ति और साहस को प्रतिबिंबित करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कन्नन सर के साथ काम करना बेहद गर्व की बात है, जो इस कहानी से भावनात्मक रूप से काफी जुड़े हैं। इसके साथ ही, यह किरदार निभाना भी बेहद चुनौतीपूर्ण है क्योंकि मैंने पहले ऐसा कभी कोई किरदार नहीं निभाया। मैं इस किरदार के लिए की गई मेहनत को हमेशा याद रखूंगी।’’
फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ की कहानी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
इंडिया ओरिजिनल्स प्राइम वीडियो की प्रमुख अपर्णा पुरोहित ने कहा कि देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, ऐसे में ‘ऐ वतन मेरे वतन’ के जरिए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम योद्धाओं को श्रद्धांजलि देना उनके लिए सम्मान की बात है।
फिल्म ‘ऐ वतन मेरे वतन’ को दुनियाभर में 240 से अधिक देशों और क्षेत्रों में प्राइम वीडियो पर प्रसारित किया जाएगा। निर्माताओं ने अभी इसकी रिलीज की तारीख की घोषणा नहीं की है। (भाषा)
मुंबई, 23 जनवरी | बॉलीवुड अभिनेत्री सारा अली खान जल्द ही अपनी आगामी स्ट्रीमिंग फिल्म 'ऐ वतन मेरे वतन' में एक स्वतंत्रता सेनानी की भूमिका निभाती नजर आएंगी। सच्ची घटनाओं से प्रेरित बताई जा रही यह फिल्म 2020 की 'कुली नंबर 1' और 2021 की हिट 'अतरंगी रे' के बाद सारा की तीसरी स्ट्रीमिंग फिल्म होगी।
सोमवार को फिल्म के निर्माताओं ने फिल्म से सारा के किरदार का फस्र्ट लुक वीडियो साझा किया।
वीडियो दर्शकों को एक बीते युग में ले जाता है जहां दर्शक सारा को एक कम रोशनी वाले कमरे में वैक्यूम ट्यूबों में प्लग लगाकर रेडियो जैसी डिवाइस को असेंबल करते हुए देखते हैं। जैसे ही वह रेडियो पर बोलना शुरू करती है, वह स्वतंत्रता के संदेश को पूरे देश के साथ तब तक साझा करती है जब तक कि वह दरवाजे पर लगातार पीटने से बाधित न हो जाए।
अपने किरदार के बारे में बात करते हुए सारा ने कहा, "मैं एक ऐसी फिल्म का हिस्सा बनने का अवसर पाकर बहुत उत्साहित और सम्मानित महसूस कर रही हूं। एक कलाकार के रूप में, और इससे भी महत्वपूर्ण एक भारतीय के रूप में, मुझे इस पर गर्व है। एक ऐसे चरित्र को चित्रित करने में सक्षम हूं जो बहादुरी, शक्ति और साहस का प्रतिध्वनित करता है। कन्नन अय्यर सर (निर्देशक) के साथ काम करना एक सरासर विशेषाधिकार है क्योंकि वह खुद इस कहानी में इतने भावुक और भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। एक ऐसे किरदार को निभाना बहुत चुनौतीपूर्ण है जो मेरे द्वारा पहले की गई किसी भी चीज से बहुत अलग है।"
फिल्म एक थ्रिलर-ड्रामा है और (तत्कालीन) बॉम्बे में एक कॉलेज गर्ल की यात्रा बताती है, जो एक स्वतंत्रता सेनानी बन जाती है। यह काल्पनिक कहानी 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि पर आधारित है।
निर्माताओं ने यह भी कहा है कि यह फिल्म उषा मेहता की बायोपिक नहीं है।
सोमेन मिश्रा द्वारा सह-निर्मित, धर्मटिक के करण जौहर और अपूर्व मेहता द्वारा निर्मित 'ऐ वतन मेरे वतन' को दरब फारूकी और कन्नन अय्यर ने संयुक्त रूप से लिखा है।
प्रोजेक्ट के लिए फिल्मांकन चल रहा है और फिल्म तैयार होने पर प्राइम वीडियो पर आ जाएगी। (आईएएनएस)|
मुंबई, 23 जनवरी | अभिनेत्री ऋचा चड्ढा अगली बार एक अनटाइटल्ड फिल्म में कोविड संकट की दूसरी लहर के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका निभाती नजर आएंगी। जी स्टूडियोज के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म के बारे में बात करते हुए ऋचा का कहना है कि यह 'वास्तविक घटनाओं' पर आधारित है।
"यह उन वास्तविक घटनाओं पर आधारित है, जिन्हें हम सभी ने कोविड की दूसरी लहर के दौरान देखा था। जहां नुकसान और निराशा थी, वहीं उम्मीद भी थी। वास्तव में मैं अजनबियों की इस दयालुता से इतना प्रभावित हुई कि मैंने किंड्री शुरू की। यह एक छोटी सी सोशल मीडिया पहल थी जिसने दूसरी लहर में केवल अच्छाई, निस्वार्थता की कहानियां बताई।"
अभिनेत्री का कहना है कि, "फिल्म महामारी के दौरान हमारे पूरे जीवन पर एक नजर डालती है, जहां हम इंसान होने से डरते थे, वहां अनिवार्य दूरी लागू थी। यह उन डॉक्टरों और नर्सों के बारे में बात करती है जो निस्वार्थ भाव से अपना काम कर रहे थे। मैं ऐसी ही एक नर्स की भूमिका निभाने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं।"
फिल्म का निर्देशन अभिषेक आचार्य ने किया है।
इसके अलावा ऋचा ने 'गर्ल्स विल बी गर्ल्स' की शूटिंग पूरी कर ली है, जो उनकी होम प्रोडक्शन की पहली फिल्म है।
फिल्म एक इंडो-फ्रेंच को-प्रोडक्शन है, जिसे पुशिंग बटन्स स्टूडियोज, क्रॉलिंग एंजल फिल्म्स और फ्रेंच कंपनी, डोल्से वीटा फिल्म्स द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित किया जा रहा है। (आईएएनएस)|
-प्रदीप सरदाना
तेलुगू फिल्म 'आरआरआर' कई बड़े अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीतते हुए जिस तरह सफलता पा रही है, उससे सभी हैरत में हैं. इससे अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारतीय सिनेमा का मान सम्मान तो बढ़ा ही, साथ ही दक्षिण भारत की फ़िल्मों का दबदबा भी अब बहुत तेज़ी से बढ़ने लगा है.
निर्देशक एस एस राजामौली की तेलुगू में बनी 'आरआरआर' यूं तो बीते मार्च से तभी से सुर्खियां बटोर रही है, जब ये प्रदर्शित हुई थी.
बॉक्स ऑफिस पर अपार सफलता पाने के साथ बीते वर्ष ही इस फ़िल्म ने कुछ पुरस्कार अपनी झोली में समेटने शुरू कर दिए थे.
अब जब 'आरआरआर' को पहले अपने गीत 'नाटू नाटू' के लिए 'गोल्डन ग्लोब अवार्ड' मिला तो इसके ऑस्कर अवार्डस के लिए नॉमिनेशन की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं.
गोल्डन ग्लोब अवार्ड के बाद 'आरआरआर' को 'क्रिटिक्स चॉइस मूवी अवार्ड' मिलना तो सोने पे सुहागा जैसा है क्योंकि ऑस्कर नॉमिनेशन की बात हो या ऑस्कर अवार्ड्स में जूरी के फ़ैसले की, सभी में क्रिटिक्स अवार्ड्स की भी अहम भूमिका रहती है.
इसी 28वें क्रिटिक्स चॉइस अवार्ड्स में 'आरआरआर' को 'नाटू नाटू' गाने के लिए तो पुरस्कार मिला ही. उससे बढ़कर विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का पुरस्कार भी 'आरआरआर' को मिलना, फ़िल्म के लिए बड़ी उपलब्धि है.
इसके बाद अब सिएटल क्रिटिक्स अवार्ड्स में भी 'आरआरआर' को बेस्ट एक्शन कोरियोग्राफ़ी का पुरस्कार मिलना, यह बताता है कि क्रिटिक्स अवार्ड्स में 'आरआरआर' को अलग अलग श्रेणियों में पसंद किया जा रहा है.
इससे यह फ़िल्म ऑस्कर नॉमिनेशन की रेस में सशक्त हो जाती है. यूं पिछले वर्ष से अभी तक के अलग-अलग क्रिटिक्स अवार्ड्स को देखें तो 'आरआरआर' अब तक क़रीब 20 क्रिटिक्स अवार्ड्स प्राप्त कर चुकी है.
उधर इस फ़िल्म की प्रशंसा विदेश के कुछ बड़े फ़िल्मकार भी कर रहे हैं. हॉलीवुड की 'अवतार' जैसी फ़िल्मों से विश्व में अपनी एक बड़ी पहचान बना चुके निर्देशक जेम्स कैमरून को तो 'आर आर आर' इतनी पसंद आई कि इस फ़िल्म को उन्होंने दो बार देखा.
इधर अपनी देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा भी फ़िल्म को अपना समर्थन दे रही है. प्रियंका ने अमेरिका में हुई इस फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग में तो हिस्सा लिया ही. साथ ही फ़िल्म और इसकी टीम की तारीफ़ करने के साथ अपनी शुभकामनाएँ भी दीं.
हालांकि यह आश्चर्य ही है कि जो फ़िल्म देश-विदेश में विभिन्न मोर्चों पर सराही जा रही है. उस फ़िल्म को भारत की ओर से अधिकृत रूप से ऑस्कर के लिए नामांकन नहीं मिला.
इधर 'आरआरआर' के लिए कई सफलताओं के बीच एक असफलता यह भी है कि 19 फ़रवरी 'बाफ्टा अवार्ड्स के नॉमिनेशन में भी यह फ़िल्म नामांकित नहीं हो सकी.
क़रीब 450 करोड़ रुपये बजट की यह भव्य फ़िल्म अभी तक दुनियाभर में क़रीब 1100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार कर चुकी है. इन दिनों जापान में भी इसे अच्छा खासा पसंद किया जा रहा है. लेकिन फ़िल्म फेडरेशन ऑफ़ इंडिया ने 'आरआरआर' को ऑस्कर के लिए योग्य नहीं समझा.
चर्चित गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' उर्फ़ 'आखिरी फ़िल्म शो' को भारत की तरफ़ से ऑस्कर के लिए ऑफिसियल एंट्री दी गई.
यह देख एसएस राजमौली ने ख़ुद ही ऑस्कर के लिए 'आपके विचार के लिए' अपना अभियान शुरू कर दिया. जिसके चलते ऑस्कर अवार्ड्स के लिए शॉर्ट लिस्टेड होने वाली 300 फ़िल्मों में 'आरआरआर' को ले लिया गया लेकिन अभी इसका फ़ाइनल नॉमिनेशन होना है.
यदि यह अंततः नामांकित हो जाती है तो 12 मार्च को होने वाले ऑस्कर समारोह के लिए फ़िल्म प्रतियोगिता में आगे बढ़ेगी.
क्षेत्रीय फ़िल्मों का बढ़ता दबदबा
फ़िल्म 'आरआरआर' ऑस्कर की रेस में आगे बढ़ पाती है या नहीं ये तो आगे ही पता चलेगा, लेकिन ऑस्कर में भारत की यहाँ तक भी एक तेलुगू और दूसरी गुजराती यानी दो क्षेत्रीय फ़िल्मों का पहुँचना बताता है कि क्षेत्रीय सिनेमा का दबदबा विदेशों में भी बराबर बढ़ रहा है.
हम चाहे व्यावसायिक दृष्टि से देखें या पुरस्कार और लोकप्रियता की दृष्टि से सभी ओर क्षेत्रीय सिनेमा आगे चल रहा है. इसमें कोई शक नहीं कि अभी तक भारतीय सिनेमा को विश्व में जो बड़ी लोकप्रियता मिली है वह हिन्दी फ़िल्मों के कारण ज़्यादा मिली थी.
विश्व में भारतीय सिनेमा का पहला परचम 1946 में हिन्दी फ़िल्म 'नीचा नगर' ने फहराया था. फ़िल्मकार चेतन आनंद और अभिनेत्री कामिनी कौशल की 'नीचा नगर' को कान फ़िल्म समारोह में 'पाम डी ओर' (सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म का) अवार्ड मिला था. यहाँ तक फ़िल्मकार राज कपूर की 'आवारा' भी 1951 के बाद रूस के साथ दुनिया के कई देशों में इतनी लोकप्रिय हुई कि राज कपूर तब दुनिया भर में भारत के 'सांस्कृतिक दूत' बनकर उभरे.
यूं फ़िल्म 'नीचा नगर' के क़रीब 10 साल बाद सत्यजित रे ने अपनी बांग्ला फ़िल्म 'पाथेर पांचाली' से विश्व सिनेमा में भारत के क्षेत्रीय सिनेमा को महत्व दिलाना शुरू कर दिया था. फिर भी भारतीय फ़िल्मों को विदेशों में अपार ख्याति हिन्दी फ़िल्मों से ही अधिक मिलती आई है. हालांकि राजामौली की ही 2015 में प्रदर्शित तेलुगू फ़िल्म 'बाहुबली' के बाद देश विदेश में समीकरण तेज़ी से बदल रहे हैं.
इससे अब हिन्दी सिनेमा धीरे-धीरे नेपथ्य में जाता दिख रहा है और क्षेत्रीय सिनेमा नित नए शिखर छू रहा है.
बॉक्स ऑफिस पर भी पीछे हिन्दी फ़िल्में
हम कुछ बरस पहले के सिनेमा की भारतीय तस्वीर देखें तो अमिताभ बच्चन पहले ऐसे अभिनेता रहे जिनकी फिल्में हिन्दी बेल्ट के साथ साथ दक्षिण के सभी राज्यों के और पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में खूब व्यापार करती थीं. तो विदेशों में भी.
बाद में आमिर ख़ान, शाहरुख ख़ान और सलमान ख़ान की तिगड़ी ने देश-विदेश में अपनी फ़िल्मों से खूब धूम मचाई. यहाँ तक देश में बरसों से सफलता की माप दंड बने रहे सिल्वर जुबली-गोल्डन जुबली फ़िल्मों के युग को करोड़ी युग में आमिर ने ही बदला. जब उनकी 'गजनी' ने चंद दिनों में 100 करोड़ रुपये का बिजनेस कर सफलता के नए मापदंड स्थापित कर दिए.
इन तीन ख़ान सितारों के साथ अक्षय कुमार, ऋतिक रोशन, अजय देवगन, रणबीर कपूर बॉक्स ऑफिस के ऐसे बादशाह बन गए कि क्षेत्रीय सिनेमा हाशिए पर जाता दिखाई देने लगा. पहले हिन्दी क्षेत्र में रजनीकान्त और कमल हासन जैसे सितारों की फ़िल्में खूब चलती थीं. लेकिन बाद में इनकी फ़िल्में की भी लोकप्रियता उत्तर भारत में कम होने लगी.
2022 की 10 शिखर फ़िल्में
लेकिन अब कोरोना काल के बाद तो हालात ऐसे हो गए हैं कि दक्षिण भारत की फ़िल्में धमाल कर रही हैं और हिन्दी फ़िल्में धूल चाट रही हैं. इससे अब दक्षिण फ़िल्मों को नहीं, हिन्दी सिनेमा को अपना अस्तित्व बचाना मुश्किल हो गया है.
2022 में बॉक्स ऑफिस पर सर्वाधिक कमाई करने वाली 10 फ़िल्मों को देखें तो दक्षिण फ़िल्मों की पूरे भारत में सफलता की गूंज सातवें आसमान तक है. इस साल जिन 10 फ़िल्मों ने सर्वाधिक कमाई की उनमें टॉप -3 में तीनों फ़िल्में दक्षिण की ही हैं. जबकि कुल 10 शिखर फ़िल्मों में 6 फ़िल्में दक्षिण भारत की हैं.
आईएमडीबी के आंकड़ों के अनुसार पहले पायदान पर कन्नड़ मूल की फ़िल्म 'केजीएफ़ चैप्टर- 2' है. कुल 205 करोड़ रुपये बजट की इस फ़िल्म ने टिकट खिड़की पर विश्व भर में कुल 1235 करोड़ रुपये का संकलन किया. दूसरे पायदान पर तेलुगू मूल की 'आरआरआर' है जिसने पूरे विश्व में 1135 करोड़ रुपये एकत्र किए. इनके बाद 165 करोड़ रुपये में बनी तमिल फ़िल्म 'पोन्नियिन सेलवन पार्ट- 1' है, जिसने 500 करोड़ एकत्र किए.
हिन्दी फ़िल्मों की बात करें तो चौथे पायदान पर 'ब्रह्मास्त्र' है. यह 400 करोड़ रुपये की फ़िल्म दुनिया भर में 430 करोड़ का बिजनेस का दावा कर रही है.
इसके बाद सातवें नंबर पर अजय देवगन की 'दृश्यम- 2' है. अपने 65 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह फ़िल्म 342 करोड़ रुपये का कुल व्यापार करने में सफल रही.
टॉप-10 की अन्य फ़िल्मों में पांचवें नंबर पर तमिल फ़िल्म 'विक्रम' है. जिसका बजट 120 करोड़ रुपये बताया जा रहा है और इसका वर्ल्डवाइड बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 424 करोड़ रुपये है.
फिर छठे क्रमांक पर साल की बेहद चर्चित कन्नड़ फ़िल्म 'कांतारा है. मात्र 16 करोड़ रुपये के लागत वाली 'कांतारा' पूरे संसार में 404 करोड़ रुपये टिकट खिड़की पर संग्रहीत करके सबसे कम बजट में अत्याधिक कमाई करके शानदार फ़िल्म बन गई.
दक्षिण के सितारे भी अब सभी जगह लोकप्रिय
बड़ी बात यह भी है कि दक्षिण की फ़िल्में ही नहीं वहाँ के कलाकार भी उत्तर भारत सहित देश के दूर दराज क्षेत्रों तक पसंद किए जा रहे हैं. हालिया दक्षिण भारतीय फ़िल्मों के कलाकारों की लोकप्रियता का प्रमाण यह भी है कि वहाँ के कलाकार अब हिन्दी विज्ञापन फ़िल्मों में भी ब्रांड एम्बेसडर बनने लगे हैं.
'आरआरआर' के अभिनेता राम चरण को तो अब हीरो मोटोकॉर्प ने अपने नए हिन्दी विज्ञापन फ़िल्म में ले लिया है. जबकि पहले यह विज्ञापन रणबीर कपूर कर रहे थे.
ऐसे ही 'पुष्पा' फ़िल्म के नायक अल्लु अर्जुन को रेड बस ने अपना ब्रांड एम्बेसडर बना लिया है.
फ़िल्म पुष्पा से ही लोकप्रिय हुईं अभिनेत्री रश्मिका मंदाना तो अब कई हिन्दी विज्ञापनों में दिख रही हैं.
'पुष्पा' से बदली तस्वीर
दक्षिण के फ़िल्मों की सफलता को बड़ी दस्तक 'बाहुबली' और 'बाहुबली -2' के बाद दिसंबर 2021 में तब मिली, जब फ़िल्म 'पुष्पा' ने दक्षिण के साथ उत्तर भारत, यहां तक पूरे भारत में बड़ी सफलता दर्ज की.
इस फ़िल्म ने लोकप्रियता की ऐसी मिसाल लिखी कि इसके बाद दक्षिण की फ़िल्मों ने उत्तर भारत में सफलता का नया अध्याय जोड़ दिया.
इसे संयोग कहें या कुछ और कि जहां दक्षिण भारत की फ़िल्में सफलता के झंडे पर झंडे लगा रही हैं, वहाँ बड़े सितारों की बड़ी से बड़ी हिन्दी फ़िल्में धराशाई हो रही हैं.
पिछले बरस को ही लें तो आमिर ख़ान की हिन्दी फ़िल्म 'लाल सिंह चड्ढा' साल की सुपर फ्लॉप साबित हुई. 180 करोड़ रुपये में बनी यह फ़िल्म टिकटों के ज़रिए महज 59 करोड़ रुपये ही वापस ला सकी.
बीते वर्ष अक्षय कुमार की हिन्दी फ़िल्में बच्चन पांडे, पृथ्वीराज, रक्षा बंधन और रामसेतु चारों खाने चित हो गईं.
वहीं रणबीर कपूर की 'शमशेरा', रणवीर सिंह की 'ज्येष्ठभाई जोरदार' जैसी हिन्दी फ़िल्मों ने इन सितारों के आभा मण्डल को ध्वस्त कर दिया.
राष्ट्रीय पुरस्कारों में भी क्षेत्रीय सिनेमा की धूम
हिन्दी सिनेमा सिर्फ़ व्यावसायिक रूप से ही नहीं राष्ट्रीय पुरस्कारों में भी क्षेत्रीय सिनेमा से बुरी तरह पिछड़ रहा है. जबकि पहले हिन्दी सिनेमा का पलड़ा अधिकतर पुरस्कारों में भारी रहता था.
सर्वश्रेष्ठ फ़िल्मों के राष्ट्रीय पुरस्कारों के मामले में बांग्ला फ़िल्में पहले और हिन्दी फ़िल्में दूसरे नंबर पर रहीं. सर्वश्रेष्ठ फ़िल्मों के स्वर्ण कमल के सर्वाधिक 22 पुरस्कार बांग्ला फ़िल्मों को मिले. जबकि हिन्दी फ़िल्में 14 स्वर्ण कमल ही पा सकी हैं.
हालांकि अब राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में बांग्ला फ़िल्में पुरस्कार पाने में असफल हो रही हैं. उधर दक्षिण और मराठी फ़िल्में इस मामले में आगे बढ़ रही हैं. लेकिन सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार पाने में हिन्दी सिनेमा सबसे आगे रहा. अब तक सर्वाधिक 25 अभिनेता और 22 अभिनेत्री हिन्दी फ़िल्मों के लिए अभिनय का पुरस्कार जीतकर सभी को पीछे करते रहे हैं. लेकिन अब इस मामले में भी हिन्दी सिनेमा संकट में है.
पिछले बरस आयोजित राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में दक्षिण सिनेमा का ही वर्चस्व रहा. जिसमें तमिल की एक फ़िल्म 'सूरारई पोटरु' ही अपने नाम 5 बड़े पुरस्कार ले गई. जिसमें सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, अभिनेता, अभिनेत्री, पटकथा और संगीत के पुरस्कार हैं. यूं सर्वाधिक 8 राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार भी तमिल फ़िल्मों को मिले.
यहाँ ये बता दें कि दक्षिण भारतीय फ़िल्मों की धूम के बीच अजय देवगन को (2012 के बाद) बीते वर्ष सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार पाने का मौका मिला तो सही लेकिन उन्हें इसे दक्षिण के अभिनेता सूर्या के साथ साझा करना पड़ा. इसके अलावा हिन्दी सिनेमा को सिर्फ़ 3 पुरस्कार और मिले. राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कारों में हिन्दी सिनेमा की दयनीय स्थिति इससे भी स्पष्ट दिखती है.
क्षेत्रीय सिनेमा की ताक़त राष्ट्रीय पुरस्कारों में मराठी और मलयालम फ़िल्मों के रूप में भी दिख रही है. मलयालम फ़िल्मों को इस बार कुल 7 पुरस्कार और मराठी फ़िल्मों को कुल 6 पुरस्कार मिले.
बात बॉक्स ऑफिस की व्यावसायिक सफलता की हो या राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पुरस्कारों की, हिन्दी सिनेमा इस समय अपने बेहद बुरे दौर से गुज़र रहा है. जबकि दक्षिण फ़िल्मों का जादू सभी जगह चल रहा है. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 22 जनवरी | बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान की बेटी सुहाना और उनकी दोस्त शनाया कपूर, जो अभिनय में अपनी शुरूआत करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, ने दुबई में रियलिटी टीवी स्टार और सुपरमॉडल केंडल जेनर के साथ तस्वीर खिंचवाई। शनाया ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर तीनों की तस्वीरें शेयर कीं है।
सुहाना सिल्वर हील्स के साथ पिंक मिनी ड्रेस में बहुत खूबसूरत लग रही हैं, जबकि शनाया एक लाल फिगर-हगिंग ड्रेस में स्टनिंग लग रही हैं। केंडल ने एक हरे रंग की पोशाक पहनी हुई है और तीनों ने कैमरे के सामने मुस्कुराते हुए पोज दिए।
वर्कफ्रंट की बात करें तो, सुहाना नेटफ्लिक्स के लिए जोया अख्तर की 'द आर्चीज' में नजर आएंगी। वह खुशी कपूर, अगस्त्य नंदा, युवराज मेंडा, डॉट, मिहिर आहूजा और वेदांग रैना के साथ अभिनय करेंगी।
शनाया कपूर 'बेधड़क' में गुरफतेह पीरजादा और लक्ष्य लालवानी के साथ नजर आएंगी। फिल्म का निर्माण धर्मा प्रोडक्शन कर रहा है और इसका निर्देशन शशांक खेतान कर रहे हैं। (आईएएनएस)
मुंबई, 22 जनवरी | रियलिटी शो करियर बनाने में मदद कर सकते हैं। 'बिग बॉस 16' की प्रतियोगी प्रियंका चाहर चौधरी के लिए यह सच है क्योंकि सुपरस्टार सलमान खान ने उनके साथ काम करने की इच्छा जताई है। विवादास्पद शो के नवीनतम एपिसोड में, सलमान ने साझा किया कि प्रियंका हिरोइन मैटेरियल हैं और वह भविष्य में उनके साथ काम कर सकते हैं।
सलमान ने पूर्व प्रतियोगी साजिद खान से भी प्रियंका की प्रशंसा करवाई क्योंकि साजिद और अब्दू शो में उस वक्त मौजूद थे।
कंटेस्टेंट निमृत कौर अहलूवालिया को भी विवादित रियलिटी शो का हिस्सा बनने के बाद एक फिल्म मिली है।
निमृत को एकता कपूर की 2010 में आई फिल्म 'लव सेक्स और धोखा' के सीक्वल के लिए साइन किया गया है।
अपनी अपकमिंग फिल्म 'एलएसडी 2' को प्रमोट करने के लिए एकता और दिबाकर बनर्जी ने बिग बॉस हाउस में एंट्री की थी। उन्होंने खुलासा किया कि 'एलएसडी 2' बिग बॉस जैसे रियलिटी शो पर आधारित है।
2011 में, सनी लियोन, जिन्हें 'बिग बॉस 5' में एक प्रतियोगी के रूप में देखा गया था, ने महेश भट्ट की 'जिस्म 2' के लिए साइन किया था। (आईएएनएस)
लॉस एंजिलिस, 22 जनवरी | भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस ने अपने अमेरिकी पॉप-स्टार पति निक जोनस की उम्र से ज्याद बुद्धिमान होने के लिए प्रशंसा की। एसशोबिज डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में निक से शादी करने वाली अभिनेत्री ने खुलासा किया कि कैसे वह उनकी असुरक्षा को दूर करने में उनकी मदद करते हैं।
अभिनेत्री ने कहा, "वह एक बुद्धिमान व्यक्ति हैं, मुझे हर समय उसकी पुष्टि मिलती है, जब मैं भूल जाती हूं या जब मैं असुरक्षित हो जाती हूं तो वह मेरे जीवन में कोहरे को हटाने में मदद करते हैं, वह लोगों में सर्वश्रेष्ठ देखते हैं।"
प्रियंका और निक, दोनों अपने करियर में काफी सफल स्टार हैं। दोनों अपनी अपनी सफलता का आनंद ले रहे हैं। दोनों की एक बेटी मालती भी जो एक साल की है। (आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 22 जनवरी | बॉलीवुड स्टार अजय देवगन ने हाल ही में ओडिशा के मलेरिया उन्मूलन अभियान के तथ्य पर आधारित सामाजिक ड्रामा 'दमन' के हिंदी संस्करण का ट्रेलर लॉन्च किया। हिंदी संस्करण 3 फरवरी को रिलीज होगा। चूंकि उड़िया फिल्म राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गई है, 'दमन' के मुख्य अभिनेता बाबूशान मोहंती ने कहा कि यह उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है।
आईएएनएस संवाददाता बिस्वा भूषण महापात्रा ने फिल्म के बारे में मोहंती से बात की। साक्षात्कार के अंश:
आईएएनएस: फिल्म 'दमन' चुनने के लिए आपको क्या प्रेरणा मिली?
बाबूशान: मैंने कई उड़िया फिल्मों में काम किया है जो फैमिली ड्रामा, एक्शन, लव, कॉमेडी आदि से भरपूर थीं। मैं कुछ अलग खोज रहा था। यह फिल्म 'दमन' एक बहुत ही अलग विषय और पटकथा है और ओडिशा के मलेरिया उन्मूलन अभियान के आसपास की एक सच्ची घटना पर आधारित है। इसलिए, मैं इसे चुनने के लिए प्रेरित हुआ। मैं भविष्य में ऐसी और फिल्मों में काम करना चाहूंगा।
आईएएनएस: क्या आपको लगता है कि शाहरुख की 'पठान' की रिलीज का असर 'दमन' के हिंदी वर्जन की रिलीज पर पड़ेगा?
बाबूशान: मुझे ऐसा नहीं लगता क्योंकि 'पठान' और 'दमन' की कहानी बिल्कुल अलग है। दोनों फिल्मों के दर्शकों का अलग-अलग ग्रुप है। इसलिए, मुझे लगता है कि हमारी फिल्म पर बॉलीवुड फिल्म का कोई असर नहीं पड़ेगा।
आईएएनएस: इस फिल्म की सफलता से उड़िया फिल्म उद्योग को क्या मदद मिलेगी?
बाबूशान: मैं ऐसे परिवार से आता हूं जहां माता-पिता दोनों उड़िया फिल्म उद्योग में काम कर रहे हैं। इसलिए मैं बचपन से ही इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ हूं। 'दमन' के जरिए लेखक और निर्देशक विशाल मौर्य और देबी प्रसाद लेंका ने कुछ अलग किया है, वह भी मेरी ही मिट्टी की सच्ची कहानी से जुड़ा हुआ है। यह फिल्म निश्चित रूप से ओडिया फिल्म उद्योग को ऐसी और फिल्मों के साथ आने और उद्योग को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रेरित करेगी।
आईएएनएस: इस बात पर हमेशा बहस होती है कि उड़िया फिल्मों को दक्षिण और अन्य फिल्मों से कॉपी किया जा रहा है। क्या आपको लगता है कि उड़िया फिल्म उद्योग के लिए परंपरा को तोड़ने और ऐसी और फिल्मों के साथ आने का समय आ गया है?
बाबूशान: ओडिशा संस्कृति, परंपरा, विरासत और प्राकृतिक सुंदरता से बहुत समृद्ध है। राज्य में भी बहुत कुछ हो रहा है। आजकल, आपके पास व्यापक दर्शकों तक पहुंचने के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म हैं। इसलिए, हमारे उद्योग के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने की संभावना है। (आईएएनएस)|
राधिका शर्मा
जयपुर, 21 जनवरी। वयोवृद्ध कवि-गीतकार गुलजार ने शनिवार को कहा कि लता मंगेशकर का गायन संसार इतना विशाल और विस्तृत है कि वह कब हम सबके जीवन में रोजमर्रा की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गईं, हमें पता ही नहीं चला । उन्होंने कहा कि जीवन के हर क्षण के लिए लता का गाया हुआ एक न एक गीत मौजूद है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब एक आम भारतीय उस गाने को सुने बिना अपने दिन के बारे में सोच भी नहीं सकता था जिसे मंगेशकर ने नहीं गाया था । लता मंगेशकर का 6 फरवरी, 2022 को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया था।
गुलजार ने कहा, "हर गायक की आवाज, शैली, तकनीक और उच्चारण अलग है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे किसी से कम हैं। आशा (भोसले) जी हैं, गीता (दत्त) जी भी थीं। लता जी ने उनकी आवाज से ज्यादा,उसकी गुणवत्ता के कारण पहचान पायी । वह हमारी रोजमर्रा की संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा बन गई।' "सुबह उठते ही सबसे पहले आपको 'भजनों' में उनकी आवाज़ सुनाई देती थी। अगर कोई शादी की रस्म या होली और रक्षा बंधन जैसे त्यौहार थे, तो लता जी का गाना था। वह हमें बताए बिना हमारी रोजमर्रा की जिंदगी हिस्सा बन गईं। । यह एक बड़ी उपलब्धि है जो इस नाम और आवाज से जुड़ी है। ऐसा किसी भी गायक के साथ नहीं हुआ है।" गुलजार यहां जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में "लता: सुर गाथा" के लेखक यतींद्र मिश्रा और गायक की जीवनी के प्रकाशक वाणी प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अरुण माहेश्वरी के साथ एक सत्र में हिस्सा ले रहे थे।
पेंग्विन रैंडम हाउस द्वारा प्रकाशित और ईरा पांडे द्वारा अनुवादित पुस्तक का अंग्रेजी अनुवाद, "लता: ए लाइफ इन म्यूजिक" शुक्रवार को जारी किया गया।
गुलज़ार ने फिल्म उद्योग में "वीज़ा" दिलाने का श्रेय लता मंगेशकर को दिया,जिन्होंने पहली बार उनके लिखे गीत "मोरा गोरा अंग लेइले" को 1963 की "बंदिनी" में गाया । इसी से गुलजार ने बतौर गीतकार के रूप में अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की।
इसके बाद दोनों ने 'खामोशी', 'किनारा', 'लेकिन', 'रुदाली', 'मासूम', 'लिबास', 'दिल से..', 'सत्या' जैसी फिल्मों के गानों के साथ कई अनमोल गीत रचे यतीन्द्र मिश्रा, जिन्होंने 2017 में "लता: सुर गाथा" के लिए सिनेमा पर सर्वश्रेष्ठ लेखन के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था, ने कहा कि मंगेशकर को लेखकों और संगीतकारों के लिए रॉयल्टी पर आगे बढ़ने का श्रेय दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा "वह उन अग्रदूतों में से एक थीं जिन्होंने भारतीय फिल्म संगीत उद्योग को स्थापित करने में मदद की। अगर वह और साहिर लुधियानवी साहब नहीं होते, तो आकाशवाणी या संगीत लेबल अपने रिकॉर्ड पर पार्श्व गायकों और गीतकारों के नाम उकेरना शुरू नहीं करते।
उन्होंने कहा, "अगर लता जी न होतीं तो फिल्मफेयर प्लेबैक सिंगिंग के लिए अलग अवॉर्ड कैटेगरी नहीं बनाता।" (भाषा)
मुंबई, 21 जनवरी। जाने माने हॉलीवुड फिल्मकार जेम्स कैमरून ‘आरआरआर’ के लिए वैश्विक स्तर पर वाहवाही बटोर रहे फिल्म निर्देशक एस एस राजामौली के काम से काफी प्रभावित हैं और उन्होंने निर्देशक को प्रस्ताव दिया है कि यदि वह हॉलीवुड में काम करने के इच्छुक हैं, तो वह उनकी मदद करने के इच्छुक हैं।
राजामौली और ‘आरआरआर’ के संगीतकार एम एम कीरावानी ने हाल में ‘क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स’ (सीसीए) में कैमरून से मुलाकात की थी। फिल्म ने सीसीए में विदेशी भाषा की सर्वश्रेष्ठ फिल्म और ‘नाटु नाटु’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीत का पुरस्कार अपने नाम किया है। इससे पहले गोल्डन ग्लोब पुरस्कार में भी ‘नाटु नाटु’ को सर्वश्रेष्ठ गीत की श्रेणी में पुरस्कार दिया गया था।
‘आरआरआर’ के ट्विटर हैंडर पर राजामौली और कैमरून की मुलाकात की एक छोटी क्लिप साझा की गई है।
इस वीडियो में कैमरून कह रहे हैं, ‘‘यदि आप यहां फिल्म बनाना चाहें, तो आइए बात करते हैं।’’
‘द टर्मिनेटर’, ‘एलियन्स’, ‘टाइटैनिक’ और ‘अवतार’ जैसी हिट फिल्मों के निर्देशक कैमरून वीडियो में आरआरआर के निर्देशन और कहानी की प्रशंसा करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कीरावानी के काम भी सराहना की।
राजामौली द्वारा निर्देशित फिल्म ‘आरआरआर’ भारतीय क्रांतिकारियों की एक कहानी है। फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर अहम भूमिका में हैं। यह फिल्म 1920 के दशक के समय पर आधारित है जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था। फिल्म में अजय देवगन और आलिया भट्ट ने भी काम किया है। (भाषा)
मुंबई, 21 जनवरी | एक्ट्रेस कंगना रनौत ने 'इमरजेंसी' के लिए एक्िंटग शेड्यूल पूरा कर लिया है। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें फिल्म बनाने से रोकने का भरपूर प्रयास किया, इसके चलते उन्हें अपनी संपत्तियों को गिरवी रखना पड़ा। कंगना ने इंस्टाग्राम पर फिल्म के सेट से बीटीएस की कई तस्वीरें साझा कीं और 'इमरजेंसी' में काम करने के अपने अनुभव के बारे में एक नोट शेयर किया।
एक्ट्रेस ने कहा, जैसे कि मैंने आज एक अभिनेता के रूप में 'इमरजेंसी' को खत्म किया है। मेरी जिंदगी का एक सबसे ज्यादा गौरवशाली पल खत्म हुआ है। ऐसा लग सकता है कि मैंने इसे आराम से पार कर लिया, लेकिन सच्चाई इससे बहुत दूर है।
अपनी सभी संपत्तियों को गिरवी रखने से लेकर अपने पहले शेड्यूल के दौरान डेंगू से ग्रस्त होने तक, खतरनाक रूप से कम ब्लड सेल्स कम होने के बावजूद इसे फिल्माने से लेकर, एक व्यक्ति के रूप में मेरे कैरेक्टर का गंभीर परीक्षण था।''
''मैं सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं के बारे में बहुत खुलकर बताती रही हूं, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैंने यह सब शेयर नहीं किया, क्योंकि मैं नहीं चाहती थी कि वे लोग जो बेवजह चिंता करते हैं और जो मुझे गिरते हुए देखना चाहते हैं और मुझे पीड़ित करने के लिए सब कुछ कर रहे हैं, मैं उन्हें अपने दर्द का सुख नहीं देना चाहती थी।''
उन्होंने कहा, साथ ही मैं आप सभी के साथ शेयर करना चाहती हूं कि अगर आपको लगता है कि सिर्फ अपने सपनों के लिए कड़ी मेहनत करना या जो आप चाहते हैं वह काफी है, तो फिर से सोचें क्योंकि यह सच नहीं है।''
''अपने आप को तब तक थामे रहिए जब तक आप कर सकते हैं। आप भाग्यशाली हैं अगर जिदंगी आपको बख्शती है, लेकिन अगर आप टूट जाते हैं और टुकड़ों में बिखर जाते हैं, जश्न मनाएं, क्योंकि यह आपके पुनर्जन्म का समय है। यह मेरे लिए एक पुनर्जन्म है और मैं ऐसा जीवंत महसूस करती हूं जैसा पहले कभी नहीं था। मेरे लिए ऐसा करने के लिए मेरी जबरदस्त प्रतिभाशाली टीम को धन्यवाद, जो लोग मेरी परवाह करते हैं, कृपया जान लें कि मैं अब एक सुरक्षित जगह पर हूं। अगर मैं सुरक्षित नहीं होती तो मैं यह सब शेयर नहीं करती। कृपया चिंता न करें, मुझे केवल आपके आशीर्वाद और प्यार की जरूरत है।'
एक्ट्रेस 'इमरजेंसी' में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाती नजर आएंगी।
कंगना द्वारा निर्देशित फिल्म में अनुपम खेर, महिमा चौधरी, विशक नायर, सतीश कौशिक, मिलिंद सोमन और श्रेयस तलपड़े भी लीड रोल में हैं।
कंगना के पास सर्वेश मेवाड़ा की 'तेजस' भी है, जिसमें वह एक भारतीय वायु सेना के पायलट की भूमिका निभाती नजर आएंगी। उनकी फिल्म 'द अवतार: सीता' पाइपलाइन में है। (आईएएनएस)|
(मनीष सेन और राधिका शर्मा)
जयपुर, 20 जनवरी। बॉलीवुड के 'एंग्री यंग मैन' की प्रशंसा करने में कभी पीछे नहीं रहने वाले गीतकार और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने शुक्रवार को कहा कि अमिताभ बच्चन जैसे अभिनेता बनाए नहीं जाते, बल्कि वे पैदा होते हैं।
जयपुर साहित्य उत्सव (जेएलएफ) के 16वें संस्करण में डॉक्यूमेंटरी फिल्म निर्माता नसरीन मुन्नी कबीर के साथ अपनी नयी किताब ‘टॉकिंग लाइफ’ के बारे में बातचीत के दौरान अख्तर ने कहा कि बच्चन जैसे अभिनेता अपनी प्रतिभा के कारण महान हैं, इसलिए नहीं कि उन्हें किसी ने बनाया है।
वह इस धारणा के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि यह सलीम-जावेद (सलीम खान और जावेद अख्तर) की जोड़ी थी, जिन्होंने बच्चन को अपने द्वारा गढ़े गए पात्रों के माध्यम से लोकप्रिय बनाया, जिसमें ‘जंजीर’ (1973), ‘शोले’ (1975) और ‘त्रिशूल’ (1978) जैसी फिल्मों में अभिनेता द्वारा निभाई गईं भूमिकाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक ‘एंग्री यंग मैन’ की बात है, तो वह छवि, वह किरदार 'जंजीर', 'दीवार', 'त्रिशूल' जैसी फिल्मों से आया, लेकिन मैं यह नहीं कहूंगा कि मैंने अमिताभ बच्चन को बनाया है। आप अमिताभ बच्चन नहीं बनाते, वे पैदा होते हैं और वे अपनी प्रतिभा के कारण महान हैं, इसलिए नहीं कि किसी ने उन्हें बनाया है।’’
बच्चन को एक "असाधारण अभिनेता" करार देते हुए पटकथा लेखक ने कहा कि वह "तीन सर्वश्रेष्ठ अभिनेताओं में से एक हैं, जिन्हें हिंदी सिनेमा ने देखा है"।
उनके अनुसार, दो अन्य अभिनेताओं में दिलीप कुमार और बलराज साहनी का नाम शामिल है।
बॉक्स ऑफिस पर बच्चन की पूर्व की असफलताओं के बारे में अख्तर ने कहा कि भले ही वह फिल्मों में काम कर रहे थे, लेकिन फिल्म उनके लिए काम नहीं कर रही थीं।
पद्म श्री पुरस्कार विजेता ने कहा, ‘‘कोई भी व्यक्ति जिसे अभिनय की थोड़ी भी समझ है, वह देख सकता है कि वह एक गलत फिल्म में काम करने वाला एक असाधारण अभिनेता है। पटकथा खराब है, या निर्देशन खराब है वगैरह... देखिए उन्होंने 'जंजीर', 'दीवार', 'शोले' या 'त्रिशूल' में किस तरह का प्रदर्शन किया है। ऐसा कौन कर सकता है?’’
उन्होंने साहित्य उत्सव से इतर संवाददाता सम्मेलन में सोशल मीडिया पर बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार किए जाने की मुहिम से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि फिल्म देश के डीएनए में हैं और हमें "भारतीय फिल्मों का सम्मान करना चाहिए"।
अख्तर ने भारतीय सिनेमा को "दुनिया के सबसे मजबूत सद्भावना दूतों में से एक" करार दिया। (भाषा)
मुंबई, 20 जनवरी। मशहूर फिल्मकार महेश भट्ट की इस इस सप्ताह की शुरुआत में एक अस्पताल में एंजियोप्लास्टी हुई। उनके बेटे राहुल भट्ट ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
भट्ट (75) दक्षिण मुंबई में स्थित एचएन रिलायंस अस्पताल में नियमित जांच के लिए गए थे, तभी चिकित्सकों ने उन्हें सर्जरी कराने की सलाह दी।
फिल्मकार के बेटे राहुल ने कहा कि उनके पिता अब ठीक है और काम पर लौट आए हैं।
राहुल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘उनकी एंजियोप्लास्टी हुई। कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या नहीं थी और चिकित्सकों ने सलाह दी थी कि उन्हें एंजियोप्लास्टी करानी चाहिए। वह अब चुस्त और तंदरुस्त हैं। वह घर लौट आए हैं और काम पर लौट आए हैं, वह विक्रम भट्ट की हॉरर फिल्म का संपादन कर रहे हैं।’’
एंजियोप्लास्टी हृदय में संकीर्ण या अवरुद्ध धमनी को खोलने के लिए की जाती है।
महेश भट्ट को ‘‘अर्थ’’, ‘‘सारांश, ‘‘हम हैं राही प्यार के’’, ‘‘तमन्ना’’, ‘‘आशिकी’’, ‘‘दिल है कि मानता नहीं’’, ‘‘सड़क’’ और ‘‘जख्म’’ जैसी फिल्मों के निर्देशन के लिए जाना जाता है। (भाषा)
फिल्म:- छतरीवाली,अवधि:- 110 मिनट, आईएएनएस रेटिंग:- निर्देशक:- तेजस देओस्कर,कलाकार:- रकुल प्रीत सिंह, सुमीत व्यास, सतीश कौशिक, राजेश तैलंग और डॉली अहलूवालिया,छायांकन:- सिद्धार्थ वासानी, संगीत:- मंगेश धाकड़, रोहन-रोहन, सुमीत बेल्लारी और दुर्गेश आर. राजभट्ट बॉलीवुड को स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर एक सुरक्षित ठिकाना मिल गया है और वह ऐसे विषयों की खोज पर आमादा है जिन पर पहले काम नहीं हो सकता था।
ऐसे विषय पर सबसे पहले 'विक्की डोनर' आई और फिल्म काफी सफल रही। एक के बाद एक विषयों पर फिल्में आने लगीं। इरेक्टाइल डिस्फंक्शन पर 'शुभ मंगल सावधान', मासिक धर्म स्वच्छता पर 'पैडमैन' और लैंगिक विविधता पर 'चंडीगढ़ करे आशिकी' जैसे कुछ नाम हैं।
फिल्म 'छतरीवाली' में सुरक्षित यौन संबंध के बारें में बताया गया है क्योंकि आज भी इस विषय पर खुलकर बात नहीं की जाती है।
करनाल, हरियाणा में सेट, फिल्म सान्या ढींगरा (रकुल) के बारे में है, जो एक बेरोजगार केमिस्ट्री विशेषज्ञ है और नौकरी की तलाश में है और युवाओं के लिए यौन शिक्षा कक्षाएं लेकर महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे से लड़ने के लिए अपने कौशल का उपयोग करती है।
ऐसी फिल्मों के साथ परेशानी यह है कि फिल्म निर्माताओं को वास्तव में यह नहीं पता होता है कि इसे कॉमेडी बनाना है या शैक्षिक संदेश देना है।
इसमें मुख्य किरदार निभाने वाली रकुल के घरवालों, प्रेमी और ससुराल वालों को यह नहीं पता होता है कि वह कंडोम बनाने वाली फैक्ट्री में काम करती है, तो निश्चित रूप से ऐसे में उसके साथ बहुत सारी समस्याएं हैं।
कुछ महीने पहले ही एक और फिल्म 'जनहित में जारी' में नुसरत बरूचा ने ऐसा ही किरदार निभाया था।
एक ²श्य में जहां उसकी जेठानी (प्राची शाह) कई गर्भपात के कारण बीमार पड़ जाती है, और उसमें अपने पति (राजेश तैलंग) से एक शब्द भी कहने की हिम्मत नहीं होती है। वह पढ़ा-लिखा लगता है लेकिन जब बात अपनी यौन इच्छाओं को पूरा करने की आती है तो उसके पास अपना रास्ता होता है। फिल्म अधिकांश मध्यवर्गीय परिवारों में विवाहित महिलाओं के साथ होने वाले व्यवहार को लेकर भी है।
यदि आप छुट्टी पर हैं और आपके पास करने के लिए बेहतर कुछ नहीं है, तो आप दो घंटे से कम समय के इस सामाजिक/पारिवारिक नाटक को देख सकते हैं।
बेंगलुरु, 20 जनवरी | कन्नड़ फिल्म स्टार दुनिया विजय ने शुक्रवार को अपने दोस्तों और प्रशंसकों के साथ शहर के बाहरी इलाके में अपने माता-पिता की कब्र के पास अपना जन्मदिन मनाया। इस मौके पर उन्होंने अपनी नई फिल्म 'भीमा' का टीजर भी जारी किया।
उन्होंने कहा, "मुझे दुख है कि मेरे माता-पिता अब नहीं रहे। मैंने उनके लिए एक छोटा सा मंदिर बनवाया है। मैं यहां अपना जन्मदिन मनाने के लिए उत्साहित हूं। मेरे प्रशंसक भी आए हैं और यह सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है कि उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जाए।"
'वीरा सिम्हा रेड्डी' में तेलुगु सुपरस्टार बालकृष्ण के खिलाफ दुनिया विजय की नकारात्मक भूमिका ने तेलुगु भाषी राज्यों में दिल जीत लिया है।
'भीमा' उनकी पहली फिल्म 'सालगा' के बाद एक निर्देशक और मुख्य अभिनेता के रूप में उनकी दूसरी फिल्म है। (आईएएनएस)|
लॉस एंजेलिस, 20 जनवरी | 'क्वांटिको' की अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस ने अपने सरोगेट के इस्तेमाल को लेकर हो रही आलोचना को संबोधित करके हुए अपनी बात रखी। 40 वर्षीय अभिनेत्री ने 'ब्रिटिश वोग' के साथ मातृत्व और बेटी मालती मैरी की मां के रूप में जीवन की अपनी यात्रा साझा की, जिसने इस सप्ताह अपना पहला जन्मदिन मनाया। मालती के जन्म की घोषणा प्रियंका चोपड़ा जोनस और पति निक जोनस ने एक संयुक्त बयान में सोशल मीडिया पर की थी।
सरोगेट के माध्यम से उनकी बच्ची का जन्म होने की खबर पर टिप्पणी और आलोचना की गई जो नई मां के लिए कठिन थी।
उन्होंने 'ब्रिटिश वोग' से कहा, "जब लोग मेरे बारे में बात करते हैं तो कोई बात नहीं, लेकिन यह बहुत दर्दनाक है जब वे मेरी बेटी के बारे में बात करते हैं। उसको बाहर रखना चाहिए।"
'पीपल' के अनुसार, चोपड़ा जोनस ने पुष्टि की कि उनके लिए सरोगेट का उपयोग चिकित्सकीय रूप से आवश्यक था।
इस बारे में बात करते हुए अभिनेत्री ने आगे कहा, "मुझे चिकित्सकीय जटिलताएं थीं, यह एक आवश्यक कदम था और मैं बहुत आभारी हूं कि मैं उस स्थिति में थी जहां मैं ऐसा कर सकती थी। हमारा सरोगेट इतना उदार, दयालु, प्यारा और मजाकिया थी, और उसने छह महीने तक हमारे लिए इस कीमती उपहार का ख्याल रखा।"
यह देखते हुए कि आलोचकों को उनके बारे में अपने विचारों को बदलने की संभावना नहीं है, प्रियंका चोपड़ा जोनस ने कहा, "आप मुझे नहीं जानते। आप नहीं जानते कि मैं क्या कर रही हूं। और सिर्फ इसलिए कि मैं अपना चिकित्सा इतिहास नहीं बनाना चाहती, या मेरी बेटी की, वजह चाहे जो भी रही हो, जनता आपको इसका अधिकार नहीं देती है।" (आईएएनएस)|
मुंबई पुलिस ने गुरुवार को मॉडल और एक्टर शर्लिन चोपड़ा की शिकायत के बाद राखी सावंत को हिरासत में लिया है.
चोपड़ा ने आरोप लगाया है कि सावंत ने उनके कुछ आपत्तिजनक फ़ोटो और वीडियो वायरल किए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलिस ने बताया कि सावंत को पूछताछ के लिए अंबोली पुलिस स्टेशन लेकर आया गया.
पुलिस उन्हें अंधेरी कोर्ट में पेश करेगी.
इससे पहले सावंत की अग्रिम ज़मानत की याचिका को मुंबई सेशंन कोर्ट ने ख़ारिज कर दी थी.
मुंबई पुलिस ने बताया कि शिकायत के बाद सावंत और वकील फ़ाल्गुनी ब्रह्मभट्ट के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई थी.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सावंत के ख़िलाफ़ धारा 354ए, 509 और 504 के तहत मामला दर्ज किया है. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 19 जनवरी अभिनेत्री आलिया भट्ट की पहली हॉलीवुड फिल्म ‘हार्ट ऑफ स्टोन’ 11 अगस्त 2023 को ओटीटी मंच नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होगी।
फिल्म में हॉलीवुड अभिनेत्री गैल गैडोट मुख्य भूमिका में हैं। इसमें जेमी डोर्नन, सोफी ओकोनेडो और मैथियस श्वेघोफर जैसे कलाकार भी नजर आएंगे। फिल्म का निर्देशन टॉम हार्पर ने किया है।
नेटफ्लिक्स ने इसके साथ ही क्रिस हेम्सवर्थ की ‘एक्सट्रैक्शन 2’, एडम सैंडलर तथा जेनिफर एनिस्टन की ‘मर्डर मिस्ट्री 2’, जैक स्नाइडर की ‘रेबेल मून’ और डेविड फिंचर की ‘द किलर’ की रिलीज तारीखों की भी घोषणा की है।
‘मर्डर मिस्ट्री 2’ इस साल 13 मार्च को , ‘एक्सट्रैक्शन 2’ 16 जून को, ‘द किलर’ 10 नवंबर और ‘रेबेल मून’ 22 दिसंबर से नेटफ्लिक्स पर प्रसारित होगी।
नेटफ्लिक्स एक ‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) मंच है, जो इंटरनेट के माध्यम से फिल्म व अन्य डिजिटल सामग्री (कंटेंट) उपलब्ध कराता है। (भाषा)
मुंबई, 19 जनवरी | अभिनेता अभिषेक निगम, जिन्होंने शो 'अलीबाबा - एक अंदाज अनदेखा: चैप्टर 2' में शीजान खान की जगह ली है, ने अलीबाबा को एक अलग तरीके से प्ले करने के बारे में बात की। अभिनेता कहते हैं, "अली का किरदार हमेशा से ही प्रशंसकों का पसंदीदा रहा है और मैं स्थापित की गई विरासत को जारी रखते हुए किरदार के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश करूंगा। मैं भूमिका में एक नई ऊर्जा और आयाम लाने की कोशिश करूंगा।"
अभिषेक, जिन्हें फिल्म 'पानीपत' में भी देखा गया था, पुराने और नए अलीबाबा में समानता और अंतर के बारे में बताते हैं।
अभिनेता ने आगे कहा, "नए अली के पास नए तरीके हैं, हालांकि, अपने लोगों के प्रति उसका प्यार अभी भी वही है। उसका प्यार, स्वभाव और आंतरिक भावनाएं वही हैं और अब उसके पास समस्याओं को दूर करने के अपने तरीके हैं। मैं अली की कहानी जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।"
उन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपना नया लुक और शो का प्रोमो भी शेयर किया है। अभिषेक ने कैप्शन में लिखा है, "बस आपका प्यार और दुआ चाहिए! शो को भरपूर प्यार मिला है।"
"एक कलाकार के रूप में मेरा पहला कर्तव्य हमेशा दर्शकों के प्रति होगा, फिर जिन्होंने स्क्रीन के पीछे अपना खून और पसीना बहाया है। यह बहुत बड़ा है और मैं अपने चित्रण के माध्यम से उनका मनोरंजन सुनिश्चित करने पर अपना ध्यान केंद्रित रखने की कोशिश करूंगा।"
हालांकि, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी है और उल्लेख किया है कि वे शो में शेजान को याद कर रहे हैं। 'अलीबाबा - एक अंदाज अनदेखा चैप्टर 2' सोनी सब पर प्रसारित हो रहा है। (आईएएनएस)|
मुंबई, 19 जनवरी | साउथ सेंसेशन हंसिका मोटवानी और सोहेल खतुरिया की शादी एक भव्य समारोह थी जिसने देश भर में सुर्खियां बटोरीं। और अब प्रशंसक उनकी शादी का हिस्सा बन सकते हैं। डिज्नी प्लस हॉटस्टार इसको प्रदर्शित करेगा। हॉटस्टार के विशेष शो 'हंसिका का लव शादी ड्रामा' में वह सब कुछ दिखाया जाएगा जो उस समय से लेकर अब तक हुआ - जैसे जब अभिनेत्री ने सोहेल के साथ शादी के बंधन में बंधने की घोषणा की, शादी के लिए इवेंट को अंजाम देने के लिए योजनाकारों, डिजाइनरों और परिवारों की सिर्फ 6 हफ्तों में तैयारी और फिर शादी, जो वास्तव में हर मायने में शानदार थी।
हंसिका और उसका परिवार उस स्कैंडल को भी संबोधित करेगा जो उनकी शादी से पहले सामने आया था।
हंसिका ने हॉटस्टार स्पेशल्स शो के पहले लुक का खुलासा कर दिया है, जिसकी रिलीज की तारीख बहुत जल्द घोषित की जाएगी।
'कोई.. मिल गया' और 'शाका लाका बूम बूम' की अभिनेत्री ने हिंदी फिल्मों में एक सफल बाल कलाकार के रूप में अपना करियर शुरू किया और बाद में हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में व्यावसायिक हिट फिल्मों में प्रमुख भूमिका निभाई। (आईएएनएस)|
लॉस एंजिलिस, 18 जनवरी। अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा जोनस ने अमेरिका में एसएस राजामौली की फिल्म ‘आरआरआर’ की विशेष स्क्रीनिंग आयोजित की।
अभिनेत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर राजामौली और तेलुगु फिल्म के संगीतकार एमएम कीरवानी के साथ तस्वीरें साझा की हैं। कीरवानी को उनके गाने ‘नाटु नाटु’ के लिए ‘गोल्डन ग्लोब्स’ और ‘क्रिट्क्स च्वाइस अवॉर्ड’ मिले हैं।
प्रियंका ने ‘आरआरआर’ टीम को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने फिल्म के सफर में योगदान दिया है।
उनके पोस्ट का जवाब देते हुए फिल्मकार ने प्रियंका को ‘वैश्विक सुपरवूमन’ करार दिया और तारीफ के लिए उनका आभार जताया।
राजामौली द्वारा निर्देशित फिल्म ‘आरआरआर’ भारतीय क्रांतिकारियों की एक काल्पनिक कहानी है। फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर अहम भूमिका में हैं। यह फिल्म 1920 के दशक के समय पर आधारित है जब भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था। (भाषा)
मुंबई, 18 जनवरी। शाहरुख खान भले ही बॉलीवुड में 'रोमांस के बादशाह' के तौर पर जाने जाते हों, लेकिन अभिनेता का कहना है कि 32 साल पहले जब वह पहली बार हिंदी फिल्म जगत में आए थे, तब वह एक एक्शन हीरो बनना चाहते थे।
यही कारण है कि अपनी आने वाली फिल्म 'पठान' में अभिनेता ने जासूस की भूमिका निभाई है, और यह उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है।
उन्होंने कहा, 'मैं 32 साल पहले फिल्म उद्योग में एक एक्शन हीरो बनने के लिए आया था, लेकिन मैं इससे चूक गया क्योंकि उन्होंने मुझे इसके बजाय एक रोमांटिक हीरो बना दिया। मैं केवल एक एक्शन हीरो बनना चाहता था। ' यशराज फिल्म द्वारा यूट्यूब पर साझा किए गए साक्षात्कार में अभिनेता ने कहा कि, 'मेरा मतलब है कि मुझे 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' पसंद है, और मैं राहुल और राज और इन सभी अच्छे लड़कों (फिल्म के चरित्रों) से प्यार करता हूं, लेकिन मुझे हमेशा लगता था कि मैं एक एक्शन हीरो हूं, इसलिए मेरे लिए यह सपने के सच होने जैसा है।'
वर्ष 2022 में बॉलीवुड के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद साल 2023 में सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित 'पठान' बॉलीवुड की रिलीज होने वाली पहली बड़ी फिल्म है। इससे पहले शाहरुख खान ने सिद्धार्थ आनंद की फिल्म जीरो में भी मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म पठान में शाहरुख खान के अलावा दीपिका पादुकोण, जॉन अब्राहम, डिंपल कपाड़िया और आशुतोष राणा भी नजर आएंगे।
अभिनेता ने फिल्म 'पठान' को अपने सभी फिल्मों की तरह दिल के करीब बताया। उन्होंने कहा 'काफी समय हो गया है जब मैंने एक अच्छी फिल्म से लोगों का मनोरंजन किया है और मुझे आशा है कि यह उनमें से एक होगी। यह एक एक्शन फिल्म है, यह मेरे दिल के करीब है। सभी फिल्में दिल के करीब हैं।...मुझे आशा है कि लोग इसे पसंद करेंगे।'
उन्होंने कहा कि यह ऐसी फिल्म है जिसे आप बड़े पर्दे पर देखना चाहेंगे और दो-तीन बार बड़े पर्दे पर देखने के बाद इसे ओटीटी पर देख सकते हैं।
फिल्म में खलनायक की भूमिका निभा रहे जॉन अब्राहम की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि' मैं जॉन को तब से जानता हूं जब मैं मुंबई आया था। वह मेरे पहले दोस्तों में से एक हैं। पहले परिचित थे जो बाद में दोस्त में बदल गए। मैं उन्हें सालों से जानता हूं, वह बहुत शर्मीले, शांत और एकांतप्रिय हैं। मैं उनसे मिल चुका हूं।'
'पठान' 25 जनवरी, 2023 को हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज होगी। यह फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा के महत्वाकांक्षी जासूसी संसार का एक हिस्सा है जिसमें सलमान खान-कैटरीना कैफ की 'एक था टाइगर' और 'टाइगर ज़िंदा है' के साथ-साथ ऋतिक रोशन की 'वॉर' भी शामिल है। 'टाइगर' फ्रेंचाइजी की तीसरी फिल्म दिसंबर में आने वाली है। सलमान खान भी 'पठान' में विशेष भूमिका में दिखेंगे। (भाषा)