अंतरराष्ट्रीय
इस्लामाबाद, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान के 11 विपक्षी दलों के गठबंधन वाले पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की ओर से क्वेटा के बजाय गुजरांवाला में 16 अक्टूबर से अपने सरकार विरोधी अभियान की शुरूआत की जाएगी। इसकी शुरूआत एक सार्वजनिक बैठक के साथ होगी। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पीडीएम की संचालन समिति ने इस अभियान के पहले चरण के एक हिस्से के रूप में सोमवार को अपनी बैठक में चार प्रांतों में छह जनसभाओं की एक अनुसूची जारी की। ऐसा 20 सितंबर को इस्लामाबाद में बहुपक्षीय सम्मेलन (एमपीसी) में लिए गए निर्णयों के अनुरूप किया गया।
स्टीयरिंग कमेटी द्वारा लिए गए फैसलों की घोषणा पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के संयोजक अहसान इकबाल ने अन्य पीडीएम घटक दलों के नेताओं के साथ मीडिया ब्रीफिंग में की।
इकबाल के मुताबिक, पीडीएम की तरफ से 18 अक्टूबर को कराची में अपनी दूसरी, 25 अक्टूबर को क्वेटा में तीसरी, 22 नवंबर को पेशावर में चौथी, 30 नवंबर को मुल्तान में पांचवी और 13 दिसंबर को लाहौर में छठी व आखिरी सार्वजनिक बैठक आयोजित की जाएगी।
गठबंधन ने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जंयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान को अपने पहले चरण का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जिस पर इकबाल ने कहा कि स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के राजा परवेज अशरफ को वरिष्ठ उपाध्यक्ष चुना था, जबकि पीएमएल-एन के शाहिद खाकान अब्बासी को महासचिव के पद के लिए नामित किया गया है।
पीडीएम पिछले महीने इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार को सभी क्षेत्रों में विफलताओं के मद्देनजर से बाहर करने का प्रयास किया था।
निखिला नटराजन
न्यूयॉर्क, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)| कोरोनावायरस से संक्रमित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद व्हाइट हाउस पहुंच गए हैं और वहां पहुंचकर उन्होंने जो किया इससे वह फिर विवादों में आ गए। उन्होंने व्हाइट हाउस के साउथ पोर्टिको बालकनी पर जाने के दौरान मास्क उतारकर उसे अपनी जेब में रख लिया और नीचे खड़े फोटोग्राफरों के लिए थम्स-अप पोज दिए।
वहीं, संक्रामक रोग के मशहूर डॉक्टर एंथोनी फौची ने अमेरिकियों से मास्क लगाने के लिए फिर से आग्रह किया है।
ट्रंप की मेडिकल टीम के अनुसार, वह अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं। वह अपने मास्क को वापस लगाए बिना व्हाइट हाउस में चले गए। ट्रंप वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में तीन दिन इलाज कराने के बाद व्हाइट हाइस लौटे।
फौची ने सोमवार रात एक कार्यक्रम में कहा, "अगर आपको मास्क पहनने में समस्या है और भीड़ से बचने में समस्या है, तो हम एक गंभीर स्थिति में आ सकते हैं।"
उन्होंने सोमवार को, एक पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम में, सावधानी बरतने के खतरों के बारे में चेतावनी दी, हालांकि उन्होंने ट्रंप के नाम का उल्लेख नहीं किया।
फौची ने कहा, "मैं ऐसा नहीं लगना चाहता कि मैं उपदेश दे रहा हूं, लेकिन ये चीजें हैं जो आपको करनी हैं। आप सवालों को बस यूं ही नहीं जाने दे सकते और चीजों को हल्के में लेकर लोगों को संक्रमित होने से नहीं रोक सकते हैं।"
2020 के चुनाव के अंतिम मोड़ में ट्रंप कोरोना से संक्रमित हो गए और व्हाइट हाउस में ट्रंप बिना मास्क के पोज देकर आलोचनाओं में घिर गए।
'ओरेगन हेल्थ एंड साइंस यूनिवर्सिटी' की डॉक्टर एस्थर चू ने एनबीसी से कहा, "जब मैंने फोटोग्राफर्स और अन्य लोगों को उनके (ट्रंप) आसपास जाते देखा, तो मुझे लगा मुझे धोखा हुआ है। यह बहुत ही भयानक था। यह जानबूझकर नुकसान पहुंचाने जैसा है।"
अभी भी अमेरिका में वायरस के प्रकोप के साथ, फौची अमेरिकियों को यह समझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोक स्वास्थ्य दिशानिर्देश उनके 'दुश्मन' नहीं हैं।
उन्होंने कहा, "दुश्मन लोक स्वास्थ्य जनादेश नहीं है। दुश्मन वायरस है।"
कोरोना से दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप मास्क पहनने से बचते हैं और उन्होंने इसे 'वैकल्पिक' कहा है।
जीडब्ल्यूयू इमरजेंसी मेडिसिन में डिजास्टर मेडिसिन के प्रमुख डॉक्टर जेम्स पी. फिलिप्स ने आलोचना करते हुए कहा कि गैर-जिम्मेदाराना हरकत हैरान कर देने वाली है।
ट्रंप 74 साल के हैं और व्हाइट हाउस में उनका इलाज जारी रहेगा।
वाशिंगटन 06 अक्टूबर (वार्ता)। जस्टिस एमी कोनी बैरेट को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किये जाने के मुद्दे पर अमेरिकी सीनेट की न्यायिक समिति 12 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।
समिति ने मंगलवार को इस आशय की घोषणा की।
सीनेट की समिति ने सुनवाई का यह समय ऐसे वक्त में निर्धारित किया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनके कई करीबी कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं।
समिति के अध्यक्ष एवं रिपब्लिक सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने बताया कि इस मामले में सुनवाई 12 अक्टूबर को सुबह नौ बजे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शुरू होगी।
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट के जस्टिक रूथ बडेर गिंसबर्ग के निधन के बाद श्री ट्रम्प ने श्री बैरेट को मनोनीत किया था।
जापान की क्योटो प्रीफेक्च्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिसिन ने दावा किया है कि कोरोना वायरस इंसानों की स्किन पर करीब 9 घंटे तक जिंदा रहने में सक्षम है.
कोरोना वायरस से संबंधित मामलों पर खोज कर रही जापान की क्योटो प्रीफेक्च्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिसिन ने एक चौंकाने वाला दावा किया है. इस स्टडी में कहा गया है कि कोरोना वायरस इंसानों की स्किन पर भी घंटों तक जीवित रहने में सक्षम है. अगर इसे मुफीद वातावरण मिलता है तो ये करीब 9 घंटे तक इंसान की त्वचा पर जीवित रह सकता है. कोरोना वायरस से संबंधित मामलों पर खोज कर रही जापान की क्योटो प्रीफेक्च्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिसिन ने एक चौंकाने वाला दावा किया है. इस स्टडी में कहा गया है कि कोरोना वायरस इंसानों की स्किन पर भी घंटों तक जीवित रहने में सक्षम है. अगर इसे मुफीद वातावरण मिलता है तो ये करीब 9 घंटे तक इंसान की त्वचा पर जीवित रह सकता है.
कोरोना वायरस से संबंधित मामलों पर खोज कर रही जापान की क्योटो प्रीफेक्च्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेडिसिन ने एक चौंकाने वाला दावा किया है. इस स्टडी में कहा गया है कि कोरोना वायरस इंसानों की स्किन पर भी घंटों तक जीवित रहने में सक्षम है. अगर इसे मुफीद वातावरण मिलता है तो ये करीब 9 घंटे तक इंसान की त्वचा पर जीवित रह सकता है.
यूनिवर्सिटी के मुताबिक टीम ने कई तरह के जानवरों और इंसानों की स्किन पर कोरोना वायरस के जीवित रहने की अवधि को लेकर काम किया है. इस स्टडी में टीम ने पाया है कि कोरोना वायरस मनुष्यों की त्वचा पर इन्फ्लुएंजा-A वायरस से भी काफी ज्यादा देर तक जीवित रहने में सक्षम है. यूनिवर्सिटी के मुताबिक टीम ने कई तरह के जानवरों और इंसानों की स्किन पर कोरोना वायरस के जीवित रहने की अवधि को लेकर काम किया है. इस स्टडी में टीम ने पाया है कि कोरोना वायरस मनुष्यों की त्वचा पर इन्फ्लुएंजा-A वायरस से भी काफी ज्यादा देर तक जीवित रहने में सक्षम है.
यूनिवर्सिटी के मुताबिक टीम ने कई तरह के जानवरों और इंसानों की स्किन पर कोरोना वायरस के जीवित रहने की अवधि को लेकर काम किया है. इस स्टडी में टीम ने पाया है कि कोरोना वायरस मनुष्यों की त्वचा पर इन्फ्लुएंजा-A वायरस से भी काफी ज्यादा देर तक जीवित रहने में सक्षम है.
वैज्ञानिकों की टीम ने इस स्टडी में कहा है कि इस बात से ये पूरी तरह साबित हो जाता है कि बार-बार हाथ धोना और साफ़ रहना कितना ज़रूरी है. रिसर्च टीम के मुताबिक सैनिटाइजर के इस्तेमाल से ज्यादा पानी से हाथ धोना हमेशा ज्यादा फायदेमंद है. वैज्ञानिकों की टीम ने इस स्टडी में कहा है कि इस बात से ये पूरी तरह साबित हो जाता है कि बार-बार हाथ धोना और साफ़ रहना कितना ज़रूरी है. रिसर्च टीम के मुताबिक सैनिटाइजर के इस्तेमाल से ज्यादा पानी से हाथ धोना हमेशा ज्यादा फायदेमंद है.
वैज्ञानिकों की टीम ने इस स्टडी में कहा है कि इस बात से ये पूरी तरह साबित हो जाता है कि बार-बार हाथ धोना और साफ़ रहना कितना ज़रूरी है. रिसर्च टीम के मुताबिक सैनिटाइजर के इस्तेमाल से ज्यादा पानी से हाथ धोना हमेशा ज्यादा फायदेमंद है.
मेडिकल जर्नल क्लिनिकल इन्फेकशियस डिजीज में ये रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ है. ये रिसर्च कोरोना वायरस और इन्फ्लुएंजा-A वायरस को केंद्र में रखकर की गयी थी. हालांकि रिसर्च में साफ़ हो गया है कि कोरोना वायरस तेजी से फैलने में जायदा सक्षम है. हालांकि मनुष्य की त्वचा पर ये अलग-अलग माहौल में विभिन्न तरह से व्यवहार करता पाया गया है. मेडिकल जर्नल क्लिनिकल इन्फेकशियस डिजीज में ये रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ है. ये रिसर्च कोरोना वायरस और इन्फ्लुएंजा-A वायरस को केंद्र में रखकर की गयी थी. हालांकि रिसर्च में साफ़ हो गया है कि कोरोना वायरस तेजी से फैलने में जायदा सक्षम है. हालांकि मनुष्य की त्वचा पर ये अलग-अलग माहौल में विभिन्न तरह से व्यवहार करता पाया गया है.
मेडिकल जर्नल क्लिनिकल इन्फेकशियस डिजीज में ये रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ है. ये रिसर्च कोरोना वायरस और इन्फ्लुएंजा-A वायरस को केंद्र में रखकर की गयी थी. हालांकि रिसर्च में साफ़ हो गया है कि कोरोना वायरस तेजी से फैलने में जायदा सक्षम है. हालांकि मनुष्य की त्वचा पर ये अलग-अलग माहौल में विभिन्न तरह से व्यवहार करता पाया गया है.
उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी में 10% लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं. WHO के इमरजेंसी हेड डॉ. माइकल रेयान ने सोमवार को कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में 10 में से 1 व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. इसका सीधा मतलब है कि दुनिया की बड़ी आबादी खतरे में है. संक्रमण के रिस्क को लेकर शहरी क्षेत्र, ग्रामीण इलाकों और कुछ ग्रुप्स के आंकड़े अलग-अलग हैं. उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी में 10% लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं. WHO के इमरजेंसी हेड डॉ. माइकल रेयान ने सोमवार को कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में 10 में से 1 व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. इसका सीधा मतलब है कि दुनिया की बड़ी आबादी खतरे में है. संक्रमण के रिस्क को लेकर शहरी क्षेत्र, ग्रामीण इलाकों और कुछ ग्रुप्स के आंकड़े अलग-अलग हैं.
उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी में 10% लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हैं. WHO के इमरजेंसी हेड डॉ. माइकल रेयान ने सोमवार को कहा कि एक अनुमान के मुताबिक, दुनियाभर में 10 में से 1 व्यक्ति संक्रमित हो सकता है. इसका सीधा मतलब है कि दुनिया की बड़ी आबादी खतरे में है. संक्रमण के रिस्क को लेकर शहरी क्षेत्र, ग्रामीण इलाकों और कुछ ग्रुप्स के आंकड़े अलग-अलग हैं.
एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी 760 करोड़ है. WHO के मुताबिक, इनमें 3.50 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि, लंबे समय से कुछ एक्सपर्ट कहते रहे हैं कि संक्रमितों की संख्या अभी जितनी बताई जा रही है, उससे कहीं ज्यादा है. एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी 760 करोड़ है. WHO के मुताबिक, इनमें 3.50 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि, लंबे समय से कुछ एक्सपर्ट कहते रहे हैं कि संक्रमितों की संख्या अभी जितनी बताई जा रही है, उससे कहीं ज्यादा है.
एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया की कुल आबादी 760 करोड़ है. WHO के मुताबिक, इनमें 3.50 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. हालांकि, लंबे समय से कुछ एक्सपर्ट कहते रहे हैं कि संक्रमितों की संख्या अभी जितनी बताई जा रही है, उससे कहीं ज्यादा है.
डॉ. रेयान ने कहा कि सतर्कता से कई लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. साउथ-ईस्ट एशिया में मामले बढ़े हैं. यूरोप और पूर्वी भूमध्य-सागरीय इलाकों में ज्यादा मौतें हो रही हैं. वहीं, अफ्रीका और पश्चिमी प्रशांत इलाकों में स्थिति ज्यादा बेहतर है. रेयान ने चेतावनी दी कि महामारी लगातार बढ़ती जा रही है. दुनिया अब मुश्किल ज्यादा दौर से गुजर रही है. डॉ. रेयान ने कहा कि सतर्कता से कई लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. साउथ-ईस्ट एशिया में मामले बढ़े हैं. यूरोप और पूर्वी भूमध्य-सागरीय इलाकों में ज्यादा मौतें हो रही हैं. वहीं, अफ्रीका और पश्चिमी प्रशांत इलाकों में स्थिति ज्यादा बेहतर है. रेयान ने चेतावनी दी कि महामारी लगातार बढ़ती जा रही है. दुनिया अब मुश्किल ज्यादा दौर से गुजर रही है.
डॉ. रेयान ने कहा कि सतर्कता से कई लोगों की जिंदगियां बचाई जा सकती हैं. साउथ-ईस्ट एशिया में मामले बढ़े हैं. यूरोप और पूर्वी भूमध्य-सागरीय इलाकों में ज्यादा मौतें हो रही हैं. वहीं, अफ्रीका और पश्चिमी प्रशांत इलाकों में स्थिति ज्यादा बेहतर है. रेयान ने चेतावनी दी कि महामारी लगातार बढ़ती जा रही है. दुनिया अब मुश्किल ज्यादा दौर से गुजर रही है.
जेनेवा, अक्टूबर 6 (आईएएनएस)| विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के लीडर्स ने आयोजित एक विशेष बैठक में कहा कि दुनिया भर में दस में से कोई एक कोविड-19 के संपर्क में आया हो सकता है। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में शामिल एक शीर्ष अधिकारी ने अनुमानित ढंग से बताया कि दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा जोखिम में है।
3.5 करोड़ से अधिक लोगों के संक्रमित होने के साथ ही आगे चलकर यह आंकड़ा 80 करोड़ के पास पहुंच सकता है।
विशेषज्ञों की तरफ से लंबे समय से ही यह कहा जाता रहा है कि पुष्ट मामलों की वास्तविक संख्या के बढ़ने की संभावना बनी हुई है।
संगठन के मुख्यालय जेनेवा में इस बैठक को आयोजित किया गया, जिसमें इस वैश्विक महामारी का दुनिया पर प्रभाव जैसे मुद्दे पर बात की गई।
अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को वॉल्टर रीड मिलिटरी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है जहां कोविड-19 के लिए उनका इलाज चल रहा था.
कोरोना पॉज़िटिव पाए जाने के बाद वो बीते तीन दिनों से अस्पताल में भर्ती थे. अमरीका में इसी साल नवंबर की शुरूआत में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और ट्रंप जल्द चुनाव प्रचार में शामिल होना चाहते हैं.
अस्पताल से निकलने से पहले ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था, "जल्द चुनाव प्रचार के लिए लौटूंगा."
अस्पताल से निकलने के बाद ट्रंप ने संवाददाताओं के सवालों का जवाब नहीं दिया और उनका शुक्रिया कहते हुए अपने विशेष हेलिकॉप्टर मरीन वन की तरफ बढ़ गए.
इससे पहले व्हाइट हाउस के चिकित्सक डॉ. शॉन कॉनली ने कहा था कि ट्रंप की सेहत सुधर रही है और वो अस्पताल से छुट्टी ले सकते हैं. हालांकि डॉक्टर ने कहा कि वो पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं लेकिन घर जाने के लिए सुरक्षित हैं.
अस्पताल से निकलने से पहले राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, "जल्द चुनाव प्रचार शुरू करूंगा. फेक न्यूज़ सिर्फ फेक पोल दिखाती है."
इससे कुछ घंटे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर बताया था कि वो सोमवार शाम को ही अस्पताल से छुट्टी लेंगे.
क्या कहना है डॉक्टरों का?
डॉक्टरों ने कहा है कि "जोखिम अभी पूरी तरह टला नहीं है." हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि बीते 24 घंटे से ट्रंप की सेहत में सुधार जारी है, अब "ट्रंप घर लौट सकते हैं जहां उन्हें चौबीस घंटे विश्व स्तरीय मेडिकल केयर मिलती रहेगी."
डॉक्टरों ने अब तक ट्रंप के इलाज के बारे में अधिक जानकारी साझा नहीं की है, साथ ही अब तक उन्होंने ये भी स्पष्ट नहीं किया है कि ट्रंप का टेस्ट नेगेटिव आया है या नहीं.
डॉ. ब्रायन गैरीबाल्डी ने बताया था कि डिस्चार्ज करने से पहले भी राष्ट्रपति को एंटीवायरस दवा रेमडेसिविर की खुराक दी जाएगी.
डॉ. शॉन कॉनली ने कहा कि ट्रंप को फिलहाल डेक्सामेथासोन (आमतौर पर गंभीर कोविड-19 मामलों में दिया जाने वाला स्टेरॉयड) दिया जा रहा है और उन्हें रेमडेसिविर की तीन खुराक भी दी गई है. चौथी डिस्चार्ज होने से पहले दी जाएगी और फिर पांचवी व्हाइट हाउस में दी जाएगी.
क्या ट्रंप चुनाव अभियान में शामिल होने के लिए बाहर निकल सकते हैं, इस सवाल के उत्तर में डॉक्टर कॉनली ने कहा, "हम देखेंगे."
साथ ही उन्होंने ये भी चिंता जताई कि एयर फोर्स वन विमान में होने के कारण हो सकता है कि वो भी कोरोना वायरस के संपर्क में आए हों.
डॉक्टरों की टीम की प्रेस कॉन्फ्रेंस से एक घंटा पहले ट्रंप ने ट्वीट किया था, "बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं."
ट्वीट में उन्होंने कहा, "मैं आज ही ग्रेट वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर से छुट्टी लूंगा. बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. कोविड से डरें नहीं. इसे अपनी ज़िंदगी पर हावी ना होने दें. हमने ट्रंप प्रशासन के तहत इस बीमारी के बारे में कुछ बहुत ही अच्छी दवाइयां और जानकारी विकसित की है."
ट्रंप का ऑक्सीजन लेवर नॉर्मल
मेडिकल टीम ने ये भी बताया कि राष्ट्रपति को सांस संबंधी कोई शिकायत नहीं है और बीते 72 घंटे में उन्हें बुखार भी नहीं आया है. उन्होंने कहा कि ट्रंप का ऑक्सीजन लेवल अभी सामान्य है.
टीम ने कहा कि व्हाइट हाउस में ट्रंप को वो पूरी स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकती हैं जो ग्रेट वाल्टर रीड मेडिकल सेंटर में दी जा रही हैं.
डॉ. कॉनली से पूछा गया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहीं डॉक्टरों पर अस्पताल से छुट्टी देने का दबाव तो नहीं बनाया? इस पर डॉ कॉनली ने कहा कि वो मरीज़ को जितना जल्दी हो सके अस्पताल से निकालने की कोशिश करते हैं और मरीज़ ग़ैर-ज़रूरी वक़्त अस्पताल में बिताएगा, तो उसके लिए ही अधिक ख़तरा होगा.
दो बार दी गई अतिरिक्त ऑक्सीजन
डॉ कॉनली ने बताया कि ट्रंप के ऑक्सीजन लेवल में गिरावट के बाद उन्हें दो बार ऑक्सीज़न दी गई थी.
रविवार को डॉक्टर ने बताया था कि राष्ट्रपति को शुक्रवार को अस्पताल ले जाने के घंटों पहले व्हाइट हाउस में ऑक्सीजन दी गई थी.
लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि क्या शनिवार को भी ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उन्हें फिर से ऑक्सीजन दी गई थी.
डॉक्टर ने ये भी कहा कि शुक्रवार को जब उन्हें तेज़ बुखार था तो वो थोड़े डिहाइड्रेटेड लग रहे थे.
अब तक कितने संक्रमित?
राष्ट्रपति ट्रंप का अस्पताल से छुट्टी लेने का वाकया ऐसे वक़्त पेश आया है जब व्हाइट हाउस के कर्मचारियों के बीच कोरोना के नए मामले सामने आते जा रहे हैं.
डोनाल्ड ट्रंप के आसपास रहने वाले क़रीब 12 लोग अब तक कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जूनियर कर्मचारी भी शामिल हैं.
जो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं उनमें से ज़्यादातर लोग 26 सिंतबर को व्हाइट हाउस के रोज़ गार्डन में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
26 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के लिए एमी कोनी बैरेट के नाम के ऐलान का कार्यक्रम रोज़ गार्डन में हुआ था और इसके बाद एक इंडोर रिसेप्शन भी हुआ. आशंका जताई जा रही है कि ये कार्यक्रम 'सुपर-स्प्रेडर इवेंट' हो सकता है.
व्हाइट हाउस में हुए कार्यक्रम के बाद असल में अब तक कितने लोग संक्रमित हुए, इसको लेकर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है.
वीडियो से पता चला है कि इसमें शरीक हुए लोग बिना मास्क पहने बातचीत कर रहे हैं और एक-दूसरे को गले लगा रहे हैं.
राष्ट्रपति और उनकी पत्नी के साथ ही कम से कम पाँच लोग पहली कतार में उपराष्ट्रपति पेंस के क़रीब बैठे थे और ये लोग टेस्ट में पॉज़िटिव पाए गए हैं.
पिछले हफ़्ते रविवार, सोमवार और मंगलवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्व उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन के साथ मंगलवार की अपनी डिबेट की तैयारियों को लेकर लंबी इंडोर मीटिंग्स कीं.
इन बैठकों में मौजूद चार लोग- राष्ट्रपति ट्रंप, उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, कैंपेन मैनेजर बिल स्टेपिएन, न्यू जर्सी के पूर्व गवर्नर क्रिस क्रिस्टी और एडवाइज़र होप हिक्स पॉज़िटिव पाए गए हैं.
साथ ही व्हाइट हाउस प्रेस सचिव काइली मैकऐनी, पूर्व सलाहकार केलयेन कॉनवे, कैंपेन एडवाइज़र क्रिस क्रिस्टी, रिपब्लिकन सीनेटर माइक ली और थॉम टिलिस शामिल हैं.(bcc)
बीजिंग, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| कोविड-19 महामारी की वजह से इस साल की पहली छमाही में चीन के फिल्म उद्योग पर बड़ा प्रभाव पड़ा। चीन में महामारी की रोकथाम में सफलता पाने के चलते करीब 190 दिनों तक बंद होने के बाद फिल्म बाजार फिर से उठने लगा है। महामारी के बाद चीन में सिनेमाघर 20 जुलाई को फिर से खुले, तब उपस्थिति दर 30 प्रतिशत तक सीमित थी। उसके बाद 14 अगस्त को उपस्थिति दर 50 प्रतिशत तक बढ़ायी गई। महामारी की स्थिति बेहतर होने के बाद 25 सितंबर से सिनेमाघर में उपस्थिति दर हर बार 75 प्रतिशत तक उन्नत कर दी गई है। बॉक्स ऑफिस की कमाई भी तेज गति से होने लगी है।
इस साल राष्ट्रीय दिवस के दौरान बॉक्स ऑफिस की कमाई निस्संदेह बहाल हो रहे चीनी फिल्म बाजार के लिए रामबाण है। राष्ट्रीय दिवस की छुट्टियों के पहले चार दिनों में चीन में बॉक्स ऑफिस ने 2 अरब 49 करोड़ 70 लाख युआन का बिजनस किया, जो राष्ट्रीय दिवस के दौरान बॉक्स ऑफिस के इतिहास में दूसरे स्थान पर है। बॉक्स ऑफिस की सबसे अधिक कमाई पिछले साल हुई, क्योंकि पिछले साल नए चीन की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ थी, राष्ट्रीय दिवस के दौरान बहुत-सी फिल्में रिलीज हुईं। महामारी की स्थिति में इस साल इतनी ज्यादा कमायी हुई, जो सच में अद्भुत है।
हालांकि, चीन में महामारी की रोकथाम में विजय प्राप्त कर ली गई है और लंबे समय तक कोई स्थानीय मामला सामने नहीं आया है, लेकिन सिनेमाघरों में फिर भी रोकथाम के सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। सभी कर्मचारियों को ड्यूटी पर आने से पहले और सभी दर्शकों को सिनेमाघर में प्रवेश करने से पहले शारीरिक तापमान लेना और मास्क पहनना अनिवार्य है। दर्शकों को अपने सही नाम से ही ऑनलाइन टिकट बुक करना होता है और खरीदना होता है।
सिनेमाघरों में लॉबी, बाथरूम और गलियारे जैसी सार्वजनिक जगह और टिकट मशीन, प्रवेश द्वार व वेंडिंग मशीन जैसे उपकरणों को दिन में कई बार रोगाणु नष्ट किया जाता है। सिनेमाघरों में सीट और 3डी चश्मे जैसी चीजों को हर फिल्म के बाद कीटाणुओं से मुक्त किया जाता है।
इन सब कदमों से फिल्म उद्योग के पुनरुत्थान को सुनिश्चित किया गया। वास्तव में कोविड-19 महामारी फैलने से पहले चीन के फिल्म उद्योग का तेज विकास का दौर रहा था। चीनी फिल्म वितरण और प्रोजेक्शन एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में पूरे चीन में सिनेमाघरों की संख्या 12,408 रही और स्क्रीन की कुल संख्या 69,787 तक जा पहुंची, जो सब दुनिया के पहले स्थान पर रहीं।
अब चीन में फिल्म उद्योग का पुनरुत्थान हो रहा है। श्रेष्ठ फिल्में और दर्शकों के उत्साह के चलते चीनी फिल्म बाजार जल्दी बहाल हो जाएगा। उत्तरी अमेरिका क्षेत्र की तुलना में चीन में बॉक्स ऑफिस की कमाई सिर्फ 4 अरब युआन कम है। यह कमी जल्दी खत्म होगी। अनुमान है कि चीन इस साल से दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म बाजार बन जाएगा।
वाशिंगटन, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी के 2 अक्टूबर को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन की कोरोना जांच कराई गई, जिसमें वह निगेटिव पाए गए हैं। द हिल्स न्यूज वेबसाइट के मुताबिक, बाइडन के प्रचार दल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वह कोविड-19 टेस्ट में निगेटिव पाए गए हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप के पॉजिटिव पाए जाने के बाद बाइडन के पर्सनल डॉक्टर केविन ओ'कोन्नोर ने बताया कि पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नी का पीसीआर टेस्ट हुआ है, जिसमें वह निगेटिव पाए गए हैं।
बता दें, बाइडन राष्ट्रपति ट्रंप के साथ लगभग 90 मिनट तक चुनावी डिबेट मंच पर देखे गए थे। वहीं चुनावी डिबेट 15, 22 अक्टूबर को होने वाला था, लेकिन ट्रंप और उनकी पत्नी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि बचे दो डिबेट कब होंगे।
हितेश टीकू
लंदन, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| ब्रिटेन की गृह सचिव प्रीति पटेल ने सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के दौरान मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और वामपंथी वकीलों पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ये देश की चरमराई शरण प्रणाली में सुधार को रोकने के लिए मानव तस्करी करने वाले गिरोहों के साथ एकजुट हैं।
प्रीति पटेल ने अवैध प्रवासियों पर लगाम कसने के लिए शरण प्रणाली में सुधार की योजनाओं का अनावरण किया।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की वर्तमान शरण प्रणाली अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक व्यापार को बढ़ावा दे रही है, प्रवासी खुद को गिरोह के हवाले कर देते हैं जो छोटी नौकाओं से इंग्लिश चैनल के जरिए अवैध रूप से प्रवासियों को भेज रहे हैं।
एक बार ब्रिटेन पहुंच जाने पर कमजोर, असुरक्षित प्रवासी 40,000 से अधिक लोगों के बैकलॉग में फंस गए, जो शरण के दावों पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें एक साल से अधिक का समय और ब्रिटिश करदाताओं के वार्षिक 1 अरब पाउंड से अधिक की लागत लग सकती है।
उन्होंने कहा कि दशकों से सरकारों की निष्क्रियता के कारण शरण प्रणाली में सुधार उपेक्षित हालत में था। उन्होंने नैतिक, कानूनी और व्यावहारिक समस्याओं से निपटते हुए एक दृढ़ और न्यायोचित प्रणाली लाने का वादा किया।
प्रीति पटेल ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि जो लोग चरमराई व्यवस्था से लाभ कमाने में माहिर हैं, हमें मानव अधिकारों के बारे में अपने बड़े सिद्धांतों पर लेक्चर देंगे।"
गृह सचिव ने कहा, "जो चरमराई शरण प्रणाली का बचाव कर रहे हैं - तस्कर, मानव अधिकार कार्यकर्ता, वामपंथी वकील, लेबर पार्टी- वे इन्डिफेन्सबल (बचाव योग्य नहीं) का बचाव कर रहे हैं।"
प्रीति ने कहा कि लेबर ने चेतावनी दी थी कि जो बदलाव हो रहा है, उसके कारण कई लोगों को जिंदगी गवांनी होगी लेकिन पहले से ही लोगों की जान जा रही है।
उन्होंने कहा, "सिस्टम को सुधारें, अपराधियों पर मुकदमा चलाएं, कमजोर लोगों की रक्षा करें।" उन्होंने आगे कहा कि इस तरह से एक दृढ़ और न्यायोचित शरण प्रणाली की तरह दिखना चाहिए, और यही मैं डिलीवर करने का इरादा रखती हूं।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत के अग्रणी बजट एअरलाइन स्पाइसजेट ने भारत और लंदन के बीच 4 दिसम्बर से सीधी उड़ान शुरू करने की घोषणा की। कम्पनी के मुताबिक दिल्ली एवं मुम्बई को लंदन के हीथ्रो एअरपोर्ट से जोड़ने के लिए वह नॉन-स्टॉप फ्लाइट्स ऑपरेट करेगा।
इस तरह स्पाइसजेट लंदन के लिए फ्लाइट ऑपरेट करने वाला भारत का पहला लो-कास्ट एअरलाइन बन जाएगा।
कम्पनी ने कहा है कि ये फ्लाइट्स ब्रिटेन सरकार के साथ हुए एअर बबल एग्रीमेंट के तहत ऑपरेट होंगी।
सुमी खान
ढाका, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस की आतंकवाद रोधी इकाई (एटीयू) ने गाजीपुर जिले में प्रतिबंधित आतंकी संगठन नियो-जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है।
एटीयू के मीडिया और जागरूकता मामले के पुलिस सुपर असलम खान ने आईएएनएस को बताया, "25 वर्षीय अब्दुल्ला अल नोमान खान को रविवार तड़के करीब 4.35 बजे गाजीपुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले ग्रेटवाल बाजार ब्रिज इलाके में एक छापेमारी में गिरफ्तार किया गया।"
असलम खान के अनुसार, 26 फरवरी को चटगांव में एक यातायात पुलिस बॉक्स पर बम हमले में नोमान एक सहभागी और योजनाकर्ता था।
छापेमारी के दौरान विस्फोटक बनाने के मैनुअल, चरमपंथी साहित्य, दो मोबाइल फोन और एक ट्रेनिंग मैनुअल भी बरामद किए गए।
असलम खान ने आईएएनएस को बताया, "नोमान ने सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन नेटवर्किं ग एप के माध्यम से कम्युनिकेट किया। उसने आतंकवादियों के संगठन को मजबूत करने के लिए सदस्यों की भर्ती करने और हत्याओं और अन्य विनाशकारी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई।"
गिरफ्तारी से पहले, नोमान की योजना गाजीपुर में अपने साथी मोर्शेदुल आलम और सात या आठ अन्य अज्ञात व्यक्तियों से मिलने की थी।
ये सभी जेएमबी के नए भर्ती किए गए सदस्य हैं।
अरुल लुईस
न्यूयॉर्क, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव महज 29 दिन दूर है। ऐसे में कोरोनावायरस से संक्रमित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अस्पताल में भर्ती होने के बीच उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने रिपब्लिकन पार्टी के मुख्य प्रचारक के रूप में कमान संभाली है।
हालांकि, डॉक्टरों ने कहा है कि ट्रंप को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है, लेकिन वह व्यक्तिगत रूप से चुनाव प्रचार अभियान रैलियों में शामिल नहीं हो पाएंगे।
इसलिए, पेंस अब ट्रंप को फिर से कुर्सी पर काबिज करने के लिए लॉन्च किए गए 'ऑपरेशन मागा' (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) पहल के तहत प्रचार करेंगे, जो कि 3 नवंबर को होने वाले चुनाव के मद्देनजर इस महीने में होने वाले व्यक्तिगत और वर्चुअल कार्यक्रमों की एक सीरीज है।
एक वरिष्ठ कैम्पेन एडवाइजर जेसन मिलर ने एनबीसी न्यूज से कहा, उनके पास एक बहुत ही आक्रामक प्रचार कार्यक्रम होगा।
उपराष्ट्रपति सोमवार को यूटा के दौरे पर जाएंगे।
वह गुरुवार को एरिजोना में 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' रैली में भाग लेंगे, पेंस के लिए यह एक बड़ी रैली होगी, जिन्होंने अब तक केवल अपेक्षाकृत छोटे समूहों को संबोधित किया है।
एनबीसी न्यूज से बात करते हुए, मिलर ने कहा कि पेंस को ट्रंप परिवार के सदस्यों डोनाल्ड जूनियर और एरिक, और इवांका का समर्थन मिलेगा।
एरिक ट्रंप ने पिछले महीने अटलांटा में राष्ट्रपति के भारतीय समर्थकों की एक बैठक को संबोधित किया था।
पेंस के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौती बुधवार को आएगी जब वह डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस के साथ बहस करेंगे, जहां कोविड-19 संकट पर ट्रंप प्रशासन की प्रतिक्रियाओं के बारे में सवाल किए जाएंगे।
जब ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडन के बीच बहस हुई थी तो बहस में ट्रंप का गरम मिजाज और बाइडन का नरम रुख देखन को मिला था लेकिन यहां पर मामला उलट है, जहां कमला हैरिस बहस में माहिर हैं, वहीं पेंस का व्यक्तित्व नरम रुख वाला है।
अगर ट्रंप 15 और 22 अक्टूबर को होने वाली बाइडन के साथ अगली दो बहस में शामिल नहीं होते हैं तो बुधवार को दोनों के अभियानों का अंतिम टकराव होगा।
ट्रंप के स्वास्थ्य की स्थिति ने चिंता बढ़ा दी है। डॉक्टर शॉन कॉनले के अनुसार, इलाज के दौरान दो बार राष्ट्रपति का ऑक्सीजन का स्तर गिरा।
इस बीच, ट्रंप खुद को चुस्त-दुरुस्त दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनके डॉक्टरों ने कहा कि वह वाशिंगटन में वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में प्रेसिडेंशियल सूट में चहलकदमी कर रहे थे और कुछ जरूरी कामों को देख रहे थे।
ट्रंप रविवार की शाम को, अस्पताल के बाहर एकत्रित अपने समर्थकों का अभिवादन करने के लिए कुछ समय के लिए निकले।
बाहर निकलने से पहले, उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया और कहा, "मैंने कोविड-19 के बारे में बहुत कुछ सीखा है। यह असली स्कूल है। यह एक बहुत ही दिलचस्प बात है जो मैं आपको इसके बारे में बताने जा रहा हूं।"
यह दिखाने के लिए कि ट्रंप काम कर रहे हैं, व्हाइट हाउस ने एक तस्वीर जारी की जिसमें ट्रंप कॉन्फ्रेंस टेबल पर फोन के साथ नजर आ रहे हैं, इस बारे में कहा गया कि उन्होंने पेंस, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के चेयरमैन जनरल मार्क मिली से बात की।
वाशिंगटन, 5 अक्टूबर। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोरोना संक्रमित हैं और फिलहाल व्हाइट हाउस से दूर वॉल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में भर्ती हैं। लेकिन रविवार को सभी चौंकाते हुए वो अस्पताल के बाहर मौजूद अपने समर्थकों से मिलने पहुंचे और हाथ हिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार करते नजर आए। हालांकि वो कार में ही बैठे रहे और बाहर नहीं निकले। इस मौके पर ट्रंप ने मास्क पहन रखा था। वैसे सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वालों को पता था कि राष्ट्रपति आज अस्पताल से बाहर निकल सकते हैं।
राष्ट्रपति के एक डिप्टी असिस्टेंट के अनुसार एक मेडिकल टीम ने कार में उनके बाहर निकलने की इजाजत दी थी। उनके अनुसार इस ड्राइव पास्ट के दौरान कार चलाने वाले कर्मचारी और मोटककेड में शामिल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए थे।
इससे पहले वॉल्टर रीड अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके बाहर जाने को लेकर नकारात्मक प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि उनके साथ कार में रहने वाले व्यक्ति के संक्रमित होने का जोखिम कहीं अधिक है।
कोरोना को लेकर चर्चा में रहे हैं ट्रंप
अमरीका में कोरोना वायरस की स्थिति को संभालने को लेकर डोनाल्ड ट्रंप शुरू से ही निशाने पर रहे हैं। लेकिन उन्होंने इस सरप्राइज विजिट से पहले सोशल मीडिया पर जो पोस्ट शेयर की उसमें यह भी कहा कि उन्होंने इस वायरस के बारे में बहुत कुछ सीखा है।
इससे पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति के डॉक्टरों ने कहा था कि ट्रंप की हालत में लगातार सुधार हो रहा हैं और शायद उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी जाए। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों की टीम के सदस्य सीन कॉनले ने बताया कि इलाज के दौरान दो बार ट्रंप का ऑक्सीजन स्तर गिरा। इलाज के दौरान उन्हें डेक्सामेथासोन नामक स्टेरॉयड भी दी गई।
डॉक्टर सीन कॉनले
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को ट्वीट करके अपने और अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के कोरोना पॉजिटिव होने के बारे में जानकारी दी थी।
डॉ. कॉनले ने बताया कि जब से राष्ट्रपति ट्रंप का टेस्ट पॉजिटिव आया है उन्हें एक बार ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ी है। ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर तमाम तरह के कयासों और झूठी खबरों पर विराम लगाते हुए डॉ। कॉनले ने यह सारी जानकारी साझा की। इससे पहले ट्रंप का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया था कि उन्होंने ट्रंप को ऑक्सीजन दिए जाने की बात पहले नहीं बताई थी ताकि उनकी टीम का उत्साह बना रहे।
ट्रंप ने वायरस के बारे में क्या कहा
सोमवार को ट्रंप ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए वायरस के बारे में बात की और कहा कि अस्पताल में रह कर उन्होंने इसके बारे में काफी कुछ सीखा है।
इस दौरान वो सूट में नजर आए लेकिन उन्होंने टाई नहीं पहनी थी। अपने संदेश में उन्होंने कहा, मैंने कोविड के बारे में बहुत कुछ सीखा। मैंने इसे वाकई उसी तरह सीखा जैसे कुछ लोग सीखने के लिए स्कूल जाते हैं। यह वास्तविक स्कूल है। यह ऐसा नहीं है कि किताब पढक़र किसी विषय के बारे में समझ लिया जाए। मुझे ये हुआ और मैंने इसे समझा। यह एक बेहद दिलचस्प चीज है और मैं आपको इसके बारे में बताऊंगा।
ट्रंप ऐसे वक्त कोरोना संक्रमित हुए हैं जब अमरीका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। ट्रंप का मुकाबला इस बार डेमोक्रेटिक नेता जो बिडेन से है।
ट्रंप का इलाज कर रहे डॉ. कॉनले ने वॉल्टर रीड मिलिट्री मेडिकल सेंटर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित होने के बाद से ट्रंप का ऑक्सीजन लेवल दो बार कम हुआ था।
पहली बार शुक्रवार को (स्थानीय समय)। उस वक्त वो व्हाइट हाउस में ही थे और उन्हें तेज बुखार था। उस समय उनका ऑक्सीजन लेवल 94 फीसदी के नीचे आ गया था। एक स्वस्थ व्यक्ति का ऑक्सीजन स्तर 95 फीसदी तक होता है।
डॉ. कॉनले ने बताया कि तब राष्ट्रपति को करीब एक घंटे के लिए ऑक्सीजन दिया गया था और उसके बाद उन्हें वॉल्टर रीड मेडिकल सेंटर ले आया गया। दूसरी बार उनका ऑक्सीजन लेवल शनिवार को नीचे आ गया। उस वक्त उनका ऑक्सीजन लेवल 93 फीसदी के नीचे चला गया था।
डॉ. कॉनले ने यह नहीं बताया कि उन्हें दोबारा भी ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ी या नहीं लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि अगर उसकी जरूरत पड़ी भी थी तो यह बेहद सीमित थी।
डॉ कॉनले ने बताया कि डॉक्टरों की टीम ने ट्रंप की हालत को देखते हुए उन्हें डेक्सामेथासोन देने का फैसला किया। कई शोध में पाया गया है कि डेक्सामेथासोन अस्पताल में कोविड-19 से जूझ रहे मरीजों को बीमारी से लडऩे में मदद करता है।
डोनाल्ड ट्रंप को कोरोना, सियासी असर क्या?
ट्रंप के लिए कितना खतरा
ट्रंप अभी 74 साल के हैं और उनकी गिनती मोटे लोगों में की जाती है। ऐसे लोगों के लिए कोविड-19 का खतरा दूसरों की तुलना में अधिक होता है।
शुक्रवार को उन्हें एक प्रायोगिक ड्रग कॉकटेल इंजेक्शन दिया गया था। इसके साथ ही उन्होंने पांच दिन का एंटी-वायरल रेमेडिसविर डोज भी लेना शुरू कर दिया था। राष्ट्रपति ट्रंप का इलाज करने वाली डॉक्टरों की टीम के ब्रायन गैरीबाल्डी का कहना है, राष्ट्रपति अब पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं। और आज हम उन्हें कुछ खिलाने-पिलाने की कोशिश करेंगे।
डॉ. कॉनले ने बताया कि शुक्रवार के बाद से ट्रंप को बुखार नहीं आया है और उनका लीवर और किडनी सामान्य हैं। लेकिन डॉ। कॉनले ने लंग स्कैन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
फंडरेजर का आयोजन ट्रंप नैशनल गोल्फ क्लब में हुआ था।
होगी 206 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
ट्रंप प्रशासन ने कहा है कि ट्रंप और व्हाइट हाउस के आला अधिकारियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब उन लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी जो संभवत: इन अधिकारियों के संपर्क में आए हों।
ट्रंप की टीम ने न्यूजर्सी स्वास्थ्य विभाग को बताया है कि ट्रंप की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने से पहले गुरुवार को वो एक फंडरेजर में शामिल हुए थे जिसमें कम से कम 206 लोग भी थे जो उनके संपर्क में आए थे।
न्यूजर्सी स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि वो सभी से संपर्क कर उन्हें बता रहे हैं कि वो जोखिम में हो सकते हैं, इसलिए वो कोरोना के लक्षणों के लिए अपनी जांच करते रहें। (bbc.com/hindi)
सुमी खान
ढाका, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश के नोआखली जिले में पिछले महीने एक गृहिणी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद रविवार की रात कम से कम 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पीड़िता के बयान और आरोपियों के कबूलनामे के मुताबिक, 2 सितंबर को जॉयकृष्णापुर गांव में हुए सामूहिक दुष्कर्म में कम से कम 5 लोग शामिल थे।
महिला ने बयान में कहा कि आरोपी ने पहले भी कोशिश की और जब उसने इनकार कर दिया तो उन्होंने रात को उसके घर में घुसकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि 'देलवर बाहिनी' का प्रमुख कुख्यात ड्रग व्यापारी देलवर और उसके 6 सहयोगी अपराध में शामिल थे। उन पर हत्या समेत कई मामले पहले से ही दर्ज हैं।
नोआखली के मोअज्जिमम हुसैन ने कहा, "महिला की शादी 3 साल पहले हुई थी। उसके पति द्वारा दोबारा शादी करने के बाद वह अपने पिता के घर आ गई। हाल ही में उसके पति ने उससे मिलना शुरू किया, तो स्थानीय लड़कों ने इसके लिए उस पर बुरी भाषा का इस्तेमाल किया। कुछ युवकों ने इस मामले पर आपत्ति जताई और उसी दिन महिला के साथ दुष्कर्म किया। घटना के दिन महिला अपने पति के साथ थी। अपराधियों ने उसके पति को भी बंदी बना लिया। बाद में महिला के भाई ने उसे 1,500 टके देकर बचाया।"
पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने इस घटना को फेसबुक पर फैलाने के इरादे से ही इसका वीडियो बनाया था।
अपराध के दौरान अपराधी में से एक को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'यह फेसबुक पर चलेगा', तो दूसरे ने कहा 'नहीं, इसे लाइव करते हैं'।
बता दें कि इस साल जनवरी से अगस्त के बीच बांग्लादेश में दुष्कर्म की 889 घटनाएं हुईं।
इस्लामाबाद, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान के 11 विपक्षी दलों के गठबंधन वाले पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने 18 अक्टूबर को अपनी पहली सार्वजनिक रैली आयोजित करने की घोषणा की है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, यह रैली पहले 11 अक्टूबर को होने वाली थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया। हालांकि स्थगन के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
नई तारीख की घोषणा रविवार को जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के वरिष्ठ नेता अब्दुल गफूर हैदरी ने की।
हैदरी ने कहा कि 25 अक्टूबर को क्वेटा में होने वाली जेयूआई-एफ द्वारा एक अलग रैली भी स्थगित कर दी गई है।
अभी तक कोई वैकल्पिक तारीख जारी नहीं की गई है।
पीडीएम का गठन पिछले महीने किया गया था। इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार की 'सभी क्षेत्रों में असफलता' के कारण उन्हें सत्ता से हटाने के प्रयास में इसका निर्माण किया गया है।
गठबंधन ने जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान को अपने पहले फेज का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
इस्लामाबाद, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नागरिकों से अपील की है कि वे मास्क पहनें, ताकि कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि से बचा जा सके। खान ने रविवार को ट्वीट किया, "कुछ अन्य देशों की तुलना में अल्लाह पाकिस्तान में हमारे प्रति दयालु रहा है और उसने कोविड-19 के सबसे बुरे प्रभावों को लेकर हमें बख्शा है। लेकिन डर है कि सर्दियों की शुरूआत में वायरस की दूसरी लहर आ सकती है। मैं देश की पूरी जनता से इससे बचने के लिए मास्क पहनने का आग्रह करता हूं। साथ ही सभी कार्यालयों और शैक्षिक संस्थानों को मास्क पहनना सुनिश्चित कराना चाहिए।"
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को पाकिस्तान में 632 नए मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद देश में कुल संक्रमणों की संख्या 3,14,616 हो गई है। वहीं 6 नई मौतों के बाद कुल मृत्यु संख्या बढ़कर 6,513 हो गई। अब तक कुल 2,98,968 मरीज ठीक हो चुके हैं।
इससे पहले 3 अक्टूबर को देश में कोरोनावायरस से निपटने के लिए बनाए गए एक राष्ट्रीय निकाय ने सभी प्रांतों और महासंघों की इकाइयों को मानक संचालक प्रक्रियाओं (एसओपी) का उल्लंघन करने वाले रेस्तरां और शादी हॉल पर कार्रवाई करने के लिए कहा था।
पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन ने भी देश में बढ़ रहे कोविड -19 मामलों पर चेतावनी जारी कर कहा है कि देश में बीमारी की दूसरी लहर आ सकती है।
लंदन, 5 अक्टूबर (आईएएनएस)| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी है कि कोरोनावायरस में क्रिसमस और उसके बाद भी वृद्धि जारी रह सकती है। बीबीसी के एक कार्यक्रम में जॉनसन ने कहा कि कोविड से लड़ाई को लेकर वे आशान्वित हैं, लेकिन उन्होंने जनता से "निडरता लेकिन कॉमन सेंस के साथ व्यवहार करने" की अपील की है।
उन्होंने कहा कि सरकार जीवन बचाने और अर्थव्यवस्था की रक्षा करने के बीच एक 'संतुलित' ²ष्टिकोण के साथ काम कर रही है।
जॉनसन के ये बयान तब आए हैं, जब ब्रिटेन में सामूहिक स्तर पर परीक्षण शुरू होने के बाद से पहली बार 10 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए। शनिवार को ही यहां 12,872 नए मामले दर्ज हुए हैं। हालांकि, सरकार ने कहा है कि ऐसा तकनीकी गड़बड़ी के कारण है क्योंकि सप्ताह में पहले के कुछ मामले उस समय दर्ज नहीं किए गए थे, इसलिए उन्हें शनिवार के आंकड़ों में शामिल किया गया।
लेबर के शैडो हेल्थ मिनिस्टर एलेक्स नोरिस ने प्रधानमंत्री के साक्षात्कार की आलोचना करते हुए कहा कि यह "अवसर को बर्बाद करना है"। जबकि "सरकार इस संकट से निपटने के लिए गंभीर रणनीति बनाकर जनता का विश्वास जीत सकती थी"।
उधर जॉनसन ने कहा, "मुझे विश्वास है कि अगले कुछ हफ्तों और महीनों में वैज्ञानिक समीकरण बदल जाएंगे और वायरस से लड़ाई में प्रगति होगी। मुझे उम्मीद है कि चीजें क्रिसमस से काफी अलग हो सकती हैं।"
इसके साथ ही जॉनसन ने चेतावनी देते हुए कहा, "यह हम सभी के लिए बहुत कठिन सर्दी हो सकती है। मैं आप सभी को स्पष्ट तौर पर बताता हूं कि क्रिसमस के समय और इसके बाद भी इसमें बहुत उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।"
बता दें कि लेबर पार्टी लंबे समय से टेस्ट और ट्रेसिंग प्रणाली की आलोचना कर रही है और सरकार पर कोरोनावायरस पर नियंत्रण न रख पाने का आरोप लगाती रही है।
लंदन, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| ब्रिटेन की गृह सचिव प्रीति पटेल देश की चरमराई शरण प्रणाली में सुधार लाने, कायापलट करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
वह एक कंजर्वेटिव पार्टी कॉन्फ्रेंस में बताएंगी कि यह प्रणाली मूल रूप से चरमराई हुई है और उनके द्वारा एक दृढ़ और न्यायोचित शरण प्रणाली का वादा करने की उम्मीद है।
पटेल कहेंगी कि प्रणाली में बदलाव में उन लोगों के निर्वासन में तेजी लाना शामिल है, जिनके पास सुरक्षा का कोई दावा नहीं है।
गृह सचिव ने कहा कि वह अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए आगे कानून लाएंगी। उन्होंने कहा कि 'दशकों में हमारी शरण प्रणाली का सबसे बड़ा कायापलट' होगा।
उन्होंने कहा, "दशकों तक सरकारों की निष्क्रियता के बाद, हम इस चरमराई प्रणाली के साथ नैतिक, कानूनी, व्यावहारिक समस्याओं से निपटेंगे, क्योंकि अब जो मौजूद है वह न तो दृढ़ है और न ही न्यायोचित है।"
प्रीति पटेल एक नई शरण प्रणाली शुरू करने का संकल्प लेंगी जो 'सुरक्षित और कानूनी रास्तों' के जरिए लोगों का स्वागत करेगी और अवैध रूप से आने वालों को रोकेगी।
बीबीसी के मुताबिक, प्रीति ने अधिकारियों को शरण संबंधी नीतियों को देखने के लिए कहा जो अन्य देशों में सफल रही हैं।
मुख्य विपक्षी लेबर पार्टी ने कहा कि यह विचार अमानवीय, पूरी तरह से अव्यावहारिक है।
शरण प्रणाली में सुधार लाने का वादा सितंबर में प्रवासियों का रिकॉर्ड संख्या में इंग्लिश चैनल के जरिए ब्रिटेन पहुंचने के मद्देनजर आया है, जिसे गृह सचिव ने रोकने का संकल्प लिया है।
--आईएएनएस
लंदन, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैज्ञानिकों द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन को ब्रिटेन में तीन महीने में उतारा जा सकता है। फिलहाल यह ट्रायल के वैक्सीन एडवांस स्टेज में है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
द टाइम्स के अनुसार, कोरोनोवायरस वैक्सीन को तीन महीने में उतारा जा सकता है, जिससे देश में हर वयस्क को ईस्टर की शुरुआत में यह वैक्सीन उपलब्ध होने की संभावना बढ़ जाती है।
ऑक्सफोर्ड वैक्सीन पर काम करने वाले वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत से पहले इसे नियामकों द्वारा अनुमोदित किया जा सकता है। कुछ स्वास्थ्य अधिकारियों का अनुमान है कि प्रत्येक वयस्क को छह महीने के भीतर वैक्सीन का डोज मिल सकता है।
टीकों को बनाने और वितरित करने में शामिल सरकारी सूत्रों ने द टाइम्स को बताया कि उन्हें एक पूर्ण कार्यक्रम की उम्मीद थी, जो बच्चों को बाहर रखेगा, अनुमोदन के बाद छह महीने या उससे कम समय ले सकता है, और संभवत: काफी तेज होगा।
इस बीच, यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (ईएमए) ने गुरुवार को कहा कि उसने एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के संभावित कोविड-19 वैक्सीन के डेटा की समीक्षा शुरू कर दी है, इस तरह के कदमों का उद्देश्य वैक्सीन के लिए क्षेत्र में किसी भी अनुमोदन प्रक्रिया को तेज करना है। ।
रिपोर्टों के अनुसार, एजेंसी ने ब्रिटिश वैक्सीन की संभावना बढ़ा दी है, जिसे कोविड-19 के खिलाफ एक सफल वैक्सीन की दौड़ में अग्रणी माना जा रहा है।
वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मास्युटिकल फर्म एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित किया गया है।
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तेल अवीव, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| देश में लागू कोविड-19 लॉकडाउन प्रतिबंधों के विरोध में हजारों इजरायलियों ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया। मीडिया ने बताया कि प्रदर्शनकारी देश भर में सड़कों पर उतरे प्रतिबंधों के खिलाफ अपना विरोध जताया। द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते पारित किए गए नए उपायों के तहत देश के निवासियों को विरोध करने के लिए अपने घरों से एक किलोमीटर से अधिक की यात्रा करने से रोक दिया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रदर्शनकारियों को 20-20 लोगों के समूहों की ही इजाजत दी गई है।
शनिवार को पूरे देश में रैलिया हुईं और इनमें से कुछ में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक संघर्ष हुआ।
पुलिस ने एक बयान में कहा, "सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन करने और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने के लिए तेल अवीव में कम से कम 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।"
रविवार सुबह तक इनमें से 37 को छोड़ दिया गया। वहीं यरुशलम में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
शनिवार को इस बड़े प्रदर्शन का आयोजन करने वाले समूहों में से एक 'ब्लैक फ्लैग्स' ने कहा कि पूरे देश में 1 लाख से अधिक लोगों ने विरोध में भाग लिया। हालांकि दावे का आधिकारिक सत्यापन नहीं किया गया है।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट में कहा कि पूरे देश से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं।
रक्षा मंत्री बेनी गैंट्ज ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर हमले 'अस्वीकार्य' हैं। उन्होंने अपराधियों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस से अपील की।
इस्लामाबाद, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) टेलीविजन चैनलों पर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ के भाषणों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने वाली याचिका पर सोमवार को सुनवाई करेगा। याचिका को एक नागरिक आमिर अजीज ने दायर किया है, जिसने शरीफ भाइयों, पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) के अध्यक्ष और अन्य को प्रतिवादी बनाया है।
याचिका में, अजीज ने कहा कि अपने पूर्व भाषणों के दौरान सजायाफ्ता पूर्व प्रधानमंत्री ने, विशेष रूप से 20 सितंबर को सभी दलों के सम्मेलन के दौरान वीडियो लिंक के माध्यम से दिए भाषण में देश के संस्थानों को बदनाम कर दिया है और 'दोषी के भाषण को मीडिया में प्रसारित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।'
याचिकाकर्ता ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो भी एक सजायाफ्ता अपराधी है और वह मीडिया से बात नहीं कर सकते हैं।
अजीज ने अदालत से पेमरा को निर्दश देने का अनुरोध किया कि शरीफ का अगला भाषण किसी भी टीवी चैनल पर प्रसारित नहीं होना चाहिए।
22 सितंबर को पेमरा ने फरार या घोषित अपराधियों के किसी भी भाषण, साक्षात्कार या सार्वजनिक भाषण के प्रसारण और विद्रोह पर प्रतिबंध लगा दिया था।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब पूर्व प्रधानमंत्री, जो इलाज के लिए जमानत पाने के बाद पिछले साल के अंत में लंदन के लिए रवाना हुए थे, पाकिस्तान की तहरीक-ए-इंसाफ की अगुवाई वाली सरकार के साथ-साथ न्यायपालिका, सेना सहित देश के कई संस्थानों को निशाना बना रहे हैं।
अरुल लुईस
न्यूयॉर्क, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की स्वास्थ्य स्थिति पर चिंता व्यक्त की जा रही है, क्योंकि उनके डॉक्टर ने कहा कि कोरोना से संक्रमित 74 वर्षीय राष्ट्रपति अभी खतरे से बाहर नहीं हैं, जबकि ट्रंप ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि अगले कुछ दिन उनके लिए असली परीक्षा होंगे।
ट्रंप की प्रवक्ता केलीग मैकनानी के माध्यम से जारी एक बयान में राष्ट्रपति के डॉक्टर शॉन कॉनले ने शनिवार रात कहा, "फिलहाल उनके खतरे से बाहर नहीं होने के बीच मेडिकल टीम सतर्कता के साथ आशावादी बनी हुई है।"
राष्ट्रपति ने भी एक वीडियो संदेश में कहा, "मुझे लगता है कि कुछ दिनों की अवधि में यह असली परीक्षा होगी, तो हम यह देखेंगे कि अगले कुछ दिनों में क्या होता है।"
वीडियो वाल्टर रीड नेशनल मेडिकल सेंटर में बनाया गया था जहां उनका कोविड-19 का इलाज चल रहा है।
शनिवार सुबह अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा एक ब्रीफिंग के बाद, ट्रंप के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने पत्रकारों को बताया, "हम अभी भी उनके पूरी तरह से ठीक होने को लेकर स्पष्ट रास्ते पर नहीं हैं। पिछले 24 घंटे राष्ट्रपति की सेहत के मद्देनजर चिंताजनक थे और अगले 48 घंटे उनकी देखभाल के लिहाज से बहुत अहम व गंभीर होंगे।"
3 नवंबर के चुनाव में अब बस तीस दिन शेष हैं और ट्रंप, जिन्होंने विवादास्पद रूप से बिना मास्क पहने रैलियों को संबोधित किया था, उन्हें अब अभियान के लिए नई रणनीति के साथ आना होगा।
उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडन जिन्होंने पिछले महीने तक अपने घर से ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रचार किया था, वह व्यक्तिगत रूप से प्रचार कर सकते हैं, जैसा कि शुक्रवार को उन्होंने मिशिगन में किया।
कोरोना संक्रमित ट्रंप को शुक्रवार शाम वाशिंगटन में वाल्टर रीड नेशनल मिल्रिटी मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया, जबकि उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप व्हाइट हाउस में ही रह रही हैं।
अम्मान, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री उमर रज्जाज मंत्रिमंडल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है, लेकिन उन्हें किसी उत्तराधिकारी के आने तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में काम जारी रखने के लिए कहा गया है। 10 नवंबर को आम चुनाव होंगे। रॉयल कोर्ट ने एक बयान में यह जानकारी दी।
जॉर्डन टाइम्स के मुताबिक, रज्जाज के इस्तीफे का जवाब देते हुए, शनिवार को एक पत्र में किंग ने निवर्तमान प्रधानमंत्री और उनकी कैबिनेट टीम को 'अपने कर्तव्यों का पालन करने और अपने कार्यकाल में अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी में असाधारण परिस्थितियों के दौरान' दायित्वों के निर्वहन के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने पत्र में कहा कि योजनाओं और कार्यक्रमों को स्थापित करने और प्राथमिकताओं को लागू करने में कैबिनेट के प्रयासों के बावजूद, गलतियों से सीखना महत्वपूर्ण है जो कोविड-19 की प्रतिक्रिया के पहलुओं को चिह्न्ति करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "जैसा कि मैं आपके इस्तीफे को स्वीकार करता हूं, मैं आपको और मंत्रिमंडल को कार्यवाहक सरकार के रूप में काम जारी रखने की जिम्मेदारी सौंपता हूं, जब तक कि एक नए प्रधानमंत्री का चयन नहीं हो जाता और एक नया मंत्रिमंडल नहीं बन जाता और मैं इस अवधि के दौरान लगन से काम करने के महत्व पर जोर देता हूं, क्योंकि कोविड-19 से निपटने के लिए बिना किसी देरी के चल रहे उपायों के साथ, केंद्रित और लगातार कार्रवाई की आवश्यकता है।"
अपने त्याग पत्र में, रज्जाज ने 2018 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से अपने मंत्रिमंडल की उपलब्धियों को रेखांकित किया।
नवंबर के चुनाव से पहले देश की संसद भंग होने के लगभग एक सप्ताह बाद प्रधानमंत्री का यह इस्तीफा सामने आया है।
कोरोना का फैलाव शुरू हुए कुछ ही महीने हुए थे कि न्यूज़ीवीक ने रिपोर्ट दी थी कि अमरीकी सेना उन संभावित घटनाओं के लिए अत्यंत गोपनीय कार्यक्रम तैयार कर रही है जिनके चलते सरकार गिर सकती है।
न्यूज़वीक मैगज़ीन ने मार्च में प्रकाशित होने वाली अपनी रिपोर्ट में बताया था कि वाॅशिंग्टन में यह चिंता पाई जाती है कि कोरोना वायरस के फैलाव के चलते सरकार, या कांग्रेस या उच्चतम न्यायालय का एक बड़ा भाग निष्क्रिय हो जाए। इसी आधार पर अमरीकी सेना ने एक अत्यंत गोपनीय कार्यक्रम तैयार किया था ताकि राष्ट्रपति के कोविड-19 में ग्रस्त होने समेत विभिन्न संभावनाओं की स्थिति में सरकार जारी रह सके। इस पत्रिका की रिपोर्ट के अनुसार इस कार्यक्रम में वाॅशिंग्टन को ख़ाली कराने और देश का संचालन दूरस्थ क्षेत्रों में निचले स्तर के अधिकारियों को सौंपने जैसी बातें शामिल हैं।
न्यूज़वीक ने लिखा है कि अमरीकी सेना के इस कार्यक्रम का उद्देश्य वाॅशिंग्टन की रक्षा और डोनल्ड ट्रम्प की सरकार गिरने की स्थिति में एक प्रकार की सैन्य सरकार स्थापित करना है। अमरीकी सेना ने जिन कार्यक्रमों की समीक्षा की थी कोडवर्ड में उनके नाम "फ़्रीजैक", "ऑक्टागन" और "ज़ोडियाक" थे और इनका लक्ष्य सरकार जारी रखने को सुनिश्चित बनाने के लिए एक प्रकार के भूमिगत क़ानून बनाना था। न्यूज़वीक के अनुसार संभावित रूप से इन कार्यक्रमों में सरकार का संचालन जारी रखने के लिए संविधान की भी अनदेखी की जा सकती है और पूरे अमरीका का संचालन सैन्य कमांडोज़ को सौंपा जा सकता है।(parstoday)
अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को कहा कि उनकी हालत बहुत अच्छी है। ट्रम्प के ट्वीटर हैंडल से जारी होने वाले वीडियो में उन्होंने कहा कि मैं व्यापक समर्थन पर सबका आभार जताना चाहता हूं मैं वाल्टर रीड अस्पताल जा रहा हूं। फ़र्स्ट लेडी भी काफ़ी अच्छी हालत में हैं।
अब सवाल यह है कि अगर अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव के किसी उम्मीदवार का निधन हो जाता है या वह गंभीर रूप से बीमार होकर काम करने में असमर्थ हो जाता है तो उस स्थिति में क्या होगा।
इस प्रकार की स्थिति के लिए अमरीकी क़ानून और पार्टियों के संविधान ने कुछ उपाय सुझाए हैं।
क्या चुनाव टल सकते हैं?
संभव तो है लेकिन इसकी संभावना बहुत कम है। अमरीकी संविधान के अनुसार कांग्रेस को चुनाव का समय तय करने का अधिकार है। क़ानून कहता है कि हर चार साल बाद नवम्बर के पहले मंगलवार को चुनाव होंगे इस शर्त पर कि मंगलवार पहली नवंबर को न पड़ रहा हो। अमरीका में आज तक चुनाव कभी टले नहीं हैं। सेनेट में रिपब्लिकन्स और प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेट्स के पास बहुमत है।
चुनाव से पहले उम्मीदवार की मौत हो जाए तो क्या होगा?
दोनों पार्टियों के उसूल कहते हैं कि इस स्थिति में पार्टी के सदस्य तत्काल दूसरे उम्मीदवार का चयन करें मगर चुनाव से पहले दूसरे उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया के लिए जो ज़रूरी समय चाहिए वह ख़त्म हो चुका है। इस समय अमरीका में समय से पहले वोटिंग शुरू हो चुकी है और 22 लाख से अधिक वोटर अपना वोट डाल चुके हैं। बहुत से राज्यों में वोटों में किसी भी प्रकार के बदलाव की समय सीमा भी गुज़र चुकी है और 24 राज्यों में वोट वोटरों को भेजे जा चुके हैं।
इसका मतलब यह है कि वोटरों के पास अब यही रास्ता है कि वह ट्रम्प या बाइडन में किसी एक का चयन करें चाहे दोनों में से किसी एक उम्मीदवार की मौत ही क्यों न हो जाए। मगर सवाल अब भी ख़त्म नहीं होते।
अगर वोटरों ने जिसको चुन लिया है इलेक्टोरल कालेज की वोटिंग से पहले उसकी मौत हो जाती है तब क्या होगा? अमरीका में यह भी ज़रूरी होता है कि उम्मीदवार को इलेक्टोरल कालेज की वोटिंग में भी बहुमत मिले। केवल कोलम्बिया राज्य में एसा है कि वहां वोटरों की संख्या और इलेक्टोरल कालेज के वोटों की संख्या का अनुपात बिल्कुल ठीक है।
14 दिसम्बर को इलेक्टोरल कालेज की वोटिंग होगी और कुल 538 वोटों में से 270 वोट पाने वाले को विजयी माना जाएगा। वैसे तो आम तौर पर यह होता है कि हर राज्य का इलेक्टोरल कालेज उसी उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग करता है जिसे इस राज्य के अधिकतर वोटरों ने वोट दिया है मगर कुछ राज्यों में इलेक्टोरल कालेज को अधिकार दिया गया है कि वह राज्य में आम मतदाताओं की वोटिंग से हटकर भी अपनी इच्छा के अनुसार मतदान कर सकते हैं।
जार्ज वाशिंग्टन युनिवर्सिटी में राजनैतिक शास्त्र की विशेषज्ञ लारा ब्राउन का कहना है कि किसी उम्मीदवार की मौत हो जाने की स्थिति में उसकी पार्टी अदालत में जा सकती है और वैकल्पिक उम्मीदवार के लिए वोटिंग की बात कर सकती है मगर इस स्थिति में यह देखना होगा कि अदालत का क्या फ़ैसला होता है?
क़ानून विद जस्टिन लेविथ का कहना है कि यदि वह उम्मीदवार जीतता है जो जीवित है और मौत उसकी हुई है जिसे कम वोट मिले हैं तब तो इस स्थिति में दूसरी पार्टी मतदाताओं के फ़ैसले को चुनौती देने का रास्ता शायद न अपनाए लेकिन अगर चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार की मौत हो जाती है तो क्या होगा?
इलेक्टोरल कालेज की वोटिंग के बाद कांग्रेस की बैठक होती है। अब नहीं पता है कि किसी उम्मीदवार की मौत हो जाने की स्थिति में कांग्रेस का क्या निर्णय होगा?
इसका मतलब यह है कि इस प्रकार की स्थिति के लिए संवैधानिक रूप से काफ़ी उलझाव है।(parstoday)