राष्ट्रीय
लखनऊ, 25 अप्रैल | एक अज्ञात बदमाश के खिलाफ एक व्यक्ति को साइबर धमकी देने का आरोप लगाया गया है। शिकायतकर्ता ने कहा कि कुछ समय पहले, उन्हें अपने एंड्रॉइड फोन पर एक ऐप इंस्टॉल करने का लालच दिया गया, जो अच्छे रिटर्न का आश्वासन देता था और उन्हें 1,650 रुपये की पेशकश भी की गई, जो उसके बैंक खाते में जमा हो गए। शिकायतकर्ता को बाद में पता चला कि यह फर्जी 'चीनी ऐप' था जिसे उसने इंस्टॉल किया था।
बाद में एक आदमी का उसके पास फोन आया, जिसने मुझे दिए गए 1,650 रुपये के ऋण के बदले में 3,000 रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। मैंने 3,000 रुपये देने से इनकार कर दिया, लेकिन वह अड़ा रहा। बाद में, उसने अज्ञात मोबाइल नंबर से मेरे फोन पर और मेरे दोस्तों, रिश्तेदारों और परिचितों के फोन पर भी अश्लील संदेश/तस्वीरें/वीडियो भेजे।''
मधेगंज के एसएचओ सुनील कुमार ने कहा कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और साइबर सेल को मामला सौंपा गया है। (आईएएनएस)
भारत में चीतों के पुनर्वास के लिए किए गए प्रयासों को एक और झटका लगा है. मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में एक नर चीते की मौत हो गई है. इससे पहले एक मादा चीते की मौत हुई थी.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
सात दशक पहले भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था. लेकिन इसके बाद भारत सरकार ने देश में चीतों को बसाने के लिए प्रयास शुरू किए. इसी क्रम में दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते और नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे.
कैसे हुई उदय की मौत
अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में से एक की मौत रविवार को हो गई. उसको भारत में उदय नाम दिया गया था. कूनो राष्ट्रीय उद्यान में रविवार को जब वह बाड़े में अस्वस्थ नजर आया तो अधिकारियों ने उसे बेहोश कर उसका इलाज किया लेकिन वह मर गया. भारत के राष्ट्रीय बाघ संरक्षण कार्यक्रम के अमित मल्लिक ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए परीक्षण किए जा रहे हैं.
इससे पहले इसी साल मार्च में नामीबियाई चीता साशा की किडनी की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी. अधिकारियों का कहना है कि छह महीने पहले नामीबियाई समूह चीते के भारत आने से पहले उन्हें बीमारी के बारे में सूचित नहीं किया गया था.
वन्यजीव विशेषज्ञ यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या 'बड़ी बिल्ली' मध्य प्रदेश में अपने नए आवास में स्थानांतरित होने से पहले गुर्दे के संक्रमण से पीड़ित थी या बाद में संक्रमित हो गई थी.
भारत में चीतों को दोबारा बसाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख प्रतिष्ठा परियोजना है. पिछले साल जब सितंबर में नामीबिया से भारत में चीते आए तो थे तो उन्होंने खुद चीतों को जंगल में छोड़ा था. ये पहला मौका था जब इतने बड़े मांसाहारी जानवर को महाद्वीप से निकालकर दूसरे महाद्वीप के जंगलों में लाया गया था.
इस कार्यक्रम के तहत अगले एक दशक में एक सौ के करीब चीतों को भारत में लाने का लक्ष्य है.
भारत से कैसे लुप्त हुए चीते
19वीं शताब्दी से पहले तक भारत समेत एशिया में चीते अच्छी खासी संख्या में थे. चीतों की उस प्रजाति को एशियाई चीता कहा जाता था. आज यह सिर्फ ईरान में बचे हैं. ज्यादातर देशों में शिकार के लिए चीतों को कैद करने और उनका शिकार करने के कारण एशिया के ज्यादातर देशों से चीते लुप्त हो गए.
भारत में 1947 में कोरिया (सरगुजा) के राजा रामानुज प्रताप सिंह देव ने आखिरी तीन का शिकार किया. इसके पांच साल बाद 1952 में भारत में एशियाई चीतों को आधिकारिक रूप से लुप्त घोषित कर दिया. अब 70 साल बाद चीते भारत लाये गये हैं, लेकिन ये अफ्रीकी चीते हैं. बीते पांच दशकों में भारत के कुछ वन्य अधिकारियों ने ईरान से एशियाई चीते लाने की बहुत कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद ही दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से चीते लाने की पहल की गयी.
मार्च के ही महीने में एक नामीबियाई मादा चीते ने कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चार शावकों को जन्म दिया था. इन चीतों को 50 दिन छोटे बाड़ों में क्वारंटीन रखने के बाद बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया. इसके बाद तीन मादा और दो नर चीतों को एक बाडे़ में छोड़ा गया था.
चीतों के सामने चुनौतियां
आलोचकों ने चेतावनी दी है कि बड़ी संख्या में तेंदुओं से शिकार के लिए प्रतिस्पर्धा के कारण ये जीव भारतीय आवास के अनुकूल होने के लिए संघर्ष कर सकते हैं.
नामीबिया में लीबनिज-आईजेडडब्ल्यू के चीता रिसर्च प्रोजेक्ट के शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों ने हाल ही में कहा है कि पुनर्वास कार्यक्रम ने "स्थानिक पारिस्थितिकी" को नजरअंदाज कर दिया और कूनो राष्ट्रीय उद्यान का आकार इन बड़े जानवारों की तुलना में बहुत कम है, आमतौर पर जितना उनके लिए जरूरी होता है.
दुनिया के जंगलों में आज 7,000 से कम चीते बचे हैं. इनमें से 99 फीसदी से ज्यादा अफ्रीका में हैं. एक अनुमान के मुताबिक बीते 100 साल में चीतों ने अपना 90 फीसदी इलाका खोया है और इसका असर सिर्फ उनकी आबादी पर ही नहीं बल्कि पूरे इकोसिस्टम पर पड़ा है. बड़े शिकारी जीव जिस इलाके में रहते हैं, वहां कई वनस्पतियों को फिर से पनपने का मौका मिलता है. (dw.com)
लखनऊ, 25 अप्रैल | एक लड़की का पीछा करने और फिर अपने एक सहयोगी की मदद से उसका अपहरण करने वाले एक व्यक्ति को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी की पहचान 24 वर्षीय सूरज पाल के रूप में हुई है, जो तीन सालों से लड़की का पीछा कर रहा था। उसने लड़की के माता-पिता को भी ब्लैकमेल किया था, धमकी दी थी कि अगर वे लड़की के साथ संबंधों के लिए राजी नहीं हुए, तो वह उसकी मॉफ्र्ड तस्वीरें सोशल मीडिया पर अपलोड कर देगा।
पीड़िता के पिता ने कहा, वह किसी तरह मेरी बेटी का मोबाइल नंबर हासिल करने में कामयाब रहा और उसे कॉल करना शुरू कर दिया। उसने मेरी बेटी और हम सभी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि जब भी वह काम के लिए घर से बाहर जाती थी, तो सूरज और उसका सहयोगी उसकी बेटी को परेशान करते थे।
उन्होंने कहा, उसने हमें धमकी दी कि अगर हमने उसकी शादी का प्रस्ताव ठुकरा दिया तो वह हमें जान से मार देगा। उसने मेरी बेटी का चेहरा खराब करने की भी धमकी दी।
लड़की के पिता ने कहा कि रविवार को सूरज और उसका दोस्त रात करीब 10.30 बजे उसके घर के बाहर एक पार्क में पहुंचे और उसकी बेटी को जबरन कार में खींचकर ले गए।
उन्होंने कहा, मेरी बेटी रात के खाने के बाद पार्क में टहल रही थी, तभी बदमाश वहां पहुंच गए।
एसएचओ, गोमती नगर, डीसी मिश्रा ने कहा कि सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया और लड़की को उसकी कैद से मुक्त करा लिया गया है। (आईएएनएस)
केदारनाथ, 25 अप्रैल | चारधाम यात्रा 2023 के लिए मंगलवार को 11वें ज्योतिर्लिंग भगवान केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। मंगलवार सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार व परंपरा अनुसार केदारनाथ धाम के कपाट खोले गये। इस दौरान आर्मी बैंड की धुनों के साथ केदारधाम में हर हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे। इस दौरान सीएम धामी केदारधाम में मौजूद रहे। सर्द मौसम के बीच मंगलवार सुबह 5 बजे से ही केदारधाम में कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। गहमागहमी के बीच धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया। बाबा केदार की पंचमुखी भोग मूर्ति चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान होकर रावल निवास से मंदिर परिसर पहुंची। इसके बाद हर हर महादेव के जयकारे लगे। रावल ने यहां भक्तों को आशीर्वाद दिया। इसके बाद रावल, सीएम धामी, बदरी केदार मंदिर समिति के अधिकारियों, पदाधिकारियों और प्रशासन की मौजूदगी में विधि विधान से बाबा केदारनाथ के कपाट खोल दिये गये।
इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। केदारनाथ कपाट खुलने के बाद धाम में मौजूद श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आये। सभी ने बाबा केदार से आशीर्वाद मांगा। कपाट खुलने से पहले केदारनाथ धाम को 23 क्विंटल फूलों से सजाया गया।
आपको बता दें इस साल केदारनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। मौसम की दुश्वारियों के बीच बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं। केदारनाथ धाम में अभी भी बर्फबारी हो रही है। इसके कारण यहां मुश्किलें बढ़ रही है। मौसम विभाग ने भी आने वाले कुछ दिनों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की। इसके बाद भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु धाम पहुंचे हैं।
केदारनाथ में श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल रिलीफ पोस्ट तैयार की गई है। यात्रा मार्गों पर 130 डॉक्टरों की तैनाती है। डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं भी भी उचित प्रबंध किया गया है। हेल्थ एटीएम भी यात्रियों के लिए लगाए गए हैं। फिलहाल बारिश और बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा के रजिस्ट्रेशन बंद हैं। (आईएएनएस)
लखनऊ, 25 अप्रैल | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी गई है। यह संदेश यूपी 112 व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा गया है। पुलिस ने कहा कि सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है। ऑपरेशन कमांडर डायल 112 के इंस्पेक्टर सहेंद्र कुमार ने कहा कि एक कॉलर ने एक संदेश भेजा कि वह मुख्यमंत्री योगी को मार डालेगा।
संदेश मिलते ही पुलिस ने एडीजी, कानून व्यवस्था और एडीजी, इंटेलिजेंस सहित वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया।
अपराध के प्रति मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस की नीति के बीच यह धमकी सुरक्षा अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर आई है।
सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिकारी उस शख्स की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं जिसने धमकी भरा संदेश भेजा था।
एसएचओ, सुशांत गोल्फ सिटी, शैलेंद्र गिरी ने कहा कि जांच जारी है और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। (आईएएनएस)
जौनपुर, 25 अप्रैल | समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक लकी यादव के समर्थकों ने कथित रूप से बंदी बनाए गए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के दो जूनियर इंजीनियरों और एक ठेकेदार को मुक्त कराने के उनके घर गए पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के साथ कथित तौर पर मारपीट व बदसलूकी की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जूनियर इंजीनियर और ठेकेदार जौनपुर के ओलंदगंज-टीडी कॉलेज रोड के दोनों तरफ हो रहे काम के सिलसिले में मल्हनी विधायक के घर गए थे, लेकिन तीनों को जबरन घर में बैठा लिया गया।
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
विधायक ने आरोप का खंडन किया कहा कि पुलिस कर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह ने बताया कि मल्हनी विधायक के घर में दो जेई व एक ठेकेदार समेत तीन लोगों को बंधक बनाये जाने की सूचना मिलने पर नगर दंडाधिकारी भारी पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और उन्हें मुक्त कराया।
उन्होंने कहा कि टीम के वहां पहुंचने पर कुछ लोगों ने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया।
सिंह ने कहा, पूरे मामले की जांच की जा रही है - आरोप है कि तीन लोगों को बंधक बनाया गया था और कुछ लोगों ने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया था। जांच के निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, लकी यादव ने कहा, मैं अपने घर में था, तभी चार लोग घर में घुस रहे थे। उन्हें देखते ही मैंने अपने सुरक्षाकर्मियों से पूछा कि वे कौन हैं। जब सुरक्षाकर्मियों ने उनसे बात करने की कोशिश की, तो एक भाग गया और तीन पकड़े गए।
उन्होंने कहा, मैंने जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पूरी घटना के बारे में बताया। पुलिस के नहीं पहुंचने पर मैंने सीओ (सर्कल ऑफिसर) सिटी को फोन किया और उन्हें सूचित किया। कुछ देर बाद, पुलिस घर पर पहुंची और एक व्यक्ति ने असंसदीय भाषा और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। पुलिस ने मेरे साथ बदसलूकी की और कॉलर पकड़कर घसीटा।
विधायक ने कहा कि जेई व ठेकेदार को बंधक बनाने का आरोप गलत है। अगर मैंने किसी को बंधक बनाया होता तो मैं खुद पुलिस को फोन करके घटना की जानकारी क्यों देता।' (आईएएनएस)
बिजनौर, 25 अप्रैल | उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक चौंकाने वाली घटना में एक तेंदुआ घर की दीवार फांदकर आंगन में खेल रही पांच साल की बच्ची को खींच ले गया। घायल बच्ची अर्शी को बाद में अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। लड़की के पिता रिजवान अहमद ने कहा कि वह अपने आठ साल के भाई और पड़ोस के कुछ अन्य बच्चों के साथ अपने घर के आंगन में खेल रही थी, तभी तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया।
घटना बिजनौर के रेहड़ क्षेत्र के उदयपुर गांव के बाहरी इलाके में हुई।
रेहड़ अमनगढ़ टाइगर रिजर्व के पास गन्ने और गेहूं के खेतों से घिरा एक अपेक्षाकृत निर्जन क्षेत्र है। (आईएएनएस)
वाराणसी, 25 अप्रैल | ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े सातों मामलों को एक साथ किया जाएगा या अलग से सुना जाएगा, इस पर वाराणसी के जिला न्यायाधीश की अदालत अगली सुनवाई करेगी। इन मामलों की सुनवाई 3 मई को होगी।
वकील सुभाष नंदन चतुर्वेदी ने कहा, ''इस मामले में सोमवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन शोकसभा के चलते कोई कानूनी कार्य नहीं हो सकी।''
जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने इस मामले में सुनवाई के लिए तीन मई की तारीख तय की है।
जिला जज ने 17 अप्रैल को वाद संख्या 18/2022 (ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में श्रृंगार गौरी और अन्य देवताओं की नियमित पूजा की मांग करते हुए) में चार महिला वादी की याचिका को विभिन्नअदालतों से ज्ञानवापी से संबंधित सात मामलों को अपनी अदालत में स्थानांतरित करने के लिए स्वीकार कर लिया था।
चतुर्वेदी ने कहा, अपने आदेश में जिला जज ने कहा कि स्थानांतरण के बाद विभिन्न दीवानी अदालतों में लंबित ज्ञानवापी से संबंधित सात मामले उनके न्यायालय में पहुंचेंगे, उनके चकबंदी के मुद्दे की जांच की जाएगी कि यह प्रासंगिक होगा या नहीं। (आईएएनएस)
बरेली (उप्र), 25 अप्रैल | गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की सोशल मीडिया पर तारीफ करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दोनों पर आईटी एक्ट और आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, पहले आरोपी, जिले के बिथरी चैनपुर के एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने हाल ही में प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्याओं के संबंध में अपने ट्विटर हैंडल पर एक भड़काऊ पोस्ट साझा किया था।
इंस्पेक्टर (अपराध) अमरेश कुमार ने कहा, आरोपी रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज के रिसेप्शन डेस्क पर काम करता है। उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, क्योंकि उसने एक भड़काऊ पोस्ट साझा किया था, जो समाज में अशांति पैदा कर रहा था और दंगे की चिंगारी भड़का सकता था। हमने उसे गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेज दिया है।
अब्दुल्लापुर माफी के रहने वाले एक अन्य आरोपी ने 17 अप्रैल को फेसबुक पर अतीक अहमद की प्रशंसा करते हुए एक संदेश पोस्ट किया था। उस पर भी मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बताया कि दूसरे आरोपी ने पहले भी सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट किया था।
एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता की शिकायत पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। (आईएएनएस)
भोपाल, 25 अप्रैल | सूडान में चल रहे संघर्ष के कारण अनेकों भारतीय वहां फंसे हुए हैं। इनमें मध्य प्रदेश के भी निवासी शामिल हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन शुरू की है, ताकि मुसीबत में घिरे लोगों की मदद की जा सके। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी में बताया गया है कि मध्यप्रदेश एवं भारत के विषम परिस्थितियों में फंसे हुए नागरिकों की मदद के लिये मध्यप्रदेश शासन ने एक हेल्पलाइन प्रारंभ की है। इस हेल्पलाइन पर प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के नागरिक जो सूडान में फंसे हुए हैं और इस संकट की घड़ी में सूडान से अपने देश या प्रदेश आना चाहते हैं, सूडान में किसी भी समस्या एवं जानकारी के लिये सम्पर्क कर सकते हैं। इस व्यवस्था का नोडल अधिकारी गृह सचिव गौरव राजपूत को बनाया गया है।
सरकार ने हेल्प लाइन नंबर 91-755-2555582 जारी किया है, जिस पर सूडान में फंसे मध्यप्रदेश या भारत के नागरिक किसी भी प्रकार की मदद के लिये संपर्क कर सकते हैं।
राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि मध्यप्रदेश के निवासी जिनके परिवार के सदस्य अथवा सम्बन्धी जो सूडान में मुश्किल में फंसे हैं, उनकी सहायता के लिये सीएम हेल्पलाइन 181 पर कॉल कर जानकारी दर्ज कराई जा सकती है। (आईएएनएस)|
कोच्चि, 25 अप्रैल | केरल के त्रिशूर में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाली आठ साल की एक बच्ची की मोबाइल फोन फटने से मौत हो गई। बच्चे के हाथ में मोबाइल फोन ब्लास्ट कर गया। वो फोन पर वीडियो देख रही थी। यह घटना सोमवार देर रात हुई और डॉक्टरों के काफी प्रयास के बावजूद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
स्थानीय पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने जांच शुरू कर दी है और एक फोरेंसिक टीम को भी काम पर लगाया गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल | सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पहलवानों की उस याचिका पर नोटिस जारी किया जिसमें भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई थी। चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ और जस्टिस पी.एस. नरसिम्हा ने कहा: अंतर्राष्ट्रीय पहलवानों की याचिका में यौन शोषण के गंभीर आरोप हैं। शुक्रवार तक जवाब देने के लिए नोटिस जारी करें।
पहलवानों का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल और नरेंद्र हुड्डा ने खंडपीठ के समक्ष याचिका लगाई थी।
सिब्बल ने कहा कि यह पहलवानों का मामला है और वे धरने पर बैठे हैं। सात महिलाओं ने शिकायत की है और एक नाबालिग भी है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है और महिला पहलवानों द्वारा कथित यौन उत्पीड़न को लेकर सिंह के खिलाफ याचिका दायर की गई है।
सुनवाई के दौरान सिब्बल ने दलील दी कि कमेटी की एक रिपोर्ट है जिसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।
चीफ जस्टिस ने सिब्बल से केस के कागजात दिखाने को कहा।
सिब्बल ने कहा कि कृपया नाबालिग की शिकायत देखें। युवा लड़की ने स्वर्ण पदक जीता था और यहां तक कि प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के लिए पुलिस कर्मियों पर भी मुकदमा चल सकता है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि अदालत को इन आरोपों को देखना चाहिए।
दलीलें सुनने के बाद शीर्ष अदालत ने दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा।
याचिका के अनुसार, पहलवानों ने कुश्ती संघ अध्यक्ष के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने में अत्यधिक देरी का हवाला दिया और अदालत से पुलिस को मामला दर्ज करने का निर्देश जारी करने का आग्रह किया।
शीर्ष अदालत ने याचिका में उल्लेख किए गए याचिकाकर्ताओं की पहचान छुपाने पर सहमति जताई। (आईएएनएस)
लखनऊ, 25 अप्रैल | यूपी की जेलों में बंद अपराधियों और माफियाओं की हर गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सरकार काफी सजगता बरत रही है। सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश की जेलों में सीसीटीवी को आर्टीफिशयल इंटेलीजेंस सिस्टम से लैस किया जा चुका है। वहीं प्रदेश की पांच हाई सिक्योरिटी जेलों में ड्यूअल व्यू स्कैनर बैगेज, फुल ह्यूमन बॉडी वार्न स्कैनर, मुलाकात घर के लिए कांटेक्ट लैस ग्लास समेत नई टेक्नोलॉजी से सुसज्जित कई उपकरणों को लगाया गया है।
मालूम हो कि विभाग की ओर से शासन को इस संबंध में एक प्रपोजल बनाकर भेजा गया था, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग को जेलों में व्याप्त कमियों को दूर करने के लिए बजट जारी किया था।
प्रदेश की कारागारों में निरुद्ध विचाराधीन बंदियों की शत प्रतिशत रिमांड वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराने के लिए अब तक 145 वीडियो कांफ्रेंसिंग हॉल स्थापित किए जा चुके हैं, जिसमें 72 कारागार और 73 जिला न्यायालय शामिल हैं।
वहीं प्रदेश के पांच हाई सिक्योरिटी जेलों क्रमश: जिला कारागार लखनऊ, आजमगढ़, चित्रकूट, गौतमबुद्धनगर एवं केंद्रीय कारागार बरेली-द्वितीय में 5 ड्यूअल व्यू स्कैनर बैगेज, 5 फुल ह्यूमन बॉडी वार्न जेस्कैनर, 130 मुलाकात घर के लिए कान्टेक्टलेस ग्लास, 5 पैनिक अलार्म सिस्टम, 15 नाइट विजन बाइनोकुलर एवं 5 लाइटिंग प्रोटेक्शन सिस्टम ईएसई यूनिट का काम पूरा किया जा चुका है।
वहीं हाई सिक्योरिटी जेलों के अलावा वीडियो कान्फ्रेंसिंग से प्रस्तावित बैठकों के लिए मल्टी कान्फ्रेंस यूनिट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार कारागारों की सुरक्षा व्यवस्था को चाकचौबंद करने के लिए चरणबद्ध तरीके से सीसीटीवी सर्विलान्स यूनिट्स की स्थापना की जा रही है। इसके साथ ही कारागारों में संवेदनशील स्थलों को चिह्न्ति करते हुए हर कारागार में कम से कम 30 कैमरों को स्थापित किया गया है।
वर्तमान में प्रदेश के सभी कारागारों में लगभग 3600 से अधिक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये जा चुके हैं। इतना ही नहीं इन कैमरों की संख्या में वृद्धि, कैमरों की पुनस्र्थापन एवं 30 कारागारों में स्टोरेज सहित सर्वर की व्यवस्था का काम पूरा किया जा चुका है।
प्रदेश के कारागारों में स्थापित सीसीटीवी कैमरों के फीड को मुख्यालय में प्राप्त कर उच्च स्तरीय निगरानी के लिए कमांड सेन्टर स्थापित किया जा चुका है, जिससे कारागारों में स्थापित कैमरों की लाइव फीड वीडियोवाल में प्राप्त हो रही है।
अभी तक 1200 से अधिक कैमरे इसमें संयोजित हो चुके हैं, जिन्हें आर्टीफिशियल इन्टेलीजेन्स (एआई) के जरिये अलर्ट मिलता है।
प्रदेश के दस कारागार नैनी, फतेहगढ़, आगरा, वाराणसी और जिला कारागार मेरठ, बुलन्दशहर, हरदोई, फिरोजाबाद, सहारनपुर एवं आगरा को बॉडी वार्न कैमरों के लिए शासन को वित्तीय स्वीकृति के लिए पत्र लिखा गया है।
इसके अलावा 10 कारागारों केंद्रीय कारागार बरेली (द्वितीय), जिला कारागार गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, वाराणसी, अलीगढ़, सीतापुर, फिरोजाबाद, मुरादाबाद एवं बाराबंकी में हैवी ड्यूटी वाशिंग मशीन की व्यवस्था के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है।
इसी तरह 20 कारागारों -- केंद्रीय कारागार नैनी, फतेहगढ़, बरेली, आगरा, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, कानपुर नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलन्दशहर, वाराणसी, अलीगढ़, सीतापुर, फिरोजाबाद, खीरी, मुरादाबाद, कानपुर देहात, झांसी शाहजहांपुर एवं बाराबंकी में लाइटिंग प्रोटेक्शन सिस्टम की स्थापना के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है।
वहीं 20 कारागारों -- जिला कारागार रामपुर, रायबरेली, बागपत, खीरी, मथुरा, देवरिया, झांसी, फतेहपुर, पीलीभीत, फतेहगढ़, बिजनौर, मैनुपरी, गोण्डा, बहराइच, एटा, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, सहारनपुर एवं कौशाम्बी में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या में विस्तार एवं सर्वर की व्यवस्था के लिए शासन से वित्तीय स्वीकृति के लिए भी पत्र लिखा गया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल | दिल्ली के करोल बाग इलाके में 30 वर्षीय एक व्यक्ति ने होटल के कमरे में आत्महत्या कर ली। एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मृतक की पहचान शहर के मोहल्ला कब्रिस्तान निवासी मोहम्मद आमिर के रूप में हुई है।
घटना का पता सोमवार को तब चला जब करोल बाग थाने में एक आत्महत्या के संबंध में पीसीआर कॉल आई।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस की एक टीम होटल गोल्डन डीलक्स पहुंची और उसने पीड़ित को पंखे से लटका पाया।
क्राइम टीम ने कमरे का मुआयना किया।
अधिकारी ने कहा, परिवार के सदस्यों को सूचित कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक की शादी जनवरी में हुई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार, प्रथम ²ष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है।
अधिकारी ने कहा, हमने सीआरपीसी की धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। (आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 24 अप्रैल उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के महापंजीयक से चार दिन के भीतर इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा कि क्या न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय ने पश्चिम बंगाल में स्कूल भर्ती घोटाले से संबंधित लंबित मामले में एक समाचार चैनल को साक्षात्कार दिया था।
प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा की पीठ ने इस मामले को लेकर एक समाचार चैनल को दिए गए न्यायमूर्ति गंगोपाध्याय के कथित साक्षात्कार का कड़ा संज्ञान लिया और कहा, ‘‘कोई न्यायाधीश लंबित मामलों के बारे में साक्षात्कार नहीं दे सकता।’’
पीठ ने उच्च न्यायालय के महापंजीयक से न्यायाधीश से निर्देश लेने के बाद बृहस्पतिवार या उससे पहले एक रिपोर्ट दाखिल करने को कहा और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी की याचिका पर सुनवाई के लिए इसके एक दिन बाद की तारीख तय की।
इससे पहले, उच्चतम न्यायालय ने अभिषेक बनर्जी को बड़ी राहत प्रदान करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय के 13 अप्रैल के उस आदेश पर रोक लगा दी थी, जिसमें उसने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को अभिषेक और शिक्षक भर्ती घोटाले के एक आरोपी कुंतल घोष से पूछताछ करने का आदेश दिया था।
इससे पहले उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने अपने आदेश में पश्चिम बंगाल पुलिस को स्कूल भर्ती घोटाले की जांच कर रहे सीबीआई और ईडी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न करने का निर्देश दिया था।
उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के एक भाषण का संज्ञान लिया था, जिसमें उन्होंने (अभिषेक ने) कहा था कि जांच एजेंसियां घोटाले के एक आरोपी कुंतल घोष पर दबाव बना रही हैं कि घोष उनका (अभिषेक का) नाम लें। (भाषा)
प्रयागराज (उप्र), 24 अप्रैल प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाका स्थित कॉफी हाउस के निकट होटल विट्ठल इंटरनेशनल में सोमवार को प्रयागराज के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी (डिप्टी सीएमओ) डॉक्टर सुनील सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपायुक्त नगर दीपक भूकर ने पत्रकारों को बताया की सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे पुलिस को सूचना मिली की होटल विट्ठल में डॉ. सुनील कुमार सिंह दरवाजा नहीं खोल रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मौके पर पहुंची पुलिस ने बलपूर्वक दरवाजे को खोला जहां डॉ. सुनील (51) का शव पंखे से लटकता पाया गया। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
डॉ. सुनील के ड्राइवर सतीश सिंह ने बताया कि वाराणसी निवासी डॉ. सुनील, बेली हॉस्पिटल में कार्यरत थे और वह रविवार को शाम करीब चार बजे इस होटल में आए थे।
ड्राइवर ने बताया, ‘‘डॉ. सुनील वाराणसी से ड्यूटी करने अपने वाहन से आया जाया करते थे। सोमवार सुबह उनकी पत्नी अलका ने फोन कर बताया कि डॉक्टर साहब का दोनों मोबाइल फोन बंद आ रहा है। इस पर मैं सुबह साढ़े नौ बजे होटल के उनके कक्ष में गया और दरवाजा खटखटाया। लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आने पर मैंने होटल के कर्मचारियों को सूचित किया।’’
डॉ. सुनील के ड्राइवर ने बताया कि होटल के किसी कर्मचारी ने खिड़की से देखा तो उन्हें फंदे से लटका पाया। इसके बाद इस घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
सतीश सिंह ने बताया कि डॉ. सुनील के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी है। (भाषा)
कोलकाता, 24 अप्रैल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को कोलकाता पहुंचे। दोनों आज दोपहर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे।
कुमार और यादव हवाई अड्डे से सीधा राज्य सचिवालय ‘नबन्ना’ रवाना हुए, जहां वे बनर्जी के साथ बैठक करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का मुकाबला करने की रणनीति पर बंद कमरे में चर्चा करेंगे।
ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी के साथ पिछले महीने इसी तरह की बैठकें की थीं।
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने के लिए कुमार ने इस महीने की शुरुआत में नई दिल्ली में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से मुलाकात की थी। (भाषा)
नई दिल्ली, 24 अप्रैल | सुप्रीम कोर्ट गैंस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच संबंधी याचिका पर सुनवाई के लिए सोमवार को सहमत हो गया। हालांकि उसने कहा है कि पांच जजों को कोरोना होने के कारण वे उपलब्ध नहीं है और इसलिए सुनवाई शुक्रवार को होगी। याचिका में 15 अप्रैल को हुई दोनों भाइयों की हत्या की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में समिति के गठन का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मामलों के उल्लेख के समय वकीलों को बताया कि पांच जजों को कोरोना संक्रमण हो गया है।
उन्होंने कहा, चूंकि पांच जज उपलब्ध नहीं हैं, कुछ मामले जिनकी सुनवाई की तारीख दी गई थी उन्हें सूची में शामिल नहीं किया गया है। हम उन्हें शुक्रवार की सूची में शामिल करने की कोशिश करेंगे।
अधिवक्ता विशाल तिवारी ने अतीक-अशरफ हत्याकांड में निष्पक्ष विशेषज्ञ समिति से जांच की मांग संबंधी याचिका दायर की है। साथ ही उन्होंने 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में हुए 183 एनकाउंटर की जांच की भी मांग की है।
तिवारी ने सोमवार को सुनवाई के लिए याचिका का उल्लेख पीठ के समक्ष किया जिसमें न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा भी शामिल हैं।
अतीक और अशरफ अहमद को 15 अप्रैल को तीन हमलावरों ने उस समय गोली मार दी थी जब पुलिसकर्मी उन्हें प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए ले जा रहे थे। तीनों पत्रकार के रूप में वहां आए थे।
याचिकाकर्ता ने पुलिस हिरासत में हुई हत्याओं की जांच की भी मांग की और जोर देकर कहा कि पुलिस द्वारा इस तरह की हरकतें लोकतंत्र और कानून-व्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा है और पुलिसिया शासन की ओर ले जाता है।
याचिका में कहा गया है कि न्यायिक आदेशों से इतर हत्याओं या फर्जी पुलिस मुठभेड़ों का कानून में कोई स्थान नहीं है। एक लोकतांत्रिक समाज में पुलिस को अंतिम न्याय देने का एक जरिया बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती, क्योंकि सजा की शक्ति केवल न्यायपालिका में निहित है।
(आईएएनएस)
ऋषिकेश, 24 अप्रैल | उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब है। खराब मौसम की मार केदारनाथ धाम तीर्थयात्रा के रजिस्ट्रेशन पर भी पड़ी है। बर्फबारी के चलते फिलहाल यहां जाने वाले तीर्थयात्रियों के रजिस्ट्रेशन रोक दिए गए हैं। फिलहाल 30 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन रोके गए हैं। देहरादून जिले के एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने ऋषिकेश के रजिस्ट्रेशन सेंटर जाकर तीर्थयात्रियों से संयम बनाए रखने की अपील की। यात्रा के दौरान पुलिस को सहयोग देने के लिए भी कहा। ट्रैफिक व्यवस्था का निरीक्षण करने के बाद एसएसपी वापस देहरादून लौट गए।
रविवार को वीकेंड के मौके पर एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ऋषिकेश पहुंचे। सबसे पहले उन्होंने यात्रा ट्रांजिट कैंपस का निरीक्षण किया। मौके पर पुलिस कर्मियों को उन्होंने यात्रियों की हर समस्या को गहराई से सुनने और उसका समाधान तत्परता से करने के निर्देश दिए। मौके पर एसएसपी ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों के साथ बातचीत की। उनको भारी बर्फबारी की वजह से केदारनाथ धाम के बंद किए गए रजिस्ट्रेशन के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया।
एसएसपी ने बताया कि भारी बर्फबारी की वजह से फिलहाल रजिस्ट्रेशन बंद किए गए हैं। जो व्यवस्था बनते ही खोल दिए जाएंगे। यात्रियों से मुलाकात करने के बाद एसएसपी चंद्रभागा पुल से लेकर श्यामपुर फाटक होते हुए नेपाली फार्म पहुंचे। पूरे रास्ते एसएसपी ट्रैफिक व्यवस्था पर खुद नजर रखते हुए दिखाई दिए। उन्होंने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों से ट्रैफिक व्यवस्था के बारे में फीडबैक भी लिया। अधिकारियों को रूट प्लान समय-समय पर जरूरत के हिसाब से लागू करने के लिए फिर से निर्देशित किया।
एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने कहा कि सड़कें संकरी हैं। ट्रैफिक बहुत ज्यादा है। इसलिए पुलिस की तत्परता से ही ट्रैफिक को नियंत्रित किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही ना की जाए। एसएसपी ने बताया कि चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार होने की वजह से वह लगातार तमाम व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग खुद कर रहे हैं। लगातार अधिकारियों से फीडबैक भी लेने में लगे हुए हैं। ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर वह बार-बार ऋषिकेश का दौरा कर रहे हैं।
देहरादून एसएसपी ने बताया कि उन्होंने यात्रियों से केदारनाथ धाम के बंद हुए रजिस्ट्रेशन की वजह से हो रही दिक्कतों को लेकर पुलिस का सहयोग करने की अपील की है। मौके पर एसपी देहात कमलेश उपाध्याय कोतवाल खुशीराम पांडे एसएसआई दर्शन सिंह काला उपस्थित रहे।
चारधाम यात्रा के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं। फिलहाल केदारनाथ धाम के लिए रजिस्ट्रेशन 30 अप्रैल तक रोके गए हैं।रजिस्ट्रेशन टोल फ्री नंबर 1364 (उत्तराखंड से) या 0135-1364 या 0135- 3520100 पर कॉल करके कराया जा सकता है। उत्तराखंड सरकार के मुताबिक चारधाम यात्रा के लिए अब तक 15 लाख से भी ज्यादा यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं।
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 2023 शनिवार 22 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। 22 अप्रैल को उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री धामों के कपाट खुल चुके हैं। 25 अप्रैल यानी मंगलवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने हैं। 27 अप्रैल को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। (आईएएनएस)
नागपुर, 24 अप्रैल | नागपुर में सोनेगांव-निपानी इलाके में हिंगना एमआईडीसी की एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई जिसमें कम से कम तीन मजदूरों की मौत हो गई। अधिकारियों ने सोमवार को ये जानकारी दी। घटना कटारी एग्रो प्रा. लिमिटेड प्लांट में घटी जिसके बाद दमकलकर्मियों की टीमें आग बुझाने के लिए रवाना हुईं।
चश्मदीदों ने कहा कि कारखाने के परिसर से गहरे धुएं के गुबार निकलते देखे गए, जो दूर से ही दिखाई दे रहे थे।
आग में कम से कम तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन गंभीर रूप से झुलस गए और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया।
अपुष्ट रिपोटरें के अनुसार, कुछ और मजदूर कथित रूप से धधकते कारखाने के परिसर के अंदर फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं, हालांकि आग लगने का कारणों का पता नहीं चला है।
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्रासदी पर दुख व्यक्त किया और एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया।
उन्होंने अधिकारियों से घायल मजदूरों का उचित इलाज सुनिश्चित करने को कहा है और मुंबई से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। (आईएएनएस)
हासन, 24 अप्रैल | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कर्नाटक में जद (एस) के गढ़ हासन का दौरा करने के दौरान सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के बड़े बेटे एच.डी. रेवन्ना ने कहा कि भाजपा चाहे अमेरिकी या रूसी राष्ट्रपति की भूमिका निभाए, इससे जद (एस) को कोई फर्क नहीं पड़ता। एच.डी. देवेगौड़ा हासन जिले से आते हैं और इस क्षेत्र को गौड़ा परिवार का गढ़ माना जाता है। पिछले चुनाव में बीजेपी केवल एक सीट (प्रीतम गौड़ा) जीतने में कामयाब रही। लेकिन इस बार देवेगौड़ा परिवार ने भाजपा के कब्जे वाली सीट पर जीत हासिल करना अपनी प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है।
भाजपा विधायक प्रीतम गौड़ा और गौड़ा परिवार के सदस्यों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है।
प्रीतम गौड़ा ने गौड़ा परिवार को खुली चुनौती दी थी कि वे गौड़ा परिवार से किसी को भी मैदान में उतारें, वह उन्हें बड़े अंतर से हरा देंगे। जद (एस) ने हासन सीट से स्वरूप प्रकाश को अपना उम्मीदवार बनाया है।
अमित शाह के दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मंत्री एच.डी. रेवन्ना ने कहा कि अगर भाजपा पार्टी किसी अमेरिकी या रूसी राष्ट्रपति को भी साथ लेती है, तो जद (एस) पार्टी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने जोर देकर कहा, हमारे लिए देवेगौड़ा (पूर्व प्रधानमंत्री) और कुमारन्ना (पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी) काफी हैं। वे हमारे चाणक्य हैं।
उन्होंने कहा, हमने 123 निर्वाचन क्षेत्रों में जीतने का लक्ष्य रखा है। लोगों ने दो राष्ट्रीय दलों का प्रशासन देखा है। उन्होंने जद (एस) को एक बार पूर्ण बहुमत देने और दोनों राष्ट्रीय दलों को किनारे करने का फैसला किया है।
अमित शाह सोमवार को हासन जिले के अलुरु कस्बे में रोड शो करेंगे। (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 24 अप्रैल | आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की मां वाई.एस. विजयम्मा ने सोमवार को यहां एक महिला कॉन्स्टेबल को थप्पड़ मार दिया। इसके कुछ घंटे पहले ही उनकी बेटी और वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) की नेता वाई.एस. शर्मिला ने भी पुलिस के साथ बदसलूकी की थी। यह घटना तब हुई जब विजयम्मा शर्मिला से मिलने जुबली हिल्स पुलिस स्टेशन गई, जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था। जैसे ही पुलिस ने थाने में प्रवेश करने से मना कर दिया, विजयम्मा की पुलिस से बहस हो गई। जब कुछ महिला पुलिसकर्मियों ने उन्हें जबरन अपनी गाड़ी में बिठाने की कोशिश की तो उन्होंने इसका विरोध किया और एक कांस्टेबल को थप्पड़ भी जड़ दिया।
पुलिस कर्मी उन्हें वापस वाहन में धकेलने और उनके आवास पर भेजने में सफल रहे।
पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस राजशेखर रेड्डी की विधवा विजयम्मा ने शर्मिला को गिरफ्तार करने में पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि शर्मिला लोगों के लिए आवाज उठा रही है, लेकिन पुलिस उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि वह पुलिस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी।
पुलिस ने विजयम्मा को बताया कि बंजारा हिल्स थाने में शर्मिला के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले, शर्मिला ने कथित तौर पर एक महिला पुलिसकर्मी को तब थप्पड़ मारा, जब पुलिस ने हैदराबाद में उनके घर के बाहर उसे हिरासत में लेने की कोशिश की।
पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर जुबली हिल्स थाने भेज दिया।
वाईएसआरटीपी नेता के पुलिसकर्मियों के साथ बहस करने और उनके साथ मारपीट करने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
हालांकि वीडियो में शर्मिला महिला कॉन्स्टेबल को थप्पड़ मारती नजर नहीं आ रही हैं, लेकिन महिला पुलिसकर्मी उनको पकड़ती नजर आ रही हैं।
यह घटना तब हुई जब पुलिस ने शर्मिला को तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) से मिलने के लिए घर से बाहर जाने से रोक दिया। (आईएएनएस
नई दिल्ली, 24 अप्रैल | सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को भारतीय न्यायपालिका के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए अवमानना मामले में पूर्व आईपीएल आयुक्त ललित मोदी की बिना शर्त माफी को स्वीकार कर लिया। ललित मोदी की माफी को स्वीकार करते हुए जस्टिस एम.आर. शाह और जस्टिस सी.टी. रविकुमार ने कहा कि यह अदालत माफी में विश्वास करती है। आईपीएल के पूर्व आयुक्त का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने पीठ के समक्ष कहा कि ललित मोदी पहले ही आपत्तिजनक पोस्ट हटा चुके हैं और अखबारों में माफीनामा प्रकाशित कर चुके हैं।
पीठ ने कहा कि भविष्य में अगर उनके द्वारा कोई ऐसा बयान दिया जाता है, जो भारतीय न्यायपालिका को अपमानित करता है, तो इसे बहुत गंभीरता से लिया जाएगा।
13 अप्रैल को, सुप्रीम कोर्ट ने ललित मोदी को सोशल मीडिया पोस्ट में न्यायपालिका के खिलाफ उनकी टिप्पणी पर बिना शर्त माफी मांगने का निर्देश दिया था।
पीठ सीयू सिंह द्वारा दायर एक अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रही थी। यह कहा गया कि पूर्व आईपीएल आयुक्त कानून और संस्था से ऊपर नहीं हैं।
अपने 13 अप्रैल के आदेश में, शीर्ष अदालत ने कहा, अवमाननाकर्ता की ओर से उपस्थित वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. ए.एम. सिंघवी ने बार में कहा है ललित मोदी अपने टिप्पणी के संबंध में बिना शर्त माफी मांगेंगे। यह सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यह प्रमुख समाचापत्रों के मुंबई, दिल्ली चेन्नई, कलकत्ता और बेंगलुरु आदि संस्करणों में प्रकाशित किया जाएगा।
उन्होंने बार में यह भी कहा है कि इस अदालत के समक्ष बिना शर्त माफी मांगने के साथ-साथ विशेष रूप से यह कहते हुए एक और हलफनामा दायर किया जाएगा कि भविष्य में ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया जाएगा, जो भारतीय न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने जैसा हो। (आईएएनएस)|
मुंबई, 24 अप्रैल | अपकमिंग फिल्म 'ड्रीम गर्ल 2' ने एक बार फिर अपनी रिलीज डेट आगे बढ़ा दी है। यह फिल्म पहले 23 जून को सिनेमाघरों में आनी थी, लेकिन अब यह फिल्म 25 अगस्त को रिलीज होगी। 'ड्रीम गर्ल 2' के लिए वीएफएक्स का काम चल रहा है जो महत्वपूर्ण है। फिल्म में आयुष्मान खुराना पूजा और करम की भूमिका निभाएंगे। निर्माता यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वह पूजा के रूप में सहज और आश्वस्त दिखें।
फैसले के बारे में बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड की संयुक्त प्रबंध निदेशक एकता आर. कपूर ने कहा, हम चाहते हैं कि आयुष्मान खुराना का किरदार 'ड्रीम गर्ल 2' में पूजा के रूप में परफेक्ट दिखे और इसलिए हम चेहरे के लिए वीएफएक्स के काम को परफेक्ट करने के लिए अतिरिक्त समय ले रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जब हमारे दर्शक फिल्म देखें, तो उन्हें बेहतरीन अनुभव मिले।
उन्होंने आगे कहा: ड्रीम गर्ल 2 के लिए वीएफएक्स का काम फिल्म का एक अभिन्न हिस्सा है, और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम अपने दर्शकों को एक उच्च गुणवत्ता वाला उत्पाद प्रदान करें।
फिल्म में आयुष्मान खुराना और अनन्या पांडे मुख्य भूमिका में हैं और इसका निर्देशन राज शांडिल्य ने किया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 24 अप्रैल | भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध के बीच दिल्ली पुलिस ने खेल मंत्रालय द्वारा शिकायतों की जांच के लिए गठित समिति से रिपोर्ट मांगी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, हमें सात शिकायतें मिली हैं और वर्तमान में उन सभी की जांच कर रहे हैं। ठोस सबूत मिलने के बाद हम प्राथमिकी दर्ज करेंगे। हमने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित समिति से भी एक रिपोर्ट मांगी है।
ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगट और अन्य शीर्ष भारतीय पहलवानों ने रविवार को मध्य दिल्ली के जंतर-मंतर में डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ फिर से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश पत्रकारों से बात करते हुए रो पड़ीं।
विनेश ने पहले कहा था कि उन्हें बृजभूषण शरण सिंह द्वारा मानसिक उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा जिस कारण उन्होंने आत्महत्या के बारे में भी सोचा था।
प्रदर्शन कर रही एक पहलवान ने रविवार को आईएएनएस को बताया कि एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने प्राथमिकी दर्ज करने से इनकार कर दिया।
पहलवान ने कहा था, हमें कई तरफ से धमकियां मिल रही हैं और दो महीने से अधिक समय तक इंतजार करने के बाद, हमने थाने में शिकायत दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने हमें भगा दिया। हमें नहीं पता कि यहां क्या हो रहा है। हम अपना विरोध फिर से शुरू करेंगे और हमारी मांगें पूरी होने तक जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेंगे।
आईएएनएस ने पिछले महीने खबर दी थी कि प्रदर्शनकारी पहलवान बृजभूषण की बर्खास्तगी के लिए अपना आंदोलन फिर से शुरू कर सकते हैं। (आईएएनएस)