अंतरराष्ट्रीय
वाशिंगटन, 26 अगस्त (आईएएनएस)| दुनियाभर में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या 2.38 करोड़ के पार पहुंच गई है, जबकि 818,000 से अधिक लोग इस बीमारी से जान गंवा चुके हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने यह जानकारी दी। यूनिवर्सिर्टी के सेंटर फॉर सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएई) ने अपने नवीनतम अपडेट में बताया कि बुधवार की सुबह तक कोरोना के कुल मामलों की संख्या 23,820,104 रही और मृतकों की संख्या बढ़कर 818,137 हो गई।
सीएसएसई के अनुसार, 5,777,393 मामलों और 178,477 मौतों के साथ अमेरिका दुनियाभर में इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की सूची में शीर्ष पर है।
कोरोना के 3,669,995 मामलों और 116,580 मौतों के साथ ब्राजील दूसरे स्थान है।
सीएसएसई के आंकड़ों के मुताबिक, भारत तीसरे (3,167,323) नंबर पर है और उसके बाद रूस (963,655), दक्षिण अफ्रीका (613,017), पेरू (600,438), मेक्सिको (568,621), कोलंबिया (551,688), स्पेन (412,553), चिली (400,985), ईरान (363,363), अर्जेंटीना (359,638), ब्रिटेन (329,821), सऊदी अरब (309,768), बांग्लादेश (299,628), पाकिस्तान (293,711), फ्रांस (285,902), तुर्की (261,194), इटली (261,174), जर्मनी (237,583), इराक (211,947), फिलीपींस (197,164), इंडोनेशिया (157,859), कनाडा (127,903), कतर (117,498), बोलीविया (110,999), यूक्रेन (110,949), इक्वाडोर (109,030), इजरायल (106,460) और कजाकिस्तान (104,902) हैं।
10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश मेक्सिको (61,450), भारत (58,390), ब्रिटेन (41,535), इटली (35,445), फ्रांस (30,549), स्पेन (28,924), पेरू (27,813), ईरान (20,901), कोलंबिया (17,612), रूस (16,524), दक्षिण अफ्रीका (13,308) और चिली (10,958) हैं।
पेरिस, 26 अगस्त (आईएएनएस)| फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से कोविड-19 संक्रमण फैलने के बाद नागरिकों से आह्वान किया है कि वे इसके साथ रहना सीखें।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्रॉन ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, "इस स्वास्थ्य संकट को दूर करने के लिए हमें वायरस के साथ रहना सीखना चाहिए।"
मैक्रॉन ने बताया कि उन्होंने महामारी की स्थिति पर चर्चा करने के लिए रक्षा परिषद की बैठक की, इसमें "महामारी के बढ़ते प्रसार को देखते हुए सबसे अच्छी स्थितियों के लिए व्यवस्था" करने पर चर्चा की। चूंकि नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत, काम करने के दौरान सार्वजनिक स्तर पर लोगों का संपर्क और बढ़ेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि "हर जगह के लिए नियम स्पष्ट होंगे ताकि सभी लोग फिर से इन स्थितियों में रहने के लिए आत्मविश्वास हासिल कर सकें।"
बता दें कि पिछले 24 घंटों में फ्रांस में कोविड के 3,304 नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले सोमवार को 1,955 मामले आए थे। जबकि लॉकडाउन हटने के बाद रविवार को 4,897 मामले आए थे।
देश की हेल्थ पब्लिक एजेंसी के अनुसार, महामारी फैलने के बाद से अब तक कुल 2,48,158 मामले आ चुके हैं। वहीं अब तक 30,544 लोगों की मौत हो चुकी है।
सना, 25 अगस्त (आईएएनएस)| यमन के होदेइदाह शहर में हौती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले कोर्ट ने 'सऊदी अरब के लिए जासूसी' करने के आरोप में 16 लोगों को मौत की सजा सुनाई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सोमवार को एक रिपोर्ट में हौती द्वारा संचालित अल-मसीराह टीवी ने अभियुक्तों की पहचान जाहिर नहीं की, लेकिन कहा कि वे यमन के हैं और अदालत ने उन्हें जासूसी के लिए दोषी ठहराया, जिसके कारण अप्रैल 2018 में होदेइदाह में सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन के हवाई हमले में शीर्ष विद्रोही नेता सालेह अल-समद मारा गया था।
गठबंधन समर्थित यमनी सरकार की ओर से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की गई थी।
यमन 2014 के अंत से गृहयुद्ध की चपेट में है, जब ईरान समर्थित हौती समूह ने देश के उत्तरा क्षेत्र के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया और सऊदी समर्थित सरकार के राष्ट्रपति अब्द-रब्बुह मंसूर हादी को राजधानी सना से बेदखल होने पर मजबूर कर दिया।
अरुल लुईस
न्यूयॉर्क, 25 अगस्त (आईएएनएस)| संयुक्त राष्ट्र में अलग-थलग पड़े पाकिस्तान ने अपने स्थायी मिशन की वेबसाइट पर एक झूठा बयान डाला है कि उसने सुरक्षा परिषद में भाषण दिया, जबकि उसके राजदूत ने आतंकवाद पर कोई भाषण नहीं दिया।
पाकिस्तान सोमवार को ऑनलाइन आयोजित वर्चुअल बैठक के लिए वक्ताओं की सूची में भी नहीं था, और न ही बैठक के वीडियो पर उसके स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ अपने अभियान के लिए समर्थन हासिल करने में नाकाम पाकिस्तान सुरक्षा परिषद के लिए एक गलत रिकॉर्ड बनाने का सहारा लेता मालूम पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र में फर्जी चीजें पेश करना, गलत दावे करना, पाकिस्तान की एक पुरानी रणनीति है।
2017 के महासभा सत्र में, उस समय पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने गाजा की एक घायल फिलिस्तीनी लड़की की एक तस्वीर दिखाकर दावा किया था कि वह एक कश्मीरी लड़की है।
भारत के संयुक्त राष्ट्र मिशन ने कहा, "हम यह समझने में विफल हैं कि पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि ने अपना बयान कहां दिया क्योंकि सुरक्षा परिषद का सत्र आज गैर-सदस्यों के लिए खुला नहीं था।"
फर्जी भाषण में भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों का उल्लेख करते हुए, बयान में कहा गया, "पाकिस्तान के बड़े झूठ उजागर हुए हैं।"
अकरम का फर्जी भाषण जो ट्विटर के माध्यम से भी सर्कुलेट हुआ, में कहा गया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और जमात-उल-अहरार को एक 'भारतीय आतंकी सिंडिकेट' द्वारा समर्थन हासिल है और नई दिल्ली 'भाड़े के आतंकवादियों' का इस्तेमाल कर रहा है।
यह बयान एक ऐसे देश से आ रहा है जो सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित करने के लिए जाना जाता है, उसने भारत पर भाड़े के आतंकवादियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है, जो हास्यास्पद है।
अकरम के फर्जी भाषण में चार लोगों को सूचीबद्ध किया गया था जिसमें कहा गया था कि वे भारतीय हैं और उनके नाम संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों के तहत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादियों की सूची में शामिल होने के लिए पेश किए गए थे।
भारतीय मिशन ने कहा कि सुरक्षा परिषद की 1267 समिति की सूची, जो प्रतिबंधित अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादियों के बारे में है, यह सार्वजनिक है और इसमें कोई भी भारतीय शामिल नहीं है।
इसने कहा कि समिति सबूतों के आधार पर काम करती है न कि न समय जाया करने और ध्यान हटाने के लिए लगाए गए बिना सोचे-समझे आरोपों के आधार पर।
इसने उल्लेख किया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले साल महासभा में स्वीकार किया था कि उनके देश के अंदर 40,000 से अधिक आतंकवादी हैं।
बयान में कहा गया है कि कई प्रतिबंधित आतंकवादियों और आतंकी सूमहों का पाकिस्तान के अंदर संचालन करना जारी है।
इसने अकरम के उस गलत दावे को भी खारिज कर दिया कि उसने अल कायदा को समाप्त कर दिया है और कहा कि अल कायदा का मारा जा चुका सरगना ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में स्पष्ट रूप से रह रहा था और खान ने उसे 'शहीद' कहा था।
भारतीय मिशन ने बयान में कहा कि पाकिस्तान की अल्पसंख्यक आबादी 1947 के बाद से कम होकर महज 3 प्रतिशत तक रह गई है।
1947 में आजादी के दौरान, पाकिस्तान की अल्पसंख्यक आबादी 23 फीसदी थी।
ब्रसेल्स, 25 अगस्त (आईएएनएस)| यूरोपीय आयोग ने कोविड-19 के खिलाफ संभावित वैक्सीन खरीदने के लिए वैक्सीन की खोज, विकास और टेक्नॉलॉजी पर काम करने वाली अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना से बातचीत का दौर पूरा कर लिया है। आयोग ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, आयोग ने यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य राज्यों की ओर से इस फार्मेसी कंपनी के साथ एक कॉन्ट्रेक्ट की घोषणा की है। इसके तहत कोविड-19 वैक्सीन के 80 मिलियन यानि कि 8 करोड़ डोज खरीदे जाएंगे, साथ ही इसमें इतने ही और डोज खरीदने का विकल्प भी रखा गया है। जैसे ही वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी साबित होगी, इसकी आपूर्ति की जाएगी।
आयोग के अध्यक्ष उसुर्ला वॉन डेर लेयेन ने कहा, "गहन चर्चा के बाद यूरोपीय आयोग ने यूरोपीय लोगों को कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन को जल्द उपलब्ध कराने के लिए पांचवीं दवा कंपनी के साथ बातचीत संपन्न की है।"
इससे पहले आयोग ने सनोफी-जीएसके, जॉनसन एंड जॉनसन और क्योरवैक के साथ भी बातचीत पूरी कर ली है और वैक्सीन खरीदने के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ एक प्रारंभिक समझौते पर हस्ताक्षर भी कर लिए हैं। इस बयान में कहा गया है कि वैक्सीन के अन्य उत्पादकों के साथ भी चर्चा जारी है।
ईयू ने 12 से 18 महीनों के भीतर सभी यूरोपीय नागरिकों को उच्च-गुणवत्ता वाले, सुरक्षित, प्रभावी और सस्ती वैक्सीन को पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
बता दें कि 20 अगस्त तक दुनिया भर में कोविड-19 के 169 उम्मीदवार वैक्सीन विकसित कर रहे थे और उनमें से 30 के क्लीनिकल ट्रायल चल रहे थे।
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हॉन्गकॉन्ग के वैज्ञानिकों के आगे कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमित हुए व्यक्ति का मामला सामने आया है.
30 साल से अधिक आयु का यह व्यक्ति पहली बार साढ़े चार महीने पहले कोरोना वायरस से संक्रमित हुआ था.
वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस के जीनोम में दो चीज़ें ‘बिलकुल अलग’हैं, यह दोबारा संक्रमण होने का दुनिया का पहला मामला है.
हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि एक मरीज़ के मामले से सीधा निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए.
वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि दोबारा संक्रमण होना बेहद दुर्लभ है और यह अधिक गंभीर हो ऐसा भी नहीं है.
हॉन्गकॉन्ग विश्वविद्यालय की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण से ठीक होने से पहले यह व्यक्ति 14 दिनों तक अस्पताल में रहा था लेकिन एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग के दौरान वो दोबारा कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है. हालांकि, उसमें इसके कोई लक्षण नहीं थे.
लंदन स्कूल ऑफ़ हाइजीन और ट्रोपिकल साइंस के प्रोफ़ेसर ब्रेंडन रेन कहते हैं कि यह दोबारा संक्रमण का बेहद दुर्लभ मामला है.
वो कहते हैं कि इसकी वजह से कोविड-19 की वैक्सीन बेहद ज़रूरी हो जाती है और ऐसी आशंका है कि वायरस समय के साथ ख़ुद को बदलेगा.
जो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित होते हैं उनके शरीर में वायरस से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम विकसित हो जाता है जो वायरस को दोबारा लौटने से रोकता है.
सबसे मज़बूत इम्यून उन लोगों का पाया जाता है जो गंभीर रूप से कोविड-19 से बीमार हुए हों. हालांकि, यह अभी भी साफ़ नहीं है कि यह सुरक्षा कितनी लंबी है और इम्युनिटी कब तक रह सकती है. (bbc)
वाशिंगटन 25 अगस्त (शिन्हुआ)(वार्ता) चीन के विवादास्पद मोबाइल ऐप टिक-टॉक ने अपनी कंपनी बाइटडांस के साथ लेन-देन पर प्रतिबंध लगाने वाले ट्रम्प प्रशासन के कार्यकारी आदेश के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की घोषणा की है।
कंपनी ने सोमवार को इस संबंध में ट्रम्प प्रशासन के कार्यकारी आदेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
टिक-टॉक ने 39 पृष्ठों वाले मुकदमे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, वाणिज्य मंत्री विलबुर रोस और अमेरिका के वाणिज्य मंत्रालय को इस मामले में प्रतिवादी के रूप में सूचीबद्ध किया है।
टिक-टॉक के मुताबिक अमेरिकी प्रशासन ने बिना किसी प्रमाण के उसके खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई की है।
टिक-टॉक का कहना है कि यह कार्यकारी आदेश अंतरराष्ट्रीय आपातकाल आर्थिक शक्ति अधिनियम (आईईईपीए) का उल्लंघन है। कंपनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्यकारी आदेश अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर नहीं बल्कि राजनीतिक कारणों से लिया गया है। कंपनी के मुताबिक यह कार्यकारी आदेश असंवैधानिक और गैर-कानूनी दोनों ही है।
श्री ट्रम्प ने छह अगस्त को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर चीन के विवादित मोबाइल ऐप टिक-टॉक की कंपनी बाइटडांस से लेन-देन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी। यह प्रतिबंध कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए जाने के 45 दिनों के बाद से लागू होगा। इस कार्यकारी आदेश के मुताबिक अमेरिका में चीन की बाइटडांस कंपनी अथवा इससे जुड़ी अन्य कंपनियों के साथ किसी भी प्रकार के लेन-देन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अमेरिका में अब कोई भी व्यक्ति अथवा कंपनी बाइटडांस के साथ कोई लेन-देन नहीं कर पायेगी। कार्यकारी आदेश के मुताबिक चीन के मोबाइल ऐप के अमेरिका में प्रसार से देश की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को खतरा पैदा होता है। इसलिए ऐसे मोबाइल ऐप विशेष रूप से टिक-टॉक पर कार्रवाई करना आवश्यक है।
गौरतलब है कि अमेरिकी नौसेना ने निजी सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए गत वर्ष अपने कर्मचारियों से सभी सरकारी उपकरणों से इस ऐप को हटाने का आग्रह किया था। टिक-टॉक ने इन आरोपों से इनकार करते हुए पहले कई बार कहा है कि वह उपयोगकर्ताओं की जानकारी चीन नहीं भेजता है। टिक-टॉक एक सोशल मीडिया ऐप है जिस पर उपयोगकर्ताओं की जानकारी चुराने का आरोप है।
दो करोड 38 लाख से ज्यादा संक्रमित
दुनियाभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर जारी है. हर दिन दो लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. हालांकि राहत की बात ये है कि बड़ी संख्या में लोग इलाज के बाद ठीक भी हो रहे हैं. वर्तमान में भारत (India) दुनिया में सबसे तेजी से कोरोना संक्रमितों (Corona Infected) की बढ़ती संख्या से परेशान है. हालांकि भारत में कोरोना (Corona) से होने वाली मौतों की संख्या अमेरिका (America), ब्राजील (Brazil), फ्रांस (France), जर्मनी (Germany) और इंग्लैंड (England) से कम है. भारत में अब तक 31 लाख 64 हजार 881 लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) हो चुके हैं.
इनमें से 58,546 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 24 लाख 3 हजार 101 लोग इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं. भारत में अभी भी सात लाख 3 हजार 234 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. बीते चौबीस घंटों को दौरान भारत में 59,696 नए मामले सामने आए हैं और 854 लोगों की मौत हुई है. पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर दो करोड़ 38 लाख 9 हजार 61 हो गई है. इनमें से आठ लाख 17 हजार 5 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं एक करोड़ 63 लाख 58 हजार 235 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. हालांकि दुनियाभर में अभी भी 66 लाख 33 हजार 821 लोग कोरोना से पीड़ित बने हुए हैं.(catch)
सैन फ्रांसिस्को, 25 अगस्त (आईएएनएस)| ट्विटर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक ट्वीट पर एक जनहित नोटिस लगा दिया है। उसने कहा है कि यह लोगों को मतदान में भाग लेने से शायद रोक सकता है। ट्वीट में, ट्रंप ने दावा किया कि मेल ड्रॉप बॉक्स एक 'वोटर सिक्योरिटी डिजास्टर' (मतदाता सुरक्षा आपदा) हैं और यह भी कहा कि वे 'कोविड के मद्देनजर सैनिटाइज्ड नहीं है।'
ट्रंप ने सोमवार को ट्वीट किया, "तो अब डेमोक्रेट मेल ड्रॉप बॉक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो एक मतदाता सुरक्षा आपदा हैं। अन्य चीजों के अलावा, वे एक व्यक्ति के लिए कई बार वोट देने को संभव बनाते हैं। उन्हें नियंत्रित कौन करता है, क्या उन्हें रिपब्लिकन या डेमोक्रेट एरिया में रखा जाता है? कोविड के मद्देनजर वे सैनिटाइज्ड नहीं है। एक बड़ा धोखा!"
ट्विटर ने तुरंत ही ट्वीट पर जनहित नोटिस लगा दिया।
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने कहा, "हमने भ्रामक स्वास्थ्य दावों पर हमारी 'सिविक इंटेग्रिटी' नीति का उल्लंघन करने के लिए इस ट्वीट पर एक जनहित नोटिस लगा दिया, जो लोगों को मतदान में भागीदारी से संभवत: रोक सकता है।"
ट्विटर ने पिछले महीने ट्रंप के खिलाफ कार्रवाई करते उनके द्वारा ट्वीट किए गए एक तस्वीर को यह कहते हुए हटा दिया था कि तस्वीर ने कंपनी की गोपनीयता नीति का उल्लंघन किया है।
बीजिंग, 24 अगस्त। 24 अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा लगाए गए बैन के आदेश के खिलाफ टिकटॉक ने मुकदमा करने का फैसला लिया है। उधर अमेरिका में टिकटॉक के कर्मचारी भी सरकार के खिलाफ मुकदमा करने को तैयार हैं। इससे पहले अमेरिका में वीचैट के उपभोक्ता संगठन अमेरिकन वीचैट यूजर अलायंस ने भी अपना शिकायत पत्र उत्तरी कैलिफोर्निया जिले के संघीय अदालत को भेज दिया है। टिकटॉक और वीचैट के अमेरिकी कर्मचारियों और उपयोगकतार्ओं का मानना है कि राष्ट्रपति के प्रतिबंध आदेश से उन के अधिकारों को नुकसान पहुंचाया गया है।
अमेरिका में उपयोगकतार्ओं द्वारा टिकटॉक को 16.5 करोड़ बार डाउनलोड किया गया है। और अमेरिका में वीचैट के 190 लाख उपयोगकर्ता हैं। अमेरिकी सरकार द्वारा इन दो चीनी ऐप्स के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंध से लाखों अमेरिकी उपभोक्ताओं में असंतोष की लहर पैदा हुई है। उन का कहना है कि लोगों को इन ऐप्स का प्रयोग करने का अधिकार है। इसमें डेटा की सुरक्षा पर जो चिन्ता है वह निराधार है।
अमेरिकन वीचैट यूजर अलायंस के वकील ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट जानता है कि सोशल मीडिया सामाजिक सार्वजनिक स्थान के बराबर है। यह एक वर्ग है जहाँ लोग जानकारी साझा कर सकते हैं, सीख सकते हैं और विश्लेषण कर सकते हैं। राष्ट्रपति के प्रतिबंध आदेश से लोगों के संविधान अधिकार को क्षति पहुँचेगी।
उधर चीनी सोश्ल विज्ञान अकादमी के अनुसंधानकर्ता चाओ ची ने कहा कि वीचैट के प्रतिबंध से न केवल उपयोगकतार्ओं को बोलने की स्वतंत्रता से वंचित किया गया है, बल्कि मुक्त व्यापार के सिद्धांत का भी उल्लंघन किया गया है। दूसरे विद्वानों का मानना है कि अमेरिका के दूसरे देशों की कंपनियों को दबाव डालने की कार्यवाही से अर्थशास्त्र के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन किया गया है और इस का परिणाम हार ही होगा।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, ऐपल, फोर्ड, गोल्ड्मन सैक्श, इंटेल, मोर्गन स्टेनलेय आदि अमेरिकी कंपनियों ने अमेरिकी सरकार के प्रतिबंध आदेश के प्रति चिन्ता व्यक्त की। क्योंकि इस प्रतिबंध से चीनी बाजार में अमेरिकी कारोबारों की प्रतिस्पर्धा शक्ति को कम किया जाएगा।(IANS)
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
पाकिस्तान, 24 अगस्त। पाकिस्तान के विदेश मामलों के मंत्रालय की मदद से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने कैरेबियाई के खूबसूरत विंडवर्ड आइलैंड्स में स्थित कॉमनवेल्थ ऑफ डोमिनिका (सीओडी) देश का पासपोर्ट हासिल किया था।
यह बात भारतीय खुफिया एजेंसियों द्वारा डी-कंपनी के कराची स्थित किंगपिन पर तैयार किए गए नए डोजियर से पता चली, जिसमें उल्लेख किया गया है कि 80 हजार से भी कम की आबादी वाले इस देश में दाउद को आर्थिक नागरिक कार्यक्रम के तहत ये पासपोर्ट दिया गया था। इसके बाद जैसे ही भारत ने सीओडी को सतर्क किया था, डॉन के कैरिबियन सहयोगी ने भागने की योजना बना ली।
संयुक्त राष्ट्र को सौंपे गए इस डोजियर में दाऊद के कराची में छह ठिकानों समेत आठ पते को भी सूचीबद्ध किया गया है, हालांकि पाकिस्तान ने इन आठ पते में से केवल तीन को ही स्वीकार किया है। ये पते क्लिफ्टन में व्हाइट हाउस, डिफेंस हाउसिंग अथॅरिटी में 30 वीं स्ट्रीट पर एक घर और कराची में नूराबाद के पहाड़ी इलाके में एक महलनुमा बंगले के हैं।
डोजियर में एक नए पते का भी उल्लेख किया गया है जहां दाऊद ने कराची में क्लिफ्टन क्षेत्र के मेहरान स्क्वायर में एक पूरी मंजिल खरीदी है। इसके अलावा क्लिफ्टन में जियाउद्दीन अस्पताल के पास शिरीन जिन्ना कॉलोनी में एक और नया घर खरीदा गया है। दरअसल, दाऊद का स्वास्थ्य अक्सर खराब रहता है और वह आमतौर पर जियाउद्दीन अस्पताल में भर्ती होता है। दाऊद ने इस्लामाबाद के पॉश मारगला रोड पर दो बंगले भी खरीदे हैं।
डोजियर में कहा गया है कि डी-कंपनी के वित्तीय साम्राज्य को नियंत्रित करने वाला दाऊद का छोटा भाई अनीस इब्राहिम अपने परिवार के साथ क्लिफ्टन रोड पर ब्लॉक 4 में स्थित डीसी -13 बंगले में रहता है। वहीं अंडरवर्ल्ड की गतिविधियां कंट्रोल करने वाला छोटा शकील डिफेंस अथॉरिटी एरिया में रहता है। दाऊद के दो अन्य भाई हुमायूं और मुस्तकीन सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच लगातार यात्रा करते हैं। हुमायूं डी-कंपनी के कुछ वैध व्यवसायों की देखभाल करता है और ज्यादातर कराची में रहता है।
डोजियर से पता चलता है कि डी-कंपनी की अंडरवल्र्ड गतिविधियों का फोकस नशीले पदार्थों के सौदे, गोलीबारी, मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला ऑपरेशन पर होता है। दुनिया की शीर्ष दस क्राइम गैंग में से एक इस कंपनी के पास अरबों रुपये की अचल संपत्ति है। डी-कंपनी की मध्य पूर्व में पाकिस्तान, यूएई, सऊदी अरब और अन्य देशों में संपत्ति है। वह दुबई से क्रिकेट में सट्टेबाजी का सिंडिकेट भी चलाता है।
इसके आतंकी नेटवर्क के बारे में भी जगजाहिर है। दाऊद 1993 के मुंबई के सीरियल बम धमाकों का मास्टरमाइंड था। इसके अलावा 2008 के मुंबई हमलों सहित कई अन्य हमलों में भी उसका नाम आया। जिसके चलते 2003 में भारतीय और अमेरिकी सरकारों ने दाऊद को "वैश्विक आतंकवादी" घोषित कर दिया था। इतना ही नहीं अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने भी दाऊद को आतंकवादी के रूप में नामित किया है।(IANS)
इस्लामाबाद, 24 अगस्त। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक यात्री वैन और एक मिनी ट्रक की आमने-सामने की टक्कर में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 अन्य घायल हो गए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, कराची-क्वेटा हाईवे पर रविवार को दुर्घटना उस समय हुई, जब 20 से अधिक यात्रियों को ले जा रही वैन को विपरीत दिशा से आ रही ट्रक ने टक्कर मार दी। ट्रक में दो लोग सवार थे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान सात लोगों की मौत हो गई।
अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है क्योंकि फ्रैक्चर और सिर में गंभीर चोटों के साथ 10 की हालत गंभीर है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि कुछ लोग यात्रियों से खचाखच भरी वैन की छत पर बैठे थे, जो गंभीर चोटों का कारण बन गया।
स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है।(IANS)
सैन फ्रांसिस्को, 24 अगस्त (आईएएनएस)| फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टिकटॉक को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताने से महीनों पहले ही अमेरिकी सांसदों के समक्ष टिकटॉक को लेकर चिंता जता चुके हैं। समाचार पत्र द वाल स्ट्रीट जर्नल (डब्ल्यूएसजे) ने यह जानकारी दी। रविवार को रिपोर्ट में कहा गया कि जुकरबर्ग ने तर्क दिया कि चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाला टिकटॉक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध नहीं है और अमेरिका के तकनीकी वर्चस्व के लिए खतरा है।
डब्ल्यूएसजे की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल अक्टूबर के अंत में, जुकरबर्ग ने चीनी इंटरनेट कंपनियों की बढ़ती पैठ के खिलाफ मजबूत तर्क भी दिया, जब अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में फेसबुक के सीईओ के साथ एक निजी डिनर की मेजबानी की थी।
फेसबुक के सीईओ ने स्पष्ट रूप से दलीली दी थी कि वाशिंगटन को फेसबुक को नियंत्रित करने के बारे में सोचने के बजाय चीनी इंटरनेट कंपनियों के बारे में अधिक चिंतित होना चाहिए।
इसी तरह के तर्क उन्होंने कई सीनेटरों के साथ अपनी बैठक के दौरान भी दिए गए थे, जिसके बाद अन्य अधिकारियों के साथ चिंताएं साझा की गई थीं और सरकार ने अंतत: कंपनी की एक राष्ट्रीय सुरक्षा समीक्षा शुरू की।
ट्रंप ने इस महीने की शुरुआत में एक कार्यकारी आदेश जारी किया, जो बाइटडांस को 90 दिनों के भीतर अमेरिका में अपने टिकटॉक ऑपरेशन से अलग होने का विकल्प देता है।
फेसबुक ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर रील्स फीचर लॉन्च किया है, जिसका फंक्शन टिकटॉक जैसा है।
वाशिंगटन, 24 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिकी राज्य विस्कॉन्सिन में एक अफ्रीकी -अमेरिकी शख्स को पुलिस ने कई बार गोली मारी। गंभीर रूप से घायल शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्टों में दी गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रविवार को केनोशा शहर में जब यह घटना हुई, तब पुलिस एक घरेलू घटना के बारे में कॉल का जवाब दे रही थी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उस शख्स को दिखाया गया है, जिसकी पहचान विस्कॉन्सिन के गवर्नर टोनी एवर्स ने जैकब ब्लेक के रूप में की है। वीडियो में सफेद शर्ट और काले रंग के शॉर्ट्स पहना वह शख्स ग्रे रंग की गाड़ी की ओर बढ़ रहा है, जिसके पीछे दो पुलिस अधिकारी हाथों में बंदूक थामे चलते नजर आएं।
ब्लेक ने जैसे ही गाड़ी के अंदर बैठने के लिए दरवाजा खोला, एक अधिकारी ने उसकी कमीज पकड़ ली, फिर उस पर करीब से ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं।
स्थानीय मीडिया ने स्थानीय निवासियों के हवाले से बताया कि सात बार गोली चलने की आवाज सुनी गई।
घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई।
वीडियो में पुलिस वाहनों पर लोगों को लात मारते हुए दिखाया गया है।
इस घटना के बाद, रविवार देर रात तक लगभग 100 लोगों की भीड़ केनोशा काउंटी पब्लिक सेफ्टी बिल्डिंग में पहुंच गई, और 'नो जस्टिस, नो पीस' के नारे लगाने लगी।
केनोशा काउंटी ने सोमवार सुबह 7 बजे तक के लिए आपातकालीन कर्फ्यू घोषित कर दिया।
केनोशा पुलिस के अनुरोध पर विस्कॉन्सिन स्टेट पेट्रोल और केनोशा काउंटी शेरिफ डेप्युटी घटनास्थल पर पहुंचे, क्योंकि गोली मारने की घटना में एक पुलसि अधिकारी शामिल है।
यूएसए टुडे के मुताबिक, सोमवार को एक बयान में कहा गया कि विस्कॉन्सिन डीओजे ने कहा है कि घटना से जुड़े अधिकारियों को प्रशासनिक अवकाश पर रखा गया था।
बयान के मुताबिक, राज्य का आपराधिक जांच विभाग मामले की जांच कर रहा है और 'अभियोजक को 30 दिनों के भीतर घटना की रिपोर्ट मुहैया कराएगा।'
गौरलतब है कि इससे पहले मई में मिनेसोटा में पुलिस हिरासत में जॉर्ज फ्लॉयड नाम के एक निहत्थे अफ्रीकी-अमेरिकी की एक पुलिस अधिकारी ने अपने घुटनों से उसकी गर्दन दबाकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद अमेरिका भर में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हुए थे।
वाशिंगटन, 24 अगस्त (वार्ता)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए कई प्रमुख योजनाओं की घोषणा कर दी गई है।
रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन (आरएनसी) से पहले राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान इन योजनाओं की घोषणा की गई है।
फाइटिंग फॉर यू’ बैनर के अंतर्गत इन प्राथमिकताओं में ‘नौकरियों, कोविड-19 महामारी को समाप्त करना, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा आव्रजन, नवाचार, विदेश नीति और अन्य क्षेत्रों पर ध्यान देना शामिल है।
फिर से राष्ट्रपति बनने पर श्री ट्रंप की 10 महीनों में एक करोड़ रोजगार के नये अवसर सृजित करने, इस वर्ष के अंत तक कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन विकसित करने, चांद पर स्थायी रूप से मानव की उपस्थिति दर्ज कराना और मंगल पर पहला मानवयुक्त मिशन भेजना शामिल है।
घोषणा के दौरान यह भी कहा गया कि श्री ट्रंप ‘अमेरिका पहले’ की विदेश नीति को आगे भी जारी रखेंगे। राष्ट्रपति गुरुवार को अपने भाषण के दौरान फिर से इन योजनाओं पर प्रकाश डालेंगे। श्री ट्रंप आगामी हफ्तों में नीति-केंद्रित भाषणों के माध्यम से अपनी योजनओं को लेकर विस्तृत जानकारियों साझा करेंगे।
राष्ट्रपति गुरुवार रात व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में 2020 रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान दौरान भाषण देंगे। रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार का चुनाव होगा।
अमेरिका में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना वायरस से से जूझ रहे अमेरिका में इस महामारी ने कोहराम मचा रखा है। अमेरिका में अब तक 57 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान और इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 57,00,487 हो गई है। जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या 1,76,797 पहुंच गई है।
अमेरिका का न्यूयार्क, न्यूजर्सी और कैलिफोर्निया प्रांत कोरोना से सबसे बुरी तरह प्रभावित है। अकेले न्यूयार्क में कोरोना संक्रमण की वजह से 32,883 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। न्यूजर्सी में अब तक 15,946 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। कैलिफोर्निया में कोविड-19 से अब तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। टेक्सास में इसके कारण 11,698 लोग अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि फ्लोरिडा में कोविड-19 से 10 हजार से अधिक लोगों की जान गई है। इसके अलावा मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस और पेंसिल्वेनिया जैसे प्रांत भी कोविड-19 का प्रकोप झेल रहे हैं। इन तीनों प्रांतों में कोरोना से सात हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है।
दुनिया भर में हर रोज कोरोना संक्रमण के लाखों मामले आ रहे हैं। अब तक दुनिया भर में 2.36 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 8 लाख 12 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1 करोड़ 60 लाख के पार पहुंच गई है। दुनिया भर में अभी भी कोरोना के 67 लाख सक्रिय मामले हैं। दुनियाम पिछले 24 घंटे में कोरोना के 2.06 लाख नए केस सामने आए हैं और 4235 लोगों की मौत हो गई है। बढ़ते कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरी दुनिया चिंतित है।(navjivan)
वाशिंगटन, 24 अगस्त (आईएएनएस)| जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनियाभर में कोरोनावायरस मामलों की कुल संख्या 2.33 करोड़ के पार हो गई है, वहीं इससे होने वाली मौतों संख्या बढ़कर 807,000 से अधिक हो गई हैं।
विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि सोमवार सुबह तक कुल मामलों की संख्या 23,348,081 थी और इससे होने वाली मौतें बढ़कर 807,383 हो गई हैं।
सीएसएसई के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा 5,701,557 मामले और 176,797 लोगों की मौतों के साथ अमेरिका प्रभावित देशों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है।
ब्राजील 3,605,783 संक्रमण और 114,744 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
सीएसएसई के अनुसार, मामलों की ²ष्टि से भारत तीसरे (3,044,940) स्थान पर है, और उसके बाद रूस (954,328), दक्षिण अफ्रीका (609,773), पेरू (585,236), मेक्सिको (560,164), कोलम्बिया (533,103), चिली (397,665), स्पेन (386,054), ईरान (358,905), अर्जेंटीना (342,154), ब्रिटेन (327,643), सऊदी अरब (307,479), बांग्लादेश (294,598), पाकिस्तान (292,765), फ्रांस (280,459), इटली (259,345), तुर्की (258,249), जर्मनी (234,494), इराक (204,341), फिलीपींस (189,601), इंडोनेशिया (153,535), कनाडा (126,815), कतर (117,008), बोलिविया (108,427), इक्वाडोर (107,769), यूक्रेन (107,379), कजाकिस्तान (104,543) और इजरायल (102,663) है।
वहीं 10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश मेक्सिको (60,480), भारत (56,706), ब्रिटेन (41,515), इटली (35,437), फ्रांस (30,518), स्पेन (28,838), पेरू (27,453), ईरान (20,643), रूस (16,341), कोलम्बिया (16,968), दक्षिण अफ्रीका (13,059) और चिली (10,852) हैं।
एक ख़ुफ़िया रिकॉर्डिंग में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी बहन और पूर्व फ़ेडरल जज मैरिएन ट्रंप बैरी ने अपने भाई को झूठा बताया है. इसमें वो कह रही हैं कि उनके भाई का 'कोई सिद्धांत नहीं है.'
ट्रंप की बहन की यह टिप्पणी उनकी भतीजी मैरी ट्रंप ने रिकॉर्ड की थी. मैरी ट्रंप ने ही पिछले महीने एक किताब प्रकाशित की थी जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप की कड़ी आलोचना की गई थी.
ट्रंप की बहन मैरिएन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि 'उसके बकवास ट्वीट और झूठ से, ईश्वर ही बचाए. यह धोखेबाज़ी और क्रूरता है.'
मैरी ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने अपनी आंटी को ख़ुफ़िया तरीक़े से इसलिए रिकॉर्ड किया था ताकि किसी भी क़ानूनी दांवपेच से बचा जा सके.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस रहस्योद्घाटन पर अपना बयान दिया है जो व्हाइट हाउस ने जारी किया है. इसमें कहा गया है कि 'हर दिन कुछ अलग होता है, इसकी कौन परवाह करता है.'
इस रिकॉर्डिंग को सबसे पहले वॉशिंगटन पोस्ट अख़बार ने प्रकाशित किया था जिसके बाद एसोसिएटेड प्रेस ने भी इसे छापा.
'उन्होंने अपनी जगह परीक्षा देने के लिए दिए थे पैसे'
इस ख़ुफ़िया रिकॉर्डिंग में बैरी ट्रंप प्रशासन की माइग्रेशन नीति की निंदा कर रही हैं. इस नीति के तहत बच्चों को सीमा पर प्रवासी हिरासत केंद्रों में रखा जाता है.
मैरी ट्रंप ने अपनी जीवनी टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फ़ैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन' में यह रहस्योद्घाटन किया था कि उनके चाचा डोनाल्ड ट्रंप ने ख़ुद की जगह एसएटी की परीक्षा देने के लिए अपने दोस्त को पैसे दिए थे.
रिकॉर्डिंग में बैरी इस ओर इशारा कर रही हैं और यह भी बता रही हैं कि वो उस दोस्त का नाम जानती हैं.
बैरी अपने भाई डोनाल्ड का समर्थन करती रही हैं और पहले भी कह चुकी हैं कि वो दोनों बहुत क़रीब हैं.
उन्होंने एक बार बताया था कि जब वो एक ऑपरेशन के सिलसिले में अस्पताल में भर्ती थीं तो उनके भाई रोज़ाना उन्हें देखने आते थे.
स्टॉर्मी डेनियल्स को देनी होगी क़ानूनी फ़ीस
वहीं, कैलिफ़ोर्निया की शीर्ष अदालत के जज ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्टेफ़नी क्लिफ़ॉर्ड उर्फ़ स्टॉर्मी डेनियल्स को 44,100 डॉलर देने का आदेश दिया है.
कोर्ट ने यह आदेश दोनों के बीच हुए एक गुप्त समझौते की क़ानूनी फ़ीस देने के लिए दिया है.
डेनियल्स का आरोप था कि ट्रंप ने 2006 में लेक ताहो के एक होटल के कमरे में उनसे शारीरिक संबंध बनाए थे. हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने इन आरोपों से इनकार किया था.
डेनियल्स ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले अक्तूबर 2016 में 1.3 लाख डॉलर में उनसे चुप रहने के लिए एक समझौता किया गया था.
ऑनलाइन प्रकाशित जज के आदेश में कहा गया है कि यह मामला ज़रूर ख़ारिज हो गया था लेकिन डेनियल्स इस मामले में एक 'मज़बूत पार्टी' थीं इसलिए उन्हें क़ानूनी केस की रक़म भी मिलनी चाहिए.(bbc)
वाशिंगटन 24 अगस्त (वार्ता) अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) ने गंभीर रूप से बीमार कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों के इलाज के लिए आपात स्थिति में प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी प्रदान कर दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
श्री ट्रम्प ने कहा, “ मैं काफी लंबे समय से प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी दिलाने के लिए काम कर रहा था। चीनी वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई के संबंध में मुझे यह ऐतिहासिक घोषणा करते हुए आज काफी खुशी हो रही है। इससे कई लोगों की जिंदगी बचाई जायेगी।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि प्लाज्मा थेरेपी के जरिये कोरोना के मरीजों में मृत्यु दर को 35 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
श्री ट्रम्प ने कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके अमेरिकी लोगों से बढ़-चढ़कर प्लाज्मा दान करने की भी अपील की।
एफडीए ने कहा कि शोध में यह पाया गया है कि यदि कोरोना से संक्रमित किसी मरीज के अस्पताल में भर्ती होने के तीन दिनों के भीतर उसे प्लाज्मा थेरेपी दी जाती है तो उससे मरीज के स्वास्थ्य में सुधार होने की संभावना बढ़ जाती है। एफडीए ने कहा कि उसने हाल के महीनों में जुटाए गए आंकड़ों की समीक्षा के आधार पर ही प्लाज्मा थेरेपी को मंजूरी प्रदान की है। अमेरिका में अभी तक कोरोना के 70 हजार से अधिक मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग किया जा चुका है।
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से गंभीर रूप से जूझ रहे अमेरिका में यह महामारी विकराल रूप ले चुकी है और अब तक 57 लाख से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 57 लाख काे पार कर 57,00,487 हो गयी है। जबकि इस महामारी से मरने वालों की संख्या 1,76,797 पहुंच गयी है।
बीजिंग, 23 अगस्त (आईएएनएस)| विश्व बैंक के महानिदेशक डेविड मालपास ने हाल ही में यह चेतावनी दी कि कोविड-19 महामारी से 10 करोड़ लोग अत्यंत गरीबी में वापस लौट सकते हैं। इससे पहले विश्व बैंक ने यह अनुमान लगाया कि कोविड-19 महामारी से 6 करोड़ लोग अति गरीबी की चपेट में आ सकते हैं, लेकिन नए अनुमान के अनुसार यह स्थिति बिगड़ रही है। 7 करोड़ से 10 करोड़ तक लोग अत्यधिक गरीबी में कैद हो जाएंगे।
मालपास ने कहा कि अगर महामारी की स्थिति गंभीर होती है तो इस संख्या के बढ़ने की संभावना है।
विश्व बैंक ने यह वचन दिया कि आपात स्थितियों का मुकाबला करने के लिए 2021 के जून तक 100 देशों को 1 करोड़ 60 लाख अमेरिकी डॉलर की पूंजी लगाई जाएगी। इस वर्ष के जून के अंत तक विश्व बैंक ने 21 लाख अमेरिकी डॉलर की पूंजी लगाई।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
सुमित कुमार सिंह
नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)| पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास जम्मू एवं कश्मीर के आरएस पूरा और सांबा सेक्टरों में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर बम गिराने के लिए ड्रोन का प्रयोग करेगा। सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) के खुफिया विंग ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है।
भारतीय सेना समेत अन्य सुरक्षा प्रतिष्ठानों को पाकिस्तान की इंटर सर्विसेस इंटिलिजेंस (आईएसआई) की भारतीय क्षेत्र में हमले की योजना के बारे में सूचित किया गया है।
बीएसएफ ने अन्य सुरक्षा बलों को इस सप्ताह की शुरुआत में पाकिस्तान की गतिविधि के बारे में अलर्ट किया था।
पाकिस्तान ने भारतीय क्षेत्र में बमबारी बढ़ा दी है, जबकि चीन ने पूर्वी लद्दाख में अतिक्रमण किया है। इन दोनों मोर्चो पर युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
जम्मू-कश्मीर में सीमा पर सुरक्षा में लगे बीएसएफ ने 'आईएसआई की ड्रोन के सहारे भारत में ड्रग्स/हथियार/बारूद पहुंचाने' की योजना के बारे में भी अलर्ट दिया है।
बीएसएफ, पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ भारत की सीमा की रक्षा करने वाली पहली रक्षा पंक्ति है। यह पाकिस्तान के साथ हमारी 2,280 किलोमीटर और बांग्लादेश के साथ 4,096 किलोमीटर की सीमा की रक्षा करता है।
एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ नहीं कर पा रहे हैं, जिसके बाद जम्मू एवं पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास गतिविधियां तेज हो गई हैं।
शनिवार को, बीएसएफ ने पंजाब के तरण तारण सेक्टर में पांच पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया था और इनके पास से हथियार और ड्रग्स बरामद किए गए थे। अधिकारी ने कहा कि पांच सशस्त्र पाकिस्तानी नागरिक शुक्रवार की रात भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे और बाड़ के पास छुप गए थे।
पहले से सचेत बीएसएफ की 103वीं बटालियन ने तरण तारण जिले के अंतर्गत खलरा पुलिस स्टेशन के डल आउटपोस्ट के पास संदिग्ध गतिविधि नोटिस किया था।
करीब तड़के 4.45 बजे, शनिवार सुबह, जैसे ही जवानों ने क्षेत्र में तलाशी शुरू की, वहां मौजूद घुसपैठियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। बीएसएफ ने अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें पांच जवानों की मौत हो गई।
20 जून को, जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास बीएसएफ ने अत्याधुनिक राइफल और कुछ ग्रेनेड से भरे पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था।
यह जम्मू क्षेत्र में इस तरह ही पहली घटना थी, जब हथियार और विस्फोटकों से भरे ड्रोन को बीएसएफ ने मार गिराया था।
2019 में, पंजाब पुलिस ने राज्य की सीमा से लगे क्षेत्र में हथियार और बारूद एयरड्रॉप करने वाले पाकिस्तानी ड्रोन को बरामद किया था।
बीएसएफ ने इससे पहले पंजाब के साथ लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कई ऊंची उड़ान भरने वाले ड्रोनों को देखा था।
बगदाद, 23 अगस्त (आईएएनएस)| इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी सैन्य बलों के उपकरण ले जा रहे ट्रकों के काफिले के पास एक बम धमाका हुआ। इराकी आंतरिक मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि यह धमाका सड़क के किनारे हुआ। अधिकारी ने सिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि यह विस्फोट शनिवार को उस समय हुआ जब काफिला इराक के पश्चिमी हिस्से में अल-गजलियाह के पास एक राजमार्ग से गुजर रहा था। अधिकारी ने कहा कि अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
वहीं किसी समूह ने भी अब तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। बता दें कि इराके में कुछ समय से अज्ञात उग्रवादी समूहों द्वारा लगातार अमेरिकी नेतृत्व वाली सेना के काफिलों को निशाना बनाया जा रहा है।
शुक्रवार को इराकी जॉइंट ऑपरेशंस कमांड के मीडिया कार्यालय ने कहा कि बगदाद के दक्षिणी किनारे पर एक इलाके में अमेरिकी सैन्य बलों से संबंधित उपकरण ले जाने वाले ट्रकों के काफिले पर बमबारी हुई।
पिछले हफ्ते ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इराक से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की बात कही थी। अमेरिका दौरे पर गए इराकी प्रधान मंत्री मुस्तफा अल-कदीमी के साथ व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए 20 अगस्त को ट्रम्प ने कहा था कि "हम अपने सैनिकों को तेजी से इराक से निकाल रहे हैं और उस दिन का इंतजार कर रहे हैं जब हमारे सैनिक वहां नहीं होंगे।"
बीते जून में दोनों देशों ने रणनीतिक वार्ता के बाद संयुक्त बयान में कहा था कि अमेरिका आने वाले महीनों में इराक से अपनी सेना को चरणबद्ध तरीके से कम करेगा। वर्तमान में इराक में 5,000 से अधिक अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।
द न्यूयॉर्क टाइम्स ने पिछले हफ्ते अपनी एक रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा था कि अमेरिका और इराकी अधिकारी इस पर चर्चा कर रहे हैं, जिससे वहां लगभग 3,500 अमेरिकी सैनिक कम किए जा सकते हैं।
इस्लामाबाद, 23 अगस्त (वार्ता)। पाकिस्तान ने कराची में अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मौजूदगी की बात से एक बार फिर पलटी मारते हुए कहा है कि दाउद पाकिस्तान में मौजूद नहीं है।
पाकिस्तान ने अपनी अधिसूचना में कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के चैप्टर सात के तहत सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2368 (2018) को अपनाया गया है जिसमें 18 अगस्त, 2020 तक, आईएसआईएल और अल-कायदा प्रतिबंध समिति ने अपनी कुछ प्रविष्टियों को मंजूरी दे दी है, जिसमें संपत्ति जब्त करना, यात्रा प्रतिबंध और निर्धारित हथियार तथा आंतकवादियों और उनके संगठनों की सूची दी गयी है।’
अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद जिस पर भारत में अन्य आतंकी हमलों के अलावा मुंबई में 1993 के सिलसिलेवार विस्फोटों का मास्टरमाइंड होने का आरोप है, जो भारत की मोस्ट वांटेड की सूची पर शीर्ष पर है, लेकन पाकिस्तान ने कभी भी दाऊद के अपने यहां छिपे रहने की बात स्वीकार नहीं की।
गौरतलब है कि पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को देश में मौजूद आतंकवादियों की नई सूची जारी की है जिसमें अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का नाम भी शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने 88 आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाये हैं। यह पहली बार है जब पाकिस्तान ने आधिकारिक रूप से एक सरकारी आदेश में यह स्वीकार किया है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में मौजूद है।
जेनेवा, 23 अगस्त (वार्ता)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से बचाव के लिए 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों को वयस्कों की तरह मास्क पहनना चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने शनिवार को 12 वर्ष अथवा उससे अधिक उम्र के बच्चों के मास्क पहनने को लेकर नये नियम जारी किए हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक विभिन्न देशों में वयस्कों के मास्क पहनने को लेकर जो नियम हैं वही नियम बच्चों पर भी लागू किए जाने चाहिए।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह अभी तक पता नहीं चल पाया है कि बच्चों के जरिये कोरोना का संक्रमण कैसे फैलता है लेकिन इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि किशोरों के जरिये वयस्कों की तरह कोरोना संक्रमण फैल सकता है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पांच वर्ष और उससे कम उम्र के बच्चों को मास्क नहीं पहनना चाहिए।
छह से 11 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए सलाह दी गई है कि परिजन उनको मास्क पहनाने और उतारने में मदद करें। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि 60 वर्ष से कम उम्र के स्वस्थ लोगों को कपड़े का मास्क पहनना चाहिए जबकि इससे अधिक उम्र के लोगों और अन्य बीमारियों से पीड़ति लोगों को मेडिकल मास्क पहनना चाहिए।
गौरतलब है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने 11 मार्च को कोरोना वायरस (कोविड-19) को महामारी घोषित किया था। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियङ्क्षरग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कोरोना संक्रमण के 2.31 करोड़ से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि इस महामारी से आठ लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
वाशिंगटन, 23 अगस्त (स्पूतिक)। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉरा तूफान से प्रभावित प्यूर्टो रिको के लिए आपातकालीन सहायता राशि की मंजूरी दे दी है।
इस बात की जानकारी व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर दी। व्हाइट हाउस ने कहा,‘श्री ट्रंप ने आज प्यूर्टो रिको को आपातकाली सहायता देने और 21 अगस्त को उष्णकटिबंधीय तूफान लॉरा से हुई तबाही की भरपायी के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास किये जाने के निर्देश दिये।’
बयान के अनुसार आपदा राहत प्रयास प्यूर्टो रिको के सभी नगरपालिका क्षेत्रों में चलाए जाएंगे और इस काम में वहां के स्थानीय सुरक्षाकर्मी तथा संघीय आपात प्रबंधन एजेंसी के अधिकारी समन्वय करेंगे।
उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त को लॉरा तूफान ने प्यूर्टो रीको में भारी तबाही मचायी थी। घरों की बिजली गुल हो जाने से हजारों लोगों को अंधेरे में रहना पड़ा था। भारी बारिश के कारण लोगों को बाढ़ और भूस्खलन का भी सामना करना पड़ा था।