कारोबार
जिम्मेदारी स्वीकार कर दैनिक कार्यों में टिकाऊ प्रथाओं को लागू करने हम प्रयासरत-तिवारी
रायपुर, 27 जुलाई। कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन का उद्घाटन किया, जो स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है और अपने मेहमानों और आगंतुकों के लिए पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्रदान करता है। जैसा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन से निपटने और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए हरित विकल्पों को अपना रही है, कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर आतिथ्य उद्योग के भीतर पर्यावरण प्रबंधन में सबसे आगे बना हुआ है।
साथ ही, ई-मोबिलिटी पहल को शक्ति देने के लिए बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की भी आवश्यकता है। मैरियट इंटरनेशनल, मेहमानों को अपेक्षाओं से अधिक अनुभव प्रदान करने और आतिथ्य क्षेत्र के भीतर वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के लिए मानक स्थापित करने में अग्रणी बना हुआ है।
चार्ज जोन के साथ साझेदारी करके, मैरियट इंटरनेशनल दुनिया भर में अपने होटलों में एक इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है, जिसे इसके संरक्षक और आम जनता तक यह सेवा समान रूप से पहुंच सकती है। यह स्टेशन चार्ज ज़ोन द्वारा बनाया गया है, एक कंपनी जिसने मैरियट इंटरनेशनल के साथ साझेदारी की है और देश भर में ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित कर रही है। कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर का नया ईवी चार्जिंग स्टेशन कई चार्जिंग पॉइंट का दावा करता है।
जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों की कुशल और तेज़ चार्जिंग के लिए अत्याधुनिक फास्ट-चार्जिंग तकनीक शामिल है। अपनी सार्वभौमिक अनुकूलता के साथ, स्टेशन ईवी मॉडलों की एक विस्तृत श्रृंखला को समायोजित करता है।
रायपुर, 27 जुलाई। रायपुर ऑप्टिकल व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन की आपातकालीन मीटिंग छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज रायपुर के सभागार में आयोजित की गई जिसमें रायपुर ऑप्टिकल व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन में सम्मिलित सभी व्यापारियों के द्वारा शठ्ठद्यद्बठ्ठद्ग बहुराष्ट्रीय विदेशी कंपनियों के द्वारा प्रचारित एवं प्रसारित नजर एवम धूप के चश्मे एवं कांटेक्ट लेंस का विक्रय पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया। उक्त जानकारी चेंबर प्रदेश मंत्री एवम युवा चेंबर संगठन मंत्री एवम युवा कैट कार्यकारी प्रदेश महामंत्री एवम रायपुर ऑप्टिकल एसोसिएशन के सचिव विक्रांत राठौर के द्वारा प्रदान की गई।
रायपुर. 25 जुलाई। गुलमोहर पार्क रेजिडेंशियल सोसायटी तारकेश्वर महादेव मंदिर गुलमोहर पार्क विगत 3 वर्ष पूर्व से कावड़ यात्रा का प्रारंभ हुआ जिसमें कॉलोनी के महिला पुरुष और बच्चे सभी बढ़-चढक़र हिस्सा लेते है महादेव घाट से तारकेश्वर मंदिर लाकर जल चढ़ाया जाता है।
पूर्व अध्यक्ष इस्माइल मोहम्मद, अध्यक्ष दलजीत सिंह चावला , सूर्य नारायण पाराशर बलरामआहूजा अशोकअग्रवाल मोहन जैन, सुमित, गोविंद, पंकज गौरव ,नीतेश, मुकेश गुलमोहर पार्क निवासियों के सहयोग से यह कावड़ यात्रा निकाली जाती है जिसमें लगभग 170 से 200 के बीच महिला महिलापुरुष बच्चे उपस्थित रहते द्य इस बार एक अनूठा प्रयास करते हुए 21 फुट लंबी कावड़ का आयोजन किया गया जिसमें पश्चिम के विधायक माननीय श्री विकास उपाध्याय जी भी सम्मिलित हुए और उन्होंने हम सब का मनोबल बढ़ाया विस्तृत जानकारी मंदिर के अध्यक्ष मुकेश केडिया द्वारा दी गई।
दिन की शुरूआत करें सकारात्मक विचारों से
रायपुर, 25 जुलाई। जीवन प्रबन्धन विशेषज्ञा एवं मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने कहा हमारा सोचना, बोलना और करना समान होना चाहिए तभी हमारे विचारों की तरंगें अच्छी होंगी। इसलिए सदैव अच्छा सोचें, सबके कल्याण का सोचें, सभी को दुआएं देंं। क्योंकि जो हम संकल्प करते हैं वह तरंगित होकर प्रकम्पन (वायब्रेशन) के रूप में दूसरों तक पहुंचते हैं। पुरानी बातों को क्षमा करें और भूल जाएं। उसे गांठ बांधकर न रखें।
ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने अच्छी सोच बेहतर जिन्दगी विषय पर बोलते हुए कहा कि हमें अपने दिन की शुरूआत सकारात्मक विचारों के साथ राजयोग मेडिटेशन से करना चाहिए। निज स्वरूप की याद से हमारी सोच अच्छी बनेगी। उन्होंने बतलाया कि हमारी स्क्रीन को देखने की आदत बन गई है।
हम सारा दिन मोबाईल और टेलीविजन की स्क्रीन को देखते हैं जिससे हमारी आंखों पर बुरा असर पड़ता है। यह भी एक तरह का नशा बन गया है जो कि हमारी आदत में शामिल हो चुका है। इसे बदलने की जरूरत है। हम अपने संस्कार को बदलकर दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकते हैं। इसे लीडरशीप क्वालिटी कहते हैं।
उन्होंने कहा कि हम अपना निरीक्षण करने की बजाए दूसरों को देखने लगते हैं और उनकी गल्तियाँनिकालने लगते हैं। इसलिए हमें अपने ऐसे बुरे संस्कारों को बदलने की जरूरत है। संस्कार कैसे बनता है यह प्रोग्रामिंग ज्ञात होने पर संस्कार बदलना आसान हो जाएगा। उन्होंने बतलाया कि आत्मा तीन कार्य करती है।
मन, बुद्घि और संस्कार इसकी तीन शक्तियाँ हैं। मन का कार्य है विचार करना। उन विचारों में से बुद्घि निर्णय करती है कि कौन सा उचित है और कौन सा अनुचित? जैसे आज बरसात होने पर सभी के मन में विचार चला होगा कि कार्यक्रम में जाएं या न जाएं?
ऐसे मौसम में भी आप लोग इतनी अधिक संख्या में आए यह प्रशंसनीय है। किसी काम को बार-बार करने से वह हमारे संस्कार बन जाते हैं। हम अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर अपने संस्कार को भी बदल सकते हैं। इस अवसर पर क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी हेमलता दीदी ने अपने आशीर्वचन में कहा कि जीवन का सारा खेल हमारी सोच पर आधारित है।
रायपुर, 25 जुलाई। मैट्स विश्वविद्यालय अपनी सामाजिक एवं शैक्षणिक दायित्वों के निर्वहन में एक कदम और बढ़ाते हुए आरंग विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्रतिभावान छात्र छात्राओं को विश्वविद्यालय की ओर से प्रशस्ति पत्र शील्ड एवं पदक वितरण किए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया जी विशिष्ट अतिथि कुलपति डॉक्टर केपी यादव , कुलसचिव श्री गोकुलानंद पंडा जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर एल ठाकुर तथा विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री ऐन पी कुर्रे आमंत्रित थे ।
कार्यक्रम में शिक्षा विभाग से श्री आलोक चांडक सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी आरंग उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन व स्वरस्वती वंदना के साथ हुआ मंच पर मंचस्थ अतिथियों एवं विभिन्न उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से आए विद्यार्थियों शिक्षकों एवं पालकों का स्वागत कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत एवं नृत्य प्रस्तुत करते हुए किया गया।
कार्यक्रम के आरंभिक वक्तव्य में मैट्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ ए जे खान द्वारा किया गया जिसके तहत उन्होंने विश्वविद्यालय में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रम एवं आर्थिक व सामाजिक रूप से अल्पविकसित ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा का केंद्र बिंदु के रूप में उभरते हुए मैट्स कॉलेज में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गई।
बालकोनगर, 24 जुलाई। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने हरित और सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की घोषणा की है। अपने संयंत्र में छह इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट के सफल संचालन के साथ बालको ने 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट में परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
फोर्कलिफ्ट का बालको के दैनिक प्रचालन कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान है जो तैयार माल की आवाजाही, ब्रेकडाउन, रखरखाव प्रबंधन, कच्चे माल की आवाजाही, स्टोर प्रबंधन और गोदाम संचालन जैसे कार्यों को सुविधाजनक बनाया है।
कंपनी सस्टेनिबिलिटी के प्रतिबद्धता और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के दृढ़ संकल्प के अनुरूप इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट को अपनाने का निर्णय पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति उसके समर्पण का उदाहरण है। यह पर्यावरण-अनुकूल पहल बड़ा प्रभाव डालने के लिए तैयार है। इससे अनुमानित रूप से लगभग 85,000 लीटर डीजल की खपत में वार्षिक कमी तथा प्रति वर्ष 246 टन कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी। यह मील का पत्थर बालको की महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2050 तक या उससे पहले शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के अनुरूप है।
इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट उन्नत सुरक्षा सुविधाओं से युक्त हैं जो कर्मचारियों की भलाई तथा वाहन और ड्राइविंग मानकों के पालन के लिए बालको की प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं। फोर्कलिफ्ट विभिन्न सुविधाओं से युक्त है जिसमें भार के लिए सॉफ्ट लैंडिंग (भार को धीमें से नीचे लाना) एसी ट्रैक्शन मोटर, कर्व कंट्रोल, ओवरहेड गार्ड के माध्यम से बढ़ी हुई दृश्यता, हैंडल के साथ रिवर्स हॉर्न, चौड़े रियर टायर, रेड जोन लाइट और ब्लू स्पॉटलाइट शामिल हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको छत्तीसगढ़ और भारत के सतत विकास में सक्रिय रूप से योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। अपने प्रचालन में ‘शून्य क्षति, शून्य अपशिष्ट, शून्य उत्सर्जन’ नीति के सिद्धांतों में उतरोत्तर प्रगति तथा हमारी निरंतर खोज डीकार्बोनाइजेशन के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है।
रायपुर, 24 जुलाई। नशे के विरुद्ध रायपुर पुलिस द्वारा व्यापक रूप से चलाए जा रहे जागरुकता अभियान में मैट्स यूनिवर्सिटी ने सक्रिय भागीदारी निभाई। रायपुर पुलिस और मैट्स यूनिवर्सिटी द्वारा संयुक्त रूप से पंडरी स्थित सिटी कैम्पस में हैलो जिंदगी: ड्रग्स को कहें ना विषय पर विद्यार्थियों के लिए जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डीएसपी रायपुर ललिता मेहर और काउंसलर डॉ.गार्गी पांडेय उपस्थित थीं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए डीएसपी ललिता मेहर ने कहा कि हमारा उद्देश्य नशे के विरुद्ध युवाओं को जागरुक करना और नशे के घातक दुष्परिणामों से अवगत कराना है।
उन्होंने कहा कि सबसे ज्याद युवा वर्ग नशीली वस्तुओं के चंगुल में फँसता है। उन्हें जागरुक करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अधिकांशत युवा साथियों के दबाव के कारण भी नशीली दवाओं के जाल में फँस जाते हैं। हमारा यह फर्ज है कि हम न केवल खुद को इन सभी गलत गतिविधियों से दूर रखें अपितु अपने आस-पास के लोगों को भी जागरुक करें।
कुम्हारी, 24 जुलाई। कैवल्य पार्क स्थित जेनेसिस पब्लिक स्कूल में शास्त्रीय नृत्य परंपरा की जानकारी दी गई एवं छात्र छात्राओं के समक्ष रूचिकर ढंग से विभिन्न भाव भंगिमाओं को प्रस्तुत किया गया ।
जेनेसिस पब्लिक स्कूल कुम्हारी एवं स्पीक मेके के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम शुभारम्भ केरल से पधारे हुए कत्थकली नृत्य गुरु डॉक्टर सदानम कृष्णन कुट्टी के कर कमलों द्वारा किया गया। नृत्य की प्राचीनतम विधा कत्थकली के विषय में व्याख्यान, परिचय तथा नृत्य के नौ रसों को भंगिमाओं माध्यम से गुरू डॉक्टर सदानम कृष्णन कुट्टी द्वारा प्रस्तुत किया गया।
आलोक अध्यक्ष, गौरव सचिव नियुक्त
रायपुर, 24 जुलाई । रोटरी क्लब ऑफ रायपुर कैपिटल का 24वां इंस्टालेशन एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम रोटरी क्लब ऑफ रायपुर कैपिटल की 24वीं इंस्टालेशन सेरेमनी होटल शैमरॉक ग्रीन्स रायपुर में संपन्न हुई । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटेरियन मंजीत सिंह अरोरा, असिस्टेंट गवर्नर डॉ प्रीता लाल एवं विशेष अतिथि रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय उपस्थित थे।
इस अवसर पर रोटेरियन आलोक अग्रवाल अध्यक्ष एवं गौरव शर्मा सचिव नियुक्त किये गए । निवर्तमान अध्यक्ष डॉ राका शिवहरे ने नए पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी।
अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में क्लब की आगामी योजनाओं के बारे में जानकारी दी । विशेष अतिथि विधायक विकास उपाध्याय ने रोटरी के कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि मानवता की सेवा में रोटरी क्लब द्वारा निस्वार्थ भाव से किये गए कार्यों से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिये।
रायपुर, 24 जुलाई। राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर द्वारा सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल, रायपुर में दिनांक 18 से 22 जुलाई 2023 तक आयोजित रायपुर जिला मानसून लीग टेबल टेनिस प्रतियोगिता-2023 आज संपन्न हुयी। प्रतियोगिता के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि रायपुर उत्तर विधायक एवं हाउसिंग बोर्ड के चेयरमेन श्री कुलदीप जुनेजा जी थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के उपाध्यक्ष श्री शरद शुक्ला जी ने किया तथा विशेष अतिथि छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री किशोर जादवानी थे। मंच पर छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के उपाध्यक्ष श्री गिरिराज बागड़ी, सचिव श्री प्रदीप जोशी, राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े उपस्थित थे।
रायपुर, 24 जुलाई। हमारा कल, हमारा बजाज हमारा आज के सफर को दर्शाते हुए वंदना ऑटो, आश्राम चौक रामकुण्ड, रायपुर विगत 35 वर्षो से ग्राहकों की सेवा में तत्पर हैं। 50 कस्टमारों को गाड़ी की चाबी के साथ उपहार देकर डिलीवरी दी गई। श्रृंखला में चेतक इलेक्ट्रिक स्कूटर की एक पहल अब चेतक रायपुर में एक्सक्लूसिव शोरूम के साथ उपलब्ध हैं। जहां ग्राहकों को गाड़ी खरीदने वाले ग्राहकों को अपनी गाड़ी की सर्विसिंग व अन्य समस्यों का निराकरण हेतु रायपुर के शोरूम वंदना ऑटो चेतक में संपर्क कर सकते हैं। मिडिया से बातचीत में 80 के दशक से अब तक के बजाज मोटर साइकिल के सफर को बताते हुए कहा की अब चेतक स्कूटर फुल्ली मेटालिक बॉडी से बनी हैं। जो चेतक स्कूटर लाल, काला, नीला, गोल्डन चार रंगो में उपलब्ध हैं ।
चेतक स्कूटर जो की फुल चार्ज पे 108 किमी के रेंज जिसकी शुरूवाती कीमत 1,50,000 रूपये हैं एक्स शोरूम कीमत है। और फुल फीचर से लेस हैं।वंदना ऑटो के मैनेजर सुमित चावड़ा द्वारा बताया गया अभी तक 350 गाड़ीयों की बिक्री हो चुकी हैं। हमने कल 50 गाडिय़ों की डिलिवरी एक साथ की। जिसकी कीमत 1,50,000 रूपये है।
ऱायपुर, 23 जुलाई। छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आरआईटीईई) ने नैसकॉम फाउंडेशन (नेशनल एसोशियेशन ऑफ साफ्टवेयर एंड सर्विसेस कंपनीज़) के साथ मिलकर स्टेट- ऑफ-द-आर्ट सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है जिसका उद्देश्य अपने विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीकी प्रगति एवं उद्योग संबंधी कौशल में सशक्त बनाना है।
महानदी एजुकेशन सोसायटी के सचिव श्री शैलेंद्र जैन ने छात्रों को संबोधित करते हुए आने वाले कोर करिकुलम से परे मानक अध्ययनक्रमों के महत्व को जोर दिया।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा, डेटा साइंस और डेटा संरचना जैसे कई पाठ्यक्रमों की श्रृंखला पेश की जाएगी। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी, छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेंगे। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस और एनएएसी ग्रेड ए प्लस के एक्रेडिटेशन की स्थापना के साथ आरआईटीईई शिक्षा और अकादमिक उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करता है।
रायपुर, 23 जुलाई। छत्रपति शिवाजी किड्स स्कूल रावतपुरा कॉलोनी में टॉय डे सेलिब्रेट किया गया जिसमें बच्चे बहुत सारे खिलौने के साथ खेले इसमें प्राचार्या श्रीमती अपर्णा कर्मकार और बाकी अन्य शिक्षिकाएं मौजूद रही।
बिलासपुर, 23 जुलाई। एसईसीएल के दीपका मेगा प्रोजेक्ट से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित है झाबर गाँव। यहाँ के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय के कक्षा आठवीं में पढ़ रहे गौरव सिंह स्मार्ट-क्लास के बारे में बातचीत को लेकर उत्साहित हैं।
उनके गांव झाबर के आस-पास कई ऐसे गांव हैं जहां की शासकीय शालाओं में पहली बार स्मार्ट क्लास जैसी अध्ययन-अध्यापन की आधुनिक तकनीक लगाई गयी है। वे कहते हैं, स्कूल में हमला प्रॉजेक्टर ले पढ़ाए जाथे अऊस्मार्ट-क्लास लगे ले मोर पढ़ाई मा अब बहुत मन लगत हे। एकर से पढ़े माबहुत मजा आवत हेजेकर से हमलारोज़ स्कूल आए के मन करथे।
क्या है स्मार्ट क्लास?
परंपरागत रूप से स्कूलों में शिक्षक ब्लैकबोर्ड के माध्यम से बच्चों को पढ़ाते हैं और बोलकर उनको चीजों को समझाते हैं। जब क्लास में इलेक्ट्रोनिक उपकरणों के माध्यम से शिक्षा दी जाती है तब उसे स्मार्ट-क्लास या डिजिटल क्लासरूम कहा जाता है। ऐसी क्लास में ब्लैक-बोर्ड या व्हाइट-बोर्ड के स्थान पर डिजिटल बोर्ड या इंटरएक्टिव बोर्ड लगा होता है। यहकेबल की सहायता से कंप्यूटर के साथ जुड़ा रहता है और साथ में प्रोजेक्टर वीजीएकेबल की सहायता से कंप्यूटर से जुड़ा रहता हैं इन सारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मदद से जिस क्लासरूम में पठन-पाठन का कार्य किया जाता है वह स्मार्ट-क्लास कहलाता है।
कोरबा एवं रायगढ़ जिलों स्कूलों में एसईसीएल द्वारा बनाए गए हैं 696 स्मार्ट क्लास
कोयलांचल के सरकारी स्कूलों में शिक्षण अधोसंरचना के विकास की संभावनाओं को भाँपते हुए एसईसीएल ने सीएसआर के माध्यम से इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास लगाने की योजना बनाई। इसके तहत कंपनी द्वारा कोरबा जिले के 500 सरकारी स्कूलों में लगभग 9 करोड़ रुपए की लागत से स्मार्ट क्लास लगाने का कार्य जिला कलेक्टर कोरबा के माध्यम से पूर्ण किया गया। इसमें प्रमुखतया प्रोजेक्टर आधारित शिक्षण शैली को अपनाया गया है।
वहीं रायगढ़ जिले में एसईसीएल कार्यालय की 25 किलोमीटर की परिधि में बने सरकारी स्कूलों मेंजिला प्रशासन रायगढ़ के माध्यम से 4.68 करोड़ रुपए की लागत से 113 स्मार्ट क्लास विकसित किए गए हैं। इसके साथ ही रायगढ़ जिले के रायगढ़, धरमजयगढ़ एवं खरसिया तहसीलों में 2.75 करोड़ की लागत से 83 इंटरएक्टिव बोर्ड / स्मार्ट-क्लास कि सुविधा विकसित की गई है।
स्मार्ट-क्लास से बच्चों का पढ़ाई में लग रहा मन, जग रही सीखने की ललक
स्मार्ट-क्लास बन जाने से सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले आदिवासी क्षेत्रों के बच्चे भी अब आधुनिक शिक्षण पद्धति से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इससे बच्चों में एक नया आत्मविश्वास जग रहा है और उनमें पढऩे की और कुछ नया सीखने की ललक जग रही है। शासकीय नटवर इंग्लिश स्कूल, रायगढ़ में कक्षा 11वीं में पढऩे वाले गौरव डड़सेना अंग्रेज़ी में बात करते हुए बताते हैं कि उनके यहाँ शिक्षकों द्वारा स्मार्ट-क्लास के माध्यम से पढ़ाया जाता है और विभिन्न विषयों से जुड़ीं उनकी शंकाओं का समाधान किया जाता है। वे कहते हैं कि स्मार्ट क्लास के आने से स्कूल में पढ़ाई का एक अलग ही माहौल बना है।
हाल के वर्षों में छत्तीसगढ़ राज्य में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के ग्रोस एनरोलमेंट रेशियो को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। भारत सरकार की आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 21-22 में छत्तीसगढ़ राज्य में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों का ग्रोस एनरोलमेंट रेशियो लगभग 96त्न रहा है। सरकारी स्कूलों में स्मार्ट-क्लास जैसी पहल इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है और बच्चों में पढ़ाई के प्रति एक नई अलख जगा रही है।
जनसम्पर्क अधिकारी
एसईसीएल बिलासपुर
बिलासपुर, 22 जुलाई। एसईसीएल की कोयला खदान में प्राकृतिक गैस, मेथनॉल, अमोनिया और अन्य संबंधित उत्पाद बनाने की संभावना तलाशी जा रही है। इसे अमल में लाया जा सका तो छत्तीसगढ़ में इस प्रकार की पहली परियोजना होगी।
कोयले को जलाने के बजाय इसके अवयवों को विद्युत, हाइड्रोजन, स्वच्छ ईंधन एवं मूल्यपरक रसायनों में बदलने का सबसे स्वच्छ एवं पर्यावरण-हितैषी तरीका है। भारत में गैस प्रौद्योगिकी को अपनाने से कोयला क्षेत्र में क्रांति आ जाएगी। इससे प्राकृतिक गैस, मेथनॉल, अमोनिया और अन्य आवश्यक उत्पाद के आयात पर निर्भरता कम हो जाएगी।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में स्थित एसईसीएल के भटगांव संचालन क्षेत्र की महामाया खुली खदान में कोयला से गैस बनाने परियोजना की संभावना तलाशी जा रही है। परियोजना के माध्यम से यहां उपयुक्त डाउन स्ट्रीम प्रोडक्ट के रूप में ‘अमोनिया’ बनाने की योजना पर विचार हो रहा है।
कोल इंडिया अपनी विभिन्न अनुषंगी कंपनियों में कोयले से गैस तैयार की संभावनाओं को तलाश रही है। परियोजनाओं के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने में सहयोग और विशेषज्ञता को बढ़ावा देने के लिए कंपनी ने बीएचईएल (भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड), आईओसीएल (इंडियन ऑइल कार्पोरेशन लिमिटेड), जीएआईएल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड), के साथ समझौते किए हैं।
सतत धारणीय विकास को बढ़ावा देने एवं कोयला उद्योग के कार्बन फुटप्रिंट कम करने के उद्देश्य से कोयला मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2030 तक 100 मिलियन टन (एमटी) कोयले से गैस हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
रायपुर, 22 जुलाई। क्या आपने कभी सुना है कि आपके दिमाग की क्षमता को जाना जा सकता है? जी हां, यह सच है। आपकी मन:स्थिति और आपकी मानसिक क्षमता का विश्लेषण किया जा सकता है। इसके जरिये सिर्फ तीन हजार रुपये में किसी भी व्यक्ति के दिमाग का एनालिसिस किया जा सकता है।
डॉ. डोमेन्द्र सिंह गंजीर जी के पास एक ऐसा डिवाइस और टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग करके वो दिमाग को पढऩे और मानसिक विकार दूर करने में कर रहे हैं. इस टेक्नोलॉजी को ब्रेन वेव एनालिसिस कहा जाता। इस टेक्नोलॉजी को भारत में लाने वाले डॉ अंकित कहते हैं कि ब्रेन वेव टेक्नोलॉजी न्यूरोसाइंस और बिहेवियर साइंस के आधार पर काम करती है। अमेरिका में विकसित की गई है एवम यह टेक्नोलॉजी स् पेटेंट है, जिसका उपयोग रिसर्च के लिए आईआईटी गांधीनगर जैसे संस्थाओं ने भी किया है।
दिमाग में पांच तरह की तरंगे होती हैं, जो अलग-अलग परिस्थितियों और क्षमताओं की जानकारी देती है। उन्होंने बताया कि यह कोई चमत्कार नहीं है। विशुद्ध रूप से विज्ञान है, जिसे कई वर्षों की रिसर्च से विकसित किया गया है। यह न्यूरो साइंस का हिस्सा है, जिसके आधार पर मानसिक रोगों को भी दूर किया जा सकता है। डॉ. डोमेन्द्र का कहना है कि ब्रेन वेव एनालिसिस से पता चलता है कि किसी व्यक्ति के दिमाग में किस तरंग का प्रभाव ज्यादा या कम है।
रायपुर, 22 जुलाई। भारत - 21 जुलाई 2023 को नामीबिया के उच्चायुक्त महामहिम श्री गेब्रियल पांडुरेनी सिनिम्बो और प्रथम सचिव श्री तांगेनी हॉफनी मुलुंगा ने कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर, छत्तीसगढ़ का दौरा किया। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य विशेष रूप से कलिंगा विश्वविद्यालय में अध्ययन कर रहे नामीबियाई छात्रों के साथ बातचीत करना और उनकी भलाई और शैक्षणिक अनुभवों के बारे में पूछताछ करना था।
कलिंगा विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है, जो विभिन्न देशों के 600 से अधिक विद्वानों की मेजबानी करता है, जिनमें नामीबिया सहित अफ्रीकी देशों की एक बड़ी संख्या शामिल है। इस यात्रा का समन्वय विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय विभाग प्रमुख, श्रीमती परविंदर शेष और उप प्रबंधक - अंतर्राष्ट्रीय छात्र समन्वयक, श्री जितेश महंत द्वारा किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की।
अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, उच्चायुक्त महामहिम गेब्रियल पांडुरेनी सिनिम्बो और प्रथम सचिव तांगेनी हॉफनी मुलुंगा दोनों ने कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की गई।
और विश्व स्तरीय सुविधाओं की सराहना की, जिससे छात्रों के लिए सीखने और व्यक्तिगत विकास के लिए अनुकूल माहौल प्रदान होता है। गणमान्य अतिथियों ने दिए गए आतिथ्य की भी सराहना की गई।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव और विभिन्न डीन के साथ अपनी बातचीत के दौरान, उच्चायुक्त ने नामीबिया में हाल की प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने विकास और कौशल वृद्धि में नवीन विचारों को साझा करने के साथ-साथ कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया, जिसने कई लोगों के जीवन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया है।
नामीबियाई प्रतिनिधिमंडल की यात्रा ने शैक्षणिक सहयोग और छात्र विनिमय कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान देने के साथ नामीबिया और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया। श्री सिनिम्बो और श्री मुलुंगा दोनों ने कलिंगा विश्वविद्यालय के साथ निरंतर संबंध को बढ़ावा देने में गहरी रुचि व्यक्त की और भविष्य में फिर से आने की इच्छा व्यक्त की।
कलिंगा विश्वविद्यालय को अपने विविध छात्र समुदाय पर गर्व है और वह नामीबिया और अन्य देशों के छात्रों के लिए एक पोषण वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे वे अकादमिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।
रायपुर, 22 जुलाई। रायपुर की ख्याति प्राप्त न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. श्वेता छाबड़ा ने बताया कि बारिश के मौसम भूट्टा नही खाया तो बारिश के मजे कैसे लेंगे। अपको भी यही लगता होगा मगर शूगर ना बढ़ जाए वजन ना बढ़ जाए इसलिये आप इसे खाते नही होँगे तो आइये भूट्टे के पोषक तत्वों को जनते है।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि क्योकी इसमे अधिक मात्रा मे कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है।इसलिये इसे कम मात्रा मे खाना चाहिए। तो इसका खाने का सही समय लंच और मिड मील मे लेना चाहिए या 6 बजे से पहले या मिड मॉर्निंग मे लिया जा सकता है। पर पोस्ट मील अपका अधिक फयबर वाला होना चाहिए जिससे आपके शुगर स्पाईक हुआ हो उसे कंट्रोल कर सके।
डॉ. छाबड़ा ने बताया कि अपको हमेसा देशी भुट्टा लेना चाहिए। उसमे मक्खन ना ले हो सके तो विटामिन ष्ट के लिये नींबू ले सकते है। 100 ग्राम कॉर्न मे 110 किलो कैलोरी ऊर्जा होती है और 25 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होती है,5 ग्राम शूगर हो,3 ग्राम प्रोटीन,मैग्नीशियम , vit b v and b 9 रिच और पोटैशियम, फाय्बर भी पाया जाता है।
रायपुर, 22 जुलाई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने अपने सम्माननीय भ.नि.सदस्यों व पेंशनरों को सहज, सरल, सुलभ व घर पहुंच सेवा प्रदान करने के लिए निधि आपके निकट-2.0 कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक माह की 27 तारीख को छत्तीसगढ के हर जिले में करने का निश्चय किया है।
छत्तीसगढ राज्य के दूरस्थ जिलों में रहने वाले भविष्य निधि सदस्यों की भविष्य निधि एवं पेंशन संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए अब प्रत्येक जिले में कार्यालय की ओर से ‘निधि आपके निकट- 2.0’ कार्यक्रम का आयोजन अब प्रत्येक माह की 27 तारीख को (अवकाश की दशा में अगले कार्य दिवस में) प्रात: 9.00 बजे से सायं 5.45 बजे तक किया जाएगा । यह कार्यक्रम दिनांक 27.07.2023, दिन गुरूवार को छत्तीसगढ के सभी 33 जिलों में आयोजित किया जा रहा है जिसमें कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारीगण स्वयं उपस्थित होकर शिकायतों के त्वरित समाधान का प्रयास करेंगे।
केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त, के निदेशानुसार माह जुलाई 2023 में आयोजित किये जा रहे इस कार्यक्रम में 03 वर्ष से अधिक समय से लंबित पेंशनरों जिनके जीवन प्रमाण पत्र अद्यतन नहीं किए गए है तथा जिनकी पेंशन 03 वर्ष से नहीं मिली है ऐसे पेंशनरों को आने वाली समस्याओं को प्राथमिकता आधार पर निपटान किया जाएगा। साथ ही उच्चो दर पर पेंशन एंव संविदा कर्मियों के पंजीकरण पर भी विशेष ध्यायन दिया जाएगा।
कार्यक्रम में भविष्य निधि सदस्यों व पेंशनरों के अतिरिक्त संस्थानों के नियोक्ता उनके प्रतिनिधि, ठेकेदार व ट्रेड यूनियनों के प्रमुख और उनके प्रतिनिधि आदि सम्मिलित हो कर अपनी संबंधित समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं अत: सभी भविष्य निधि सदस्यों तथा ईपीएस पेंशन लाभार्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे कार्यक्रम में सम्मिलित होकर इसका लाभ प्राप्त करें और इसे सफल बनाएं।
रायपुर, 22 जुलाई। भारतीय मानक ब्यूरो ने शैक्षणिक संस्थानों में मानक क्लब स्थापित करने की पहल की है। स्टैंडर्ड क्लब में संस्थान के एक शिक्षक को क्लब के मेंटर के रूप में और छात्रों को क्लब के सदस्यों के रूप में शामिल किया जाता है।
इन क्लबों के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों जैसे प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, मानक लेखन प्रतियोगिता, सम्मेलन, उद्योगों / प्रयोगशालाओं आदि में एक्सपोजर विजिट के माध्यम से गुणवत्ता एवं मानकीकरण के क्षेत्र में, युवा प्रतिभाओं को सीखने का अवसर मिलता है।
छात्रों के स्कूली अनुभव को बेहतर बनाने और उनके पेशेवर और व्यक्तिगत विकास को बेहतर बनाने के अवसर प्रदान करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों द्वारा स्टैंडर्ड क्लबों को उत्साहपूर्वक बढ़ावा दिया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के 129 स्कूलों और कॉलेजों ने स्टैंडर्ड क्लब की स्थापना की है जिसमें 3,800 से अधिक छात्र सदस्य हैं।
भारतीय मानक ब्यूरो ने 20-21 जुलाई 2023 को होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर में स्टैंडर्ड्स क्लब के मेंटर्स के लिए दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें 49 विभिन्न कॉलेजों और स्कूलों के मेंटर्स ने भाग लिया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ ए. के. त्रिपाठी, अधिष्ठाता, दुग्ध एवं डेयरी विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर, श्री के. कुमार संयुक्त निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एस.सी.ई.आर.टी.), छत्तीसगढ़ शासन, डॉ विकास कुमार जैन, संयुक्त निदेशक, संचालनालय तकनीकी शिक्षा, छत्तीसगढ़ शासन शिक्षा उपस्थित रहे। डॉ ए. के. त्रिपाठी एवं डॉ विकास कुमार जैन कॉलेज के छात्रों के लिए मानकों के महत्व और पाठ्यक्रम के साथ भारतीय मानकों के एकीकरण की आवश्यकता के बारे में विस्तार से बताया। श्री के. कुमार ने स्कूली विद्यार्थियों में मानकों के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत के बारे में बताया ।
रायपुर, 21 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि नया रायपुर में 1000 एकड़ में प्रस्तावित होलसेल कारिडोर के लिये लैंडयूज बदला जा चुका है।
होलसेल कारिडोर में स्थान लेने हेतु एनआरडीए (नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण) द्वारा जारी प्रारूप के अनुसार व्यवसायिक संघों को आवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है जिसके परिपेक्ष्य में आज चेंबर भवन में छत्तीसगढ़ चेंबर अध्यक्ष श्री अमर पारवानी जी के नेतृत्व में प्रस्तावित, दक्षिण मध्य एशिया के सबसे बड़े होलसेल कॉरिडोर के लिए आवेदनकर्ता विभिन्न व्यापारिक संघों के प्रमुखों के साथ बैठक का आयोजन किया गया जिसमे चेंबर के पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में व्यापारीगण भी उपस्थित रहे।
चेंबर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी द्वारा स्वीकृत इस महती योजना एवं चेंबर का विजन अब जल्द ही मूर्त रूप लेने तेजी से आगे बढ़ रही है। प्रस्तावित नए होलसेल कॉरिडोर की परिकल्पना से प्रदेश के समस्त व्यापारी भली भांति परिचित हैं।
श्री पारवानी जी ने आगे बताया कि प्रस्तावित होलसेल कॉरिडोर को लेकर एनआरडीए ‘‘नवा रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण‘‘ द्वारा व्यवसायिक संघों के लिए उनके आवश्यकताओं के अनुरूप एक प्रपत्र जारी किया गया है।
रायपुर, 21 जुलाई। श्रृंखला का पहला सत्र श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में आयोजित गया , जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के छात्रों को उनके विशेष क्षेत्र से संबंधित अनुभवी व्यक्तियों के व्यावहारिक अनुभवों को साझा करने का लाभ प्रदान करना है।
सत्र को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने कहा कि व्याख्यान श्रृंखला का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय के नए शैक्षणिक सत्र और शैक्षणिक सत्र की स्थिति को गति देना है। इस व्याख्यान श्रृंखला में, हम पेशेवर और अनुभवी उत्कृष्ट शिक्षाविदों को उनके अनुभव से लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करते रहे है।
आज के वक्ता, प्रोफेसर वेंकटेश एन. दुबे, एनआरआई वेलफेयर सोसाइटी ऑफ इंडिया से हिंद रतन पुरस्कार विजेता और प्रोफेसर मेडिकल रोबोटिक्स, बोर्नमाउथ यूनिवर्सिटी (यूनाइटेड किंगडम) ने मेडिकल समस्याओं को हल करने के लिए इंजीनियरिंग और कंप्यूटिंग में अनुसंधान और नवाचार विषय पर अपना अनुभव साझा किया। जिसमें उन्होंने मुख्य रूप से स्ट्रोक की समस्या से पीडि़त लोगों की सहायता के लिए ऐबल रोबोट के बारे में चर्चा की।
इसके साथ ही वर्तमान पुनर्वास प्रथाओं, वाणिज्यिक वीआर पुनर्वास प्रणाली और विशेष स्ट्रोक की समस्या जैसे स्नैक बार, पहेली और फल पकडऩे वालों के लिए जनशक्ति विशेष रूप से फिजियोथेरेपिस्ट को कम करने के लिए विभिन्न प्रकार की प्रथाओं के बारे में चर्चा की गई।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. सौरभ शर्मा ने दिया और आज की श्रृंखला के वक्ता को अपने अनुभव साझा करने के लिए धन्यवाद दिया।
रायपुर, 21 जुलाई। बैंक ऑफ बड़ौदा की शुरुआत 20 जुलाई 1908 को हुई थी और इसी मौके पर अपना 116वां स्थापना दिवस मनाते हुए, बैंक ऑफ बड़ौदा रायपुर क्षेत्र ने 16.07.2023 को कई कार्यक्रमों का आयोजन किया था, जिसमें रक्तदान अभियान, स्वास्थ्य जांच शिविर, ड्राइंग प्रतियोगिता और पेन स्टैंड बनाने की प्रतियोगिता शामिल थी।
महिलाओ के लिए सलाद सजावट की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। बड़ी संख्या में बड़ोडियन ने कार्यक्रमों में भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया।
रायपुर, 21 जुलाई। रामकृष्ण केयर अस्पताल ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा रामकृष्ण केयर अस्पताल को राज्य के समस्त सरकारी कर्मचारियों के ईलाज के लिए इंपैनल किया गया है। प्रदेश के सभी सरकारी कर्मियों को अब रामकृष्ण केयर अस्पताल की विश्वस्तरीय इलाज की सुविधा प्राप्त होगी।
गेस्ट्रोइंट्रोलॉजी, पलमोनोलॉजी, डरमेटोलॉजी, रूमेटोलॉजी, आर्थोपेडिक, न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, ऑन्को सर्जरी, जनरल लेप्रोस्कोपी, पीडियाड्रिक्स सर्जरी, यूरोलॉजी, हार्ट सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, रोबोटिक सर्जरी, इमरजेंसी मेडिसिन, ईएनटी, जनरल मेडिसिन, लिवर सर्जरी इत्यादि सभी बड़े व जटिल रोगों का उपचार एवं लिवर, किडनी, हार्ट ट्रांसप्लांट भी अब प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारी एवं उनपर आश्रित सदस्य यहां पर करा सकेंगे।
ज्ञात हो कि हेल्थ केयर के क्षेत्र में रामकृष्ण केयर अस्पताल एक बेहद भरोसेमंद नाम है। पिछले कई वर्षों से यहां पर बेहतरीन व अनुभवी डॉक्टर्स, विश्वस्तरीय मशीनों के साथ मरीजों का उपचार कर रहे हैं । यहां कई लाईलाज बीमरियों का ईलाज करा कर मरीज एक पूर्णत: स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। रामकृष्ण केयर अस्पताल बेहतरीन स्वास्थ्य के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।
बिलासपुर, 21 जुलाई। कोयला मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि देश के ताप विद्युत संयंत्रों (टीपीपी) के लिए कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। 16 जुलाई 2023 तक, ताप विद्युत संयंत्रों का कोयला स्टॉक 33.46 मिलियन टन (एमटी) था, जो पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 28त्न अधिक है।
खदान के अंत में पिटहेड कोयला स्टॉक, पारगमन में स्टॉक और टीपीपी सहित सभी स्थानों पर कोयले की उपलब्धता पिछले वर्ष के 76.85 एमटी की तुलना में 103 एमटी है, जो 34 प्रतिशत अधिक है। कोयला मंत्रालय सभी केंद्रीय और राज्य की विद्युत उत्पादन कंपनियों के साथ भी निकटता से समन्वय कर रहा है और बिजली क्षेत्र के लिए कोयले की कोई कमी नहीं है।
कोयला मंत्रालय ने यह भी कहा है कि जुलाई 2023 के दौरान उत्पादन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में काफी अधिक रहा है। दरअसल, वर्षा के कारण कोयले के उत्पादन पर बहुत ही मामूली असर पड़ा है। यह मानसून ऋतु के लिए खदान-वार अग्रिम योजना के माध्यम से संभव हुआ है। कोयला कंपनियों ने बड़ी खदानों से निर्बाध निकासी के लिए सीमेंटेड सडक़ों का निर्माण किया है।