खेल
नई दिल्ली, 30 मार्च | भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने अपनी पीठ की परेशानी की सर्जरी नहीं कराने का फैसला किया है और आवधिक उपचार के लिए बेंगलुरु स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिपोर्ट किया है।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार 28 वर्षीय अय्यर गुरूवार को एक इंजेक्शन लेंगे और एनसीए में उनके रुकने की अवधि का फैसला स्टाफ द्वारा जांच के आधार पर लिया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोलकाता नाईट राइडर्स के कप्तान विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए चयन के वास्ते उपलब्ध रहना चाहते हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जून के शुरू में (सात जून से) लंदन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होगा। इसके मद्देनजर उन्होंने सर्जरी कराने का फैसला टाल दिया है।
सर्जरी से वह कम से कम छह महीने के लिए एक्शन से बाहर रहते।
अय्यर से नजदीकी एक सूत्र ने कहा, "वह एक विशेषज्ञ और एनसीए अधिकारियों से मिले हैं और सबका यही मानना है कि आपरेशन टाला जा सकता है। वह विशेषज्ञ की सलाह का पालन करेंगे।"
इस बीच दो बार के चैंपियन केकेआर को उम्मीद है कि श्रेयस लीग में किसी चरण में उसके अभियान के लिए उपलब्ध होंगे। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 30 मार्च | पंजाब किंग्स को आईपीएल 2023 के अपने पहले मैच में इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी लियाम लिविंगस्टोन की कमी खलेगी। शिखर धवन की अगुआई वाली टीम 1 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपने अभियान की शुरूआत करेगी। हालांकि, लिविंगस्टोन उस मैच के लिए समय पर मोहाली नहीं पहुंच पाएंगे।
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि 29 वर्षीय क्रिकेटर, जो दुबई के ऑफ सीजन दौरे पर थे, अगले सप्ताह भारत पहुंचेंगे, संभवत: राजस्थान के खिलाफ अपने दूसरे मैच 5 अप्रैल से पहले।
बुधवार को लिविंगस्टोन ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में अपने अभ्यास सत्र की एक तस्वीर पोस्ट की।
लिविंगस्टोन, जो अपनी हरफनमौला क्षमताओं के लिए किंग्स टीम के एक प्रमुख सदस्य हैं, ने पाकिस्तान में अपने टेस्ट डेब्यू पर घुटने की चोट के बाद से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है।
उनकी अनुपस्थिति से कोच ट्रेवर बेलिस और कप्तान धवन की मुश्किलें बढ़ जाएंगी क्योंकि टीम पहले से ही विकेटकीपर-बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो के बिना मैदान में उतरेगी, जो सीजन से बाहर हो गए हैं। कैगिसो रबाडा 3 अप्रैल को भारत आ रहे हैं। (आईएएनएस)
ब्यूनस आयर्स, 30 मार्च | अर्जेंटीना के घरेलू फुटबॉल सीजन की खराब शुरूआत के बाद बोका जूनियर्स मैनेजर ह्यूगो इबारा से अलग हो गया है। ब्यूनस आयर्स क्लब ने यह जानकारी दी। बोका के बयान के मुताबिक, 48 वर्षीय सहायक कोच की जगह अंतरिम आधार पर मारियानो हेरॉन लेंगे।
क्लब के निदेशक मौरिसियो सेर्ना ने बुधवार को कहा, रिजर्व कोचिंग स्टाफ अभी कुछ दिनों तक कार्यभार संभालेगा।
यह आसान नहीं है, लेकिन हम पहले से ही एक नया मुख्य कोच लाने के लिए काम कर रहे हैं।
पिछले जुलाई में सेबस्टियन बटागलिया की जगह लेने के बाद इबारा ने बोका के लिए 20 जीत, सात ड्रॉ और नौ हार का नेतृत्व किया।
बोका वर्तमान में अर्जेंटीना की 28-टीम प्राइमेरा डिवीजन स्टैंडिंग में आठ गेम से 11 अंकों के साथ 14वें स्थान पर है। (आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 29 मार्च। न्यूजीलैंड के दिग्गज बल्लेबाज केन विलियमसन ने भारतीय सलामी बल्लेबाल शुभमन गिल को ‘विशेष खिलाड़ी’ करार देते हुए उम्मीद जतायी कि उन्हें भविष्य में भारत और गुजरात टाइटन्स का नेतृत्व करने का मौका मिलेगा।
विलियमसन ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर परिपक्व होने के बाद उन्हें यह जिम्मेदारी मिल जायेगी।
विलियमसन ने बुधवार को कहा, ‘‘ गिल के लिए यह एक अविश्वसनीय वर्ष था, लेकिन आप हमेशा इसे महसूस कर सकते है कि यह सिर्फ समय के बारे में है। हमने पिछले कुछ वर्षों में देखा है कि उनके पास कमाल की काबिलियत है।’’
न्यूजीलैंड के इस मुख्य बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ वह युवा और अत्यंत प्रतिभाशाली खिलाड़ी है। उन्हें आने वाले समय में उन कप्तानों से अनुभव हासिल करना होगा जिनकी देखरेख में वह खेलेंगे।’’
विलियमसन ने कहा कि वह आईपीएल में ‘इंपैक्ट खिलाड़ी’ के नियम से रोमांचित है। उन्होंने कहा कि इससे टीम को एकादश चयन के लिए अधिक दिमाग लगाना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे काफी बदलाव आयेगा। जब आप टीमों का चयन कर रहे होते हैं, तो आप हमेशा किसी न किसी भूमिका पर ध्यान देते है। यह सभी के लिए नया है। यह देखना होगा कि इसका इस्तेमाल कैसे होता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यह ऐसा नियम है जिसका सभी टीम अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहेंगी। इसे देखना रोमांचक होगा।’’
विलियमसन की कप्तानी में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम 2018 सत्र के फाइनल में पहुंची थी। पिछले सत्र में खराब प्रदर्शन के बाद फ्रेंचाइजी ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया। पिछले साल दिसंबर में उन्होंने राष्ट्रीय टीम की कप्तानी को भी छोड दिया था।
उन्होंने कहा, ‘‘ इससे (कप्तानी छोड़ने) आप खेल के दौरान दिमाग लगाना बंद नहीं करते है। जब आप मैदान में होते हैं, तो आप टीम के लिए जितना हो सके उतना अच्छा करने की कोशिश कर रहे होते हैं। आप अपने विचारों से दूसरों की मदद कर सकते है ।’’ (भाषा)
सेंटियागो डेल एस्टेरो (अर्जेंटीना), 29 मार्च | स्टार स्ट्राइकर लियोनल मैसी ने अपना 100वां अंतर्राष्ट्रीय गोल दागा और अर्जेंटीना ने कुराकाओ को एकतरफा मैत्री मैच में 7-0 के बड़े अंतर से रौंद दिया।
मैसी ने पहले हाफ में हैट्रिक जमाई और विश्व चैंपियन ने मंगलवार रात पहले 35 मिनट में 5-0 की बढ़त बना ली। अर्जेंटीना ने आधे समय के बाद 86वीं रैंकिंग की टीम के खिलाफ दो गोल और दागे।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार अर्जेंटीना के कप्तान मैसी ने अपने देश के लिए 174 मैचों में 102 गोल दाग दिए हैं।
अर्जेंटीना ने मैच में शानदार शुरूआत की और मैसी ने अपना मार्कर को छकाते हुए बेहतरीन शॉट लगाकर पहला गोल दाग दिया।
निको गोंजालेज ने हैडर से बढ़त को 2-0 पहुंचा दिया। मैसी ने आधे घंटे के समय के बाद टीम का तीसरा गोल दागा।
पेरिस सेंट जर्मेन के फॉरवर्ड ने एंजो फर्नांडेज को एक बढ़िया पास दिया जिन्होंने 20 गज की दूरी से अपने पहले प्रयास से गोलकीपर एलॉय रूम को छका दिया।
35 वर्षीय मैसी ने अपनी उम्र को धत्ता बताते हुए बॉक्स में अकेले दौड़ लगाई और आराम से गेंद को रूम के पास से निकाल दिया।
मेजबान ने हाफ टाइम के बाद अपनी गंभीरता कम कर दी लेकिन खेल पर उनकी श्रेष्ठता बनी रही।
एंजेल डी मारिया ने 78वें मिनट में पेनल्टी पर छठा गोल दागा जबकि पाउलो डीबाला ने समाप्ति से तीन मिनट पहले अर्जेंटीना का सातवां गोल दाग दिया। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 29 मार्च | दिल्ली कैपिटल्स ने चोटिल ऋषभ पंत की जगह बंगाल के विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल को टीम में चुना है। पोरेल को साइन करने की आधिकारिक घोषणा होना बाकी है, लेकिन यह चयन दिल्ली में लगे एक सप्ताह के कैंप में हुए अभ्यास मैचों से हुआ है।
क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार पोरेल के साथ शेल्डन जैक्सन, लवनिथ सिसोदिया और विवेक सिंह को मैच अभ्यास कराया गया था, जिसमें दिल्ली के डायरेक्टर ऑफ क्रिकेट सौरव गांगुली और प्रमुख कोच रिकी पोंटिंग की उन पर पिछले एक सप्ताह से नजर थी।
दिल्ली ने पोरेल के बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट सीजन में उनके प्रदर्शन को देखते हुए लिया है, जहां उन्होंने ग्लव्स से तो उम्दा प्रदर्शन किया लेकिन बल्ले से बड़े स्कोर नहीं बना पाए।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के तीन मैचों में उनके नाम 22 रन हैं, जिसमें एक मैच में उन्होंने नाबाद 20 रन बनाए थे। वहीं प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 26 पारियों में छह अर्धशतक लगाए हैं, जिसमें 73 रन सर्वश्रेष्ठ है।
पोरेल के अभी भी बैकअप विकेटकीपर होने की संभावना है क्योंकि फ्ऱैंचाइजी सरफराज खान को इस रोल के लिए आजमा रही है। पिछले तीन सीजन से सरफराज घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त फॉर्म में हैं। साथ ही वह उन दो ही खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में दो बार 900 से अधिक रन बनाए हैं (2019-20 और 2021-22)। इस बार भी उन्होंने छह पारियों में 556 रन बनाए।
पिछले साल नवंबर में मुंबई को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले सरफराज को दिल्ली ने पिछले साल 20 लाख बेस प्राइज में लिया था। उन्होंने छह मैच खेले और 91 रन बनाए, जहां नाबाद 36 रनों की सर्वश्रेष्ठ पारी शामिल है।
दिसंबर में जब पंत कार एक्सीडेंट में चोटिल हुए तब से ही सरफराज को फ्ऱैंचाइजी ने विकेटकीपिंग के रोल के लिए तैयार रहने को कह दिया था। मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई के लिए वह यह रोल निभाते आए हैं।
दिल्ली के पास पोरेल के अलावा एक और विकेटकीपर इंग्लैंड के फिल साल्ट हैं जिन्हें इस साल दो करोड़ में लिया गया था, लेकिन बांग्लादेश में हुई सफेद गेंद की सीरीज में वह जूझते दिखे थे। उनके पास 180 टी20 मैचों की अनुभव है, जहां उन्होंने शीर्ष क्रम पर 149.79 के स्ट्राइक रेट से 4118 रन बनाए हैं।
दिल्ली के लिए शीर्ष तीन बल्लेबाज डेविड वॉर्नर, पृथ्वी शॉ और मिचेल मार्श हैं, जिनके लगातार मैच खेलने की संभावना है, ऐसे में दिल्ली को एक मध्य क्रम का विकेटकीपर चाहिए जिसकी वजह से सरफराज के पास एडवांटेज है।
दिल्ली को अपना पहला मैच लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ उनके घर में एक अप्रैल को खेलना है। (आईएएनएस)
क्विटो (इक्वाडोर), 29 मार्च | बोलीविया के दिग्गज स्ट्राइकर मार्सेलो मोरेनो फ्री ट्रांसफर पर इक्वाडोर की टीम इंडिपेंडिएंट डेल वैले से जुड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। उनके एजेंट ने यह जानकारी दी। शिन्हुआ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, 35 वर्षीय एक साल के विस्तार के विकल्प के साथ 31 दिसंबर तक इंडिपेंडिएंट से जुड़े रहेंगे।
एजेंट सैंटियागो मोरालेस ने इक्वाडोरियन रेडियो स्टेशन मचडिपोर्ट्स को बताया, कल दोपहर 3 बजे, हमने उनके साथ बातचीत को आगे बढ़ाया और शाम 5:30 बजे हमने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
मोरेनो के निजी कारणों से पराग्वे के क्लब सेरो पोटेर्नो से अलग होने के आठ दिन बाद यह घोषणा की गई।
मोरेनो, जो बोलिविया के लिए 98 बार कैप किया गया है और 30 अंतरराष्ट्रीय गोल के स्कोरर हैं, ने सेरो पोटेर्नो के लिए 44 मैचों में सात बार नेट किया है। (आईएएनएस)|
इंदौर (मध्य प्रदेश), 28 मार्च बेंगलुरु के 27 वर्षीय मधुसूदन एक हादसे के कारण अपने दोनों पैर गंवा कर कभी मायूस हो चुके थे, लेकिन व्हीलचेयर टेनिस को लेकर उनके जुनून ने उनकी जिंदगी को नये मायने दे दिए हैं।
मधुसूदन, अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) की इंदौर टेनिस क्लब में आयोजित पहली राष्ट्रीय व्हीलचेयर टेनिस स्पर्धा में भाग ले रहे 30 खिलाड़ियों में शामिल हैं। सोमवार (27 मार्च) से शुरू हुई यह प्रतियोगिता शुक्रवार (31 मार्च) तक चलेगी जिसमें चार महिलाएं भी हिस्सा ले रही हैं।
बेंगलुरु में एक बहुराष्ट्रीय बैंक के दफ्तर में काम करने वाले मधुसूदन ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया,‘‘वर्ष 2008 के दौरान एक हादसे के चलते मेरे दोनों पैर कट गए थे। हादसे के बाद मैं तीन साल तक अपने घर से बाहर नहीं निकला था, लेकिन बाद में मुझे अहसास हुआ कि अगर मैं यूं ही बैठा रहा, तो कुछ नहीं होने वाला। फिर मैं घर से बाहर निकला और अपनी पढ़ाई पूरी की।’’
मधुसूदन बताते हैं कि वह एक बार बेंगलुरु में व्हीलचेयर टेनिस स्पर्धा देखने गए थे और तब से इस खेल के मुरीद हो गए। उन्होंने कहा,‘‘मैं कुछ अंतरालों के साथ पिछले सात साल से व्हीलचेयर टेनिस का अभ्यास कर रहा हूं। मैं इस खेल को इतना पसंद करता हूं कि मुझे लगता है कि मैं इससे कभी संन्यास नहीं लूंगा।’’
मधुसूदन की तरह मुंबई के 46 वर्षीय उद्यमी मितेश भी व्हीलचेयर टेनिस के दीवाने हैं। मितेश ने बताया कि वह केवल छह महीने के थे, तब उनके दोनों पैरों में पोलियो हो गया था जबकि उन्हें इस बीमारी से बचाव की खुराक भी दी गई थी।
आत्मविश्वास से लैस खिलाड़ी ने कहा,‘‘पोलियो होने के बाद मेरे जीवन में मुश्किलें रही हैं, लेकिन मैं मुश्किलों को हमेशा ‘‘मोस्ट वेलकम’’ बोलता हूं क्योंकि मुश्किलें आने से ही मुझे पता चलता है कि जीवन में आगे कुछ अच्छा होने वाला है।’’
मितेश ने बताया कि उन्होंने अपनी शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती के लिए व्हीलचेयर टेनिस खेलने का फैसला किया। उन्होंने कहा,"यह खेल खेलने के बाद मैंने अपने शरीर को स्वीकार करना और इसका सम्मान करना भी सीखा है।’’
गौरतलब है कि व्हीलचेयर टेनिस में खास पहियों वाली व्हीलचेयर इस्तेमाल की जाती है जिससे खिलाड़ियों को कोर्ट पर तेजी से इधर से उधर जाने में मदद मिलती है।
एआईटीए के महासचिव अनिल धूपर ने बताते हैं कि भारत में फिलहाल व्हीलचेयर टेनिस के केवल 50 के आस-पास पंजीकृत खिलाड़ी हैं और बेंगलुरु तथा चेन्नई इस खेल के बड़े केंद्र हैं।
जाहिर है कि पैरालम्पिक्स में शामिल इस खेल को देश में अपने विस्तार के लिए अभी लंबा सफर तय करना है।
धूपर ने बताया, ‘‘हम एक परियोजना के तहत व्हीलचेयर टेनिस को पिछले दो साल से बढ़ावा दे रहे हैं। हम स्पर्धाओं की तादाद बढ़ाकर इस खेल को दिल्ली, उत्तरप्रदेश और हरियाणा में भी ले जा रहे हैं।’’
उन्होंने मांग की कि केंद्र और सरकारों को व्हीलचेयर टेनिस को आगे बढ़ाने के लिए एआईटीए की मदद करनी चाहिए। (भाषा)
नयी दिल्ली, 27 मार्च। इंडियन प्रीमियर लीग की दस टीमों में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ प्रशंसकों का एक जज्बाती रिश्ता है और इसका सबसे अहम कारण है कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ।
41 वर्ष के धोनी टीम को चार खिताब दिला चुके हैं और नौ बार फाइनल में ले जा चुके हैं । उनकी मौजूदगी ही विरोधी खेमे को आतंकित करने के लिये काफी है । बतौर पेशेवर क्रिकेटर शायद यह उनका आखिरी सत्र हो सकता है और इसे यादगार बनाने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे ।
आईपीएल अब ‘होम एंड अवे’ (अपने और विरोधी टीम के मैदान पर) प्रारूप में लौट आया है और चेन्नई को अपने गढ चेपॉक पर सात मैच खेलने हैं । पिछले सत्र में प्लेआफ में पहुंचने में नाकाम रही चेन्नई टीम की कप्तानी रविंद्र जडेजा को सौंपी गई थी लेकिन बाद में धोनी को फिर कप्तान बनाया गया । वह जीत के साथ विदा लेने की कोशिश में होंगे ।
आईपीएल में चेन्नई को हलके में लेना मूर्खता होगी और यह सत्र भी अलग नहीं है । इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स अब टीम में है जो एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं ।
ताकत :
बेन स्टोक्स की मौजूदगी से चेन्नई की पार हिटिंग मजबूत होगी । चेपॉक की धीमी पिच पर वह एक या दो शानदार ओवर डाल सकते हैं जो मैच का रूख पलट सकते हैं ।
चेपॉक पर सात घरेलू मैचों में रविंद्र जडेजा और मोईन अली भी काफी प्रभावी साबित हो सकते हैं । बल्लेबाजी में डेवोन कोंवे और रूतुराज गायकवाड़ उपयोगी होंगे जबकि अंबाती रायुडू, स्टोक्स, धोनी और जडेजा मध्यक्रम को मजबूती देंगे ।
कमजोरी :
मुकेश चौधरी चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं जो सीएसके के लिये बड़ा झटका है । दीपक चाहर कमर और हैमस्ट्रिंग की चोट से उबरकर लंबे समय बाद वापसी कर रहे हैं । मैच हालात में उनकी फिटनेस की परख नहीं हो सकी है । वह विश्व कप टीम में जगह बनाने के दावेदार हैं और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करना चाहेंगे ।
मौका :
तेज गेंदबाजी में युवा सिमरजीत और लसिथ मलिंगा के जैसे एक्शन वाले एम पथीराना के पास अपनी उपयोगिता साबित करने का मौका होगा । धोनी प्रतिभा को परखने में माहिर है और ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ के नियम का बखूबी इस्तेमाल करना जानते हैं । ऐसे में मिशेल सेंटनेर भी उपयोगी रहेंगे ।
खतरा :
सीएसके के सामने सबसे बड़ी चुनौती उसके खिलाड़ियों का उम्रदराज होना है । ऊंचे स्कोर वाले मैचों में रायुडू और अजिंक्य रहाणे दबाव में आ सकते हैं । इसके अलावा टीम के पास अच्छे भारतीय स्पिनर भी नहीं है । जडेजा टी20 में हाल ही में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं । (भाषा)
-शारदा उगरा
नई दिल्ली, 27 मार्च । रविवार को मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेले गए फ़ाइनल और मुंबई इंडियंस की ख़िताबी जीत के साथ ही भारतीय क्रिकेट की पहली वीमेंस प्रीमियर लीग का समापन हुआ.
31 मार्च से इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हो रही है. ऐसे समय में वीमेंस प्रीमियर लीग के आकलन का यह सबसे अच्छा समय है.
सबसे पहले, महिला क्रिकेट की लोकप्रियता और लोगों की दिलचस्पी और बाज़ार में इसकी जगह को लेकर जितनी भी शंकाएं थीं, वो समाप्त हो चुकी हैं.
रविवार को खेले गए फ़ाइनल मुक़ाबले से पहले प्री मैच शो में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर और अब कमेंटेटर मेलाने जोंस ने ब्रेबोर्न स्टेडियम में लोगों के उत्साह को देखते हुए इसे 'वर्ल्ड कप जैसी अनुभूति' वाला पल बताया.
मुंबई में ही हुए सारे मैच
ये सच है कि वीमेंस प्रीमियर लीग के तीन सप्ताह के दौरान आईपीएल के सभी 22 मैच मुंबई के दो ही मैदानों में खेले गए.
ब्रेबोर्न स्टेडियम और डीवाई पाटिल स्टेडियम में इन मैचों को देखने के लिए भीड़ जुटती रही.
कामकाजी दिनों में 5000 दर्शकों से लेकर 24 मार्च को खेले गए एलिमिनेटर मुक़ाबले के लिए 35 हज़ार दर्शक तक जुटे.
अगर इंडियन प्रीमियर लीग की तरह ही वीमेंस प्रीमियर लीग में सभी टीमों को घरेलू और बाहरी मैदान में खेलने का मौक़ा मिलता तो दूसरे शहरों में भी लोगों की भीड़ जुटती.
मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु की टीमों ने आईपीएल के दौरान बीते 15 सालों में अपनी टीम के लिए स्थानीय फ़ैंस बनाए हैं.
लखनऊ और गुजरात में पुरुष आईपीएल टीम और महिला प्रीमियर लीग टीम के प्रमोटर अलग-अलग हैं, लेकिन इन शहरों में भी महिला क्रिकेट को लोगों का प्यार मिलता.
ऐसा भी नहीं है कि लखनऊ और गुजरात के शहरों के लिए महिला क्रिकेट का आयोजन नई बात होती.
हाल ही में भारत और दक्षिण अफ़्रीका के बीच खेली गई महिला टी-20 और वनडे क्रिकेट सिरीज़ के मैच सूरत, वड़ोदरा और लखनऊ में खेले गए थे.
टीवी पर भी महिला क्रिकेट लीग देखने वालों की संख्या कम नहीं रही.
हालाँकि अभी तक कोई आधिकारिक आँकड़े सामने नहीं आए है और ना ही जियो सिनेमा पर मैच के दौरान हॉटस्टार की तरह देख रहे लोगों की संख्या का पता चलता है.
लेकिन मीडिया राइट्स रखने वाला वायकॉम 18 समूह बहुत ख़ुश है और अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोगों ने लाइव मैच देखा है.
ये सब तो महिला क्रिकेट लीग का व्यावसायिक पहलू है, इससे क्रिकेट को कितना फ़ायदा मिला?
वीमेंस प्रीमियर लीग के आयोजन से भारतीय क्रिकेट फ़ैंस को दुनिया भर की बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ियों का खेल देखने को मिला.
हालाँकि, नीलामी में गुजरात जाएंट्स से हुए विवाद की वजह से वेस्टइंडीज़ की डिएंड्रा डॉटिन, न्यूज़ीलैंड की सूजी बेट्स और ऑस्ट्रेलिया की अलाना किंग जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की उपेक्षा की गई.
वैसे तो भारतीय क्रिकेटरों और विदेशी टीमों की खिलाड़ियों में स्किल्स और फ़िटनेस को लेकर, कोई बहुत अंतर नहीं है, लेकिन इस फ़ॉर्मेट की जानकारी और मैच खेलने के मामले में विदेशी खिलाड़ी थोड़े ज़्यादा अनुभवी हैं.
दस सबसे अहम खिलाड़ियों में भारतीय नहीं
वीमेंस प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करने वाली 10 सबसे वैल्यूएवल प्लेयर की सूची में कोई भारतीय क्रिकेटर शामिल नहीं है.
मुंबई इंडियंस की सायका इशाक इस सूची में 12वें पायदान पर हैं. ऑरेंज कैप लिस्ट (सबसे ज़्यादा रन बनाने वालों की सूची) में केवल दो भारतीय खिलाड़ी जगह बना सकीं, हरमनप्रीत कौर चौथे पायदान पर रहीं, तो शफ़ाली वर्मा नौवें पायदान पर.
वहीं, सबसे ज़्यादा विकेट झटकने वाले क्रिकेटरों की सूची में सायका इशाक पाँचवें पायदान पर रहीं जबकि शिखा पांडेय सातवें पायदान पर.
दुनिया भर की बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच शानदार प्रदर्शन करके उभरने वाली सायका इशाक, निश्चित तौर पर दूसरे युवा क्रिकेटरों के लिए प्रेरणा बन कर उभरी हैं.
हालाँकि, भारत की शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल स्मृति मंधाना, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स, रेणुका ठाकुर और स्नेह राणा उन्हें मिले मौक़ों का फ़ायदा नहीं उठा सकीं.
वहीं, प्लेइंग इलेवन में विदेशी खिलाड़ियों की मौजूदगी से पूजा वस्त्राकर और पूनम यादव जैसी प्रमुख भारतीय खिलाड़ियों को बहुत ज़्यादा मौक़े भी नहीं मिले.
पहले सीज़न की चैंपियन मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने आने वाले दिनों में युवा खिलाड़ियों पर इस लीग के प्रभाव पर कहा, "दो-तीन सालों के बाद हमें इसके नतीजे दिखने लगेंगे. मैं निश्चिंत हूँ कि भारतीय क्रिकेटर भी इसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगी."
महिला क्रिकेट का प्रदर्शन
वीमेंस प्रीमियर लीग में भारतीय खिलाड़ियों और विदेशी खिलाड़ियों के प्रदर्शन में स्पष्ट अंतर दिखने की एक वजह ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की तुलना में भारतीय महिला क्रिकेट का बेहतर स्थिति में नहीं होना भी है.
वैसे तो भारतीय महिला क्रिकेट की ज़िम्मेदारी 2005-06 से भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पास ही है.
लेकिन 2006 से 2014 तक महिला क्रिकेट पर उतना ध्यान नहीं दिया गया. इसका असर खिलाड़ियों की एक पूरी पीढ़ी पर पड़ा यानी 2006 में जो टीनएज प्लेयर थीं, वो 2016 तक खेलती तो रहीं, लेकिन पूरी तरह से प्रोफ़ेशनल नहीं हो सकीं.
इस दौरान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में महिला क्रिकेट काफ़ी प्रोफ़ेशनल अंदाज़ में मज़बूत होता गया.
बहरहाल, वीमेंस प्रीमियर लीग के आयोजन को थोड़े तटस्थ भाव से भी देखा जाना चाहिए.
इंडियन प्रीमियर लीग की 15 साल की कामयाबी के बाद वीमेंस प्रीमियर लीग के शुरुआती सीज़न के आयोजन के लिए महज़ पाँच टीमों और एक शहर के दो मैदानों को सर्वश्रेष्ठ आयोजन नहीं कहा जा सकता.
इसे बस आख़िरी पलों का कारगर जुगाड़ भर कह सकते हैं. ऐसे ही बाउंड्री के आकार को छोटा किया गया. 60 मीटर की बाउंड्री थी.
सबसे छोटी बाउंड्री तो 42-44 मीटर की थी जिसे रूमाल साइज़ भी कह सकते हैं. यह सब किया गया ताकि प्रति मैच ज़्यादा चौके-छक्के देखने को मिलें.
वीमेंस प्रीमियर लीग से ठीक पहले आईसीसी वीमेंस टी-20 लीग के दौरान 65 मीटर की बाउंड्री थी.
ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बिग बैश लीग में 62 मीटर की बाउंड्री होती है जबकि इंग्लैंड के वीमेंस हंड्रेड में 64 मीटर की बाउंड्री. सबसे छोटी बाउंड्री भी 54 मीटर की होती है.
इन दिनों महिला क्रिकेटर 80 मीटर से भी लंबे छक्के लगा रही हैं. स्किल्स और टाइमिंग के लिहाज से भी वे किसी भी बाउंड्री से चौके लगा सकती हैं. इसलिए रूमाल साइज़ की बाउंड्री से खेल को आकर्षक नहीं बनाया जा सकता.
एक सवाल ये भी है कि क्या वीमेंस प्रीमियर लीग में दो और टीमों को शामिल नहीं होना चाहिए था? जैसे कोलकाता नाइटराइडर्स और राजस्थान रॉयल्स की टीमें जो हमेशा से महिला क्रिकेट लीग में दिलचस्पी दिखाती आई हैं.
लंबा हो सकता था आयोजन
एक सवाल ये भी है कि क्या लीग का आयोजन थोड़े और लंबे समय के लिए हो सकता था?
हालाँकि, बीसीसीआई व्यस्त कलैंडर का हवाला देते हुए इस कामयाब आयोजन के लिए अपनी पीठ थपथपा सकती है.
इन सवालों के बावजूद वीमेंस प्रीमियर लीग अपने पहले सीज़न से ही दुनिया की दूसरी क्रिकेट लीग के आयोजन को पीछे छोड़ चुकी है.
इसकी दो सबसे बड़ी वजहें हैं- एक तो भारत में दर्शकों का बहुत बड़ी संख्या है और इसके चलते इसमें पैसे भी हैं.
इस पैसे की वजह से ही वीमेंस प्रीमियर लीग के नियम क़ानून और टीमों की संख्या-स्वामित्व की बात पीछे रह गई है.
पहले सीज़न के दौरान कुछ खिलाड़ियों को जो पैसा ऑफ़र किया गया, वो दुनिया के किसी भी महिला लीग की तुलना में ज़्यादा है.
अमेरिकी वीमेंस एनबीए और अमेरिका और ब्रिटेन की वीमेंस फुटबॉल लीग के मुक़ाबले से भी ज़्यादा पैसा कुछ खिलाड़ियों को मिला है.
खिलाड़ियों को मिलने वाले पैसों के चलते वीमेंस प्रीमियर लीग, भारत का नंबर एक महिला खेल आयोजन बनने जा रहा है. जैसा कि हरमनप्रीत कौर ने कहा कि तीन सप्ताह की इस शुरुआत से कितना कुछ बदलता है, इसका वास्तविक आकलन अगले कुछ सालों में ही संभव होगा. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 27 मार्च मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स पर सात विकेट की जीत से शुरूआती महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की ट्राफी हासिल करने के बाद कहा कि मैच को जीतने के बजाय मुकाबले के महत्वपूर्ण मौकों पर दबदबा बनाने पर ध्यान देना ही उनकी टीम के लिये कारगर रहा।
मुंबई इंडियंस ने बीती रात ब्रैबोर्न स्टेडियम में तीन गेंद रहते 132 रन के लक्ष्य का पीछा कर लिया जिसमें इंग्लैंड की आल राउंडर नैट स्किवर ब्रंट ने नाबाद 60 रन की पारी का अहम योगदान रहा।
डब्ल्यूपीएल की ट्राफी जीतने के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘शुरु से ही हम महत्वपूर्ण मौकों को अपने नाम करने के बारे में बात कर रहे थे। हम ट्राफी पर ध्यान नहीं लगाये थे, हम इन सभी मौकों को जीतने की कोशिश कर रहे थे। हमने सोचा कि अगर हम इन मौकों को जीत लेंगे तो ट्राफी स्वत: ही हमारी झोली में आ जायेगी। ’’
उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से कप्तान के तौर पर ट्राफी जीतने के इस पल का इंतजार कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘‘व्यक्तिगत तौर पर काफी अच्छा महसूस हो रहा है। मैं लंबे समय से इस पल का इंतजार कर रही थी कि मैं कब कप्तान के तौर पर कोई खिताब जीत पाऊंगी। यह महिला क्रिकेट के लिये बहुत महत्वपूर्ण रहा। ’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘कभी कभार हम ऐसा (ट्राफी जीतने के) करने के करीब पहुंचे लेकिन नहीं कर पाये। लेकिन यहां टूर्नामेंट अलग था इसलिये टीम भी अलग थी। हर टीम काफी संतुलित थी और टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया। ’’
रविवार को हरमनप्रीत के रन आउट होने से उनके टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके आउट होने की याद तरोताजा हो गयी लेकिन मुंबई इंडियंस की कप्तान ने कहा कि उनकी टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिये काफी खिलाड़ी मौजूद थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों रन आउट काफी निराशाजनक रहे। मैं पिछले मैच (भारत बनाम आस्ट्रेलिया) में काफी आत्मविश्वास से खेल रही थी क्योंकि हमारे हाथ में काफी विकेट थे। मुझे लगा था कि हम लक्ष्य तक पहुंच जायेंगे। ’’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘‘लेकिन यहां माहौल पूरी तरह अलग था, हमारे पास मध्यक्रम में नैट मौजूद थीं और वह क्रीज पर डट गयी थीं। मैं जानती थी कि कौन गेंदबाजी करने वाला था और किस तरह से। हम मैच खत्म करने के लिए काफी सकारात्मक थे और दो ओवर बचे थे। लेकिन जब मैं आउट हुई तो हमने सोचा कि हमें परिस्थिति के हिसाब से खेलना होगा। ’’
उन्होंने कहा कि गुजरात जायंट्स के खिलाफ एलिमिनेटर खेलने से उनकी टीम को फाइनल के लिये लय हासिल करने में मदद मिली।
हरमनप्रीत ने कहा कि शुरुआती डब्ल्यूपीएल में सभी पांचों टीमों ने अच्छा खेल दिखाया और सभी के लिये खिताब जीतने का मौका था।
दिल्ली कैपिटल्स के कोच जोनाथन बैटी ने लगातार विकेट गंवाने पर निराशा व्यक्त की।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरूआती तीन विकेट गिरना आपके लिये नुकसानदायक हो सकता है। कप्तान मेग लैनिंग और मरिजाने काप के बीच भागीदारी ने हमें वापसी करायी लेकिन फिर हमने विकेट गंवा दिये। इससे चीजें मुश्किल हो गयीं। ’’ (भाषा)
नई दिल्ली, 27 मार्च | भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के फाइनल के दौरान ब्रेबोर्न स्टेडियम में अपनी सर्जरी के बाद पहली बार दिखाई दिए। इस महीने की शुरूआत में न्यूजीलैंड में उनकी पीठ की सर्जरी हुई थी। बुमराह पिछले साल सितंबर से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से बाहर हैं, जब उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच से नाम वापस ले लिया था और बाद में ऑस्ट्रेलिया में पुरुष टी20 विश्व कप से चूक गए थे। वह पिछले साल यूएई में हुए एशिया कप में भी नहीं खेल पाए थे।
उन्होंने इस साल जनवरी में श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला के लिए वापसी का प्रयास किया था। लेकिन गुवाहाटी में एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच से ठीक पहले अपना नाम वापस ले लिया। इसके अलावा, बुमराह आगामी आईपीएल सीजन और जून में विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से भी बाहर हैं।
मुंबई इंडियंस द्वारा रविवार को अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बुमराह को ब्रेबोर्न स्टेडियम में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है।
बुमराह की गैरमौजूदगी में आर्चर, जो चोट के कारण पिछले सीजन में चूक गए थे, मुंबई इंडियंस के आक्रमण की अगुवाई करेंगे।
मुंबई की फ्रेंचाइजी ने आर्चर को पिछले साल आईपीएल की मेगा नीलामी में 8 करोड़ रुपये में खरीदा था।
मुंबई इंडियंस अपने आईपीएल 2023 अभियान की शुरूआत 2 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में करेगी। (आईएएनएस)
मुंबई, 26 मार्च। हार्दिक पंड्या की अगुआई में पिछले साल अपने पदार्पण में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब जीतने की उपलब्धि हासिल कर चुकी गुजरात टाइटन्स आगामी चरण में सभी सही कदम उठाने के प्रदर्शन को दोहराने के लक्ष्य से खेलने उतरेगी।
गुजरात टाइटन्स की टीम सिर्फ आईपीएल 2022 की ट्राफी उठाने वाली सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं बनी बल्कि उसने सभी प्रतिस्पर्धी टीमों में अपनी योजना का बेहतरीन ढंग से कार्यान्वयन किया। टीम ने 14 में से 10 लीग मैच जीते, अंक तालिका में 20 अंक लेकर शीर्ष पर रही।
आईपीएल की खिताबी जीत के बाद पंड्या के कद में इजाफा हुआ जिन्हें भारतीय टीम का टी20 अंतरराष्ट्रीय में स्थायी कप्तान बना दिया और वनडे में जिम्मेदारी दी गयी जबकि उनके युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने भी अपने प्रदर्शन से खुद को इतना स्थापित कर दिया कि तीन में से दो अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों में उनका चयन निश्चित हो गया।
पंड्या और गिल दोनों ने गुजरात टाइटन्स के लिये बल्ले से दमदार प्रदर्शन दिखाया जिसमें दोनों ने क्रमश: 487 और 483 रन बनाये और अपनी टीम के सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी रहे। वहीं मोहम्मद शमी (20 विकेट) और राशिद खान (19 विकेट) गेंद से उनके मुख्य मारक गेंदबाज रहे।
गुजरात टाइटन्स को अपने तेज गेंदबाज लोकी फर्ग्यूसन को जाने देना पड़ा लेकिन उनकी अनुपस्थिति से उनकी गेंदबाजी कमजोर नहीं होगी जिसमें आयरलैंड के तेज गेंदबाज जोश लिटिल, वेस्टइंडीज के अल्जारी जोसफ, शिवम मावी, यश दयाल और कुछ और गेंदबाज शामिल हैं।
मजबूत पक्ष :
खिलाड़ियों के बीच अच्छा तालमेल बनाने के लिये पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा की अगुआई वाले कोचिंग स्टाफ को श्रेय दिया जाना चाहिए, विशेषकर खिलाड़ियों की भूमिका को लेकर स्पष्टता के लिए जो सबसे अहम था।
आगामी सत्र की तैयारी के दौरान टीम के अनियमित सदस्य मावी और आर साई किशोर ने बताया कि पिछले साल टीम के सफल अभियान में सबसे बड़ा कारण यही था कि खिलाड़ी अपनी भूमिकायें जानते थे जिससे उन्होंने रणनीति के अनुसार खेल दिखाया।
शीर्ष पर गिल की विस्फोटक बल्लेबाजी के अलावा गुजरात के पास पंड्या, बी साई सुदर्शन, मैथ्यू वेड, ऋद्धिमान साहा, डेविड मिलर और राहुल तेवतिया के रूप में काफी अच्छे बल्लेबाज मौजूद हैं जो तेज तर्रार खेल दिखा सकते हैं।
केन विलियमसन का टीम में शामिल होना भी टीम के लिये फायदेमंद होगा। साथ ही टीम ने आयरलैंड के टी20 विश्व कप के हैट्रिक गेंदबाज जोश लिटिल और वेस्टइंडीज के ओडियन स्मिथ को भी जोड़ा है। विलियमसन के नाम आईपीएल में 2100 रन हैं और साथ ही उन्हें कप्तानी का भी अनुभव है जो कठिन विकेट पर तीसरे नंबर के बल्लेबाज की भूमिका निभा सकते हैं।
अपनी बल्लेबाजी के लिये मशहूर तेवतिया ने सैयद मुश्ताक अली ट्राफी 2022-23 में गेंद के कौशल का भी प्रदर्शन किया और आठ मैचों में 14 विकेट चटकाये।
कमजोर पक्ष :
कागज पर देखें तो टीम ने पिछले सत्र के कमजोर पक्ष की भरपायी कर ली है। टीम की ‘बेंच स्ट्रेंथ’ इतनी मजबूत नहीं थी, मावी ने दावा किया था कि गुजरात टाइटन्स ने इसक समाधान ढूंढ लिया है।
उदाहरण के तौर पर अगर पंड्या चौथे नंबर पर पारी को संभालने वाले खिलाड़ी थे तो अब उनके पास विलियमसन के रूप में एक और अच्छा विकल्प मौजूद है।
टीम को भले ही फर्ग्यूसन के रूप में एक अदद तेज गेंदबाज और डेथ ओवर में उनकी पैनी गेंदबाजी की कमी खले, लेकिन यह बड़ी चिंता का विषय नहीं होना चाहिए क्योंकि उनके पास अब काफी विकल्प मौजूद हैं। साथ ही यहां पर योजना के अनुसार खेल दिखाना अहम होगा।
अवसर :
पिछले साल जब टीम आईपीएल में पहुंची थी तो ज्यादातर लोगों ने गुजरात टाइटन्स को दावेदार नहीं माना था जिसमें उनके पास एक स्थापित खिलाड़ी तो मौजूद था लेकिन उसे कप्तानी का इतना अनुभव नहीं था। पंड्या आकर्षण का केंद्र नहीं थे और टूर्नामेंट शुरु होने के समय उनकी काबिलियत पर भी सवाल बने हुए थे।
लेकिन गुजरात टाइटन्स धीरे धीरे सबसे संगठित, सुनियोजित, निर्धारित और अनुशासित इकाई के तौर पर सामने आयी। अगर टीम इस साल भी इसी रवैये से मैदान में उतरती है तो उसकी प्रतिद्वंद्वी टीमों को उनसे पार पाने में बड़ी कठिनाईयों का सामना करना होगा।
खतरा :
कोई ऐसा बल्लेबाज है जिसने सभी तीनों प्रारूपों में काफी विकास किया है तो वह गिल ही हैं। अब उन्हें गुजरात की टीम के भविष्य के कप्तान के तौर पर देखा जा रहा है। उनके नाम वनडे में दोहरा शतक है और साथ ही टेस्ट में भी शतक है। वह अपने शिखर पर हैं जिससे वह टीम के सबसे खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं।
पंड्या की कप्तानी प्रेरणादायी है। वह खिलाड़ियों से बराबरी का व्यवहार करते हैं, दोस्त की तरह रहते हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने की काबिलियत रखते हैं जो काफी कुछ उनके मुख्य कोच नेहरा की तरह है।
पंड्या का बल्ले और गेंद से हरफनमौला कौशल फिर से टीम के लिये महत्वपूर्ण होगा।
दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर डेविड मिलर सत्र के पहले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ नहीं खेलेंगे लेकिन दूसरे मैच के बाद से उनके चयन के लिये उपलब्ध होने की उम्मीद है। वह तनावपूर्ण परिस्थितियों में मैच ‘फिनिश’ करने में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं और उनकी उपस्थिति टीम के मध्यक्रम को काफी खतरनाक बना देगी।
साहा को युवा केएस भरत से कुछ प्रतिस्पर्धा मिल सकती है। मध्यक्रम में विलियमसन अहम होंगे। (भाषा)
निहारिका रैना
नई दिल्ली, 26 मार्च | इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 2022 सीजन के भारतीय मैदानों पर लौटने के बाद, 31 मार्च से शुरू होने वाला 2023 सीजन बड़ा और बेहतर होने के लिए तैयार है।
2019 के बाद यह पहली बार होगा जब सभी दस टीमें अपने-अपने घरेलू स्थलों पर खेलेंगी। आईपीएल 2023 भी कोविड-19 महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद अपने सामान्य होम-एंड-अवे प्रारूप में वापसी कर रहा है।
हालांकि महामारी पूरी तरह से दूर नहीं हुई है, कोई बायो-बबल नहीं है क्योंकि टीमें फिर से संगठित होती हैं और क्रिकेट की दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित टी20 ट्रॉफी के लिए जूझने पर अपना ध्यान केंद्रित करती हैं।
होम-एंड-अवे प्रारूप की वापसी का मतलब है कि विभिन्न स्थानों के प्रशंसकों को अपने पसंदीदा भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों को अपने घरेलू शहरों में एक्शन में देखने का अवसर मिल सकता है।
पिछले साल टीमों के लिए कोई हवाई यात्रा नहीं होने का मतलब था कि खिलाड़ियों पर यात्रा का अधिक भार नहीं था। लेकिन इस साल आईपीएल होम-एंड-अवे प्रारूप में वापस जा रहा है, यह खिलाड़ियों और सहायक कर्मचारियों के लिए कार्यभार के मामले में खुद को तरोताजा रखने की चुनौती पेश करता है ताकि तीव्रता में गिरावट न हो।
इसके अलावा, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) एकदिवसीय विश्व कप चयन के मद्देनजर भारतीय खिलाड़ियों के कार्यभार की निगरानी कर रहा है, यह फ्रेंचाइजी के लिए संकेतों का प्रबंधन करते हुए उन खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्राप्त करने के लिए एक नई चुनौती भी प्रस्तुत करता है।
आईपीएल के 2023 सीजन के आसपास उत्साह में और अधिक वृद्धि हुई है, इसमें इम्पैक्ट प्लेयर नियम होगा, जिसे पहली बार 2022 की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लाया गया था। सभी दस टीमों को टॉस समय के दौरान प्लेइंग इलेवन के अलावा पांच स्थानापन्न खिलाड़ियों की पहचान करने की आवश्यकता है, जो भारतीय खिलाड़ी हैं।
टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन का फैसला होगा। नामांकित खिलाड़ियों में से केवल एक खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। यह टीमों पर छोड़ दिया जाता है कि वे मैच में इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल करना चाहती हैं या नहीं।
एक टीम पारी की शुरूआत से पहले या एक ओवर पूरा होने के बाद एक प्रभावशाली खिलाड़ी ला सकती है। बल्लेबाज के मामले में, बदलाव विकेट गिरने या ओवर के दौरान किसी भी समय बल्लेबाज के रिटायर होने पर किया जा सकता है।
इसके अलावा, गेंदबाजी करने वाली टीम विकेट गिरने के दौरान एक इम्पैक्ट प्लेयर भी ला सकती है, लेकिन अगर विकेट मिड-ओवर में गिर गया है तो उसे ओवर में शेष गेंदों को फेंकने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
अन्य दिलचस्प नियमों में शामिल हैं, यदि टीम निर्धारित समय में ओवर फेंकने में विफल रही तो 30 गज के बाहर केवल 4 क्षेत्ररक्षकों को अनुमति दी जाएगी। टीमें अब डीआरएस का उपयोग करके वाइड और नो-बॉल की समीक्षा कर सकती हैं, जैसा कि पहली बार महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के दौरान देखा गया था। विकेटकीपर या क्षेत्ररक्षक के अनुचित मूवमेंट के परिणामस्वरूप डेड बॉल और पांच पेनल्टी रन होंगे।
टीमों के लिए, टूर्नामेंट के दौरान साबित करने के लिए बहुत सारे संकेत होंगे। प्रतियोगिता में सबसे सफल टीम मुंबई इंडियंस का लक्ष्य पिछले साल के अपने निचले स्थान से वापसी करना होगा। कीरोन पोलार्ड एक खिलाड़ी से बल्लेबाजी कोच बन गए हैं, जबकि जोफ्रा आर्चर आगामी सत्र के लिए उपलब्ध हैं।
जसप्रीत बुमराह और झाई रिचर्डसन के नहीं होने से मुंबई की चुनौती संभालने की जिम्मेदारी कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, इशान किशन, तिलक वर्मा, टिम डेविड और कैमरून ग्रीन पर है।
हार्दिक पांड्या ने प्रतियोगिता के अपने पहले आउटिंग में 2022 में गुजरात टाइटंस को ट्रॉफी दिलाई थी। केन विलियमसन, शिवम मावी के साथ-साथ सफेद गेंद के खेल में भारत की कप्तानी करने वाले हार्दिक और शानदार फॉर्म में शुभमन गिल के साथ, टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए बेहतर दिखाई दे रही है।
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह एमएस धोनी को संभावित शानदार विदाई देने का मौका होगा। रवींद्र जडेजा, डेवोन कॉनवे, बेन स्टोक्स, मोइन अली और रुतुराज गायकवाड़ के साथ, धोनी को आगे बढ़कर नेतृत्व करना होगा।
राजस्थान रॉयल्स, जो पिछले साल उपविजेता रही थी, अपने खिलाड़ियों के कोर ग्रुप के साथ अभी भी एक बेहतर प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक होगी। यशस्वी जायसवाल, जोस बटलर, कप्तान संजू सैमसन, देवदत्त पडिकल, शिमरोन हेटमेयर, रियान पराग बल्ले से अहम होंगे।
गेंद के साथ, रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल, कुलदीप सेन, नवदीप सैनी, ओबेड मैककॉय, जेसन होल्डर अहम होंगे, हालांकि प्रसिद्ध कृष्णा उनके रैंक में नहीं है।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में, सभी की निगाहें विराट कोहली पर होंगी, जिन्होंने सितंबर 2022 से फॉर्म पाया है। वह, फाफ डु प्लेसिस, ग्लेन मैक्सवेल, रजत पाटीदार और मोहम्मद सिराज फ्रेंचाइजी के लिए अपनी पहली जीत हासिल करने की कुंजी रखेंगे।
ऐडन मार्करम और ब्रायन लारा के रूप में एक नए कप्तान-कोच की जोड़ी के साथ, गेंदबाजी विभाग में कुछ प्रसिद्ध नामों के अलावा, सनराइजर्स हैदराबाद के पास कागजों पर एक मजबूत बल्लेबाजी क्रम है।
शिखर धवन और ट्रेवर बेलिस के नेतृत्व में पंजाब किंग्स में भी कप्तान और कोच में बदलाव हुआ है। जॉनी बेयरस्टो के न होने के बावजूद, उनके पास अभी भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो अन्य टीमों को कड़ी टक्कर दे सकते हैं, जैसे सैम करेन।
लखनऊ सुपर जायंट्स की कप्तानी करके, जिन्होंने खिलाड़ियों का एक अच्छा समूह इकट्ठा किया है, केएल राहुल अपने नेतृत्व कौशल के साथ-साथ एक सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्ले से कमाल दिखाने के लिए उत्सुक होंगे।
दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए, उन्हें क्रमश: अपने कप्तान-सह-मुख्य खिलाड़ी ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति से छोड़े गए शून्य को कवर करने के तरीकों को देखना होगा।
जबकि पंत निकट भविष्य के लिए अनुपलब्ध हैं क्योंकि उन्होंने पिछले साल एक गंभीर कार दुर्घटना से अपनी चोटों से उबरना जारी रखा है, अय्यर को पीठ के निचले हिस्से में परेशानी है, जिसने आईपीएल 2023 में उनकी भागीदारी पर सवालिया निशान छोड़ दिया है। साथ ही प्रशंसक अपनी सीट की पेटी बांध लें क्योंकि आईपीएल की शुरूआत होने जा रही है।
इन सबसे ऊपर, आईपीएल 2023 टी20 क्रिकेट का एक और रोमांचक सीजन होने का वादा करता है, जिसमें विभिन्न स्थानों, पिचों और नए नियम होंगे। अपनी सीट की पेटी बांध लें, क्योंकि अगले दो महीने आपके लिए निश्चित रूप से रोमांचकारी होने वाले हैं, या तो आप टीवी पर टूर्नामेंट देखें या इसे अपने मोबाइल फोन पर स्ट्रीम करें। (आईएएनएस)
भाव्या चंद
नई दिल्ली, 26 मार्च | जब 31 मार्च से प्रतिष्ठित इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) खिताब के लिए 10 फ्रेंचाइजियों के बीच गौरव की लड़ाई शुरू होगी, तो क्रिकेट प्रशंसकों की आंखें टेलीविजन स्क्रीन पर टिकी रहेंगी।
आकर्षक क्रिकेट लीग के 16वें सीजन की शुरूआत करने के लिए गत चैंपियन गुजरात टाइटंस अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चार बार की विजेता चेन्नई सुपर किंग्स से भिड़ेगी।
जैसे-जैसे कैश-रिच लीग की उलटी गिनती करीब आ रही है, आईएएनएस ने उन शीर्ष पांच बल्लेबाजों पर एक नजर डाली, जो हाल ही में शानदार फॉर्म में हैं और तूफानी अंदाज में मैदान में उतर सकते हैं।
जोस बटलर (राजस्थान रॉयल्स)
तेजतर्रार विकेटकीपर-बल्लेबाज प्रभाव छोड़ने के लिए बेताब होंगे क्योंकि राजस्थान रॉयल्स को दूसरे खिताब के लिए अपनी लम्बी प्रतीक्षा को समाप्त करने को अपने अंतरराष्ट्रीय अनुभव का उपयोग करने की उम्मीद है।
दाएं हाथ के इंग्लिश बल्लेबाज पिछले संस्करण में आरेंज कैप विजेता थे, उन्होंने 17 मैचों में 863 रन बनाए, जिसमें चार शतक और अर्धशतक शामिल थे। पिछले साल उनके शानदार प्रदर्शन के बाद, सभी की निगाहें बटलर पर होंगी कि क्या वह इस साल अपने आक्रामक प्रदर्शन को बरकरार रख सकते हैं और उनके पास बल्ले से पेश करने के लिए और क्या है।
बटलर ने 2020 में आईपीएल में 328 रन बनाए थे। विश्व कप की तैयारियों के लिए इंग्लैंड की टीम में शामिल होने के लिए उन्हें आईपीएल 2019 को बीच में ही छोड़ना पड़ा था, लेकिन उन्होंने अपने आठ मैचों के कार्यकाल के दौरान आईपीएल 2018 के सीजन में 548 रनों के बाद 311 रन बनाए।
टीम के एक वरिष्ठ सदस्य और नीलामी से पहले बनाए गए किसी व्यक्ति के रूप में, बटलर के पास रॉयल्स के लिए अपने आकर्षक स्ट्रोक खेलने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
शुभमन गिल (गुजरात टाइटन्स)
शुभमन गिल, जिन्होंने इस साल की शुरूआत में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टी20 शतक जड़ा था, ने पिछले साल गुजरात टाइटन्स के लिए 483 रन बनाए थे, जिससे टाइटन्स को अपने पहले सीजन में अपना पहला आईपीएल खिताब जीतने में मदद मिली थी। वह राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ फाइनल में 45 रन बनाकर नाबाद रहे।
गिल ने अपने शानदार फॉर्म के लिए अपार प्रशंसा प्राप्त की है और इस साल चार शतक लगाकर सफेद गेंद के क्रिकेट में भारत के सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी जगह पक्की कर ली है।
उनका मौजूदा फॉर्म डिफेंडिंग चैंपियंस के लिए बहुत बड़ा पॉजिटिव होगा, जो पिछले साल अपने डेब्यू सीजन के प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करेंगे। गुजरात स्थित फ्रेंचाइजी उम्मीद कर रही होगी कि 21 वर्षीय बल्लेबाज इस सीजन में टाइटन्स के लिए फिर से खिताब की रक्षा करेगा।
हैरी ब्रूक (सनराइजर्स हैदराबाद)
इंग्लैंड के लिए खेल के सभी प्रारूपों में अपनी वीरता से क्रिकेट की दुनिया में तूफान लाने के बाद हैरी ब्रूक इस साल आईपीएल में डेब्यू करेंगे। 24 वर्षीय ने 2016 के चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद से 13.25 करोड़ रुपए का बड़ा सौदा किया और मध्य क्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।
सीमित ओवरों के क्रिकेट में ब्रूक की संख्या रेड बॉल क्रिकेट जितनी प्रभावशाली नहीं हो सकती है, लेकिन मध्य क्रम में उनकी आक्रामकता उन्हें आगामी आईपीएल में एक बहुचर्चित बल्लेबाज बना देगी।
सितंबर 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद, ब्रुक ने राष्ट्रीय टीम के साथ पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की यात्रा की, जहां उन्होंने 153, 87, 9, 111, 89, 54, और 186 के स्कोर दर्ज किए, जिससे उनकी कुल संख्या 809 हो गई। नौ पारियों में 98.77 की असाधारण स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
वह अपने पहले आईपीएल सीजन में 99 टी20 में 148.32 की स्ट्राइक रेट से 2,432 रन बना चुके हैं। उनका प्रदर्शन इस साल हैदराबाद की सफलता की कुंजी हो सकता है।
शिमरोन हेटमायर (राजस्थान रॉयल्स)
2022 की मेगा नीलामी के दौरान राजस्थान रॉयल्स द्वारा 8.5 करोड़ रुपए की भारी भरकम राशि के लिए जाने जाने वाले वेस्ट इंडीज के बाएं हाथ के बल्लेबाज को राजस्थान रॉयल्स द्वारा लिया गया था और उन्होंने कुछ प्रभावशाली बल्लेबाजी प्रदर्शनों के साथ इसका भुगतान किया था।
हेटमायर ने पिछले सीजन में 44.86 की औसत से 314 रन बनाए, जो रॉयल्स के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। डेथ ओवरों में अपनी छक्के मारने की क्षमता के साथ, हेटमायर ने पिछले सीजन में रॉयल्स की बल्लेबाजी इकाई को एक नई पहचान दी। बल्ले के साथ उनके प्रदर्शन ने रॉयल्स के मध्य क्रम को स्थिर कर दिया। इस सीजन में उनसे उम्मीदें निश्चित रूप से अधिक रहेंगी।
माइकल ब्रेसवेल (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
विल जैक्स के रिप्लेसमेंट के रूप में आए कीवी आलराउंडर, खेल के सबसे छोटे प्रारूप में अपने समृद्ध अनुभव को देखते हुए आरसीबी सेटअप में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।
ब्रेसवेल ने 117 टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें 2,284 रन बनाए हैं, जिसमें नाबाद 141 का उच्चतम स्कोर है। वह एक अच्छे गेंदबाज भी हैं और उन्होंने प्रारूप में 40 विकेट लिए हैं।
32 वर्षीय हाल के भारत दौरे से आत्मविश्वास हासिल करेंगे, जहां उन्होंने जनवरी में पहले वनडे में शानदार शतक (78 गेंदों पर 140 रन) बनाया था। उन्होंने नौ ओवर गेंदबाजी करते हुए तीन मैचों में चार विकेट लेकर भारत के खिलाफ टी20ई श्रृंखला भी समाप्त की। (आईएएनएस)
-दीप्ति पटवर्धन
विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 81 किलोग्राम श्रेणी के फ़ाइनल में भारत की स्वीटी बूरा ने गोल्ड मेडल जीत लिया है.
उन्होंने फ़ाइनल में चीन की वांग लीना को शिकस्त दी है.
उन्होंने शनिवार (25 मार्च) को भारत को दूसरा गोल्ड दिलाया. उनके पहले 48 किलोग्राम भार वर्ग में नीतू घनघस ने भी गोल्ड मेडल जीता. नीतू इस महीने की शुरुआत में घोषित हुए बीबीसी के इंडियन स्पोर्ट्सवुमन ऑफ़ द ईयर पुरस्कार में इमर्जिंग प्लेयर का भी ख़िताब जीत चुकी हैं.
स्वीटी बूरा के संघर्ष की कहानी पढ़िए जो बीबीसी हिन्दी के पन्ने पर पहली बार 23 नवंबर 2022 को छपी थी.
स्वीटी बूरा को बचपन से ही पंच लगाने की आदत थी. स्कूली दिनों में स्वीटी बहुत ज़्यादा नहीं बोलती थीं, लेकिन गुस्सा बात-बात पर आता था.
स्वीटी बूरा ने बीबीसी से बताया, "कोई किसी के साथ ग़लत करता था, तो मैं उसको दे दनादन मारती थी. उसको मार के कचूमर बना देती थी. मेरे हाथ बहुत चलते थे."
स्कूली दिनों में स्वीटी कबड्डी खेला करती थीं लेकिन स्कूल के सहपाठी उन्हें बॉक्सर ही बुलाते थे. तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि एक दिन उनका नाम मुक्केबाज़ी की दुनिया में चमकेगा.
स्वीटी बूरा ने जॉर्डन के अम्मान में आयोजित एएसबीसी एशियन इलीट चैंपियनशिप के लाइट हेवीवैट 81 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीतने का करिश्मा दिखाया है. ख़िताबी मुक़ाबले में उन्होंने कज़ाख़स्तान के गुलसाया येरज़ेहन को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीत लिया.
बूरा ने 2015 में सिल्वर मेडल जीता था, जबकि पिछले साल उन्होंने कांस्य पदक हासिल किया था. पहली बार उन्होंने गोल्ड मेडल जीता.
29 साल की स्वीटी बूरा ने कहा, "मेरे टॉरगेट वाली सूची में तीसरे नंबर पर है. शीर्ष दो लक्ष्य ओलंपिक मेडल जीतना और वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतना है. मैं इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम कर रही हूं."
वैसे स्वीटी बूरा के लिए एशियाई चैंपियनशिप में जीत बेहद अहम है क्योंकि उन्होंने अपने करियर के मुश्किल दौर में इसे जीता है.
2020 के टोक्यो ओलंपिक में भारत ने अपना सबसे बड़ा बॉक्सिंग दल भेजा था, चार महिला सहित नौ मुक्केबाज़ उस दल में शामिल थे लेकिन बूरा को ओलंपिक का टिकट नहीं मिल सका था. इससे बूरा इतनी हताश हुईं कि उन्होंने नौ महीने तक बॉक्सिंग के ग्लव्स नहीं छुए.
इस दौरान जुलाई में बूरा की शादी भारतीय कबड्डी खिलाड़ी दीपक निवास हुड्डा से हुई और एक बार फिर बूरा का ध्यान कबड्डी पर चला गया. वह स्थानीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेने लगीं और राष्ट्रीय खेलों के लिए हरियाणा की राज्य टीम में जगह बनाने के लिए ट्रायल्स में हिस्सा लेने लगीं.
जब बॉक्सिंग पर लगा था ब्रेक
स्वीटी बूरा बताती हैं, "बहुत मुश्किल समय था. लेकिन मुझे लगता है कि इसने मुझे मज़बूत ही बनाया. हो सकता है कि मैं हरियाणा की ओर से कबड्डी के नेशनल्स में खेलती और गोल्ड मेडल भी जीत लेती. लेकिन इससे वह भाव नहीं आता. मुझे महसूस हुआ कि मैं केवल मेडल के लिए बॉक्सिंग नहीं करती थी, बल्कि वह मेरा पैशन था. जब आप यह समझ जाते हैं तो स्थिति का सामना करने में आसानी होती है."
अपने नज़रिए में आए इस बदलाव के बाद बूरा ने अपने खेल पर ध्यान देना शुरू किया और परिणाम से ज़्यादा वह अपने खेल को एनज्वॉय करने लगीं, इस वजह से ही एशियाई चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन शानदार रहा.
बूरा ने बताया, "पहले मैं लक्ष्य निर्धारित करती थी और उसके बाद उसके लिए जुट जाती थी. पर अब मैं बॉक्सिंग करती हूं, अपनी ख़ुशी के लिए."
बूरा का जन्म हरियाणा के हिसार में एक ऐसे परिवार में हुआ जहां खेलकूद को प्रोत्साहित किया जाता था. उनके पिता महेंद्र सिंह वैसे तो किसान थे लेकिन उन्होंने भी नेशनल लेवल तक बॉस्केटबॉल खेला हुआ था. बूरा स्कूली दिनों में कबड्डी खेलती थीं. दसवीं के बोर्ड के समय में जूनियर नेशनल्स टूर्नामेंट आ जाने के चलते उन्होंने यह खेल छोड़ दिया.
बूरा के पिता चाहते थे कि बेटी बीटेक की पढ़ाई लेकिन बूरा खेल कूद में आगे जाना चाहती थीं और इसलिए उन्होंने बॉक्सिंग की ओर रुख़ किया.
बूरा याद करती हैं, "जब पहली बार मैंने बॉक्सिंग ग्लव्स पहना था तब मैंने रेफरी के मुक़ाबला रोके जाने पर जीत हासिल की थी. मैं साई के हिसार सेंटर पर मामा और भाई के साथ 2008 में ट्रायल के लिए गई थी."
बॉक्सिंग स्टार बनने की धमक
"मेरे सामने वाली बॉक्सर छह सात महीने से बॉक्सिंग कर रही थी. जब मैं रिंग में गई तो उसने मार मार कर मेरा मुंह लाल बना दिया था. पहले राउंड के बाद रेस्ट के समय में मेरा भाई बोला, 'दिखा दिए तुझे दिन में तारे.' मुझे इतना गुस्सा आया कि मैं रिंग में वापस गयी. अब मुझे पता है कि उसको अपरकट बोलते हैं पर तब नहीं पता था. मैंने उसको इतना ज़ोर से अपरकट मारा कि वो लड़की उधर ही गिर गई."
तब हिसार के साई सेंटर के कोच को मालूम हो गया कि एक नया स्टार आने वाला है. लंबी और ताक़तवर बूरा ने स्टेट और नेशनल लेवल के टूर्नामेंट में लोगों को प्रभावित किया. बूरा बताती हैं, "मैं ने अखिल भारतीय टूर्नामेंट के सभी स्तर को मिलाकर 24 गोल्ड मेडल जीते हैं."
बूरा तेजी से मुक्केबाज़ी में जगह बना रही थीं लेकिन किसी को उम्मीद नहीं थी कि 2014 के वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल कर लेंगी. कम से कम बूरा और उनके परिवार वालों को तो उम्मीद नहीं थी.
क्योंकि 2014 में घोषणा की गई थी कि जो नेशनल खेल में चैंपियन होगा वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत की ओर से हिस्सा लेगा. तब बूरा टायफड की चपेट में थीं. डॉक्टरों ने कहा था कि बूरा वॉर्मअप मुक़ाबले में ही गिर पड़ेंगी.
बूरा याद करती हैं, "मुझे ड्रिप चढ़ रहा था. मैं इतनी कमजोर थी कि वॉशरुम तक नहीं जा पाती थी. लेकिन मैं नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लेना चाहती थी. डॉक्टरों की सलाह पर परिवार ने मुझे चैंपियनशिप में भेजने से मना कर दिया था. मैं अस्पताल से भागकर, ट्रेन से दिल्ली पहुंच गई थी."
बूरा ने ना केवल नेशनल चैंपियनशिप में हिस्सा लिया बल्कि चैंपियन भी बनीं. चैंपियन बनकर वह 2014 के वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने गईं और सिल्वर मेडल जीत लिया.
बूरा बताती हैं, "वह मेरी सबसे बड़ी जीत रही है."
लेकिन एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है और वह जोश और उत्साह के साथ मार्च, 2023 में होने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा ले पाएंगी. जॉर्डन से स्वर्णिम कामयाबी हासिल कर लौटने के बाद बूरा ने महज एक दिन की छुट्टी ली है और वापस ट्रेनिंग में जुट गई हैं.
बूरा कहती हैं, "मैं दिन में आठ घंटे अभ्यास करती हूं. एशियाई चैंपियनशिप का गोल्ड मेडल शानदार है, लेकिन मैं यहीं नहीं रुक सकती." ज़ाहिर है बूरा के मुक्कों का बरसना अभी जारी रहने वाला है. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 25 मार्च। कप्तान हरमनप्रीत कौर की खराब फॉर्म के बावजूद मुंबई इंडियंस की टीम दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) फाइनल में खिताब जीतने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट के शुरू में तीन अर्धशतक जमाए थे लेकिन वह अपनी इस फॉर्म को बरकरार नहीं रख पाई। उन्होंने यूपी वारियर्स के खिलाफ एलिमिनेटर में केवल 14 रन बनाए। इस मैच में नैट साइवर ब्रंट ने शुरू में मिले जीवनदान का फायदा उठाकर नाबाद 72 रन की पारी खेली और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया।
मुंबई को फाइनल में यदि बड़ा स्कोर खड़ा करना है तो हरमनप्रीत हो अच्छी पारी खेलनी होगी जबकि साइवर ब्रंट को भी अहम योगदान देना होगा।
ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज और दिल्ली की कप्तान मेग लैनिंग मुंबई की कप्तान की लचर फॉर्म का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगी।
दिल्ली कैपिटल्स ने धीरे-धीरे लय हासिल करके मुंबई को अंक तालिका में शीर्ष से हटाया था। उसकी तरफ से बल्लेबाजी में अभी तक लैनिंग और दक्षिण अफ्रीका की ऑलराउंडर मारिजान कैप ने शानदार प्रदर्शन किया है।
इसके बावजूद इन दोनों टीमों में से किसी को भी फाइनल में जीत का प्रबल दावेदार नहीं माना जा सकता है। दोनों टीमों के प्रदर्शन को देखते हुए खिताबी मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है।
लीग चरण में दिल्ली और मुंबई ने एक दूसरे के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की थी। इन दोनों टीमों ने लीग चरण में समान 12 अंक हासिल किए थे लेकिन दिल्ली की टीम बेहतर रन रेट के आधार पर चोटी पर रही।
फाइनल ब्रेबोर्न स्टेडियम पर खेला जाएगा जिसमें मुंबई में अभी तक अपने तीनों मैच जीते हैं। दिल्ली ने इस मैदान पर दो मैच जीते जबकि एक मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा।
मुंबई की तरफ से अभी तक साइवर ब्रंट ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने अभी तक टूर्नामेंट में 272 रन बनाने के अलावा 10 विकेट भी लिए हैं।
मुंबई के पास हेली मैथ्यूज के रूप में एक और उपयोगी ऑलराउंडर है जिन्होंने अभी तक 258 रन बनाने के अलावा 13 विकेट भी लिए हैं। इसके अलावा यास्तिका भाटिया ने बल्लेबाजी में आक्रामक रवैया दिखाया है।
जहां तक मुंबई की गेंदबाजी का सवाल है तो सैका इशाक ने 15 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की है। इसके अलावा उसके पास इसाबेल वोंग (13 विकेट) और अमेलिया केर (12) जैसे उपयोगी गेंदबाज हैं।
दिल्ली की कप्तान लैनिंग पहले डब्ल्यूपीएल का खिताब जीतकर अपने नाम पर एक और ट्रॉफी दर्ज करना चाहेंगी। उनकी अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने हाल में दक्षिण अफ्रीका में रिकॉर्ड पांचवी बार टी20 विश्वकप का खिताब जीता था। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान ने अभी तक डब्ल्यूपीएल में सर्वाधिक 310 रन बनाए हैं।
दिल्ली की तरफ से मारिजान कैप और एलिस कैप्सी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उसे अगर खिताब जीतना है तो उसकी टीम में शामिल भारतीय खिलाड़ियों जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा, शिखा पांडे और राधा यादव को ही अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:
दिल्ली कैपिटल्स : मेग लैनिंग (कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा, एलिस कैप्सी, राधा यादव, शिखा पांडे, मारिजान कैप, टाइटस साधु, लौरा हैरिस, तारा नॉरिस, जसिया अख्तर, मिन्नू मणि, तान्या भाटिया (विकेटकीपर) , पूनम यादव, जेस जोनासेन, स्नेहा दीप्ति, अरुंधति रेड्डी, अपर्णा मंडल।
मुंबई इंडियंस: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), नैट साइवर-ब्रंट, अमेलिया केर, पूजा वस्त्राकर, यस्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हीथर ग्राहम, इसाबेल वोंग, अमनजोत कौर, धारा गुज्जर, सैका इशाक, हेली मैथ्यूज, क्लो ट्राईन, हुमायरा काजी, कोमल जंजाद, प्रियंका बाला, सोनम यादव, नीलम बिष्ट, जिंतमणि कलिता।
मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। (भाषा)
शारजाह, 25 मार्च मोहम्मद नबी के ऑलराउंड खेल के दम पर अफगानिस्तान ने पहले ठी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में पाकिस्तान को छह विकेट से करारी शिकस्त दी।
अफगानिस्तान की यह इस प्रारूप में पाकिस्तान के खिलाफ पहली जीत है।
पाकिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट पर 92 रन ही बना पाई। अफगानिस्तान ने 17.5 ओवर में चार विकेट पर 98 रन बनाकर जीत दर्ज की। नबी ने नाबाद 38 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में तीन चौकों के अलावा विजयी छक्का भी लगाया।
पाकिस्तान ने कप्तान बाबर आजम सहित अपने पांच प्रमुख खिलाड़ियों को विश्राम दिया लेकिन उसका यह फैसला गलत साबित हुआ। उसके केवल चार बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे लेकिन इनमें से कोई भी 20 रन तक भी नहीं पहुंच पाया।
अफगानिस्तान के सभी छह गेंदबाजों ने विकेट लिए। इनमें से मुजीब उर रहमान, नबी और फजलहक फारुकी ने दो-दो विकेट हासिल किये।
छोटे लक्ष्य के सामने अफगानिस्तान की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और एक समय उसका स्कोर चार विकेट पर 45 रन था। नबी और नजीबुल्लाह जादरान (नाबाद 17) ने यहीं से 53 रन की अटूट साझेदारी करके टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया। (एपी)
पेरिस, 25 मार्च काइलियन एम्बाप्पे ने कप्तान के रूप में भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए फ्रांस को यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग मैच में नीदरलैंड पर 4-0 से जोरदार जीत दिलाई।
विश्व कप के फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना से हारने वाले फ्रांस ने बेहतरीन खेल दिखाया। एम्बाप्पे ने दो गोल किए। उन्होंने 21वें और 88वें मिनट में गोल करके फ्रांस की बड़ी जीत सुनिश्चित की।
इससे पहले एंटोनी ग्रीजमैन ने दूसरे मिनट में ही फ्रांस को बढ़त दिला दी थी जबकि दयोट उपामेकानो ने आठवें मिनट में उसे दोगुना कर दिया था।
एम्बाप्पे के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में अब 38 गोल हो गए हैं और वह फ्रांस की तरफ से सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ियों में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं।
इस बीच एक अन्य मैच में बेल्जियम ने रोमेलु लुकाकु की हैट्रिक की मदद से स्वीडन को 3-0 से पराजित किया।
चेक गणराज्य ने पोलैंड को 3-1 से शिकस्त देकर बार्सिलोना के स्ट्राइकर रॉबर्ट लेंवाडोवस्की की टीम को हार का स्वाद चखाया। (एपी)
बेंगलुरू, 25 मार्च इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तैयारियों में जुटे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने कहा कि उनके बाएं पांव की चोट भले ही ठीक हो गई है लेकिन उन्हें पूर्ण फिटनेस हासिल करने में अभी कई महीने लगेंगे।
ऑस्ट्रेलिया का यह खिलाड़ी पिछले साल नवंबर में अपनी टीम के टी20 विश्वकप से जल्दी बाहर होने के बाद अपने दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में दुर्घटनावश चोटिल हो गया था।
मैक्सवेल को इसके बाद ऑपरेशन कराना पड़ा था। उन्होंने हाल में भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में वापसी की और अब वह आईपीएल में खेलने के लिए तैयार हैं।
मैक्सवेल ने आरसीबी के सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में कहा,‘‘ मेरा पांव ठीक है लेकिन मुझे शत-प्रतिशत फिट होने में अभी कई महीने लगेंगे।’’
इस 34 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह आरसीबी की तरफ से आईपीएल में अपनी भूमिका निभाने में सफल रहेंगे।
उन्होंने कहा,‘‘ उम्मीद है कि पूरे टूर्नामेंट के दौरान मेरा पांव ठीक रहेगा और मैं अपनी भूमिका निभाने में सफल रहूंगा।’’ (भाषा)
महिला प्रीमियर लीग 2023 के एलिमिनेटर मुक़ाबले में मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ यूपी वारियर्स ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला लिया है.
दोनों टीमों के बीच यह मुक़ाबला मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जा रहा है.
एलिमिनेटर जीतने वाली टीम फ़ाइनल में पहुंच जाएगी, जहां दिल्ली कैपिटल्स के साथ उसका मुक़ाबला होगा.
बेहतर रन रेट के आधार पर दिल्ली कैपिटल्स की टीम पहले ही फ़ाइनल में पहुंच चुकी है.
लीग मैचों में कौन किस पर भारी?
महिला प्रीमियर लीग के लीग मैचों के दौरान मुंबई और यूपी की टीमें दो बार आपस में भिड़ चुकी हैं.
12 मार्च को खेले गए पहले मुक़ाबले को मुंबई ने 8 विकेट से जीता था.
वहीं 18 मार्च को जब दोनों टीमें दूसरी बार आमने सामने थीं तब यूपी ने 5 विकेट से मुंबई को हराया था. (bbc.com/hindi)
बासेल, 24 मार्च | स्विस ओपन 2023 में भारत के एकल अभियान को दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, पुरुषों की दुनिया के पूर्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत और अन्य शीर्ष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणय के अंतिम 16 से बाहर होने से बड़ा झटका लगा है। मिथुन मंजूनाथ भी प्री-क्वार्टर फाइनल चरण में बाहर हो गए। पुरुषों की युगल जोड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और दूसरी वरीयता प्राप्त चिराग शेट्टी अब भी मैदान में हैं।
सिंधु, गत चैंपियन, इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वारदानी से 21-15, 12-21, 21-18 से राउंड ऑफ 16 के कड़े मुकाबले में हार गईं। सिंधु, जिन्होंने शुरुआती दौर में स्विट्जरलैंड की जेंजीरा स्टैडेलमैन को मात दी थी, गुरुवार को सेंट जैकबशाल में 59 मिनट तक चले मुकाबले में हारकर बाहर हो गईं।
वल्र्ड नंबर 9 और पांचवीं वरीयता प्राप्त एचएस प्रणॉय फ्रांस के गैरवरीय क्रिस्टो पोपोव से 21-8, 21-8 से हार गए। प्रणॉय ने गुरुवार को हारने से पहले पुरुषों के एकल प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए चीन के ऑल इंग्लैंड ओपन फाइनलिस्ट शि यू क्यूई को हराया था।
नवीनतम रैंकिंग में दुनिया के 20 वें नंबर के श्रीकांत हांगकांग के चेउक यिउ ली से 22-20, 21-17 से हार गए। इससे पहले मिथुन मंजूनाथ चीनी ताइपे के चिया हाओ ली से 21-19, 21-19 से हारकर बाहर हो गए।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने चीनी ताइपे की जोड़ी फैंग-चिह ली और फैंग-जेन ली के खिलाफ 21-12, 17-21, 28-26 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
यह जोड़ी इस साल के स्विस ओपन बैडमिंटन टूनार्मेंट में आखिरी भारतीय चुनौती है। (आईएएनएस)
तीन महिला मुक्केबाज़ों के बाद स्वीटी बूरा भी महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई हैं.
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेले जा रहे इस चैंपियनशिप के 81 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की एम्मा सू ग्रीनट्री को हराया.
स्वीटी बूरा भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान दीपक हुड्डा की पत्नी हैं.
इस तरह गुरुवार को भारत की चार महिला मुक्केबाज़ विभिन्न भार वर्गों में अपने अपने सेमीफाइनल मुक़ाबले जीतकर फ़ाइनल में पहुंच गई हैं.
स्वीटी बूरा से पहले नीतू घनघस (48 किलोग्राम), निख़त ज़रीन (50 किलोग्राम) और लवलीना बोरगोहाईं (75 किलोग्राम) ने भी गुरुवार को ही फ़ाइनल का सफ़र तय किया.(bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 23 मार्च । ऑस्ट्रेलिया के हाथों तीन मैचों की वनडे सिरीज़ हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने तीनों मैचों में पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट होने वाले सूर्यप्रकाश यादव का बचाव किया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रोहित शर्मा ने कहा, "उन्होंने सिरीज़ में केवल तीन गेंदें खेली. मुझे नहीं पता कि इस मामले पर कितना ज़ोर देना चाहिए. उन्हें तीन अच्छी गेंदें मिली."
भारतीय कप्तान ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि तीसरे मैच में उन्हें मिली गेंद बेहतरीन थी. उन्होंने ग़लत शॉट चुना. उन्हें शायद आगे बढ़कर खेलना चाहिए था. उन्हें बेहतर पता है."
रोहित शर्मा के अनुसार, "वे स्पिन वाक़ई बहुत अच्छे से खेलते हैं. इसलिए हम चाहते थे कि वे आख़िरी 15-20 ओवरों के दौरान अपना खेल खेलें. लेकिन ये वाक़ई दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने सिरीज़ में केवल तीन ही गेंदें खेला. ऐसा किसी के साथ भी हो सकता है. उनमें संभावना और गुण दोनों हैं."
इससे पहले बुधवार को चेन्नई में खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को भारत ने 21 रन से हरा दिया. इस हार के साथ ही भारत यह सिरीज़ 2-1 से हार गया.
सूर्यकुमार यादव ने जुलाई 2021 में पहला वनडे खेलने के बाद अब तक 23 मैच खेले हैं. इन मैचों में उन्होंने क़रीब 24 की औसत से 433 रन बनाए. (bbc.com/hindi)
बासेल (स्विट्जरलैंड), 23 मार्च | भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, किदाम्बी श्रीकांत और एच एस प्रणय ने स्विस ओपन के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया है जबकि लक्ष्य सेन पहले दौर में हारकर बाहर हो गए।
दो बार की ओलम्पिक चैंपियन और गत विजेता सिंधु ने स्विट्जरलैंड की जंजीरा स्टेडलमैन को बुधवार रात 32 मिनट में 21-9, 21-16 से हराया। उनका अगला मुकाबला इंडोनेशिया की पुत्री कुसुमा वरदानी से होगा।
पुरुष एकल में पूर्व नंबर एक श्रीकांत ने चीन वेंग होंग यांग को कड़े संघर्ष में 21-16, 15-21, 21-18 से पराजित किया। श्रीकांत का दूसरे दौर में चियुक यीयू ली से मुकाबला होगा।
एक अन्य मैच में पांचवीं सीड एच एस प्रणय ने चीन के शी यू की को एक घंटे तक चले मुकाबले में 21-17, 19-21, 21-17 से हराया।
एक अन्य भारतीय मिथुन मंजुनाथ ने हॉलैंड के जोरान क्वीकेल को 21-8, 21-17 से हराया। उनका अगला मुकाबला चीनी ताइपे के चिया हाओ ली से होगा।
हालांकि राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन लक्ष्य सेन को पहले दौर में हांगकांग के चियुक यीयू ली से 18-21, 11-21 से हार का सामना करना पड़ा।
इस बीच मालविका बंसोड़, आकर्षि कश्यप और किरण जॉर्ज को हार का सामना करना पड़ा जबकि एन सिक्की रेड्डी और आरती सारा सुनील पहले दौर में बाहर हो गए। रेड्डी और रोहन कपूर मिश्रित युगल में हार गए।
लेकिन सात्विकसैराज रन्किरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी ने मलेशिया के जिन युआन बून और तिएन सी वोंग को 21-15, 21-18 से हराकर अपनी पदक उम्मीदों को कायम रखा। (आईएएनएस)