सामान्य ज्ञान
दुनिया में कपास के पौधों की लगभग 20 किस्में मिलती हैं, जिनमें से केवल चार किस्मों की खेती की जाती है। रूई के उत्पादन में प्रथम स्थान चीन का है, द्वितीय स्थान रूस और तृतीय स्थान अमरीका का है। इसके अतिरिक्त भारत, पेरू, ब्राजील, मिस्र, पाकिस्तान और कुछ दूसरे उष्ण देश है जिनमें कपास की अच्छी खेती की जाती है। दरअसल कपा की खेती के लिए सूर्य की ऊर्जा बहुत जरूरी है। सूर्य के तेज प्रकाश में ही इसका पौधा अच्छी तरह से पनपता है और इसमें अच्छा कपास आता है। सूर्य जितना अधिक गर्म होता है, रुई के रेशे उतने ही अधिक सफेद और मजबूत होते हंै। यही कारण है कि कपास की खेती पृथ्वी के उष्ण प्रदेशों या उनके पास के स्थानों में की जाती है।
रूई के रेशों का प्रयोग कपड़े, कालीन, चादर, दरी, पट्टिïयां और जिल्दसाजी में किया जाता है। बिनौले को कुचलकर और दबाकर तेल निकाला जा सकता है जिसका उपयोग मारगरिन और मैलोरिन में होता है। यह तेल साबुन बनाने में भी काम आता है। तेल निकालने के बाद जो पदार्थ बचा रहता है उसे बिनौले की खल कहते हैं। यह गाय, भैंस आदि घरेलू जानवरों को खिलाने के काम आता है। इस प्रकार कपास का पौधा हर दृष्टिï से उपयोगी होता है।
E=mc² महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड आइंस्टाइन की देन है। इसी समीकरण पर ऊर्जा, प्रकाश और द्रव्यमान के करीबन सारे सिद्धांत टिके हैं।
27 सितंबर 1905 को अल्फ्रेड आइंस्टाइन ने ये सिद्धांत पेश किया। किसी भी पदार्थ से कितनी ऊर्जा निकल सकती है, खुद से पूछे गए इस सवाल के जवाब में अल्फ्रेड आइंस्टाइन ने कहा, पदार्थ के द्रव्यमान को प्रकाश की गति के वर्ग से गुणा कर दीजिए, पता चल जाएगा कि कितनी ऊर्जा निकलेगी। इस समीकरण ने भौतिक, रसायन और परमाणु विज्ञान में क्रांति कर दी।
आइंस्टाइन ने विज्ञान को सापेक्षता का सिद्धांत भी दिया, इसी से आधुनिक क्वाटंम फिजिक्स खड़ा हुआ। वर्ष 1921 में उन्हें फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट सिद्धांत के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी सिद्धांत की बदौलत आज सभी सेंसर चलते हैं। वर्ष 1933 में आइंस्टाइन दौरे पर अमेरिका गए थे, इसी दौरान जर्मनी में अडोल्फ हिटलर सत्ता में आ गया। इसके चलते आइंस्टाइन वापस लौटे ही नहीं, वो अमेरिका में ही बस गए। आइंस्टाइन को आशंका थी कि नाजी एटम बम बनाने के करीब पहुंच गए हैं। उन्होंने दुनिया भर के नेताओं को परमाणु हथियार के खतरों से वाकिफ भी कराया और कहा कि इंसानियत के खिलाफ इतनी बड़ी भूल न करें। आइंस्टाइन, महात्मा गांधी के बड़े प्रशंसक थे। वर्ष 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद अपने शोक संदेश में आइंस्टाइन ने कहा, आने वाली पीढिय़ां इस बात पर यकीन ही नहीं करेंगी कि कभी इस धरती पर इस तरह का आदमी भी रहा होगा।
1. वीनस के फूलों की डलिया को किस नाम से जाना जाता है?
(अ)ल्यूकोसोलीनिया (ब) साइकॉन (स)यूस्पंजिया (द) यूप्लेक्टेला
2. केंचुआ किसानों को किस प्रकार लाभ पहुंचाता है?
(अ) हानिकारक कीटों को नष्ट करके (ब) हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करके (स) हानिकारक कीटों को नष्ट करके एवं हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करके (द) भूमि को पोली करके
3. कीट की पहचान अन्य जीवधारियों से उसके पास क्या होने से की जा सकती है?
(अ) दो जोड़े पंख (ब) तीन जोड़ी टांगें (स) टे्रकिया (द) उपर्युक्त सभी
4. जीवों के विकास के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा अनुक्रम सही है?
(अ)ऑक्टोपस-डॉल्फिन-शार्क (ब) पैन्गोलिन-कच्छप-बाज (स) सालामैन्डर-अजगर-कंगारू (द) मेंढक-केकड़ा-झींगा
5. अधिकारियों को भूमि अनुदान के माध्यम से भुगतान को मान्यता देने वाली प्रथम कृति थी?
(अ) कौटिल्य का अर्थशास्त्र (ब) मेगस्थनीज की इंडिका (स) मनुस्मृति (द) बाण का हर्षचरित
6. निम्नलिखित में से किस शासक को गंगैकोण्ड उपाधि से सम्मानित किया गया था?
(अ) राजराज प्रथम (ब) राजेंद्र-प्रथम (स) महेंद्रवर्मन-प्रथम (द) कुलोत्तुंग-प्रथम
7. किस चोल शासक ने बर्मा के शासक क्यानजित्ता से स्वर्णपत्तियों पर एक पत्र प्राप्त किया था?
(अ) राजराज प्रथम (ब) राजेंद्र प्रथम (स) कुलोत्तुंग प्रथम (द) राजाधिराज प्रथम
8. मोटरगाड़ी के रेडियेटर को ठंडा करने के लिए पानी का व्यवहार किया जाता है, क्योंकि?
(अ) पानी की विशिष्टï ऊष्मा अधिक होती है (ब) पानी का घनत्व कम होता है (स) पानी सस्ता होता है (द) पानी कम ताप पर मिलता है
9. ठोस से द्रव में पदार्थ के अवस्था परिवर्तन को कहते हैं?
(अ) गलन (ब) वाष्पन (स) क्वथन (द) इनमें से कोई नहीं
10. निम्रलिखित में से किस एक अधिनियम ने बोर्ड ऑफ कंट्रोल का निर्माण किया?
(अ) रेगूलेटिंग एक्ट, 1773 (ब) पिट का भारत अधिनियम, 1784 (स)1813 का अधिनियम (द) 1833 का अधिनियम
11. निम्नलिखित में से किस इतिहासकार ने 1857 के आंदोलन की प्रकृति के विषय में लिखा है कि- यह न तो प्रथम, न राष्टï्रीय और न ही स्वतंत्रता संग्राम था?
(अ) टी.आर. होल्ग्स (ब)आर.सी. मजूमदार (स) एस.बी. चौधरी (द) जी.बी. मैलेसन
12. आप कार में जा रहे हैं, यदि आसमान से बिजली गिरने वाली हो तो सुरक्षित रहने के लिए आप निम्र में से क्या उपाय करेंगे?
(अ) कार की खिड़कियां बंद कर लेंगे (ब) कार की खिड़कियां खोल लेंगे (स) कार से उतरकर नीचे बैठ जाएंगे (द) कार के ऊपर बैठ जाएंगे
13. दूरबीन का आविष्कार किया था?
(अ) गैलीलियो (ब) गुटिनबर्ग (स) एडीसन (द) ग्राह्मï बेल
14. तारे क्यों टिमटिमाते हैं?
(अ) धु्रवण के कारण (ब) परावर्तन के कारण (स) विवर्तन के कारण (द) प्रकीर्णन के कारण
15. लोहे में जंग लगना उदाहरण है?
(अ) ऑक्सीकरण का (ब) अवकरण का (स) बहुलीकरण का (द) जस्तीकरण का
16. लोहा मुख्यत: निम्नलिखित में से किससे प्राप्त होता है?
(अ) लिमोनाइट (ब) मैग्नेटाइट (स) हेमेटाइट (द) सीडेराइट
17. कार्नेलाइट निम्न में से किस धातु का अयस्क है?
(अ) जस्ता (ब) पारा (स) सिल्वर (द) मैग्रीशियम
18. निम्नलिखित में से किसने साहस के साथ वैदिक यज्ञीय परंपरा का समर्थन किया और संन्यास के सिद्घांत का विरोध किया?
(अ) कुमारिल (ब) रामानुज (स) गौडपाद (द) यामुनाचार्य
19. पुत्रहीन व्यक्ति के मरने पर याज्ञवल्क्य अपनी उत्तराधिकार की व्यवस्था में किसे प्रथम स्थान पर रखते हैं?
(अ) पत्नी (ब) पुत्रियां (स) पिता-माता (द) भाई
20. जब गर्म पानी को मोटे कांच के गिलास के ऊपर छिडक़ा जाता है, तो वह टूट जाता है, क्योंकि?
(अ) अचानक की गिलास विस्तारित हो जाता है (ब) अचानक ही गिलास संकुचित हो जाता है (स) जल वाष्पित हो जाता है (द) गिलास रासायनिक रूप से जल के साथ प्रतिकृत होता है
21. बोलोमीटर एक यंत्र है, जो मापता है?
(अ) ऊष्मीय चालकता (ब) ऊष्मीय विकिरण (स) ध्वनि की तीव्रता (द) विशिष्ट ऊष्मा
22. देश की वह सबसे कम उम्र की चित्रकार कौन हैं, जिन्हें 1934 में एशिया का सर्वोच्च चित्रकला जगत का सम्मान ग्रैण्ड सैलान प्रदान किया गया था?
(अ) अमृता शेरगिल (ब) अरुंधती सहगल (स) लक्ष्मी देवी (द) सोनालिका बर्वे
23. प्राथमिक घाटे का क्या मतलब है?
(अ) राजकोषीय घाटा जमा ब्याज भुगतान (ब) राजकोषीय घाटा ऋण ब्याज भुगतान (स) सकल प्राप्तियां ऋण सकल व्यय (द) इनमें से कोई नहीं
24. जिस कर का दबाव और भार एक ही व्यक्ति पर पड़े, उसे क्या कहा जाता है?
(अ)प्रत्यक्ष कर (ब)अप्रत्यक्ष कर (स)बहुकर(द)प्रगतिशील कर
25. निम्नलिखित से कौन सी भारतीय मूल की फसल नहीं है?
(अ) चावल (ब) गेहूं (स) मक्का (द) आम
26. कोझीकोड़ बंदरगाह भारत के किस राज्य में स्थित है?
(अ) केरल में (ब) उड़ीसा में (स) तमिलनाडु में (द) गुजरात में
27. मौद्रिक गुणक निम्र में से किसका अनुपात है?
(अ) अर्थव्यवस्था में मुद्रा की मात्रा एवं मुद्रा का आधार (ब) मुद्रा की मात्रा एवं कुल जमा का (स) मुद्रा की मात्रा एवं प्रारंभिक जमा का (द) मुद्रा की मात्रा एवं बैंक कोष का
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सही जवाब-1.(द) यूप्लेक्टेला, 2.(द)भूमि को पोली करके, 3.(ब) तीन जोड़ी टांगें, 4.(स) सालामैन्डर-अजगर-कंगारू, 5.(स) मनुस्मृति, 6.(ब) राजेंद्र-प्रथम, 7.(स) कुलोत्तुंग प्रथम,8.(अ) पानी की विशिष्टï ऊष्मा अधिक होती है, 9.(अ) गलन, 10.(ब) पिट का भारत अधिनियम,1784,11.(ब)आर.सी. मजूमदार, 12.(अ) कार की खिड़कियां बंद कर लेंगे, 13.(अ) गैलीलियो, 14.(अ)धु्रवण के कारण, 15.(द)जस्तीकरण का, 16.(स) हेमेटाइट, 17.(द) मैग्रीशियम, 18.(अ) कुमारिल, 19.(अ) पत्नी, 20.(अ) अचानक की गिलास विस्तारित हो जाता है, 21.(ब)ऊष्मीय विकिरण, 22.(अ)अमृता शेरगिल, 23.(ब)राजकोषीय घाटा ऋण ब्याज भुगतान, 24.(अ) प्रत्यक्ष कर, 25.(स)मक्का, 26.(अ)केरल में, 27.(द) मुद्रा की मात्रा एवं बैंक कोष का।
-Sanjay Srivastava
देश के इंकलाबी क्रांतिकारी भगत सिंह का आज जन्मदिन है. वह पंजाब के बंगा में 27 सितंबर 1907 के दिन पैदा हुए थे, जो फैसलाबाद जिले में है. हालांकि आजादी के बाद ये इलाका पाकिस्तान के पास चला गया. भगत सिंह बचपन से ही अलग तेवरों के थे. उन्होंने किशोरवय में ही अपनी राह चुन ली थी. उन्होंने अपने दिमाग में ये बिठा लिया था, उनके रास्ते अब देश के लिए ही होंगे. एक युवक के तौर पर उन्होंने तेजी से अपनी पहचान बनाई. बाद में लाहौर षडयंत्र के तहत अंग्रेजों ने उन्हें केवल 23 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ा दिया. ये 23 मार्च 1931 का मनहूस दिन था, जब लाहौर सेंट्रल जेल में वो भारत मां की आजादी के लिए सूली पर लटक गए.
इसके हफ्तेभर बाद ही कराची में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ. जब अधिवेशन का दिन 29 मार्च तय किया गया तो किसी को अंदाज तक नहीं था कि इस दिन से 06 दिन पहले भगत सिंह को फांसी होगी. साथ में राजगुरु और सुखदेव को भी. उस अधिवेशन में अध्यक्ष चुने गए सरदार वल्लभ भाई पटेल ने हर बार की नए अध्यक्ष का जुलूस नहीं निकाला गया. गांधीजी भी जहां गए, उनसे केवल इसी बारे में पूछा गया.
देश को अंदाज था कि गांधी- इर्विन समझौते और भारत सरकार और कांग्रेस सरकार के बीच समझौते के बाद भगत सिंह समेत तीनों क्रांतिकारियों की जिंदगियां बख्श दी जाएंगीं. गांधीजी उस समय लोकप्रियता के चरम पर थे. कांग्रेस के उस अधिवेशन में आए हुए युवकों में निराशा फैली हुई थी. ज्यादातर ने काली पट्टियां बांध रखीं थीं. वो जानना चाहते थे कि कांग्रेस ने तीनों शहीदों को बचाने के लिए क्या किया. वो मान रहे थे कि गांधीजी की कोशिशें काफी नहीं थीं.
उनका ये भी मानना था कि अगर गांधीजी इर्विन के साथ समझौते को भंग करने की धमकी देते तो अंग्रेज निश्चित तौर पर फांसी को उम्रकैद में बदल देते.
सुभाष बोस ने क्या कहा था गांधी से
तब सुभाष चंद्र बोस ने गांधीजी से कहा था कि यदि जरूरत पड़े तो भगत सिंह और अन्य साथियों के सवाल पर उन्हें वायसराय से समझौता तोड़ लेना चाहिए, क्योंकि फांसी समझौते की भावना के खिलाफ है. हालांकि ये कहने के साथ बोस ये भी मानते थे कि गांधीजी ने अपनी ओर से पूरी कोशिश की.
गांधीजी ने कहा-मैने भरपूर कोशिश की
कुलदीप नैयर की किताब ‘द मार्टिर भगत सिंह एक्सपेरिमेंट इन रिवोल्यूशन’ में लिखा है कि गांधीजी के सचिव महादेव देसाई ने बताया कि गांधीजी ने कहा है, ” मैने अपनी ओर से हरसंभव जोर डालने की कोशिश की. मैने वायसराय को एक निजी पत्र भेजा, जिसमें मैने अपने हृदय और मस्तिष्क को पूरी तरह उड़ेल दिया, मगर ये सब बेकार गया. इंसानी दिमाग की पूरी भावना और संवेदना के साथ जो कुछ किया जा सकता था, किया गया–न केवल मेरे द्वारा बल्कि पूज्य पंडित मालवीय जी और डॉ. सप्रू ने भी बहुत प्रयास किया.”
काम नहीं आईं कांग्रेसियों की सफाई
अधिवेशन के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने अपनी ओर से बहुत सफाइयां देने की कोशिश की लेकिन लोगों के गुस्से पर उसका कोई असर नहीं पड़ा. ये भी कहा गया कि इर्विन तो तीनों की फांसी रद्दकर आजीवन कारावास में बदलने पर मान भी गए थे लेकिन वरिष्ठ अंग्रेज आईसीएस अधिकारियों ने जब सामूहिक इस्तीफा देने की धमकी दी तो वायसराय को अपने वचन से पीछे हटना पड़ा.
युवकों से कहा-भगत सिंह के रास्ते पर नहीं जाएं
हालत ये भी कि जब कांग्रेस के अधिवेशन में नए अध्यक्ष पटेल भाषण दे रहे थे तब पंडाल के बाहर भगत सिंह अमर रहें, इंकलाब जिंदाबाद के नारे लग रहे थे . इस मौके पर गांधीजी का बयान फिर जारी किया गया, “भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी दी गई. वे अमर शहीद हो गए. उनकी मृत्यु बहुत से लोगों के लिए निजी क्षति की तरह है. मैं इन युवकों की स्मृति को नमन करता हूं. परंतु मैं देश के नवयुवकों को इस बात की चेतावनी देता हूं कि उनके पथ का अनुसरण नहीं करें. हमें अपनी ऊर्जा, आत्मोसर्ग की भावना, अपने श्रम और अपने अदम्य साहस का इस्तेमाल उनकी भांति नहीं करना चाहिए. इस देश की स्वतंत्रता रक्तपात से जरिए नहीं प्राप्त होनी चाहिए.”
अंग्रेज सरकार को लताड़ा
अपने इस बयान के साथ गांधी जी ने ब्रिटिश हुक्मरानों और अफसरों को भी इसके लिए लताड़ा. उन्होंने कहा , “संधि की शर्तों के अनुसार उनका ये कर्तव्य था कि उनकी फांसी कुछ समय के लिए स्थगित कर देते. अपने इस काम से उन्होंने संधि पर बहुत बड़ा आघात किया है. और ये भी साबित किया है कि वो अभी भी जनता की भावनाओं को कुचलना चाहते हैं. “
उनके बयान में ये भी कहा गया कि “हालांकि हम इन बहादुर युवकों के साहस की तारीफ करते हैं लेकिन उनके कामों का समर्थन नहीं कर सकते. उन्हें फांसी पर लटकाकर सरकार ने क्रूर स्वभाव का प्रदर्शन किया है. उसने फिर जनमत की उपेक्षा कर सत्ता के मद का सबूत दिया है. इस फांसी से निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि सरकार जनता को सत्ता में किसी तरह की वास्तविक साझीदारी नहीं देना चाहती. सरकार को बेशक इन युवकों को फांसी देने का अधिकार था..लेकिन अगर कोई व्यक्ति हर मौके पर अपने प्रत्येक अधिकार का इस्तेमाल करने लगे तो आखिर में वो नष्ट हो जाएगा. यदि इस मौके पर सरकार अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं करती तो उसकी प्रशंसा होती और शांति बनाए रखने में काफी मदद मिलती.”
युवाओं के गुस्से पर क्या थी उनकी प्रतिक्रिया
कांग्रेस अधिवेशन के पहले कराची में प्रेस से साक्षात्कार में गांधीजी ने कहा, “मैं भगत सिंह और उनके साथियों के मृत्युदंड को निरस्त कराने में नाकाम रहा. इसलिए युवावर्ग ने मुझे अपने क्रोध का निशाना बनाया. मैं इसके लिए भी तैयार था. वो मेरे खिलाफ बुरी तरह भड़के हुए थे. इसके बाद भी उन्होंने अपने क्रोध का प्रदर्शन काफी सौजन्यपूर्ण तरीके से किया. वो मुझे शारीरिक चोट भी पहुंचा सकते थे और दूसरे कई तरीकों का इस्तेमाल से मेरा अपमान कर सकते थे लेकिन उन्होंने सिर्फ मुझे काले कपड़े में बंधे फूल देने का निश्चय किया, जो शायद इन तीनों देशभक्तों की अस्थियों के प्रतीक थे. वो ये फूल भी मुझ पर दूर से बरसा या फेंक सकते थे लेकिन उन्होंने इन्हें मेरे हाथों में देने का फैसला किया. हां वो गांधीवाद हाय हाय और महात्मा गांधी वापस जाओ के नारे जरूर लगाते रहे.”
गांधी ने कहा, “युवक समझने की कोशिश करेंगे कि मेरा और उनका लक्ष्य एक ही है. सिर्फ मेरा रास्ता उनसे अलग है. मुझे जरा भी संदेह नहीं है कि वक्त के साथ उन्हें अपनी गलती का अहसास होगा. वैसे भगत सिंह की बहादुरी और त्याग के आगे किसी का भी सिर झुक जाएगा लेकिन मैं एक ज्यादा बड़ी बहादुरी की उम्मीद करता हूं-और ऐसा करते हुए मेरा इरादा अपने युवा मित्रों को कतई भड़काने का नहीं है-एक ऐसी बहादुरी जो किसी दूसरे को नुकसान पहुंचाने की बजाए बिना सूली पर चढ़ने को तैयार हो.”
पत्रकारों के गांधीजी से दो सवाल
इसके बाद पत्रकारों ने गांधी से दो सवाल पूछे-
पहला सवाल – क्या भगत सिंह और उनके साथियों को फांसी के बाद समझौते के प्रति उनका दृष्टिकोण बदल जाएगा
दूसरा सवाल- क्या हजारों की हत्या करने वाली सरकार को क्षमा करना राजनीतिक दृष्टि से वो ठीक समझते हैं
पहले सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, मेरी व्यक्तिगत स्थिति अब भी यही है, हालांकि ये बहुत भड़का देने वाली घटना है लेकिन मुझे स्वीकार करना होगा कि इन सजाओं को रोकना समझौते की शर्तों में शामिल नहीं था. इसलिए समझौते से बाहर का कोई भी कृत्य मुझे मेरे तय किए गए रास्ते से नहीं भटका सकता.
दूसरे सवाल के जवाब में गांधी जी का कहना था, मेरे सामने एक भी ऐसा उदाहरण नहीं है, जहां क्षमदान किसी राजनीतिक उद्देश्य से जुड़ा होता है.
क्या किया नेहरू ने
कांग्रेस की उस बैठक में गांधी विरोधी हवा इतनी तेज थी कि नेहरू जी ने उसे महूसस करते हुए गांधी को विश्व अहिंसा का महानतम पुजारी घोषित कर दिया. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा, हमारा रास्ता भगत सिंह का रास्ता नहीं है. हमने हमेशा कहा है कि हम हथियारों के बल पर देश को आजाद नहीं करा सकते. केवल गांधीजी के रास्ते पर चलकर ही आजादी ले सकते हैं. अगर हमने अहिंसा का रास्ता छोड़ दिया तो आने वाले कई सालों तक आजादी का मुंह नहीं देख पाएंगे.
भगत सिंह के पिता भी वहां थे मौजूद
इस अधिवेशन में भगत सिंह के पिता किशन सिंह भी मौजूद थे. उन्होंने भगत सिंह के शब्दों को याद करते हुए कहा- तुम परेशान नहीं हो, मुझे फांसी लगने दो, यही ठीक है. हमें फांसी लगी तो एक हफ्ते में ही स्वराज मिल जाएगा.
भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) अक्टूबर 1966 में अस्तित्व में आया और इसने देश में पर्यटन के उत्तरोतर विकास, संवर्धन और विस्तार में प्रमुख भूमिका निभाई है। व्यापक रूप से निगम के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं- होटलों का निर्माण, वर्तमान होटलों का अधिग्रहण और प्रबंध तथा होटलों, तट-विहारों, ट्रैवल्र्स लॉज/रैस्त्रां का विपणन, परिवहन, मनोरंजन, खरीदारी और सम्मेलन सेवाएं प्रदान करना। पर्यटक प्रचार सामग्री की प्रस्तुति एवं वितरण, भारत तथा विदेश में परामर्श एवं प्रबंधन सेवाएं प्रदान करना। संपूर्ण मनी चेंजर्स (एफएफएमसी), प्रतिबंधित मनी चेंजर्स आदि के रूप में व्यवसाय करना तथा पर्यटन विकास और इंजीनियरिंग उद्योग की आवश्यकताओं के लिए नवीन एवं विश्वसनीय सेवाएं देना।
निगम पर्यटकों के लिए होटल तथा रैस्त्रां चला रहा है और साथ ही परिवहन सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस समय भारत पर्यटन विकास निगम के नेटवर्क में अशोक होटल समूह के आठ होटल, पांच संयुक्त उद्यम होटल, एक रैस्त्रां , 11 परिवहन इकाई, एक पर्यटक सेवा केंद्र, विमानपत्तनों एवं समुद्रपत्तनों पर नौ शुल्क-मुक्त दुकानें और दो ध्वनि एवं प्रकाश प्रदर्शन शामिल हैं। इसके अलावा निगम की ओर से भरतपुर में एक होटल और कोसी में एक रैस्त्रांं का प्रबंध भी किया जा रहा है। निगम इसके अतिरिक्त वैस्टर्न कोड, विज्ञान भवन, हैदराबाद हाऊस और शास्त्री भवन, नई दिल्ली में नेशनल मीडिया प्रेस सेंटर में खान-पान सेवाओं का प्रबंध भी कर रहा है।
विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है। विश्व में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1980 से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व पर्यटन दिवस आयोजित करने की शुरुआत 27 सितंबर को की थी, तब से आज तक निरंतर विश्व पर्यटन दिवस सभी विश्व के संगठन के देश मनाते चले आ रहे हैं।
विश्व पर्यटन दिवस के लिए 27 सितंबर का दिन चुना गया क्योंकि इसी दिन 1970 में विश्व पर्यटन संगठन का संविधान स्वीकार किया गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल विश्व पर्यटन दिवस की विषय-वस्तु तय करती है। विश्व पर्यटन दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य पर्यटन और उसके सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्यों के प्रति विश्व समुदाय को जागरूक करना है। विश्व पर्यटन दिवस का मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना और पर्यटन के द्वारा अपने देश की आय को बढ़ाना है। विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर एक राष्ट्र को मेज़बान राष्ट्र्र घोषित किया जाता है जो कि जीवोग्राफिकल आर्डर पर होता है। विश्व पर्यटन दिवस का मेज़बान 2006 में यूरो, 2007 में दक्षिण एशिया, 2008 में अमेरिका और 2009 में अफ्रीका को बनाया गया था। इस तरह पूरे विश्व के देशों में पर्यटन को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जिनमें सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक कार्यक्रम शामिल हैं।
मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट यानी मीमू या मेमू कोच, रेलगाडिय़ां हैं, जो गैर उपनगरीय क्षेत्रों में बहुत लोकप्रिय हैं। इन गाडिय़ों आमतौर पर काम के लिए बड़े शहरों के लिए आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे शहरों से बदलना करने के लिए स्थानीय यात्रियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है.
मीमू कोच की ढोने की क्षमता काफी अधिक होती है। आजीविका के लिए दैनिक यात्रा करने वालों के लिए मीमू परिवहन का एक बेहतर और किफायती साधन है। मीमू परम्परागत रेलगाडिय़ों की तुलना में तेजी से त्वरित और मंद होती हैं। इनसे ऊर्जा की खपत में 30 प्रतिशत की बचत हो जाती है। इन ट्रेनों में अधिक से अधिक यात्री सुविधा होती है। वर्तमान में मेमू कोच सिर्फ रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला में है। नए मीमू रेल कोच कारखाने की नींव राजस्थान में भीलवाड़ा में 22 सितंबर 2013 को रखी गई। केंद्र में शासन कर रही संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस कारखाने की आधारशिला रखी। बाड़मेर का मीमू कारखाना भारतीय रेल मंत्रालय, राजस्थान तथा सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख उपक्रम भारत हेवी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (भेल) की संयुक्त पहल है। बाड़मेर में मीमू कारखाने का पूरा व्यय भेल द्वारा वहन किया जाना है।
अनुमानत: 800 करोड़ रुपये की लागत वाली इस मीमू परियोजना के लिए आवश्यक मंजूरी वर्ष 2013-14 के रेल बजट में की गई थी। कारखाने की स्थापना को लेकर 25 फरवरी 2013 को रेल मंत्रालय तथा भेल के मध्य सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसके अतिरिक्त भारतीय रेल मंत्रालय ने राजस्थान सरकार के साथ 21 सितंबर 2013 को कारखाने हेतु 518 एकड़ का नि:शुल्क उपलब्ध कराने हेतु हस्ताक्षर किए गए। बाड़मेर में मीमू कारखाने की स्थापना का उद्देश्य रेलवे के लिए मीमू कोच की उपलब्धता को बढ़ाना तथा स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार मुहैया कराना है। बाड़मेर को अब मीमू कोच के उत्पादन हेतु भी जाना जाएगा, हालांकि इस क्षेत्र को पहले से टेक्सटाइल सिटी के तौर पर जाना जाता है।
टेलीविजन की ताकत और लोकतंत्र के नए प्रयोग के लिहाज से 26 सितंबर का दिन काफी अहम है। इसी दिन वर्ष 1960 को पहली बार अमेरिका में राष्ट्रपति पद के दो उम्मीदवारों के बीच टेलीविजन पर सीधी बहस हुई। आज 13 देशों में ऐसी बहस होती है।
टीवी बहस यह तय करने में मदद देती है कि देश के लिए योग्य कौन है। जॉन एफ केनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच हुई इस पहली बहस को अमेरिका में सात करोड़ लोगों ने देखा। पहली और उसके बाद हुई तीन और बहसों में युवा केनेडी भारी पड़े। टीवी के जरिए केनेडी को ऐसी कामयाबी मिली कि उन्होंने उपराष्ट्रपति निक्सन जैसे अनुभवी नेता को हरा दिया।
केनेडी टीवी की ताकत को भांप चुके थे, वो हर मौके पर इसका इस्तेमाल करने लगे। उन्होंने दुनिया भर के नेताओं को भी टीवी के जरिए संवाद करना सिखाया। हालांकि केनेडी का कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं चला। जनवरी 1961 में पद संभालने वाले केनेडी की 1963 में सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। आज दुनिया भर के नेता टीवी के जरिए जनता से संवाद करते हैं। अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, मेक्सिको, केन्या, आयरलैंड, माल्टा, नीदरलैंड्स और न्यूजीलैंड में तो संसदीय चुनावों से पहले मुख्य उम्मीदवारों के बीच बाकायदा टीवी पर बहस की पंरपरा है। नेता आर्थिक, समाजिक, नैतिक और विदेश नीति पर अपना दृष्टिकोण जनता के सामने रखते हैं। जनता इस बहस के जरिए तय करती है कि कौन सा नेता देश को बेहतर प्रतिनिधित्व करेगा।
अल्पसंख्यक मामलों का मंत्रालय का गठन 29 जनवरी 2006 को किया गया, इसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों की आकांक्षाओं को पूरा करना है।
इसके साथ ही उन्हें विकास के पथ पर शामिल करना है। अल्पसंख्यक मामले के मंत्रालय को यह अधिकार प्राप्त है कि वह अधिसूचित अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें और अल्पसंख्यक समुदायों के लाभ के लिए नीति, योजना, समन्वय, मूल्यांकन, नियामक ढांचे की समीक्षा और विकास कार्यक्रमों की रूप-रेखा तैयार करे। अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए मंत्रालय ने संरचना विकास, शैक्षिक अधिकारिता, आर्थिक आधिकारिता, महिला सशक्तिकरण और वक्फ विकास जैसी कई कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन किया है। इस समय इस विभाग के मंत्री के. रहमान खान हैं।
भारतीय पर्यटन विभाग ने सितंबर 2002 में अतुल्य भारत नाम से एक नया अभियान शुरू किया था। इस अभियान का उद्देश्य भारतीय पर्यटन को वैश्विक मंच पर बढ़ावा करना था। सरकार और एक्सपीरियेंस इंडिया सोसायटी ने शुरुआती चरण के पहले तीन माह का खर्च वहन किया था। यह संस्था ट्रैवेल एजेंट्स से जुड़ी हुई है। इस अभियान के तहत हिमालय, वन्य जीव, योग और आयुर्वेद पर अंतर्राष्ट्रीय समूह का ध्यान खींचा गया। देश के पर्यटन क्षेत्र के लिए इस अभियान से संभावनाओं के नए द्वार खुले हैं।
देश की पर्यटन क्षमता को विश्व के समक्ष प्रस्तुत करने वाला अपने किस्म का यह पहला प्रयास था। पर्यटन के क्षेत्र में विकास इसके पहले राज्य सरकारों के अधीन हुआ करता था। राज्यों में समन्वय के स्तर पर भी बहुत थोड़े प्रयास दिखते थे। देश के द्वार विदेशी सैलानियों के लिए खोलने का काम यदि सही और सटीक विपणन ने किया तो हवाई अड्डों से पर्यटन स्थलों के सीधे जुड़ाव ने पर्यटन क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज सैलानी पर्यटन के लिहाज़ से सुदूर स्थलों की सैर भी आसानी से कर सकते हैं। निजी क्षेत्रों की विमान कंपनियों को देश में उड़ान भरने की इजाज़त ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
1. मेरिनो भेड़ की ऊन किस प्रकार की होती है?
(अ) मध्यम (ब) अच्छी (स) बहुत अच्छी (द) घटिया
2. मेरिनो भेड़ की ऊन की उपज संसार की कुल ऊन की उपज का कितने प्रतिशत है?
(अ) 10 प्रतिशत (ब) 20 प्रतिशत (स) 30 प्रतिशत (द) 40 प्रतिशत
3. संसार की सबसे लंबे कानों वाली भेड़ की नस्ल का नाम क्या है?
(अ) लोही (ब) हिसारडेल (स) बीकानेरी (द) काठियावाड़ी
4. केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान किस स्थान पर है?
(अ) मखदूम फरह, मथुरा में (ब) बिचपुरी, आगरा में (स) इज्जत नगर, बरेली में (द) मंझरा, लखीराम खीरी में
5. गाय के दूध की अपेक्षा बकरी के दूध में क्या गुण होता है?
(अ) लौह लवण बिल्कुल नहीं होता (ब) लौह लवण बहुत कम होता है (स) लौह लवण कम होता है (द) लौह लवण अधिक होता है
6. राज्य सहकारी बैंक ऋण वितरण हेतु सर्वाधिक धन प्राप्त करते हैं?
(अ) राज्य सरकार से (ब) केंद्र सरकार से (स) रिजर्व बैंक से (द) जीवन बीमा निगम से
7. किसानों द्वारा खाद, बीज और पानी के लिए जो पैसा विभिन्न संस्थाओं से लिया जाता है, उसे कहते हैं?
(अ) अल्पकालीन ऋण (ब) मध्यकालीन ऋण (स) दीर्घकालीन ऋण (द) इनमें से कोई नहीं
8. भारतीय खाद्य निगम की स्थापना कब की गई?
(अ) जनवरी, 1964 (ब) जनवरी, 1966 (स) जनवरी, 1965 (द) जनवरी 1955
9. भारत की कृषि की आधारशिला का श्रेय किस स्कूल को जाता है?
(अ) परंपरावादी स्कूल (ब) प्रकृतिवादी स्कूल (स) ऑस्ट्रिन स्कूल (द) जर्मन ऐतिहासिक स्कूल
10. मनुष्य आर्द्रता में परेशानी अनुभव करता है, इसका निम्न में से उपयुक्त कारण क्या है?
(अ) अधिक पसीना आना (ब) कम पसीना आना (स) पसीना का आद्र्रता के कारण वाष्पित नहीं होना (द) इनमें से कोई नहीं
11. थर्मस फ्लास्क के ऊष्मा का क्षय रोका जा सकता है?
(अ) संवहन से (ब) विकिरण से (स) चालन से (द) चालन, संवहन व विकिरण से
12. डायनमो का कार्य सिद्घांत निम्नलिखित में से किससे संबंधित है?
(अ) यह ध्वनि ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है (ब) यह विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है (स) यह विद्युत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करता है (द) यह यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है
13. विद्युत मोटर निम्न सिद्घांत के अनुसार कार्य करती है?
(अ) फैराडे के नियम (ब) लेंज का नियम (स) ओम का नियम (द) फ्लेमिंग का नियम
14. 1882 में इंडियन एजूकेशन कमीशन की अध्यक्षता किसने की थी?
(अ) मैकाले (ब) सेडलर (स) डब्ल्यू.डब्ल्यू. हंटर (द) इनमें से कोई नहीं
15. बम्बई में सेवा सदन की स्थापना किसने की थी?
(अ) बहरामजी मालाबारी (ब) शिवनारायण अग्निहोत्री (स) आर.जी. भंडारकर (द) वी. के. जयकर
16. गुप्तकाल में भूमि आलेखों को सुरक्षित रखने के लिए उत्तरदायी पदाधिकारी को जाना जाता था?
(अ) धु्रवाधिकरण (ब)करणिक (स) समाहर्ता (द) शौल्किक
17. प्राकृत गं्रथ गउडवहो में किसके कार्यों का वर्णन है?
(अ) भास्करवर्मन (ब) ईशानवर्मन (स) शशांक (द) यशोवर्मन
18. निम्नलिखित में से किस यूरोपवासी ने सर्वप्रथम भारत आकर अपने देश के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित किया था?
(अ) डच, हॉलैण्डवासी (ब) ब्रिटिश (स) पुर्तगाली (द) फ्रांसीसी
19. निम्नलिखित में से चोल साम्राज्य के प्रशासनिक विभागों का सही अवरोही क्रम कौन सा है?
(अ) मंडलम्, वलनाडु, कुर्रम् (ब) मंडलम्, नाडु, कोट्टम् (स) कुर्रम्, नाडु, कोट्टम् (द) नाडु, कुर्रम्, तनियूर
20. चोल ग्राम शासन पद्घति के अंतर्गत निम्नलिखित में से कौन सी साधारण ग्रामों की सभा थी?
(अ) नाडु (ब) सभा (स) उर (द) महासभा
21. ह्विïटले आयोग का संबंध था?
(अ) श्रम (ब) शिक्षा (स) सार्वजनिक स्वास्थ्य (द) सिविल सेवा का पुनर्गठन
22. चाल्र्स नेपियर किसके स्थान पर सिंध के ब्रिटिश रेजीडेंट बने?
(अ) एलेक्जेंडर बर्नियर (ब) जेम्स आउट्रम (स) सर जॉन कार्ने (द) सर आयर कूट
23. निम्न में से किसके द्वारा सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण होता है?
(अ) मोटरगाड़ी (ब) रेलवे इंजन (स) पॉप म्यूजिक (द) हवाई जहाज का उड़ान भरना
24. भूरा कोयला के नाम से जाना जाता है?
(अ) पीट (ब) लिग्नाइट (स) बिटुमिनस (द) एन्थ्रासाइट
25. वह ताप जिस पर बर्फ, पानी और वाष्प संतुलन में रहता है, कहा जाता है?
(अ) हिमांक (ब) क्वथनांक (स) क्रांतिक ताप (द) त्रिक बिंदु
26. ऊंची पहाडिय़ों पर हिमपात होने का कारण क्या है?
(अ) ऊंची पहाडिय़ों पर कुछ गैस जल वाष्प को जमा कर देती है (ब) बादल पहाडिय़ों पर धरती के निकट होते हैं, अत: जलवाष्प जमकर बर्फ बन जाते हैं (स) ऊंची पहाडिय़ों पर तापमान हिमांक से कम होता है, अत: जलवाष्प जमकर बर्फ बन जाती है (द) इनमें से कोई नहीं
27. निम्नलिखित में से ऋणात्मक आवेश होता है?
(अ) अल्फा किरण (ब) बीटा किरण (स) गामा किरण (द) एक्स किरण
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सही जवाब-1.(स) बहुत अच्छी, 2.(द) 40 प्रतिशत, 3.(अ) लोही, 4.(अ) मखदूम फरह, मथुरा में, 5.(द)लौह लवण अधिक होता है, 6.(स) रिजर्व बैंक से, 7.(अ)अल्पकालीन ऋण, 8.(स) जनवरी, 1965, 9.(ब) प्रकृतिवादी स्कूल, 10.(स) पसीना का आद्र्रता के कारण वाष्पित नहीं होना, 11.(द)चालन, संवहन व विकिरण से, 12.(द)यह यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है, 13.(अ) फैराडे के नियम, 14.(स)डब्ल्यू.डब्ल्यू. हंटर, 15.(अ) बहरामजी मालाबारी, 16.(अ) धु्रवाधिकरण, 17.(द) यशोवर्मन, 18.(स) पुर्तगाली, 19.(स) कुर्रम्, नाडु, कोट्टम्, 20.(स)उर, 21.(अ)श्रम, 22.(ब)जेम्स आउट्रम, 23.(द) हवाई जहाज का उड़ान भरना, 24.(ब) लिग्नाइट, 25.(द) त्रिक बिंदु, 26.(स) ऊंची पहाडिय़ों पर तापमान हिमांक से कम होता है, अत: जलवाष्प जमकर बर्फ बन जाती है, 27.(ब) बीटा किरण।
क्या आप जानते हैं कि शेर (Sher ki Mausi) की ‘मौसी’ किसे कहा जाता है? चलिए हम आपको इस सवाल का जवाब देते हैं. बिल्ली को शेर की मौसी (Mausi) कहते हैं. यूं तो इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है मगर कुछ पुरानी काल्पनिक कहानियों से बिल्ली को शेर की मौसी कहने का प्रचलन शुरू हुआ. कहानी ने शेर (Lion) अपने नवजात बच्चे को बिल्ली के पास हुनर सीखने के लिए भेजता है. बिल्ली सारे गुण सिखाती है बस पेड़ पर चढ़ने का गुण नहीं सिखाती और इसी तरह शेर से बिल्ली की जान बच पाती है. इसलिए बिल्ली को चालाक मौसी कहते हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि शेर की ही तरह सांप की भी ‘मौसी’ होती है?
जी हां, आपने सही पढ़ा, सांप की भी ‘मौसी’होती है. हम बात कर रहे हैं सांप जैसे ही दिखने वाले एक जीव बभनी की. अंग्रेजी में स्किंक के नाम से फेसम ये जीव सरीसृप यानी रेप्टाइल होते हैं. जैसे बिल्लियों को शेर की ‘मौसी’ कहे जाने के पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है, वैसे ही बभनी को भी सांप की मौसी कहने के पीछे कोई वैज्ञानिक पहलु नहीं है. ऐसा इन्हें सिर्फ सांपों जैसे लुक के चलते कहा जाता है. दिखने में ये सांप और छिपकली की ही तरह होते हैं मगर इनके पास छोटे पैर भी होते हैं जो सांपों के पास नहीं हैं, यही एक चीज इन्हें सांपों की मौसी का दर्जा देती है. इनकी चमड़ी सांपों की तुलना में काफी चमकीली और सॉफ्ट होती है. बभनी मैदानों, घरों में आसानी से दिख जाती हैं मगर ये किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती हैं. आपको बता दें कि ये जीव सांपों की तरह जहरीला नहीं होता है और काफी शर्मीला होता है इसलिए छिपकलियों के मुकाबले इन्हें छुपकर रहना पसंद है.
भारत में मौजूद हैं बभनी की 62 प्रजातियां
साल 2020 में जूओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने भारत में बभनियों की प्रजाति की पहचान करने का जिम्मा उठाया. ZSI के अनुसार वैज्ञानिकों ने भारत में बभनी की 62 प्रजातियों का पता लगाया. इनमें से 57 फीसदी यानी करीब 33 प्रजातियां ऐसी हैं जो सिर्फ भारत में ही पाई जाती हैं. पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से ये रिपोर्ट पिछले साल रिलीज की गई थी. भारत में ये पहली बार था जब स्किंक की प्रजाति पर कोई रिपोर्ट आई थी.
बिना नर के भी पैदा कर सकती है बच्चे!
बभनी से जुड़ी एक सबसे रोचक बात ये है कि इसे बच्चे पैदा करने के लिए नर की जरूरत नहीं पड़ती है. कनाडा की मैक्वायर यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में ये पाया गया कि मादा बभनी अपने शरीर में नर के साथ प्रजनन के बाद स्पर्म जमा कर लेती है. इसी जमा किए हुए स्पर्म के जरिए वो एक साल से भी ज्यादा वक्त के बाद बिना नर के साथ प्रजनन के बच्चे पैदा कर सकती है. ये रिसर्च जर्नल ऑफ हेरिडिटी में छपी थी. डलहाउजी यूनिवर्सिटी के डिपार्मेंट ऑफ बायोलॉजी की डॉ. जुलिया रीले ने बताया कि अपने पेयर के बाहर अगर कोई मादा बभनी प्रजनन करती है तो उसका पार्टनर उसे हमेशा के लिए छोड़ सकता है. इसी वजह से मादा बभनी किसी दूसरे नर के साथ संबंध नहीं बनाती है. यही वजह है कि वो अपने अंदर स्टोर किए हुए स्पर्म की मदद से बिना नर के भी बच्चे पैदा कर सकती है.
25 सितंबर 1992 को अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 1,018 किलोग्राम का एक रोबोट मार्स ऑब्जर्वर स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में भेजा। इसका नाम मार्स जियोसाइंस क्लाइमेटोलॉजी ऑरबिटर था। इस रोबोट का उद्देश्य था मंगल ग्रह की सतह, वातावरण, मौसम और चुंबकीय क्षेत्र का पता लगाना। यान मंगल की कक्षा में पहुंचता उससे तीन दिन पहले, 21 अगस्त 1993 को नियंत्रण केंद्र का संपर्क यान से टूट गया। इसके बाद इससे कोई संपर्क नहीं बन सका। वर्ष 1984 में फिर सोलर सिस्टम एक्सप्लोरेशन कमेटी ने उच्च प्राथमिकता वाला मार्स मिशन बनाया।
इस अंतरिक्ष यान को मंगल ग्रह के एक साल यानी 687 दिन तक इस ग्रह को देखना था। एक साल से थोड़े कम में यह अंतरिक्ष यान मंगल पर पहुंच गया था। इसके बाद 2012 में मार्स रोवर नाम का मशहूर अंतरिक्ष यान मंगल पर पहुंचा, जिसने इस लाल ग्रह के बारे में बहुत जानकारी और तस्वीरें धरती पर भेजीं।
वैसे तो सोचा गया था कि ऑपर्चुनिटी रोवर मंगल पर एक किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय नहीं करेगा, लेकिन दस साल पहले भेजे गए इस रोवर ने अब तक मंगल ग्रह की ऊपरी सतह पर 40 किलोमीटर की दूरी तय कर ली है जो कि एक रिकॉर्ड है। ऑपर्चुनिटी ने इसी के साथ 1973 के रूसी रोवर लूनोखोद 2 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लूनोखोद 2 ने चांद पर पांच महीने के अंदर 39 किलोमीटर की यात्रा की थी। ऑपर्चुनिटी का जुड़वां रोबोट स्पिरिट 2010 में ही बंद पड़ गया था, लेकिन ये रोवर चलता ही जा रहा है। सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी बाकी है और वह 42.2 किलोमीटर की दूरी तय करके मैराथन घाटी पहुंच जाएगा। इस बिंदू को नासा के वैज्ञानिकों ने मैराथन घाटी नाम दिया है। 2012 अगस्त से यह भी मंगल के चक्कर लगा रहा है। छह अगस्त 2014 को क्यूरियोसिटी ने मंगल पर अपनी दूसरी सालगिरह मनाई।
वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि क्यूरियोसिटी मंगल से जो पत्थर इक_े करेगा वो वहां पर पानी की उपलब्धता के बारे में बता सकेंगे। क्यूरियोसिटी के कारण उड़ी धूल का भी विश्लेषण किया जाएगा। वैज्ञानिकों को मंगल पर सल्फर, नाइट्रोजन, फॉस्फरस और कार्बन मिले जो जीवन की उत्पत्ति में अहम भूमिका निभाते हैं। 900 किलोग्राम का ये रोवर सौर ऊर्जा और रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर से चलती है। इसकी बैटरी रेडियोएक्टिव पदार्थों से ऊर्जा बनाती है। क्यूरियोसिटी का लक्ष्य वैसे तो पूरा हो गया है लेकिन वह काम किए जा रहा है। शायद किसी दिन उसे रास्ते में ऑपर्चुनिटी मिल जाए और दोनों साथ साथ मंगल का चक्कर लगाएं। क्यूरियोसिटी सिर्फ आसपास की तस्वीरें नहीं लेता, वह खुद की भी बहुत तस्वीरें लेता है और धरती पर भेजता है।
सी स्नैक साउथ ईस्ट एशिया और नॉर्थन ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है। यह सांप इस संसार का सबसे ज़हरीला सांप है। इसके ज़हर की कुछ मिलीग्राम बूंदे ही एक हजार इंसानों की मौत के लिए पर्याप्त है। हालांकि समुद्र में पाए जाने के कारण यह इंसानों के लिए इतना खतरनाक नहीं है। केवल मछुआरे ही मछली पकड़ते वक्त कभी कभार इसका शिकार होते हैं। यह अधिकतर मौकों पर इंसानों को काटने से बचता है।
सितंबर 2015 के चौथे सप्ताह में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने राष्ट्रीय कूटलेखन मसौदा नीति जारी कर दिया। इस नीति का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों, व्यापारों एवं नागरिकों के बीच साइबर स्पेस में अधिक सुरक्षित संचार एवं वित्तीय लेन–देन के लिए कूटलेखन प्रौद्योगिकियों और उत्पादों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है।
इस मसौदा नीति का प्रारूप सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 84 ए और धारा 69, जो कूटलेखन और विकोडन के तरीकों की व्यवस्था के बारे में है, के तहत बनाया गया है।
राष्ट्रीय कूटलेखन नीति का उद्देश्य साइबर स्पेस में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण सूचना प्रणालियों और नेटवर्क समेत लोगों, व्यापारों, सरकार के लिए सुरक्षित सूचना माहौल और लेनेदेन को सक्षम बनाना है। उभरते वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था के समकालिक होना, सुरक्षा सुनिश्ति करने और डाटा की गोपनीयता हेतु कूटलेखन के उपयोग को प्रोत्साहित करना और सरकार समेत सभी लोगों द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर का व्यापक उपयोग, इसके उद्देश्य हैं।
यह सभी केंद्रीय और राज्य सरकार के विभागों, सांविधिक संगठनों, कार्यकारी निकायों, व्यापारों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, अकादमिक संस्थानों, सरकारी कर्मचारियों और नागरिकों पर लागू है। यह इसके तहत कवर किए जाने वाली एजेंसियों और व्यक्तियों के बीच भंडारण एवं संचार के कूटलेखन के उपयोग को प्रोत्साहित करता है। नीति के तहत केंद्र और राज्य सरकार के विभागों के अलावा सभी संगठनों और नागरिकों को लेन-देन की तारीख से 90 दिनों तक टेक्स्ट सूचना को रखना चाहिए और कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा मांगे जाने पर इन्हें दिखाना चाहिए।
नेशनल गांधी म्युजिय़म नई दिल्ली में स्थित है। इस संग्रहालय में आप महात्मा गांधी के बचपन से लेकर आखिर तक की करीब 300 दिलचस्प तस्वीरें भी देखने को मिलेंगी , तो गांधीजी की आवाज भी आप यहां सुन सकते हैं।
यह म्युजिय़म पांच गैलरी को समेटता है। पहली गैलरी में देश के हर कोने से चरखे रखे गए हैं तो फोटो गैलरी में मौजूद ढेरों तस्वीरें उनकी जिंदगी की पूरी कहानी कहती हैं। उनकी किताबें , कलम , चश्मा और छड़ी भी आप यहां देख सकते हैं। स्मृति गैलरी में गांधीजी की शव यात्रा की तस्वीरें , आखिरी वक्त में इस्तेमाल किए गए उनके कपड़े रखे गए हैं तो महाबलिदान गैलरी में उनकी महाबलिदान गैलरी यहां उनकी अस्थियों का कलश , मौत के वक्त उनके खून से सने कपड़े और उन्हें लगी तीन गोलियों में से एक को यहां रखा गया है। वहीं , गांधी के पांच आश्रमों की तस्वीरें कला और आश्रम गैलरी में है। उनके आश्रम में पालन किए जाने वाले 11 व्रतों की जानकारी भी आपको यहां मिलेगी।
साबरमती आश्रम में गांधीजी के निवास हृदय कुंज की प्रतिकृति यहां बनाई गई है। आश्रम में जहां गांधीजी बैठते और काम करते थे , उनके लिखने की मेज , कलम , चश्मा , चरखा वगैरह चरखा आपको वैसे ही रखे नजर आएंगे , जैसे आश्रम में रहते थे। इस म्युजिय़म में शनिवार और रविवार को गांधीजी और उनके संघर्षों से जुड़ी फिल्में दिखाई जाती हैं। ये फिल्में अंग्रेजी और हिंदी में हैं। साथ ही , यहां की लाइब्रेरी में 40 हजार से ज्यादा किताबें हैं। गांधीजी के संपादित साप्ताहिक समाचारपत्र भी आपको यहां देखने को मिल जाएंगे।
ओमेगा-3 फैट्स कुछ मछलियों में पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। विशेषत: सेलमैन, मैकेरेल, सैरडाइन आदि मछलियों में। इन मछलियों को फैटीफिश भी कहते हैं।
नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने ओमेगा-3 फैट्स पर व्यापक अनुसंधान किया। इस शोध के अनुसार, आमेगा-3 फैट्स मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभप्रद है। जो लोग महीने में दो या तीन बार फैटीफिश का सेवन करते हैं , वे ऐसा न करने वालों की तुलना में अधिक चुस्त-दुरुस्त रहते हैं। शोध के अनुसार ओमेगा-3 फैट्स व्यक्ति के मूड को अच्छा रखने में सहायक है। यह व्यक्ति की मानसिक सजगता को भी बढ़ाता है। इसके सेवन से स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा मन में क्रोध और नकारात्मक विचार कम आते हैं। शोध में पाया गया कि ओमेगा-3 फैट्स के पोषक तत्व मस्तिष्क की कोशिकाओं पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ते हैं।
1. भारत के अजय जयराम ने 20 सितंबर 2015 को विक्टर कोरिया ओपन 2015 के बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग में कौन सा पदक जीता?
(अ) स्वर्ण पदक (ब) रजत पदक (स) कांस्य पदक (द) कोई पदक नहीं
2. विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के चुनाव खर्च की नई सीमा कितनी निर्धारित की गई है?
(अ) 25 लाख (ब) 26 लाख (स) 27 लाख (द) 28 लाख
3. लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार के लिए खर्च की नई सीमा क्या तय की गई है?
(अ) 50 लाख (ब) 60 लाख (स) 70लाख (द) 80 लाख
4. निम्नलिखित में से किस पशु को राजस्थान में विरासत का दर्जा दिया जाता है?
(अ) घोड़ा (ब) चिंकारा (स) ऊंट (द) गाय
5. एकदिवसीय अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट मैच में पॉवर प्ले कौन साइड होता है?
(अ) केवल बैटिंग साइड (ब) केवल बॉलिंग साइड (स) बैटिंग एवं बॉलिंग दोनों साइड (द) अम्पायर की इच्छानुसार
6. चांद पर उतरने वाला दूसरा आदमी कौन था?
(अ) एवी जॉन (ब)नामर्स सेज (स) ब$ज एल्ड्रिन (द) एन्ड्रू सेविज
7. भारत में सर्वाधिक शुद्घ सिंचित क्षेत्र पाया जाता है?
(अ) हरियाणा में (ब)मध्यप्रदेश में (स)उत्तरप्रदेश में (द) पंजाब में
8. स्थलीय और समुद्री समीर किन क्षेत्रों में प्रचण्ड स्तर पर चलता है?
(अ) भूमध्यवर्ती क्षेत्रों में (ब) धु्रवीय क्षेत्रों में (स) मानसूनी क्षेत्रों में (द) सहारा क्षेत्रों में
9. विली-विली किस प्रकार के तूफान हैं?
(अ) धु्रवीय (ब) शीतोष्ण कटिबंधीय (स) समशीतोष्ण कटिबंधीय (द) उष्ण कटिबंधीय
10. चंद्रमाओं की संख्या, जो बृहस्पति के पास हैं, होती है?
(अ) 0 (ब) 16 (स) 11 (द) 5
11. भारत में अनुसूचित जनजातियों की सर्वाधिक जनसंख्या किस राज्य में पाई जाती है?
(अ) झारखंड (ब) मध्यप्रदेश (स) ओडिशा (द) छत्तीसगढ़
12. पृथ्वी की उत्पत्ति से संबंधित संघट्टन परिकल्पना संशोधित रूप है?
(अ) ग्रहाणु परिकल्पना का (ब) द्वैतारक परिकल्पना का (स) ज्वारीय परिकल्पना का (द) सुपरनोवा परिकल्पना का
13. निम्नलिखित दक्षिण एशियाई देशों में किसका जनसंख्या घनत्व सर्वाधिक है?
(अ) श्रीलंका (ब) भारत (स) नेपाल (द) पाकिस्तान
14. क्रिकेट टीम में एक तरह कितने खिलाड़ी होते हैं?
(अ) नौ (ब) दस (स) ग्यारह (द) बारह
15. ग्रीनपार्क स्टेडियम कहां स्थित है?
(अ) कोलकाता (ब) मुंबई (स) कानपुर (द) लखनऊ
16. प्राकृतिक प्रदेशों में से कौन सा एक विश्व के ब्रेड बास्केट के रूप में जाना जाता है?
(अ) स्टेपी प्रदेश (ब) भूमध्यसागरीय प्रदेश (स) मानसून प्रदेश (द) भूमध्यसागरीय प्रदेश
17. तांबा का शत्रु तत्व निम्नलिखित में से कौन सा है?
(अ) गंधक (ब) कार्बन (स) नाइट्रोजन (द) हाइड्रोजन
18. फोटोग्राफी में उपयोगी तत्व है?
(अ) सिल्वर नाइट्रेट (ब) सिल्वर ब्रोमाइड (स) सल्फ्यूरिक अम्ल (द) साइट्रिक अम्ल
19. सामान्य ट्यूब लाइट में कौन सी गैस भरी रहती है?
(अ) ऑर्गन के साथ सोडियम वेपर (ब) नियॉन के साथ सोडियम वेपर (स) ऑर्गन के साथ मरकरी वेपर (द) नियॉन के साथ मरकरी वेपर
20. निम्नलिखित में से किन तिथियों को सूर्य की किरणें विषुवत् रेखा पर सीधी पड़ती है?
(अ) वर्ष भर (ब) 21 मार्च (स) 23 सितंबर (द) 21 मार्च तथा 23 सितंबर
21. अलेग्जेण्ड्रिया समुद्रपत्तन किस देश में स्थित है?
(अ) मिस्र का (ब) इजराइल का (स) जोर्डन का (द) लीबिया का
22. रॉकी पर्वत श्रेणी के पूर्वी ढालों पर उतरने वाली हवा को संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में कहा जाता है?
(अ) सिरोको (ब) चिनूक (स) खमसिन (द) हरिकेन
23. वायुमंडल के निम्नलिखित में से किस परत में जलवाष्प का सर्वाधिक संकेंद्रण पाया जाता है?
(अ) आयन मंडल (ब) मध्य मंडल (स) समताप मंडल (द) क्षोभ मंडल
24. वायुमंडल में निम्नलिखित में से कौन सा मेघ सर्वाधिक ऊंचाई पर पाया जाता है?
(अ) पक्षाभ कपासी (ब) पक्षाभ (स) स्तरी (द) कपासी
25. वनस्पति घी के निर्माण में निम्नलिखित में से कौन सी गैस प्रयुक्त होती है?
(अ) नाइट्रोजन (ब) कार्बन डाइऑक्साइड (स) हाइड्रोजन (द) नियॉन
26. ग्रामीण क्षेत्रों में जल का कीटाणुनाशन किया जाता है?
(अ) सोडियम क्लोराइड द्वारा (ब) क्लोरीन द्वारा (स) पोटैशियम परमैंगनेट द्वारा (द) सोडियम सल्फेट द्वारा
27. संसार के निम्नलिखित में से किस देश में संरक्षित भूमि का सर्वोत्तम तंत्र है?
(अ) चीन (ब) कोस्टा रीका (स) भारत (द) स्विट्जरलैंड
28. मानव प्रजातियों के वितरण से संबंधित पेटी एवं संस्तर सिद्घांत को प्रतिपादित किया था?
(अ) ए.सी.हैडन ने (ब) ए.एल. क्रोबर ने (स) हर्बर्ट रिजली ने (द) ग्रिफिथ टेलर ने
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सही जवाब-1.(ब) रजत पदक, 2.(द) 28 लाख, 3.(स) 70लाख, 4.(स) ऊंट, 5.(अ) केवल बैटिंग साइड, 6.(स) ब$ज एल्ड्रिन, 7.(स) उत्तरप्रदेश में, 8.(अ) भूमध्यवर्ती क्षेत्रों में, 9.(द) उष्ण कटिबंधीय, 10.(ब) 16, 11.(ब) मध्यप्रदेश में, 12.(अ)ग्रहाणु परिकल्पना का, 13.(ब)भारत, 14.(स) ग्यारह, 15.(स)कानपुर, 16.(अ)स्टेपी प्रदेश, 17.(अ)गंधक, 18.(ब)सिल्वर ब्रोमाइड, 19.(स)ऑर्गन के साथ मरकरी वेपर, 20.(द) 21 मार्च तथा 23 सितंबर, 21.(अ) मिस्र का,22.(ब) चिनूक, 23.(द) क्षोभ मंडल, 24.(ब) पक्षाभ, 25.(स)हाइड्रोजन, 26.(ब) क्लोरीन द्वारा, 27.(द) स्विट्जरलैंड, 28.(द) ग्रिफिथ टेलर ने।
लारीस्सा नेपच्युन का पांचवा ज्ञात चन्द्रमा है। इसकी कक्षा है-73 हजार 600 किमी नेपच्युन से और व्यास है193 किमी(208 & 178)। पौराणिक कथाओं के अनुसार लारीस्सा पेलासगस की पुत्री का नाम है। वैज्ञानिक रूप से इसकी खोज 1989 में वायेजर 2 ने की थी। इसकी खोज का श्रेय हेराल्ड को जाता है।
उत्तर रेलवे सबसे अधिक रूट किलोमीटर वाला रेलवे है । जम्मू एवं कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तरांचल, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और केन्द्र शासित प्रदेश चण्डीगढ़ में फैला उत्तर रेलवे अपनी कार्यशैली का विस्तार शेष भारत पर करता रहता है । औपचारिक रूप से 1952 में गठित यह रेलवे हाल ही में भारतीय रेलवे के 16 जोनों में पुर्नगठित होने के बावजूद भी सबसे अधिक रूट किलोमीटर वाला रेलवे है । पहले के 1104.43 रूट किलोमीटर से अब 6807.90 रूट किलोमीटर रह जाने वाले इस रेलवे में अब पांच मण्डल अम्बाला, दिल्ली, फिरोजपुर, लखनऊ और मुरादाबाद हैं ।
वर्तमान में रेलवे द्वारा सेवित औद्योगिक क्षेत्र निम्नानुसार हैं-
* सीमेण्ट प्लाण्ट गुजरात-अम्बूजा सीमेण्ट लिमिटेड, रोपड़, अम्बाला (अम्बाला मण्डल के कीरतपुर स्टेशन के माध्यम से)
* पीओएल प्लाण्टस इंडियन ऑयल कम्पनी, पनकी, इंडियन ऑयल * थर्मल पावर प्लाण्ट रूप नगर, बठिण्डा, लहरा मोहब्बत अन्य सेवित उद्योगों में बीएचईएल, उर्वरक उद्योग, वेस्टर्न इंडियन मैच कम्पनी, डिस्टिलरिज, तारपीन और रेसिन कम्पनी, चीनी मिल, स्कूटर फैक्टरी, एचएएल, एस्बेस्टेस मिटटी के बर्तन और साइकिल उद्योग ।
वहीं कारखाने हैं- लोकोमोटिव वर्कशॉप-चारबाग, कैरिज एवं वैगन वर्कशॉप- आलमबाग, कैरिज एवं वैगन वर्कशॉपॉ-कालका, पुल कारखाना, जलंधर और संकेत एवं दूर संचार कारखाना-ग़ाजिय़ाबाद।
उत्तर प्रदेश में रायबरेली जिले के फुर्सतगंज में देश का पहला राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय राजीव गांधी राष्ट्रीय विमानन विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। इस विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य हवाई यातायात, सुरक्षा, संरक्षा और नियामक के क्षेत्रों में तकनीकी और प्रबंधन संबंधी प्रशिक्षण देना है। फुर्सतगंज में 26 एकड़ के भूखंड पर स्थापित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी में इस केंद्रीय विश्वविद्यालय को स्थापित किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में एक स्वायत्तशासी निकाय के रूप में कार्य करेगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना में इसके लिए 202 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिसमें से केंद्र सरकार 80 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत कर चुकी है।
राजीव गांधी राष्ट्रीय उड़ान विश्वविद्यालय की स्थापना एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में की जाएगी। विश्वविद्यालय में वैमानिकी संबंधी अध्ययन को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही वैमानिकी प्रबंधन, नियमन और नीति, वैमानिकी इतिहास, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, वैमानिकी कानून, वैमानिकी सुरक्षा एवं संरक्षा तथा वैमानिकी दवाओं जैसे उभरते क्षेत्रों पर केंद्रित प्रशिक्षण एवं अनुसंधान पर भी जोर दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश राज्य के रायबरेली जिले में राजीव गांधी राष्ट्रीय उड़ान विश्वविद्यालय की स्थापना के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी 11 जुलाई 2013 को दी थी। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राजीव गांधी राष्ट्रीय उड़ान विश्वविद्यालय विधेयक-2013 को 19 सितम्बर 2013 को मंजूरी दी। इस विधेयक को राज्यसभा ने 7 सितम्बर 2013 को और लोकसभा ने 6 सितम्बर 2013 को पारित किया था।
मलेरिया मच्छरों के काटने से होना वाला एक रोग है। मलेरिया भी कई प्रकार के होते हैं। इनमें से दो मुख्य हैं-प्लासमोडियम फैल्सिपैरम और प्लासमोडियम विवैक्स, जो दुनिया में बसे ज्यादा फैलने वाले होते हैं। हालांकि दोनों तरह के मलेरिया को फैलाने वाला मच्छर एक ही है। एनाफिलिस।
मलेरिया के खिलाफ दुनिया भर में अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन वह सिर्फ फैल्सिपैरम के खिलाफ ही है। दूसरी तरह के मलेरिया यानी विवैक्स पर किसी का ध्यान ही नहीं है। यह भी सच है कि फैल्सिपैरम मलेरिया के कारण मौतें अधिक होती हैं और विवैक्स के कारण मौतें कम ही होती हैं। यह काफी शोध के बाद पता चला है । मलेरिया चाहे फैल्सिपैरम हो या फिर विवैक्स, दोनों ही तरह के मलेरिया शरीर पर काफी बुरा असर छोड़ जाते हैं।
सीखो और कमाओ नामक योजना केंद्र सरकार की एक योजना है। इसकी शुरूआत नई दिल्ली में 23 सितम्बर 2013 को की गई है। इस योजना का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े मौजूदा श्रमिकों, विद्यालय छोड़ चुके विद्यार्थियों में रोजगार योग्यता को विकसित और उनके लिए रोजगार को सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही इसका उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदायों के पारम्परिक कौशल को संरक्षित और अद्यतन रखते हुए उनका बाजार से संपर्क बनाना है।
इस योजना के तहत 14 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं को लक्ष्य बनाया गया है। इसे देश के पांच स्थलों जैसे दिल्ली, कोलकाता, शिलोंग, बरनाला और बंगलूरु में आईएल एंड एफएस कौशल विकास निगम के माध्यम से लागू किया जाएगा। इस योजना द्वारा अल्पसंख्यक युवाओं के विभिन्न आधुनिक और पारम्परिक व्यवसायों में उनकी शैक्षणिक योग्यता, वर्तमान आर्थिक स्थिति और बाजार संभावना के अनुसार उनके कौशल स्तरों में सुधार किया जाएगा। इससे वे एक उपयुक्त रोजगार प्राप्त करने और स्वयं के रोजगार के लिए उपयुक्त कौशल विकास के माध्यम से आय अर्जित कर सकेंगे। इसमें राष्ट्रीय व्यवसायिक प्रशिक्षण परिषद (एनसीबीटी) के द्वारा स्वीकृत प्रमापीय रोजगारपरक कौशल (एमईएस) को शामिल किया गया।
इस योजना को कौशल प्रशिक्षण और औद्योगिक संघों के क्षेत्र में सूचीबद्ध ऐसे विशेषज्ञ संगठनों के माध्यम से कार्यान्वित किया जाना है, जो रोजगार योग्यता को सुनिश्चित कर सकें। इसके तहत 75 प्रतिशत रोजगार प्रतिशत की गारंटी देने वाले संगठनों को प्राथमिकता दी जाएगी। इनमें से कम से कम 50 प्रतिशत रोजगार संगठित क्षेत्र में होना चाहिए। इस योजना को देश में कहीं भी चलाया जा सकता है, लेकिन उन संगठनों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनका उद्देश्य चिह्नित अल्पसंख्यक केन्द्रित जिलों, कस्बों, गांवों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम के साथ-साथ बाजार संपर्क को सुनिश्चित करते हुए अल्पसंख्यकों के पारम्परिक कौशलों का विकास करना है।
गिनी बीसाओ एक अफ्रीकी देश है। यह देश उत्तर पश्चिमी अफ्रीका महाद्वीप में अटलांटिक महासागर के तट पर स्थित है।
24 सितम्बर सन 1974 ईसवी को अफ्रीकी देश गिनी बीसाओ ने पुर्तगाल से अपनी स्वाधीनता की घोषणा की। वर्ष 1446 ईसवी में पुर्तग़ाल के युवराज प्रिंस हेनरी और उनके साथियों ने इस देश की खोज की कि जिसके बाद यह देश पुर्तगाल का उपनिवेश बन गया। 17वीं और 18वीं शताब्दी में पुर्तगाल का भाग हो चुका यह देश योरोप वालों के दास व्यापार के केंद्रों में था। 1960 के दशक के आरंभ से इस देश की जनता ने पुर्तगाल के विरुद्ध अपना संघर्ष तेज़ कर दिया। यहां तक कि सन 1970 ईसवी में इस देश का दो तिहाई भाग स्वतंत्रता प्रेमियों के अधिकार में आ गया। पुर्तगाल ने अंतत: वर्ष 1974 ईसवी में इस देश को स्वाधीन कर दिया।