छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 अप्रैल। विधायक रंजना साहू ने कहा कि धमतरी जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण में ऑक्सीजन व एंटीजन किट की कमी हो रही है। कोरोना केयर सेंटर में ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या पर्याप्त नहीं होने के कारण कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन नहीं मिलने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चुंकि कोरोना महामारी का प्रसार अत्यंत भयावह हो चुका है तथा मरीजों की संख्या भी काफी तेजी से बढ़ रही है, जिससे कोरोना केयर सेंटर में भर्ती मरीज आक्सीजन बेड कि कमी के कारण छुट्टी लेकर निजी अस्पताल में अत्यधिक दर पर इलाज करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए विधायक रंजना साहू ने स्वास्थ्य मंत्री को ऑक्सीजन युक्त बेड एवं एंटीजन कीट की संख्या बढ़ाने के लिए पत्र लिख कर प्रेषित किए हैं, जिससे कोरोना संक्रमित मरीजों को सही समय पर ऑक्सीजन मिल सके।
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पिथौरा, 21 अपै्रल। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर में भी 80 बेड कोरोना सेंटर सोमवार को प्रारंभ कर दिया गया। ज्ञात हो कि करीब पखवाड़े भर पूर्व ही कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम लहरौद स्थित एकलव्य स्कूल को कोरोना अस्पताल बनाने के कार्य में बीएमओ के सहयोग से जुटे थे।
इस संबंध में एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि रविवार को स्थानीय व्यवसायियों व सामाजिक प्रतिनिधियों के सहयोग से सोमवार को 5 ऑक्सीजन बेड बगैर किसी औपचारिकता के ही प्रारंभ कर दिया गया है। वर्तमान में 6 कंसंट्रेटर ऑक्सीजन मशीन विभिन्न दानदाताओं द्वारा उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा 4 ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए हैं, जिसे मिला कर अब तक कोविड सेंटर के कुल 80 बेड में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त एवं 70 बेड आइसोलेशन के लिए उपलब्ध हैं। स्थानीय व्यवसायियों एवं विभिन्न समाजों के द्वारा दिये गए सहयोग से अब स्वास्थ्य अमले एवं प्रशासन के प्रयास सफल होंगे और क्षेत्र अब कोरोना से पीडि़तों को स्थानीय स्तर पर उपचार देने में सक्षम हो गया है। अब गंभीर पीडि़तों को ही जिला अस्पताल भेजा जाएगा।
मरीजों की भर्ती चालू-डॉ.तारा
इधर स्थानीय खंड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कल ही चार मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां स्थानीय चिकित्सकों द्वारा ही उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग का पहला लक्ष्य है मरीजों की जान बचाना। उसके लिए कोविड अस्पताल में प्रोटोकॉल का तहत अस्पताल में कार्यरत सीमित कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में अनेक स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मी कोरोना की चपेट में आने के कारण स्वास्थ्य अमले में खासी कमी आ गयी है।
खेल मैदान में कोरोना टेस्ट
क्षेत्र में लगातार हो रही कोरोना मौतों से भयभीत क्षेत्रवासी थोड़ी सी परेशानी में भी अपना कोरोना टेस्ट करवा कर उपचार प्रारंभ करवाना चाहते थे। जिसके कारण स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भारी भीड़ होने से संक्रमण का जोखिम बढ़ गया था। लिहाजा इससे निपटने स्थानीय खेल मैदान में ही कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। यहां भी क्षेत्र के अलावा कसडोल, बागबाहरा एवं महासमुंद क्षेत्र के लोग भी कोरोना जांच हेतु लगातार पहुंच रहे हैं। लिहाजा अब स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में कोविड जांच हेतु एंटीजन किट कम पड़ रहे हंै। किट के अभाव में प्रतिदिन 200-250 जांच के बाद जांच रोक दी जाती है।
अब संक्रमण की दर पहले से कम
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल ने बताया कि अब पूर्व की अपेक्षा 10 से 15 फीसदी पॉजिटिविटी की दर कम हुई है। इससे अब कोरोना की रफ्तार कम होने के संकेत मिलने लगे हंै। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि उन्हें कोई लक्षण दिखे तो कोरोना जांच अवश्य कराए। यदि पॉजिटिव भी है, तो भी तनाव न ले और शासकीय अस्पताल के डॉक्टरों से सम्पर्क कर उपचार कराएं। सभी क्षेत्रों के लिए पृथक से होम आइसोलेशन हेतु डॉक्टर नियुक्त है। इन डॉक्टरों से उनके जारी मोबाइल नंबर पर या ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क कर उपचार कराएं। दवा शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क दी जा रही है।
18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों की सूची अभी से तैयार करने के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 21 अपै्रल। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी निलेश कुमार क्षीरसागर ने आज मैनपुर विकासखंड में चल रहे टीकाकरण और आइसोलेशन केंद्र का सघन निरीक्षण किया। कलेक्टर ने टीकाकरण और जांच अभियान का निरीक्षण करते हुए विकासखंड के ग्राम भाठीगढ़ कोविड केयर और मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए ऑक्सीजन युक्त केंद्र का निरीक्षण किया।
जहां 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों की सूची अभी से तैयार करने एवं भाठीगढ़ कोविड केयर सेंटर में सभी जरूरी सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने टीकाकरण केंद्र में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार लोगों को टीका लगाने के निर्देश दिए। टीकाकरण केंद्र में लोगों को मास्क पहन कर आने तथा दो गज की दूरी बनाए रखने की बात कही। टीकाकरण केंद्र में अनावश्यक भीड़ न हो इस बात का ध्यान रखें।
कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए सुरक्षा सहित अन्य गतिविधियों पर पर्याप्त सावधानी बरतने के निर्देश संबंधितो को दिए। इस दौरान कलेक्टर ने कोरोना टीकाकरण केंद्र में टीका लगाने आये लोगों से चर्चा भी किया और उनसे घर के आसपास रहने वाले लोगो को भी टीका लगाने प्रेरित करने कहा।
टीका लग जाने के बाद भी कोविड के प्रति सतर्कता बरतते हुए कोविड नियमों का पालन करने कहा। उन्होंने 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को आवश्यक रूप से टीकाकरण कराने की बात कही। साथ ही 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों की सूची पहले से तैयार करने के निर्देश दिए कलेक्टर द्वारा जिडार वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन उपलब्धता के संबंध में पूछे जाने पर चिकित्सा अधिकारी ने पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने की बात कही।
कलेक्टर क्षीरसागर ने निरीक्षण के दौरान भाटीगढ़ में तैयार हो रहे 70 बिस्तर के कोरोना केयर सेंटर का अवलोकन किया। यहां उन्होंने खाना, बिजली और डॉक्टरों की समुचित व्यवस्था के लिए एसडीएम को निर्देशित किया। मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहे वैक्सीनेशन कार्यक्रम की जानकारी ली और वहां तैयार किए गए 10 बिस्तर के ऑक्सीजन बेड का अवलोकन किया।
यहां उन्होंने एंबुलेंस की व्यवस्था करने और सेंटर में साफ सफाई करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने 18 वर्ष से अधिक आयु वालों को भी टीका लगाने के लिए अभी से प्लानिंग करने, नर्सों को ट्रेनिंग देने और दूसरे डोज वालों की सूची बनाने के निर्देश दिए। अनुविभागीय अधिकारी सूरज साहू ने बताया कि ब्लॉक में 25 टीकाकरण सत्रों के माध्यम से कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। अभी तक 14 हजार से ज्यादा लोगों को टीका लग चुका है।
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धमतरी, 21 अप्रैल। जिले में 45 साल से अधिक के 86 फीसदी लोगों ने कोरोना का पहला टीका लगवा लिया है। शेष 14 फीसदी लोग भी जल्द टीकाकरण कराएं, इसके लिए कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन का अमला मुस्तैदी से लगा हुआ है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन के अमले ने धमतरी के ग्राम अछोटा में घर-घर जाकर लोगों को टीकाकरण के लिए समझाइश दी।
कलेक्टर ने बैठक में दिए पुख्ता मॉनिटरिंग के निर्देश
अम्बिकापुर, 21 अप्रैल। मेडिकल कॉलेज परिसर स्थित कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों के उपचार, भोजन, पानी, साफ सफाई सहित अन्य सुविधाओं उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गांधी चैक स्थित डाटा सेंटर में सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित की गई है। सेंट्रलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिये कोरोना अस्पताल के वार्डों की निगरानी को दुरस्त करने कलेक्टर संजीव कुमार झा ने मंगलवार को यहां डाटा सेंटर में मॉनिटरिंग सिस्टम से जुड़े प्रमुखों की बैठक लेकर पुख्ता मॉनिटरिंग के निर्देश दिए।
बैठक में कोरोना मरीजों के गुणवत्तापूर्ण उपचार तथा अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज स्तर पर सभी दवाओं का बफर स्टॉक रखे ताकि मरीजो को दवाई की कमी न हो। इसीप्रकार रेमडेसिविर इंजेक्शन का भी अग्रिम स्टॉक रखें।उन्होंने जिले के सभी निजी तथा सरकारी कोविड हॉस्पिटल में बेड की उपलब्धता की जानकारी दिन में 3 बार अपडेट करने के निर्देश दिए ताकि बेड की वास्तविक उपलब्धता की अद्यतन जानकारी रहे। उन्होंने कोविड अस्पताल में चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की कमी को दूर करने नगर निगम के माध्यम प्लेसमेंट के जरिये कर्मचारी उपलब्ध कराने कहा। उन्हने कोविड वार्ड की संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए वार्ड में मरीज के साथ अटेंडर रखने की अनुमति नही देने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री झा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड भर्ती कोविड-19 के मरीजों की देखभाल एवं बेहतर उपचार की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए जिला स्तरीय कोविड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की स्थापना डाटा सेंटर में कई गई है। इस सेंटर से कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों से सीधे उनके मोबाइल पर वार्ड में उपलब्ध व्यवस्थाओं की फीडबैक ली जा रही है। यहां पर जिला स्तरीय निगरानी समिति के सदस्य प्रत्येक 6-6 घंटे में मरीजों से बात कर तथा ऑनलाइन मोनिटरिंग के द्वारा उनके स्वास्थ्य तथा मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी के लिए फीडबैक ले रहे है।। यह एक सेंट्रलाइज्ड मॉनिटरिंग सेंटर है जिसमे सभी कोविड वार्ड, आईसीयू वार्ड, एचडीयू वार्ड, सीताराम वार्ड, फीमेल वार्ड तथा 2 जनरल वार्ड की सीसीटीवी के माध्यम से नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। इसमे वार्ड की साफ-सफाई से लेकर डॉक्टर की उपस्थिति तथा मरीजों को गुणवत्तापूर्ण नाश्ता-भोजन की उपलब्धता, पेयजल तथा विद्युत की आपूर्ति संबंधी सभी व्यवस्था को देखा जा रहा है। इसकी नियमित रिपोर्टिंग की जा रही है। कोविड मरीज से संबंधित किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर 7223962998 तथा 9111262998 पर सम्पर्क किया जा सकता है
बैठक में निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय, सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया, मेडिकल कॉलेज के डॉ. अर्पण, डॉ. रोशन, मॉनिटरिंग सिस्टम के नोडल अधिकारी गिरीश गुप्ता उपस्थित थे।
दंतेवाड़ा, 21 अप्रैल। भारतीय किसान संघ की दंतेवाड़ा जिला इकाई द्वारा आसन्न लघु वनोपज संघ, मंडी एवं लैंप्स के चुनावों में खानापूर्ति करने का आरोप लगाया है। संघ के प्रवक्ता शैलेश अटामी ने कहा कि वनोपज संघ एवं लैंप्स के चुनावों में किसानों की उपेक्षा की जाती है। वनोपज संघ के चुनावों में भी तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले संग्राहकों किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जाती है। जिससे संग्राहकों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन होता है। उन्होंने राज्य शासन से मांग की है कि नगरीय निकायों की भांति लघु वनोपज संघ, मंडी एवं लैंप्स के चुनावों का संपादन चुनाव आयोग द्वारा किया जाना चाहिए।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दंतेवाड़ा, 21 अप्रैल। दंतेवाड़ा में लॉकडाउन के क्रियान्वयन में पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। शहर के प्रवेश द्वार पुराना जनपद पंचायत के समीप यातायत पुलिस द्वारा आवागमन करने वालों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही अनावश्यक न घूमने की अपील की जा रही है। इसके अतिरिक्त बिना आवश्यक दस्तावेजों के घूमने वालों पर भी चालानी कार्रवाई की जा रही है, जिससे लॉकडाउन का आवश्यक रूप से पालन कराया जा सके। यातायात पुलिस के अमले में सहायक उप निरीक्षक जगदीश पाटीदार और श्री नागवंशी सहित जवानों की सराहनीय भूमिका रही।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दंतेवाड़ा, 21 अप्रैल। दंतेवाड़ा में लॉकडाउन के क्रियान्वयन में पुलिस और प्रशासन के कर्मचारी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। शहर के प्रवेश द्वार पुराना जनपद पंचायत के समीप यातायत पुलिस द्वारा आवागमन करने वालों की जांच की जा रही है। इसके साथ ही अनावश्यक न घूमने की अपील की जा रही है। इसके अतिरिक्त बिना आवश्यक दस्तावेजों के घूमने वालों पर भी चालानी कार्रवाई की जा रही है, जिससे लॉकडाउन का आवश्यक रूप से पालन कराया जा सके। यातायात पुलिस के अमले में सहायक उप निरीक्षक जगदीश पाटीदार और श्री नागवंशी सहित जवानों की सराहनीय भूमिका रही।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
जगदलपुर, 21 अप्रैल। बस्तर ब्लॉक के मावलीगुड़ा पंचायत के छेपड़ापारा में ग्रामीणों को पानी की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग पानी के लिए हाहाकार मचा रहे हैं, त्राहि-त्राहि हो रहे हैं। वही छेपड़ा पारा के पंच जलन राम के द्वारा अपने खर्च पर वार्डवासियों को पानी पिलाने की बीड़ा उठाया और प्रति टैंकर 300 की दर पर अपने खर्च से वार्ड वासियों को पानी पिलाकर प्यास बुझाने में काफी मदद कर रहे है।
ज्ञात हो कि नल जल योजना की सुविधा गांव के आधे वार्ड में होने के कारण आधा से ज्यादा गांव पेयजल की संकट से जूझ रहा है। कुछ ग्रामीण ने अपना नाम नहीं छापने की शर्त में बताया कि पानी की समस्या को लेकर यहाँ के ग्रामीणों के द्वारा पंचायत के सरपंच, सचिव को कई बार बोला गया है , लेकिन उन्होने कुछ नहीं किया। जब चुनाव हुआ तब जनप्रतिनिधि के द्वारा बड़े बड़े वादे किए गए थे और कहा भी गया था कि हम आपकी हर परेशानी को दूर करेंगे लेकिन आज जब ग्रामीण स्वयं अपनी परेशानी लेकर पहुँचती है तो उनकी बात अनसुनी की जा रही है और आज कल कर टालमटोल किया जा रहा है।
जगदलपुर, 21 अप्रैल। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चाँद ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि चपका ग्राम में जबरन उद्योग स्थापना पर हुई दुर्घटना पर ग्रामवासियों की आवाज को दबाने के उद्देश्य से एक तरफा स्थानीय जनप्रतिनिधियों व राज्य सरकार के दवाब में पुलिस द्वारा किये गए एफ़आईआर को आड़े हाथ लेते हुए मुक्तिमोर्चा द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
एफ़आईआर को वापस लेने व संपूर्ण घटनाक्रम में आयोजक मंडल की गंभीर चूक पर जांच व कार्रवाई की मांग को लेकर बयान जारी करते हुए कहा कि बस्तर में राज्य सरकार उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से संवैधानिक स्वरूप में दिए गए 5वीं अनुसूची, पेसा कानून के अधिकारों को ताक में रख, प्रभावित ग्राम पंचायतों के तर्क संगत नीतिगत विरोध व फर्जी ग्रामसभाओं के आरोपों पर जांच कर न्यायसंगत कार्रवाई के बजाए, कोरोना संक्रमण की तीव्रता से बढ़ते आकड़ों के मद्देनजर बस्तर जिले में सरकार के आदेश पर जिला प्रशासन द्वारा 144 व अन्य धाराओं के प्रभावशीलता पर किसी भी आयोजन पर प्रतिबंध के खुद के आदेश की अवेहलना कर चपका ग्राम पंचायत में गोपाल इंडस्ट्री स्पंज आयरन प्लांट स्थापना हेतु पर्यावरण विभाग की जनसुनवाई का आयोजन कर कोविड गाइडलाइंस को दरकिनार रख हजारों की भीड़ जुटवा, संक्रमण के फैलाव व प्रभावितों के विरोध की नब्ज जानते हुए भी तनाव के माहौल को खुद आमंत्रित किया गया।
यह राज्य सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उद्योगपतियो के प्रति गहरे स्वार्थ स्वरूप समझौते को दर्शाता है व बस्तर के लोगो के प्रति जारी किए खुद के आदेश का दोहरा चरित्र को उजागर करता है। यह प्रश्न इसलिए उठ रहा है, क्योंकि जहाँ एक तरफ कोरोना गाइडलाइंस के तहत बस्तर के लोगों को अपने धार्मिक कार्यक्रम, अन्य आयोजनों पर प्रतिबन्ध व शर्तों का पालन हेतु आदेशित किया गया है। वहीं एक तरफ सरकारी कार्यक्रम में इन प्रतिबंधों से अलग क्यों रखा गया था।
मुक्तिमोर्चा व प्रभावितों की समिति द्वारा जनसुनवाई आयोजन को कोविडकाल व धारा 144 के तहत प्रतिबंधित लगवाने व आगे बढ़ाने का निवेदन दूरभाष पर बस्तर कमिश्नर से निर्धारित तारीख से पहले की गई थी। इसके बावजूद यह जनसुनवाई क्यों व किसके दबाव में रखी गई ?, इस जनसुनवाई में कानून व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से बनाये रखने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार व उसके अमले की थी। तो भीड़ में शरारत करने वाले तत्वों की पहचान पूर्व से क्यों नहीं की गई? वहीं कोविड संक्रमण के तीव्र फैलाव के मद्देनजर यह जनसुनवाई स्थगित क्यों नहीं कि गई? वहीं इस जनसुनवाई की अनुमति व शर्ते पूर्व में सार्वजनिक क्यों नहीं कि गई ? यह ज्वलंत सवाल बस्तर की जनता के जहन में है। जिसका जवाब राज्य सरकार, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन को देना ही होगा? इन्हीं तार्किक तथ्यों को बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा राज्यपाल के समक्ष रख प्रभावित ग्राम पंचायत के निवासियों पर जबरन दबाव में किये गए एकतरफा एफ़आईआर को राज्य सरकार से वापिस करवाने व इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में आयोजक मंडल के गंभीर चूक की परिस्थितियों की उच्च स्तरीय जांच करवा संलिप्त दोषियों पर कार्रवाई की मांग रखेगी। वहीं समय पर मांग न माने जाने पर उच्चन्यायालय में न्याय हेतु याचिका दायर करेगी।
जगदलपुर, 21 अप्रैल। लॉकडाउन के 6वें दिन एसपी देर शाम चौक चौराहों का निरीक्षण करने निकले, जहां कोतवाली थाना से महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित एसबीआई चौक में आ पहुँचे। एसपी के आने से पूर्व नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार भी मौजूद थे।
पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने ड्यूटी कर रहे जवानों से कार्य के दौरान होने वाली परेशानियों की जानकारी ली, साथ ही जवानों के मनोबल को बढ़ाने के साथ ही अच्छे कार्य करने की बात भी कही, वहीं इस मार्ग से जितनी भी वाहनें गुजर रही है, उनके चालकों को रोकने के साथ ही बाहर घूमने का कारण भी पूछने की बात कही गई, किसी भी वाहन को बिना चेकिंग के जाने नहीं देने की बात कही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 21 अपै्रल। अस्पताल और होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीज रोज बड़ी संख्या में हो रहे हैं। जिले में पिछले चार दिनों में करीब 1 हजार 258 कोरोना मरीज स्वस्थ जो अब तक 61 फीसदी से अधिक मरीज डिस्चार्ज हुए।
प्रदेश में रोज बड़ी संख्या में कोरोना मरीज ठीक हो रहे हैं। विगत 18 अप्रैल को एक ही दिन में 14 हजार 075 मरीजों ने कोरोना को मात दी है। पिछले तीन दिनों में प्रदेश भर में 34 हजार 961 लोग कोरोना से उबर चुके हैं। वहीं गरियाबंद जिले में भी पिछले 4 दिनों में 1 हजार 258 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। 16 अप्रैल को 253 मरीज, 17 अप्रैल को 207 मरीज, 18 अप्रैल को 370 मरीज और 19 अप्रैल को 428 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। जबकि 19 अप्रैल को 477 मरीज पॉजिटिव मिले थे। लगभग 61 प्रतिशत से अधिक मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 19 अप्रैल की स्थिति में अभी कुल 10338 मरीज पॉजिटिव है, जबकि 6330 मरीज कुल डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में एक्टिव केस 3915 है।
कलेक्टर निलेश क्षीरसागर के मार्गदर्शन में जिले में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में भी तेजी आई है। अभी तक कुल 73 प्रतिशत वैक्सीनेशन पूर्ण हो चुका है। इनमें हेल्थ वर्कर के 89 प्रतिशत, 45 वर्ष से अधिक आयु के 71 प्रतिशत और फ्रंटलाइन वर्कर के 97 प्रतिशत प्रथम डोज का टीकाकरण पूरा हो चुका है। इसी तरह 18 अप्रैल तक की स्थिति में कुल 1 लाख 23 हजार 688 सैंपल टेस्ट लिए गए हैं, जिसमें 9874 पॉजिटिव मिले हैं। जिले में 89 लोगों की मौत भी हो गई है। वही रिकवरी दर 61 प्रतिशत की दर से लोग डिस्चार्ज हुए हैं।
प्रतिदिन सैंपल दर में 144 प्रतिशत है। औसतन 896 लोगों का सेम्पल लेने का लक्ष्य है जबकि 1290 लोगों का सैंपल प्रतिदिन लिया जा रहा है। जिले में जिला अस्पताल में 50 बिस्तर युक्त कोविड हॉस्पिटल संचालित है, जिसमें आठ ऑक्सीजन युक्त बिस्तर की सुविधा है। कोविड केयर सेंटर में 280 बिस्तर अस्पताल की तैयारी की गई है। वही प्रत्येक विकासखंड में भी कोरोना सेंटर की स्थापना की जा रही है। प्रशासन की अपील के पश्चात जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और प्रबुद्ध नागरिक गण भी मदद के लिए आगे आए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 21 अपै्रल। कोरोना संक्रमण को देखते हुए नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर व मुख्य नगरपालिका अधिकारी नारायण साहू ने नगर के व्यापारी बंधुओं एवं सामाजिक संस्थाओं के साथ बैठक कर निराश्रित, वृद्ध, मंद बुद्धि एवं विक्षिप्त लोगों को भोजन की व्यवस्था के संबंध में चर्चा की गई।
आयोजित बैठक में नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर व मुख्य नगर पालिका अधिकारी नारायण साहू नें व्यापारी बंधुओं एवं समाज सेवियों से आग्रह किए हैं कि इस आपदा में नगर में बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनके बीच भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे समय में हम सभी लोगों का यह दायित्व बनता है कि हम जीतना हो सके उनकी यथासंभव मदद करें।
वहीं उपस्थित लोगों ने अपने-अपने सुझाव दिए एवं अपने सामर्थ्य के अनुसार सहयोग करनें के लिए आगे आएं। जिसमें मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा 1 क्विंटल चावल, नेमाराम चौधरी नें 50 किलो चावल, सोनराज चोपड़ा द्वारा 25 किलो दाल, शादाणी किराना द्वारा 50 किलो चावल, अशोक तोलानी ने दो बोरी प्याज, अमित ट्रेडिंग द्वारा दो बोरी आलू, कामले गैस एजेंसी द्वारा गैस सिलेंडर, बंग समाज द्वारा एक टीपा तेल प्रदान किया गया।
लोगों के सहयोग से निराश्रित, वृद्ध मंदबुद्धि जैसे लोगों को भोजन के लिए नगर पालिका सूची अनुसार 21 अप्रैल से वितरित किए जाने का निर्णय लिया गया। इस बैठक में नगर पालिका उपाध्यक्ष संतोष देवांगन, व्यापारी संघ अध्यक्ष शांतिलाल जैन, राजू सोनी, जैन समाज से क्रांति जैन, सुमित जैन, गुरुद्वारा कमेटी, निषाद समाज, साहू समाज, बंग समाज के पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 21 अप्रैल। विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े एवं जिला कांग्रेस के अध्यक्ष अरुण मालाकार ने आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बीएमओ डॉ. सिदार को 3 ऑक्सीजन सिलेंडर सौंपा एवं ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर को क्षेत्र के किसी भी कोविड मरीज को किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर सहयोग की जरूरत पडऩे पर तत्काल संपर्क करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पवन अग्रवाल एवं एल्डरमैन बबलू बहिदार भी उपस्थित थे।
श्रीमती जांगड़े एवं श्री मालाकार ने शहर के सभी समाजसेवियों एवं आम नागरिकों एवं व्यापारियों से अपील की कि वे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन सिलेंडर या मरीजों को कोविड-19 सेंटर में लाने ले जाने के लिए वाहन वगैरह देना चाहते हैं तो काफी मरीजों की मौत होने से बच सकती है। विधायक ने अति शीघ्र एक वाहन स्वयं के खर्च से व्यवस्था करने का वादा किया है।
नगरी, 21 अपै्रल। सिहावा क्षेत्र के तीर्थ स्थल कर्णेश्वर घाट जहां बालक नदी पर महानदी का संगम स्थल हैं। इस संगम स्थल पर उड़ीसा, बस्तर, कांकेर एवं क्षेत्र के लोग अस्थि विसर्जन हेतु आते हैं, इस गर्मी में संगम स्थल पर स्थित एनीकट में पानी सूख गया था। जिससे अस्थि विसर्जन करने वाले तीर्थ यात्रियों सहित आस-पास के ग्रामीण जनों को निस्तारी की बड़ी समस्या हो गई थी तथा मवेशी भी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे थे।
आदिवासी कांग्रेस के धमतरी जिलाध्यक्ष टेश्वर सिंह धु्रव के नेतृत्व में सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी धु्रव से ग्रामीणों ने भेंट कर इस समस्या पर उनका ध्यान आकृष्ट कराया। साथ ही श्री धु्रव ने विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव से मांग की कि कर्णेश्वर घाट के एनीकट के फाटक द्वारा पानी रिसाव होने से एनीकट का पानी सूख जाता है। जिसको मरम्मत करवाया जाए।
विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव ने सोंढूर महानदी-परियोजना के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल संकट के निवारण हेतु सोंढूर जलाशय से पानी छोड़ा जाए। आज एनीकट में पानी आने से बोधसेमरा, सिरसिदा, मल्हारी, रानीगांव, सिहावा एवं सेमरा के ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है।
गर्मी में जल संकट दूर करने के लिए ग्रामीणों एवं आदिवासी कांग्रेस के धमतरी जिलाध्यक्ष टेश्वर सिंह धु्रव ने क्षेत्रीय विधायक का आभार जताया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। गुरुद्वारा के मुख्य ग्रंथि ज्ञानी गहेल सिंह के निधन पर नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने गहरा दु:ख व्यक्त किया व ज्ञानी गहेल सिंह को श्रद्धांजलि दी। ज्ञानी गहेल सिंह ने 42 वर्ष दुर्ग गुरुद्वारा में ग्रंथि रह सेवा की वह काफी लोकप्रिय व समाज के पथ-प्रदर्शक थे।
कुलवंत भाटिया ने कहा कि समाज के सभी वर्ग ज्ञानी जी से प्रेरणा लेते थे व उनके मार्गदर्शन पर अपने कार्य करते थे, ज्ञानी जी हमेशा नव दृष्टि फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते व समाज हित के कार्य करने प्रोत्साहित करते थे। हरमन दुलाई ने कहा कि ज्ञानी जी का जाना न केवल दुर्ग बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज के लिए अपूरणीय क्षति है, राज आढ़तिया ने कहा कि सभी शास्त्रों व धर्मों के ज्ञाता ज्ञानी जी से सभी समाज के लोग ज्ञान लेते थे, मेरे नेत्रदान करने से यदि कोई प्रेरित हो नेत्रदान करे तो मुझे ख़ुशी होगी यह कहते हुए कैंसर से पीडि़त होने के बावजूद ज्ञानी जी ने हमारी संस्था के माध्यम से प्रतीकात्मक रूप से नेत्रदान की घोषणा की थी एवं गुरुबाणी के माध्यम से संगत को नेत्रदान का महत्व बता लोगों को नेत्रदान हेतु प्रेरित किया।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया,राज आढ़तिया,प्रवीण तिवारी,मुकेश आढ़तिया,हरमन दुलई,प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, रितेश जैन,जितेंद्र हासवानी,सत्येंद्र राजपूत,गोपी रंजन दास,पियूष मालवीय, मुकेश राठी, संतोष राजपुरोहित,किरण भंडारी, चेतन जैन,यतीन्द्र चावड़ा, नत्थू अग्रवाल, खुर्शीद अहमद, आकाश मसीह, वीरेंद्र पाली, अभय माहेश्वरी, प्रफुल्ल जोशी, विवेक साहू , मनीष जोशी, प्रसाद राव, दीपक बंसल ने ज्ञानी गहेल सिंह को श्रद्धांजलि दी।
दुर्ग, 21 अप्रैल। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने डीआरएम रायपुर को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने रेलवे के आइसोलेशन कोच कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संचालित कराने कहा है ताकि रेलवे कर्मचारियों के लिए एवं उनके परिजनो तथा अन्य कोविड मरीजों के लिए इलाज के लिए सुविधा उपलब्ध हो सके। सीएमएचओ ने अपने पत्र में लिखा है कि आइसोलेशन कोच में ऑक्सीजन बेड के साथ ही मेडिकल स्टाफ की सुविधा भी उपलब्ध कराएं ताकि कोरोना मरीजों को उचित इलाज मिल सके। उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में रेलवे का बड़ा स्टॉफ़ निवास करता है साथ ही इनके परिजन भी काफी संख्या में है।
आइसोलेशन कोच आरंभ हो जाने से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। रविवार को कोरोना पाजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। इस दिन 1282 मरीज पाजिटिव आए। पाजिटिव मरीजों के आंकड़ों पर नजर डालें तो इनमें 20 से 40 वर्ष की आबादी का प्रतिशत 44 है। इस आयु वर्ग के 562 मरीज चिन्हांकित किये गये हैं। 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के केवल 112 मामले सामने आए हैं यह कुल मामलों का लगभग 8 फीसदी है।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ग की आबादी जिले में लगभग 10 फीसदी है। यह वही आबादी है जिसकी प्रतिरोधक क्षमता सबसे कम होती है और कोमार्बिडी सबसे अधिक। इनमें से अधिकांश बुजुर्गों को प्रथम चरण का टीका लग चुका है और कुछ ऐसे भी हैं जिन्हें दूसरे चरण का टीका भी लग गया है। बच्चों के केस पर नजर डालें तो दस वर्ष तक के 41 बच्चे कल की रिपोर्ट में संक्रमित आये हैं। प्राय: देखा गया है कि कोविड का गंभीर संक्रमण छोटे बच्चों पर नहीं होता लेकिन बच्चे सुपर स्प्रेडर होते हैं अर्थात वे इस बीमारी का संक्रमण फैलाने के बड़े कारक बन सकते हैं। इनकी वजह से परिवार के कम प्रतिरोधक क्षमता वाले और बुजुर्ग लोग भी कोविड संक्रमण का शिकार हो सकते हैं। परिजनों को चाहिए कि बच्चों को घर पर ही रखें। इसी तरह से युवा वर्ग को भी बेहद एहतियात रखने की जरूरत है। जिले में संक्रमण की दर घटी है। नागरिकों के संयम से और लाकडाउन के पूरी तरह पालन से कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि इस बार देखा गया है कि परिवार के किसी एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर थोड़ी सी चूक भी बरतने पर परिवार के सभी सदस्यों को संक्रमण का शिकार होते देखा गया है अतएव पूरी सावधानी जरूरी है। मास्क का प्रयोग और हाथ साबुन से समय-समय पर धोते रहना जरूरी है। छह फीट की दूरी का पूरी तरह पालन करना जरूरी है। कई बार यह देखा जाता है कि बिना मास्क पहने या मास्क पहनकर भी लोग बिल्कुल पास आकर बात करते हैं दूरी का पालन होने से संक्रमण से बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसके बाद भी यदि कोरोना के लक्षण महसूस करते हों या कोरोना पाजिटिव मरीज के निकट संपर्क में आये हैं तो टेस्ट तुरंत कराना चाहिए। ऐसे लक्षण महसूस होने पर रोग निरोधी किट जो प्रशासन द्वारा प्रदान की जाएगी, उसका उपयोग करना आवश्यक है ताकि संक्रमण को प्रारंभिक चरण में ही रोका जा सके।
यह बिल्कुल ध्यान रहें कि संक्रमण का पहला लक्षण आते ही टेस्ट कराएं और रोग निरोधी किट का इस्तेमाल शुरू करें- कोरोना संक्रमण को थामने के लिए यह आवश्यक है कि प्रारंभिक लक्षण उभरते ही टेस्ट कराना चाहिए, शुरूआती दौर में टेस्ट करा लेने से दवा आरंभ करने पर इस बात की पूरी संभावना है कि संक्रमण का असर घटने लगे।
दुर्ग, 21 अप्रैल। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के द्वारा दुर्ग जिला को 26 अप्रैल तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इस अवधि के दौरान बैंकों को केवल एटीएम कैश रिफिलिंग एवं कार्यालयीन प्रयोजन हेतु खोलने की अनुमति होगी किंतु दवा एवं चिकित्सा प्रयोजन को छोडक़र अन्य किसी भी प्रकार के लेनदेन हेतु बैंक/ शाखा संचालन की अनुमति नहीं होगी। इस अवधि के दौरान कोमॉर्बिड/ गर्भवती अधिकारियों/ कर्मचारियों को एक्टिव ड्यूटी से छूट देते हुए बैंकों को न्यूनतम स्टाफ के साथ कार्य करने अनुमति प्रदान की जाती है, किंतु सभी बैंक शाखाएं प्रात: 10.00 बजे से दोपहर 1.00 बजे तक ही संचालित हो सकेंगी।
इस अवधि के दौरान केवल एटीएम कैश रिफिलिंग, मेडिकल इक्विपमेंट, मेडिसिन, पेट्रोल/डीजल पंप, एलपीजी, पीडीएस/केरोसिन वितरण, शासकीय उचित मूल्य दुकानदारों संबंधी लेनदेन, उद्योग व्यापारिक लेन-देन, श्रमिकों के भुगतान मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति/लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादक, शासकीय लेन देन, निविदा अस्पताल एवं मेडिकल प्रयोजन को छोडक़र आम जनता हेतु किसी प्रकार के सामान्य लेन-देन की अनुमति नहीं होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। दुर्ग जैन समाज एवं श्रमण संघ परिवार की वरिष्ठ संरक्षक एवं उद्योगपति नेमीचंद नाहर ने प्रदेश में बड़ रहे कोरोना संक्रमण के प्रभावी रोकथाम एवं प्रभावित मरीजों के बेहतर उपचार के साथ मरीजों को नया जीवन देने में प्रभावी ऑक्सीजन वेंटीलेटर दुर्ग जिला चिकित्सालय को भेट स्वरुप दिया गया है इसके अलावा जिला चिकित्सालय राजनांदगांव को भी यह ऑक्सीजन वेन्टीलैटर दिया गया है।
दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा एवं महापौर नगर निगम दुर्ग धीरज बाकलीवाल की विशेष उपस्थिति में नेमीचंद जितेंद्र कुमार नाहर परिवार द्वारा चीफ मेडिकल ऑफिसर श्री गंभीर सिंह ठाकुर को यह ऑक्सीजन वेन्टीलेटर दीया गया जिसकी कीमत 2लाख तीन हजार रुपये है इसी तरह राजनांदगांव जिला चिकित्सालय पहुंच कर जितेंद्र नाहर ने राजनांदगांव जिला कलेक्टर श्री गोपेश्वर वर्मा राजनांदगांव निगम आयुक्त आशुतोष जी एडिशनल कलेक्टर एवं श्री अनीश पारख डॉ आदित्य पारख की विशेष उपस्थिति में यह ऑक्सीजन वेंटीलेटर भेंट स्वरूप दिया गया जिससे पीडि़त मानवता की जीवन की रक्षा की जा सके।
धमतरी जिला चिकित्सालय को भी शीघ्र ही यह ऑक्सीजन वेंटिलेटर दिया जाएगा। श्रमण संघ परिवार के वरिष्ठ सदस्य श्री नेमीचंद नाहर के इस अनुकरणीय सहयोग एवं योगदान के लिए श्रमण संघ दुर्ग के श्री पारसमल संचेती दुलीचंद करनावट जसराज पारख प्रवीण श्रीमाल, सतीश सुराणा अमरचंद बेगानी प्रेम चौरडिया सुरेश लुनिया उन्हें बधाई प्रेषित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की है।
श्री जैन सोशल ग्रुप दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष श्री जितेंद्र नाहर के इस सेवाभावी कार्य में ऑक्सीजन वेंटीलेटर के सहयोग के लिए भारतीय जैन संघटना के अध्यक्ष प्रफुल्ल संचेती ने कहा जब भी समाज में संकट खड़ा हुआ है नेमीचंद नाहर परिवार ने पीडि़त मानवता की सेवा में मुक्त हस्त से दान दिया है।
श्रमण संघ दुर्ग के निर्मल बाफना टीकम छाजेड़ अमित बाघमार नितिन संचेती नीरज लुणावत अमित बाफना सहित अन्य कार्यकर्ता भी इस कोरोना महामारी में जन सेवा के कार्य में लगे हुए हैं और लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं।
पहली बार संक्रमण 30 फ़ीसदी से नीचे
दुर्ग, 21अप्रैल।जिले के लिए आज के कोरोना आंकड़े संक्रमण के रोकथाम को लेकर सकारात्मक संदेश दे रहे हैं। आज रिकॉर्ड 5736 मरीजों के सैंपल लिए गए इनमें 1680 मरीजों का पॉजिटिव आया है। इनमें इस तरह संक्रमण की दर 29 फीसदी दर्ज की गई है उल्लेखनीय है कि संक्रमण की दर 10 अप्रैल को 56 फीसदी तक पहुंच गई थी।इस लिहाज से आज के आंकड़े काफी महत्वपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन लगने के बाद हर दिन लगभग 4000 सैंपल लिए जा रहे हैं आज साढ़े पांच हजार से अधिक सैंपल लिए गए और इसमें 1680 मरीज पॉजिटिव आए हैं। पॉजिटिव मरीजों की संख्या में गिरावट इस बात का संकेत है कि जिले में लॉकडाउन का असर संक्रमण पर हो रहा है। लॉक डाउन की वजह से कोरोना की गतिशीलता थमी है और धीरे-धीरे संक्रमण घट रहा है उल्लेखनीय है कि एंटीजन रिपोर्ट में भी इस बात के संकेत मिले हैं पहले एंटीजन रिपोर्ट में 48त्न तक पॉजिटिविटी दर्ज की गई थी जो कि काफी नीचे आ चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 21 अप्रैल। कोविड महामारी से पीड़ित मरीजों के उपचार की सुविधा लगातार बढ़ाई जा रही है। इस समय बिलासपुर के 4 शासकीय तथा 25 निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा उपलब्ध हैं। प्रत्येक निजी चिकित्सालय के नियुक्त किये गये नोडल अधिकारी अस्पताल प्रबंधन के साथ समन्वय कर इलाज में मरीजों की सहायता कर रहे हैं और उनकी समस्याओं का भी निराकरण कर रहे हैं।
जिले में जिन चार शासकीय अस्पतालों में इलाज व आइसोलेशन की सुविधा है, उनके फोन नंबर इस प्रकार हैं- संभागीय कोविड अस्पताल मोबाइल नंबर 70674-17100, चित्रकूट आईसोलेशन सेंटर मोबाइल नंबर 81032-14321, प्रयास आईसोलेशन सेंटर मोबाइल नंबर 94075-40945 एवं सिम्स बिलासपुर मोबाइल नंबर 83493-39959 हैं।
इसी प्रकार निजी अस्पतालों के सम्पर्क सूत्र एवं नोडल अधिकारियों के फोन नंबर इस प्रकार हैं- अपोलो बिलासपुर में सम्पर्क सूत्र देवेश गोपाल 97555-78999, यहां के नोडल अधिकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रेमप्रकाश शर्मा मोबाइल नंबर 77488-51177 हैं।
महादेव हॉस्पिटल सुजीत तिवारी 88788-12002 एवं राजा शर्मा 88397-47674, यहां के नोडल अधिकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रेमप्रकाश शर्मा मोबाइल नंबर 77488-51177 हैं।
वासुदेव क्लिीनिक एंड नर्सिंग होम अश्वनी कश्यप 78790-94446, यहां के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर मोनिका वर्मा मोबाइल नंबर 93293-41984 हैं।
स्काई हॉस्पिटल प्रदीप अग्रवाल 90394-18999 एवं रवि अग्रवाल 91091-99315, यहां के नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सुरेश सिंह मोबाइलनंबर 94255-30001 हैं। किम्स चिकित्सालय आसिफ हुसैन 76940-06568, यहां की नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर मोनिका वर्मा मोबाइल नंबर 93293-41984 हैं।
आर.बी. हॉस्पिटल अभिषेक राठौर 97550-55039 एवं हितेश करंजगावकर 70490-07710, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अमित गुलहरे मोबाइल नंबर 94061-57646 हैं।
सांई बाबा हार्ट एंड किडनी सेंटर दुष्यंत नाग 79746-95733, यहां के नोडल अधिकारी सहायक श्रम आयुक्त ज्योति शर्मा मोबाइल नंबर 74891-74678 हैं।
ओंकार हॉस्पिटल उसलापुर कृष्णा देवांगन 74899-32091, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना वरूण राजपूत 98938-32467 बनाये गये हैं।
केयर एंड क्योर हॉस्पिटल अनुराग मिश्रा 81092-83280 एवं डॉ. नईन खान 83194-35589, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना वरूण राजपूत मोबाइल नंबर 98938-32467 हैं।
लाईफ केयर हॉस्पिटल दिनेश साहू 96304-69682 यहां के नोडल अधिकारी उपसंचालक कृषि शशांक शिंदे मोबाइल नंबर 99261-64747 हैं।
नारायणी हॉस्पिटल महावीर साहू 89599-30356, यहां के नोडल अधिकारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सी.एल.जायसवाल मोबाइल नंबर 94252-59560 हैं।
एसकेबी हॉस्पिटल छवि यादव 79743-06416, यहां के नोडल अधिकारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास सी.एल.जायसवाल मोबाइल नंबर 94252-59560 हैं।
स्वास्तिक हॉस्पिटल तोरवा डॉ. आकाश मिश्रा 74899-32090, यहां के नोडल अधिकारी उप-संचालक कृषि शशांक शिंदे मोबाइ लनंबर 99261-64747 हैं।
प्रथम हॉस्पिटल बहतराई रोड पंकज सिंह 75870-38622, यहां के नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सुरेश सिंह मोबाइलनंबर 94255-30001 हैं।
राम केयर हॉस्पिटल अमेरी रोड कैश मोहम्मद 90398-50591, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अमित गुलहरे मोबाइल नंबर 94061-57646 हैं।
चिल्ड्रन हॉस्पिटल जूनी लाइन अभिषेक श्रीवास्तव 95891-91360, यहां के नोडल अधिकारी सहायक श्रम आयुक्त ज्योति शर्मा मोबाइल नंबर 74891-74678 हैं।
सनशाइन हॉस्पिटल अमिताभ सिंह 62637-81056, यहां के नोडल अधिकारी क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रेमप्रकाश शर्मा मोबाइल नंबर 77488-51177 हैं।
स्टार चिल्ड्रन हॉस्पिटल दुर्गा प्रसाद जायसवाल 62609-71779, यहां के नोडल अधिकारी सहायक श्रम आयुक्त ज्योति शर्मा मोबाइल नंबर 74891-74678 हैं।
स्वामी विवेकानंद हॉस्पिटल संजय बिरानी 96855-55999, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अमित गुलहरे मोबाइल नंबर 94061-57646 हैं।
मार्क हॉस्पिटल आराधना मेनन 97555-80097, यहां के नोडल अधिकारी उप-संचालक कृषि शशांक शिंदे मोबाइल नंबर 99261-64747 हैं।
न्यू जनता हॉस्पिटल राजेश कुमार यादव 70004-86489, यहां के नोडल अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास सुरेश सिंह मोबाइल नंबर 94255-30001 हैं।
वेगस हॉस्पिटल पी.एन. त्रिपाठी 97130-76232, यहां के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर मोनिका वर्मा मोबाइलनंबर 93293-41984 हैं।
संजीवनी हॉस्पिटल राजेश मनहरण 82530-84754, यहां के नोडल अधिकारी कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना वरूण राजपूत 98938-32467 हैं।
रेम्बो हॉस्पिटल तिलकनगर प्रमोद कुमार मनहरण 91096-41162 एवं श्री कृष्णा हॉस्पिटल बजरंगी सिंह 91090-63571, इन दोनों अस्पतालों के नोडल अधिकारी जिला खनिज अधिकारी दिनेश मिश्रा मोबाइल नंबर 98261-90136 हैं।
सभी पंचायतों में उपलब्ध कराए गए हैं पल्स आक्सीमीटर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों को भी विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। यहाँ स्थानीय अमले द्वारा कोरोना मरीजों के चिन्हांकन का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी की जा रही है कि सर्दी-खांसी, बुखार जैसे लक्षण कोरोना के हो सकते हैं ऐसी स्थिति में तुरंत नजदीकी फीवर क्लीनिक पहुँचकर टेस्ट कराएं।
टेस्ट करने पर पाजिटिव आते ही चिकित्सक के परामर्श पर हास्पिटल रिफर करने या होम आइसोलेशन की सलाह दी जाएगी, इसके साथ ही मरीज को रोग निरोधी किट भी दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में सलाह दी गई है कि कोरोना के लक्षणों को गंभीरता से लें और ऐसे लक्षण उभरते ही तुरंत टेस्ट कराएं। इसके साथ ही ग्रामीणों को यह भी सलाह दी गई है कि यदि कोरोना मरीज के निकट संपर्क में रहे हों तो भी टेस्ट करा लें।
नगरी, 21 अपै्रल। मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी धु्रव ने सिहावा विधानसभा क्षेत्रवासियों से निवेदन किया है कि सर्दी, खांसी, बुखार जैसे स्थिति से खुद का बचाव करें एवं फ्रिज का पानी ना पिए तथा ठंडी जगह में न रहे, यदि किसी को लगता है कि सर्दी, खांसी, बुखार का लक्षण है, तो अपने आप को परिवार से अलग रखकर स्वास्थ्य परीक्षण करवाएं (कोरोना जांच) यदि मरीज जाने के लायक नहीं है, तो डॉक्टर डी एन सोम मो.न 9981221107 एवं बीपीएम हितेंद्र साहू 8120185500 से संपर्क कर सकते है। सभी व्यक्ति को मास्क लगाना एवं समय समय पर हाथ धोना जरूरी है, तथा कोई भी व्यक्ति एक दूसरे से हाथ न मिलाए एवं एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखे तभी हम कोरोना संक्रमण की चैन को तोड़ सकते है।
जिला कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार ब्लॉक कांग्रेस कमेटी नगरी द्वारा कोरोना हेल्प टीम तैयार की गई है, जिसमें कोरोना से संबंधित किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या हो तो निम्न व्यक्तियों से संपर्क कर सकते हैं। ये आपको सहयोग प्रदान करेंगे।
पूरन नेताम नगरी 7587122423, अकरम खान नगरी 7647968344, सोनू चौहान नगरी 9301213413, खम्मन साहू फरसियां 7697371348, गजेन्द्र सोनबोइर सांकरा 9977097550।
यदि नगर एवं गांव में किसी व्यक्ति में किसी को कोरोना के लक्षण दिखे, तो सरपंच एवं विधायक से भी संपर्क कर सकते है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 21 अपै्रल। इन दिनों कोरोना से डॉक्टर मरीजों को बचाने हेतु दिन रात मेहनत कर रहे है। इस कोरोना वाइरस के संक्रमण को देखते हुवे सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी धु्रव ने विधायक निधि से 25 लाख की राशि से सर्व सुविधायुक्त एम्बुलेंस देने की घोषणा की है। इस एम्बुलेंस में एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम है।
विगत दिनों जब विधायक शासकीय अस्पतालों के निरीक्षण करने पहुंचे, तो डॉक्टरों से पूछा गया कि आपको अस्पताल में क्या कमी है। जिस पर डॉक्टरों द्वारा विधायक से निवेदन किया गया कि हमारे यहां सर्व सुविधायुक्त एम्बुलेंस की आवश्यकता है। जिसे विधायक ने सहर्ष स्वीकार कर एम्बुलेंस देने की घोषणा कर दी।
नगरी शासकीय अस्पताल में 50 बिस्तर कोविड हॉस्पिटल, 30 बिस्तर सेंटर आक्सीजन सप्लाई तथा 20 नग छोटा ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है। मरीजों को जरूरत पडऩे पर ऑक्सीजन दिया जाता है। साथ ही नगरी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना के इलाज हेतु सभी आवश्यक दवाई जैसे-रेमडेसिविर इंजेक्शन, आइव्रमेकटीन टेब इत्यादि आवश्यक दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। प्रतिदिन 200-250 टेस्ट किट उपलब्ध हो रहा है एवं आरटीपीसीआर टेस्ट 1100 वर्तमान में उपलब्ध है। साथ ही 250 बेड का आइसोलेशन बनाया गया है। 81 मरीजों को इसमें भर्ती किया गया था, जिसमें 37 मरीज कोरोना से जंग जीतकर अपने घर जा चुके है।
अभी तक 40026 लोगों को कोरोना वेक्सीन नगरी ब्लॉक में लगा दी गई है। ग्राम पंचायत में जो क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाई गई है, वो स्वास्थ्य विभाग की सतत् निगरानी में कोरोना ग्रसित मरीजों को किसी प्रकार तकलीफ होने पर 108 के माध्यम से कोविड केयर सेंटर नगरी में ईलाज के लिए लाया जा रहा है।
सिहावा विधायक ने क्षेत्र वासियों से अपील किए है कि समय-समय पर हाथ धोये, मास्क का उपयोग करे, लोगों से दूरी बनाकर रखे, सेनेटाइजर का प्रयोग करे। स्वास्थ्य असहज महसूस होने पर अपने आप को अपने परिवार से अलग कर तत्काल अस्पताल जाकर इलाज कराए और अपनी जान की रक्षा करे।