महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 21 अपै्रल। कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए नगर में भी 80 बेड कोरोना सेंटर सोमवार को प्रारंभ कर दिया गया। ज्ञात हो कि करीब पखवाड़े भर पूर्व ही कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम लहरौद स्थित एकलव्य स्कूल को कोरोना अस्पताल बनाने के कार्य में बीएमओ के सहयोग से जुटे थे।
इस संबंध में एसडीएम राकेश कुमार गोलछा ने बताया कि रविवार को स्थानीय व्यवसायियों व सामाजिक प्रतिनिधियों के सहयोग से सोमवार को 5 ऑक्सीजन बेड बगैर किसी औपचारिकता के ही प्रारंभ कर दिया गया है। वर्तमान में 6 कंसंट्रेटर ऑक्सीजन मशीन विभिन्न दानदाताओं द्वारा उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा 4 ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए हैं, जिसे मिला कर अब तक कोविड सेंटर के कुल 80 बेड में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त एवं 70 बेड आइसोलेशन के लिए उपलब्ध हैं। स्थानीय व्यवसायियों एवं विभिन्न समाजों के द्वारा दिये गए सहयोग से अब स्वास्थ्य अमले एवं प्रशासन के प्रयास सफल होंगे और क्षेत्र अब कोरोना से पीडि़तों को स्थानीय स्तर पर उपचार देने में सक्षम हो गया है। अब गंभीर पीडि़तों को ही जिला अस्पताल भेजा जाएगा।
मरीजों की भर्ती चालू-डॉ.तारा
इधर स्थानीय खंड चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कल ही चार मरीजों को कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां स्थानीय चिकित्सकों द्वारा ही उपचार किया जा रहा है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग का पहला लक्ष्य है मरीजों की जान बचाना। उसके लिए कोविड अस्पताल में प्रोटोकॉल का तहत अस्पताल में कार्यरत सीमित कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
ज्ञात हो कि वर्तमान में अनेक स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मी कोरोना की चपेट में आने के कारण स्वास्थ्य अमले में खासी कमी आ गयी है।
खेल मैदान में कोरोना टेस्ट
क्षेत्र में लगातार हो रही कोरोना मौतों से भयभीत क्षेत्रवासी थोड़ी सी परेशानी में भी अपना कोरोना टेस्ट करवा कर उपचार प्रारंभ करवाना चाहते थे। जिसके कारण स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भारी भीड़ होने से संक्रमण का जोखिम बढ़ गया था। लिहाजा इससे निपटने स्थानीय खेल मैदान में ही कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। यहां भी क्षेत्र के अलावा कसडोल, बागबाहरा एवं महासमुंद क्षेत्र के लोग भी कोरोना जांच हेतु लगातार पहुंच रहे हैं। लिहाजा अब स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में कोविड जांच हेतु एंटीजन किट कम पड़ रहे हंै। किट के अभाव में प्रतिदिन 200-250 जांच के बाद जांच रोक दी जाती है।
अब संक्रमण की दर पहले से कम
खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा अग्रवाल ने बताया कि अब पूर्व की अपेक्षा 10 से 15 फीसदी पॉजिटिविटी की दर कम हुई है। इससे अब कोरोना की रफ्तार कम होने के संकेत मिलने लगे हंै। उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि उन्हें कोई लक्षण दिखे तो कोरोना जांच अवश्य कराए। यदि पॉजिटिव भी है, तो भी तनाव न ले और शासकीय अस्पताल के डॉक्टरों से सम्पर्क कर उपचार कराएं। सभी क्षेत्रों के लिए पृथक से होम आइसोलेशन हेतु डॉक्टर नियुक्त है। इन डॉक्टरों से उनके जारी मोबाइल नंबर पर या ग्रामीण स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क कर उपचार कराएं। दवा शासकीय अस्पताल में नि:शुल्क दी जा रही है।