छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भाटापारा, 14 अप्रैल। नवरात्र के प्रथम दिन शक्तिपीठों में ज्योत प्रज्जवलित किए गए हैं। चौत्र नवरात्रि पर्व का प्रथम दिन सिंगारपुर मांवली माता एवं तरेंगा महामाया मंदिर देवी मंदिर माता देवालय शीतला मंदिर, अवरेठी शीतला मंदिर, हथनीपारा, शीतला मंदिर, सिद्ध बाबा काली मंदिर, सिद्ध बाबा धौराभाठा मंदिर तथा विभिन्न शक्ति पीठों मे ज्योत जलाकर नवरात्र आरंभ किया गया।
कोरोना महामारी के चलते कम लोगों की उपस्थिति मे स्थापना पूजन हवन कर घट स्थापना की गई भक्तों के मनोकामना ज्योत मंदिर मे जलाये गये है। सभी मंदिरो मे लॉकडाउन के कारण कोई भी भक्त घट स्थानापना मे शामिल नहीं हो पाये है प्रबंधन समितियों के लोगों द्वारा पुजारी एवं प्रबंधन समिति के कुछ व्यक्ति घट स्थापना मे शामिल हुए। प्रशासन की ओर से लगाए गए लॉकडाउन का असर नवरात्रि पर्व पर भी देखने को मिला है। ज्योत प्रज्जवलन के साथ-साथ जवांरा रोपण का कार्य भी नवरात्रि आरंभ के साथ हुआ।
सिंगारपुर मंदिर में जंवारा के दो स्वरूप देखने को मिलता है। इसमें प्रथम रूप सेत जंवारा होता है जिसके तहत तेल घी से ज्योति प्रज्जवलित होता है। शक्ति की आराधना मनोवांछित फल देने वाली व सर्वकष्ट निवारणी के रूप में माना जाता है। तरेंगा वाली माता महामाया की भी छबि कष्ट हरने वाली के रूप में है। शैव सम्प्रदाय के भक्तों से लेकर आज तलक क्षेत्र की आस्था मॉ के लिए बनी हुई है। लोग यह मानते है कि मॉ की चरणों में कष्ट का निवारण छुपा हुआ है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। आयुक्त हरेश मंडावी सीएसपी विवेक शुक्ला एसडीएम विनय पोयाम सहित अधिकारियों ने शहर में भ्रमण कर बाहर घूमने वालों से अनुरोध कर घर वापस भेजे। भ्रमण के दौरान पुलिस विभाग के आला अधिकारी नगर पालिक निगम दुर्ग के अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने 19 अप्रैल तक 5 दिन लॉकडाउन में सहयोग करने की अपील की ।
आयुक्त हरेश मंडावी आज शाम 6 बजे सीएसपी विवेक शुक्ला एसडीएम विनय पोयाम तथा पुलिस और निगम अधिकारियों के साथ पटेल चौक से होते हुए पचरीपारा, तकिया पारा से होकर केलाबाड़ी, पोटियाकला होते हुए बोरसी क्षेत्र का भ्रमण किए।
उन्होंने घरों से बाहर निकलने वाले और घूमने वाले लोगों को रोक-रोककर बाहर निकलने का कारण पूछा और उनसे अनुरोध कर घर वापस भेजें। उन्होंने आम जनता से अपील कर कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए लॉकडाउन आवश्यक इसके तहत जिला कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे द्वारा निर्णय लिया गया है कि कोरोना संक्रमण का चैन तोडऩे 5 दिन का और लॉकडाउन किया जाए।
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार पूरे जिले में 5 दिन का 19 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है।
अत: नागरिकों से अपील है की लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति बिना कारण घर से बाहर ना निकले। आपके सहयोग से जिला प्रशासन और निगम प्रशासन की सक्रियता से जिला और शहर में कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव केस में गिरावट आई है। पांच दिन के आपके सहयोग से हम शहर में कोरोना संक्रमण को नियंत्रण कर सकेंगे। लॉकडाउन का जायजा लेते वक्त बाहर घूमने वालों और दुकान खोलकर सामान बेचने वालों पर जुर्माना लगाकर कार्यवाही भी की गई।
हमारे पास किट की कोई कमी नहीं है बल्कि 9 कर्मी ट्रेनिंग में गए हैं-सीएमएचओ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 अप्रैल। महासमुंद में कई लोग लगातार दो दिनों से जिला अस्पताल परिसर व टाउन हॉल का चक्कर काट रहे हैं। यहां उन्हें किट नहीं होने के कारण वापस भेज दिया जा रहा है।
कल मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर के टेस्टिंग सेंटर में दोपहर 12 बजे से ही टेस्ट किट नहीं होने का बोर्ड लगाकर सेंटर को बंद कर दिया गया। यहां से निकलकर लोग टाउन हाल में भी टेस्ट कराने के लिए लंबे समय तक इंतजार करते रहे, लेकिन यहां टाउन हॉल में कोई भी स्वास््थ्यकर्मी नहीं पहुंचा। कई लोग दो दिनों तक लगातार टेस्टिंग के लिए महासमुंद में घूम रहे हैं लेकिन उनका टेस्ट नहीं हो रहा है।
अब जाकर जानकारी मिली है कि जिला अस्पताल के कर्मचारी ट्रेनिंग के लिए राजधानी के मेकाहारा गए हैं। इनकी ट्रेनिंग शनिवार तक चलेगा। ट्रेनिंग खत्म होने के 2-3 दिन के अंदर लैब शुरू हो जाएगा। यही कारण है कि टेस्ट कराने पहुंच रहे लोगों को वापस भेजा जा रहा है। कल मंगलवार को कोविड अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्था, टेस्टिंग कम करने और टेस्टिंग सेंटर्स में सुविधाएं नहीं होने के विरोध में पूर्व विधायक डॉ विमल चोपड़ा ने जिला अस्पताल में प्रदर्शन किया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने जमकर नारेबाजी की और अस्पताल के सामने ही धरने पर बैठ गए।
जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुासर महासमु्ंद में बायोलॉजी लैब को जल्द शुरू किया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के 9 अधिकारी राजधानी के मेकाहारा स्थित लैब में ट्रेनिंग ले रहे हैं। यह ट्रेनिंग एक सप्ताह की है, जिसके 2 से 3 दिन बाद महासमुंद का पुराना जिला चिकित्सालय स्थित वायरोलॉजी लैब शुरू हो जाएगी। यह ट्रेनिंग बीते शनिवार से शुरू हुई है जो आगामी शुक्रवार तक चलेगी। इसी कारण वर्तमान समय में जिले में टेस्टिंग का कार्य प्रभावित हुआ है। मंगलवार को जिला मुख्यालय के खरोरा और टाउन हॉल में इसके चलते टेस्ट नहीं हो पाया। इसी के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है।
हालात यह है कि मंगलवार को जिला अस्पताल परिसर के टेस्टिंग सेंटर में दोपहर 12 बजे से ही टेस्ट किट नहीं होने का बोर्ड लगाकर सेंटर को बंद कर दिया गया। यहां से निकलकर लोग टाउन हाल में भी टेस्ट कराने के लिए लंबे समय तक इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी स्वास्थ्य कर्मी टाउन हॉल नहीं पहुंचा।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ.एनके मंडपे कहते हैं कि हमारे पास किट की कोई कमी नहीं है बल्कि 9 कर्मी ट्रेनिंग में गए हैं। जिसके कारण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। जिले में जल्द वायरोलॉजी लैब शुरू होने वाली है। कर्मचारियों की ट्रेनिंग शनिवार तक चलेगा। इसके 2 से 3 दिन के अंदर लैब शुरू हो जाएगा और लोगों को जल्द रिपोर्ट मिलेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 अप्रैल। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए संसाधन जुटाने जिले के चारों विधायकों ने अपनी निधि से 25.25 लाख रुपए की राशि देने का फैसला किया है।
विधायक निधि से फंड देने की फैसले से मंगलवार को कलेक्टर डोमन सिंह को भी अवगत कराया गया। बाद इसके संसाधन जुटाने कई पहलुओं पर चर्चा की गई। जिले के वरिष्ठ विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह, विनोद सेवनलाल चंद्राकर, द्वारिकाधीश यादव व किस्मतलाल नंद ने जिले में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर चिंता जताते हुए अपनी विधायक निधि से 25-25 लाख रुपए की राशि देने का फैसला किया है।
कल मंगलवार को कलेक्टोरेट कक्ष में संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर की मौजूदगी में कलेक्टर डोमन सिंह व जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा सहित महासमुंद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ पीके निगम व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की हुई बैठक में कोरोना संक्रमण से निपटने आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने सहित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। बैठक के दौरान संसदीय सचिव ने विधायक निधि से 25-25 लाख रुपए की राशि दिए जाने के फैसले की जानकारी दी।
संसदीय सचिव विनोद चंद्राकर ने कल मंगलवार को जिला हॉस्पिटल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। जल्द ही इससे मरीजों को सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। निरीक्षण के दौरान मौजूद प्रोफेसर डॉ.वर्मा ने संसदीय सचिव को बताया कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना होने से कई समस्याओं से निजात मिलेगी। प्लांट में ऑक्सीजन जनरेट होने के बाद सीधे पाइप के माध्यम से मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचेगा। इससे चिकित्सा सुविधा का विस्तार हो सकेगा। उन्होंने बताया कि प्लांट से 24 घंटे में करीब 175 सिलेंडर के बराबर ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगा।
कचांदुर व जिला अस्पताल की सुधरेगी व्यवस्था, मिले 10 डॉक्टर- वोरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अप्रैल। जिले में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलाव को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था एवं सुविधाओं के विस्तार के लिए वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुख्यमंत्री निवास जा कर मुलाकात की।
विधायक वोरा ने मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति से अवगत करवाते हुए कहा कि शहर में ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर एवं आईसीयू यूनिट पर्याप्त संख्या में बढ़ाया जाना आवश्यक है। लोग सुबह से शाम तक भटक रहे हैं और उन्हें सही इलाज नहीं मिल पा रहा है। कोरोना उपचार के लिए जरूरी कोरोना किट, रेमडीसीवर इंजेक्शन वॉयल, टेस्टिंग किट एवं वैक्सीन की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित करने विशेष गाइड लाइन जारी करने की जरूरत है।
जिला अस्पताल के अलावा शहर में एक और 200 बिस्तर आइसोलेशन सेंटर और कम से कम 100 ऑक्सीजन बेड, 20 आईसीयू और 10 वेंटिलेटर वाला डेडिकेटेड कोविड सेंटर शुरू किया जाए साथ ही चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल कचांदुर और जिला अस्पताल में अव्यवस्था की शिकायत करते हुए उन्होंने श्री बघेल को बताया कि खाना, पीने का पानी, भर्ती मरीजों की देखरेख किसी चीज की व्यवस्था नहीं है।
भर्ती मरीजों के परिजनों को सूचना मिलने का भी कोई माध्यम नहीं है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने सीएम से भारती कालेज, आयुर्वेदिक कालेज चंदखुरी में भी ऑक्सीजन सिलिंडर युक्त आइसोलेशन सेंटर शुरू करने व निगम द्वारा आइसोलेशन सेंटर शुरू करने डॉ एवं नर्सिंग स्टॉफ उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
श्री बाकलीवाल ने कहा कि आरटीपीसीआर कि रिपोर्ट में देरी और उभरते लक्षण ही मृत्यु दर बढऩे का प्रमुख कारण है। आइसोलेशन सेंटर में पर्याप्त सुविधा रहने पर काफी राहत मिल सकेगी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने त्वरित एक्शन लेते हुए कलेक्टर से फोन कर सीएम अस्पताल कचांदुर एवं जिला अस्पताल की व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। वोरा के आग्रह पर 10 अतिरिक्त डॉक्टरों को दुर्ग के हालात संभालने नियुक्त करने का आदेश जारी किया।
प्रशासनिक तंत्र की कोशिशों, जनता की भागीदारी और कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की वजह से कोरोना केसेज में दो दिनों से आ रहा स्लोडाउन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 14 अपै्रल। कोरोना की दूसरी लहर पहली की तुलना में कई गुना तेज है और तेजी से लोगों को संक्रामित कर रही है। पिछली बार जहाँ पीक में कोरोना से अधिकतम 400 पॉजिटिव मरीज आए थे, इस बार अधिकतम 2200 तक मरीज एक ही दिन में आए हैं। इस तरह से देखा जाए तो दुर्ग जिला अपने इतिहास की सबसे असाधारण आपदा का सामना कर रहा है। संकट के बीच उज्ज्वल पक्ष यह भी है कि प्रशासन ने अपने पूरे संसाधन और संकल्पशक्ति इस आपदा को रोकने में झोंक दी है। बीते दो दिनों में कोरोना वायरस के केसेज में कुछ स्लोडाउन हुआ है वो इसे इंगित करता है। इन बिन्दुओं में देखें तो हमें पता चलता है कि कितने बड़े स्तर पर कार्य दुर्ग में कोरोना वारियर्स कर रहे हैं।
टेस्टिंग और ट्रेसिंग- शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट पर फोकस करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। पिछली लहर में अधिकतम हजार टेस्ट हो रहे थे। इस बार चार हजार टेस्ट हर दिन हो रहे हैं। पीपीई किट के भीतर पसीना बहाते कोरोना वारियर्स जाने अपने सेंटर में कितने लोगों का टेस्ट कर रहे हैं। उनकी मेहनत को जज्बे को सलाम हैं। टेस्टिंग के बाद ट्रेसिंग भी अहम टास्क है। इसमें टाइम मैनेजमेंट काफी मजबूत हुआ है। ट्रेसिंग का डाटा अभी 90 प्रतिशत है। कभी-कभी मरीज गलत मोबाइल नंबर या एड्रेस दे देते हैं जिससे लोकेट करने में उन्हें तकलीफ होती है।
आक्सीजन बेड्स और हास्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर- कोविड में बड़ी दिक्कत आक्सीजन लेवल लो हो जाने की होती है। ऐसे में सभी हास्पिटल में हास्पिटल बेड्स और आक्सीजन बेड्स युद्धस्तर पर बढ़ाये जा रहे हैं। जिला चिकित्सालय में कोविड के 100 बेड और रेस्पिरेटरी के 60 बेड की सुविधा दी गई है। चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर हास्पिटल में 400 बेड हैं। सुपेला अस्पताल में 80 बेड तथा कुम्हारी में 20 बेड हैं। पाटन में 100 बेड, झीठ में 20 बेड तथा धमधा में 40 बेड का सेंटर खोला गया है। इसके अलावा सामाजिक संगठन भी काफी आगे आकर कोविड मरीजों को सामान्य बेड एवं आक्सीजन बेड उपलब्ध करा रही हैं। महावीर कोविड केयर सेंटर में 100 लोगों के इलाज की सुविधा है इसमें 15 आक्सीजन बेड उपलब्ध हैं। अग्रवाल समाज के भवन में 21 बेड हैं जिनमें 18 आक्सीजन बेड हैं।
शासकीय अस्पतालों और कोविड सेंटर में इस तरह से छह सौ मरीजों के लिए आक्सीजन बेड की सुविधा है। इसमें लगातार इजाफा किया जा रहा है। सेक्टर-9 हास्पिटल में पहले 30 बेड थे अब 400 बेड में मरीजों को सुविधाएं दी जा रही हैं। हर दिन अतिरिक्त आक्सीजन बेड की उपलब्धता बढ़ाई जा रही है और इस पर युद्धस्तर पर कार्य हो रहा है।
होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर- होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर के माध्यम से लगभग तेरह हजार मरीजों की हर दिन स्वास्थ्य देखभाल की जा रही है। इन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। मरीज की स्थिति के अनुरूप जरूरत पडऩे पर हायर सेंटर रिफर करने का निर्णय लिया जाता है। इसके लिए विज्ञान विकास केंद्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है।
काल सेंटर और एंबुलेंस के लिए हेल्पलाइन- काल सेंटर तथा हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से लोगों की हर संभव सहायता की जा रही है। इसके साथ ही डेडिकेटेड कोविड सेंटर के लिए नियुक्त किये गए चिकित्सक, स्टाफ नर्स एवं वार्ड ब्वाय- कोविड हास्पिटल के लिए पांच डाक्टरों की नई नियुक्ति के साथ ही डीएमएफ और एनएचएम के माध्यम से 70 स्टाफ नर्स, डीएमएफ के माध्यम से 46 स्टाफ नर्स तथा डीएमएफ के माध्यम से 60 वार्ड ब्वाय नियुक्त किए गए हैं। अभी विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित सात पदों के लिए साक्षात्कार भी लिये जा रहे हैं। साक्षात्कार में चयनित होते ही इन्हें डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में नियुक्त कर दिया जाएगा।
कोविड एप्रोप्रिएट बिहैवियर के लिए किया जा रहा जागरूक- लोगों को मास्क पहनने एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर करने जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए सतत रूप से अभियान चलाया जा रहा है। जुर्माना वसूलने के साथ ही मास्क भी प्रदान किया जा रहा है।
किराना दुकान को किया सील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 अप्रैल। नगर निगम की टीम ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर शहर के अलग-अलग स्थानों में दबिश देकर दो दुकानों पर कार्रवाई करते 12 हजार रुपए का अर्थदंड वसूला है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम की टीम ने वर्धमान नगर स्थित उत्सव किराना स्टोर्स द्वारा दुकान खोलकर व्यवसाय किया जा रहा था। पुलिस पेट्रोलिंग टीम द्वारा समझाईश देने पर बहस करने की शिकयत पर निगम के राजस्व अमला ने दुकानदार से 7 हजार रुपए जुर्माना वसूला और दुकान सील की गई। इसी तरह गोल बाजार के गंगाराम फल दुकान में फल विक्रय करते पाए जाने पर उसे बंद कराकर 5 हजार रुपए अर्थदंड वसूला गया। बताया जा रहा है कि निगम की टीम द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि कोरोना प्रभावित क्षेत्रों, कोविड सेंटरों, मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, कोरोना जॉच सेंटर आदि में निगम की टीम द्वारा प्रतिदिन सेनेटाईज किया जा रहा है। इसी कडी में पेंड्री, हल्दी, मोहड़ राजीव नगर, नेहरू नगर सहित शहर के आंतरिक एवं बाह्य क्षेत्रों में आवश्यकता अनुसार प्रतिदिन सेनेटाईज किया जा रहा है। इसी प्रकार लॉकडाउन का उल्लंघन कर दुकानें खोलने पर उनके विरूद्ध अर्थदंड लगाकर दुकानें बंद कराने की कार्रवाई भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि आज वर्धमान नगर स्थित उत्सव किराना स्टोर्स द्वारा दुकान खोलकर व्यवसाय किया जा रहा था तथा पुलिस पेट्रोलिंग टीम द्वारा समझाईस देने पर बहस करने की शिकायत की सूचना पर निगम के राजस्व अमला ने दुकानदार से 7 हजार रुपए जुर्माना वसूला एवं दुकान सील की गयी। इसी प्रकार गोल बाजार के गंगाराम फल दुकान में फल विक्रय करते पाया गया, जिसे बंद कराकर 5 हजार रुपए अर्थदंड वसूला गया। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के इस गंभीर परिस्थिति में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
10 से 13 अप्रैल के बीच रोजाना 10 की कोरोना ने ली जान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 अप्रैल। राजनांदगांव में अप्रैल के पहले पखवाड़े में कोरोना से मौत होने की रफ्तार कम नहीं हो रही है। कोरोना के चलते जहां रोज हजार से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं कोरोना मौतों की संख्या भी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि कोरोनाग्रस्त होने के बाद लोगों को अपनी जान गंवाने का डर परेशान कर रहा है। लोग संक्रमण से बचाव से ज्यादा जान की सुरक्षा को लेकर चिंताग्रस्त हो गए हैं।
गुजरे 4 दिनों में कोरोना मौतों की संख्या 40 पार हो गई है। 10 से 13 अप्रैल के बीच 41 लोगों की जान चली गई। कोरोना मौतों में अलग-अलग पेशे से जुड़े लोग शामिल हैं। वहीं 35- 40 आयु के लोगों को भी कोरोना ने अपना शिकार बनाया है। अस्पतालों की हालत देखकर इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात में सुधार होता नहीं दिख रहा है। कोरोना संक्रमितों की तादाद में गिरावट भी कम नहीं हो रही है। हर रोज हजार से 1300 के बीच संक्रमित सामने आ रहे हैं। यह आंकड़ा ऐसे वक्त में आ रहा है जब समूचा राजनांदगांव जिला लॉकडाउन के गिरफ्त में है। इसके बावजूद संक्रमण के मामलों में कमी नहीं आ रही है। संक्रमण चेन तोडऩे के लिए 10 से 19 अप्रैल तक जिले को लॉक कर दिया गया है।
राजनांदगांव शहर की श्रमिक बाहुल्य वालों की दशा बेहद खराब है। श्रमिक इलाके बसंतपुर, शांति नगर, चिखली, गौरीनगर, नंदई, तथा लखोली इलाके में रोज दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। शहर का अंदरूनी इलाका भी कोरोना से अछूता नहीं है। आने वाले कुछ दिनों में स्थिति भयावह हो सकती है। इसके पीछे कारण यह है कि सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भरमार है। हालांकि प्रशासन रोजाना नए-नए जगहों को कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील कर रहा है।
इसी कड़ी में राजनांदगांव प्रेस क्लब ने भी कोरोना से जंग लडऩे के लिए अपने भवन को कोविड सेंटर के रूप में बदल दिया है। प्रदेश के मशहूर उद्योगपति बहादुर अली ने इंदामरा स्थित अपने स्कूल को भी कोविड केयर सेंटर का रूप दिया है। कुल मिलाकर जिले के लिए गुजरा 4 दिन भयानक साबित हो रहा है। वैसे तो अप्रैल का पहला पखवाड़ा मौतों की संख्या के लिहाज से डरावना साबित हो रहा है।
इधर जिलेभर में बीते 10 अप्रैल को जिलेभर से 997 संक्रमित सामने आए थे। जिसमें 344 शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से 653 शामिल हैं। इस दिन 10 लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवाई थी। इसी तरह 11 अप्रैल को जिलेभर से 961 संक्रमित, शहर से 451 व ग्रामीण से 510 और 10 लोगों की मौत हुई। वहीं 12 अप्रैल को 1284 लोग संक्रमित हुए थे। जिसमें शहर से 460 और ग्रामीण क्षेत्र से 824 लोग शामिल थे। इस दिन 11 लोगों की कोरोना से मौत हुई। वहीं 13 अप्रैल को 1368 लोग जिलेभर से कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए थे। जिसमें शहरी क्षेत्र से 404 और ग्रामीण क्षेत्र से 964 लोग शामिल हैं। इस दिन 10 लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवाई। इसी तरह चार दिन में 41 लोगों ने अपनी जान कोरोना से गंवाई है।
खेतों में खराब हो रही सब्जियां, राहत देने की उठी मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 14 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में लगाए गए लॉकडाउन में सब्जी उत्पादन करने वाले किसानों के समक्ष बड़ा संकट खड़ा हो गया है। लॉकडाउन के चलते सब्जी उत्पादक किसान अपनी फसल को बाजार बंद होने के चलते नहीं बेच पा रहे हैं। वहीं कोई व्यापारी उनकी फसल लेने तैयार नहीं है। ऐसी स्थिति में किसानों की सब्जियां खेतों में खराब हो रही है। जिससे किसानों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने शासन से इस समस्या के निराकरण के लिए उन्हें राहत देने की मांग की है।
वनांचल के सब्जी उत्पादन करने वाले किसान बीते 10 अप्रैल से जारी लॉकडाउन के चलते मुश्किलों में पड़ गए हैं। वे लॉकडाउन के चलते अपनी फसल को न तो बाजार में बेच पा रहे हैं और न ही उनकी फसल खरीदने कोई खरीददार सामने आ रहा है। ऐसी स्थिति में उनकी फसलें खेत में ही खराब हो रही है, जिससे उन्हें आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है।
मोहला के द्वारिका सोरी, मोहन निषाद, गोपेश भुआर्य व चौकी में सब्जी उत्पादन करने वाले किसान शैलेन्द्र मिश्रा, प्रज्ञारत्न गोडबोले, केकतीटोला के द्वारका परतेती, मेरेगंाव के एस.कुमार मिलिंद, जोरातराई के कोमल सिन्हा ने बताया कि वे गर्मी में टमाटर, लौकी, ककडी, खीरा, पपीता, भटा की फसल का उत्पादन करते हैं। इन सब्जी उत्पादकों ने बताया कि फसल अच्छी हुई है, लेकिन 10 अप्रैल से जारी लॉकडाउन के कारण वे अपनी फसल को खुले बाजार में बेच नहीं पा रहे हैं और न ही उनकी फसल खरीदने कोई व्यापारी या खरीददार पहुंच रहा है। जिससे उनकी फसल खेत में ही खराब हो रही है। यदि वे फसल तुड़वाकर रखते हैं तो वह घर में ही रखे-रखे खराब हो जाएगी और फसल तुड़ाई के लिए मजदूरों की मजदूरी का भी अतिरिक्त भार पड़ेगा। कृषकों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि यदि उनकी फसल नहीं बिकी तो उन्हें लाखों की क्षति का सामना करना पड़ेगा। सब्जी उत्पादक कृषकों ने छग शासन से लॉकडाउन की अवधि में कृषकों को राहत देने की मांग की है।
रायपुर ,13 अप्रैल। ईदगाह भाठा, मंगल बाजार निवासी तोषन लाल निषाद (53 वर्ष) का 12 अप्रैल को दोपहर 3.00 बजे निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार 13 अप्रैल को उनके गृह ग्राम सुंगेरा में किया गया। वे पीला राम निषाद के बेटे, सरोज निषाद के पति, हेमलता के पिता व रामेश्वर निषाद, राजेश, सुरेन्द्र, सुशील, हरीश, हेमन्त के बड़े भाई तथा पत्रकार मनीषा निषाद के जेठ थे।
गंडई, 13 अप्रैल। गंडई नगर के अदरूनी चौक चौराहों में लॉक डाउन का धजिय्या उड़ाया गया। कलेक्टर ने पूरे जिले भर में लाकडाउन लागू कर दिया है नियम कायदे और धाराएं पिछले बार हुए लॉक डाउन से ज्यादा सख्त बनाया गया है जिसकी कड़ाई से पालन करवाने प्रशाशनिक अमले के जिम्मे दिया गया है।
गंडई नगर के मुख्य चौक, हाइवे सडक़ एवं थाना के सामने लाकडाउन का पूरा असर देखने को मिलता है इन जगहों पर विरानीयत छाई रहती है परंतु नगर के सभी वार्डों के अंदुरुनी इलाकों में लोग बेख़ौफ़ होकर घूम रहे है और सामाजिक दुरी जैसे नियमों को ठेंगा दिखा रहे है वहीं कुछ दुकानदार अपनी दुकानदारी भी दुकान बंद करके बाहर से समानों को बेच रहे है। अभी बीते दिन ईंट भ_े में मजदूरों द्वारा कार्य कराया जा रहा था। बीते कल वार्ड नम्बर 09 में मछली और मुर्गा बेचा जा रहा था । इस प्रकार लगातार लॉक डाउन के नियमों को तोड़ा जा रहा है।
शाहिद की सजगता से कोविड मरीजों को राहत
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शाहिद भाई ने कोरोना संक्रमण की भयावता एवं लॉकडाउन के बाद बिगड़ते हालात को देखते जनता को राहत देने एवं मरीजों को उचित स्वास्थ्य व्यवस्था कराने के उद्देश्य से सोमनी में पूर्व संचालित ऑक्सीजन सिस्टमयुक्त सेंटर एवं मॉडल कॉलेज की व्यवस्था से कलेक्टर को पत्र के माध्यम से अवगत कराया। जिसकी जानकारी उन्होंने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव एवं जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर को भी दी। जिसका सुखद परिणाम यह रहा कि जिलाधीश राजनांदगांव ने तत्परता दिखाते अपने मातहत अधिकारियों को निर्देश देकर सोमनी के ऑक्सीजनयुक्त वाले बेडो को तत्काल प्रारंभ करने एवं मॉडल कॉलेज का निरीक्षण कर वहां भी मरीजों को सुविधा एवं चिकित्सा के लिए पर्याप्त इंतजाम के निर्देश दिए और स्वयं निरीक्षण करने किया।
उन्होंने वहां कोरोना संक्रमण के इस भीषण काल में जहां लोगों की ऑक्सीजन की कमी से मौत के मुंह में समा रहे थे, ऐसे समय में सकारात्मक व मजबूत सुझाव देकर शाहिद ने अपने समाजसेवा के प्रति जागरूकता प्रदर्शित किया। वहीं राज्य शासन की सुविधाओं का लाभ की जनता को मिले, इस ओर सार्थक कदम बढ़ाया। लॉकडाउन की अवधि में सभी कार्यालय बंद हैं और आवागमन में भी बंदिशें हैं। ऐसी स्थिति में सोशल मीडिया के माध्यम से शहर के प्रमुख व्हाट्सएप ग्रुप में एवं कलेक्टर, स्वास्थ्य मंत्री, प्रभारी मंत्री को पत्र लिखकर उक्त व्यवस्था को पुन: प्रारंभ करने का आग्रह किया था, जिस पर तत्काल कार्रवाई हुई। यह निश्चित रूप से राजनांदगांव में कोविड संक्रमण के बढ़ते दबाव से राहत देने वाला सुझाव और निर्णय है।
प्रदेश कांग्रेस महामंत्री शाहिद ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं का लाभ सभी लोगों को मिले। कांग्रेस का कार्यकर्ता होने के नाते व्यवस्था को सुनिश्चित कराना भी हमारा फर्ज है, ताकि जनता को सरकार की योजना, सुविधा का लाभ हो।
लगातार निधन व संक्रमितों की जानकारी से मन दुखी होता है, इसी के चलते सोमनी के संसाधन पर व माडल कॉलेज में कोविड सेंटर चालू करने के लिए जिला प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 13 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोविड-19 कोरोना संक्रमण के दूसरे दौर में राजनांदगांव जिले में फैली भयावह स्थिति एवं लचर स्वास्थ्य व चिकित्सा व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से जिले में आक्सीजन आपूर्ति, वेंटिलेटर बेड एवं जीवनरक्षक रेमडेशिविर इंजेक्शन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है।
विधायक श्रीमती साहू ने सोमवार को छग प्रभारी पीएल पुनिया, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम के निर्देश पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल बैठक में शामिल हुई। विधायक श्रीमती साहू ने बताया कि बैठक में प्रदेश प्रभारी श्री पुनिया के अलावा सीएम श्री बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री सिहंदेव के अलावा अन्य मंत्री व विधायकगण शामिल हुए। बैठक में विधायक श्रीमती साहू ने कोविड-19 कोरोना संक्रमण के हालातों में मिल रहे स्वास्थ्य व चिकित्सीय सुविधाओ पर चिंता जाहिर करते जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की मांग की। उन्होंने जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज में वेंटिलेटर बेड व आक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कोरोना से पीडि़त मरीजों के लिए आवश्यक रेमडेशिविर इंजेक्शन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग रखी। उन्होंने विभिन्न प्रयासों के लिए सीएम बघेल व स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव का आभार व्यक्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 13 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन ने जिलेभर में लॉकडाउन लगाया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड की कार्रवाई करते 6500 रुपए वसूली की।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने नगर में भ्रमण करते उल्लंघन करने वालों से अर्थदंड की वसूली की। सोमवार को राजस्व विभाग, पुलिस विभाग एवं नगर पंचायतत गंडई की टीम ने सब्जी बेचते एक व्यक्ति को पकडक़र एक हजार का अर्थदंड लगाते प्रोटोकॉल का पालन करने समझाईश दी। वहीं मुर्गी फार्म में मटन बेचने पर कार्रवाई करते 5 हजार तथा एक व्यक्ति को मास्क नहीं लगाने पर 500 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया।
इस तरह टीम ने कार्रवाई करते 6 हजार 500 रुपए का अर्थदंड वसूला। उक्त कार्रवाई के दौरान नायाब तहसीलदार भरतलाल ब्रम्हें, सीएमओ प्रमोद शुक्ला, थाना प्रभारी शशिकांत सिन्हा एवं तीनों विभाग की टीम मौजूद थी।
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन राजनांदगांव के जिला संयोजक डॉ. केएल टांडेकर एवं जिला महासचिव सतीश ब्यौहरे ने जिले के शासकीय सेवकों से कोरोना वैक्सीनेशन अभियान का तत्काल लाभ लेते कोरोना टीका लगवाने की अपील की है। फेडेरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं नागरिकों की सुरक्षा के लिए जनता को कोरोना वैक्सीनेशन का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए, क्योंकि वर्तमान समय में देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। जिसमें पॉजिटिव संक्रमण के बढ़ते प्रकरणों के कारण लोगों की मृत्यु दर में भी अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि शासन प्रशासन द्वारा भी 45 या अधिक उम्र के शासकीय सेवकों को कोरोना का टीका अनिवार्यत: लगवाने हेतु निर्देशित किया गया है।
अन्यथा कोषालय से उनका आगामी माह का वेतन आहरण नहीं किया जा सकेगा।
चिन्हांकित स्थानों में ले सैम्पल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। दिग्विजय स्टेडियम स्थित सेंटर वार रूम में कलेक्टर टीके वर्मा ने सोमवार को कोविड-19 लॉकडाउन की समीक्षा करते कहा कि जिले के राजनांदगांव, डोंगरगढ़, खैरागढ़ और छुईखदान में कोविड-19 के केस ज्यादा आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चिन्हांकित स्थानों में आरटीपीसीआर एवं ट्रूनॉट के ज्यादा सैम्पल लें। उन्होंने कोविड-19 जांच की गति बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने कार्यों की पूरी जानकारी रखें और दिनभर की गतिविधियों की जानकारी देंगे, ताकि कोरोना से लड़ाई के लिए रणनीति तैयार की जा सके। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल एवं कोविड केयर सेंटर में स्टाफ की भर्ती प्राथमिकता से करें। इसके लिए मेडिकल कॉलेज एवं नर्सिंग स्टॉफ को भी लेना है। मानव संसाधन की कमी नहीं होनी चाहिए। सभी एसडीएम जहां ज्यादा केस हैं, वहां कंटेन्मेंट जोन घोषित करें।
उन्होंने कहा कि सैम्पल लेने वाली जगह पर सुविधाओं पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने सैम्पलिंग किट, लॉकडाउन की स्थिति, कोविड संक्रमित शव के अंतिम संस्कार के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि वैक्सीनेशन की गति बढ़ाए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ट्रीटमेंट हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी, उद्याचल राजनांदगांव, प्रेस क्लब, अजीज पब्लिक स्कूल इंदामरा, फतेह सिंह हॉल (गुरूनानक स्कूल) में कोविड केयर सेंटर प्रारंभ होने से कोविड-19 संक्रमितों का उपचार किया जा सकेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों के लिए डोर-टू-डोर सर्वे कराएंगे। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के मरीजों को उनकी स्थिति के अनुसार उपचार प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी भी लोग सैम्पल देते समय अपने घर का गलत पता दे रहे हंै। जिससे ट्रेस नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर ने कहा कि सैम्पल देते समय नागरिकों का आईडी कार्ड जरूर देखें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर हरिकृष्ण शर्मा, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कविलाश टंडन, शासकीय मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, राहुल रजक, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग रेणु प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम, ईडीएम सौरभ मिश्रा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती पर महापौर हेमा देशमुख ने आम्बेडकर अनुयायियों को शुभकामनाएं देते उनके सिद्धांतो, मार्गों का अनुशरण कर घर में जयंती मनाने की अपील की है
महापौर देशमुख ने कहा कि कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है, लेकिन हमें घबराना नहीं है, बल्कि सावधानी बरतनी है। लॉकडाउन का पालन करना है, घर में रहना हैै, घर से बाहर नहीं निकलना है। संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचना है, नियमित रूप से दिन में कई बार हाथों को हैंडवास, साबुन एवं साफ पानी से धोना है, संक्रमित सामग्रियों के संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोये अपनी आंख, नाक एवं मुंह को नहीं छूना है। 45 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन लगवाना है। धैर्य रखकर सावधानी बरतकर, सुरक्षित रहकर ही हम इस कोरोना वायरस से लड़ सकते हैं।
पॉजिटिव रिपोर्ट पर किया जाएगा क्वारेंटाईन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने अब अन्य प्रदेशों से जिले में आने वाले रेल यात्रियों की कोरोना जांच की व्यवस्था शुरू कर दी है। कलेक्टर टीके वर्मा ने सोमवार को व्यवस्था के संबंध में राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन का निरीक्षण कर संक्रमण पर नियंत्रण के लिए रेल के माध्यम से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि रेल्वे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने से पूर्व 72 घंटे के भीतर कराए गए कोरोना जांच टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य होगा। जारी निर्देश के अनुसार ऐसे यात्री जिनके पास निर्धारित समयावधि की कोरोना जांच टेस्ट रिपोर्ट नहीं होगी, उनकी कोविड जांच रेल्वे स्टेशन पर की जाएगी। कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर उन्हें संस्थागत क्वांरेनटाइन, कोविड केयर सेंटर अस्पताल में रखा जाएगा। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ट्रेन के समय के अनुसार कोविड-19 टेस्ट के लिए ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने इस अवसर पर कोरोना जांच के लिए काउंटर बनाने के निर्देश दिए और यात्रियों का सैम्पल लेने के लिए टीम का गठन करने और ड्यूटी लगाने के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि व्यवस्था बनाने रखने के लिए रेल्वे पुलिस की ड्यूटी रहेगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम मुकेश रावटे एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
एसडीएम ने किया डोंगरगढ़ स्टेशन का निरीक्षण
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व डोंगरगढ़ अविनाश भोई ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए रेल से आने वाले यात्रियों के कोविड परीक्षण के मद्देनजर डोंगरगढ़ रेल्वे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य स्टेशन प्रबंधक को यात्रियों से रेल्वे स्टेशन पर ट्रेन पहुंचने से पूर्व 72 घंटे के भीतर कराए गए कोरोना जांच टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट की जांच करने कहा। रिपोर्ट नहीं होने पर स्टेशन पर ही कोरोना जांच के लिए सैंपल लेने और रिपोर्ट आने तक संबंधित यात्री को क्वारेंटाईन करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं महामारी नियंत्रण अधिनियम के तहत आवश्यक मेडिकल स्टॉफ, अधिकारियों, शिक्षकों एवं पुलिस बल की टीम तैनात किए गए हैं। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस चंद्रेश ठाकुर, डोंगरगढ़ मुख्य स्टेशन प्रबंधक एके मंडल एवं मुख्य वाणिज्य निरीक्षक प्रमोद यादव उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। बर्फानी सेवाश्रम समिति ने वर्तमान में कोरोना के बढ़ते प्रकोप की भयावह स्थिति को देखते 13 अप्रैल से प्रारंभ होने वाली चैत्र नवरात्र व हिन्दू नववर्ष प्रारंभ को सादगी से श्रद्धा भक्तिभाव के साथ मनाने का निर्णय लिया है। संस्था ने श्रद्धालुओं के सिद्धपीठ प्रवेश पर रोक के साथ सभी से कोरोना गाईड लाइन का पालन करते घरों में ही पूजा-अर्चना करने की अपेक्षा की है।
संस्था के सचिव गणेश प्रसाद शर्मा गन्नू ने बताया कि मां पाताल भैरवी मंदिर में हिन्दू नववर्ष चैत्र नवरात्र 13 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। संस्था ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए लॉकडाउन को देखते नवरात्र पर मां और देवी-देवताओं का पूजा-पाठ, पंडित-पुजारी व संस्था के सदस्यों द्वारा की जाएगी। आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर बंद रहेगा। आम श्रद्धालुओं द्वारा स्थापित लगभग 1151 ज्योति कलश पुजारी व बैगा द्वारा प्रज्जवलित की जाएगी। नवरात्र की पंचमी 17 अप्रैल को माता सहित समस्त देवी-देवताओं का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। 20 अप्रैल को महाष्टमी हवन, 21 अप्रैल को ज्योति कलश विसर्जन प्रशासन की गाईड लाइन के तहत संस्था के सदस्यों व पुजारियों द्वारा किया जाएगा। संस्था द्वारा इस बार नवरात्र के अवसर पर होने वाला सार्वजनिक भंडारा-प्रसादी व कुंवारी कन्या भोजन भी नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। कोविड-19 संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के दृष्टिगत कलेक्टर टीके वर्मा ने सोमवार को कोविड-19 ट्रीटमेंट हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी एवं एबीस ग्रुप द्वारा संचालित कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। जिले में कोविड-19 के बढ़ते मरीजों की संख्या चुनौतीपूर्ण है। इन विषम परिस्थितियों में कोविड संक्रमित मरीजों के क्वारेंटाईन के लिए व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर वर्मा ने निरीक्षण के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते समस्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि कोविड-19 ट्रीटमेंट हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी में आज से 40 बेड के लिए सेवाएं प्रारंभ की जा रही है। जिसमें से 15 ऑक्सीजन बेड हैं। 24 घंटों के लिए डॉक्टर एवं स्टाफ की ड्यूटी लगा दी गई है।
कलेक्टर वर्मा ने एबीस ग्रुप द्वारा शीघ्र ही आरंभ किए जाने वाले कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस सेंटर के आरंभ हो जाने से लक्षणविहीन कोरोना संक्रमित मरीज यहां भर्ती होंगे और उन्हें मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा मानवता की सेवा के लिए आगे आकर कार्य करना सराहनीय है। एबीस ग्रुप के संचालक अंजुम अल्वी ने बताया कि 126 बेड के लिए यहां शीघ्र ही सेवाएं प्रारंभ कर दी जाएगी।
इस अवसर पर एसडीएम मुकेश रावटे, सोमनी हॉस्पिटल इंचार्ज डॉ. प्रवीण कुमार गोस्वामी, कोविड-19 ट्रीटमेंट हॉस्पिटल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोमनी के प्रभारी अधिकारी डॉ. बीएल तुलावी, बीएमओ एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अप्रैल। महापौर हेमा देशमुख ने सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से वर्चुअल बैठक में चर्चा की। उन्होंने राजनांदगांव की स्थिति से अवगत कराते कोविड टेस्ट पाईंट बढ़ाने और पेंड्री मेडिकल हास्पिटल मेें आक्सीजन बेड व वेंटिलेटर बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि रेमडिसीवर इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। इसकी कालाबाजारी हो रही है। उन्होंने इंजेक्शन अधिक मात्रा में उपलब्ध कराने की मांग की।
महापौर देशमुख ने बताया कि पूर्व मेें मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना काल में मुख्यमंत्री आपदा सहायता कोष से 4 करोड़ राशि राजनांदगांव के लिए दिए थे। जिसमें से 2 करोड़ 85 लाख रुपए खर्च हुई थी। इसके अलावा राजनांदगांव के दानदाताओं ने भी एक करोड़ 30 लाख रुपए की राशि दी थी, जिसे कोरोना प्रभावित लोगों को दवाई के साथ-साथ अन्य राहत सामग्री उपलब्ध कराए थे। मुख्यमंत्री सहायता कोष की शेष राशि से आज कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप से लडऩे हेतु उपयोग किया जा रहा है। जैसे 120 बेड, आक्सीजन सिलेंडर, दवाईयों में लगातार खर्च किया जा रहा है। दानदाताओं की शेष राशि से 10 वेंटिलेटर एवं आक्सीजन सिलेंडर भी खरीदे गए हैं। उन्होंने बताया कि इस विपरीत परिस्थितियों में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार कोरोना संक्रमण के लिए हर जिले में पर्याप्त राशि दे रहे हैं।
महापौर देशमुख ने बताया कि राजनांदगांव जिले में अपै्रल माह तक 3 लाख वैक्सीनेशन टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 2 लाख 20 हजार तक पहुंच चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को धन्यवाद देते कहा कि आज जनता को वैक्सीनेशन कराने में कोई कमी नहीं की। महापौर ने केन्द्र की मोदी सरकार से भी मांग करते कहा कि छत्तीसगढ़ को अधिक से अधिक वैक्सीन दिया जाए एवं वैक्सीनेशन कराने की आयु 18 वर्ष की जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग सुरक्षित रह सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसीवां, 13 अप्रैल। जिले में 11 तारीख की शाम से 21 तारीख तक जारी लॉकडाउन का आदेश रविवार शाम 6 बजे से प्रभावी हो गया है लॉकडाउन के पूर्व रविवार के दिन भर बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए फिर से लोगों की भीड़ रही लगातार शिकायतों के बावजूद इस दौरान जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा ध्यान न दिए जाने की वजह से यहां के व्यापारियों द्वारा 5 का राजश्री गुटका 10 बिका, 30 रु पाव मैं बिकने वाले तोता छाप गुड़ाखू का डिब्बा को 60 मैं व्यापारी खुलेआम बेचे।
इसी तरह 10 रु का टमाटर 20 रु बिका सारे सामान का दाम दोगुना कीमतों पर व्यापारियों द्वारा बिक्री किया गया आम जनता लॉक डाउन की अवधि बढ़ जाने के डर से ऊंचे दामों पर सामान खरीदते गए जिले में रविवार 11 तारीख शाम 6 बजे से लॉकडाउन प्रारंभ हो गया है लॉक डाउन 21 तारीख तक चलेगा इस दौरान जिला दंडाधिकारी द्वारा सभी दिशा निर्देशों को चिन्हित कर दिया गया है। तथा इनके सख्त पालन के लिए सभी विभागों को निर्देशित किया जा चुका है क्षेत्र में आने वाले दिनों में फिर से कोरोना के मरीज बढऩे की आशंका है इसी कारण जिले में कलेक्टर द्वारा 10 दिनों के लिए आदेशित कर ( लॉक डाउन) किया गया है।
वही आने वाले दिनों में बेवजह घर से बाहर घूमने फिरने वाले लोगों पर पुलिस विभाग सख्त नजर रख रही है तथा ऐसे लोगों को पुलिस की तगड़ी कार्रवाई का सामना करना भी पड़ रहा है। यहां के कुछ किराना व्यापारियों द्वारा कल शाम 6 लाख डाउन का समय होने के बाद भी अपनी दुकान के कारोबार चालू रखा गया था जिसकी पुलिस को खबर लगते ही पुलिस थाना के थाना प्रभारी जी एस देशमुख ने अपने सदल बल सहित खुली हुई दुकानों में पहुंचकर समय अवधि में दुकान बंद करने के लिए सुझाव देते हुए जिला दण्डा अधिकारी के आदेश के तहत तत्काल दुकानों को बंद करवाये। जिससे भीड़ भाड़ कुछ कम होते दिखे। संपूर्ण लॉकडाउन में क्षेत्र की जनता का समर्थन मिला क्षेत्र के बिलाईगढ़ सीएससी के अंतर्गत प्रतिदिन कुछ न कुछ कोरोना पॉजिटिव मिल ही जा रहे हैं।
पिछले 8 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच बिलाईगढ़ सीएससी के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ,गोपालपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सरसीवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, गाताडीह स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत 50 की संख्या से भी अधिक करोना पाजेटिव पाए गए है। क्षेत्र में दिनोंदिन कोरौना पॉजिटिव की संख्या बढ़ती नजर आ रही ह जिसके चलते बिलाईगढ़ स्वास्थ्य अधिकारी एस के खुटे से बात करने पर बताया कि कोरोना के बढ़ते हुए आक्रमकता को देखते हुए हमने अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है कोरौना को हराने के लिए हमारे स्वास्थ्य विभाग के सभी स्टाफ हरसंभव तैयार हैं।
नवापारा-राजिम, 13 अपै्रल। नगर में आवारा पशुओं का जमावड़ा कोरोना काल में नगर की सडक़ों पर देखा जा सकता है। जिससे ऐसा लगने लगा है कि लॉकडाउन के अंदर इन्हें नगर में घूमने की पूरी आजादी मिल गई है। एक तरफ राज्य शासन व्दारा आवारा पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए गोठान की व्यवस्था की गई है, लेकिन इसे नगर का दुर्भाग्य ही कहिए कि यहां आज तक गोठान के लिए जमीन स्वीकृत नहीं हो पाई है।
इन आवारा पशुओं को भूखा-प्यासा देखते हुए नगर के सालासर सुंदरकांड एवं जनकल्याण समिति के संरक्षक राजू काबरा कमेंटी के सदस्यों के साथ बस स्टैण्ड में मवेशियों के लिए पैराकुट्टी एवं चोकर बस स्टैण्ड के अहाते में खिलाया गया। वहीं वायएसएस ग्रुप व्दारा नगर के चौक-चौराहों पर मवेशियों के लिए पानी पीने हेतु कोटना की व्यवस्था की गई है।
नगर में लाकडाऊन की स्थिति शिथिल, लोगों को न कोरोना का भय और न ही पुलिस का डर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 अपै्रल। नगर के शासकीय अस्पताल में सोमवार को हुए कोरोना जांच में नवापाारा नगर के 58 एवं ग्रामीण क्षेत्र से 18 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुईं है। नगर में पॉजिटिव मरीजों के अलग अलग वार्डो से मिली संख्या की जानकारी के अनुसार वार्ड 1 में 2, वार्ड 3 में 6, 4 में 2, 5 में 5, 6, 8 एवं 10 में 1- 1, वार्ड 11 में 8, वार्ड 12, 13, 17 में 3-3, वार्ड 14 में 7 ,वार्ड 18 में 6, वार्ड 20 में 4 व वार्ड 21 में 6 लोगों की रिपोर्ट पाजिटीव मिलने की पुष्टि हुई है। नवापारा शहर में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मरीज सोमवार को नगर के वार्ड 11 और हॉटस्पॉट बना वार्ड 14 से मिला। इन दोनों वार्डों से 8 और 7 पॉजिटिव मरीज मिले है। नगर में अब तक पॉजिटिव मरीज मिलने का रिकॉर्ड पहली बार टूटा है, जो नगर वासियों के लिए चिंताजनक है।
ग्रामीण क्षेत्रों से मिले 18 पॉजिटिव मरीज, पटेवा से एक साथ 9 पॉजिटिव मरीज मिले।
नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी रिकॉर्ड तोड़ पॉजिटिव मरीज मिले है। जिनमें समीपस्थ ग्राम तर्री से 2, पटेवा से 9, कुर्रा, पारागांव, पिपरौद, परसदा सोंठ, चंपारण, धूमा एवं कोमा से एक-एक पॉजिटिव मरीज मिले है। बढ़ते कोरोना का भय नगरवासियों को नहीं है, इसलिए तो लोग नगर में वेखौफ घूम रहे हैं न तो उन्हें कोरोना का भय है और न ही पुलिस का। ऐसा लगता है जैसे नगर में या तो लाकडाऊन नहीं है या फिर इसे शिथिल कर दिया गया है।
सुकमा, 13 अप्रैल। कलेक्टर विनीत नंदनवार के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय के सभी कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा कोविड-19 नियमों का पालन सुनिश्चित किए जाने के उद्देश्य से डिप्टी कलेक्टर रूपेंद्र पटेल द्वारा जिला मुख्यालय में संचालित विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया गया। कार्यालय में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी के द्वारा मास्क न पहनने, कोविड यथोचित व्यवहार ना किए जाने के परिणामस्वरुप चालानी कार्यवाही की गई। आज कुल 11 अधिकारी-कर्मचारियों पर 4900 रुपए अर्थदण्ड की चालानी कार्यवाही की गई।