छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 24 फरवरी। दुकान में चोरी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी अशोक कुमार अग्रवाल निवासी ब्राह्मण पारा धमतरी ने रिपोर्ट दर्ज कराया कि कोई अज्ञात चोर 21-22 फरवरी की दरमियानी रात्रि इतवारी बाजार काम्प्लेक्स स्थित उनके आलू प्याज की थोक दुकान के शटर का ताला तोडक़र दुकान अंदर रखें एक बोरी प्याज एवं दो बोरी लहसुन को चोरी कर ले गया। उक्त रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मुखबिर सूचना के आधार पर संदेही हरिशंकर वैष्णव एवं उसके साथी ललित पटेल के घर में दबिश दी। दोनों संदेहियों के मिलने पर पकडक़र पृथक पृथक पूछताछ किया गया। पूछताछ में दोनों ने मिलकर दुकान से लहसुन, प्याज की बोरी एवं डिटर्जेंट पाउडर चोरी करना स्वीकार करते हुए छिपा कर रखना बताया। जिस पर दोनों आरोपियों के कब्जे से लहसुन की बोरी एवं 13.5 किलोग्राम डिटर्जेंट पाउडर बरामद किया गया।
मामले में उपलब्ध साक्ष्य, दोनों आरोपियों के मेमोरेंडम कथन व अपराध स्वीकारोक्ति के आधार पर विधिवत गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही किया गया है। जिन्हें न्यायिक रिमांड हेतु न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 24 फरवरी। दुर्ग भिलाई एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिशियन की अहम बैठक दुर्ग में संपन्न हुई। बैठक में बीते साल कोरोना काल के दौरान शिशुरोग के क्षेत्र में उत्तम कार्य करने वाले चिकित्सकों का सम्मान दुर्ग भिलाई एकेडमी ने किया। कार्यक्रम में इंडियन एकेडमी ऑफ पेडियाट्रिक एसोसिएशन द्वारा सम्मानित होने वाले चिकित्सकों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में पेडीकॉन छत्तीसगढ़ में भी दुर्ग भिलाई एकेडमी की ओर से भाग लेने वाले और यहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले चिकित्सकों का सम्मान किया गया। एकेडमी की प्रेसीडेंट डॉ. संबिता पंडा, सचिव डॉ. सीमा जैन एवं साइंटिफिक कन्वीनर डॉ. माला चौधरी तथा वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अरविंद सावंत एवं डॉ. रेखा साकेतकर इस दौरान उपस्थित रहे।
कोरोनाकाल के दौरान न केवल एकेडमी के डॉक्टर वर्चुअल रूप से सक्रिय रहे, अपितु इनके परिवारजनों एवं बच्चों के लिए भी विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन एकेडमी द्वारा किया गया था, इसके विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। कोरोनाकाल के दौरान बहुत से रिसर्च पेपर दुर्ग भिलाई एकेडमी के चिकित्सकों द्वारा तैयार किये गए जिनसे शिशु रोगों के निदान की दिशा में काम करने में बड़ी मदद मिलेगी।
पं. जवाहरलाल नेहरू रिसर्च सेंटर एवं हास्पिटल सेक्टर 9 की चिकित्सक डॉ. माला चौधरी ने नवजात शिशुओं की मृत्यु रोकने की दिशा मे सिक्वेंशियल आर्गन फेल्योर एसेसमेंट पर अपना पेपर प्रस्तुत किया।
डॉ. चौधरी को इस पेपर के लिए इंडियन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक एसोसिएशन की ओर से गोल्ड मेडल दिया गया। जिला अस्पताल की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सीमा जैन ने नेफ्रोटिक सिंड्रोम पर अपना पेपर प्रस्तुत किया। डॉ. ओमेश खुराना को बेस्ट एकेडमीशियन तथा डॉ. गणवीर को बेस्ट कम्युनिटी सर्विस के लिए पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद सावंत एवं डॉ. रेखा साकेतकर ने अपने अनुभव साझा किये और शिशुरोग के संबंध में किये जा रहे नये रिसर्चों के लिए एकेडमी के सदस्यों की प्रशंसा की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 24 फरवरी। बलौदाबाजार छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। एक मार्च को पेश होने वाले वर्ष 2021-22 के बजट को लेकर जिले की 15 लाख आबादी को खासी उम्मीद है कि इस बार रेल लाइन के लिए राज्य सरकार अपने हिस्से की 49 फीसदी राशि का प्रावधान इस बजट में करेगी।
राज्य सरकार के हिस्सेदारी वाली राशि का बजट में प्रावधान नहीं होने के कारण दुर्ग-नया रायपुर, बलौदाबाजार-शिवरीनारायण खरसिया रेल लाइन परियोजना अब तक अधर में लटकी है। इसके लिए ढाई वर्ष पूर्व भू अधिग्रहण का विज्ञापन प्रकाशित किया जा चुका है, मगर जिले के जनप्रतिनिधियों द्वारा किसी प्रकार की रुचि नहीं ली जा रही है। क्षेत्रवासियों का मानना है अगर जनप्रतिनिधि सरकार पर दबाव बनाते हैं तो इस बार राज्य सरकार रेल लाइन के लिए बजट में राशि का प्रावधान कर सकती है। दुर्ग, नया रायपुर, बलौदाबाजार, शिवरीनारायण खरसिया रेल लाइन परियोजना की कुल लागत का 49 फीसदी फंड राज्य सरकार को देना है।
2022 तक काम पूरा करने रखा गया है लक्ष्य
266 किमी लंबी रेलवे लाइन के निर्माण में 4900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रोजेक्ट पूरा होने में दो साल लगेंगे। यानी 2022 तक समय सीमा निर्धारित की गई है, लेकिन काम शुरू होने में हो रही देरी को देखते हुए 2022 तक काम पूरा होने की संभावना कम है। इस रेल प्रोजेक्ट से छत्तीसगढ़ के कई इलाके ऐसे हैं, जो आजादी के बाद रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। इससे उन इलाकों में रहने वाले लोगों को यात्री ट्रेन की सुविधा तो मिलेगी ही, लाइन का कॉमर्शियल इस्तेमाल भी होगा। यह लाइन जिन इलाकों से गुजरेगी, वहां सीमेंट तथा अन्य बड़ी संख्या में उद्योग हैं, इसलिए यह रुट ढुलाई के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
केंद्र सरकार पहले ही दे चुकी है 51 प्रतिशत राशि
केन्द्र सरकार ने अपने पिछले साल के बजट सत्र में ही रेल लाइन निर्माण के लिए 51 फीसदी राशि शामिल कर दी है, लेकिन राज्य शासन द्वारा अपने हिस्से की 49 प्रतिशत राशि का बजट का प्रावधान नहीं किए जाने के कारण भू-अर्जन की कार्रवाई लंबित है। छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए 4 साल पहले कराया गया भौतिक सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। रेलवे लाइन जिस-जिस दिशा से गुजरने वाली है वहां पर क्या-क्या है, प्रोजेक्ट पर आने वाला खर्च तथा यात्री एवं माल लदान से होने वाली संभावित आय का ब्यौरा तैयार कर रेलवे बोर्ड के पास मंजूरी के लिए भेजा गया था।
इस पर रेलवे बोर्ड ने सैद्धांतिक सहमति दे दी थी। इस रेल कॉरिडोर की लागत 4900 करोड़ रुपए तथा प्रोजेक्ट पूर्ण होने में 4 वर्ष का समय लगने का अनुमान बताया गया था। सूत्रों के अनुसार इसमें रेलवे की कोई हिस्सेदारी नहीं होगी, कंपनी अपने स्तर पर इस प्रोजेक्ट के लिए पार्टनर की तलाश करेगी किंतु इस पर चलने वाली मालगाड़ी से होने वाली आय का कुछ हिस्सा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे छत्तीसगढ़ रेल कार्पोरेशन को अदा करेगा।
2 साल पहले जारी हुई थी भू-अर्जन के लिए अधिसूचना
2 साल पहले धारा 21 भू-अर्जन के लिए प्रथम अधिसूचना जारी की जा चुकी है। भू-अर्जन के लिए गांवों की जमीन को चिह्नांकित किया गया है।अमलडीह, गाडाभाट, सरकीपार, छेरकाडीह, रेंगाडीह, मुसवाडीह, चुचरूंगपुर, घिराही, परसवानी, जारा, खपरी जैसे गांव की 343.56 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। ऐसे में इन गांवों के जिन किसानों की भूमि या खेत चिह्नांकित किए गए हैं वे अपनी भूमि के संबंध में दुविधा में फंसे हैं।
बढ़ेगा व्यापार, मिलेगा रोजगार-चेम्बर अध्यक्ष
चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष जुगल भट्टर का कहना है कि रेल लाइन बलौदाबाजार वासियों का सपना है, जो जनप्रतिनिधियों के प्रयास से पूरा हो सकता है। रेल लाइन जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी, ट्रेन चलने से जिले में व्यापार बढ़ेगा। युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। रायपुर में पढऩे वाले छात्रों को भी आने-जाने में आसानी होगी।
विधायक बोले-पुरजोर तरीके से उठाएंगे मांग
मामले में प्रमोद शर्मा, विधायक बलौदाबाजार का कहना है कि रेल लाइन बलौदाबाजार क्षेत्र की बड़ी व पुरानी मांग है। विधानसभा सत्र के दौरान परियोजना के लिए बजट में राशि की मांग पुरजोर तरीके से करूंगा।
राज्य के 28 जिलों से 40 हजार अभ्यार्थियों के पहुंचने की संभावना
कंट्रोल रूम स्थापित, लिंक एवं नंबर जारी, रहने के लिए 11 स्कूलों एवं रैन बसेरा में व्यवस्था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 24 फरवरी। जिले में थल सेना भर्ती रैली 3 से 12 मार्च तक पं. रविशंकर शुक्ल स्टेडियम दुर्ग में आयोजित है। इस भर्ती रैली में प्रदेश के 28 जिलों से कुल 40,000 से भी अधिक अभ्यर्थियों के आने की उम्मीद है। थल सेना के साथ जिला प्रशासन के द्वारा अभ्यार्थियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर उनके रहने एवं रेलवे बस स्टैंड से आने जाने के लिए निशुल्क सिटी बसों की व्यवस्था की गई है। भर्ती संबंधित किसी भी जानकारी के लिए आज से जिला रोजगार कार्यालय मालवीय नगर दुर्ग में कंट्रोल रूम स्थापित कर उसका संपर्क नंबर 078823 20001 भी जारी कर दिया गया है, जो 24 घंटे एक्टिव रहेगा।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने कलेक्टोरेट स्थित सभागार में आज ली गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिला प्रशासन के द्वारा रैली से संबंधित लगभग सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। उक्त रैली में कर्नल एस रमेश संचालक थल सेना भर्ती कार्यालय रायपुर भी उपस्थित रहेंगे। जिला प्रशासन के द्वारा वेबसाइट स्रह्वह्म्द्द.द्दश1.द्बठ्ठ भी जारी कर दिया गया है। जिसमें भर्ती से संबंधित समस्त जानकारी उपलब्ध रहेगी।
डॉ. भूरे ने बताया कि भर्ती रैली से संबंधित नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर बीबी पंच भाई को नियुक्त कर दिया गया है। साथ ही साथ भर्ती के लिए 28 जिलों से आने वाले अभ्यार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो इसके लिए कंट्रोल रूम, पुलिस सहायता केंद्र, सहायक नोडल नोडल अधिकारी, रैन बसेरा प्रभारी, स्कूल जहां अभ्यर्थियों को रुकने की व्यवस्था की गई है, उनके भी प्रभारियों के मोबाइल नंबर जारी कर दिए गए हैं । ताकि अभ्यार्थी उनसे संपर्क करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. भूरे ने बताया कि अभ्यार्थियों को उपस्थिति दिनांक की सूचना भेजी जा चुकी है । वह नियत दिनांक को रात्रि 12:00 बजे अपनी उपस्थिति भर्ती स्थल पर देंगे। अभ्यार्थियों के लिए भर्ती स्थल पर नोटरी एवं फोटोग्राफर की सशुल्क व्यवस्था रहेगी। भर्ती स्थल पर पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। उपस्थित होने वाले जरूरतमंद अभ्यार्थियों के लिए आवास एवं भोजन की वैकल्पिक व्यवस्था दुर्ग शहर के 11 स्कूलों एवं रेन बसेरा में की गई है। अभ्यार्थियों को मात्र 15 से ?20 में ही भोजन जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन से आने जाने के लिए सिटी बस की व्यवस्था की गई है। भर्ती रैली के दौरान चिकित्सक एवं एंबुलेंस की व्यवस्था भी उपलब्ध रहेगी। थल सेना भर्ती रैली हेतु पंडित रविशंकर स्टेडियम में बैरिकेडिंग, टेंट पंडाल लगाने का कार्य किया जा रहा है। बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन में पूछताछ केंद्र स्थापित किया गया है।
डॉ. भूरे ने बताया कि अभ्यर्थियों को 48 घंटे पूर्व कोविड-19 के लिए एसिंप्टोमेटिक सर्टिफिकेट की व्यवस्था भी निशुल्क की गई है। पत्रवार्ता के दौरान नोडल अधिकारी बीबी पंच भाई, रैली के संचालक कर्नल एस रमेश डिप्टी कलेक्टर दिव्या वैष्णव भी उपस्थित थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव-गंडई, 24 फरवरी। जिले के खैरागढ़ वन मंडल के गंडई वन परिक्षेत्र में वन्य प्राणी तेन्दुए के शिकार का मामला सामने आया है। शिकारियों ने तेन्दुए को मारने के बाद उसके कई अंग काटकर ले गए हैं। बताया जा रहा है कि तेन्दुए का सुनियोजित तरीके से शिकार किया गया है। पेशेवर शिकारियों का इसके पीछे हाथ होने का वन महकमे ने अंदेशा जताया है।
मिली जानकारी के मुताबिक गंडई के मगरकुंड गांव से लगे जंगल में एक मादा तेन्दुआ को मृत हालत में देखा गया। इसके बाद वन विभाग के अफसरों को जानकारी दी गई। मिली जानकारी के मुताबिक शिकारियों ने तेन्दुए को मारने के बाद सामने के दो पैर को काट दिया है। वहीं तेन्दुए के दांत और मूंछों को भी उखाड़ लिया गया है। इस घटना के बाद वन महकमे ने डॉग स्क्वायड की मदद ली है। बताया जा रहा है कि घटनास्थल से एक पहाड़ के रास्ते खेत में डॉग स्क्वायड ने एक लकड़ी को बरामद कराने में मदद की है।
बताया जा रहा है कि उक्त लकड़ी घटना में प्रयुक्त की गई है। हालांकि शिकारियों ने तेन्दुए को किस तरह मारा है, इसका खुलासा पोस्टमार्टम के बाद सामने आएगा। घटना की खबर के बाद दुर्ग वृत्त की सीसीएफ शालिनी रैना मौके पर पहुंच गई है। वहीं डीएफओ संजय यादव भी मैदानी अमले के साथ घटना की जांच कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि जंगल में एक विशेष आपरेशन के तहत अज्ञात आरोपियों की खोजबीन की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि शिकारियों को आसपास के गांव में देखा गया है। लिहाजा देर शाम तक वन अधिकारियों ने आरोपियों की गिरफ्तारी होने की संभावना जताई है। गौरतलब है कि पखवाड़ेभर पहले कवर्धा में भी एक तेन्दुए का अवैध शिकार किया गया था। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएफओ दिलराज प्रभाकर के नेतृत्व में शिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 24 फरवरी (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। राजनांदगांव जिले की भौगोलिक बनावट से दुर्गम पठारी इलाकों में बसे उत्तरी इलाके के बाशिंदों के लिए चमचमाती सडक़ को देखना महज एक काल्पनिक बात रही है। राजनांदगांव कलेक्टर के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल भावे-कांशीबहरा के बीच बन रहा 6 किमी का प्रधानमंत्री सडक़ योजना का मार्ग वनवसियों की बरसों पुरानी परेशानियों को अब कम करेगा।
खैरागढ़ और छुईखदान ब्लॉक के अंदरूनी गांवों में पहुंचना हमेशा से एक कठिनाई भरा सफर रहा है। उत्तरी इलाके के भीतरी गांवों को सडक़ों के जरिये आपस में जोडऩे की मुहिम में प्रशासन लगभग सफल हो गया है।
धुर नक्सल प्रभावित भावे से कांशीबहरा के बीच नक्सल उपद्रव की परवाह किए बगैर करीब 6.4 किमी की एक सडक़ बन गई है। लगभग 5 करोड़ की लागत से बन रहे इस मार्ग में अब वनवासी शहरी रास्तों का रूख कर सकते हैं।
भावे और काशीबहरा के साथ-साथ जुरलाखार, लछनाझिरिया समेत मलैदा के भी रहवासी इस रास्ते से होकर छुईखदान और खैरागढ़ से राजनंादगांव पहुंच सकते हैं। वहीं सुगम भरा रास्ता होने से आपातकालीन सेवाओं का ग्रामीण अपनी जरूरत के मुताबिक लाभ उठा सकते हैं। अंदरूनी इलाकों के गांवों के लिए जिला तो दूर ब्लॉक मुख्यालयों में पहुंचना कष्टदायक रहा है। ऊंचेदार पठारी इलाके होने के कारण देश को आजादी मिलने के करीब 70 साल बाद वन बाशिंदों के लिए डामरयुक्त सडक़ें बनी है।
बकरकट्टा से गातापार तक करीब 2 चरणों में सडक़ का जाल बिछाया गया। प्रशासन के मजबूत इच्छाशक्ति को नक्सलियों का दबाव हमेशा से चुनौती देता रहा। जिन रास्तों में डामर बिछ रही है, वह नक्सलियों का गढ़ रहा है। घुमावदार रास्तों में अक्सर पुलिस पर घात लगाकर हमला करते रहे हैं। नई सडक़ों से ग्रामीणों के जीवनस्तर में भी बदलाव निश्चित तौर पर दिखेगा।
कलेक्टर पिछले कुछ दिनों से बेधडक़ नक्सल प्रभावित गांवों का मुआयना कर रहे हैं। बीते दिनों कांशीबहरा में ग्रामीणों से रूबरू होकर उन्होंने सडक़ बनने के नफा-नुकसान को लेकर सवाल किए। कांशीबहरा, भावे के साथ-साथ आसपास के ग्रामीणों ने सडक़ को अपने जीवनकाल की सबसे बड़ी सौगात माना। कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि प्रशासन के जरिये सरकार की कोशिश है कि अंतिम व्यक्ति विकास की मुख्यधारा से जुड़े।
गौरतलब है कि नांदगांव का उत्तरी इलाका जनजातियों से बसा हुआ है। आज भी शैक्षणिक, चिकित्सकीय तथा अन्य कार्यों के लिए यहां के बाशिंदे तकलीफ भरे मार्ग से गुजरते रहे हैं। नए रास्ते से स्वाभाविक रूप से विकास की नई इबारद प्रशासन लिखने के लिए आतुर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 फरवरी। बेलगहना चौकी के मरहीमाता मंदिर के दर्शन के लिये गये युवक की लाठी डंडों और रसोई के औजारों से पीट-पीटकर की गई हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को जैतहरी मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। घटना में शामिल 6 आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस ने मरही माता मंदिर में कटाई गई एक पर्ची के फटे हुए टुकड़े से आरोपियों का सुराग हासिल किया।
जरहाभाठा, बिलासपुर के करण रात्रे (18 वर्ष) अपने परिवार के सदस्यों के साथ मरही माता मंदिर दर्शन के लिये गया था। दर्शन के बाद वे दोपहर का खाना बना रहे थे। कुछ दूरी पर 8-10 लोग और बैठे थे जो शराब पीते हुए खाना बना रहे थे और जोर-जोर से गालियां देकर बात कर रहे थे। करण ने इस पर उन्हें गालियां देने से मना किया। उन लोगों ने करण रात्रे के साथ झगड़ा किया पर शांत हो गये। करीब दो घंटे बाद लोगों ने करण के साथ विवाद शुरू कर दिया।
उन्होंने करण और उसके परिवार के लोगों पर अपने साथ लाये लाठी, डंडे और खाना बनाने के बर्तन तथा औजारों से हमला कर दिया। करण के साथ-साथ उनके साथ आई घर की तीन महिलाओं को भी पीटकर उन्होंने घायल कर दिया। कोटा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में करण को उपचार के लिये लाया गया लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया, वहीं महिलाओं को इलाज के लिये सिम्स में भर्ती कराया गया।
घटना की रिपोर्ट बेलगहना चौकी में दर्ज की गई। दिन-दहाड़े पीट-पीट कर की गई हत्या की गंभीर वारदात को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने एएसपी ग्रामीण संजय ध्रुव, एसडीओपी रश्मित चावला व कोटा तथा रतनपुर के थाना प्रभारियों को सक्रिय किया। घटनास्थल पर ऐसा कोई भी सुराग नहीं मिला जिससे आरोपियों का पता लग सके। किसी ने इस घटना का वीडियो या तस्वीर भी नहीं ली थी। सिर्फ इतना मालूम हुआ कि आरोपी चार पहिया वाहनों में आये थे और घटना को अंजाम देकर फरार हो गये। आरोपियों की बोली पेन्ड्रा, शहडोल के लोगों की तरह थी यह भी जानकारी मिली।
घटनास्थल के पास पुलिस को मरही माता मंदिर से कटाई गई रसीद का एक छोटा सा टुकड़ा मिला, जो आरोपियों तक पहुंचने में मददगार साबित हुआ। इस टुकड़े में केवल दो अक्षर ‘गरी’ व तारीख 21/2 दिखाई दे रहा था। उस टुकड़े के सहारे मंदिर के रसीद से कॉपी ढूढ ली गई। पता चला कि यह डोंगरिया, वेंकटनगर, जिला जैतहरी मध्यप्रदेश के लोगों ने कटाई थी। पुलिस टीम बिना समय गंवाये जैतहरी एसपी को सूचना देकर गांव पहुंच गई। गांव में नकुल की खोज की गई, जिसके नाम पर रसीद काटी गई थी। पर नकुल घर पर नहीं मिला। पर वहां यह पता लग गया कि वह किन लोगों के साथ मरही माता मंदिर भनवारटंक गया था। पुलिस वहां से सुराग मिलने के बाद वेंकटनगर के ग्राम सिंहपुर तोला पहुंची। यहां से रवि चौधरी (45 वर्ष), कन्हैया चौधरी (40 वर्ष) तथा राम प्रसाद चौधरी (43) को गिरफ्तार कर लिया। वारदात में कुल 9 आरोपी शामिल हैं, जिनमें से 6 की तलाश जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 फरवरी। कल मुखबिर की सूचना पर कोण्डागांव पुलिस के द्वारा गांजा तस्करी करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें एक महिला आरोपी भी शामिल हैं, जिनके कब्जे में कुुल अवैध रूप से मादक पदार्थ गांजा 36.500 किलोग्राम पाया गया। जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख 56 हजार रूपए बतायी जा रही है।
पुलिस के अनुसार, 22 फरवरी को मुखबिर से सूचना मिली कि एक काले रंग की तीन पहिया ऑटो वाहन क्र ओडी 24 ए 8054 में कुछ लोग गांजा तस्करी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर थाना कोण्डागांव पुलिस के द्वारा रायपुर नाका कोण्डागांव में नाकाबंदी कर एक काले रंग के तीन पहिया आटो में 5 गांजा तस्कर को गांजा तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया। जिसमें एक महिला आरोपी भी शामिल हैं। जिनका नाम व पता पुुछने पर अपना नाम अभिमन्यु नायक (55) निवासी भालुगुडा उमरकोट ओडिशा, कुनाल कुमार (26) निवासी दरियाछपरा थाना साहेबगंज, धर्मेन्द्र पाण्डेय (44) निवासी एमव्ही कॉलेज बक्सर, मनोज कुमार गुप्ता (25) निवासी जिला वाराणसी उत्तर प्रदेश व महिला को नाम पता पुछने पर अपना नाम प्रियंमबदा उर्फ आरजू (38) निवासी मढवा पाण्डेयपुर थाना केन्ट जिला वाराणसी उत्तर प्रदेश बताया गया। इसके द्वारा अवैध रूप से मादक पदार्थ गांजा 36.500 किलो ग्राम को परिवहन करते पाए जाने से उक्त आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबध्द कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 23 फरवरी । सुकमा जिले के विकासखंड छिन्दगढ़ के ग्राम पंचायत पालेंम में 9 दिनों के अंदर पांच मौतें होने के बाद चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागराजू अपनी टीम के साथ जांच करने पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार पालेंम के कुंजामी आयता पिता सोनू 25 वर्ष की 13 फरवरी, कवासी नन्दा पिता हिरमा 30 वर्ष की 15 फरवरी,मंगली पति कोशा 50 वर्ष की 17 फरवरी एवं कुंजामी मुक़ा पिता देवा 30 वर्ष व सोमारू पिता बुधरा 22 वर्ष की 21 फरवरी को 9 दिनों के अंदर पांच ग्रामीणों की मृत्यु हो गई।
पालेंम की मितानिन सुखमती एवं मोती ने बताया कि हम लोगों ने मुक़ा व आयता को बहुत समझाया कि अस्पताल में जाकर अपना इलाज करवाएं, हम उन्हें अपने साथ अस्पताल जाने हेतु बार-बार कहते रहे, परन्तु उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा कि अस्पताल जाने से किडनी निकाल लेते हैं जिसके कारण मृत्यु हो जाती है। हम लोग अस्पताल नहीं जाएंगे यहीं सिरहा गुनियाँ करके अपना इलाज करवाएंगे। इसी लापरवाही के कारण इन दोनों की मृत्यु हो गई। ग्रामवासियों से इनकी बीमारी के सम्बन्ध में पूछा तो सभी ने मंगली को छोडक़र अन्य सभी चारों मृतकों में हाथ पैर व शरीर मे सूजन व पीले मूत्र की बीमारी होने की बात कही।
डॉ. नागराजू का कहना है कि अभी इनकी मृत्यु के सम्बन्ध में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, पर जिस प्रकार के लक्षण ग्रामवासी बता रहे हैं उससे जहरीली शराब मृत्यु का कारण हो सकती है, बाकी सही जानकारी परीक्षण के उपरांत ही बताया जा सकेगा।
कई माह से बीमार थे
पालेंम के सभी मृतक पिछले कई कई माह से बीमार थे जिसमें सोमारू पिछले 5-6 माह से बीमार था, जिसका इलाज भी तोंगपाल अस्पताल में किया गया था। नंदा भी पिछले एक माह से बीमार था, उसे तोंगपाल अस्पताल ले जाया गया था जहां से उसे मेकाज डिमरापाल रेफर कर दिया गया था, जहां उसकी मृत्यु हो गई। मंगली भी कई माह से बीमार थी, जिसकी मृत्यु घर पर पर हुई। मृतकों में मुक़ा एवं आयता गाँव में ही सिरहा के पास अपना इलाज करवा रहे थे व इनकी भी मृत्यु हो गई
विदित हो कि विकासखंड से मात्र 20 व जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर मुख्य मार्ग से मात्र 1 किमी अंदर बसा हुआ है पालेंम गाँव। उसके बाद भी इस गाँव में अंधविश्वास व अशिक्षा व्याप्त है कि ग्रामीण अस्पताल में इलाज करवाने में मृत्यु हो जाने की डर से सिरहा गुनियाँ से अपना इलाज करवाने में अपने आपको सुरिक्षत महसूस करते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 फरवरी। महिला के गहने लूटकर फरार 2 आरोपियों में एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक फरार है।
पुलिस के अनुसार महिला ने थाना फरसगांव में रिपोर्ट दर्ज कराई कि, 16 फरवरी को दोपहर 2.30 बजे अपने घर टाटीपारा से मायका ढोंढरा जा रही थी। टाटीपारा व ढोंढरा के बीच जंगल में पहुंची थी कि, दो अज्ञात व्यक्ति मोटर सायकल से आकर चाकू दिखाकर डरा धमका कर पहने हुए सोने का हार, नाक की सोने की फुली , 2 चांदी की पोहोंची व 2 चांदी की बिछियां कुल कीमत 82 हजार 500 रूपए को लूट कर ले गए।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रार्थिया के द्वारा बताये गये हुलियों के आधार पर छत्तीसगढ़-ओडिशा बार्डर पर पता तलाश की जा रही थी। मुखबीर से सूचना मिली कि संदेही तरूण सरकार (54) निवासी ओडिशा घटना दिनांक को छत्तीसगढ़ में बकरा खरीदने आया हुआ था तथा उसका हुलिया आरोपी से मेल खाता है। मुखबीर के द्वारा बताए सूचना के आधार पर संदेही तरूण सरकार को गमरी से हिरासत में लिया गया। प्रार्थिया ने तरूण सरकार को ही अपने साथी के साथ लूट की घटना को अंजाम देना बताया। तरूण सरकार से घटना में लूटे गये कुछ गहने व घटना में प्रयुक्त 1 चाकू तथा मोटर सायकल को बरामद किया गया। आरोपी तरूण सरकार के द्वारा जुर्म स्वीकार करने पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 फरवरी। आज रेप आरोपी को कोण्डागांव पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार, 20 जनवरी 2021 को जैतपुरी मक्काबाड़ी में आरोपी राजकुमार लहरे ने पीडि़ता से बलात्कार किया और किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। पीडि़ता के पिता की रिपोर्ट पर अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था। विवेचना के दौरान आरोपी राजकुमार लहरे लगातार घटना दिनांक से फरार था जिसे लगातार पता तलाश किया जा रहा था जो 23 फरवरी को गठित टीम व सायबर सेल स्टाफ के साथ आरोपी को मुखबीर सूचना के आधार पर आरोपी को प्रेमनगर कोण्डागांव से गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 फरवरी । भागदौड़ भरी जिंदगी में बढ़ते मानसिक तनाव को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है कि सामाजिक घनिष्ठता बढ़ाई जाए। यह बातें कलेक्टर रजत बंसल ने आज महारानी अस्पताल परिसर में मानसिक स्वास्थ्य के लिए आयोजित कार्यशाला में कही।
श्री बंसल ने कहा कि आज के व्यस्तता और भागदौढ़ वाले जिंदगी में कई बार हम अपने खुद का देखभाल करना भूल जाते है। जिस कारण हम कई बार अपने आस-पास के अच्छी घटनाओं को भी नजर अंदाज कर देते हैं। आज हमारे गाँव में प्रत्येक व्यक्ति किसी ना किसी रूप में कई बार मानसिक तनाव का सामना करता है। चाहे वह परिवार की चिंता हो, कृषि या आजीविका की चिंता, स्कूली बच्चों को अपने पढ़ाई की चिंता, माताओं को अपने शिशु की देखभाल की चिंता, यही छोटी छोटी चिंताएं और तनाव धीरे धीरे मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का रूप ले लेती है और हमारा और हमारे परिवार का जीवन कठिनायों से भर जाता है। ज्यादातर समय हम अपने इन चिन्ताओ और तनावों के बारे में किसी से बात नहीं करते या हमें इसके लिए कोई उपयुक्त स्थान नहीं मिल पाता, जहां पर हम अपने समस्याओं के बारे में बात करें, परन्तु इन तनावों से बाहर निकलकर एक खुशहाल जीवन जीने के लिए यह जरुरी है कि हम अपने छोटी बड़ी समस्याओं के लिए आपस में एक-दूसरे से बात करें।
कलेक्टर ने कहा कि क्यों ना हम अपने गाँव में एक सकारात्मक सामाजिक वातावरण की कल्पना करें जिसमें हम अपनी समस्याओं के बारे में खुल कर बात कर सकें, ताकि मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं को प्रारंभिक रूप में ही रोका जा सके और एक खुशहाल सामाजिक और पारिवारिक वातावरण का निर्माण किया जा सके। इसके लिए आवश्यक है, कि ग्राम स्तर पर सभी साझेदार जैसे पंचायत प्रतिनिधि, स्कूली शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, हमारी स्व सहायता समूह और मितानिन व्यापक रूप से मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी बातों को घर-घर तक ले जायें ताकि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समुदाय को जागरूक किया जा सके और खुशहाल जीवन जीने के तरीको के बारे में बताया जा सके। कार्यशाला में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल, बापू ट्रस्ट पूणे के पदाधिकारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 फरवरी। बस्तर के ऐतिहासिक भूमकाल आंदोलन का 111वां स्मृति दिवस समारोह सोमवार को नेतानार के चायकूर में संपन्न हुआ। इस मौके पर 14 गांवों के देवी- देवताओं के साथ हजारों ग्रामीण एकत्र हुए और जल जंगल जमीन हमारा है, का नारा बुलंद किया तथा सामाजिक संगठन को मजबूत करने के बात दोहराई। इस मौके पर सर्व मूल निवासी समाज के अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने कहा कि बस्तर के मूल निवासियों को उनका हक मिलना ही चाहिए। यह हमारी मांग नहीं अपितु अधिकार है।
सर्व मूल निवासी समाज द्वारा गत चार फरवरी से लगातार भूमकाल आंदोलन से जुड़े विभिन्न स्थानों में समारोह आयोजित किए गए। इसी क्रम में सोमवार को भूमकाल आंदोलन के 111वें स्मृति दिवस का समापन हुआ। इस मौके पर चितलगूर, बामनारास, किचकरास, गोपापदर, नागलसर, रंधारीरास, गेहूंपदर, एलंगनार, चचालगूर, कोलावाड़ा, मिलकुलवाड़ा के अलावा ओडिशा के मलकानगिरी क्षेत्र के ग्रामीण नेतानार के चायकूर में अपने देवी-देवताओं के साथ जुटे।
इधर आदिवासी समाज के युवकों द्वारा जगदलपुर से नेतानार तक बाईक रैली निकाली गई। रैली में शामिल युवकों, विभिन्न समाजों के पदाधिकारियों ने गुंडाधुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एकता के शपथ ली। शाम चार बजे आम सभा प्रारंभ हुई जिसमें विभिन्न समाज प्रमुखों ने अपनी बात रखी। वहीं क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपने जंगलों को बचाने तथा बाहर के लोगों को धुरवा बेल्ट में घुसपैठ कर अतिक्रमण रोकने की शपथ ली।
कार्यक्रम के दौरान गुंडाधूर के वंशजों को सम्मानित किया गया। सभा को मुख्य तौर पर गंगाराम कश्यप, हेमंत कश्यप, महादेव नाग, धुरवा महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष श्रीमती कल्पना नाग, माहरा समाज के अध्यक्ष मंगलू राम कश्यप आदि ने संबोधित किया। समारोह के दौरान चीतापुर, बस्तर रंधारीरास आदि स्थानों से आए नर्तक दलों ने नृत्य प्रस्तुत कर अपनी परंपरा का परिचय दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 23 फरवरी। बस्तर अधिकार मुक्तिमोर्चा के मुख्य संयोजक नवनीत चांद के नेतृत्व में बस्तर के आईजी से मुलाकात कर बीजापुर की स्वास्थ्यकर्मी व उनके 2 साथी के साथ हुई मारपीट पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई।
आज बस्तर संभागीय मुख्यालय में आईजी सुंदरराज पी. से पीडि़ता ने मुलाकात कर आपबीती बताकर न्याय की गुहार मुक्ति मोर्चा के माध्यम से लगाई गई। प्रार्थी ने अपने आवेदन में बताया कि वह बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के मद्देड़ स्वास्थ्य कार्यलाय में स्वास्थ्य कर्मी के पद में पदस्थ हंै, वहीं घटना दिनांक को भी प्रार्थी द्वारा कार्यालय में सेवा दिया जा रहा था।
इसी दौरान दोषियों द्वारा अपने इलाज हेतु डॉक्टर से मिलकर प्राथमिक उपचार हेतु डॉक्टर के कहने पर उन्हें, मेरे पास भेजा गया, बिना किसी कारण के मुझसे मारपीट किया गया। जिसकी जानकारी तत्काल विभागीय अधिकारी को देकर थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराया गया। लेकिन शिकायत के बाद भी दोषियों के ऊपर कार्रवाई ना कर, थाने के विवेचक द्वारा दोषियों के प्रभाव में झूठा व षडय़ंत्रकारी टोनही एक्ट के तहत मुझ पर कार्रवाई की गई, जो बेबुनियाद है। जिसकी निष्पक्ष जांच व वास्तविक दोषियों पर कार्यवाही हेतु जिले के पुलिस अधीक्षक से मिलने के बाद, आज मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में बस्तर आईजी से मिल न्याय की गुहार लगाने पहुंची।
उक्त संपूर्ण घटनाक्रम पर मुक्ति मोर्चा के संयोजक नवनीत ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए बस्तर आईजी से चर्चा कर निवेदन करते हुए कहा कि, घटनाक्रम में विवेचना पूर्णत: संदेह के घेरे में दिख रही है। प्रार्थियों के बयान व आवेदन पर गंभीरता पूर्वक विचार करते हुए जिला स्तरीय उच्च जांच कमेटी का गठन कर, संपूर्ण मामले की पुन: नये सिरे से जांच करवा वास्तविक दोषियों पर कार्रवाई कर, पीडि़ता को न्याय दिलवाए।
इस दौरान बीजापुर जिले के संयोजक बालकृष्ण बजाज, दंतेवाड़ा जिला संयोजक सुजीत कर्मा, बस्तर जिला संयोजक भरत कश्यप, शहर संयोजक शोभा गंगोत्री, कोषाध्यक्ष पूजागुरूदत्ता, उपाध्यक्ष एकता रानी, सचिव मीना कौर, चंदा खुदराम, लोहण्डीगुड़ा ब्लॉक संयोजक तुलसी सेठिया, दीपक मरकाम, तरूना सेधकर, दीपक शर्मा आदि उपस्थित थे ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 फरवरी। शांति फाउंडेशन की मदद से 13 साल से बिछड़े बेटे का गुजरात में होने का पता कर लिया गया है। जल्द ही मुलाकात होगी।
ऐसा ही मामला कोंडागांव शहर का सामने आया। शांति फाउंडेशन के अध्यक्ष यतिन्र्द छोटू सलाम ने बताया कि, लडक़े के पिता की माने तो आशीष दास सन 2008 से अपने घर कोण्डागाव डीएनके कॉलोनी से आज से लगभग 13 साल पहले मानसिक बीमार होने की वजह से कहीं चला गया था। जानकारी मिलते ही शांति फाउंडेशन के द्वारा लगातार सर्वे कराया गया।
इसी बीच पता चला कि सूरत गुजरात में मानव सेवा ट्रस्ट में इलाज के बाद युवा पूरी तरह ठीक हो चुका है। वह अपने घर परिवार की जानकारी मानव सेवा ट्रस्ट संस्था के लोगों को बता रहा है। संस्था से संपर्क के बाद जब युवक के परिजन को यह बात बतायी गई तो बुजुर्ग पिता की खुशी का ठिकाना ना रहा।
शांति फ ाउंडेशन के द्वारा जल्द गुजरात से युवक को कोण्डागांव लाने के लिए जिला प्रशासन को जानकारी देकर कार्रवाई को आगे बढ़ाना तय किया गया है और आने वाले समय में लडक़े के इलाज के लिए दवाई और प्राथमिक ट्रीटमेंट समय-समय पर कराने की जिम्मेदारी भी शांति फाउंडेशन के सदस्यों ने ली है।
जगदलपुर, 23 फरवरी। जिला प्रशासन द्वारा आयोजित आम्चो बस्तर कप-2021, रात्रिकालीन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता के फाइनल मैच शिक्षा विभाग ने जीता। फाइनल में उप विजेता युवोदय की टीम रही। फाइनल मैच से पूर्व कलेक्टर 11 विरूद्ध न्यायालय 11 के मध्य सद्भावना मैच खेला गया, जिसमें कलेक्टर 11 विजयी रही।
कोण्डागांव, 23 फरवरी। कोण्डागांव विकासखण्ड में 23 फरवरी तक कोविड-19 का टीकाकरण 3304 लोगों को लग चुकी हैं। जिसमें स्वास्थ्य, महिला बाल विकास, मितानिन, पुलिस विभाग, राजस्व विभाग, पंचायत विभाग, आईटीबीपी व नगरपालिका विभाग शामिल हैं। वही 22 फरवरी को विकास खण्ड कोण्डागांव में 174 द्वितीय डोज टीका लग चुके हैं जिसमें रामकृष्ण सेवा सदन के डॉ. भज, खण्ड चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह और डॉ. कुमुन्दनी कुंवर ने भी अपना द्वितीय डोज लगवाकर सभी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया। स्वास्थ्य विभाग की यही कोशिश हैं की, जल्द से जल्द सभी बेनिफिसरी को वैक्सीन लग जाए। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी को निर्देशित किया है कि, जो भी बेनिफिसरी आज दिनाक तक नहीं लगा है उन्हें फोन के माध्यम बुलाकर वैक्सीन लगाया जाए।,
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दन्तेवाड़ा, 23 फरवरी। राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा किसानों को प्रदाय की जाने वाली सेवाओं को ग्राम में ही उपलब्ध कराने तथा इससे संबंधित शिकायतों के त्वरित निराकरण के उद्देश्य से जिले में राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिले में आयोजित किए गए शिविर में अब तक कुल 5552 आवेदन पत्र प्राप्त किए गए।
जिले में फौती के 350, अविवादित नामांतरण 286, विवादित नामांतरण 14, अविवादित बंटवारा 214, विवादित बंटवारा 03, सीमाकंन के 50, निवास प्रमाण पत्र के 333, आय प्रमाण पत्र 203, अस्थाई जाति प्रमाण पत्र के 225, बंदोबस्त त्रुटि सुधार के 06, अतिक्रमण 05, भूमि विक्रय से संबंधित शिकायत 11, राजस्व अभिलेखों का अद्यतनीकरण के 96, भूमि परिवर्तन के प्रकरण 0, आर.बी.सी 6-4 के प्रकरण 04, सडक़ दुर्घटना के मामले 02, राजीव गांधी आश्रय योजना के तहत् पट्टा वितरण के 04, अतिक्रमित भूमि का व्यवस्थापन 07, एफ.आर.ए पट्टों का वितरण 81, भू-अभिलेख में सीडिंग हेतु आधार नंबर की प्रविष्टि के 212 के प्रकरणों के आवेदन प्राप्त हुये है। जिनमें से 2249 आवेदन पत्रों का निराकरण किया गया। शिविर में डिप्टी कलेक्टर प्रीति दुर्गम, तहसीलदार यशोदा केतारप व राजस्व अमला एवं क्षेत्र के ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मोखपाल में लगा राजस्व शिविर
जिले के कटे कल्याण इलाके लोकपाल गांव में राजस्व शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान राजस्व अमले द्वारा फौती ,बंटवारा और सीमांकन आदि प्रकरणों का निराकरण किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 फरवरी। आईटीबीपी 29वीं वाहिनी द्वारा 22 फरवरी को द कम्पनी धनोरा द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत ग्रामवासियों को सामान वितरण, स्कूली बच्चों को लेखन, खेलकूद सामग्री वितरण, नि:शुल्क उपचार-दवाई वितरण व पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें ग्राम धनोरा के अन्र्तगत वनिया, कोरकोटी, सावाला, थेंगापारा, भटगांव के ग्रामीणों की चिकित्सा जांच की गई व दवाईयां भी वितरण की गई।
इस कार्यक्रम में सेनानी 29वीं वाहिनी समर बहादुर सिंह द्वारा ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया गया कि, भातिसी पुलिस इस क्षेत्र में आप सबकी सेवा व सुरक्षा के लिये तैनात हैं। किसी भी ग्रामीण की कोई समस्या होती है तो हमसे मिल सकते हैं। भातिसी पुलिस बल हमेशा आप लोगों की सेवा के लिये तत्पर हैं और रहेगी।
सेनानी 29वीं वाहिनी द्वारा कार्यक्रम में शामिल होने व इसे सफल बनाने के लिए सभी ग्राम प्रधानों व ग्रामीणों का आभार व्यक्त किया व उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उप सेनानी व वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमेन्द कुमार सिंह, डॉ. राहुल रावत, डॉ. रुप ज्योति लश्कर द्वारा चिकित्सा व पशु चिकित्सा निशुल्क शिविर आयोजित किया गया। जिसमें लगभग 162 मरीज व 50 पशुओं का उपचार कर औषधियां वितरित की गई। इस अवसर पर उप सेेनानी कुनाल तिवारी, जीडी अमित पटेल, अनुविभागीय अधिकारी फरसगांव ललित कुमार, रोहित बंजारा, प्रभारी निरीक्षक थाना धनोरा व तमाम संख्या में क्षेत्रीय गणमान्य मौजूद रहे।
जगदलपुर, 23 फरवरी । कलेक्टर रजत बंसल ने महारानी अस्पताल में प्रस्तावित नया सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के लिए चयनित स्थल का अवलोकन किया। यहां बनने वाले ट्रामा सेंटर और बर्न यूनिट के लिए भी चयनित स्थलों का अवलोकन कलेक्टर श्री बंसल द्वारा किया गया। उन्होंने अस्पताल परिसर में स्वच्छता बनाए रखने के साथ ही यहां ड्रेनेज व्यवस्था को दुरस्त करने के संबंध में तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।
दंतेवाड़ा, 23 फरवरी। कलेक्टर दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव एवं जिपं सीईओ अश्विनी देवांगन सहित संयुक्त जिला कार्यालय के अधिकारियों/कर्मचारियों को जिला जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित मासिक जनमन पत्रिका दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलरामपुर/रामानुजगंज, 23 फरवरी। बलरामपुर जिले के चांदो थाना अंतर्गत सरपंच संगीता पैकरा से नक्सलियों का पर्चा फेंक पैसे मांगने एवं धमकी देने के आरोप में पुलिस ने 4 नक्सल सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी बलरामपुर पुलिस अधीक्षक ने प्रेसवार्ता कर दी है।
बलरामपुर जिले के चांदो थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुरियाडीह में 2-3 फरवरी 2021 की रात को सरपंच संगीता पैकरा के घर नक्सली सहयोगियों के द्वारा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी कोयल शंख जोनल कमेटी कामरोड के नाम तीन दिवस के भीतर 10 लाख रुपए की मांग की गई थी। पैसे नहीं देने एवं पुलिस को सूचना देने पर 6 इंच छोटा करने की भी धमकी दी गई थी। जिस पर प्रार्थी संगीता पैकरा सरपंच ने चांदो थाना में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 384,386,507,34 छत्तीसगढ़ विशेष जन सुरक्षा अधिनियम की धारा 8 विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1967 की धारा 10,13 दर्ज कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी कादिर अंसारी , पुशनाथ उर्फ रतु, दिक्कू यादव उर्फ नरेश, अनंजय जयसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेजने की तैयारी में जुट गई है।
बलरामपुर पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने बताया कि अपराध दर्ज करने के बाद आरपी साय पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज के मार्गदर्शन में नितेश कुमार गौतम एसडीओपी रामानुजगंज एवं डीके सिंह उप पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन के नेतृत्व में टीम गठित की गई और आरोपियों की पतासाजी शुरू की गई। जहां पुलिस को सफलता मिली।
इस टीम में शामिल निरीक्षक अनुरंजन लकड़ा थाना प्रभारी चांदों, सउनि टिकेश्वर यादव,प्रधान आरक्षक श्यामलाल भगत, शीपक रंजन शर्मा, आरक्षक राजेश लकड़ा, प्रवीण खलखो, ज्ञानेश्वर राजवाड़े, रंजन सिंह, ईश्वर मरावी, राजकिशोर पैकरा, महिला आरक्षक एरलिन गिद्ध का अहम योगदान पर पुलिस अधीक्षक द्वारा बधाई दी गई।
अम्बिकापुर, 23 फरवरी। कलेक्टर संजीव कुमार झा ने आज यहां कलेक्टोरेट सभाकक्ष में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एसएडीओ तथा आरएईओ ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की बैठक लेकर गोधन न्याय योजना की समीक्षा की।
उन्होंने गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गोधन न्याय योजना का नोडल विभाग कृषि विभाग ही है एवं गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट निर्माण एवं बिक्री की जिम्मेदारी भी इसी विभाग को है। किन्तु अधिकारियों की उदासीनता के कारण अपेक्षित प्रगति नहीं आ पा रही है।
उन्होंने सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले कंठी गोठान के आरएईओ को निलंबित करने तथा मेण्ड्रा खुर्द, रामपुर, थोर, रनपुरकला गोठान के आरएईओ सहित अम्बिकापुर जनपद के एसएडीओ को कारण बताओ सूचना जारी करने के निर्देश दिए।
वहीं ऐसे आरएईओ जिन्होंने अब तक वर्मी खाद का सैम्पल लैब में नहीं भेजा, उन सबकी वेतन रोकने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने वर्मी कम्पोस्ट बनाने में कमजोर प्रदर्शन वाले सभी आरएईओ को एक-एक करके गोधन न्याय योजना, योजना की शुरूआत तथा वर्मी खाद बनाने की प्रक्रिया की जानकारी ली। कई आरएईओ को योजना की शुरूआत तथा वर्मी टांके में केंचुआ की सही मात्रा की जानकारी नहीं थी। कलेक्टर ने कहा कि गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए प्रत्येक गोठान के लिए एक-एक आरएईओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके बावजूद भी नोडल अधिकारी को शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले योजना की जानकारी न होना आश्चर्यजनक है। उन्होंने एसएडीओ एवं आरएईओ को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि शासन के मंशानुरूप गोबर खरीदी एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण का चक्र चलते रहना चाहिए ताकि गोठान आत्मनिर्भर बन सके। गोठानो में गोबर खरीदी नियमित रूप से करें। गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वर्मी खाद तैयार होने के बाद पैकिंग का काम शीघ्र शुरू करें। गोठानों में निर्मित वर्मी खाद की बिक्री की व्यवस्था भी करें।
बैठक में एसडीएम अम्बिकापुर अजय त्रिपाठी, उदयपुर एसडीएम प्रदीप साहू, सीतापुर एसडीएम सुश्री दीपिका नेताम, उप संचालक श्री एमआर भगत सहित एसएडीओ एवं आरएईओ उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 23 फरवरी। फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हो जाने के बाद यूपी के युवक ने नगर की एक युवती को झांसे में लेकर ना सिर्फ रेप किया, बल्कि उसका वीडियो भी बना लिया। बाद में वीडियो के माध्यम से ब्लैकमेल भी करने लगा। डरी सहमी युवती ने दो बार उसे पैसे भी दिए। आखिरकार रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने युवक को शक्तिनगर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी युवक को जेल भेज दिया गया है।
कोतवाली पुलिस के अनुसार आरोपित रविन्द्र कुमार पटेल शक्तिनगर जिला सोनभद्र उत्तरप्रदेश का रहने वाला है। वर्ष 2018 में पीडि़ता को फेसबुक के माध्यम से दोस्ती की। जिसके बाद मैसेज में बात करते हुये उसका नंबर लेकर वाट्सअप में बातचीत करना शुरू किया। बातचीत दौरान अपने पैर का इलाज कराने के नाम पर पीडि़ता को भावनात्मक रूप से झांसा देकर अम्बिकापुर आया और उसके घर में रुका। जिसके बाद बहला फुसला कर शादी का झांसा देकर बलात्कार किया और उसका वीडियो बनाया। जिसके बाद पीडि़ता को ब्लेकमेल करते हुये पैसे की मांग किया और वीडियो वायरल करने की धमकी दिया। अश्लील वीडीयो वायरल करने के डर से युवती ने जैसे तैसे 20-25 हजार रूपये भी दे दिए। उसके बाद भी आरोपी द्वारा पीडि़ता की भाभी के मोबाइल पर अश्लील वीडियो को वायरल कर दिया। जिसके बाद पीडि़ता परेशान होकर इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई।
मामले में अपराध कायमी पश्चात् लगातार आरोपी की पतासाजी की जा रही थी। आरोपी के शक्तिनगर में होने की सूचना प्राप्त होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार एक टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी व गिरफ्तारी हेतु शक्तिनगर उत्तरप्रदेश रवाना किया गया था। टीम द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए आरोपी रविन्द्र कुमार पटेल आ0 बनारसी पटेल निवासी शक्तिनगर जिला सोनभद्र उत्तरपदेश को उसके शक्तिनगर से अपने साथ लेकर थाना वापस आये। पूछताछ दौरान आरोपी द्वारा अपराध कबूल करने व आरोपी के विरुध अपराध सबूत पाये जाने से आरोपी को गिरफतार कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया है।
अम्बिकापुर, 23 फरवरी। अभाविप ने तकनीकी महाविद्यालय व्यवस्था के खिलाफ मोर्चा खोला। आरोप है कि तकनीकी महाविद्यालय लखनपुर सरगुजा संभाग का एक मात्र महाविद्यालय है, जहां लगातार सीधे साधे छात्रों को डराया धमकाया जाता था, जिसके विरोध में अभाविप ने मंगलवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
अभाविप का आरोप है कि छात्रों से अभद्रतापूर्ण व्यवहार, परीक्षा समय में उलटफेर, परीक्षा परिणाम में देरी, रिजल्ट में गड़बड़ी तथा कोविड कॉल में भी छात्रों को प्रत्यक्ष रूप से बुलाकर जान जोखिम में डाल कर छात्रों ने ऑफलाइन फॉर्म भरे गए। इसको लेकर अभाविप ने जोरदार प्रदर्शन किया ।
ज्ञापन सौंपने के दौरान सरगुजा जिला संयोजक निखिल मराबी, मनीष पुनाचा, वर्षा गुप्ता, सूर्यकांत सिंह, जुगेश साहू,सौरव गुप्ता,अशोक साहू,आनंद यादव,गोपाल सिंह,अखिलेश राजवाड़े,अविनाश मंडल आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।